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*🌷बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय🌷*
22/04/24
*🌿Twitter Trending सेवा सूचना🌿*
🔆 🏷कल 23 अप्रैल को हनुमान जयंती है इसलिए मालिक की दया से कल सुबह 07:00 बजे हनुमान जी के विषय में सद्गुरु जी द्वारा दिये गए ज्ञान आधार से Twitter और कू पर सेवा करनी है जी।
*Note:-* सभी सेवादारों ने ध्यान रखना है अनुचित Tweets नहीं करना है जी।
🍀🍀🍀🍀
📷 *सेवा से सम्बंधित फ़ोटो बाद में भेजे जाएंगे जी।*
*🎯Sewa Points🎯* ⤵️
⚜️क्या आप जानत�� हैं कि अयोध्या से जाने के बाद हनुमान जी को मुनीन्द्र ऋषि रूप में पूर्ण परमात्मा मिले थे, जिन्होंने हनुमान जी को अपना अमरलोक दिखाया था और सतभक्ति प्रदान की थी।
जानिए हनुमान जी को मिलने वाले मुनीन्द्र ऋषि कौन थे? पढ़िये पवित्र पुस्तक 'जीने की राह'
कबीर सागर के पृष्ठ 113 पर 12वां अध्याय ‘‘हनुमान बोध‘‘ है। कबीर सागर के इस अध्याय में पवन सुत हनुमान जी को पूर्ण परमात्मा द्वारा शरण में लेने का प्रकरण है।
⚜️अयोध्या से जाने के बाद हनुमान जी को मिले पूर्ण परमात्मा
रावण की कैद से माता सीता को छुड़वाने के लिए राम-रावण युद्ध में मदद करने वाले हनुमान जी का उपकार भूलकर जब सीता जी ने उनको अपमानित कर दिया तो अयोध्या से जाने के बाद हनुमान जी को ऋषि मुनीन्द्र के रूप में पूर्ण परमात्मा मिले थे।
कबीर सागर के पृष्ठ 113 पर 12वां अध्याय ‘‘हनुमान बोध‘‘ है। कबीर सागर के इस अध्याय में पवन सुत हनुमान जी को पूर्ण परमात्मा द्वारा शरण में लेने का प्रकरण है।
⚜️पवनपुत्र हनुमान जी को मुनीन्द्र ऋषि रूप में कौन मिला था?
जानने के लिए प्रतिदिन देखिये Sant Rampal Ji Maharaj Youtube Channel
⚜️क्या आप जानते हैं कि सीता जी ने हनुमान जी का जब अपमान कर दिया था, तब अयोध्या से जाने के बाद हनुमान जी को ऋषि रूप में पूर्ण परमात्मा मिले थे?
वह पूर्ण परमात्मा कौन थे जानने के लिए पढ़िये पवित्र पुस्तक 'जीने की राह'
कबीर सागर के पृष्ठ 113 पर 12वां अध्याय ‘‘हनुमान बोध‘‘ है। कबीर सागर के इस अध्याय में पवन सुत हनुमान जी को पूर्ण परमात्मा द्वारा शरण में लेने का प्रकरण है।
⚜️हनुमान जी को तत्वज्ञान और सतभक्ति देकर मोक्ष का अधिकारी बनाने वाले मुनीन्द्र ऋषि कौन थे? जानने के लिए प्रतिदिन देखिये Sant Rampal Ji Maharaj Youtube Channel
कबीर सागर के पृष्ठ 113 पर 12वां अध्याय ‘‘हनुमान बोध‘‘ है। कबीर सागर के इस अध्याय में पवन सुत हनुमान जी को पूर्ण परमात्मा द्वारा शरण में लेने का प्रकरण है।
⚜️हनुमान जयंती पर सभी हनुमान भक्त अवश्य जानिए कि आखिर हनुमान जी के गुरु कौन थे जिनकी बताई भक्ति से वे मुक्ति के अधिकारी बन सके?
पढ़िये पवित्र पुस्तक 'जीने की राह'
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⚜️हनुमान जयंती पर जानिए वेदों अनुसार संकट मोचन यानि विघ्नों को दूर करने वाला प्रभु कौन है?
जानने के लिए पढ़िये पवित्र पुस्तक 'जीने की राह'
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⚜️हनुमान जयंती पर जानिए, क्या एक भक्त की भक्ति दूसरा भक्त करता है तो उससे लाभ होता है या हानि?
जानने के लिए पढ़िये पवित्र पुस्तक 'जीने की राह'
कबीर सागर के पृष्ठ 113 पर 12वां अध्याय ‘‘हनुमान बोध‘‘ है। कबीर सागर के इस अध्याय में पवन सुत हनुमान जी को पूर्ण परमात्मा द्वारा शरण में लेने का प्रकरण है।
⚜️हनुमान जी को मिले पूर्ण परमात्मा
सीता जी को छुड़वाने के लिए राम-रावण युद्ध में मदद करने वाले हनुमान जी को जब सीता जी ने अपमानित कर दिया तो अयोध्या से जाने के बाद हनुमान जी को पूर्ण परमात्मा मिले थे।
कबीर सागर के पृष्ठ 113 पर 12वां अध्याय ‘‘हनुमान बोध‘‘ है। कबीर सागर के इस अध्याय में पवन सुत हनुमान जी को पूर्ण परमात्मा द्वारा शरण में लेने का प्रकरण है।
⚜️ हनुमान जी ने मुनिंद्र ऋषि जी की शरण कैसे ग्रहण की?
कौन थे मुनिंद्र ऋषि, यह जानने के लिए Download करें हमारी Official App
"Sant Rampal Ji Maharaj"
कबीर सागर के पृष्ठ 113 पर 12वां अध्याय ‘‘हनुमान बोध‘‘ है। कबीर सागर के इस अध्याय में पवन सुत हनुमान जी को पूर्ण परमात्मा द्वारा शरण में लेने का प्रकरण है।
⚜️परमार्थी हनुमान जी को नि:स्वार्थ दुखियों की सहायता करने का फल मिला। परमात्मा स्वयं आए, मोक्ष मार्ग बताया।
आखिर हनुमान जी को कौन मिले थे?
जानने के लिए पढ़ें जीने की राह
कबीर सागर के पृष्ठ 113 पर 12वां अध्याय ‘‘हनुमान बोध‘‘ है। कबीर सागर के इस अध्याय में पवन सुत हनुमान जी को पूर्ण परमात्मा द्वारा शरण में लेने का प्रकरण है।
⚜️कबीर परमेश्वर जी ने हनुमान जी को सृष्टि रचना सुनाई। सत्यकथा सुनकर हनुमान जी गदगद हुए। सत्यलोक देखने की प्रार्थना की। हनुमान जी को दिव्य दृष्टि देकर सतलोक दिखाया। ऋषि मुनीन्द्र जी (कबीर परमेश्वर जी) सिंहासन पर बैठे दिखाई दिए। मुनीन्द्र जी नीचे आए। हनुमान जी को विश्वास हुआ कि ये परमेश्वर हैं। सत्यलोक सुख का स्थान है। परमेश्वर कबीर जी से दीक्षा ली। अपना जीवन धन्य किया। मुक्ति के अधिकारी हुए।
कबीर सागर के पृष्ठ 113 पर 12वां अध्याय ‘‘हनुमान बोध‘‘ है। कबीर सागर के इस अध्याय में पवन सुत हनुमान जी को पूर्ण परमात्मा द्वारा शरण में लेने का प्रकरण है।
⚜️पवित्र आत्मा परमार्थी स्वभाव हनुमान जी को परमेश्वर कबीर जी ने अपनी शरण में लिया। परमार्थी आत्मा को संसार त��ा काल के स्वामी भले ही परोपकार का फल नहीं देते, परंतु परमेश्वर ऐसी आत्माओं को शरण में अवश्य लेते हैं क्योंकि ऐसी आत्मा ही परम भक्त बनकर भक्ति करते हैं और मोक्ष प्राप्त करते हैं।
- संत रामपाल जी महाराज
⚜️हनुमान जयंती पर जानिए आखिर किस भगवान की शरण में जाने से हनुमान जी को पूर्ण मोक्ष मार्ग मिला।
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कबीर सागर के पृष्ठ 113 पर 12वां अध्याय ‘‘हनुमान बोध‘‘ है। कबीर सागर के इस अध्याय में पवन सुत हनुमान जी को पूर्ण परमात्मा द्वारा शरण में लेने का प्रकरण है।
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