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#रेगुलर एडमिशन
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mastereeester · 4 years
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पीजी कक्षाओं में 20 फीसदी सीटें बढ़ाने व एडमिशन पोर्टल दोबारा खोलने की मांग, ज्ञापन सौंपा [Source: Dainik Bhaskar]
पीजी कक्षाओं में 20 फीसदी सीटें बढ़ाने व एडमिशन पोर्टल दोबारा खोलने की मांग, ज्ञापन सौंपा [Source: Dainik Bhaskar]
एनएसयूआई ने पंडित जवाहरलाल नेहरू कालेज के प्राचार्य एमके गुप्ता को पीजी कक्षाओं में 20 फीसदी सीटें बढ़वाने तथा एडमिशन पोर्टल दोबारा खुलवाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। प्रदेश महासचिव कृष्ण अत्री के अनुसार एमडीयू ने हाल ही में कई कक्षाओं के रिएपियर और रेगुलर छात्रों के परीक्षा परिणाम घोषित किए हैं। इससे छात्र पीजी कक्षाओं के लिए आवेदन नहीं कर पाए हैं। जिन्होंने कर भी दिया था उनके परीक्षा परिणाम…
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vsplusonline · 5 years
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कोरोना वायरस के कारण 31 मार्च तक टली ये परीक्षाएं, यहां देखें लिस्ट
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कोरोना वायरस के कारण 31 मार्च तक टली ये परीक्षाएं, यहां देखें लिस्ट
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कोरोना वायरस के कारण कौन कौन सी परीक्षाएं प्रभाव‍ित हुई हैं यहां चेक करें.
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए एचआरडी मंत्रालय ने एक आध‍िकार‍िक नोटिस जारी कर परीक्षाओं को टालने का न‍िर्देश द‍िया है. ल‍िहाजा देश में कौन-कौन सी परीक्षाएं, कोरोना को देखते हुए स्‍थग‍ित की गई हैं, यहां चेक करें.
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को देखते हुए कई परीक्षाएं स्‍थ‍ग‍ित कर दी गई हैं. 18 मार्च को एचआरडी मंत्रालय ने परीक्षाओं को लेकर एडवायजरी जारी की थी. ज‍िसके बाद सीबीएसई ने 31 मार्च 2020 तक होने वाली अपनी सभी परीक्षाओं को टाल द‍िया है और कॉप‍ियों की जांच पर भी फ‍िलहाल रोक लगा द‍िया है. इसके साथ ही नेशनल टेस्‍ट‍िंग एजेंसी ने अप्रैल में होने जा रही जेईई मेन 2020 परीक्षा की तारीख को भी आगे बढ़ा द‍िया है. कोरोना के खतरे को भांपते हुए हर‍ियाणा बोर्ड ने भी 31 मार्च 2020 तक परीक्षाएं स्‍थग‍ित कर दी हैं.
बता दें कि देश में COVID-19, कोरोना वायरस के 140 से ज्‍यादा मामले सामने आ चुके हैं. इसे देखते हुए अध‍िकांश राज्‍यों में 7वीं या 8वीं तक की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं. इसके अलावा आने वाले सप्‍ताह में होने जा रही कुछ भर्ती परीक्षाओं को भी टाला गया है.
स्‍कूल और कॉलेज स्‍तर की परीक्षाएं: – सीबीएसई 10वीं और 12वीं परीक्षाएं.– जेईई मेन अप्रैल एग्‍जाम 2020. – हरियाणा बोर्ड एग्‍जाम 2020. – IIM इंदौर में सभी कक्षाएं और परीक्षाएं टलीं.- उत्‍तर प्रदेश के स्‍कूलों में कक्षा 8वीं तक के छात्रों को बगैर परीक्षा अगली कक्षा में प्रमोट क‍िया जा रहा. – IIT बांबे ने सभी गत‍िव‍िध‍ियां बंंद की. – गोवा में 8वीं कक्षा तक की सभी परीक्षाएं रद्द हुई. – उत्‍तर प्रदेश में 2 अप्रैल तक सभी परीक्षाएं टलीं. – ओडिशा हायर एजुकेशन ड‍िपार्टमेंट ने फाइनल सेमेस्‍टर को छोड़ सभी परीक्षाएं आगे बढ़ाईं.
– नागपुर यून‍िवर्स‍िटी ने परीक्षाएं टालीं. – झारखंड में 14 अप्रैल तक शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने की घोषणा – दिल्ली यूनिवर्सिटी में रेगुलर क्लासेस सस्पेंड हुईं, टीचर्स वर्क फ्रॉम होम पर काम कर रहे. – मेघालय में स्कूल कॉलेज 31 मार्च तक बंद.
भर्ती परीक्षाएं: ITBP कांस्‍टेबल भर्ती परीक्षा टली 29 मार्च को होने जा रही RBI असिस्‍टेंट मुख्‍य परीक्षा 2020 टली बिहार लोक सेवा आयोग ने भर्ती परीक्षाएं रद्द कीं. सेना नेसभी भर्ती रैली एक महीने तक टाली. दिल्‍ली हायर जूडिशियल सर्विस मेन एग्‍जाम स्‍थगित. केरल PSC भर्ती परीक्षा टली.
एडमिशन: AMU एडमिशन टेस्‍ट टाल दिया गया है.
यह भी पढ़ें: COVID19: JEE Main 2020 परीक्षा स्‍थग‍ित, 31 मार्च को जारी होगा नया शेड्यूल
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First published: March 19, 2020, 9:17 AM IST
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ajitnehrano0haryana · 5 years
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जयपुर। राजस्थान में उच्च शिक्षा हासिल करने में लड़कियां लड़कों से आगे निकल गई है। दाे सालों की बात करें ताे लड़कियों ने पासा पलट दिया है। कॉलेजों में एडमिशन हाेने के बाद छात्राओं की संख्या में काफी ज्यादा बढ़ोतरी सामने आई है। इस साल राज्य के सरकारी कॉलेजों में स्नातक व स्नातकोत्तर में पढऩे वाली छात्राओं की संख्या छात्रों से 13,970 ज्यादा हाे गई है।
वहीं 2017 में स्थिति उल्टी थी, तब छात्रों का आंकड़ा छात्राओं से 9,537 ज्यादा था। इस साल एमए, एमएससी, एमकॉम सहित स्नातकोत्तर काेर्स करने वाली छात्राओं की संख्या छात्रों से 15,659 ज्यादा हुई है। हालांकि, लड़कियों की संख्या बढ़ना पिछले साल ही शुरू हो गया था, छात्रों से करीब 6 हजार लड़कियां ज्यादा थी। अबकी बार तो बेटियों ने जैसे छलांग लगाई और लड़कों से काफी आगे निकल गई।
यूजी में 1.51 लाख, पीजी में हुए 24 हजार से ज्यादा एडमिशन इस साल हुए प्रदेश में 289 सरकारी काॅलेज हैं जिनमें इस साल स्नातक में ,आर्ट्स साइंस और कॉमर्स में मिलाकर 1,51,911 एडमिशन हुए हैं। वहीं स्नातकोत्तर की बात करें ताे 24,752 छात्र- छात्राओं ने एडमिशन लिये हैं। वहीं यूजी, पीजी के करीब 1650 सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में इस साल 12 लाख के करीब एडमिशन हुए हैं।
काॅलेज आयुक्तालय का कहना है इस साल प्राइवेट कॉलेजों में हुए एडमिशन का डाटा जुटाया जा रहा है। जिसमें भी छात्राओं की संख्या में निश्चित बढ़ोतरी हाेगी। सरकार ने इसी सेशन से 37 नए राजकीय काॅलेज खाेले हैं, उनमें से 12 काॅलेज सिर्फ छात्राओं के लिए हैं। किशनपोल गर्ल्स काॅलेज सहित जयपुर संभाग के 6 काॅलेज शामिल हैं। पिछले सालों में जहां छात्राएं आर्ट्स में ज्यादा हाेती थी। वहीं इस साल के आंकड़ों काे देखें ताे पीजी में ताे साइंस और कॉमर्स में भी छात्राएं ही ज्यादा हैं।
नए कॉलेजों से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं सरकारी कॉलेजों में प्रतियाेगिता दक्षता, रेगुलर कक्षाओं और क्वालिटी एजुकेशन के लिए किये गए अन्य प्रयासाें से स्टूडेंट्स की संख्या ताे बढी ही है। लडकियाें की संख्या में भी काफी बढाेतरी हुई है। नए काॅलेजाें से भी अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। हमारी पूरी कोशिश है कि छात्राएं आगे बढ़े और उन्हें पूरे अवर दिए जाएं। -प्रदीप कुमार बाेरड़, आयुक्त काॅलेज शिक्षा
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khabarhimachal · 6 years
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इग्नू की तरह इक्डोल में भी साल में दो बार बैठेगा बैच
इग्नू की तरह इक्डोल में भी साल में दो बार बैठेगा बैच
इक्डोल को मान्यता देने के साथ यूजीसी के डिस्टेंस एजूकेशन ब्यूरो ने कोर्स संचालन नियमों में भी बड़ा बदलाव किया है। अब इग्नू की तरह इक्डोल में भी साल में दो बार बैच बैठेगा। जनवरी और जुलाई में एडमिशन होंगी। इक्डोल के लिए रेगुलर विद्यार्थियों की तरह मार्च में परीक्षाएं करवाने की अब बाध्यता नहीं होगी। संस्थान अपने हिसाब से परीक्षाएं करवा सकता है।
नए नियम लागू करने के लिए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय…
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मैनेजमेंट के सबसे बड़े एग्जाम में जुड़वां भाईयों का जलवा यूथ इण्डिया संवाददाता। प्रबंधन की सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा कॉमन एडमिशन टेस्ट(कैट) में जुड़वां भाईयों ने एक साथ कामयाबी पाई है। पंतनगर यूनिवर्सिटी में बीटेक के छात्र सोमेश लोहानी और उनके छोटे भाई हितेश लोहानी ने कैट में 99 परसेंटाइल से ऊपर स्कोर किया है। सोमेश को तो शाम तक आईआईएम अहमदाबाद की कॉल भी आ गई। मूलरूप से लखनऊ के खुर्रम नगर निवासी सोमेश लोहानी और उनके जुड़वां भाई हितेश लोहानी पंतनगर विवि में मैकेनिकल इंजीनियरिंग अंतिम वर्ष के छात्र हैं। सोमेश ने कैट में 99.99 परसेंटाइल और हितेश ने 99.18 परसेंटाइल स्कोर किया है। सोमेश को शाम को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) अहमदाबाद की कॉल भी आ गई जबकि हितेश को अभी कहीं से कॉल नहीं आई है। उनके पिता पीके लोहानी सरकारी विभाग में कार्यरत हैं। सोमेश ने बताया कि दोनों भाई प्रबंधन कोर्स करने के बाद मल्टीनेशनल कंपनियों में जॉब करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने टाइम इंस्टीट्यूट की सहायता से कैट की तैयारी की। कैट में 99.99 परसेंटाइल लाने वाले सोमेश लोहानी ने बताया कि कैट की तैयारी के लिए रेगुलर स्टडी सबसे ज्यादा जरूरी है। उन्होंने बताया कि अभी से तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। प्रतिदिन दो से तीन घंटे पढ़ने के साथ ही रेगुलर मॉक टेस्ट दें तो कामयाबी पाना आसान होगा।
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