channapa-blog1
channapa-blog1
Lyric in life
86 posts
Don't wanna be here? Send us removal request.
channapa-blog1 · 6 years ago
Link
1 note · View note
channapa-blog1 · 6 years ago
Text
Sharp Weapons
Smile that similar sweet as honey,
Sight that staring with lust many,
Widen eyes engulf the view,
The taste that feel good to chew,
Hairs bush unable to grasp in cap,
Hence rushed out as able to slip,
Then slanted to shoulder and below,
To grasp someone in eyes flow,
The smile feels frisky on squint,
From corner of eyes it blinks,
Over all pose so alluring to stun,
Love hence started to get turn.
Lost heart on these sharp weapons
No chance to get it over and win
-Could not I overtake this luscious sight
Hence has to response through some lines-
https://lyricinlife.blogspot.com/2019/05/sharp-weapons-smile-that-similar-sweet.html
0 notes
channapa-blog1 · 6 years ago
Text
https://youtu.be/LBIURXG6jfM?t=81
रात भी है कुछ भीगी-भीगी
रात भी है कुछ भीगी-भीगी
चाँद भी है कुछ मद्धम-मद्धम
तुम आओ तो आँखें खोलें
सोई हुई पायल की छम छम
१) किसको बताएं कैसे बताएं
आज अजब है दिल का आलम
चैन भी है कुछ हल्का हल्का
दर्द भी है कुछ मद्धम मद्धम
छम-छम, छम-छम, छम-छम, छम-छम
२) तपते दिल पर यूं गिरती है
तेरी नज़र से प्यार की शबनम
जलते हुए जंगल पर जैसे
बरखा बरसे रुक-रुक थम-थम
छम-छम, छम-छम, छम-छम, छम-छम
३) होश में थोड़ी बेहोशी है
बेहोशी में होश है कम कम
तुझको पाने की कोशिश में
दोनों जहाँ से खो गए हम
छम-छम, छम-छम, छम-छम, छम-छम, रात ..
गाना / Title: रात भी है कुछ भीगी-भीगी - raat bhii hai kuchh bhiigii-bhiigii
चित्रपट / Film: Mujhe Jeene Do
संगीतकार / Music Director: जयदेव-(Jaidev)
गीतकार / Lyricist: साहिर लुधियानवी-(Sahir Ludhianvi)
गायक / Singer(s): लता मंगेशकर-(Lata Mangeshkar)
0 notes
channapa-blog1 · 6 years ago
Text
हि आरती मनःपटलावर कविते प्रमाणे रेखून म्हणावी. बघा तरी .
आरती मेघ राजा
नमन तुजला मेघ राजा......  ओळख आपुली जुनी बरका
दर वर्षी तू साजऱ्या येतसे
भव्य तुझा देह सावळा......  इंद्रधनू ची गळ्यात माळा
वार्यासही घेशी सोबत रे
गडगडाट तुझे असे  हसणे ........ पाहतो तुजसी आनंदाने
हा सण अमुचा चातुर्मास रे
घेऊन जलदांचे मोती ...... पस आमुची  म्हणजे शेती
तू घनघोर दान देतसे
तुझ्या मोत्याच्या सरी पडता ...... नवरी सारखा दिसतो बरका
तुज समान सुंदर कोणी नसे
लाजून तू नयन मारिसी ........ बिजलीचे रूप दावीशी
अशी आपुली प्रीती असे
धरतीला तू चिंब करिशी ....... नद्या नाले खळखळून हसती
प्रीत तुझी अथांग सख्यारे
आठवते ना तुला हे सगळे ....... पाहुणचार धरती सवे रे
घे ना जरा गळा भेट रे
https://lyricinlife.blogspot.com/2019/06/blog-post_85.html
0 notes
channapa-blog1 · 6 years ago
Text
परीक्षा में अपयश याने हार नहीं कुशलता बढ़ाने की संधि
कार्य जल्दी पूरा किया या थोड़ी देर से पूरा किया तो क्या फरक पड़ता है ।  कार्य में जुड़े रहना इम्पोर्टेन्ट है कार्य में सफल होना मतलब पूरी तरह प्रवीण ( expert ) हो गए ऐसा भी नहीं ।
असल में जिंदगी के बहोत पैलु होते है । जिगर से काम करना आवश्यक  है । हर एक आदमीका काम करनेका तरिका व क्षमता अलग अलग होता है ।
जिंदगी बनाने के लिए स्कूल के परीक्षा से अपने जिद की परीक्षा अत्यंत आवश्यक है ।   सिर्फ हमें खुदका हौसला बढ़ाना आवश्यक है । खुद को यदि हम नीचा दिखाते रहेंगे , तो हौसला बढ़ानेके लिए मन जल्दी तैयार नहीं होगा ।
अपयश याने हार बिलकुल नहीं है।  सीमेंट के पहले घर बनाने के लिए चुना का इस्तमाल करते थे।  चुनेके बांधकाम के लिए ज्यादा दिन पानी देना पड़ता था।  हर एक व्यक्ति का कैपेसिटी सरीखी नहीं होती।  जिन्दगीमे सिर्फ जिद, जिगर ही काम में आती है।  खुद को कभी यश का पैरामीटर से मत नापो।
अपयश के लिए खुद की जिंदगी दाव पर लगाना और डिप्रेशन में जाना याने मनुष्य होने का अवमान करना है। इसका मतलब ये है क्या दुनिया में आप कुछ भी नहीं कर सकते ? हिन्दू धर्म के अनुसार जो कार्य सामने आया है उसे ठीक ढंग से पूरा करनेका कोशिस करो,  फल की अपेक्षा मत करो।
यहाँ अपमान समझने के बजाय खुदको सवारना बहोत जरुरी है। बड़े लोगो का उद्देश्य यह रहता है २०-२५ आयु के पहले तुम्हारा बस्तान अच्छी तरह से बैठ जाए। यह कार्य पुरे प्लान से तुम कर सकते हो ।
कोई कार्य ऊंचा नीचा नहीं होता ।   आज तो बहोतसे कार्य के क्षेत्र उपलब्ध है  । आज तो ITI करके भी लोग इंजीनियर से ज्यादा कमाते है ।
१) एक मुख्यमत्री सिर्फ ४थ पास था।
२) सचिन तेंदुलकर स्कूल में बहोत बार फ़ैल हुवा था।
३) बहोतसे एक्टर्स ( सलमान, कटरीना , ) पढ़े ही नहीं।
४) आइंस्टाइन मंदबुद्धि विद्यार्थी था।
५) अम्बानी कम पढ़ा था और पेट्रोल पंप पर लेबर था।
६) एक एग्जीक्यूटिव इंजीनियर दसवीं में १० बार इंग्लिश  फ़ैल हुवा।
७) ITI का मेकैनिक ६ साल में मिलटरी में क्लास १ अफसर है।
८) डिप्लोमा फ़ैल कांट्रेक्टर के अंडर  १५-१० बी ई  इंजीनियर है।
९) साधारण कुकरी गाडी वाला ८-१० हजार रोज कमाता है।
विजिट lyricinlife.blogspot.com    Business
0 notes
channapa-blog1 · 6 years ago
Link
0 notes
channapa-blog1 · 6 years ago
Link
0 notes
channapa-blog1 · 6 years ago
Link
0 notes
channapa-blog1 · 6 years ago
Link
0 notes
channapa-blog1 · 6 years ago
Link
0 notes
channapa-blog1 · 6 years ago
Link
0 notes
channapa-blog1 · 6 years ago
Link
0 notes
channapa-blog1 · 6 years ago
Link
0 notes
channapa-blog1 · 6 years ago
Link
0 notes
channapa-blog1 · 6 years ago
Link
0 notes
channapa-blog1 · 6 years ago
Link
0 notes
channapa-blog1 · 6 years ago
Link
0 notes