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Today's Horoscope -
मेष दैनिक राशिफल (Aries Daily Horoscope)
आज का दिन सामाजिक क्षेत्रों में कार्यरत लोगों के लिए अच्छा रहने वाला है। आपको अपनी मेहनत का पूरा फल मिलेगा। नव विवाहित जातकों के जीवन में किसी नए मेहमान की दस्तक हो सकती है और किसी भी लाभ के सौदे को आप हाथ से ना जाने दें, नहीं तो समस्या होगी। आपकी आय बढ़ने से आपको खुशी होगी और संतान पक्ष की ओर से आपको कोई बड़ी खुशखबरी मिल सकती है, जिसकी आप लंबे समय से प्रतीक्षा कर रहे थे। आपको कार्यक्षेत्र में विरोधियों के षड्यंत्रों में आने से बचना होग���।
वृष दैनिक राशिफल (Taurus Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए अनुकूल परिणाम लेकर रहेगा। आप कहीं बाहर घूमने जाने की प्लानिंग कर सकते हैं। यदि आप किसी यात्रा पर जा रहे थे, तो आपको उसे प्लान को कुछ समय के लिए स्थगित करना पड़ सकता है, जो लोग नौकरी की तलाश में इधर-उधर भटक रहे हैं, उन्हें अभी कुछ समय और परेशान होना होगा, उसके बाद ही कोई राहत मिलती दिख रही है। वैवाहिक जीवन में चल रही समस्याओं के कारण आपका मन भटका भटक सकता है। पिताजी की सेहत के प्रति सचेत रहे, नहीं तो उन्हें कोई आंखों से संबंधित समस्या हो सकती है।
मिथुन दैनिक राशिफल (Gemini Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए बाकी दिनों की तुलना में बेहतर रहने वाला है। आपको वाहन चलाते समय सावधानी बरतनी होगी, नहीं तो किसी दुर्घटना के होने का भय सता रहा है। आप कुछ नया काम करने की प्लानिंग करेंगे, लेकिन उसमें आपको जीवनसाथी की सलाह से आगे बढ़ाना बेहतर रहेगा। यदि आपने किसी से कोई वादा या वचन भरा है, तो आपको उसे समय रहते पूरा करना होगा। छोटे बच्चे आपसे किसी चीज की फरमाइश कर सकते हैं, जिसे आप पूरी अवश्य करेंगे। विद्यार्थियों को अपने पढ़ाई लिखाई में आ रही समस्याओं के लिए अपने सीनियर से मदद लेनी पड़ सकती है।
कर्क दैनिक राशिफल (Cancer Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए उत्तम संपत्ति के संकेत दे रहा है। आपका किसी नए मकान, वाहन, दुकान अधिक को खरीदने का सपना पूरा होगा, लेकिन उसमें परिवार का ही कोई सदस्य आपके लिए विरोध उत्पन्न कर सकता है। दांपत्य जीवन जी रहे लोगों के लिए दिन खुशनुमा रहेगा, क्योंकि आप अपने साथी के रंग में रंग में नजर आएंगे और दोनों एक दूसरे की परवाह करेंगे। आप अपने व्यवहार में यदि किसी बात को लेकर बदलाव लेकर आए, तो आप पहले जैसे हो जाए, नहीं तो लोगों को आपका रवैया समझ नहीं आएगा। किसी कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले में आपको सावधान रहना होगा।
सिंह दैनिक राशिफल (Leo Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए प्रसन्नता दिलाने वाला रहेगा। छोटे बच्चे आपसे किसी चीज की फरमाइश कर सकते हैं, जिसे आप पूरी अवश्य करेंगे। आपको आपकी निर्णय लेने की क्षमता का लाभ मिलेगा, लेकिन फिर भी आप कोई निर्णय वरिष्ठ सदस्यों से पूछ कर ही ले, तो बेहतर रहेगा। संतान को आपसे किसी मदद की उम्मीद हो सकती है, जो आप उनके लिए उनकी मदद अवश्य करें। आप अपने साथी के साथ अपनी किसी मनपसंद जगह पर घूमने जा सकते हैं।
कन्या दैनिक राशिफल (Virgo Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए तरक्की दिलाने वाला है। ससुराल पक्ष के किसी व्यक्ति से कोई वाद विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। यदि आपका धन कहीं फंसा हुआ था, तो वह भी आपको प्राप्त हो सकता है। आपको ��ूमने फिरने के दौरान कोई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सकती है, जो छात्र विदेश जाकर शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं, उन्हें आज कोई अच्छा अवसर हाथ लग सकता है, लेकिन आप किसी काम में बिना सोचे समझे ना पड़े, नहीं तो वह आपकी बहुत बड़ी गलती होगी। आपको किसी अपनी पुरानी गलती से सबक लेना होगा, नहीं तो आप बार-बार वही गलती करते रहेंगे।
तुला दैनिक राशिफल (Libra Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए किसी जरूरी काम को लेकर अक्समात यात्रा पर जाने के लिए रहेगा, जो लोग बिजनेस में किसी को साझेदारी बनाने के लिए विचार विमर्श कर रहे हैं, तो उन्हें अभी कुछ समय रुकना बेहतर रहेगा। आपकी कोई डील फाइनल होते-होते रुक सकती है, जो आपको थोड़ा समस्या देगी। संतान पक्ष की ओर से आपको कोई निराशाजनक सूचना सुनने को मिल सकती है। अविवाहित जातकों के जीवन में किसी नए मेहमान की दस्तक हो सकती है। बच्चों का मन आज कुछ नई-नई चीजों को खरीदने का करेगा।
वृश्चिक दैनिक राशिफल (Scorpio Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए महत्वपूर्ण रहने वाला है। आपको घूमने फिरने के दौरान कोई महत्वपूर्ण सूचना प्राप्त हो सकती है। संतान से आपने जितनी उम्मीदें लगाई थी, वह उन पर खरी नहीं उतारेगी, जिससे आपका मन थोड़ा परेशान तो रहेगा। विद्यार्थी अपनी पढ़ाई में व्यस्त रहेंगे। जीवनसाथी के साथ मिलकर आप अपने घर की कुछ वस्तुओं की खरीदारी भी कर सकते हैं और आप किसी बाहरी व्यक्ति को अपने घर में ना लाएं। व्यवसाय में आप किसी बड़े लाभ के चक्कर में कम लाभ के अवसरों को हाथ से जाने ना दें।
धनु दैनिक राशिफल (Sagittarius Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए ऊर्जावान रहने वाला है। आपके अंदर कुछ एक्स्ट्रा एनर्जी रहने के कारण आप प्रत्येक कार्य को करने के लिए तत्पर रहेंगे, लेकिन आप अपनी ऊर्जा को सही कामों में लगाये, तभी आप उसका लाभ उठा सकते हैं। यदि आपका किसी विरोधी से कोई वाद विवाद पनते, तो आप उसमें सावधानी बरतें। लेनदेन से संबंधित मामलों में आपको ढील देने से बचना होगा। आपको अकस्मात लाभ मिलने के पूरे योग बनते दिख रहे हैं। प्रेम जीवन जी रहे लोगों के लिए दिन अच्छा रहेगा। विद्यार्थी अपनी पढ़ाई लिखाई के प्रति सतर्क रहे, तभी वह परीक्षा में अच्छी सफलता हासिल कर सकेंगे।
मकर दैनिक राशिफल (Capricorn Daily Horoscope)
आज का दिन बिजनेस कर रहे लोगों के लिए अच्छा रहने वाला है। आपको एक से अधिक स्त्रोतों से आय प्राप्त होगी और आप अपने बिजनेस में कुछ नई त��नीकों को भी अपना सकते हैं। आप कुछ पुराने कर्जा को भी काफी हद तक उतरने में सफल रहेंगे। ऑफिस में यदि किसी को कोई काम सौपा जाएं, तो उसे समय रहते पूरा करें, नहीं तो अधिकारी आपसे नाराज हो सकते हैं। आप दान पुण्य के कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे, जिससे आपकी छवि और निखरेगी। आपको किसी जरूरी काम के लिए आज अपने भाइयों से बातचीत करनी होगी, तभी वह पूरा हो सकता है।
कुंभ दैनिक राशिफल (Aquarius Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए कोई खुशखबरी लेकर आने वाला है। प्रेम जीवन जी रहे लोग साथी के साथ लॉन्ग ड्राइव पर जा सकते हैं और नौकरी में कार्यरत लोगों को प्रमो��न मिल सकता है या वह किसी नयी नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं। आपको किसी जरूरी काम में दिल देने से बचना होगा, नहीं तो समस्या हो सकती है। आपके कुछ विरोधी आपके कामों में रोड़ा अटकाने की कोशिश करेंगे, जिनसे आपको बचना होगा। विद्यार्थियों को बौद्धिक व मानसिक बोझ से छुटकारा मिलता दिख रहा है। आपका कोई मित्र आपके घर दावत पर आ सकता है।
मीन दैनिक राशिफल (Pisces Daily Horoscope)
मीन राशि के जातकों के लिए आज का दिन उत्तम रूप से फलदायक रहने वाला है। आप किसी मांगलिक कार्यक्रम में सम्मिलित हो सकते हैं, जहां आप अपने परिजनों से बहुत ही तोलमोल कर बोले, नहीं तो समस्या हो सकती है। आप किसी परिवार में चल रही समस्या को बाहरी व्यक्तियों के सामने उजागर न करें, नहीं तो वह उसमें आपको कोई गलत सलाह दे सकते हैं। कार्यक्षेत्र में काम अधिक रहने के कारण आपके ऊपर जिम्मेदारियां अधिक रहेगी, जिनसे आपको घबराना नहीं है उनका डटकर सामना करना होगा। गृहस्थ जीवन जी रहे लोगों के लिए दिन खुशनुमा रहेगा ।
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#कबीर_बड़ा_या_कृष्ण_Part_87
बेई नदी में प्रवेश
”जीवन दस गुरु साहेब से ज्यों का त्यों सहाभार“
गुरु जी प्रत्येक प्रातः बेई नदी में जो कि शहर सुलतानपुर के पास ही बहती है, स्नान करने के लिए जाते थे। एक दिन जब आपने पानी में डुबकी लगाई तो फिर बाहर न आए। कुछ समय ऊपरान्त आप जी के सेवक ने, जो कपड़े पकड़ कर नदी के किनारे बैठा था, घर जाकर जै राम जी को खबर सुनाई कि नानक जी डूब गए हैं तो जै राम जी तैराकों को साथ लेकर नदी पर गए। आप जी को बहुत ढूंढा किन्तु आप नहीं मिले। बहुत देखने के पश्चात् सब लोग अपने घर चले गए।
भाई जैराम जी के घर बहुत चिन्ता और दुःख प्रकट किया जा रहा था कि तीसरे दिन सवेरे ही एक स्नान करने वाले भक्त ने घर आकर बहिन जी को बताया कि आपका भाई नदी के किनारे बैठा है। यह सुनकर भाईआ जैराम जी बेई की तरफ दौड़ पड़े और जब जब पता चलता गया और बहुत से लोग भी वहाँ पहुँच गए। जब इस तरह आपके चारों तरफ लोगों की भीड़ लग गई आप जी चु��चाप अपनी दुकान पहुँच गए। आप जी के साथ स्त्राी और पुरूषों की भीड़ दुकान पर आने लगी। लोगों की भीड़ देख कर गुरु जी ने मोदीखाने का दरवाजा खोल दिया और कहा जिसको जिस चीज की जरूरत है वह उसे ले जाए।
मोदीखाना लुटाने के पश्चात् गुरु जी फकीरी चोला पहन कर शमशानघाट में जा बैठे। मोदीखाना लुटाने और गुरु जी के चले जाने की खबर जब नवाब को लगी तो उसने मुंशी द्वारा मोदीखाने की किताबों का हिसाब जैराम को बुलाकर पड़ताल करवाया। हिसाब देखने के पश्चात् मुंशी ने बताया कि गुरु जी के सात सौ साठ रूपये सरकार की तरफ अधिक हैं। इस बात को सुनकर नवाब बहुत खुश हुआ। उसने गुरु जी को बुलाकर कहा कि उदास न हो। अपना फालतू पैसा और मेरे पास से ले कर मोदीखाने का काम जारी रखें। पर गुरु जी ने कहा अब हमने यह काम नहीं करना हमें कुछ और काम करने का भगवान् की तरफ से आदेश हुआ है। नवाब ने पूछा क्या आदेश हुआ है ? तब गुरु जी ने मूल-मंत्र उच्चारण किया।
1 ओंकार सतिनामु करता पुरखु निरभउ निरवैरू अकाल मूरति अजूनी सब गुरप्रसादि।
नवाब ने पूछा कि यह आदेश आपके भगवान् ने कब दिया ? गुरु जी ने बताया कि जब हम बेई में स्नान करने गए थे तो वहाँ से हम सच्चखण्ड अपने स्वामी के पास चले गए थे वहाँ हमें आदेश हुआ कि नानक जी यह मंत्र आप जपो और बाकियों को जपा कर कलयुग के लोगों को पार लगाओ। इसलिए अब हमें अपने मालिक के इस हुक्म की पालना करनी है।
इस सन्दर्भ को भाई गुरदास जी वार 1 पउड़ी 24 में लिखते हैं
बाबा पैधा सचखण्ड नउनिधि नाम गरीबी पाई।।
अर्थात् बाबा नानक जी सचखण्ड गए। वहाँ आप को नौनिधियों का खजाना नाम और निर्भयता प्राप्त हुई। यहाँ बेई किनारे जहाँ गुरु जी बेई से बाहर निकल कर प्रकट हुए थे, गुरु द्वारा संत घाट अथवा गुरुद्वारा बेर साहिब, बहुत सुन्दर बना हुआ है। इस स्थान पर ही गुरु जी प्रातः स्नान करके कुछ समय के लिए भगवान् की तरफ ध्यान करके बैठते थे।
जीवन दस गुरु साहेब नामक पुस्तक से लेख समाप्त
भाई बाले वाली जन्म साखी में अद्भुत प्रमाण
भाई बाले वाली ‘‘जन्म साखी’’ एक मान्य ग्रन्थ है जो गुरू ग्रन्थ की तरह ही सत्यज्ञान का प्रतीक माना जाता है जिसके ज्ञान को सिक्ख समाज परम सत्य मानता है क्योंकि यह जन्म साखी भाई बाला जी द्वारा आँखों देखा कानों सुना ज्ञान है जो श्री नानक देव साहेब जी ने बोला था तथा बाला जी ने बताया तथा दूसरे गुरू श्री अंगद जी ने लिखा था। जन्म साखी के पृष्ठ 299-300 पर ‘‘साखी कूना पर्वत की चली‘‘ में ‘‘गोष्टि सिद्धां नाल होई‘‘ है। इसमें प्रकरण है कि श्री गुरू नानक जी कूना पर्वत पर गए। उनके साथ भाई बाला जी तथा मर्दाना जी थे। कूना पर्वत की गुफा में कुछ सिद्ध पुरूष नाथ पंथ के रहते थे। उनके साथ ज्ञान गोष्ठी में श्री नानक जी ने प्रश्न के उत्तर में कहा था कि ‘‘ऐकंकार हमारा नाबं अपने गुरू की बलि जाऊँ।‘‘ (मर्दाने ने पूछा कि हे गुरू जी! क्या आपका भी कोई गुरू जी है?) तब नानक जी ने कहा कि हे मर्दाना! मेरा इतना बड़ा गुरू है जो बिना करतार की कृपा के अपनी दृष्टि में नहीं आता।
इससे आगे ‘‘साखी और चली‘‘ मीना पर्वत चले गए। तब मर्दाने ने पूछा कि हे गुरू जी! हम तो आपके साथ ही रहे हैं। आप जी को वह गुरू जी कब मिला था? गुरू नानक जी ने उत्तर दिया कि उस समय तक तुम मेरे पास नहीं आए थे। जब हम मिलने गए थे। तब मर्दाने ने कहा कि जी! कब मिलने गए थे? तब श्री नानक जी ने कहा कि जब सुल्तानपुर में बेई नदी में डुबकी लगाई थी। तब तीन दिन उसी के साथ रहे थे। हे मर्दाना! भाई बाला जानता है। हे मर्दाना! ऐसा गुरू है जिसकी सत्ता संपूर्ण संसार में आश्रय दे रही है। उसको जिन्दा बाबा कहते हैं। हे मर्दाना! जिन्दा उसी को कहते हैं जो काल के आधीन न आवै। अपितु काल उसके आधीन है।
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आध्यात्मिक जानकारी के लिए आप संत रामपाल जी महाराज जी के मंगलमय प्रवचन सुनिए। Sant Rampal Ji Maharaj YOUTUBE चैनल पर प्रतिदिन 7:30-8.30 बजे। संत रामपाल जी महाराज जी इस विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं। आप सभी से विनम्र निवेदन है अविलंब संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लें और अपना जीवन सफल बनाएं।
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
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#कबीर_बड़ा_या_कृष्ण_Part_87
बेई नदी में प्रवेश
”जीवन दस गुरु साहेब से ज्यों का त्यों सहाभार“
गुरु जी प्रत्येक प्रातः बेई नदी में जो कि शहर सुलतानपुर के पास ही बहती है, स्नान करने के लिए जाते थे। एक दिन जब आपने पानी में डुबकी लगाई तो फिर बाहर न आए। कुछ समय ऊपरान्त आप जी के सेवक ने, जो कपड़े पकड़ कर नदी के किनारे बैठा था, घर जाकर जै राम जी को खबर सुनाई कि नानक जी डूब गए हैं तो जै राम जी तैराकों को साथ लेकर नदी पर गए। आप जी को बहुत ढूंढा किन्तु आप नहीं मिले। बहुत देखने के पश्चात् सब लोग अपने घर चले गए।
भाई जैराम जी के घर बहुत चिन्ता और दुःख प्रकट किया जा रहा था कि तीसरे दिन सवेरे ही एक स्नान करने वाले भक्त ने घर आकर बहिन जी को बताया कि आपका भाई नदी के किनारे बैठा है। यह सुनकर भाईआ जैराम जी बेई की तरफ दौड़ पड़े और जब जब पता चलता गया और बहुत से लोग भी वहाँ पहुँच गए। जब इस तरह आपके चारों तरफ लोगों की भीड़ लग गई आप जी चुपचाप अपनी दुकान पहुँच गए। आप जी के साथ स्त्राी और पुरूषों की भीड़ दुकान पर आने लगी। लोगों की भीड़ देख कर गुरु जी ने मोदीखाने का दरवाजा खोल दिया और कहा जिसको जिस चीज की जरूरत है वह उसे ले जाए।
मोदीखाना लुटाने के पश्चात् गुरु जी फकीरी चोला पहन कर शमशानघाट में जा बैठे। मोदीखाना लुटाने और गुरु जी के चले जाने की खबर जब नवाब को लगी तो उसने मुंशी द्वारा मोदीखाने की किताबों का हिसाब जैराम को बुलाकर पड़ताल करवाया। हिसाब देखने के पश्चात् मुंशी ने बताया कि गुरु जी के सात सौ साठ रूपये सरकार की तरफ अधिक हैं। इस बात को सुनकर नवाब बहुत खुश हुआ। उसने गुरु जी को बुलाकर कहा कि उदास न हो। अपना फालतू पैसा और मेरे पास से ले कर मोदीखाने का काम जारी रखें। पर गुरु जी ने कहा अब हमने यह काम नहीं करना हमें कुछ और काम करने का भगवान् की तरफ से आदेश हुआ है। नवाब ने पूछा क्या आदेश हुआ है ? तब गुरु जी ने मूल-मंत्र उच्चारण किया।
1 ओंकार सतिनामु करता पुरखु निरभउ निरवैरू अकाल मूरति अजूनी सब गुरप्रसादि।
नवाब ने पूछा कि यह आदेश आपके भगवान् ने कब दिया ? गुरु जी ने बताया कि जब हम बेई में स्नान करने गए थे तो वहाँ से हम सच्चखण्ड अपने स्वामी के पास चले गए थे वहाँ हमें आदेश हुआ कि नानक जी यह मंत्र आप जपो और बाकियों को जपा कर कलयुग के लोगों को पार लगाओ। इसलिए अब हमें अपने मालिक के इस हुक्म की पालना करनी है।
इस सन्दर्भ को भाई गुरदास जी वार 1 पउड़ी 24 में लिखते हैं
बाबा पैधा सचखण्ड नउनिधि नाम गरीबी पाई।।
अर्थात् बाबा नानक जी सचखण्ड गए। वहाँ आप को नौनिधियों का खजाना नाम और निर्भयता प्राप्त हुई। यहाँ बेई किनारे जहाँ गुरु जी बेई से बाहर निकल कर प्रकट हुए थे, गुरु द्वारा संत घाट अथवा गुरुद्वारा बेर साहिब, बहुत सुन्दर बना हुआ है। इस स्थान पर ही गुरु जी प्रातः स्नान करके कुछ समय के लिए भगवान् की तरफ ध्यान करके बैठते थे।
जीवन दस गुरु साहेब नामक पुस्तक से लेख समाप्त
भाई बाले वाली जन्म साखी में अद्भुत प्रमाण
भाई बाले वाली ‘‘जन्म साखी’’ एक मान्य ग्रन्थ है जो गुरू ग्रन्थ की तरह ही सत्यज्ञान का प्रतीक माना जाता है जिसके ज्ञान को सिक्ख समाज परम सत्य मानता है क्योंकि यह जन्म साखी भाई बाला जी द्वारा आँखों देखा कानों सुना ज्ञान है जो श्री नानक देव साहेब जी ने बोला था तथा बाला जी ने बताया तथा दूसरे गुरू श्री अंगद जी ने लिखा था। जन्म साखी के पृष्ठ 299-300 पर ‘‘साखी कूना पर्वत की चली‘‘ में ‘‘गोष्टि सिद्धां नाल होई‘‘ है। इसमें प्रकरण है कि श्री गुरू नानक जी कूना पर्वत पर गए। उनके साथ भाई बाला जी तथा मर्दाना जी थे। कूना पर्वत की गुफा में कुछ सिद्ध पुरूष नाथ पंथ के रहते थे। उनके साथ ज्ञान गोष्ठी में श्री नानक जी ने प्रश्न के उत्तर में कहा था कि ‘‘ऐकंकार हमारा नाबं अपने गुरू की बलि जाऊँ।‘‘ (मर्दाने ने पूछा कि हे गुरू जी! क्या आपका भी कोई गुरू जी है?) तब नानक जी ने कहा कि हे मर्दाना! मेरा इतना बड़ा गुरू है जो बिना करतार की कृपा के अपनी दृष्टि में नहीं आता।
इससे आगे ‘‘साखी और चली‘‘ मीना पर्वत चले गए। तब मर्दाने ने पूछा कि हे गुरू जी! हम तो आपके साथ ही रहे हैं। आप जी को वह गुरू जी कब मिला था? गुरू नानक जी ने उत्तर दिया कि उस समय तक तुम मेरे पास नहीं आए थे। जब हम मिलने गए थे। तब मर्दाने ने कहा कि जी! कब मिलने गए थे? तब श्री नानक जी ने कहा कि जब सुल्तानपुर में बेई नदी में डुबकी लगाई थी। तब तीन दिन उसी के साथ रहे थे। हे मर्दाना! भाई बाला जानता है। हे मर्दाना! ऐसा गुरू है जिसकी सत्ता संपूर्ण संसार में आश्रय दे रही है। उसको जिन्दा बाबा कहते हैं। हे मर्दाना! जिन्दा उसी को कहते हैं जो काल के आधीन न आवै। अपितु काल उसके आधीन है।
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चोरों का आतंक, सेंधमारी कर जेवर दुकान को किया खाली
चोरों का आतंक, सेंधमारी कर जेवर दुकान को किया खाली
Sheikhpura: जिले में इन दिनों चोरों का आतंक सर चढ़कर बोल रहा है। आये दिन चोरी की कोई न कोई घटना को अंजाम दिया जा रहा है। बीती रात्रि चोरों ने सदर प्रखंड के मेंहुस चौक पर स्थित एक जेवर दुकान को साफ कर दिया। मिली जानकारी के मुताबिक चोर मेंहुस गांव के मंटू सिंह को दुकान में पीछे से सेंधमारी कर अंदर घुस गए और लाखों के जेवरात ले उड़े। इन जेवरातों में आस-पास ल लोगों के गिरवी रखे हुए गहने भी शामिल थे। और…
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नाट्टु काका ने की थी3 रूपए से अपने अभिनय करियर की शुरुआत, करोड़ो की सम्पति छोड़ गए पीछे!
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नाट्टु काका ने की थी3 रूपए से अपने अभिनय करियर की शुरुआत, करोड़ो की सम्पति छोड़ गए पीछे!
दोस्तों टीवी जगत के पॉपुलर शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा कॉमेडी में नट्टू काका का किरदार निभाने वाले घनश्याम नायक बीते कल यानी रविवार को इस दुनिया से चले गए। घनश्याम नायक तारक मेहता का उल्टा चश्मा धारावाहिक में एक सेल्समैन का काम करते हैं। जिस दुकान का मालिक जेठालाल होता है। लेकिन क्या आपको पता है कि घनश्याम नायक कितनी संपत्ति के मालिक थे। आज हम आपको बताएंगे कि घनश्याम नायक जाते जाते कितनी संपत्ति छोड़कर गए हैं।
बता दें कि घनश्याम नायक यानी नट्टू काका लगभग 350 से ज्यादा टीवी धारावाहिक में काम कर चुके थे। सिर्फ टीवी धारावाहिक ही नहीं बल्कि उन्होंने लगभग 250 हिंदी फिल्मों के साथ ही साथ गुजराती फिल्मों में भी काम किया था। अगर घनश्याम नायक की बॉलीवुड फिल्मों की बात करें तो इसमें बरसात, चाइना गेट, हम दिल दे चुके सनम, तेरा जादू चल गया, ल ज्जा, तेरे नाम, चोरी चोरी और खाकी जैसी कई फिल्में शामिल हैं। बॉलीवुड फिल्मों के साथ ही साथ घनश्याम नायक लगभग 100 से अधिक गुजराती नाटकों में अभिनय कर चुके थे।
नट्टू काका के अगर शुरुआती कैरियर की बात करें तो उन्हें पहली बार अभिनय करने के लिए मात्र 3 रुपए मिले थे। आपको बता दें कि नट्टू काका जब छोटे थे। तभी से उन्हें अभिनय करन�� पसंद था। बचपन से ही नट्टू काका नाटकों में काम किया करते थे। नट्टू काका को उनके गांव के लोग रामलीला में अभिनय करने के लिए बुला कर ले जाते थे। नट्टू काका ने गुजराती फिल्मों में काम करने के बाद बॉलीवुड का रुख किया था। बॉलीवुड में उन्हें अच्छे पैसे मिलने लगे थे।
बता दें कि 1960 में नट्टू काका ने एक सीरियल में काम किया था। जिसके लिए उन्हें मात्र 90 रुपए मिले थे। लेकिन आज नट्टू काका यानी घनश्याम नायक करोड़ों रुपए के मालिक हैं। अगर नट्टू काका की संपत्ति की बात करें तो उनके पास अपना घर है तथा खुद का कार है। कार चलाने के लिए उन्होंने एक अलग से ड्राइवर रखा हुआ है। मीडिया द्वारा मिली खबरों के अनुसार नट्टू काका जाते-जाते 77 करोड़ रुपए की संपत्ति छो ड़ कर गए हैं।
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खड़ी गाड़ी को बच्ची ने किया स्टार्ट दुकान में घुसी गिरा खौलता तेल
खड़ी गाड़ी को बच्ची ने किया स्टार्ट दुकान में घुसी गिरा खौलता तेल
खड़ी गाड़ी को बच्ची ने किया स्टार्ट, दुकान में घुसी, गिरा खौलता तेल
एक पिता ने मिठाई लेने के लिए एक्टिवा गाड़ी को दुकान के सामने रोका. अभी वह एक्टिवा से उतर भी नहीं पाया था कि आगे बैठी उसकी पांच साल की बेटी ने गाड़ी में सेल्फ लगा दिया.
तूफान बुलबुल की वजह से 22 की मौत, बांग्लादेश में कमजोर पड़ा तूफान
एक्टिवा सीधे दुकान में घुसी. जलेबी की चाशनी और खौलता गर्म तेल मासूम बच्ची पर गिर गया.…
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"28 मई" की अफ़वाह से उत्पन्न खलबलियाँ (भाग 1)
पहली बार जब मैंने यह अफ़वाह सुनी तो मेरे दिल पर एक अँधेरा छा गया था
मेरी माँ एक श्रद्धालु ईसाई है। जब से मैं चीज़ों को समझने के लायक बड़ी हुई, वह अक्सर मुझे प्रभु यीशु के बारे में कहानियाँ बताया करतीं, और मुझसे कहा करतीं कि प्रभु यीशु ही एक मात्र सच्चा परमेश्वर है। जब मैं 13 साल की हुई, तो मैं अपनी माँ के साथ कलीसिया गई। उस समय मुझे वास्तव में पादरी के उपदेशों को सुनकर अच्छा लगा, और मुझे बहुत विश्वास हुआ। मैं प्रत्येक सहभागिता में सक्रिय रूप से भाग लिया करती थी। लेकिन मैंने धीरे-धीरे पाया कि पादरी द्वारा दिए गए उपदेशों में कोई प्रबोधन नहीं था। वे हमेशा कुछ मतों और बाइबल की जानकारी को, या कुछ धर्मशास्त्रीय सिद्धांतों को, दोहराया करते थे, और जैसे जैसे समय बीतता गया, मुझे उनके उपदेशों को सुनकर कोई आनंद नहीं मिलता था, और न ही मुझे ऐसा लगता कि मुझे जीवन प्रदान किया जा रहा था। इसलिए, मैं अब सहभागिताओं में कम से कम कम जाने लगी।
स्नातक होने के बाद मैं फ्रांस गई, और मैंने मन ही मन सोचा: "विदेशों में कलीसियाओं की स्थिति निश्चित रूप से हमारे मुल्क की कलीसियाओं की तुलना में बेहतर होनी चाहिए।" इसलिए, मैंने तुरंत कलीसिया की तलाश में शुरू कर दी। जब मैं एक चीनी कलीसिया में गई, तो मैंने पाया कि उनके दिए गए उपदेश वस्तुतः वही थे जो हमारी अपनी कलीसियाओं में दिए जाते थे, और उनके पास कहने के लिए कुछ नया नहीं था। कुछ समय बाद, उस कलीसिया ने कुछ अमरिकी पादरियों को उपदेश देने के लिए आमंत्रित किया, लेकिन उन्होंने भी किसी प्रबोधन के साथ बात नहीं की। कलीसिया ��ो फिर से जीवंत बनाने के लिए, पादरियों और पुराने लोगों ने हम विश्वासियों के लिए एक सैर का भी आयोजन किया, ताकि दर्शनीय स्थलों की एक यात्रा और मनोरंजन का उपयोग करके विश्वासियों के उत्साह को जगाया जा सके और उनके बाहरी सामर्थ्य और प्रसिद्धि को मजबूत किया जा सके। जब मैंने देखा कि कलीसिया का हाल ऐसा था, तो मैंने बहुत निराश महसूस किया, और एक बेहतर विकल्प न होने के कारण मैंने इसे छोड़ दिया। इसके बाद, मेरी बड़ी बहन मुझे एक और कलीसिया में ले गई, और मुझे आश्चर्य हुआ कि इस कलीसियाकी स्थिति और भी बदतर थी। सारे विश्वासी प्रसिद्धि और धन के लिए संघर्ष कर रहे थे। कलीसिया के भीतर विवाद और झगड़े उठ खड़े हुए और आखिरकार उन्हें अलग करने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा था। इन दृश्यों को देखने के बाद मैंने फिर कभी भी किसी कलीसिया में जाना नहीं चाहा।
एक दिन, जब मैं अपनी बहन के घर में प्रवेश कर ही रही थी, तो वह मेरे पास दौड़कर आई और बोली: "क्या तुमने सुना? एक पूर्वी बिजली कलीसिया उभर आई है, और वे बहुत ऊंचे उपदेशों का प्रचार कर रहे हैं, जो कलीसियाओं से अच्छी भेड़ों को 'चुराने' पर केंद्रित हैं। मैंने सुना है कि सभी मतों और संप्रदायों की कई अच्छी भेड़ें और उनके चरवाहों ने पूर्���ी बिजली को स्वीकार कर लिया है, और वे सब इस बात को फैला रहे हैं और प्रभु यीशु की वापसी की गवाही दे रहे हैं। मैंने यह भी सुना है कि एक बार यदि तुम पूर्वी बिजली में विश्वास करना शुरू कर देते हो, तो तुम बाहर नहीं निकल सकते हो, कि अगर तुम छोड़ना चाहते हो तो वे तुम्हारी आँखें निकाल लेंगे, तुम्हारी नाक काट देंगे और तुम्हारी संपत्ति को लूट लेंगे।" मेरी बहन ने मुझे बार बार चेतावनी दी और कहा कि मुझे सावधान रहना होगा और पूर्वी बिजली के खिलाफ़ मुझे खुद को सुरक्षित रखना होगा। जब मैं घर वापस लौटी तो मेरे पति ने भी मुझे पूर्वी बिजली के बारे में कुछ नकारात्मक बातें बताईं जो उन्होंने इंटरनेट से जानी थीं। इनमें 28 मई को झाओयुआन, शेडोंग स्थित मैकडॉनल्ड्स में हुआ ह्त्या कांड विशेष था जिसकी सीसीटीवी पर एक रिपोर्ट आई थी। इसके बारे में सुनने के बाद मुझे और भी डर महसूस हुआ, और उस पल के बाद पूर्वी बिजली ने मेरे दिल पर एक निराशा की छाया डाल ली थी।
अफ़वाहों के धोखे में आकर, मैंने मेरी माँ को पूर्वी बिजली में विश्वास करने से रोक दिया
एक शाम, मुझे अचानक घर से अपने ��ाई का फ़ोन आया और उसने मुझे बताया कि हमारी माँ पूर्वी बिजली में विश्वास करती है। मैं इस खबर से चौंक गई: यह सच नहीं हो सकता, क्या यह हो सकता है? माँ पूर्वी बिजली में कैसे विश्वास कर सकती थी? मैंने उन अफ़वाहों के बारे में सोचा जो मैंने सुन रखी थी, और मुझे चिंता हुई कि माँ के साथ कुछ अनर्थ होगा। कई रातों तक मैं करवटें बदलती रही और सो नहीं पाई। मैंने मन ही मन सोचा" "यह ठीक नहीं है! मुझे माँ को रोकना होगा, मैं उन्हें पूर्वी बिजली में विश्वास करने नहीं दे सकती"। लेकिन हर बार जब मैंने अपनी माँ को फ़ोन किया और पूर्वी बिजली के बारे में इन्टरनेट पर रहीं अफवाहों के बारे में बताया, उन्होंने तुरंत ही फोन रख दिया। मेरे पास उन्हें मनाने का कोई तरीक़ा नहीं था। उसके बाद मेरे भाई और मैंने आपस में सलाह की और यह तय किया कि वह हमारी माँ के पीछे लगेगा और उन्हें पूर्वी बिजली में विश्वास करने से रोकेगा। बहरहाल, चाहे वह किसी भी तरीक़े का उपयोग करे, इसका कोई फ़ायदा नहीं हुआ, हमारी माँ अपने विश्वास में बिलकुल नहीं डिगी। चूँकि कोई अन्य विकल्प नहीं था, मेरे भाई-बहनों और मैंने इस पर बात की और हमने फैसला किया कि हम अपनी माँ को एक अंतिम धमकी देंगे: अगर उन्होंने पूर्वी बिजली में विश्वास करना जारी रखा, तो हम उन्हें त्याग देंगे। हमें आश्चर्य हुआ कि वे अपने दृष्टिकोण में दृढ थीं और उन्होंने पूर्वी बिजली में विश्वास करते रहने पर ज़ोर दिया। मार्च 2017 में, मेरी बड़ी बहन ने और मैंने घर जाने और हमारी माँ को फ्रांस ले आने का फैसला किया, हमने सोचा था कि अगर हमने ऐसा किया तो हम उन्हें सर्वशक्तिमान परमेश्वर पर विश्वास करने से रोक सकते थे। लेकिन अप्रत्याशित रूप से, वे आने के लिए तैयार नहीं थीं, हालाँकि हम उनके वीज़ा के लिए आवेदन करने में सफल रहे थे, इसलिए मेरी बहन ने और मैंने, गर्म टिन की छत पर रही बिल्लियों की तरह घबराते हुए, यह पता लगाने की कोशिश की कि हम अपनी माँ को वहाँ से निकालने के लिए क्या कर सकते थे। आखिरकार, हमने एक अंतिम उपाय के बारे में सोचा: हम यह चाल चलेंगे कि अपनी माँ को पूर्वी बिजली में विश्वास का अभ्यास करने के लिए फ्रांस ले आयें। हमें आश्चर्य हुआ कि यह चाल काम कर गई और माँ इसके लिए यकीनन राज़ी हो गई। हालांकि, हमें उनकी एक शर्त से सहमत होना पड़ा। मैंने मन ही मन सोचा: "अगर माँ फ्रांस आ जाती हैं, तो एक तो क्या मैं दस शर्तों को भी मान लूँगा"। बाद में, मैंने पाया कि उनकी शर्त यह थी कि वे आशा करती थीं कि मेरी बहन और मैं परमेश्वर के अंत के दिनों के कार्य पर निगाह करेंगे। हमारी माँ को चालाकी से फ्रांस में ले आने के लिए मेरे पास इस बात से सहमत होने का नाटक करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था, लेकिन मैंने मन ही मन सोचा: "आह! कोई गुंजाईश नहीं है कि मैं इसमें ध्यान दूँ! एक बार हम उन्हें फ्रांस ले आयें, तो हमारे पास उन्हें रोकने के तरीक़े होंगे"। इस तरह माँ हमारे ��ाथ आने के लिए तैयार हो गईं क्य��ंकि उनकी यह धारणा थी कि हम वास्तव में उनके अनुरोध से सहमत थे।
हमारी माँ को फ्रांस में आए एक सप्ताह हो इसके पहले ही उन्होंने हमें बताया कि उन्होंने कलीसिया की एक बहन से संपर्क किया था और उन्होंने रूबरू मिलने के लिए समय भी निर्धारित कर लिया था। मैंने मन ही मन सोचा: ये तो वाकई तेज़ी से काम करते हैं। हम अभी तो आये ही हैं और इन लोगों ने संपर्क भी बना लिया है, अब हमें क्या करना चाहिए? क्या हमें सचमुच माँ को उनसे मिलने देना चाहिए या नहीं? अगर हम उनसे कहते हैं कि वे उनसे नहीं मिल सकती हैं, तो वे इसके लिए सहमत नहीं होंगी; अगर हम उन्हें मिलने देते हैं तो पूर्वी बिजली में विश्वास करने से उन्हें रोकने की हमारी आशा पर पानी फिर जाएगा। मैंने तय किया कि मैं माँ के साथ जाऊँगी, परन्तु मुझे आश्चर्य हुआ कि मेरे पति, मेरी बहन और उसके पति ने मेरा कड़ा विरोध किया। जब हमने तय किया कि माँ उनसे मिलने नहीं जाएँगी, तो उन्होंने गुस्से में कहा: "सीसीपी द्वारा गठित झूठी बातों पर भरोसा करने का तुम्हारा आग्रह क्यों है? सीसीपी क्या है? यह एक नास्तिक राजनीतिक दल है, और जब से यह सत्ता में आई है, यह लगातार धार्मिक विश्वासियों का दमन करते हुए उन्हें अवैध घोषित करती रही है, और इसने ईसाई धर्म को एक बुरे पंथ के रूप में घोषित किया है, पवित्र बाइबल को एक बुरे पंथ का काम कहा है, हर जगह ईसाइयों को अंधाधुंध गिरफ्तार किया और सताया है, जिसके परिणामस्वरूप कई ईसाइयों को जेल में डाला गया है और उन पर उस सीमा तक अत्याचार किया गया है जहाँ वे गंभीर रूप से घायल हुए हैं या मारे भी गए हैं। क्या तुम इन ऐतिहासिक तथ्यों को भूल गए हो? सीसीपी ने हमेशा परमेश्वर का विरोध किया है और यह परमेश्वर की दुश्मन रही है, यह परमेश्वर के वचन और सच्चाई से नफ़रत करती है, यह उन लोगों से नफ़रत करती है जो सच्चे परमेश्वर में विश्वास करते हैं और सही राह पर चलते हैं, और लोगों को परमेश्वर में विश्वास करने से रोकने के लिए अफवाहें शुरू करने, लोगों को बदनाम करने और झूठे आरोप लगाकर उन्हें फँसाने जैसी सभी प्रकार की बुराइयों को करती है। क्या यह हो सकता है कि तुम इसे पहचानने में भी समर्थ नहीं हो? क्या यह हो सकता है कि मैं तुम्हारी माँ होकर अपने पुत्रों और पुत्रियों को आग के कुएँ में धकेल सकती थी? मैं यहाँ फ्रांस में चली आई ताकि तुम सभी सर्वशक्तिमान परमेश्वर में विश्वास कर सको, परमेश्वर के अंत के दिनों के कार्य का अनुसरण कर सको, और परमेश्वर के पूर्ण उद्धार को प्राप्त करने का अवसर प्राप्त करो। एक बार प्रभु यीशु ने भविष्यवाणी की थी कि वह वापस आएगा, और अब प्रभु यीशु लौट आया है, उसने सर्वशक्तिमान परमेश्वर के रूप में देहधारण किया है। सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने लाखों वचनों को व्यक्त किया है, और प्रभु यीशु द्वारा किए गए छुटकारे के कार्य के आधार पर, वह परमेश्वर के घर ��े शुरू करते हुए अंत के दिनों के न्याय के कार्य को कर रहा है, ताकि हम सभी को जो शैतान द्वारा गहराई से भ्रष्ट हो चुके हैं, पूरी तरह शुद्ध कर हमें प्राप्त कर सके और परमेश्वर के राज्य में ला सके। यह एक बेहद दुर्लभ मौका है! सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य और वचन की तलाश किए बिना तुम केवल अफ़वाहों को क्यों सुनते हो? क्या इन सभी वर्षों में प्रभु में हमारा विश्वास प्रभु की वापसी का स्वागत करने के लिए नहीं रहा है? यदि तुम लोग मुझे सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया की इस बहन को मिलने की इजाज़त नहीं देते हो तो मेरे लिए अब एक विमान-टिकट खरीद लो, मैं वापस घर जा रही हूँ!" अपनी माँ को अपने दृष्टिकोण में इतनी दृढ़ देखकर और उनसे समझदारी तथा अंतर्दृष्टि की ये बातें सुनकर, हम सभी अवाक् रह गए थे। बहरहाल, हमने फिर भी समझौता नहीं किया। हम हमारी माँ को उस बहन से मिलने के लिए ले जाने को तैयार नहीं थे। अगले कई दिनों तक, चाहे हमने अपनी माँ को खुश करने की कैसे भी कोशिश की, हम चाहे उन्हें कहीं भी ले गए हों या उनके लिए कुछ भी खरीदा हो, उन्होंने ज़रा-सा भी उत्साह नहीं दिखाया। पूरे दिन वे इतनी उदास रहीं कि वे खाना भी नहीं खाती थी। खाने-पीने के प्रति हमारी माँ की अनिच्छा ने मुझे बहुत असहज बना दिया था। मैंने सोचा कि हमारी माँ ने कैसे हमें प्यार से बड़ा किया था, उन्होंने शायद ही कभी हमारे सामने अपना आपा खोया था। यह पहली बार था जब मैंने अपनी माँ को इतना क्रोधित और आहत देखा था, और इस बात ने मुझे ढीला कर दिया। इसलिए, मैंने अपनी बहनों के साथ बात की और उनसे कहा कि इस बार मैं "ख़तरे" का बहादुरी से सामना करुँगी और उन्हें पूर्वी बिजली के उन विश्वासियों से मिलने के लिए ले जाऊँगी।
तथ्यों की रोशनी में अफ़वाहें ढह गईं, और परमेश्वर की आवाज़ सुनकर मैं उसके सामने लौट गई
दो दिन बाद, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया की दो बहनें शाम को हमारी दुकान में आईं, और जैसे ही उन्होंने हमारी माँ को देखा, वे बहुत उत्साहित हो गईं और जाकर उन्हें गले लगा लिया। ऐसा लगा मानो वे करीबी रिश्तेदार थीं जो कई वर्षों तक एक दूसरे से अलग रहने के बाद अब फिर से मिली थीं। वे दोनों एक दूसरे के प्रति चिन्ताशील और सम्मानपूर्ण थीं। मैं यह देखकर हैरान रह गई, लेकिन दिल को छूने वाले इस दृश्य से द्रवित हुए बिना मैं न रह सकी, और मेरे चेहरे से आँसू बिना रुके टपकने लगे। ऐसा क्यों था? क्यों वे लोग, जिन्हें हम पहले कभी भी नहीं मिले थे, ऐसे लगते हैं मानो वे परस्पर स्नेह से मिलते आत्मीय-जन हों? मैंने यह भी देखा कि वे अपनी बोलचाल और अपने व्यवहार में बहुत शिष्ट थे और दूसर��ं के साथ पेश आने में वे बहुत मैत्रीपूर्ण और अच्छी प्रकृति के थे। वे ज़रा भी वैसे नहीं थे जैसे कि अफ़वाहों में बताये गए थे! लेकिन फिर मैंने मन ही मन सोचा: "ठीक है, यह हो सकता है कि वे इस पल में ऐसे दिखाई दें, लेकिन मैं खुद को उनसे धोखा खाने नहीं दूँगी, मुझे उनका अवलोकन करना जारी रखना चाहिए।" इसके बाद, मैंने सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया के भाइयों और बहनों से संपर्क बनाये रखना शुरू कर दिया।
कई बार उनसे मिलने के बाद मुझे एहसास हुआ कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया के भाई-बहन हमारे साथ सिर्फ सच्चाई के बारे में सहभागिता करना चाहते थे और अपने अनुभव और ज्ञान को साझा करना चाहते थे, उन्होंने हमें किसी भी तरह से धोखा नहीं दिया, और न ही उन्होंने हमें नुकसान पहुँचाया। इसके विपरीत, उन्होंने बहुत धीरज और सहानुभूति के साथ हमें परमेश्वर पर विश्वास करने में होती कुछ परेशानियों और कठिनाइयों को समझने में मदद की। प्रारंभ में उन्होंने सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रभु यीशु के प्रकटन होने की गवाही दी। मैंने इसे अपने दिल में स्वीकार नहीं किया, इसलिए उन्होंने बाइबल का इस्तेमाल कर धैर्यपूर्वक मुझे उन कारणों को समझाया कि धार्मिक दुनिया इतनी उजाड़ क्यों हो गई है। उन्होंने मुझे एक उदाहरण देते हुए कहा: "यह क्यों था कि व्यवस्था के युग के अंत में मंदिर चोरों के अड्डे में बदल गया जहाँ धन का आदान-प्रदान होता था और पशुधन और मुर्गियों को बेचा जाता था? इसका एक कारण यह था कि धार्मिक अगुआ परमेश्वर के नियमों और आदेशों का पालन नहीं करते थे, वे केवल उन नियमों के अनुसार चल रहे थे जिनका मनुष्य परंपरागत पालन कर रहा था, और वे अवैध कर्म कर रहे थे, परमेश्वर का विरोध कर रहे थे और वे परमेश्वर द्वारा नकारे गए थे; इसका एक और कारण यह था कि पवित्र आत्मा का कार्य पहले ही विकसित हो चुका था, परमेश्वर पहले ही देहधारण कर मंदिर के बाहर अनुग्रह के युग का कार्य पूरा कर रहा था। पवित्र आत्मा मंदिर में अब और काम नहीं कर रहा था, मंदिर उजाड़ हो चुका था। इसी तरह, कलीसिया भी आज उजाड़ हो चुकी है क्योंकि पादरी और एल्डर्स परमेश्वर के मार्ग का अनुसरण नहीं कर रहे हैं, वे परमेश्वर के आदेशों के खिलाफ़ जा रहे हैं, वे प्रभु के नए कार्य का अंधाधुंध विरोध कर रहे हैं, परमेश्वर ने बहुत पहले उन्हें अस्वीकार कर दिया है, पवित्र आत्मा उनके बीच कार्य नहीं कर रहा है; साथ ही, यह इसलिए भी है कि परमेश्वर अंत के दिनों में नया कार्य कर रहा है, कि उसने पूरे ब्रह्मांड में आत्मा के सभी कार्यों को वापस ले लिया है और इसे अपने नए कार्य का अनुसरण करने वालों को सौंप दिया है। इन लोगों को पहले ही पवित्र आत्मा का कार्य दुबारा प्राप्त हुआ है और इन्होंने "बारिश" के नगर में प्रवेश किया है। लेकिन जिन लोगों को परमेश्वर का नया कार्य नहीं मिला है, उन्हें उस नगर में छोड़ा जाएगा जहाँ "बारिश" नहीं है और वहाँ वे सूख जाएँगे। इस "बारिश" का तात्पर्य पवित्र आत्मा के कार्य से है, यह परमेश्वर के नए वचन को संदर्भित कर रह�� है। इससे आमोस 4:7 की किताब में जो कहा गया है, वह पूरा हुआ है: 'जब कटनी के तीन महीने रह गए, तब मैं ने तुम्हारे लिये वर्षा न की; मैं ने एक नगर में जल बरसाकर दूसरे में न बरसाया; एक खेत में जल बरसा, और दूसरा खेत जिस में न बरसा, वह सूख गया।'"
उनकी सहभागिता वास्तव में बाइबल के अनुरूप थी, और यह प्रभु के वचन के अनुरूप थी। उन्होंने जो कहा वह बहुत अर्थपूर्ण था, लेकिन चूँकि मैं सीसीपी और धार्मिक दुनिया के पादरियों और एल्डर्स द्वारा प्रसारित अफ़वाहों से गहराई से प्रभावित हो गई थी, इसलिए मैं अब भी उनके खिलाफ़ सावधान रही और मैंने दिल में उनका विरोध किया। किसी कमी को खोज निकालने की मैंने पूरी कोशिश की ताकि मैं इसका उपयोग कर उन्हें अस्वीकार कर सकूँ। मैंने उनसे भले ही ऐसा व्यवहार किया, उन्होंने फिर भी मेरे साथ बहुत धैर्यपूर्वक सहभागिता की, जिससे मुझे परमेश्वर की इच्छा का एहसास हुआ और मैं परमेश्वर के कार्य को जान सकी। बाद में, उन बहनों ने परमेश्वर के कार्य के तीन चरणों की सच्चाई के बारे में भी मेरे साथ सहभागिता की। यह सुनकर मैं हैरान रह गई, लगता है अंत के दिनों के मसीह—सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने मानव जाति को बचाने के लिए परमेश्वर की 6,000 साल की प्रबंधन योजना के सभी रहस्यों को उजागर कर दिया है। व्यवस्था के युग में परमेश्वर का कार्य यह था कि उसने इस्राएलियों के जीवन का नेतृत्व करने के लिए "यहोवा" नाम का इस्तेमाल किया, और मूसा के द्वारा नियम जारी करने के माध्यम से उसने मनुष्य को अपने पापों से अवगत कराया; अनुग्रह के युग में परमेश्वर का कार्य यह था कि छुटकारे के काम को करने के लिए उसने "यीशु" नाम का उपयोग किया, और अंत में वह क्रूस पर मनुष्य के लिए पापबलि के रूप में चढ़ाया गया, अर्थात उसने मानवजाति के पापों को अपने ऊपर लेकर मनुष्य को पापमुक्त कर दिया; राज्य के युग में परमेश्वर का कार्य यह है कि वह मनुष्यों का न्याय करने और अंत के दिनों में मनुष्य को शुद्ध करने के काम को पूरा करने के लिए "सर्वशक्तिमान परमेश्वर" नाम का उपयोग कर रहा है। सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने मनुष्यों का न्याय करने और ���नुष्यों को दंडित करने के लिए वचनों को जारी किया है, और इस प्रकार मनुष्य को अपनी पापी प्रकृति का त्याग कर शुद्ध होने और परमेश्वर के उद्धार को प्राप्त करने की अनुमति दी है, ताकि उसे परमेश्वर के राज्य में लाया जा सके और एक नए स्वर्ग और एक नई पृथ्वी में प्रवेश किया जा सके। परमेश्वर के कार्य के तीन चरण आपस में घनिष्ठता से जुड़े हुए हैं, वे क्रमशः गहरे होते जाते हैं, एक दूसरे के पूरक हैं, उनमें से एक भी अनावश्यक नहीं है, वे एक ही परमेश्वर के कार्य हैं, और यह प्रकाशितवाक्य पुस्तक की भविष्यवाणियों को पूरा करता है जहाँ कहा गया है: "प्रप्रभु परमेश्वर, जो है और जो था और जो आनेवाला है, जो सर्वशक्तिमान है, यह कहता है, मैं ही अल्फ़ा और ��मेगा हूँ" (प्रकाशितवाक्य1:8)। उस पल में मुझे ऐसा लगा कि मेरा दिल जाग रहा था, और मुझे बहुत उत्साहित महसूस हुआ। अब तक मैंने बीस वर्षों से अधिक समय से प्रभु में विश्वास किया था, लेकिन चाहे वह मुख्यभूमि चीन में हो या विदेश में, मैंने पहले कभी किसी पादरी या एल्डर से उपदेश का ऐसा प्रचार नहीं सुना था। जहाँ तक परमेश्वर की योजना और बाइबल की भविष्यवाणियों का प्रश्न है, ये सभी रहस्य हैं, इन्हें कोई भी नहीं जानता है, फिर भी जो लोग पूर्वी बिजली में विश्वास करते हैं, वे इतनी सारी चीज़ों के बारे में बहुत स्पष्ट रूप से बोलते हैं, जैसे मानव जाति के प्रबंधन के लिए परमेश्वर की योजना, और परमेश्वर के कार्य के प्रत्येक युग में हासिल किए जाने वाले कदम, सिद्धांत, विवरण और परिणाम, साथ ही परमेश्वर द्वारा व्यक्त किया गया स्वभाव, और परमेश्वर की मानवजाति से अपेक्षाएँ और उसकी इच्छा, मानो कि ये लोग अपने परिवार के क़ीमती सामानों की गणना कर रहे हों। मुझे अपने दिल में यह पुष्टि महसूस हुई कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर का वचन सत्य के आत्मा की अभिव्यक्ति है, यह वास्तव में परमेश्वर की आवाज़ है। प्रभु यीशु ने एक बार कहा था: "परन्तु जब वह अर्थात् सत्य का आत्मा आएगा, तो तुम्हें सब सत्य का मार्ग बताएगा, क्योंकि वह अपनी ओर से न कहेगा परन्तु जो कुछ सुनेगा वही कहेगा, और आनेवाली बातें तुम्हें बताएगा" (यूहन्ना 16:13)। "ये बातें पूरी हो गई हैं। मैं अल्फा और ओमेगा, आदि और अन्त हूँ" (प्रकाशितवाक्य 21:6)। अब इन भविष्यवाणियों को अंत के दिनों में प्रकट हुए सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य के माध्यम से निष्पादित और पूर्ण किया गया है! सर्वशक्तिमान परमेश्वर प्रभु यीशु की वापसी है, और यह सब वास्तव में एक ही परमेश्वर द्वारा किया गया कार्य है।
बाद में मैंने सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन को भी पढ़ा जहाँ यह कहा गया है: "अंतिम दिनों का मसीह जीवन लेकर आता, और सत्य का स्थायी एवं अनन्त मार्ग प्रदान करता है। इसी सत्य के मार्ग के द्वारा मनुष्य जीवन को प्राप्त करेगा, और एक मात्र इसी मार्ग से मनुष्य परमेश्वर को जानेगा और परमेश्वर का अनुमोदन प्राप्त करेगा। यदि तुम अंतिम दिनों के मसीह के द्वारा प्रदान किए गए जीवन के मार्ग को नहीं खोजते हो, तो तुम कभी भी यीशु के अनुमोदन को प्राप्त नहीं कर पाओगे और कभी भी स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करने के योग्य नहीं बन पाओगे क्योंकि तुम इतिहास के कठपुतली और कैदी दोनों हो। ...परमेश्वर के आये बिना, क्या तुम अपने आप को परमेश्वर के साथ पारिवारिक आनन्द मनाने के लिए स्वर्ग में ले जा सकते हो क्या तुम अभी भी स्वप्न देख रहे हो? मैं तुम्हें सुझाव देता हूं, कि तुम स्वप्न देखना बंद कर दो, और उनकी ओर देखो जो अभी कार्य कर रहे हैं, इन अंतिम दिनों में कौन मनुष्यों को बचाने के लिए कार्य कर रहा है। यदि तुम ऐसा नहीं करते हो, तो तुम कभी भी सत्य को नहीं प्राप्त कर सकते, और कभी भी जीवन प्राप्त नहीं कर सकते हो" ("वचन देह में प्रकट होता है" से "केवल अंतिम दिनों का मसीह ��ी मनुष्य को अनन्त जीवन का मार्ग दे सकता है")। सर्वशक्तिमान परमेश्वर का वचन परमेश्वर के अधिकार और महिमा से भरा हुआ है, और यह परमेश्वर के धार्मिक स्वभाव को प्रकट करता है। मुझे पता है कि अंत के दिनों के सर्वशक्तिमान परमेश्वर का कार्य सत्य को व्यक्त करना और मनुष्य को जीवन प्रदान करना है। जब तक हम अंत के दिनों के मसीह—सर्वशक्तिमान परमेश्वर को स्वीकार करते हैं, और सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्त किए गए वचन को भी स्वीकार करते हैं, तो हम अंततः हमारे पाप के मूल कारण को हल करने में सक्षम होंगे। केवल तभी हम अनंत जीवन के मार्ग को प्राप्त करने में समर्थ होंगे। और जो लोग परमेश्वर के कार्य की गति के साथ निभाने में सक्षम नहीं हैं, जो अंत के दिनों में परमेश्वर के उद्धार को स्वीकार नहीं करते हैं, वे कभी भी स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करने के योग्य नहीं होंगे, और अंत में वे केवल परमेश्वर द्वारा हटाये जा सकते हैं, जिससे वे तबाह और नष्ट हो जाएँगे। परमेश्वर के न्याय के वचनों के सामने, मैंने सोचा कि किस तरह मैं पिछले कुछ वर्षों में प्रभु की वापसी के तथ्य को समझने में इतनी लापरवाह रही थी, और मैं कुछ डरे बिना नहीं रह सकी, और अब मैं इस तथ्य के साथ इस तरह अनादर का व्यवहार करने की हिम्मत न कर सकी। मैंने उन परिस्थितियों के बारे में भी सोचा जब मैं सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया के भाई-बहनों से मिली थी और मैंने देखा था कि वे परमेश्वर के वचनों से जीवन पाते थे: चाहे मैंने कोई भी मुद्दे उठाये हों, वे सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन का उपयोग करते हुए मुझे उत्तर देने में हमेशा बहुत धीरज रखते थे, वे तब तक नहीं रुकते थे जब तक मैं समझ नहीं लेती थी; कभी-कभी बहनें मेरी दुकान में आती थीं, और चूँकि दुकान छोटी थी और उनको बिठाने के लिए पर्याप्त जगह नहीं थी, वे कई घंटों तक खड़ी ही रहती थीं, और वे अपने लिए खुद ही खाना भी लेकर आती थीं; कभी-कभी, मेरे व्यापार पर असर न पड़े इसलिए, वे रात के समय की प्रतीक्षा करती थीं ताकि मैं अपना काम पूरा कर सकूँ और वे सच्चाई के बारे में मुझसे सहभागिता कर सकें, और हमारी सभा के ख़त्म होते और उनके घर लौट पाने तक आधी रात हो जाती थी। एक बार दो बहनें मेरे साथ रात में इतनी देर तक सहभागिता करती रही कि उनके घर लौटने के लिए अब कोई ट्रेन नहीं थी, और उन्होंने बाकी रात मेट्रो स्टेशन पर ही बिताई थी। मैंने इन भाइयों और बहनों को बहुत कठिनाइयों का सामना करते और बहुत सहानुभूति और धीरज रखते हुए देखा, और मैं बाइबल में जो यह कहा गया है उसके बारे में सोचे बिना न रह सकी: "उनके फलों से तुम उन्हें पहचान लोगे। क्या लोग झाड़ियों से अंगूर, या ऊँटकटारों से अंजीर तोड़ते हैं? इसी प्रकार हर एक अच्छा पेड़ अच्छा फल लाता है और निकम्मा पेड़ बुरा फल लाता है। अच्छा पेड़ बुरा फल नहीं ला सकता, और न निकम्मा पेड़ अच्छा फल ला सकता है"(मत्ती 7:16-18)। जब से मैं सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया के भाइयों और बहनों के संपर्क में रहने लगी थी, मैंने देखा कि वे जिस तरह से रहते थे वह काफी प्रशं��नीय था, कि वे उन दो महान आज्ञाओं का पालन करते थे जिनका ��भ्यास करने के लिए प्रभु यीशु ने मनुष्यों से कहा था: "तू परमेश्वर अपने प्रभु से अपने सारे मन और अपने सारे प्राण और अपनी सारी बुद्धि के साथ प्रेम रख। बड़ी और मुख्य आज्ञा तो यही है। और उसी के समान यह दूसरी भी है कि तू अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रख" (मत्ती 22:37-39)। मैं यह कहने की हिम्मत तो नहीं करुँगी कि वे पहले ही प्रभु की अपेक्षाओं तक पहुँच चुके थे, लेकिन मैंने देखा कि वे इन दो आज्ञाओं की वास्तविकता का एक भाग जी रहे थे। और जब इसकी तुलना विभिन्न पंथों और संप्रदायों के भाई-बहन किस तरह जीते थे, उससे की गई तो ये स्वर्ग और पृथ्वी के समान भिन्न थे, वो भाई-बहन ज़रा भी क्षमा और धैर्य से नहीं रहते थे, वे ईर्ष्या और कलह से भरे हुए थे, और वे एक दूसरे के साथ लड़ते तथा संघर्ष करते थे, यहाँ तक कि वे कलीसिया के भीतर ही एक दूसरे से प्रसिद्धि, लाभ और पदवी के लिए लड़ते थे, और जहाँ तक वे किस प्रकार के पेड़ के थे इसका प्रश्न है, यह उस फल को देखकर बताया जा सकता है जो उस पेड़ ने दिए थे। लेकिन जिस तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया के भाई-बहन जीते थे, उससे मुझे अपने दिल में एक पुष्टि मिली कि, उनके रहने का ढंग नकली नहीं था, परमेश्वर के वचनों का पालन करने के बाद यह उनके जीवन की अभिव्यक्ति थी। चूँकि वे मेमने के चरणों का अनुसरण करते थे, चूँकि उनके पास पवित्र आत्मा का कार्य था, और उनके जीवन के रूप में परमेश्वर का वचन था, वे एक ऐसे सच्चे ईसाई की सदृशता को जीने में सक्षम थे जो परमेश्वर के लिए महिमा लाता है और परमेश्वर की गवाही देता है। इस समय, परमेश्वर के वचन के नेतृत्व में और इन तथ्यों के शक्तिशाली जवाबी हमलों के तहत, पूर्वी बिजली के बारे में ये अफ़वाहें धीरे-धीरे मेरे दिल में ढह पड़ीं।
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Today's Horoscope -
मेष दैनिक राशिफल (Aries Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए बाकी दिनों की तुलना में अच्छा रहने वाला है। आप किसी नए काम की शुरुआत कर सकते हैं, जिसके लिए आप लंबे समय से प्रयास कर रहे थे। यदि कोई शारीरिक समस्या लंबे समय से घेरे हुए थी, तो कष्टों में कमी होगी। आप अपने बढ़ते खर्चों को कम करने की कोशिश करें, नहीं तो समस्या हो सकती है। किसी को धन उधार देने से पहले पूरी जांच पड़ताल करें, नहीं तो आपके उस धन के वापस आने की संभावना बहुत कम है। आप अपने खान-पान पर नियंत्रण बनाए रखें।
वृष दैनिक राशिफल (Taurus Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए धन संबंधित मामलों में अच्छा रहने वाला है। राजनीतिक क्षेत्रों में कार्यरत लोगों के जन समर्थन में इजाफा होगा और उनके द्वारा किए गए कार्यों की सारहना होगी। बच्चों के लिए आप कोई उपहार लेकर आ सकते हैं, जिससे छोटे बच्चे मौज मस्ती करते नजर आएंगे। परिवार में यदि किसी कलह को लेकर आपका मन परेशान चल रहा था, तो आज वह वरिष्ठ सदस्यों की मदद से दूर होता दिखाई दे रहा है। आपकी वाणी की सौम्यता आपको मान सम्मान ��िलवाएगी। पिताजी से आपको किसी किए हुए वादे को पूरा करना होगा।
मिथुन दैनिक राशिफल (Gemini Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए स्वास्थ्य के लिहाज से कमजोर रहने वाला है। घूमने फिरने के दौरान आपको कोई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सकती है। यदि आप किसी बात को लेकर सोच विचार कर रहे थे, उसमें ढील ना दें। कार्यक्षेत्र में किसी की बातों में ना आए, नहीं तो वह आपका फायदा उठाने की कोशिश करेंगे और जल्दबाजी में किए गए काम से आपको नुकसान हो सकता है। आपका कोई मित्र आपसे लंबे समय बाद मेल मुलाकात करने आ सकता है।
कर्क दैनिक राशिफल (Cancer Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए उतार-चढ़ाव भरा रहेगा। यदि आप किसी भूमि, मकान दुकान आदि की खरीदारी की प्लानिंग कर रहे थे, तो उसमें आपको सफलता अवश्य मिलेगी, लेकिन काम में निवेश आप बहुत ही सोच विचार कर करें और बिजनेस में यदि आपने किसी को पार्टनरशिप में रखा था, तो वह आपको धोखा दे सकता है। बिजनेस में बहुत बड़ा दावेदार बन सकता है, इसलिए आपको उनकी चाल को समझना होगा। प्रेम जीवन जी रहे लोग अपने साथियों को परिवार के सदस्यों से मिलवा सकते हैं।
सिंह दैनिक राशिफल (Leo Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए किसी वाद विवाद में जीत दिलाने वाला रहेगा। यदि आप किसी समस्या को लेकर परेशान चल रहे हैं, तो उसमें आप अपने वरिष्ठ सदस्यों से बातचीत कर सकते हैं। कोई काम आप बहुत ही सूझ बूझ दिखाकर करेंगे, तो आपके लिए अच्छा रहेगा, लेकिन संतान को यदि कोई जिम्मेदारी देंगे, तो वह उसे समय रहते पूरी करेंगे, जिससे आपको खुशी होगी। आपको किसी विरोधी की चाल को समझना होगा, नहीं तो वह आपके खिलाफ कोई षड्यंत्र रच सकते हैं।
कन्या दैनिक राशिफल (Virgo Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए मान सम्मान में वृद्धि लेकर आने वाला है। आपके अंदर मेल जोल की भावना बढ़ेंगी और राजनीतिक क्षेत्रों में कार्यरत लोगों को उनके कामों से जाना जाएगा। उनकी छवि और निखरकर आएगी। व्यवसाय में आपको कोई बहुत बड़ी आर्थिक मदद मिल सकती है और आपके अंदर प्रेम व स्नेह का भाव बना रहेगा। निर्णय लेने की क्षमता का आपको पूरा लाभ मिलेगा। किसी पैतृक संपत्ति संबंधित मामले में आपको अपनी बात लोगों के सामने रखनी होगी।
तुला दैनिक राशिफल (Libra Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए समस्याओं से भरा रहने वाला है। आप अपने बिजनेस में चल रही समस्याओं को लेकर परेशान रहेंगे और अपने किसी मित्र से आपको अपने मन की बात को कहने का मौका मिलेगा। प्रेम जीवन जी रहे लोगों में आज किसी तीसरे व्यक्ति के कारण मन मुटाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। संतान की तरक्की के मार्ग में यदि कुछ बाधा आ रही थी, तो वह दूर होंगी। विद्यार्थियों को पढ़ाई लिखाई पर पूरा फोकस बनाए रखना होगा, तो उन्हे परीक्षा में जीत हा���िल होती दिख रही है।
वृश्चिक दैनिक राशिफल (Scorpio Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए बिजनेस के लिहाज से कुछ कमजोर रहने वाला है, इसलिए आप किसी को बिना सोचे समझें ना बोले। आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर रहेगी, लेकिन परिवार में किसी सदस्य के करियर को लेकर कोई निर्णय ना लें, नहीं तो उसमें बड़े सदस्यों से बातचीत अवश्य करें, तभी आगे बढें, नहीं तो आपको परिवार के किसी सदस्य से खरी खोटी सुनने को मिल सकती है। व्यापार में आपको रुका हुआ धन मिलने की संभावना है।
धनु दैनिक राशिफल (Sagittarius Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए किसी बड़े काम को करने के लिए रहेगा। आपके अंदर समन्वय की भावना बनी रहेगी। व्यवसाय में यदि कोई निवेश करने के लिए मन बना रहे थे, तो उसके लिए आपको कुछ पुरानी योजनाओं से अच्छा लाभ मिलेगा। आपका कोई लेनदेन से संबंधित मामला यदि आपको लंबे समय से परेशान कर रहा था, तो उससे भी आपको जीत मिलेगी, लेकिन स्वास्थ्य में चल रही समस्याओं को आपको नजरंदाज नहीं करना है, नहीं तो बाद में आपको उससे समस्या होगी।
मकर दैनिक राशिफल (Capricorn Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए खुशनुमा रहने वाला है। यदि आपने किसी पर भरोसा किया, तो वह आपके उस भरोसे को तोड़ सकता है। आप अपने मित्रों के साथ किसी मनोरंजन के कार्यक्रम में सम्मिलित हो सकते हैं और किसी वाहन की खरीदारी करने के लिए यदि आप लंबे समय से विचार कर रहे थे, आपकी वह इच्छा पूरी हो सकती है। यदि आपने किसी प्रतियोगिता में भाग लिया था, तो आज उसके परिणाम आ सकते हैं। आपको परिवार के किसी सदस्य की मदद के लिए आगे आना होगा। परिवार में किसी मंगल कार्यक्रम के होने से परिजनों का आना-जाना लगा रहेगा।
कुंभ दैनिक राशिफल (Aquarius Daily Horoscope)
आज का दिन सामाजिक क्षेत्रों में कार्यरत लोगों के लिए अच्छा रहने वाला है। शेयर मार्केट में निवेश करने वाले लोग दिल खोलकर निवेश कर सकते हैं, क्योंकि उन्हें आज पुराने निवेश से भी अच्छा लाभ मिलेगा। आपके सोच समझे सभी कार्य पूरी होंगे। नौकरी में कार्यरत लोगों को बड़े पद की प्राप्ति हो सकती है। व्यवसाय कर रहे लोग यदि कार्यक्षेत्र में कोई परिवर्तन करने का मन बना रहे थे, तो उनकी वह इच्छा आज पूरी हो सकती हैं। आपको अपने मन में चल रहे आइडिया को किसी के सामने शेयर नहीं करना है, नहीं तो वह उसका लाभ उठाने की कोशिश करेंगे।
मीन दैनिक राशिफल (Pisces Daily Horoscope)
मीन राशि के जातकों के लिए आज का दिन उत्तम संपत्ति के संकेत दे रहा है। आपको कुछ नए संपर्कों से लाभ मिलेगा और व्यवसाय में आपको कोई बड़ी डील को लेकर समझौता करना पड़ सकता है, जिससे आप प्रसन्न रहेंगे। आपका कोई पुराना मित्र आपके घर दावत पर आ सकता है। विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई लिखाई में आ रही समस्याओं के लिए अपने गुरुजनों से बातचीत करनी होगी। आपकी तरक्की के मार्ग में यदि कुछ बाधा आ रही थी, तो वह आज दूर होगी ।
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आखिर किस वजह से फूट-फूटकर रोईं स्मृति ईरानी, आपकी भी आंख हो जाएगी नम
सीरियल ‘सास भी कभी बहू थी’ फेम और केंद्रीय मंत्री और एक्ट्रेस रही स्मृति ईरानी ने हर क्षेत्र में खुद को साबित किया है। स्मृति आए दिन चर्चा में बनी रहती हैं। इनदिनों उनका एक वीडिया सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस ��ीडियो में वह रोती नजर आ रही हैं। यही नहीं वह वीडियो में किसी घर की बात भी करती दिख रही हैं। बता दें कि ये वही घर है जहां करीब 35 साल पहले स्मृति अपने माता-पिता के साथ रहा करती थीं। अपने पुराने घर का वीडियो खुद स्मृति ने सोशल मीडिया पर साझा किया है।
HOME pic.twitter.com/C90qW4TO3F
— Smriti Z Irani (@smritiirani) September 14, 2018
घर की जगह अब कुछ ही बन गया: स्मृति अपने माता-पिता के साथ 35 साल पहले गुरुग्राम में रहती थीं। अपने इस घर का वीडियो स्मृति ने साझा किया है। इस वीडियो में वह उस समय इमोशनल हो गईं, जब वे उन गलियों में होते हुए अपने घर पहुंची और वहां उन्हें सब कुछ बदला हुआ मिला। उन्हें सब कुछ याद था कि घर के किस कोने में किचन था। किस तरह वह छज्जे से झांककर अपनी मां को आते हुए देखती थीं। सब कुछ याद कर वह फूट-फूटकर रोईं। उन्होंने सोचा था कि वहां घर होगा, लेकिन वहां सिर्फ उनके घर की यादें बची थीं।
दुकानदार से मांगी अपनी डॉल: घर पहुंचने के साथ ही स्मृति अपने सभी पड़ोसियों से भी मिलीं। वीडियो में वह अपनी कई पुराने बाते शेयर करती नजर आ रही हैं। उन्होंने बताया कि पहले उन्हें अपना घर इतना बड़ा लगता था कि उन्हें झाड़ू पोंछा करने में भी मुश्किल महसूस होती थी। वहीं एक बार स्टोर रूम में आग लगाने तक की बात भी उन्होंने शेयर की। साथ ही वह उस दुकान पर गईं जहां पर हमेशा ही एक डॉल रखी रहती थी। उस डॉल की कीमत 130 रुपए थी। स्मृति ने कहा कि उस वक्त डॉल को खरीदने के लिए उनके पास इतने पैसे नहीं होते थे, लेकिन आज है। स्मृति ने दुकानदार से मजाक में कहा, ‘आज मेरे पास पैसे हैं, मुझे मेरी डॉल दो।’
बता दें कि स्मृति के घर का ये वीडियो एकता कपूर की नई वेब सीरीज ‘होम’ के प्रमोशन का हिस्सा है। इस शो के अंतर्गत सेलेब्रिटी अपने पुराने घर से जुड़ीं यादें शेयर कर रहे हैं। ये शो आल्ट बालाजी डिजिटल एप पर 21 सितंबर से रिलीज होगा।
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सलमान खान ने कपिल शर्मा पर लगाया नेपोटिस्म का आरोप, कहा 'तुम सब मेरे पैसे...'
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सलमान खान ने कपिल शर्मा पर लगाया नेपोटिस्म का आरोप, कहा 'तुम सब मेरे पैसे...'
सलमान खान की फिल्म भारत ईद पर रिली�� होने वाली है. सलमान इन दिनों अपनी फिल्म के प्रमोशन में बिजी है. इसी के लिए सलमान हाल ही में कपिल शर्मा के ��ॉमेडी शो में पहुंचे. आपको बता दें कपिल के इस शो के प्रोडूसर सलमान खान ही है. इस दौरान कैटरिना कैफ भी सलमान खान के साथ थी.
कपिल ने भी इस बात को पूरी तरह कॉमेडी के लिए भुनाया. सलमान की जैसे ही शो में एंट्री हुई कपिल ने ���ंसते हुए कहा, भाई आपने दुकान खोलकर दी थी, ठीक-ठाक तो चल रही है. सलमान ने कहा, हम आपके शुक्रगुजार हैं कि आपने सब संभाला हुआ है.
लेकिन सलमान ने इसी दौरान कपिल पर नेपोतिस्म का भी इल्जाम लगा दिया. दरअसल, कपिल के शो में जैसे ही चंदू की एंट्री हुई. कपिल ने अपने सवाल शुरू कर दिए. चंदू ने सलमान खान से इस बात की शिकायत लगाई कि कपिल की वैनिटी वैन में फ्रूट्स रखे जाते हैं और मुझे कुछ नहीं दिया जाता.
सलमान खान ने हंसते हुए कहा- ”अच्छा तुम्हें वैनिटी वैन भी मिली हुई है. करो सब मेरे पैसों की बर्बादी.” कपिल शर्मा ने कहा- ”सलमान भाई ये चंदू मेरे बचपन का दोस्त है इस वजह से शो में रखा है. ये सुनते हुए सलमान खान ने कहा, अच्छा तो मेरे ही शो में नेपोटिज्म फैला रखा है. मेरे ही नाम पर सब हो रहा है. ये सुनते हुए कपिल शर्मा और चंदू की बोलती बंद हो गई. चंदू की अदाकारी से इम्प्रेस सलमान ने आखिर में कहा, आप बहुत अच्छा काम कर रहे हैं.
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