#विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता
Explore tagged Tumblr posts
Text
Jharkhand vhp - झारखंड में विश्व हिंदू परिषद ने बोला झारखंड सरकार पर हमला, राष्ट्रीय प्रवक्ता ने जमशेदपुर के स्कूल में हिंदू छात्रा को मांस खिलाने समेत कई मुद्दे को लेकर सरकार को घेरा
रांची : झारखंड में धर्मांतरण, जिहाद, गौतस्करी एवं घुसपैठ के कारण आंतरिक सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह लग रहे हैं यह बात विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने रांची में एक प्रेस वार्ता में कही. उन्होंने कहा कि झारखंड के विधानसभा में नमाज पढ़ने की कमरा खोली जाती है। गौतस्करों के लिए सरकार की ओर से वक्तव्य प्रस्तुत की जाती है कि गौतस्करों को पुलिस कार्रवाई नहीं करेगी, जबकि सर्वविदित है कि…
View On WordPress
0 notes
Text
नूपुर शर्मा के बयान के बाद देश में धरना प्रदर्शन जारी, सुपौल में विश्व हिंदू परिषद कार्यकर्ताओं डीएम को सौंपा ज्ञापन
नूपुर शर्मा के बयान के बाद देश में धरना प्रदर्शन जारी, सुपौल में विश्व हिंदू परिषद कार्यकर्ताओं डीएम को सौंपा ज्ञापन
Bihar: भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता रही नूपुर शर्मा के बयान के बाद देश भर में उनके विरोध में धरना प्रदर्शन जारी है विश्व हिंदू परिषद कार्यकर्ताओं ने सुपौल में बिजली विभाग कार्यालय के पास धरना प्रदर्शन किया और इसके बाद अपनी मांगों का ज्ञापन डीएम को सौंपा। वीएचपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि सरकार देश में इस तरह के बवाल करने वालों को चिन्हित कर उनके ऊपर रासुका के तहत कार्रवाई करें साथ ही जिन…
View On WordPress
#Bihar#Patna news#नई सुबह न्यूज़#bihar Corona news#Bihar crime news#Bihar headlines#Bihar news#breking news#daily news#naye subah news#NS NEWS#कार्यकर्ताओं#के#को#जारी#ज्ञापन#डीएम#देश#धरना#धरना-प्रदर्शन#नूपुर#नूपुर शर्मा#नूपुर शर्मा के बयान के बाद देश में धरना प्रदर्शन जारी#परिषद#प्रदर्शन#बयान#बाद#बिजली विभाग कार्यालय#में#विश्व
0 notes
Text
विवेकानंद की पुण्यतिथि पर विहिप ने किया रक्तदान शिविर का आयोजन Divya Sandesh
#Divyasandesh
विवेकानंद की पुण्यतिथि पर विहिप ने किया रक्तदान शिविर का आयोजन
नई दिल्ली। नेताजी सुभाष चंद्र बॉस द्वारा आजाद हिंद फौज की स्थापना और स्वामी विवेकानंद की पुण्य तिथि के अवसर पर रविवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की उत्तम नगर जिला इकाई के तत्वावधान में बजरंग दल और दुर्गा वाहिनी की ओर से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। नारियल फोड़कर शिविर के उद्घाटन के बाद कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों को संबोधित करते हुए विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि कोरोना संकट काल में विहिप, बजरंगदल और दुर्गा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने हिंदू समाज के साथ मठ-मंदिर-गुरुद्वारों और जैन स्थानकों के सहयोग से असंख्य सेवा कार्य किए हैं। उन्हीं सेवाकार्यों की श्रृंखला में आज का यह रक्तदान शिविर लगाया गया है।
बंसल ने कहा कि एक लंबे समय से अवैध मीट की दुकानों, रेहड़ी-पटरी वाले जिहादियों तथा समाजकंटकों की बेतहाशा बढ़ती निरंकुश आपराधिक गतिविधियों के कारण यह पूरा उत्तम नगर क्षेत्र जिहादीयों की राजधानी बनाता जा रहा है। यदि समय रहते स्थानीय पुलिस, प्रशासन और सरकार ने उचित कदम नहीं उठाए तो हिंदू समाज भी चुप नहीं बैठेगा। बजरंगदल का संकल्प है कि दिल्ली की कुछ अन्य मुस्लिम बाहुल्य बस्तियों की तरह इस क्षेत्र को आतंकियों एवं धर्मांतरण के सरगनाओं की शरण स्थली नहीं बनने देंगे।
क्षेत्र की आरडब्ल्यूए, व्यापार मंडलों तथा स्थानीय मंदिर समितियों के लोगों से मिलने के अलावा बंसल ने उत्तम नगर पुलिस थाने के ठीक सामने वाले आवासीय क्षेत्र का पैदल दौरा कर लोगों की समस्याएं सुनीं तथा बाबा राम देव मंदिर, बी ब्लॉक हस्तसाल जेजे कॉलोनी को भी देखा जिसके ठीक सामने अवैध मीट की दुकान धड़ल्ले से चल रही थी।
रक्त दान शिविर का आयोजन उत्तम नगर मेन रोड पर पंजाब नेशनल बैंक के सामने किया गया था, जिसमें स्थानीय व्यापारियों, व्यापार मंडल और आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों के साथ महिलाओं और युवाओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस अवसर पर बजरंगदल के प्रांत संयोजक भारत बत्रा, दुर्गावाहिनी की प्रांत संयोजिका वंदना चौहान और विहिप पश्चिमी दिल्ली के अध्यक्ष रा��वीर, उपाध्यक्ष अजीत सिंह मान, उत्तम नगर जिला उपाध्यक्ष मनोज ��ैनी, जिला सह मंत्री हरेश्वर और जिला बजरंग दल संयोजक भूपेंद्र मिश्रा सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
0 notes
Text
अयोध्या: राम मंदिर के लिए जमीन का समतलीकरण तेज, जेसीबी से खुदाई में निकल रहीं खंडित मूर्तियां
डिजिटल डेस्क, अयोध्या। अयोध्या में भगवान राम के मंदिर निर्माण के लिए श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में भूमि का समतीकरण कार्य चल रहा है। जेसीबी से जमीन की खुदाई और समलतीकरण के दौरान देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां और तमाम पुरावशेष मिल रहे हैं। यह जानकारी विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने बुधवार को आईएएनएस को दी है। विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने बताया, अयोध्या के…
View On WordPress
#तबादलाLockdown3 CoronaUpdates CoronaUpdatesInIndia COVIDー19 CovidUpdates Chhattisgarh chhattisgarhnews Cg24x7news HindiNews News#Ram mandir
0 notes
Link
अपनी अपकमिंग फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' के लिए तुर्की गए आमिर खान विवादों में घिर गए हैं। दरअसल, फिल्म की शूटिंग शुरू करने से पहले उन्होंने वहां के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन की पत्नी एमीन एर्दोगन से मुलाकात की। 15 अगस्त को हुई इस मुलाकात की फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं। एक और जहां सोशल मीडिया यूजर्स आमिर को एंटी-नेशनल बता रहे हैं तो वहीं अभिनेता को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गई है।
एमीन ने शेयर की थी ट्विटर पर फोटो
आमिर से मुलाकात की फोटो एमीन ने ट्विटर पर साझा की थीं। उन्होंने कैप्शन में लिखा था, "विश्व प्रसिद्ध भारतीय अभिनेता, फिल्ममेकर और डायरेक्टर आमिर खान से इस्तांबुल (तुर्की की राजधानी) में मिलकर बहुत खुशी हुई। मुझे यह जानकर खुशी हुई कि आमिर ने अपनी लेटेस्ट मूवी 'लाल सिंह चड्ढा' की शूटिंग तुर्की के अलग-अलग इलाकों में करने का फैसला लिया है। मैं इसके लिए तत्पर हूं।"
मुलाकात पर विवाद क्यों?
दरअसल , रेसेप तैयप एर्दोगन इस्लामिक राष्ट्रपति हैं और हमेशा भारत विरोधी बयान���ं को लेकर चर्चा में रहते हैं। जब भी भारत और पाकिस्तान के मामलों का जिक्र होता है, एर्दोगन पाक के साथ खड़े नजर आते हैं। पिछले साल जब भारत ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाया था, तब उन्होंने इस कार्रवाई का विरोध किया था और पाकिस्तान का साथ दिया था।
पिछले महीने बकरीद के मौके पर एर्दोगन ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से बात की थी। साथ ही उन्हें यह आश्वासन दिया था कि वे कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान का सपोर्ट करते हैं। कुछ रिपोर्ट्स में यह दावा भी किया जा चुका है कि तुर्की भारत में कट्टर इस्लामिक संगठनों को फंडिंग भी करता है।
सोशल मीडिया पर ऐसे कमेंट आ रहे
सोशल मीडिया यूजर्स आमिर खान को ट्रोल करते हुए याद दिला रहे हैं कि उन्होंने भारत के मित्र इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से मिलने से इनकार कर दिया था। लेकिन पाकिस्तान के दोस्त तुर्की की फर्स्ट लेडी से मिलने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं हुई।
##
सिंगर मालिनी अवस्थी ने आमिर पर तंज कसते हुए लिखा है, "आमिर खान बहुत इंटेलिजेंट हैं। जब उन्होंने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से न मिलने का फैसला लिया, तब उन्होंने एक स्टेटमेंट को जन्म दिया। और अब उन्होंने फिर एक स्टेटमेंट पैदा किया है तुर्की की फर्स्ट लेडी एमीन एर्दोगन से मिलकर। खैर भारत अब बहुत अच्छे से समझ चुका है। इस चैरिटी के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया आमिर खान।"
##
एक यूजर ने आमिर को एंटी-नेशनल बताते हुए लिखा, "आज के दौर में तुर्की का स्टैंड पूरी तरह भारत विरोधी है। सरकार की सलाह थी कि कि तुर्की की किसी भी तरह की यात्रा को अवॉयड करें। इस बीच भारत का एक सुपरस्टार तुर्की की प्रथम महिला से मिलता है। एंटी-नेशनल न बोलें तो क्या कहें।
##
बीजेपी ने किया विरोध, कांग्रेस का समर्थन
एमीन एर्दोगन से आमिर की मुलाकात का भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद जैसे संगठन विरोध कर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस ने अभिनेता का समर्थन किया है। कांग्रेस नेता अभिषेक मनू सिंघवी के एक ट्वीट के मुताबिक, आमिर खान स्वतंत्र नागरिक हैं। वे जिससे चाहें उससे मिल सकते हैं। क्योंकि न तो वे हमारे राजदूत हैं, न सांसद हैं और न ही सरकारी अधिकारी। ऐसे में उन्हें किसी से मिलने में क्यों दिक्कत होनी चाहिए। हालांकि, उन्होंने अपने ट्वीट में यह स्पष्ट किया कि वे तुर्की का विरोध करते हैं।
सिंघवी के ट्वीट पर भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया का रिएक्शन आया। उन्होंने कहा कि आमिर को कुछ भी करने की पूरी स्वतंत्रता है। लेकिन क्या देश के प्रति उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं है? आमिर आज जो भी हैं, वह भारतीयों के प्यार के कारण हैं। जबकि तुर्की हमेशा भारत के खिलाफ बोलता रहा है। गौरव भाटिया ने आगे यह भी कहा कि इस बात का उन्हें पूरा यकीन है कि आमिर के दिल में भारत बसता है। लेकिन वे तुर्की की प्रथम महिला से मुलाकात कैसे कर सकते हैं, जो कि वही तुर्की है, जिसने दिल्ली दंगों के दौरान कहा था कि भारत में मुसलमानों को प्रताड़ना दी जा रही है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
आमिर खान तुर्की अपनी फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' की शूटिंग के लिए गए हैं।
0 notes
Text
पूजन तो होकर रहेगा चाहे तुम्हारी सूजन और बढ़ जाए, अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन पर विहिप का संदेश
पूजन तो होकर रहेगा चाहे तुम्हारी सूजन और बढ़ जाए, अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन पर विहिप का संदेश
नई दिल्ली। राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन 5 अगस्त को होना है, इस बीच कुछ विपक्षी दल कोरोना काल में राम जन्म भूमि स्थल पर भूमि पूजन को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं। इस पर विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने एक वीडियो संदेश के जरिए विरोधियों पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि, श्रीराम जन्मभूमि पर पूजन विरोधी बयान चाहे किसी कांग्रेसी का हो या कम्यूनिष्ट का, सैक्यूलरिष्ट का…
View On WordPress
0 notes
Link
लखनऊ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राम मंदिर ट्रस्ट के बारे में घोषणा है। ट्रस्ट से जुड़े 15 सदस्यों में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) का कोई प्रतिनिधि नहीं है। इसमें सवाल उठता है कि अयोध्या में विहिप की कार्यशाला में तैयार रखे पत्थरों का क्या होगा। करोड़ों रुपए की लागत के पत्थरों को विहिप के मॉडल पर बनने वाले मंदिर के हिसाब से तराशा गया है। अब ट्रस्ट ही तय करेगा कि मंदिर का मॉडल क्या होगा? इन पत्थरों का उपयोग वह करेंगे या नहीं। विहिप को राम मंदिर निर्माण तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में शामिल न किए जाने के बाद अब कुछ सवाल उठ रहे हैं, जिनके जवाब ट्रस्ट की बैठक होने के बाद ही मिलने शुरू होंगे।
पहला सवाल- अयोध्या में विहिप की ओर से पिछले कई वर्षों से पत्थर तराशने का काम चल रहा है उसका क्या होगा ? जवाब: इस सवाल के जवाब में विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि पत्थर तराशने का काम तो बहुत पहले से चल रहा है। हमारी मंशा है कि आम जनमानस के अनुरूप ही इन पत्थरों का उपयोग राम मंदिर निर्माण में कराया जाए। अब इस पर ट्रस्ट को ही फैसला लेना है, हमें उम्मीद है कि आम लोगों के योगदान से तैयार हुए इन पत्थरों को नजरंदाज नहीं किया जाएगा।
दूसरा सवाल- अयोध्या निर्माण को लेकर विहिप की ओर से जो मॉडल तैयार किया गया है उसका क्या होगा? जवाब: विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा- अयोध्या में राम मंदिर को देशवासी विहिप के मॉडल के तौर पर ही देखते हैं। यह मॉडल ही आन्दोलन का केंद्र रहा है। इससे आम जनमानस की भावना जुड़ी हुई है। हम���ं उम्मीद है कि ट्रस्ट की तरफ से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के दौरान उसी मॉडल को ध्यान में रखकर उसी के अनुरूप ही मंदिर तैयार कराया जाएगा।
तीसरा सवाल- क्या सरकार विहिप की ओर से तराशे गए पत्थरों का पैसा देकर खरीदेगी? जवाब; विहिप की तरफ से इस सवाल का हालांकि जवाब नहीं दिया गया। लेकिन ऐसी अटकलें लगायी जा रही हैं कि ट्रस्ट में विहिप को प्रतिनिधित्व नहीं मिलने के बाद सरकार पत्थरों को खरीदकर मंदिर निर्माण में इसका उपयोग कर सकती है। वहीं, विहिप बिना किसी शुल्क के यह पत्थर दे सकती है, क्योंकि यह जनमानस से सहयोग लेकर तैयार कराए गए हैं।
चौथा सवाल- सरकार की ओर से जो नाम ट्रस्ट में शामिल किए गए हैं उनमें किसी के नाम पर विहिप को कोई आपत्ति? जवाब; विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने कहा कि सरकार ने ट्रस्ट में जो भी नाम शामिल किए हैं, वो सर्वोत्तम हैं। इसके लिए सरकार बधाई की पात्र है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
अयोध्या में विहिप की तरफ से तराशे गए पत्थर।
अयोध्या में मौजूद विहिप की कार्यशाला
विहिप की कार्यशाला में पत्थर।
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3bdO1Zt via IFTTT
0 notes
Text
बीजापुर नक्सली हमले पर विहिप ने कहा, लाल सलाम पर लगे लाल लगाम Divya Sandesh
#Divyasandesh
बीजापुर नक्सली हमले पर विहिप ने कहा, लाल सलाम पर लगे लाल लगाम
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले में 22 जवानों के शहीद होने की घटना पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने दुख और आक्रोश दोनों जताया है। विहिप ने नक्सलियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए लाल सलाम पर लाल लगाम लगाने की बात कही है। विहिप के महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा, “बीजापुर की माओवादी हिंसा ने एक बार फिर देश में षड्यंत्रपूर्वक सर्वाधिक हिंसा फैलाने वाले माओवादियों, साम्यवादियों नक्सलियों व उनके शहरी मित्रों को अविलंब कठोरता से कुचने की आवश्यकता को बलवती किया है। सुरक्षा बलों के हुतात्माओं को नमन करता हूं।”
यह खबर भी पढ़ें: आखिर क्या हैं मिस्र देश की रानियों की खूबसूरती का राज, जिसकी वजह से रहती थी हमेशा जवान
वहीं विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा, “नक्सली हमले ने एक बार फिर लाल सलाम पर लाल लगाम और पूर्णविराम लगाने का स्मरण दिलाया है। बहुत हो चुका, और कितने निर्दोष बहादुरों को इन नक्सल, माओवादियों की भेंट चढ़ाएंगे?”
Download app: अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐप
0 notes
Text
संस्कृति और संस्कारों को ना भूलें: साध्वी
मैगलगंज- खीरी रिपोर्ट संजीव कुमार शुक्ला :- औरंगाबाद में चल रही रुद्र महायज्ञ के छठवें दिन विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर साध्वी प्राची ने पहुंचकर भक्तों को प्रवचन दिए!
उन्होंने कहा कि हम अपने संस्कृति और संस्कारों को ना भूलें हम अपने घर में जन्मे बच्चे को भी अच्छे संस्कार प्रधान करें !और फिर अपने भारत जैसे पावन देश से शिवाजी लक्ष्मीबाई जैसे वीर और वीरांगना को पैदा करें उसके साथ…
View On WordPress
0 notes
Text
जानिये क्यों अलग कोरोना कब्रिस्तान को लेकर दिल्ली में हो रहा है विवाद
नई दिल्ली: VHP ने दिल्ली में कोरोना से मरने वालों के लिए अलग कब्रिस्तान बनाए जाने का विरोध किया है। विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने इसे राजधानी के एक बड़े पार्क पर कब्��े की साजिश करार दिया है। VHP के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि विहिप इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना से मरने वालों को दफनाने की नहीं, जलाने की जरूरत है। जलाने से कोरोना का वायरस भी स्वाहा हो…
View On WordPress
0 notes
Text
आरएसएस नेता के बयान पर हंगामा माकपा की चेतावनी has been published on PRAGATI TIMES
आरएसएस नेता के बयान पर हंगामा माकपा की चेतावनी
उज्जैन/भोपाल/तिरुवनंतपुरम, (आईएएनएस)| केरल में बढ़ती हिंसक घटनाओं को लेकर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के खिलाफ विवादित बयान देने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की उज्जैन महानगर इकाई के प्रचार प्रमुख डॉ. कुंदन चंद्रावत अपनी घोषणा पर अडिग हैं, वहीं केरल मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सचिव कोदियेरी बालकृष्णन ने कहा कि आरएसएस विजयन का बाल बांका भी नहीं कर पाएगा और उन्होंने संघ को माकपा से न उलझने की चेतावनी दी।
कुंदन चंद्रावत ने विजयन का सिर काटकर लाने वाले को एक करोड़ रुपये का इनाम देने का ऐलान किया है। इस विवादित बयान ने राज्य ही नहीं देश की सियासत में भूचाल ला दिया है। विपक्षी जहां हमलावर है, वहीं संघ ने अपने पदाधिकारी के बयान से किनारा कर लिया है। चंद्रावत ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा कि उन्हें बुधवार के अपने बयान पर कोई पछतावा नहीं है। उन्होंने कहा, “केरल की वामपंथी सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। संघ की शाखा लगाने वालों की हत्या की जा रही है। उनका इनाम का ऐलान पीड़ितों के प्रति संवेदना है।” केरल में संघ कार्यकर्ताओं पर हो रहे हिंसक हमलों के विरोध में मध्य प्रदेश के उज्जैन में बुधवार को जनाधिकार समिति द्वारा आयोजित सभा में चंद्रावत ने कहा, “हिंदुओं के खून में शिवाजी का जज्बा नहीं रहा। मैं घोषणा करता हूं कि जो भी व्यक्ति केरल के मुख्यमंत्री का सिर काटकर लाएगा, उसे मैं अपनी संपत्ति से एक करोड़ रुपये का इनाम दूंगा।” चंद्रावत ने कहा, “मेरे पास इतनी संपत्ति है कि मैं उसे बेचकर इनाम दे सकता हूं मेरा मकान ही एक करोड़ रुपये का है और जो यह काम करेगा, उसे मकान बेचकर इनाम दूंगा। मैं इनाम की घोषणा इसलिए कर रहा हूं, क्योंकि ऐसे गद्दारों को देश में रहने का अधिकार नहीं है।” चंद्रावत के बयान की विपक्ष ने तीखी निंदा की है। मध्य प्रदेश माकपा के राज्य सचिव बादल सरोज ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा, “संघ के पदाधिकारी का बयान अत्यंत आपत्तिजनक, आपराधिक धमकी देने वाला है। उम्मीद है कि प्रदेश की पुलिस इस मामले में समुचित कार्रवाई करेगी।” वहीं, केरल माकपा के सचिव कोदियेरी बालकृष्णन ने कहा कि आरएसएस विजयन का बाल बांका भी नहीं कर पाएगा और उन्हें संघ को माकपा से न उलझने की चेतावनी दी।उन्होंने कहा, “अगर वे कुछ करते हैं, तो हम उन्हें सबक सिखाने को मजबूर हो जाएंगे।” बादल सरोज ने कहा कि आरएसएस से जु��़े भारतीय जता पार्टी (भाजपा) और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के 13 लोग पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी के आरोप में हाल ही में मध्यप्रदेश में पकड़े गए हैं, वहीं इसी राज्य के नेता कैलाश विजयवर्गीय का नाम पश्चिम बंगाल में मासूम बच्चों की तस्करी के मामले में भी सामने आया है। देश के साथ गद्दारी और मनुष्यता विरोधी अपराधों में सिद्धहस्त संगठन (आरएसएस) से इतने ही घिनौने आचरण की उम्मीद की जा सकती है। मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने संघ पदाधिकारी के बयान की निंदा करते हुए कहा कि यह बयान उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के अंतिम चरणों के मतदान में वोटों के ध्रुवीकरण को लेकर दिया गया है। वहीं, कांग्रेस विधायक मुकेश नायक ने इस बयान को तालिबानी मानसिकता का प्रतीक बताया।मप्र कांग्रेस की प्रदेश इकाई के मुख्य प्रवक्ता के.के.मिश्रा ने एक बयान जारी कर चंद्रावत के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किए जाने की मांग की है। एक तरफ जहां विपक्ष हमलावर है, वहीं चंद्रावत के बयान से संघ ने किनारा कर लिया है। राजधानी भोपाल में मानव अधिकार मंच द्वारा केरल में संघ कार्यकर्ताओं पर हो रहे हिंसक हमलों के विरोध में आयोजित धरना-प्रदर्शन में हिस्सा लेने आए संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख जे.नंदकुमार ने बयान से किनारा करने की रस्म निभाते हुए कहा, “केरल में हो रही घटनाओं से लोग भावुक हैं, लोग अपनी बात कह रहे हैं, मगर संघ की ऐसी भाषा नहीं है और संघ इसके पक्ष में भी नहीं हैं।” नंदकुमार से संवाददाताओं ने जब डॉ. चंद्रावत के बयान पर सवाल किया तो उन्होंने कहा, “मैंने न तो ऐसा बयान कहीं देखा है और न ही पढ़ा है, मगर केरल में जो हो रहा है, उससे लोग भावुक हैं। कुछ लोग अपने विचार व्यक्त कर सकते हैं, मगर ऐसा कहने वाला संघ कार्यकर्ता नहीं हो सकता, क्योंकि संघ की यह भाषा नहीं है।” केंद्र और मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा के मार्गदर्शक संगठन आरएसएस में ‘बयान से किनारा करने’ की परंपरा रही है। हाल ही में हरियाणा के एक मंत्री अनिल विज ने कहा था कि अब नोटों (रुपये) पर से भी महात्मा गांधी की तस्वीर हटवा दी जाएगी। इस मामले ने जब तूल पकड़ा, तो रस्म निभाते हुए विज के बयान से किनारा कर लिया गया था।
0 notes
Text
आरएसएस नेता के बयान पर हंगामा माकपा की चेतावनी has been published on PRAGATI TIMES
आरएसएस नेता के बयान पर हंगामा माकपा की चेतावनी
उज्जैन/भोपाल/तिरुवनंतपुरम, (आईएएनएस)| केरल में बढ़ती हिंसक घटनाओं को लेकर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के खिलाफ विवादित बयान देने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की उज्जैन महानगर इकाई के प्रचार प्रमुख डॉ. कुंदन चंद्रावत अपनी घोषणा पर अडिग हैं, वहीं केरल मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सचिव कोदियेरी बालकृष्णन ने ��हा कि आरएसएस विजयन का बाल बांका भी नहीं कर पाएगा और उन्होंने संघ को माकपा से न उलझने की चेतावनी दी।
कुंदन चंद्रावत ने विजयन का सिर काटकर लाने वाले को एक करोड़ रुपये का इनाम देने का ऐलान किया है। इस विवादित बयान ने राज्य ही नहीं देश की सियासत में भूचाल ला दिया है। विपक्षी जहां हमलावर है, वहीं संघ ने अपने पदाधिकारी के बयान से किनारा कर लिया है। चंद्रावत ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा कि उन्हें बुधवार के अपने बयान पर कोई पछतावा नहीं है। उन्होंने कहा, “केरल की वामपंथी सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। संघ की शाखा लगाने वालों की हत्या की जा रही है। उनका इनाम का ऐलान पीड़ितों के प्रति संवेदना है।” केरल में संघ कार्यकर्ताओं पर हो रहे हिंसक हमलों के विरोध में मध्य प्रदेश के उज्जैन में बुधवार को जनाधिकार समिति द्वारा आयोजित सभा में चंद्रावत ने कहा, “हिंदुओं के खून में शिवाजी का जज्बा नहीं रहा। मैं घोषणा करता हूं कि जो भी व्यक्ति केरल के मुख्यमंत्री का सिर काटकर लाएगा, उसे मैं अपनी संपत्ति से एक करोड़ रुपये का इनाम दूंगा।” चंद्रावत ने कहा, “मेरे पास इतनी संपत्ति है कि मैं उसे बेचकर इनाम दे सकता हूं मेरा मकान ही एक करोड़ रुपये का है और जो यह काम करेगा, उसे मकान बेचकर इनाम दूंगा। मैं इनाम की घोषणा इसलिए कर रहा हूं, क्योंकि ऐसे गद्दारों को देश में रहने का अधिकार नहीं है।” चंद्रावत के बयान की विपक्ष ने तीखी निंदा की है। मध्य प्रदेश माकपा के राज्य सचिव बादल सरोज ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा, “संघ के पदाधिकारी का बयान अत्यंत आपत्तिजनक, आपराधिक धमकी देने वाला है। उम्मीद है कि प्रदेश की पुलिस इस मामले में समुचित कार्रवाई करेगी।” वहीं, केरल माकपा के सचिव कोदियेरी बालकृष्णन ने कहा कि आरएसएस विजयन का बाल बांका भी नहीं कर पाएगा और उन्हें संघ को माकपा से न उलझने की चेतावनी दी।उन्होंने कहा, “अगर वे कुछ करते हैं, तो हम उन्हें सबक सिखाने को मजबूर हो जाएंगे।” बादल सरोज ने कहा कि आरएसएस से जुड़े भारतीय जता पार्टी (भाजपा) और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के 13 लोग पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी के आरोप में हाल ही में मध्यप्रदेश में पकड़े गए हैं, वहीं इसी राज्य के नेता कैलाश विजयवर्गीय का नाम पश्चिम बंगाल में मासूम बच्चों की तस्करी के मामले में भी सामने आया है। देश के साथ गद्दारी और मनुष्यता विरोधी अपराधों में सिद्धहस्त संगठन (आरएसएस) से इतने ही घिनौने आचरण की उम्मीद की जा सकती है। मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने संघ पदाधिकारी के बयान की निंदा करते हुए कहा कि यह बयान उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के अंतिम चरणों के मतदान में वोटों के ध्रुवीकरण को लेकर दिया गया है। वहीं, कांग्रेस विधायक मुकेश नायक ने इस बयान को तालिबानी मानसिकता का प्रतीक बताया।मप्र कांग्रेस की प्रदेश इकाई के मुख्य प्रवक्ता के.के.मिश्रा ने एक बयान जारी कर चंद्रावत के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किए जाने की मांग की है। एक तरफ जहां विपक्ष हमलावर है, वहीं चंद्रावत के बयान से संघ ने किनारा कर लिया है। राजधानी भोपाल में मानव अधिकार मंच द्वारा केरल में संघ कार्यकर्ताओं पर हो रहे हिंसक हमलों के विरोध में आयोजित धरना-प्रदर्शन में हिस्सा लेने आए संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख जे.नंदकुमार ने बयान से किनारा करने की रस्म निभाते हुए कहा, “केरल में हो रही घटनाओं से लोग भावुक हैं, लोग अपनी बात कह रहे हैं, मगर संघ की ऐसी भाषा नहीं है और संघ इसके पक्ष में भी नहीं हैं।” नंदकुमार से संवाददाताओं ने जब डॉ. चंद्रावत के बयान पर सवाल किया तो उन्होंने कहा, “मैंने न तो ऐसा बयान कहीं देखा है और न ही पढ़ा है, मगर केरल में जो हो रहा है, उससे लोग भावुक हैं। कुछ लोग अपने विचार व्यक्त कर सकते हैं, मगर ऐसा कहने वाला संघ कार्यकर्ता नहीं हो सकता, क्योंकि संघ की यह भाषा नहीं है।” केंद्र और मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा के मार्गदर्शक संगठन आरएसएस में ‘बयान से किनारा करने’ की परंपरा रही है। हाल ही में हरियाणा के एक मंत्री अनिल विज ने कहा था कि अब नोटों (रुपये) पर से भी महात्मा गांधी की तस्वीर हटवा दी जाएगी। इस मामले ने जब तूल पकड़ा, तो रस्म निभाते हुए विज के बयान से किनारा कर लिया गया था।
0 notes