amirhashmilive
Amir Hashmi
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amirhashmilive · 2 days ago
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रिहला: इब्न बतूता की ऐतिहासिक यात्राओं का अद्भुत दस्तावेज
अमीर हाशमी की कलम से #ahkks इब्न बतूता का नाम इतिहास में एक ऐसे यात्री के रू�� में दर्ज है, जिन्होंने 14वीं सदी के अज्ञात और खतरों से भरे विश्व को अपने साहस और ज्ञान से देखा, समझा, और दर्ज किया। 1304 में मोरक्को के टंगियर में जन्मे इब्न बतूता विद्वानों और न्यायाधीशों के परिवार से थे। एक शिक्षित वातावरण में पले-बढ़े इब्न बतूता का झुकाव प्रारंभ से ही धार्मिक और बौद्धिक ज्ञान की ओर था। उनकी…
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amirhashmilive · 2 days ago
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रिहला: इब्न बतूता की ऐतिहासिक यात्राओं का अद्भुत दस्तावेज
अमीर हाशमी की कलम से #ahkks इब्न बतूता का नाम इतिहास में एक ऐसे यात्री के रूप में दर्ज है, जिन्होंने 14वीं सदी के अज्ञात और खतरों से भरे विश्व को अपने साहस और ज्ञान से देखा, समझा, और दर्ज किया। 1304 में मोरक्को के टंगियर में जन्मे इब्न बतूता विद्वानों और न्यायाधीशों के परिवार से थे। एक शिक्षित वातावरण में पले-बढ़े इब्न बतूता का झुकाव प्रारंभ से ही धार्मिक और बौद्धिक ज्ञान की ओर था। उनकी…
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amirhashmilive · 5 days ago
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फ़्रीडम एट मिडनाइट का विश्लेषण (Freedom at Midnight)
लेखक: डोमिनिक लापिएर और लैरी कॉलिन्स पुस्तक का परिचय:“फ़्रीडम एट मिडनाइट” एक ऐतिहासिक और अत्यधिक महत्वपूर्ण कृति है, जो भारत की स्वतंत्रता और विभाजन की गाथा का जीवंत चित्रण करती है। यह पुस्तक ब्रिटिश साम्राज्य के अंतिम दिनों, भारत की आज़ादी की कहानी, विभाजन की पीड़ा, और उन नेताओं की भूमिका पर प्रकाश डालती है जिन्होंने उस समय के कठिन निर्णय लिए थे। यह पुस्तक 1947 के ऐतिहासिक वर्ष का विस्तारपूर्वक…
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amirhashmilive · 1 month ago
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ब्राह्मणवाद का ऐतिहासिक उद्गम और प्रभाव
ब्राह्मणों का इतिहास भारत के प्राचीन समाज के निर्माण और विकास से जुड़ा हुआ है। ब्राह्मणों को समाज में एक उच्च स्थान प्राप्त था और उन्हें वैदिक यज्ञों, धार्मिक अनुष्ठानों और शिक्षा का संरक्षक माना जाता था। इस आर्टिकल में हम ब्राह्मणों की उत्पत्ति, जाति और वर्ण व्यवस्था की स्थापना, इसके राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव, महात्मा गांधी और डॉ. बी. आर. अंबेडकर द्वारा ब्राह्मणवाद के विरुद्ध संघर्ष, और निम्न…
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amirhashmilive · 1 month ago
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#Zombindia: असंवेदनशीलता का भवर
मलाड में सड़क विवाद में युवक की हत्या ने खोली समाज की असंवेदनशीलता की परतें मुंबई, 12 अक्टूबर 2024 मुंबई के मलाड ईस्ट इलाके में एक दुखद घटना ने देश भर को हिला कर रख दिया, जहाँ एक 27 वर्षीय युवक, आकाश माईन, को मामूली सड़क विवाद के बाद भीड़ द्वारा पीट-पीट कर मार डाला गया। यह घटना 12 अक्टूबर को उस समय हुई, जब आकाश अपनी पत्नी के साथ बाइक से अपने माता-पिता के घर जा रहे थे। एक ऑट���-रिक्शा ने उनकी बाइक…
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amirhashmilive · 1 month ago
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#Zombindia: असंवेदनशीलता का भवर
मलाड में सड़क विवाद में युवक की हत्या ने खोली समाज की असंवेदनशीलता की परतें मुंबई, 12 अक्टूबर 2024 मुंबई के मलाड ईस्ट इलाके में एक दुखद घटना ने देश भर को हिला कर रख दिया, जहाँ एक 27 वर्षीय युवक, आकाश माईन, को मामूली सड़क विवाद के बाद भीड़ द्वारा पीट-पीट कर मार डाला गया। यह घटना 12 अक्टूबर को उस समय हुई, जब आकाश अपनी पत्नी के साथ बाइक से अपने माता-पिता के घर जा रहे थे। एक ऑटो-रिक्शा ने उनकी बाइक…
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amirhashmilive · 1 month ago
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भारतीय न्यायपालिका: राजनीतिक हस्तक्षेप और सुधार
भारतीय न्यायिक प्रणाली अपने विशाल और जटिल तंत्र के बावजूद आज धीमी गति और मामलों की भारी संख्या के कारण संकट में है। लाखों मामले वर्षों से अदालतों में लंबित हैं, और न्यायाधीशों की कमी ने इस प्रक्रिया को और अधिक बाधित किया है।
भारत की न्यायिक प्रणाली दुनिया के सबसे बड़े और सबसे जटिल न्यायिक तंत्रों में से एक है। देश का संविधान न्यायपालिका को एक स्वतंत्र और निष्पक्ष इकाई के रूप में मान्यता देता है, जिसका मुख्य उद्देश्य संविधान की रक्षा करना और नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा करना है। हालांकि, पिछले कुछ दशकों में न्यायालयों के धीमी गति से काम करने, न्याय में देरी और राजनीतिक हस्तक्षेप जैसे मुद्दों ने इस प्रणाली की…
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amirhashmilive · 1 month ago
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Surveillance Capitalism in India
Introduction Surveillance capitalism is a modern economic system wherein private companies and governments utilize the data collected through digital technologies to track, predict, and influence human behavior. Originally coined by American sociologist Shoshana Zuboff, this concept has gained global traction in the digital age. Companies such as Google, Facebook, and Amazon pioneered this model…
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