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#धरतीमा_अवतार
“त्यो अवतार जसको मानिसहरु प्रतिक्षा गरिरहेका छन्, त्यो 20 वर्षको भइसकेको छ।“- जयगुरुदेव
जयगुरुदेव पन्थका संस्थापक तुलसीदासजी द्वारा 7 सेप्टेम्बर 1971 मा लेख्नु भएको उपरोक्त भविष्यवाणी केवल सन्त रामपालजी महाराजमाथि नै सटीक देखा पर्दछ किनकि 8 सेप्टेम्बर 1951 मा अवतरित हुनुभएका सन्त रामपालजी महाराज 7 सितम्बर 1971 मा पूरै 20 वर्षको भइसक्नु भएको थियो।
#8thSeptember_AvataranDiwas
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#धरतीमा_अवतार
अमेरिका की महिला भविष्यवक्ता "जीन डिक्सन" का अनुसार २०औं शताब्दी को अन्त्य भन्दा पहिले विश्वमा एक घोर हाहाकार तथा मानवताको संहार हुनेछ! वैचारिक युद्ध पछि आध्यात्मिकतामा आधारित नयाँ सभ्यता भारत को ग्रामीण परिवारको व्यक्तिको नेतृत्वमा जन्मनेछ।
#8thSeptember_AvataranDiwas
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#धरतीमा_अवतार
अमेरिका की महिला भविष्यवक्ता "जीन डिक्सन" का अनुसार २०औं शताब्दी को अन्त्य भन्दा पहिले विश्वमा एक घोर हाहाकार तथा मानवताको संहार हुनेछ! वैचारिक युद्ध पछि आध्यात्मिकतामा आधारित नयाँ सभ्यता भारत को ग्रामीण परिवारको व्यक्तिको नेतृत्वमा जन्मनेछ।
#8thSeptember_AvataranDiwas
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#धरतीमा_अवतार
सन् 1993 मा स्वामी रामदेवानन्दजी महाराजले सन्त रामपालजी महाराजलाई सत्संग गर्ने आज्ञा दिनुभयो तथा सन् 1994 मा आफ्नो उत्तराधिकारी चुन्नु भयो तथा नाम दीक्षा दिने आज्ञा दिँदै भन्नुभयो कि, " आजबाट तपाईं नै सबैलाई उपदेश दिनुहोला। तपाईं जस्तो सन्त यो दुनियाँमा अरु कोही हुने छैन। " त्यति बेलादेखि आजसम्म सन्त रामपालजी महाराज जीले करोडौं मानिसहरुलाई उपदेश दिएर सबै कुरीतिहरुबाट टाढा गराएर मोक्षको मार्ग बताउनु भयो।
#8thSeptember_AvataranDiwas
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#धरतीमा_अवतार
नास्त्रेदमस ले सन् १५५५ मा लेखेका छन् कि एक अद्वितीय हिन्दू सन्त अचानक प्रकाशमा आउनेछन्। म छाती ठोकेर भन्दछु कि मेरा ती Great Chyren का कृतत्व अनि उनको गुढ गहिरो ज्ञान नै सबैको छाला कादनेछ। ती सन्त आध्यात्मिक चमत्कारहरु द्वारा आधुनिक वैज्ञानिकहरुको आँखा तिरिमिरी पार्नेछ। ती महापुरुषमाथी झुटा देशद्रोहको आरोप पनि लाग्नेछ।
#8thSeptember_AvataranDiwas
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#कबीर_पूर्ण_परमात्मा:_
कविताओं द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करता है अर्थात् उसे ऋषि, संत व कवि कहने लग जाते हैं, वास्तव में वह पूर्ण परमात्मा कविर् ही है। इसकी पुष्टि ऋग्वेद मण्डल 9 सुक्त 94 मंत्र 1 ने भी की है कि परमात्मा कवियों की तरह आचरण करता है। उसके द्वारा रची अमृत कबीर वाणी (कविर्वाणी) कही जाती है.
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#Glory_Of_LordKabir
संत गरीबदास जी ने कबीर परमेश्वर जी की महिमा गाते हुए कहा है:
पानी से पैदा नहीं, स्वांसा नहीं शरीर।
अन्न आहार करता नहीं, ताका नाम कबीर।।
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#Glory_Of_LordKabir
संत गरीबदास जी ने कबीर परमेश्वर जी की महिमा गाते हुए कहा है:
पानी से पैदा नहीं, स्वांसा नहीं शरीर।
अन्न आहार करता नहीं, ताका नाम कबीर।।
#KabirPrakatDiwas 14June
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#Glory_Of_LordKabir
संत गोरखनाथ जी की वाणी में कबीर परमेश्वर की महिमा का प्रमाण:
नौ नाथ चौरासी सिद्धा, इनका अन्धा ज्ञान।
अविचल ज्ञान कबीर का, यो गति विरला जान॥
#KabirPrakatDiwas14June
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#Teachings_Of_LordKabir
कबीर परमेश्वर जी ने फिर बताया है कि:-
बिन उपदेश अचम्भ है, क्यों जिवत हैं प्राण।
भक्ति बिना कहाँ ठौर है, ये नर नाहीं पाषाण।।
परमात्मा कबीर जी कह रहे हैं कि हे भोले मानव! मुझे आश्चर्य है कि बिना गुरू से दीक्षा लिए किस आशा को लेकर जीवित है।जिनको यह विवेक नहीं कि भक्ति बिना जीव का कहीं भी ठिकाना नहीं है उनकी बुद्धि पर पत्थर गिरे हैं।
Kabir Prakat Diwas 14June
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#Teachings_Of_LordKabir
कबीर, सतगुरु (पूर्ण गुरु) के उपदेश का, लाया एक विचार।
जै सतगुरु मिलता नहीं, तो जाते यम द्वार।।
कबीर, यम द्वार में दूत सब, करते खैंचातान।
उनसे कबहु ना छूटता, फिरता चारों खान।।
कबीर, चार खान में भ्रमता, कबहु न लगता पार।
सो फेरा (चक्र) सब मिट गया, मेरे सतगुरु के उपकार।।
Kabir Prakat Diwas 14June
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#Teachings_Of_LordKabir
कबीर साहेब कहते हैं कि -
सतगुरू सोई जो सारनाम दृढ़ावै, और गुरू कोई काम न आवै।
Kabir Prakat Diwas 14June
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#Teachings_Of_LordKabir
कबीर, सतगुरु (पूर्ण गुरु) के उपदेश का, लाया एक विचार।
जै सतगुरु मिलता नहीं, तो जाते यम द्वार।।
कबीर, यम द्वार में दूत सब, करते खैंचातान।
उनसे कबहु ना छूटता, फिरता चारों खान।।
कबीर, चार खान में भ्रमता, कबहु न लगता पार।
सो फेरा (चक्र) सब मिट गया, मेरे सतगुरु के उपकार।।
Kabir Prakat Diwas 14June
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#Teachings_Of_LordKabir
कबीर परमेश्वर जी ने फिर बताया है कि:-
बिन उपदेश अचम्भ है, क्यों जिवत हैं प्राण।
भक्ति बिना कहाँ ठौर है, ये नर नाहीं पाषाण।।
परमात्मा कबीर जी कह रहे हैं कि हे भोले मानव! मुझे आश्चर्य है कि बिना गुरू से दीक्षा लिए किस आशा को लेकर जीवित है।जिनको यह विवेक नहीं कि भक्ति बिना जीव का कहीं भी ठिकाना नहीं है उनकी बुद्धि पर पत्थर गिरे हैं।
Kabir Prakat Diwas 14June
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#StoryOfHanumanJi*
कबीर परमात्मा मुनीन्द्र ऋषि के रूप में स्वयं आए, हनुमान जी को मोक्ष मार्ग बताया। उनका कल्याण हुआ। हनुमान जी फिर मानव जीवन प्राप्त करेंगे। तब परमेश्वर कबीर जी उनको शरण में लेकर मुक्त करेंगे।
Sant Rampal Ji Maharaj" या Visit करें Satlok Ashram YouTube Channel
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#StoryOfHanumanJi*
कबीर परमात्मा मुनीन्द्र ऋषि के रूप में स्वयं आए, हनुमान जी को मोक्ष मार्ग बताया। उनका कल्याण हुआ। हनुमान जी फिर मानव जीवन प्राप्त करेंगे। तब परमेश्वर कबीर जी उनको शरण में लेकर मुक्त करेंगे।
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