#sant asaram
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amrika · 7 months ago
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#पूर्ण_गुरु_से_होगा_मोक्ष
पूर्ण गुरु ही सतभक्ति देकर चौरासी लाख योनियों के कष्ट से बचा सकता है।
वर्तमान में पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज जी ही सतभक्ति प्रदान कर रहे हैं। अन्य किसी के पास भी भक्ति के यथार्थ मंत्र नहीं हैं।
True Guru Sant Rampal Ji
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🫴🏻 अब संत रामपाल जी महाराज जी के मंगल प्रवचन प्रतिदिन सुनिए....
🏵️ ईश्वर टी.वी. पर सुबह 6:00 से 7:00 तक
🏵️ श्रद्धा MH ONE टी. वी. पर दोपहर 2:00 से 3:00 तक
🏵️ साधना टी. वी. पर शाम 7:30 से 8:30 तक
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sadhvitarunabahan · 3 hours ago
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भीष्म पंचक
"भीष्म पितामह की कथा कर्म, धर्म और भक्ति का अद्भुत संदेश देती है। उनके उपदेश बताते हैं कि जीवन की कठिनाइयाँ हमारे कर्मफल का हिस्सा हैं। 'भीष्म-पंचक' व्रत इन मूल्यों को समर्पित है। आइए, इस प्रेरणा से जीवन में सकारात्मकता और भक्ति अपनाएँ। 🙏✨ #धर्म #कर्म"
यह कथा महाभारत के भीष्म पितामह के अंतिम समय की है, जो जीवन और मृत्यु के बीच उनके अद्भुत दृष्टिकोण को दर्शाती है। महाभारत के युद्ध के दौरान भीष्म पितामह जख्मी हो गए। वे अर्जुन को बुलाकर बाणों की शैय्या बनाने की बात करते हैं। वे जानते थे कि उनका शरीर दुःखी है, लेकिन उनकी चैतन्य आत्मा में कोई दुःख नहीं था। वे श्री कृष्ण का ध्यान करने लगे। इसी बीच श्री कृष्ण ध्यान मग्न थे और उन्हें यह महसूस हुआ कि…
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sharmahimanshi · 3 hours ago
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भीष्म पंचक
"भीष्म पितामह की कथा कर्म, धर्म और भक्ति का अद्भुत संदेश देती है। उनके उपदेश बताते हैं कि जीवन की कठिनाइयाँ हमारे कर्मफल का हिस्सा हैं। 'भीष्म-पंचक' व्रत इन मूल्यों को समर्पित है। आइए, इस प्रेरणा से जीवन में सकारात्मकता और भक्ति अपनाएँ। 🙏✨ #धर्म #कर्म"
यह कथा महाभारत के भीष्म पितामह के अंतिम समय की है, जो जीवन और मृत्यु के बीच उनके अद्भुत दृष्टिकोण को दर्शाती है। महाभारत के युद्ध के दौरान भीष्म पितामह जख्मी हो गए। वे अर्जुन को बुलाकर बाणों की शैय्या बनाने की बात करते हैं। वे जानते थे कि उनका शरीर दुःखी है, लेकिन उनकी चैतन्य आत्मा में कोई दुःख नहीं था। वे श्री कृष्ण का ध्यान करने लगे। इसी बीच श्री कृष्ण ध्यान मग्न थे और उन्हें यह महसूस हुआ कि…
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supracharsewa · 3 hours ago
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भीष्म पंचक
"भीष्म पितामह की कथा कर्म, धर्म और भक्ति का अद्भुत संदेश देती है। उनके उपदेश बताते हैं कि जीवन की कठिनाइयाँ हमारे कर्मफल का हिस्सा हैं। 'भीष्म-पंचक' व्रत इन मूल्यों को समर्पित है। आइए, इस प्रेरणा से जीवन में सकारात्मकता और भक्ति अपनाएँ। 🙏✨ #धर्म #कर्म"
यह कथा महाभारत के भीष्म पितामह के अंतिम समय की है, जो जीवन और मृत्यु के बीच उनके अद्भुत दृष्टिकोण को दर्शाती है। महाभारत के युद्ध के दौरान भीष्म पितामह जख्मी हो गए। वे अर्जुन को बुलाकर बाणों की शैय्या बनाने की बात करते हैं। वे जानते थे कि उनका शरीर दुःखी है, लेकिन उनकी चैतन्य आत्मा में कोई दुःख नहीं था। वे श्री कृष्ण का ध्यान करने लगे। इसी बीच श्री कृष्ण ध्यान मग्न थे और उन्हें यह महसूस हुआ कि…
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pchariom · 3 hours ago
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भीष्म पंचक
"भीष्म पितामह की कथा कर्म, धर्म और भक्ति का अद्भुत संदेश देती है। उनके उपदेश बताते हैं कि जीवन की कठिनाइयाँ हमारे कर्मफल का हिस्सा हैं। 'भीष्म-पंचक' व्रत इन मूल्यों को समर्पित है। आइए, इस प्रेरणा से जीवन में सकारात्मकता और भक्ति अपनाएँ। 🙏✨ #धर्म #कर्म"
यह कथा महाभारत के भीष्म पितामह के अंतिम समय की है, जो जीवन और मृत्यु के बीच उनके अद्भुत दृष्टिकोण को दर्शाती है। महाभारत के युद्ध के दौरान भीष्म पितामह जख्मी हो गए। वे अर्जुन को बुलाकर बाणों की शैय्या बनाने की बात करते हैं। वे जानते थे कि उनका शरीर दुःखी है, लेकिन उनकी चैतन्य आत्मा में कोई दुःख नहीं था। वे श्री कृष्ण का ध्यान करने लगे। इसी बीच श्री कृष्ण ध्यान मग्न थे और उन्हें यह महसूस हुआ कि…
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asharamjiashram · 3 hours ago
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भीष्म पंचक
"भीष्म पितामह की कथा कर्म, धर्म और भक्ति का अद्भुत संदेश देती है। उनके उपदेश बताते हैं कि जीवन की कठिनाइयाँ हमारे कर्मफल का हिस्सा हैं। 'भीष्म-पंचक' व्रत इन मूल्यों को समर्पित है। आइए, इस प्रेरणा से जीवन में सकारात्मकता और भक्ति अपनाएँ। 🙏✨ #धर्म #कर्म"
यह कथा महाभारत के भीष्म पितामह के अंतिम समय की है, जो जीवन और मृत्यु के बीच उनके अद्भुत दृष्टिकोण को दर्शाती है। महाभारत के युद्ध के दौरान भीष्म पितामह जख्मी हो गए। वे अर्जुन को बुलाकर बाणों की शैय्या बनाने की बात करते हैं। वे जानते थे कि उनका शरीर दुःखी है, लेकिन उनकी चैतन्य आत्मा में कोई दुःख नहीं था। वे श्री कृष्ण का ध्यान करने लगे। इसी बीच श्री कृष्ण ध्यान मग्न थे और उन्हें यह महसूस हुआ कि…
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mahilautthanmandalashram · 3 hours ago
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भीष्म पंचक
"भीष्म पितामह की कथा कर्म, धर्म और भक्ति का अद्भुत संदेश देती है। उनके उपदेश बताते हैं कि जीवन की कठिनाइयाँ हमारे कर्मफल का हिस्सा हैं। 'भीष्म-पंचक' व्रत इन मूल्यों को समर्पित है। आइए, इस प्रेरणा से जीवन में सकारात्मकता और भक्ति अपनाएँ। 🙏✨ #धर्म #कर्म"
यह कथा महाभारत के भीष्म पितामह के अंतिम समय की है, जो जीवन और मृत्यु के बीच उनके अद्भुत दृष्टिकोण को दर्शाती है। महाभारत के युद्ध के दौरान भीष्म पितामह जख्मी हो गए। वे अर्जुन को बुलाकर बाणों की शैय्या बनाने की बात करते हैं। वे जानते थे कि उनका शरीर दुःखी है, लेकिन उनकी चैतन्य आत्मा में कोई दुःख नहीं था। वे श्री कृष्ण का ध्यान करने लगे। इसी बीच श्री कृष्ण ध्यान मग्न थे और उन्हें यह महसूस हुआ कि…
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ashramrajubhai · 3 hours ago
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भीष्म पंचक
"भीष्म पितामह की कथा कर्म, धर्म और भक्ति का अद्भुत संदेश देती है। उनके उपदेश बताते हैं कि जीवन की कठिनाइयाँ हमारे कर्मफल का हिस्सा हैं। 'भीष्म-पंचक' व्रत इन मूल्यों को समर्पित है। आइए, इस प्रेरणा से जीवन में सकारात्मकता और भक्ति अपनाएँ। 🙏✨ #धर्म #कर्म"
यह कथा महाभारत के भीष्म पितामह के अंतिम समय की है, जो जीवन और मृत्यु के बीच उनके अद्भुत दृष्टिकोण को दर्शाती है। महाभारत के युद्ध के दौरान भीष्म पितामह जख्मी हो गए। वे अर्जुन को बुलाकर बाणों की शैय्या बनाने की बात करते हैं। वे जानते थे कि उनका शरीर दुःखी है, लेकिन उनकी चैतन्य आत्मा में कोई दुःख नहीं था। वे श्री कृष्ण का ध्यान करने लगे। इसी बीच श्री कृष्ण ध्यान मग्न थे और उन्हें यह महसूस हुआ कि…
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asharamjinew · 3 hours ago
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भीष्म पंचक
"भीष्म पितामह की कथा कर्म, धर्म और भक्ति का अद्भुत संदेश देती है। उनके उपदेश बताते हैं कि जीवन की कठिनाइयाँ हमारे कर्मफल का हिस्सा हैं। 'भीष्म-पंचक' व्रत इन मूल्यों को समर्पित है। आइए, इस प्रेरणा से जीवन में सकारात्मकता और भक्ति अपनाएँ। 🙏✨ #धर्म #कर्म"
यह कथा महाभारत के भीष्म पितामह के अंतिम समय की है, जो जीवन और मृत्यु के बीच उनके अद्भुत दृष्टिकोण को दर्शाती है। महाभारत के युद्ध के दौरान भीष्म पितामह जख्मी हो गए। वे अर्जुन को बुलाकर बाणों की शैय्या बनाने की बात करते हैं। वे जानते थे कि उनका शरीर दुःखी है, लेकिन उनकी चैतन्य आत्मा में कोई दुःख नहीं था। वे श्री कृष्ण का ध्यान करने लगे। इसी बीच श्री कृष्ण ध्यान मग्न थे और उन्हें यह महसूस हुआ कि…
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santsrisaramjiashram · 3 hours ago
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भीष्म पंचक
"भीष्म पितामह की कथा कर्म, धर्म और भक्ति का अद्भुत संदेश देती है। उनके उपदेश बताते हैं कि जीवन की कठिनाइयाँ हमारे कर्मफल का हिस्सा हैं। 'भीष्म-पंचक' व्रत इन मूल्यों को समर्पित है। आइए, इस प्रेरणा से जीवन में सकारात्मकता और भक्ति अपनाएँ। 🙏✨ #धर्म #कर्म"
यह कथा महाभारत के भीष्म पितामह के अंतिम समय की है, जो जीवन और मृत्यु के बीच उनके अद्भुत दृष्टिकोण को दर्शाती है। महाभारत के युद्ध के दौरान भीष्म पितामह जख्मी हो गए। वे अर्जुन को बुलाकर बाणों की शैय्या बनाने की बात करते हैं। वे जानते थे कि उनका शरीर दुःखी है, लेकिन उनकी चैतन्य आत्मा में कोई दुःख नहीं था। वे श्री कृष्ण का ध्यान करने लगे। इसी बीच श्री कृष्ण ध्यान मग्न थे और उन्हें यह महसूस हुआ कि…
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bskashramorg · 3 hours ago
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भीष्म पंचक
"भीष्म पितामह की कथा कर्म, धर्म और भक्ति का अद्भुत संदेश देती है। उनके उपदेश बताते हैं कि जीवन की कठिनाइयाँ हमारे कर्मफल का हिस्सा हैं। 'भीष्म-पंचक' व्रत इन मूल्यों को समर्पित है। आइए, इस प्रेरणा से जीवन में सकारात्मकता और भक्ति अपनाएँ। 🙏✨ #धर्म #कर्म"
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santsriasharamjiashram · 3 hours ago
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भीष्म पंचक
"भीष्म पितामह की कथा कर्म, धर्म और भक्ति का अद्भुत संदेश देती है। उनके उपदेश बताते हैं कि जीवन की कठिनाइयाँ हमारे कर्मफल का हिस्सा हैं। 'भीष्म-पंचक' व्रत इन मूल्यों को समर्पित है। आइए, इस प्रेरणा से जीवन में सकारात्मकता और भक्ति अपनाएँ। 🙏✨ #धर्म #कर्म"
यह कथा महाभारत के भीष्म पितामह के अंतिम समय की है, जो जीवन और मृत्यु के बीच उनके अद्भुत दृष्टिकोण को दर्शाती है। महाभारत के युद्ध के दौरान भीष्म पितामह जख्मी हो गए। वे अर्जुन को बुलाकर बाणों की शैय्या बनाने की बात करते हैं। वे जानते थे कि उनका शरीर दुःखी है, लेकिन उनकी चैतन्य आत्मा में कोई दुःख नहीं था। वे श्री कृष्ण का ध्यान करने लगे। इसी बीच श्री कृष्ण ध्यान मग्न थे और उन्हें यह महसूस हुआ कि…
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santshreeasharamjiashram · 3 hours ago
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भीष्म पंचक
"भीष्म पितामह की कथा कर्म, धर्म और भक्ति का अद्भुत संदेश देती है। उनके उपदेश बताते हैं कि जीवन की कठिनाइयाँ हमारे कर्मफल का हिस्सा हैं। 'भीष्म-पंचक' व्रत इन मूल्यों को समर्पित है। आइए, इस प्रेरणा से जीवन में सकारात्मकता और भक्ति अपनाएँ। 🙏✨ #धर्म #कर्म"
यह कथा महाभारत के भीष्म पितामह के अंतिम समय की है, जो जीवन और मृत्यु के बीच उनके अद्भुत दृष्टिकोण को दर्शाती है। महाभारत के युद्ध के दौरान भीष्म पितामह जख्मी हो गए। वे अर्जुन को बुलाकर बाणों की शैय्या बनाने की बात करते हैं। वे जानते थे कि उनका शरीर दुःखी है, लेकिन उनकी चैतन्य आत्मा में कोई दुःख नहीं था। वे श्री कृष्ण का ध्यान करने लगे। इसी बीच श्री कृष्ण ध्यान मग्न थे और उन्हें यह महसूस हुआ कि…
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yssashramorg · 3 hours ago
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भीष्म पंचक
"भीष्म पितामह की कथा कर्म, धर्म और भक्ति का अद्भुत संदेश देती है। उनके उपदेश बताते हैं कि जीवन की कठिनाइयाँ हमारे कर्मफल का हिस्सा हैं। 'भीष्म-पंचक' व्रत इन मूल्यों को समर्पित है। आइए, इस प्रेरणा से जीवन में सकारात्मकता और भक्ति अपनाएँ। 🙏✨ #धर्म #कर्म"
यह कथा महाभारत के भीष्म पितामह के अंतिम समय की है, जो जीवन और मृत्यु के बीच उनके अद्भुत दृष्टिकोण को दर्शाती है। महाभारत के युद्ध के दौरान भीष्म पितामह जख्मी हो गए। वे अर्जुन को बुलाकर बाणों की शैय्या बनाने की बात करते हैं। वे जानते थे कि उनका शरीर दुःखी है, लेकिन उनकी चैतन्य आत्मा में कोई दुःख नहीं था। वे श्री कृष्ण का ध्यान करने लगे। इसी बीच श्री कृष्ण ध्यान मग्न थे और उन्हें यह महसूस हुआ कि…
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sachkiavaaz · 3 hours ago
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भीष्म पंचक
"भीष्म पितामह की कथा कर्म, धर्म और भक्ति का अद्भुत संदेश देती है। उनके उपदेश बताते हैं कि जीवन की कठिनाइयाँ हमारे कर्मफल का हिस्सा हैं। 'भीष्म-पंचक' व्रत इन मूल्यों को समर्पित है। आइए, इस प्रेरणा से जीवन में सकारात्मकता और भक्ति अपनाएँ। 🙏✨ #धर्म #कर्म"
यह कथा महाभारत के भीष्म पितामह के अंतिम समय की है, जो जीवन और मृत्यु के बीच उनके अद्भुत दृष्टिकोण को दर्शाती है। महाभारत के युद्ध के दौरान भीष्म पितामह जख्मी हो गए। वे अर्जुन को बुलाकर बाणों की शैय्या बनाने की बात करते हैं। वे जानते थे कि उनका शरीर दुःखी है, लेकिन उनकी चैतन्य आत्मा में कोई दुःख नहीं था। वे श्री कृष्ण का ध्यान करने लगे। इसी बीच श्री कृष्ण ध्यान मग्न थे और उन्हें यह महसूस हुआ कि…
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asharamjigurukul · 3 hours ago
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भीष्म पंचक
"भीष्म पितामह की कथा कर्म, धर्म और भक्ति का अद्भुत संदेश देती है। उनके उपदेश बताते हैं कि जीवन की कठिनाइयाँ हमारे कर्मफल का हिस्सा हैं। 'भीष्म-पंचक' व्रत इन मूल्यों को समर्पित है। आइए, इस प्रेरणा से जीवन में सकारात्मकता और भक्ति अपनाएँ। 🙏✨ #धर्म #कर्म"
यह कथा महाभारत के भीष्म पितामह के अंतिम समय की है, जो जीवन और मृत्यु के बीच उनके अद्भुत दृष्टिकोण को दर्शाती है। महाभारत के युद्ध के दौरान भीष्म पितामह जख्मी हो गए। वे अर्जुन को बुलाकर बाणों की शैय्या बनाने की बात करते हैं। वे जानते थे कि उनका शरीर दुःखी है, लेकिन उनकी चैतन्य आत्मा में कोई दुःख नहीं था। वे श्री कृष्ण का ध्यान करने लगे। इसी बीच श्री कृष्ण ध्यान मग्न थे और उन्हें यह महसूस हुआ कि…
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