#राजी
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#किसीभी_संत_ने_मांस_नहीं_खायामांस खाना हराम....सुन काजी राजी नही#आप अलह खुदाय । गरीबदास किस हुकम सैं#पकरि पछारी गाय ।।Stop Killing An
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#राजी कर सतगुरू रूठे नूं lGodnightSundayइन बातां क्या पाईए#राजी कर सतगुरु रूठे नू। गुरु को प्रसन्न रखो#मोक्ष होगा। बकवादों
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#no1muslimastrologer#besttantrikinindia#all_problems_solution_with_in_2_hours#blackgirlmagic#kolkata#pýaŕ#blackownedbusiness#lovemarriage#blacklivesmatter#kiyakaraya#dosti#mohabat#jaan#astrologersofinstagram#lovestory#marriage#bestfriends#bestastrologerकाला जादू -वशीकरण_लड़की को आपके वश में करना-मनपसंद लड़की लड़का को शादी के लिए राजी करना-किस#प्रेम-विवाह#दुश्मन व सौतन से छुटकारा-विवाह में रुकावट#पति-पत्नी मै अनबन या वशीकरण#मनचाहा प्यार.रूठे प्रेमी व शादी के लिए माता पिता को मनना. Call my WhatsApp number+91-8441013009 क्या आप अपने जीवन में सम#��्या आप पैसे की बर्बादी -घर में बरकत न होना#घर में लड़ाई झगड़ा-कलेश#पति पत्नी में अनबन- सास बहु में झगड़ा-घर पर आपकी मर्ज़ी न चलना - इन सब से परेशांन है#क्या आप लव मैरिज या अपना प्यार पाना चाहते है - क्या आप संतान को लेकर दुखी है-या आप को संतान का सुख
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मांस खाना हराम!
सुन काजी राजी नही, आप अलह खुदाय ।
गरीबदास किस हुकम सैं, पकरि पछारी गाय ।।
संत गरीबदास जी मुल्ला और काजियों को कह रहे हैं कि परमात्मा आपके द्वारा मांस खाने के लिए गाय को मार दिए जाने से खुश नहीं है। यह भगवान के आदेश के विरुद्ध है। और इसका आपको महापाप लगेगा।
#AlKabir_Islamic
#SaintRampalJi
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जिंदगी कितनी खूबसूरत है ना जब हम ये समझ लेते हैं
कि खुदा ने हमें जो दिया है सिर्फ वही हमारा है
और खुदा जो हमें देता है उसे वो हमसे चिन भी सकता है?
हम जितने भी दलीलें रख दें उनके सामने
हम जितने भी सवालात कर लें उनसे
क्या कभी भी हमें उससे चैन और सुकून मिल पाया है?
खुदा ने तो हमारे लिए कुछ अच्छा ही सोचा होगा ना?
और अगर हमें कभी कुछ पाना होता है
तो उसे हासिल करने की शक्ति भी तो दी है उन्होंने?
तो हम क्यों इतना भटकते हैं अपने राहों से?
शायद भटकना हम इंसानो के रंगों में हैं?
आख़िर हम तो काग़ज़ के कठ पुतली हैं
शायद जिंदगी तब आसान होती है जब हम ये समझ पाते हैं
कि अगर हम जिंदा है तो जिंदगी अभी बाकी है
और जीते रहने के लिए आगे बढ़ते रहना बेहत जरूरी है
जैसे कशफ कहती हैं,
जिंदगी अभी खत्म नहीं हुई
बस मेरे शिकवे कम हो गए हैं अल्लाह से
मैंने उन चीजों में राजी ��ोना सिख लिया है जो वो मुझे देता है
और उन चीजों की तलाश छोड़ दी है जो ला-हासिल है |
Avis x जिंदगी गुलजार है
#hindi#urdupoetry#urdu#urdu poetry#urdu literature#urdu lines#urduthoughts#urdu poems#zindagi gulzar hai
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#TheLastProphet_SantRampalJi मांस खाना हराम सुन काजी राजी नहीं, आपै अलह खुदाय। गरीबदास किस हुकम सैं, पकरि पछारी गाय।। संत गरीबदास जी मुल्ला और काजियों को कह रहे हैं कि परमात्मा आपके द्वारा मांस खाने के लिए गाय को मार दिए जाने से खुश नहीं है। यह भगवान के आदेश के विरुद्ध है। और इसका आपको महापाप लगेगा। Most Merciful Allah Kabir
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मांस खाना हराम!
सुन काजी राजी नही, आप अलह खुदाय ।
गरीबदास किस हुकम सैं, पकरि पछारी गाय ।।
संत गरीबदास जी मुल्ला और काजियों को कह रहे हैं कि परमात्मा आपके द्वारा मांस खाने के लिए गाय को मार दिए जाने से खुश नहीं है। यह भगवान के आदेश के विरुद्ध है।
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#SpiritualKnowledge
आध्यात्मिक ज्ञान
मांस खाना हराम
सुन काजी राजी नही, आप अलह खुदाय | गरीबदास किस हुकम सैं, पकरि पछारी गाय ||
अधिक जानकारी (मालूमात) के लिए पढ़ें पाक किताब (मुसलमान नहीं समझे ज्ञान कुरआन)..!
Visit 📲 "Satlok Ashram" Youtube Channel Saint Rampal Ji Maharaj 👇
Watch Sadhna TV 7:30pmDaily!
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भगति देखि राजी हुई जगत देखि रोई।
दासी मीरा लाल गिरधर तारो अब मोही॥
भारतीय समाज में भक्ति और प्रेम का उच्चतम आदर्श प्रस्तुत करने वाली, भक्ति और ज्ञान की प्रतिमूर्ति, भगवान श्री कृष्ण जी की अनन्य भक्त, कृष्णभक्ति शाखा में हिंदी की महान कवयित्री माता मीराबाई जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन ।
#मीराबाई
#KiranAgarwal
#HelpUTrust
#HelpUEducationalandCharitableTrust
www.helputrust.org
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भगति देखि राजी हुई जगत देखि रोई।
दासी मीरा लाल गिरधर तारो अब मोही॥
भारतीय समाज में भक्ति और प्रेम का उच्चतम आदर्श प्रस्तुत करने वाली, भक्ति और ज्ञान की प्रतिमूर्ति, भगवान श्री कृष्ण जी की अनन्य भक्त, कृष्णभक्ति शाखा में हिंदी की महान कवयित्री माता मीराबाई जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन ।
#मीराबाई
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#HelpUEducationalandCharitableTrust
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अगर कभी बुलाऊंगी तो आ पाओगे क्या ?
कभी बुलाऊंगी तो आ पाओगे क्या ?
अपनी बेवफाई दुनिया को बता पाओगे क्या
जितनी मोहब्बत थी हमे तुमसे, तुम्हे अगर हो गई किसी से
तो उसके सामने सिर झुका पाओगे क्या ?
अगर कभी बुलाऊंगी तो आ पाओगे क्या ?
तुमने बहुत जुल्म किए हैं प्यार के आड़ में
तुमपे किसी ने किया तो उसे सह पाओगे क्या
दिल को जीतने ज़ख्म दिए है तुमने ,
तुम्हे कोई दे तो उसे भर पाओगे क्या ?
कभी बुलाऊंगी तो आ पाओगे क्या?
इश्क में तो मैं तुम्हारी मार मिटने को राजी थी
तुम उसके लिए अपनी जान दाव पे लगाओगे क्या ?
गर मान लो नही कर पाई वो मेरी तरह आशिकी तुमसे
मुझे तो भूल गए पर उसे भूला पाओगे क्या ?
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मांस खाना हराम!
सुन काजी राजी नही, आप अलह खुदाय ।
गरीबदास किस हुकम सैं, पकरि पछारी गाय ।।
संत गरीबदास जी मुल्ला और काजियों को कह रहे हैं कि परमात्मा आपके द्वारा मांस खाने के लिए गाय को मार दिए जाने से खुश नहीं है। यह भगवान के आदेश के विरुद्ध है। और इसका आपको महापाप लगेगा।
#AlKabir_Islamic
#SaintRampalJi
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#सत_भक्ति_संदेश
राजी कर सतगुरू रूठे नूं
गरीब, इन बातां क्या पाईए,राजी कर सतगुरू रूठे नूं।
गुरु को प्रसन्न रखो, मोक्ष होगा।बकवादों से कुछ नहीं मिलना।
#SantRampalJiMaharaj
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Honey Singh Documentary: हर बात पर राजी हुए, पर इस एक सीन को फिल्माने से हनी सिंह ने कर दिया था इनकार
फेमस सिंगर और रैपर हनी सिंह की डॉक्यूमेंट्री नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई है. इस वजह से इन दिनों हनी सिंह के काफी चर्चे हैं. ‘यो यो हनी सिंह: फेमस’ डॉक्यूमेंट्री में सिंगर ने अपनी लाइफ के हर छो��े-बड़े और अच्छे-बुरे अनुभवों को शेयर किया है. इस डॉक्यूमेंट्री को मोजेज सिंह ने डायरेक्ट किया है. मोजेज ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि हनी सिंह ने पूरी डॉक्यूमेंट्री के दौरान सिर्फ एक सीन को फिल्माने और…
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जौनपुरः सिराज - ए - हिन्द का एक अनोखा सफर
विवरणः जौनपुर एक ऐतिहासिक शहर है। मध्यकालीन भारत में शर्की शासकों की राजधानी रहा जौनपुर वाराणसी से 58 किलोमीटर और प्रयागराज से 100 किलोमीटर दूर उत्तर दिशा में गोमती नदी के तट पर बसा है। मध्यकालीन भारत में जौनपुर सल्तनत (1394 और 1479 के बीच) उत्तरी भारत का एक स्वतंत्र राज्य था। वर्तमान राज्य उत्तर प्रदेश जौनपुर सल्तनत के अंतर्गत आता था, जिस पर शर्की शासक जौनपुर से शासन करते थे | अवधी यहाँ की मुख्य भाषा है।
भूगोलः जौनपुर जिला वाराणसी प्रभाग के उत्तर-पश्चिम भाग में स्थित है। गोमती और सई यहाँ की मुख्य नदियाँ हैं। इनके अलावा, वरुण, पिली और मयुर आदि छोटी नदिया हैं। मिट्टी मुख्य रूप से रेतीले, चिकनी बलुई हैं। जौनपुर अक्सर बाढ़ की आपदा से प्रभावित रहता है।
जनसंख्याः जौनपुर ज़िला की वास्तविक जनसंख्या ४,४७६,०७२ (भारतीय जनगणना २०११) है। जिनमे २,२१७,६३५ पुस्र्ष तथा २,२५८,४३७ महिलाए हैं। जनसंख्या घनत्व 1113 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है। जिले में लिंगानुपात १०२४ है, जो की पूरे भारत में 1000 पुरुषों पर 940 महिलाओं की तुलना में कहीं अधिक है।
इतिहासः जौनपुर का इतिहास काफी पुराना है | जौनपुर को शिक्षा की नगरी भी कहा जात है, यहाँ पहले ऋषि, मुनि ही निवास करते थे | महर्षि दधिची भी जौनपुर में ही रहते थे। तुगलक शासक फिरोज शाह तुगलक ने इसकी स्थापना 13वीं सदी में अपने चचेरे भाई मुहम्मद बिन तुगलक की याद में की थी जिसका वास्तविक नाम जौना खां था। इसी कारण इस शहर का नाम जौनपुर रखा गया। 1394 के आसपास मलिक सरवर ने जौनपुर को शर्की साम्राज्य के रूप में स्थापित किया। शर्की शासक कला प्रेमी थे। उनके काल में यहां अनेक मकबरों, मस्जिदों और मदरसों का निर्माण किया गया। यह शहर मुस्लिम संस्कृति और शिक्षा के केन्द्र के रूप में भी जाना जाता है। वर्तमान में यह शहर चमेली के तेल, तम्बाकू की पत्तियों, इमरती और स्वीटमीट के लिए लिए प्रसिद्ध है।
मुख्य आकर्षण-
अटाला मस्जिदः अटाला मस्जिद का निर्माण 1393 ईस्वी में फिरोजशाह तुगलक के समय में शुरू हुआ था जो १४०८ में जाकर इब्राहिम शर्की के शासनकाल में पूरा हुआ। मस्जिद के तीन तोरण द्वार हैं जिनमें सुंदर सजावट की गई है। बीच का तोरण द्वार सबसे ऊंचा है और इसकी लंबाई २३ मीटर है। इसकी बनावट देखकर कोई भी शर्की स्थापत्य की उच्चस्तरीय निर्माण कला का आसानी से अंदाजा लगा सकता है।
जामा मस्जिदः जौनपुर की इस सबसे विशाल मस्जिद का निर्माण हुसैन शाह ने १४५८-७८ के बीच करवाया था। एक ऊंचे चबूतर पर बनी इस मस्जिद का आंगन ६६ मीटर और ६४.५ मीटर का है। प्रार्थना कक्ष के अंदरूनी हिस्से में एक ऊंचा और आकर्षक गुंबद बना हुआ है।।मस्जिद से लगा हुआ शरकी क़ब्रिस्तान भी आकर्षक का केंद्र है।
शाही किलाः शाही किला गोमती के बाएं किनारे पर शहर के दिल में स्थित है। शाही किला फिरोजशाह ने १३६२ ई. में बनाया था इस किले के भीतरी गेट की ऊचाई २६.५ फुट और चौड़ाई १६ फुट है। केंद्रीय फाटक ३६ फुट उचा है। इसके एक शीर्ष पर वहाँ एक विशाल गुंबद है। ��ाही किला में कुछ आदि मेहराब रहते हैं जो अपने प्राचीन वैभव की कहानी बयान करते है।
लाल दरवाजा मस्जिदः इस मस्जिद का निर्माण १४५० के आसपास हुआ था। लाल दरवाजा मस्जिद बनवाने का श्रेय सुल्तान महमूद शाह की रानी बीबी राजी को जाता है। इस मस्जिद का क्षेत्रफल अटाला मस्जिद से कम है। लाल पत्थर के दरवाजे से बने होने के कारण इसे लाल दरवाजा मस्जिद कहा जाता है। इस मस्जिद में जौनपुर का सबसे पुराना मदरसा भी है जिसके बारे में कहा जाता है कि यहां सासाराम के शासक शेर शाह सूरी ने शिक्षा ग्रहण की थी इस मदरसा का नाम जामिया हुसैनिया है जिसके प्रबंधक मौलाना तौफ़ीक़ क़ासमी है।
शाही ब्रिजः गोमती नदी पर बने इस खूबसूरत ब्रिज को मुनीम खान ने 1568 ई. में बनवाया था। शर्कीकाल में जौनपुर में अनेकों भव्य भवनों, मस्जिदों व मकबरों का र्निमाण हुआ। फिरोजशाह ने 1393 ई0 में अटाला मस्जिद की नींव डाली थी, लेकिन 1408 ई0 में इब्राहिम शाह ने पूरा किया.इब्राहिम शाह ने जामा मस्जिद एवं बड़ी मस्जिद का र्निमाण प्रारम्भ कराया, इसे हूसेन शाह ने पूरा किया। शिक्षा, संस्क़ृति, संगीत, कला और साहित्य के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले जनपद जौनपुर में हिन्दू- मुस्लिम साम्प्रदायिक सद् भाव का जो अनूठा स्वरूप शर्कीकाल में विद्यमान रहा है, उसकी गंध आज भी विद्यमान है। यह मुग़ल काल का पहला पुल है।
शीतला माता मंदिर (चौकियां धाम) यहां शीतला माता का लोकप्रिय प्राचीन मंदिर बना हुआ है। इसके निर्माण की कोई अवधि या उल्लेख नहीं है बताया जाता है कि यह मौर्य कालीन प्राचीन मन्दिर था जिसका जीर्णोद्धार करके म��ं शीतला चौकियां धाम रखा गया। इस मंदिर के साथ ही एक बहुत ही खूबसुरत तालाब भी है, श्रद्धालुओं का यहां नियमित आना-जाना लगा रहता है। यहाँ पर हर रोज लगभग ५००० से ७००० लोग आते हैं। नवरात्र के समय में तो यहाँ बहुत ही भीड़ होती हैं। यहाँ बहुत दूर-दूर से लोग अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिये आते हैं। यह हिन्दुओ का एक पवित्र मंदिर जहाँ हर श्रद्धालुओं की मनोकामना शीतला माता पूरा करती है।
बारिनाथ मंदिरः बाबा बारिनाथ का मंदिर इतिहासकारों के अनुसार लगभग ३०० वर्षों से भी अधिक पुराना है। यह मंदिर उर्दू बाज़ार में स्थित है और इसका क्षेत्रफल कई बीघे में है। बाहर से देखने में आज यह उतना बड़ा मंदिर नहीं दिखता लेकिन प्रवेश द्वार से अन्दर जाने पर पता लगता है कि यह कितना विशाल रहा होगा।
यमदाग्नी आश्रमः जिले के जमैथा गावं में गोमती नदी के किनारे स्थित यह आश्रम एक धार्मिक केन्द्र के रूप में विख्यात है। सप्तऋषियों में से एक ऋषि जमदग्नि उनकी पत्नी रेणुका और पुत्र परशुराम के साथ यहीं रहते थे। संत परशुराम से संबंध रखने वाला यह आश्रम आसपास के क्षेत्र से लोगों को आकर्षित करता है।
रामेश्वरम महादेवः यह भगवान शिव का मंदिर राजेपुर त्रीमुहानी जो सई और गोमती के संगम पर बसा है। इसी संगम की वजह से इसका नाम त्रीमुहानी पड़ा है यह जौनपुर से 12 किलोमीटर दूर पूर्व की दिशा में सरकोनी बाजार से ३ किलोमीटर पर हैं और इस स्थान के विषय में यह भी कहा जाता है कि लंका विजय करने के बाद जब राम अयोध्या लौट रहे थे तब उस दौरान सई-गोमती संगम पे कार्तिक पुर्णिमा के दिन स्नान किया जिसका साक्ष्य वाल्मीकि रामायण में मिलता है "सई उतर गोमती नहाये , चौथे दिवस अवधपुर आये ॥ तब से कार्तिक पुर्णिमा के दिन प्रत्येक वर्ष मेला लगता है। त्रिमुहानी मेला संगम के तीनों छोर विजईपुर, उदपुर, राजेपुर पे लगता है दूर सुदूर से श्रद्धालु यहाँ स्नान ध्यान करने आते हैं। विजईपुर गाँव में अष्टावक्र मुनि की तपोस्थली भी है और इसी विजईपुर गाँव में ही 'नदिया के पार' फिल्म की शूटिंग हुई।
गोकुल घाट(गोकुल धामः गोकुल धाम मंदिर अत्यंत पुराना मंदिर है जिसे लगभग 400 वर्ष पुराना माना जाता है जो कि गोमती नदी के तीर स्थित है। गोकुल घाट के संरक्षक साहब लाल मौर्य के द्वारा बताया गया है कि यह मंदिर बहुत ही प्राचीन और बहुत विशाल है परन्तु अब इसका अधिक हिस्सा ग्रामीणों द्वारा कब्जा कर लिया गया है।
पांचों शिवालाः यह मंदिर जौनपुर के प्राचीन मंदिरों में से एक है इसकी प्राचीनता के विषय में किसी को कोई सटीक जानकारी नहीं है परन्तु यह अत्यंत आकर्षक शिव मंदिर है। इसमें पांच शिवालयों का समूह आकर्षक है इसके इ��िहास का कहीं सटीक वर्णन नहीं मिलता।
जौनपुर की मूलीः जौनपुर की मूली बहुत प्रसिद्ध है और यह लगभग 4 से 6 फीट तक होती है जब भी ऐसी मूली सामने आती है चर्चा का विषय बन जाती है और उसे देखने के लिए भीड़ लग जाती है । लेकिन वर्तमान में यह अपना वजूद खो रही है। इसके पीछे कई कारण हैं, जैसे मूली की खेती कुछ विशेष क्षेत्रों में होना जहां मकान बनाये जाने से, तथा मूली का उचित लागत न मिलने के कारण किसानों का मूली से मोहभंग हो गया। यही कारण है कि 15 से 17 किलो तक वजन की कुल मूली अब 5 से 7 किलो की भी मुश्किल से हो पाती है। लेकिन कभी कभी वर्तमान में भी यह चर्चा का विषय बनी रहती है।
अन्य दर्शनीय स्थलः उपरोक्त लोकप्रिय दर्शनीय स्थलों के अलावा भी जौनपुर में देखने के लिए बहुत कुछ है। उदाहरण के लिए सोमेश्वर महादेव ब���बीपुर शाही किल, ख्वाब गाह, दरगाह चिश्ती, पान-ए-शरीफ, जहांगीरी मस्जिद, अकबरी ब्रिज और र्की सुल्तानों के मकबरें प्रमुख हैं। सई-गोमती संगम ,संगम स्थित विजईपुर ग्राम में बने 'नदिया के पार' फिल्म का शूटिंग स्थल , संगम पे रामेश्वर मंदिर , संगम से कुछ दूर बिरमपुर केवटी में स्थित चौबीस गाँव की कुल देवी माँ चंडी धाम, शीतला चौकियाँ धाम , जमैथा आश्रम , पूर्वांचल विश्वविद्यालय , तिलकधारी महाविद्यालय , मैहर धाम, कटवार, आदि; इन सब के अतिरिक्त हनुमानजी का एक बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर " अजोसी महावीर धाम " मड़ियाहूं तहसील के अजोसी गांव में स्थित है , यहाँ हर मंगलवार को प्रभु के दर्शन हेतु हजारों श्रद्धालु आते हैं ,और शिवपुर में दुर्गा मां,और हनुमान जी का भव्य मन्दिर है, आप भी कभी समय निकाल कर यहाँ दर्शन हेतु अवश्य आएँ । यहा पर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्विद्यालय भी स्थित है।
आवागमन-
वायु मार्ग - जौनपुर शहर का निकटतम एयरपोर्ट वाराणसी का लाल बहादुर शास्त्री एअरपोर्ट (बाबतपुर एयरपोर्ट) है, जो यहां से 35 किलोमीटर की दूरी पर है। एअरपोर्ट, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या ५६ पर है और यात्र��� में औसतन ४५ मिनट का समय लगता है।
रेल मार्ग - जौनपुर में २ मुख्य रेलवे स्टेशन हैं, १. जौनपुर जंक्शन, २. जौनपुर सिटी स्टेशन। जौनपुर का रेलवे स्टेशन लखनऊ वाराणसी और दीन दयाल उपाध्याय रेललाइन पर पड़ता है। गंगा यमुना एक्सप्रेस, वरुणा एक्सप्रेस और श्रमजीवी एक्सप्रेस ,सद्भावना एक्सप्रेस,और गोदान एक्सप्रेस जौनपुर को अनेक शहरों से जोड़ती है।
सड़क मार्ग - जौनपुर शहर आसपास के अनेक शहरों से सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। वाराणसी, इलाहाबाद, फ़ैज़ाबाद, अयोध्या,अकबरपुर लखनऊ, गोरखपुर, आजमगढ़, सुल्तानपुर ,पडरौना शहरों से जौनपुर के लिए नियमित बस सेवाएं उपलब्ध है।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी(नवाचार)-
दुनिया का सर्वाधिक भाषाएं बोलने वाली सामाजिक और शैक्षिक ह्यूमनॉइड रोबोट "रोबोट शालू"। अपशिष्ट पदार्थ से बनी 47 भाषाएं बोलने में सक्षम विश्व प्रसिद्ध रोबोट शालू को जौनपुर के ही एक वैज्ञानिक व शिक्षक ने विकसित किया है।
उल्लेखनीय व्यक्तित्व-
पण्डित वासुदेव चतुर्वेदी
निहालू मिश्र
रामभद्राचार्य
रवि किशन
मुहम्मद जौनपुरी
लालजी सिंह
राजा यदुवेन्द्र दत्त दूबे
पारसनाथ यादव
अश्विनी द्विवेदी (बादल)
धन्यवाद्।
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लव आज कल 2020 फिल्म रिव्यु
Image of Kartik Aaryan lead in the reviewed film प्लॉट: यह फिल्म एक ऐसे लड़के लड़की की कहानी है जो एक्सीडेंटली एक क्लब में मिलते हैं दोनों Physically होने की कोशिश करते हैं पर लड़का राजी नहीं होता, उसके बाद लड़का उसका पीछा करते-करते वहां पहुंच जाता है जहां लड़की एक कैफे में बैठकर अपना काम करती है Cafe के Owner की कहानी भी साथ-साथ चलती रहती है दोनों कहानियों में आगे क्या घटनाएं होती हैं, क्या दोनों कहानियों का अंत सुखद होगा? क्या दोनों कपल्स आपस में मिल पाएंगे? क्या दोनों कहानियों का अंत एक दूसरे को बिना मिले खत्म हो जाएगा? यह सब जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी टोन और थीम: इस फिल्म की टोन रोमांटिक कॉमेडी और थीम Love and Relationship है| इस फिल्म को बनाने का उद्देश्य आजकल के समय के युवाओं के प्यार पा��े का तरीका और सोचने का तरीका जैसे कि वह अपने पार्टनर से क्या चाहते हैं ? वह एक दूसरे के लिए त्याग कर सकते हैं क्या वह रिलेशनशिप को निभाने के लिए हर तरह के समझौते कर सकते हैं, इस फिल्म में दिखाया गया है कि आजकल के युवा लव,रिलेशनशिप यूज़ एंड थ्रो, सीरियस रिलेशनशिप, वन नाइट स्टैंड, हुकअप्स और शादी विवाह के बारे में क्या सोचते हैं, युवा सिर्फ प्यार चाहते हैं या फिर अपना करियर भी साथ चाहते हैं या दोनों ही चाहते हैं या सिर्फ कैरियर फोकस्सड होना चाहते हैं| एक्टिंग एंड कैरक्टर्स: वीर और रघु के किरदार में कार्तिक आर्यन ने डबल रोल किया है दोनों रोल को उन्होंने होशियारी से निभाया, इस रोल को निभाने के लिए जो कुछ भी चाहिए था वह उनके अभिनय में झलकता है, भावनात्मक दृश्य हो, चाहे हंसी मजाक वाले दृश्य हो, नृत्य हो, अकेलेपन का दर्द हो, या फिर प्यार वाले दृश्य हो, हर इमोशंस को उन्होंने पर्दे पर उकेरा है| Zoe के रोल में सारा अली खान का अभिनय भी बहुत ही शानदार कहा जा सकता है उनकी डायलॉग डिलीवरी हो, चेहरे के इमोशंस हो,Anger हो, प्यार हो, कॉमेडी हो, उनके फेस एक्सप्रेशंस बहुत ही उम्दा है उन्हें निभाने के लिए बहुत ही पावरफुल रोल मिला है, उन्होंने अपने रोल के साथ पूरा इंसाफ किया है, राज के रोल में रणदीप हुड्डा का अभिनय भी अलग तरह का है| सपोर्टिंग रोल में उनका काम भी बढ़िया है खोने का दर्द हो या पाने की खुशी बखूबी वह इमोशंस को अपने चेहरे पर दिखा पाए लीना के रोल में आरूषी शर्मा का अभिनय ठीक-ठाक कहा जा सकता है, उन्होंने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत भी इसी फिल्म के डायरेक्टर के साथ की थी| तमाशा फिल्म उनकी फर्स्ट हिंदी डेब्यू फिल्म थी| श्रीमती चौहान के किरदार में सिमोन सिंह का अभिनय भी बढ़िया है| रिटन एंड डायरेक्शन: इस फिल्म को इम्तियाज अली ने निर्देशित किया है, जो जब भी मेट, रॉकस्टार, लव आज कल, हाईवे और तमाशा जैसी बेहतरीन और सफल फिल्में बना चुके हैं, वह बॉलीवुड में एक जाना पहचाना नाम है, उनका इस फिल्म में भी डायरेक्शन बहुत ही उम्दा है, लेकिन लगता है कहानी के मामले में वह थोड़े से ढीले पड़ गए और भटक गए| फिल्म को देखकर ऐसा लगता है कि वह फिल्म को खींच रहे हैं, कहानी-पटकथा में भी दम नहीं है, डायलॉग बहुत अच्���े लिखे गए हैं, लेकिन डायरेक्शन मजबूत होने के बावजूद कहानी अपील नहीं करती, जबरदस्ती कहानी को खींचा ��या है| सिनेमैटोग्राफी: अमित राय की बढ़िया कहीं जा सकती है, हिमाचल प्रदेश ��र उदयपुर के दृश्यों को उन्होंने बहुत ही सुंदर तरीके से फिल्माया है, दिल्ली को भी बहुत सुंदर से दिखाया गया है| एडिटिंग: आरती बजाज की थोड़ी सी शिथिल और धीमी है, फिल्म कहीं कहीं पर बोर भी करती है, फिल्म की pacing भी स्लो है,थोड़ी सी फिल्म काट छांट कर छोटी की जा सकती थी| बैकग्राउंड स्कोर: ईशान छाबड़ा का संतुलित है कोरियोग्राफी: विजय गांगुली की ठीक-ठाक है कॉस्ट्यूम डिजाइन: अक्की नरूला के फिल्म के रोल के हिसाब से अच्छे बनाए गए हैं| प्रोडक्शन डिजाइन: सुमन राय महापात्रा की कैफे और घर का डिजाइन बहुत बढ़िया बन पड़ा है साउंड डिजाइन: धीमान करमाकर शानदार है म्यूजिक: प्रीतम के तीन-चार गीत अच्छे बन पड़े हैं शायद, मेहरमा, परमेश्वर और और तन्हा| लिरिक्स: इरशाद कामिल के लिखे हुए कुछ गीत अच्छे हैं क्लाइमैक्स: अच्छा बन पड़ा है ओपिनियन: वन टाइम वॉच! जो रोमांटिक कॉमेडी फिल्में देखने के शौकीन हैं वे लोग यह फिल्म एक बार देख सकते हैं मैसेज: आज का युवा सबसे पहले क्या देखें? अपनी जिंदगी बनाने में ? प्यार? रिश्तेदारी? कैरियर? शादी? Love and Relationship or both ? one? Career or Love? Relationship or Career? They are confuesed too! फिल्म में एडल्ट दृश्य जैसे कि चुंबन, कपड़े उतारते हुए दिखाए गए हैं, इसलिए बच्चे माता-पिता के साथ यह फिल्म देखने नहीं जा पाएंगे| CBFC-U/A Movietime-2h.21mins Genre-Romantic Drama Backdrop-HP, Delhi & Udaipur Release Year-2020 Filmcast: Karthik Aaryan, Sara Ali Khan, Randeep Hooda, Aarushi Sharma, Simone Singh, Art Director: Trupti Chavan, Choreography: Vijay Ganguly, Original Background Score: Ishaan Chhabra, Costume Design: Aki Narula, Casting: Mukesh Chhabra, Lyrics: Irshad Kamil, Sound Design: Dhiman Karmakar, Production Design: Suman Roy Mahapatra, Editor: Aarti Bajaj, Music: Pritam, Cinematography: Amit Roy, Produced: Dinesh Vijan, Imtiaz Ali, Script and Director: Imtiaz Ali A Window Seat Films and Maddock Films Production Maddock Films, Jio Studios, Dinesh Vijan, Reliance Entertainment Presents Read the full article
#लवआजकल2020फिल्म#लवआजकल2020मूवी#लवआजकल2020फिल्मरिव्यू#कार्तिकआर्यन#साराअलीखान#रणदीपहुड्डा#श्रुतिशर्मा#रोमांटिक#रोमांटिकड्रामा#इम्तियाजअली
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