i am simple but not foolish person if you angry me then i will manage all things...
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आदमी
आदमी के बारे में मैं केवल यह चाहता हूँ कि उसके भीतर की चिंगारी अभंग रहें। अपनी आग को वह कभी भी बुझने नहीं दें। और जो आपदाए पड़े, वीरता के साथ सहे। चिंगारी चमकती रहें सदा उज्जवल होकर आदमी बचाये उसे सर्वस्व खोकर। लेकिन हाय! सभ्यता ने तृष्णा की अति से इस आग को कुचल डाला हैं, दीपक की लौ को तोड़ दिया हैं। आदमी के भीतर अब आग कहाँ जलती है। सभ्यता ने उसे मिट्टी का जीवित पुतला बनाकर छोड़ दिया है। क्योंकि…
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नीरवता
रात ने चुप्पी साध ली है। सपने शान्ति में समा गये हैं। अंतः कपाट आप-से-आप खुलने लगा है। देवता शायद दरवाजे पर आ गये हैं। आप इस कविता के भाव को समझकर देखना वास्तव में यह एक बेमिसाल कविता हैं दिनकर जी द्वारा। आपको कैसी लगी कविता, पसंद आये तो लाइक, शेयर और कमेंट अवश्य करना। सभी मित्रो, को सुप्रभात 🙏🙏
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इंजीनियर्स दिवस 2021: एम विश्वेश्वरैया को उनकी 160वीं जयंती कि हार्दिक शुभकामनायें...
इंजीनियर्स दिवस 2021: एम विश्वेश्वरैया को उनकी 160वीं जयंती कि हार्दिक शुभकामनायें…
इंजीनियर्स दिवस 2021: एम विश्वेश्वरैया को इंजीनियरिंग के क्षेत्र में उनके विभिन्न योगदान और शिक्षा के अग्रणी होने के कारण ‘वीएम सर’ के नाम से भी जाना जाता है। भारत के बेहतरीन इंजीनियरों में से एक, मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की याद में हर साल 15 सितंबर को भारत में इंजीनियर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है। एम विश्वेश्वरैया को सबसे अग्रणी राष्ट्र-निर्माताओं में से एक माना जाता है, जिन्होंने ऐसे…
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सुप्रभात इंडिया
नई दिन कि शुरआत में ना जाने कैसे कैसे फूल खिले आशाओ के मन मंदिर में ना जाने कितनी मान्यताए है दुनिया को बस सुबह का इंतज़ार इसलिए होता है कि वह नया कोई काम करें। पर उनका क्या जिनके पास कोई काम नहीं। देखते देखते हुआ सवेरा, ना जाने क्या लाया है खुशियों कि दीप किन किन के दिल में लाया है कठिनाइयों से दूर ना भाग प्यारे,
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नाम
तुम कहा से आ रहे हो? नाम क्या है? वह पुकारू शब्द मत मुझको बताओ, जो तुम्हरा आवरण है। पर, कहो वह नाम जिसको फूल औ’ नक्षत्र, ये कहते नहीं हैं। नाम जो असहाय मर जाता उसी दिन, जिस दिवस हम भूमितल पर जन्म लेते हैं। तुम जवानी हो? कि शैशव आप अपना पाठ फिर दुहरा रहा है? जिंदगी हो? या सुनहला रूप धरकर मृत्यु विचरण कर रही है? सीपी और शंख _____ रामधारी सिंह दिनकर जी द्वारा एक और प्रख्यात कविता ��ें से एक……
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ए- मन तू उदास क्यों है...
ए- मन तू उदास क्यों है…
तूने न जाने कितने सपने दिखाए जब सपने साकार करने को हुआ तो तू भी सबक सिखाने को हुआ सोच कि अब मैं छोड़ दूंगा तुझे पर अब न छोडूंगा मैं तुझे चाहे हिमालय सा विराट जिगरा लेना हो मुझे अब इसी साहस से मेरी तेरी जिंदगी की लड़ाई है शायद तू ही छोड़ दें मुझे पर मैं न छोडूंगा तुझे पर ए- मन मेरे दोस्त मत हो उदास… तेरी ख्वाइश पूरी न कर पाऊ तो गम नहीं तेरा सर गर्व से ऊंचा न कर पाऊ तो लालत है मुझे मेरी जिंदगी और…
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रक्षा करो देवता
रक्षा करो! रक्षा करो! देवता! हमारा क्या गुनाह है? तीन ककारों में पड़ी दुनिया तबाह है। संसार तुमने बहुत सोच-समझकर रचा है। मगर एक -एक से पूछकर देख लो, कामिनी, कंचन और कीर्ति से कौन बचा है! मुनियो ने मेनका को गोद में बिठाया। राजाओं ने कंगालो का कोष चुराया। और कीर्ति? यह चश्मा तो सर्वत्र उबलता है। शहीद शहीद की जड़ खोदते हैं और एक साधु दूसरे साधु से जलता है। सच है कि कामिनी काल पाकर छूट जाती…
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Leave me a alone 💔💔💔
अकेले रहना बेहतर है, किसी ऐसे व्यक्ति के साथ रहने से जो आपको अकेला महसूस कराता है।
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ना जाने कहा गए वो दिन
देखते देखते ये कहा आ गए हैं हम, जब भी देखते अतीत को तो समझते कहा आ गए हैं हम। भूल गए वो दिन जिसमे जी भरकर हँसे थे हम, लोगों की बातें सुन-सुन कर घबरा गए थे हम।। आपके साथ बिताये जो पल वो ना भूल पाएंगे हम, आपके विचारों को समाज में ले जायेंगे हम। ना जाने कहा गए वो दिन, ना जाने कहा गए वो दिन।। ******************************************************** आपक��� रात-दिन जागना रुलाता हैं हमें, जो वादे…
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पूर्व यूपी के मुख्यमंत्री श्री कल्याण सिंह जी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि 🙏🙏
कलंक गुलामी का ढाया थाजिसके शासनकाल में।सत्ता को भी ठुकराया थाजिस भारत के लाल ने।।राम का बेटा राम का वंशजराम धाम को चला गया।मंदिर का निर्माण देखकरमोक्षधाम को चला गया।।वंदन शत शत वंदनइतिहास रचाने वाले को।याद रखेगा सदा देशगौरव लौटाने वाले को।।जय श्री राम 🚩 🚩 🙏🏻
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Good morning to all of you... 🙏🙏🙏
Good morning to all of you… 🙏🙏🙏
य��्य सर्वे समारम्भाः क��मसंकल्पवर्जिताः ।ज्ञानाग्निदग्धकर्माणं तमाहुः पंडितं बुधाः ॥ भावार्थ : जिसके सम्पूर्ण शास्त्रसम्मत कर्म बिना कामना और संकल्प के होते हैं तथा जिसके समस्त कर्म ज्ञानरूप अग्नि द्वारा भस्म हो गए हैं, उस महापुरुष को ज्ञानीजन भी पंडित कहते हैं।🙏🙏 🌷 शुभ प्रभात मित्रों🌷
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सभी देशवाशियों को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनायें...
सभी देशवाशियों को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनायें…
“छोटी-छोटी बातों पर वो लड़ना झगड़ना,पर समय आया जब बहन की “विदाई” का..भाई के आंसू का न थमना..” भाई – बहन के अटूट प्रेम के प्रतीक रक्षाबंधन पर्व पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।🙏 #rakshabandhan..
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तालिबान कि गिरफ्त में iअफगानिस्तान और मानवीय संकट गहराता जा रहा हैं : -
तालिबान कि गिरफ्त में iअफगानिस्तान और मानवीय संकट गहराता जा रहा हैं : –
बात आज से लगभग 76 साल पहले यानी 1945 की है. द्वितीय विश्व युद्ध ख़त्म होने को था. कई देश बर्बाद हो गए थे और दुनिया शांति चाहती थी…..तब 50 देशों के प्रतिनिधियों ने मिलकर एक चार्टर पर हस्ताक्षर किए और इस तरह एक नई अंतरराष्ट्रीय संस्था की नींव रखी गई.उम्मीद की गई कि यह संस्था पहले और दूसरे विश्वयुद्ध जैसा कोई तीसरा युद्ध नहीं होने देगी.दुनिया आज इसे युनाइटेड नेशन्स (यूएन) या संयुक्त राष्ट्र के नाम…
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यहां कौन, किसका और क्यों.. 👍👍
अकेले ही तय करना हैसफ़र ये ज़िंदगी कानादान है वो जो समझ रहे हैं साथ कोई देगायहाँ अपने ही पराए बन बैठे हैंरिश्तों की आड़ में ज़िंदगी की जड़े खोदने में लगे हैंयहाँ साथ कोई किसी का नहीं देगाजब तक मतलब ना होतब तक कोई आपसे आपका हाल तक नहीं पूछेगा।।
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शायरी : दर्द को शब्दो द्वारा व्यक्त करती और समझाती टॉप 10 शायरी...
शायरी : दर्द को शब्दो द्वारा व्यक्त करती और समझाती टॉप 10 शायरी…
पापा हर फर्ज़ निभाते हैं, जीवन भर कर्ज़ चुकाते हैं बच्चें की एक खुशी के लिए, अपने सुख भूल जाते हैं ऐसे होते पापा जो जीवन भर करते अपने बच्चों के लिए बच्चे बड़े होते ही भूल जाते हैं इनको.. ______________________________________ ना वो सपना देखो जो टूट जाये, ना वो हाथ थामो जो छूट जाये, मत आने दो किसी को करीब इतना, कि उसके दूर जाने से इन्शान खुद से रूठ…
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Nag Panchami 2021: 13 अगस्त को 3 शुभ योगों में मनाई जाएगी नागपंचमी, क्यों मनाया जाता है ये पर्व?
सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नागपंचमी (Nagpanchami 2021) का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 13 अगस्त, शुक्रवार को है। इस दिन कार्य में सफलता देने वाले रवि योग के साथ मंगलकारी हस्त व चित्रा नक्षत्र का त्रिवेणी संयोग बनेगा। इस शुभ संयोग में काल सर्प दोष से मुक्ति के साथ सुख-समृद्धि की कामना से नाग देवता का दूध से अभिषेक और पूजन करना शुभकारी रहेगा। नागपंचमी (Nagpanchami 2021) पर कुछ…
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मेरे पिता श्री की अनोखी दास्तां...
मेरे पिता श्री की अनोखी दास्तां…
मैं अभिजीत सुंदरम मिश्र स्व. श्री सुपुत्र प्रमोद मिश्र (पप्पू ) आपको मेरे पापा जी के बचपन की रोचक बातें बताता हूँ। मेरे पिता श्री का जन्म मध्यप्रदेश के कटनी, में हुआ था वैसे तो हम मुलरूप से उत्तरप्रदेश के निवासी थे परन्तु पापा के पिता श्री मध्यप्रदेश में काम करते थे… हमारे दादा जी ने भी वकालत की डिग्री ली हुई थी जिस वक़्त अंग्रेजो का कब्ज़ा था। पर शुरुवाती दौर में पापा जी उत्तरप्रदेश के जिले…
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