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#रखकर
hindie24bollywood · 2 years
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सिर पर टोकरी रखकर नीलम गिरी ने नृत्य किया
सिर पर टोकरी रखकर नीलम गिरी ने नृत्य किया
संक्रामक वीडियो: नीलम गिरी भोजपुरी की एक्सप्रेशन क्वीन हैं, जिनका हर पुराना हो या नया वीडियो सोशल मीडिया पर आते ही तहलका मचा देता है. वहीं अब नीलम गिरी का लेटेस्ट वीडियो सामने आया है जिसमें वह कमर को हिलाती नजर आ रही हैं। इस वीडियो को देखकर फैंस नीलम गिरी के डांस के दीवाने हो रहे हैं. आप भी देखें नीलम जीरा का खास डांस वीडियो। इस वीडियो को नीलम गिरी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है. इस…
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maakavita · 2 months
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जान हथेली पर रखकर (jaan hatheli par rakhkar ) : एक माँ के नाम
जान हथेली पर रखकर (jaan hatheli par rakhkar ) , मुझको ये जीवन दान दिया, पहली प्रार्थना उस माँ के लिए, जिस माँ ने अपना जीवन मेरे नाम किया, *       *         *         *         *         * मैं हाथ जोड़कर करूं प्रार्थना, उस पालनहार के आगे जब-जब भी, सर को झुकाया है, झोली में हों उसके फूल सदा, जिस माँ ने जीवन मेरा चमकाया है, मेरी दूजी प्रार्थना की हकदार, प्यारी कोख है माँ की, हे पालनहार, उस कोख से…
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ghostlybelieverpoetry · 3 months
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premlatasblog · 3 months
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priyadharma9874 · 3 months
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keshkali · 3 months
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omprakas · 3 months
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#GodNightSunday
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#भूखेबच्चेदेख_मां_कैसे_खुश_हो
माँ को खुश करने के लिए कोई बच्चा व्रत, उपवास रखकर दिन भर भूखा रहे तो क्या मां खुश हो सकती है? इसका सीधा जवाब है कि इससे माँ और अधिक दुःखी होगी।
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virtualposttragedy · 5 months
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subhashdagar123 · 5 months
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sehatgyantips · 8 months
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ज़्यादा मोबाइल चलाने के नुकसान
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satyaparkashsworld · 1 year
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kramsingh1959 · 2 years
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cybergardenturtle · 8 months
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🔸️काशी का अद्भुत विशाल भंडारा🔸️
600 वर्ष पूर्व परमेश्वर कबीर बंदीछोड़ जी द्वारा इस लोक में ऐसे कई चमत्कार किए गए हैं जो मात्र ईश्वर द्वारा किए जा सकते हैं। किसी मायावी अथवा साधारण व्यक्ति द्वारा यह संभव नहीं हैं जैसे भैंसे से वेद मंत्र बुलवाना, सिकंदर लोदी के जलन का रोग ठीक करना, मुर्दे को जीवित करना, यह शक्ति मात्र ईश्वर के पास होती है तथा इसके अतिरिक्त काशी में बहुत विशाल भंडारे का आयोजन करना।
शेखतकी ने काशी के सारे हिन्दू, मुसलमान, पीर पैगम्बर, मुल्ला काजी और पंडितो को इकट्ठा करके कबीर परमेश्वर के खिलाफ षडयंत्र रचा। सोचा कबीर निर्धन व्यक्ति है। इसके नाम से पत्र भेज दो की कबीर जी काशी में बहुत बड़े सेठ हैं। वह काशी शहर में तीन दिन का धर्म भोजन-भण्डारा करेंगे। सर्व साधु संत आमंत्रित हैं। पूर�� हिंदुस्तान में झूठी चिट्ठियां भेजकर खूब प्रचार करवा दिया की प्रतिदिन प्रत्येक भोजन करने वाले को एक दोहर (कीमती कम्बल) और एक सोने की मोहर दक्षिणा में देगें। एक महीने पहले ही प्रचार शुरू कर दिया और देखते ही देखते पूरे हिंदुस्तान से 18 लाख भक्त तथा संत व अन्य व्यक्ति लंगर खाने काशी में चौपड़ के बाजार में आकर इकट्ठे हो गए। जब संत रविदास जी को यह खबर लगी तो कबीर जी से पूरा हाल बयां किया। परमात्मा कबीर जी तो जानीजान थे। फिर भी अभिनय कर रहे थे। रविदास जी से कहा कि रविदास जी झोपड़ी के भीतर आ जाओ और कुंडी लगा लो हम सुबह होते ही यहां से निकल लेंगें इस बार तो हमारे ऊपर बड़ा जुल्म कर दिया है इन लोगों ने।
एक तरफ तो परमेश्वर कबीर बंदीछोड़ जी अपनी झोपड़ी में बैठे थे और दूसरी तरफ परमेश्वर कबीर जी अपनी राजधानी सतलोक में पहुँचे। वहां से केशव नाम के बंजारे का रूप धारण करके कबीर परमात्मा 9 लाख बैलों के ऊपर बोरे (थैले) रखकर उनमें पका-पकाया भोजन (खीर, पूड़ी, हलुवा, लड्डू, जलेबी, कचौरी, पकोडी, समोसे, रोटी दाल, चावल, सब्जी आदि) भरकर सतलोक से काशी नगर की ओर चल पड़े। सतलोक की हंस आत्माएं ही 9 लाख बैल बनकर आए थे। केशव रूप में कबीर परमात्मा एक तंबू में डेरा देकर बैठ गए और भंडारा शुरू हुआ। बेईमान संत तो दिन में चार-चार बार भोजन करके चारों बार दोहर तथा मोहर ले रहे थे। कुछ सूखा सीधा (चावल, खाण्ड, घी, दाल, आटा) भी ले रहे थे।
इस भंडारे की खास बात यह थी कि परमेश्वर के भोग लगे पवित्र भंडारे प्रसाद को खाने से कोटि-कोटि पापनाश हो जाते हैं जिसका प्रमाण गीता अध्याय-3 श्लोक-13 में है।
धर्म यज्ञ बहुत श्रेष्ठ होती हैं भोजन भंडारा करवाना धर्म यज्ञ में आता है भंडारे से वर्षा होती है वर्षा से धन-धान्य की उपज होती है जिससे सभी जीवों का पेट भरता और पुण्य मिलता है।
ऐसे पुण्य के कार्य वर्तमान में जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल की महाराज जी द्वारा किए जा रहे हैं उनके सानिध्य में 10 जगहों पर तीन दिवसीय विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है इस भंडारे में शुद्ध देशी घी के पकवान जैसे रोटी, पूरी, सब्जी, लड्डू, जलेबी, हलवा, बूंदी आदि–आदि बनाए जाते हैं। जो पूर्ण परमेश्वर को भोग लगाने के पश्चात भंडारा करवाया जाता है। इस समागम में लाखों की संख्या में देश विदेश से आए श्रद्धालुों का तांता लगा रहा रहता है। परमेश्वर की अमर वाणी का अखंड पाठ, निःशुल्क नामदीक्षा चौबीसों घंटे चलती रहेगी। जिसमें आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
#MiracleOfGodKabir_In_1513
#दिव्य_धर्म_यज्ञ_दिवस
26-27-28 नवंबर 2023
#SantRampalJiMaharaj
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संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम उपदेश लेने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जायें।
⬇️⬇️
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
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keshkali · 3 months
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kiaoffside · 3 months
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भूखेबच्चेदेख_मां_कैसे_खुश_हो
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यदि मां को खुश करने के लिए कोई बच्चा व्रत, उपवास रखकर दिन भर भूखा रहे तो क्या मैं खुश हो सकती है
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scribblersobia · 10 months
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जब तुम दिन के शोर में मुझे याद करते हो,
अच्छा लगता है।
जब तुम मेरी छोटी - छोटी बातें याद रखते हो,
अच्छा लगता है।
जब वो फूलों की दुकान में से एक सुंदर सा फूल तुम मेरे लिए लाते हो,
अच्छा लगता है।
जब मुझपे अपना हक समझ कर मुझे कभी - कभी प्यार वाली डांट लगाते हो,
अच्छा लगता है।
जब रात को तुम्हारे कंधे पर सर रखकर, मैं और तुम आसमान को निहारते हैं,
अच्छा लगता है।
जब मेरी मेंहदी में तुम अपना नाम ढूंढते हो,
अच्छा लगता है।
जब मेरी लिखी कविताओं को पढ़ कर तुम शर्माते हो,
अच्छा लगता है।
तुम्हारे लिए त्यार होना, सजना संवरना मुझे,
अच्छा लगता है।
जब हम - तुम, हम - तुम की खामोशियों में भी अल्फाजों को चुनते हैं,
अच्छा लगता है।
मेरा हाथ पकड़कर जब तुम मुझे चूमते हो तब,
अच्छा लगता है।
तुम्हारा साथ होना, मोहब्बत का गीत लगता है, जिसे सुनकर मुझे,
अच्छा लगता है।
तू मेरा, तेरा साथ मेरा,
मैं तेरी, मेरा साथ तेरा,
मुझे तेरे साथ बिताया हर एक पल बहुत अच्छा लगता है।
_ सोबिया।
@scribblersobia
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