#सिद्धि बड़ी या भगवान12days left kabir prakat diwas
Explore tagged Tumblr posts
satsahib734 · 7 months ago
Text
Tumblr media
🔹 गोरख नाथ ने कबीर साहेब से कहा कि मेरी एक शक्ति और देखो। यह कह कर गंगा की ओर चल पड़ा। सर्व दर्शकों की भीड़ भी साथ ही चली। लगभग 500 फुट पर गंगा नदी थी। उसमें जा कर छलांग लगाते हुए कहा कि मुझे ढूंढ दो। फिर मैं (गोरखनाथ) आप का शिष्य बन जाऊँगा। गोरखनाथ मछली बन गए। साहेब कबीर ने उसी मछली को पानी से बाहर निकाल कर सबके सामने गोरखनाथ बना दिया। तब गोरखनाथ जी ने साहेब कबीर को पूर्ण परमात्मा स्वीकार किया और शिष्य बने।
1 note · View note
satsahib734 · 7 months ago
Text
Tumblr media
🔹साहेब कबीर जी गोरख नाथ जी को बताते हैं कि
धरती नहीं जद की टोपी दीना, ब्रह्मा नहीं जद का टीका।
शिव शंकर से योगी, न थे जद का झोली शिका।।
साहेब कबीर ने ही सतलोक सृष्टि शब्द से रची तथा फिर काल की सृष्टि भी सतपुरुष ने रची। जब मैं अकेला रहता था जब धरती भी नहीं थी तब से मेरी टोपी जानो। ब्रह्मा जो गोरखनाथ तथा उनके गुरु मच्छन्दर नाथ आदि सर्व प्राणियों के शरीर बनाने वाला पैदा भी नहीं हुआ था। तब से मैंने टीका लगा रखा है अर्थात् मैं (कबीर) तब से सतपुरुष
1 note · View note
satsahib734 · 7 months ago
Text
Tumblr media
🔹परमात्मा के सामने गोरखनाथ की सिद्धि हुई फेल।
एक बार गोरखनाथ जी जमीन में गड़े लगभग 7 फुट ऊँचें त्रिशूल के ऊपर सिद्धि से बैठ गए और कबीर परमात्मा से कहा कि यदि आप इतने महान हो तो मेरे बराबर में ऊँचा उठ कर बातें करो।
साहेब कबीर ने अपनी पूर्ण सिद्धि का प्रदर्शन किया।
जेब से धागे की रील निकाली और एक सिरा आकाश में फैंक दिया। वह धागा सीधा खड़ा हो गया। साहेब कबीर आकाश में उड़े तथा लगभग 150 फुट धागे के ऊपर बैठ गए और कहा कि आओ नाथ जी! बराबर में बैठकर चर्
1 note · View note
satsahib734 · 7 months ago
Text
Tumblr media
🔹एक समय गोरख नाथ (सिद्ध महात्मा) काशी में स्वामी रामानन्द जी से शास्त्रार्थ करने के लिए आए। उसी समय बालक रूप कबीर जी ने कहा:- नाथ जी पहले मेरे से चर्चा करें।
गोरख नाथ जी ने कहा तू बालक कबीर जी कब से योगी बन गया। तेरी क्या आयु है? और कब वैरागी बन गए?
कबके भए वैरागी कबीर जी, कबसे भए वैरागी।
नाथ जी जब से भए वैरागी मेरी, आदि अंत सुधि लागी।।
गुरु के वचन साधु की संगत, अजर अमर घर पाया।
कहैं कबीर सुनो हो गोरख, मैं सब को तत्व लखाया।
1 note · View note