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brijendrasstuff · 11 months ago
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"Chelsea 0-1 Liverpool Stats: EFL Cup Final ए क्लोजर लुक एट चेल्सी 0-1 लिवरपूल इन द ईएफएल कप फाइनल"
“Chelsea 0-1 Liverpool Stats: EFL Cup Final चेल्सी 0-1 लिवरपूल, ईएफएल कप फाइनल, डिकोडिंग द नंबर्स, क्लोजर लुक, मैच Children “Chelsea 0-1 Liverpool Stats: EFL Cup Final लंदन, इंग्लैंड के वेम्बली स्टेडियम में चेल्सी और लिवरपूल के बीच काराबाओ कप 2023-24 फाइनल के मुख्य आकर्षण, स्कोर और कमेंट्री को पकड़ें। नाखून काटने वाले मुकाबले के बावजूद, वर्जिल वैन डाइक के देर से हेडर ने वेम्बली में चेल्सी के…
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rudrjobdesk · 3 years ago
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घर, लॉन, स्विमिंग पूल से एक साथ बच्चों ने खेली बॉल, एक भी शॉट मिस न होने वाले वीडियो से इंटरनेट पर मचा धमाल
घर, लॉन, स्विमिंग पूल से एक साथ बच्चों ने खेली बॉल, एक भी शॉट मिस न होने वाले वीडियो से इंटरनेट पर मचा धमाल
आपने इंटरनेट पर एक से एक वीडियोज़ और गेम देखे होंगे. लेकिन हमारा यकीन है कि आपने अब तक बच्चों के जरिए ऐसे शानदार खेल का वीडियो इससे पहले शायद ही कभी देखा होगा. बड़े-बड़े लोग तो एक मैदान में, एक लॉन में या एक स्टेडियम में एक ही जगह इकट्ठा होकर कोई भी मैच और गेम खेलते है. वो भी ढेर सारी प्रैक्टिस के बाद, लेकिन बच्चों ने अलग-अलग जगहों पर रहकर शानदार गेम खेला. ट्विटर पर बच्चों के बॉल खेलते वीडियो ने…
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hindi-khabar · 2 years ago
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khsnews · 3 years ago
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Sachin Tendulkar shares video in dog playing cricket with children watch
Sachin Tendulkar shares video in dog playing cricket with children watch
नई दिल्ली. दुनिया के महान बल्लेबाजों में शुमार भारत के पूर्व दिग्गज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. उन्होंने सोमवार को एक वीडियो शेयर किया जिसे काफी पसंद किया जा रहा है. वीडियो को देखकर ऐसा लग रहा है कि किसी गांव-देहात में क्रिकेट मैच खेलते हुए किसी ने इसे शूट किया है. वीडियो में एक डॉग विकेटकीपर की भी भूमिका निभा रहा है और साथ ही फील्डिंग भी कर रहा है. इस…
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helphindime01 · 4 years ago
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डिएगो माराडोना - Help Hindi Me
डिएगो माराडोना की जीवनी | Biography of Diego Maradona
फुटबॉल की दुनिया के जाने माने खिलाड़ी डिएगो माराडोना को पूरे विश्व में एक महान और अच्छे खिलाड़ी के रूप मे जाना जाता है। उन्हें फुटबॉल के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में गिना जाता है। डिएगो माराडोना विश्व भर में अपने उपनाम माराडोना से प्रसिद्ध हुए।
दुर्भाग्यवश अर्जेंटीना के इस महान फुटबॉल खिलाड़ी का 25 नवंबर 2020 को निधन हो गया। दिल का दौरा पड़ने की वजह से 60 वर्ष की आयु में उन्होंने अपनी अंतिम सांसे ली।
पूरा नाम: डिएगो अर्मानडो माराडोना जन्म तिथि: 30 अक्टूबर 1960 जन्म स्थान: लानोस ब्यूनस आयर्स कद: 5 फूट 5 इंच राष्ट्रीय टीम: अर्जेंटीना मृत्यु तिथि: 25 नवंबर, 2020
डिएगो माराडोना का प्रारंभिक जीवन
डिएगो माराडोना का जन्म 30 अक्टूबर 1960 को लानुस की ��क गरीब परिवार में हुआ था। उनका पालन पोषण विला फिओरिटो जो ब्यूनस आयर्स के दक्षिणी विभाग में बसी एक झोपड़ी वाले इलाका मे हुआ। माराडोना की तीन बहनें व दो भाई हैं, दोनों भाई भी पेशे से फुटबॉल खिलाड़ी थे।
बचपन में फुटबॉल खेलने के लिए यदि इनके पास न तो किट होती थी न फुटबॉल, ये टिन के डब्बे या बेकार के कपड़ों को गेंद(फुटबॉल) बनाकर उस से खेला करते थे।
माराडोना ने 7 नवंबर 1989 को ब्यूनस आयर्स(Buenos Aires) में अपनी मंगेतर (Diego Maradona wife) क्लाउडिया विलाफाने से विवाह कर लिया था। उनकी दो पुत्रियां डालमा नीरा(Dalma Nerea) और गियानिना डिनोरा (Gianinna Dinorah) है। माराडोना और क्लाउडिया ने 2004 में तलाक ले लिया था।
Diego Maradona Children/Diego Maradona son/Diego Maradona daughter
Son
Diego  Sinagra
Daughter
Giannina  Maradona
Daughter
Dalma  Maradona
Son
Diego  Fernando Maradona Ojeda (Veronica Ojeda’s son)
उनकी पुत्रियों के अनुसार तलाक के बाद में वह दोनों मित्रवत बने रहे। तलाक की कार्रवाई के दौरान माराडोना ने यह स्वीकार किया की उनका एक और पुत्र डिएग्रो भी हैं। डिएग्रो जूनियर इटली में एक फुटबॉलर खिलाड़ी है।
माराडोना कोकीन नशे के आदी हो गए थे। नशे की लत लगने के कारण उनके फुटबॉल कैरियर पर भी बुरा प्रभाव पड़ने लगा था। खेल से संन्यास लेने के बाद भी कई वर्षों तक उनका स्वास्थ्य खराब रहा। वर्ष 2000 में उरुग्वे में छुट्टियों के दौरान माराडोना को आपातकालीन स्थिति में एक अस्पताल ले जाना पड़ा। जहां उनके खून में कोकेन की मात्रा पाई गई। जिसके बाद उन्होंने अर्जेंटीना छोड़कर ड्रग्स पुनर्वास का पालन करने के लिए क्यूबा चले गए।
18 अप्रैल 2004 में कोकीन और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करने के कारण डॉक्टर ने बताया कि वह Cardiac muscle का शिकार हो गए हैं, और उन्हें ब्यूनस आयर्स के एक अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था। वर्ष 2005 में माराडोना ने बढ़ते वजन की समस्या के कारण अपनी गैस्ट्रिक बायपास सर्जरी करवाई थी जिसके बाद वह काफी हद तक दुबले हो चुके थे। 29 मार्च 2007 को माराडोना को ब्यूनस आयर्स के एक अस्पताल में दोबारा से भर्ती करवाया गया था। हेपेटाइटिस और मद्यपान के कारण उनको यह समस्या हुई थी।
8 मई 2007 को माराडोना ने अर्जेंटीना के एक टीवी शो में बताया कि उन्होंने मद्यपान का सेवन करना पूरी तरह छोड़ दिया है।
डिएगो माराडोना का फुटबॉल कॅरि��र और उपलब्धियां–
माराडोना ने 1976 में अपने करियर की शुरुआत अर्जेंटीनियन जूनियर से की थी। अपने करियर की पूर्णता शुरुआत उन्होंने 1977 में हंगरी के खिलाफ खेल कर की थी ।
Diego Maradona Number: 10, वे 10 नंबर की जर्सी पहन कर अपनी टीम की तरफ से खेलते थे।
1979 मे डियागो माराडोना ने फीफा वर्ल्ड कप यूथ चैंपियनशिप को जीतने में अर्जेंटीना की ओर से बहुत ही अहम भूमिका निभाई थी। यह माराडोना की सबसे पहली बड़ी कामयाबी थी जिसके लिए उन्हें गोल्डन बॉल अवार्ड से सम्मानित किया गया।
इसके बाद माराडोना ने अपने देश के लिए 4 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा बने- वर्ष 1982, 1986, 1990 और 1994।
वर्ष 1986 में अपनी टीम को विजयी बनाया था। 1994 के मैच को पूरा नहीं कर सके थे क्योंकि उन्हें एफेड्रिन ड्रग पॉजिटिव होने के कारण सस्पेंड कर दिया गया था।
माराडोना ने बहुत सारे क्लब के लिए भी फुटबॉल खेला है जिनमें- अर्जेंटीनोस जूनियर, बोका जूनियर्स, बार्सिलोना, नेवल ओल्ड बॉयज, नापोली आदि है।
1986 के क्वार्टर फाइनल, अर्जेंटीना बनाम इंग्लैंड मे पहले ही गोल मैडोना के हाथ से लग कर गोल पोस्ट में चली गई और रेफ्री को लगा कि बॉल उनके सर से टकराकर गई है। जिसके कारण उस गोल को ‘द हैंड ऑफ गॉड‘ के नाम से जाना जाता है।
नापोली में माराडोना ने प्रसिद्धि हासिल की उनके कारण ही उनकी टीम सफल हो गई थी। माराडोना के नेतृत्व में रहकर नापोली ने सीरी ए (Serie A) इटालियन चैंपियनशिप 1986-87 और 1889-1890 जीता और इसके साथ ही दो बार लीग में दूसरे स्थान पर आए थे। माराडोना के कारण नापोली को बहुत से सम्मान मिले जिनमें 1987 में कोपा इटालिया (Coppa Italia), 1989 मे UEFA कप का और 1990 इटालियन सुपर कप है।
माराडोना ने इंटरनेशनल करियर में 91 मैच खेले और 34 गोल किए, साथ ही 4 फीफा वर्ल्ड कप टूर्नामेंट खेले। इसमें शामिल 1986 वर्ल्ड कप के बाद कप्तान भी रहे थे।
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डिएगो माराडोना की खास उपलब्धियां–
फीफा विश्व कप 1986 विश्व कप में गोल्डन बॉल से सम्मानित होने वाले पहले खिलाड़ी थे।
2002 में फीफा ने माराडोना को सदी का सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर घोषित किया था।
1986 में मेक्सिको के विश्व कप में यह कप्तान रहे और अर्जेंटीना को इन्होंने फीफा चैंपियन बनाया था।
1979 में उन्हें दक्षिण अमेरिका का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया था।
माराडोना ने अपने फुटबॉल के करियर में कुल 312 गोल किए है।
2002 के फीफा पोल के द्वारा 1986 में उनके द्वारा किए गए दूसरे गोल को ‘बेस्ट गोल एवं स्कोर इन वर्ल्ड कप‘ यानी वर्ल्ड कप के इतिहास में सबसे बेहतरीन गोल बताया गया था।
2010 में टाइम्स ने माराडोना को वर्ल्ड कप के 10 बेहतरीन खिलाड़ियों में गिना था।
माराडोना ने 2000 में लिखी अपनी आत्मकथा यू you soy El Diego यानी ‘आई एम दी डिएगो’ लिखी जो उनके देश में सबसे अधिक बिकने वाली किताब बन गई थी। 2 वर्ष के बाद माराडोना ने इस पुस्तक को क्यूबन रॉयल्टी ‘दी क्यूबन पीपल एंड फीदेल’ को दान कर दी थी।
https://helphindime.in/diego-maradona-biography-in-hindi/
उपसंहार
डिएगो माराडोना विश्व के सबसे प्रसिद्ध फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक हैं। उनकी मृत्यु पर हर कोई शोक मना रहा है। उनकी मृत्यु पर भारत के पूर्व क्रिकेट कप्तान व बीसीसीआई अध्यक्ष और सौरव गांगुली ने ट्वीट करके कहा ‘मेरे हीरो नहीं रहे। मैंने आपके लिए फुटबॉल देखा’।
माराडोना भले ही आज हमारे बीच नहीं रहे लेकिन विश्व फुटबॉल में उनके द्वारा किये गए योगदान को इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा।
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amoladiwakar-blog · 5 years ago
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LOSS OF A FRIEND
साल २०००, ओम विहार, धरमपुर, देहरादून में उन दिनों दिब्येष और मैं साथ में रहा करते थे| दोनों ही डीबीएस कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई कर रहे थे| वह प्रथम वर्ष में था तो मैं अंतिम| सर्दियों का समय था| बर्फ मसूरी की पहाड़ियों को और भी मनमोहक बना रहीं थीं| इस पर उस दिन जब वह छत पर खड़ा होकर मसूरी घूमने की जिद करने लगा तो मुझे मंजूरी देनी ही पड़ी| भाटिया फोटो स्टूडियो से कैमरा किराये पे लिया, गर्म कपड़े, जैकेट, टोपी, ग्लब्स पहने और बस से पहाड़ों की रानी-मसूरी के लिए निकल पड़े| दिन भर खूब घूमें, बर्फबारी का भरपूर आनंद लिया और एक-दूसरे के खूब सारे फोटो खींचे| शाम हुई तो वापस लौटने का ध्यान आया| गाड़ियाँ सारी खचाखच भरी हुईं| अगली सुबह को ही वापस आना संभव था| दोनों अब रात गुजारने की परेशानी में आये ही थे कि अवलोन रिसॉर्ट्स में जान-पहचान का कोई मिल गया| रात अच्छी तरह से निकली तो अगले दिन सही सलामत देहरादून वापस पहुंच गये| दिब्येष की एक आदत जो मुझे बहुत अच्छी लगी वो थी रोज रात को सोने से पहले ज्ञानवर्धक किताबें पढना| चाहे कुछ भी ह�� ये आदत उसकी कभी न टूटती| बाकी सारे काम निपटने के लिए ��मारी तरफ देख रहे होते| शादी-ब्याह में अक्सर शामिल हो लिया करते, समय और धन दोनों की बचत हो जाती और शरीर की देखभाल भी| दोनों ने खर्चा कितना किया, इस बात का हिसाब-किताब, कॉपी में संयुक्त खाते में लिख दिया जाता जोकि दोनों की नजर में रहता| पेज का एक कॉलम मेरा हुआ करता तो एक उसका| सुमन नगर और रेसकोर्स के बन्नू स्कूल में क्रिकेट मैच खेलना मुझे आज भी बहुत अच्छी तरह से याद है|
उस बारी की गर्मी में मैंने कॉलेज के पास दीपक आलोक के साथ रहना शुरू किया| कुछ समय बाद पता चला कि दिब्येष पुलिस में भर्ती हो गया है| यह शुभ समाचार सुनकर दिल को अपार खुशी हुई| आलोक के बाद विनोद और अवतार मेरे रूममेट रहे| वक्त अपनी करवटें बदलता रहा| मैं और मेरा छोटा भाई दीपप्रकाश अब उसी जगह पर रहने लगे थे जहां पे कभी मैं और मोटू साथ में रहा करते थे| दिब्येष को मकान मालिक के बच्चे टीनू और ज्योति प्यार से मोटू ही बुलाते थे और मुझे पतलू| अब, टीनू सुबह-शाम मेरे कंप्यूटर पे गेम्स खेलता रहता जोकि बाद में वहाँ से रुम छोड़ने का कारण भी बना था| दीप का स्कूल श्री गोवेर्धन सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कॉलेज अब नजदीक हो गया था और मेरा इग्नू एमसीए भी बढ़िया चल रहा था| आँटी कभी-कभार दिब्येष के बारे में पूछ लिया करती|
उस दिन का अखबार पढ़ने से दिब्येष की अकस्मात मौत के बारें में पता चला| तेज बहाव और संतुलन खोने की वजह से दिब्येष की गंगनहर में डूबने से मौत हो चुकी थी| बाद में पापा से पता चला कि जाखणीधार में सारी दुकानें इस शोक की वजह से बंद कर दी गई थीं| मेरे लिए यह एक बहुत बड़ा दुःखद समाचार था जिससे उभर पाना इतना आसान नहीं था| मैंने एक उम्दा दोस्त खोया था| ये महज़ एक इत्तेफाक ही था कि उन दिनों मैं उसी कमरे में रह रहा था जिसमें कभी मैंने और दिब्येष ने साथ में कुछ अच्छे पल बिताये थे|
शेर-ओ-शायरी अंदाज में दिब्येष अक्सर बयाँ करता:
कुछ लोग थे जो वक्त के सांचे में ढल गए, कुछ वैसे हुए जिन्होंने सांचे बदल दिए।
और, मिर्ज़ा ग़ालिब साहब का:
ना था कुछ तो खुदा था, कुछ ना होता तो खुदा होता डुबोया मुझ को होने ने, ना होता मैं तो क्या होता
अली हैदर का गाया गाना याद आता है|
बस यादें यादें यादें रह जाती हैं
कुछ छोटी छोटी बातें रह जाती हैं 
बस यादें...
Year 2000, In those days, Dibyesh and I used to live together in Om Vihar, Dharampur, Dehradun. Both were pursuing graduation from DBS College. He was in the first year and I in the final. It was winter time. The snow covered hills were making Mussoorie more attractive. On that day, when he stood on the roof of the house and insisted on going to Mussoorie, I had to approve. We took a camera from Bhatia Photo Studio on rent, dressed in warm clothes, jackets, caps, gloves and took the bus to Mussoorie-the Queen of Hills. Walked throughout the day, enjoyed the snowfall and took lots of photos of each other. It was evening, then the attention came back. The buses were all packed. It was possible to come back only the next morning. Both had come to the trouble of spending the night now that someone of acquaintance was found in the Avalon Resorts. The night went well, and the next day we got back to Dehradun. Dibyesh’s one of the habits that I liked very much was reading informative books before going to bed every night. No matter what happens, this habit of him never breaks. We would look at each other to deal with all the other tasks. By getting involved in marriage parties often, both time and money would be saved and also body care. The account of how much both of us had spent, would be written in a joint account in the copy, which would be in the eyes of both. If a column of the page was mine, other was his. I still remember playing cricket matches in Suman Nagar and Bannu School of Race Course very well.
In the heat of that summer I started living with Deepak Alok near the college. After some time, it was learned that Dibyesh had been selected for Indian Police Service. I was very happy on hearing this good news. Vinod and Avatar were my other roommates after Alok. Time kept changing its sides. Me and my younger brother Deepprakash were now living in the same place where Motu and I used to live together. Dibyesh used to be called Motu and me Patlu by Tinu and Jyoti, the children of the landlord. Now, Tinu used to play games on my computer in the morning and evening, which later also caused me to leave the room. Deep's school Shree Goverdhan Saraswati Vidya Mandir Inter College was now at a short distance and I was doing well in IGNOU MCA. Aunty would sometimes ask about Dibyesh.
Reading the newspaper of that day revealed me about the sudden death of Dibyesh. Due to the fast flowing water and losing his balance, Dibyesh had lost his life by drowning in Gangnahar. Later, Papa informed me that all the shops in Jakhanidhar were closed due to this mourning. It was very sad news for me as it was not easy to cope with. I had lost a great friend. It was just a coincidence that in those days I was living in the same room in which Dibyesh and I had spent some good moments together.
In Sher-o-Shayari style Dibyesh would often share:
Kuch log the jo waqt ke saanche mein dhal gaye, kuch waise huye jinhone saanche badal diye.
And, Mirza Ghalib Sahab's:
Na tha kuch to khuda tha, kuch na hota to khuda hota Duboya mujhko hone ne, na hota main to kya hota
I recall the song sung by Ali Haider.
Bas yaadein yaadein yaadein reh jaati hain
Kuchh chhoti chhoti baatein reh jaati hain
Bas yaadein…
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Diwakar Amola
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digimakacademy · 5 years ago
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icc womens t20 world cup 2020 jemimah rodrigues dance with australian children indian womens cricket team world cup
icc womens t20 world cup 2020 jemimah rodrigues dance with australian children indian womens cricket team world cup
आईसीसी महिला टी-20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की जीत का सफर जारी है। टीम इंडिया ने श्रीलंका को हराकर इस टूर्नामेंट में लगातार चौथी जीत दर्ज की। भारत सेमीफाइनल में स्थान बनाने वाला पहला देश भी है। श्रीलंका के खिलाफ मैच से पहले ट्विटर पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें भारतीय टीम की ऑलराउंडर जेमिमा र���ड्रिग्ज डांस करती नजर आ रही हैं। इस वर्ल्ड कप में दूसरी बार जेमिमा के वीडियो को आईसीसी ने वायरल किया…
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chaitanyabharatnews · 5 years ago
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मुंबई मैराथन में 7 को आया कार्डियक अरेस्ट, 64 साल के शख्स की मौत
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चैतन्य भारत न्यूज मुंबई. 42 किलोमीटर की 17वीं 'टाटा मुंबई मैराथन 2020' रविवार सुबह पांच बजे शुरू हुई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पिस्तौल फायर कर इसका शुभारंभ किया। दौड़ के दौरान 7 धावकों को कार्डियक अरेस्ट (दिल का दौरा) आने की खबर सामने आ रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, एक 64 वर्षीय की मौत हो गई है, जबकि 6 अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); आज हुई इस मैराथन के दौरान 64 वर्षीय गजानन मलजलकर की मौत हो गई, जो 4 किमी दौड़ने के बाद गिर पड़े थे। वह सीनियर सिटीजन वाली कैटेगरी में दौड़ लगा रहे थे। तभी उन्हें दिल का दौरा पड़ा। इसके बाद उन्हें बॉम्बे अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। वहीं 40 वर्षीय हिमांशू ठक्कर का इलाज चल रहा है, जबकि अन्य के बारे में अभी तक पूरी जानकारी नहीं मिल सकी है। Bombay Hospital PRO, #Mumbai: 64-year-old Gajanan Maljalkar died of cardiac arrest while running the Tata Mumbai Marathon today morning. He was declared brought dead. Total 7 people suffered heart attack during the run today. All 7 people are under treatment at the hospital. — ANI (@ANI) January 19, 2020 बता दें मैराथन सुबह 5.15 बजे शुरू हुआ और 10 किलोमीटर के लिए दौर सुबह 6.30 बजे शुरू हुआ। 10 किलोमीटर मैराथन की शुरुआत मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस स्टेशन से हुई और हजारों लोग शहर से होते हुए बांद्रा-वर्ली सीलिंक, मरीन ड्राइव, महालक्ष्मी रेसकोर्स, हाजी अली और पेडार रोड की दौड़ लगाई। इस अवसर पर महाराष्ट्र के कई नेताओं के साथ ही फिल्म जगत की कई हस्तियां भी मौजूद थीं। फिल्म अभिनेता राहुल बोस के साथ ही गीतकार गुलजार ने भी इसमें भाग लिया। Mumbai: CM Uddhav Thackeray flagged off the Dream Run of the 17th edition of the Mumbai Marathon today. Actor Rahul Bose is also participating in the Dream Run. Lyricist Gulzar was also present with the children during the run. pic.twitter.com/0SkTlY1z8A — ANI (@ANI) January 19, 2020 ये भी पढ़े... मैच के दौरान दिल का दौरा पड़ने से 39 वर्षीय फुटबॉलर की हुई मौत VIDEO : युवक ने नंगे पैर 11 सेकंड में पूरी की 100 मीटर की दौड़ नागरिकता संशोधन एक्ट : असम में पुलिस फायरिंग के दौरान चार लोगों की मौत, 190 लोग गिरफ्तार Read the full article
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docconsult-blog · 8 years ago
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थायराइड क्या होता है?
Thyroid गले में स्थित एक ग्रंथि (gland) का नाम है। यह ग्लैंड गले के आगे के हिस्से में मौजूद होता है और इसका आकार एक तितली के समान होता है। यह बॉडी के कई तरह के metabolic processes*को control करने के काम आता है।
थायराइड की समस्याएं क्या होती हैं?
Thyroid Gland से produce होने वाले hormones शरीर में होने वाले सभी मेटाबोलिक प्रक्रियाओं को affect करते हैं। थायराइड disorders से घेंघा जैसी छोटी बीमारी से लेकर जानलेवा कैंसर तक हो सकता है। लेकिन जो सबसे common थायराइड प्रॉब्लम होती है वो है थायराइड हॉर्मोन्स का सही मात्रा में प्रोडक्शन ना होना। इसमें दो तरह की समस्या आती है-
Hyperthyroidism (हाइपरथायरायडिज्म / अतिगलग्रंथिता ): ज़रुरत से अधिक hormones का पैदा होना
Hypothyroidism (हाइपोथायरायडिज्म / अवटु-अल्पक्रियता): ज़रूअत से कम हॉर्मोन्स का प्रोडक्शन होना
इन समस्याओं की वजह से कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं, लेकिन अगर सही से diagnose करके इलाज किया जाए तो इन्हें अच्छे से manage किया जा सकता है।
हाइपरथायरायडिज्म होने के कारण
Graves’ disease
ये हाइपरथायरायडिज्म होने का सबसे आम कारण है। ये एक तरह की autoimmune condition होती है जिसमे हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम एक antibody create करता है जिसे कारण थायराइड ग्लैंड अधिक मात्रा में थायराइड hormone release करने लगता है। यदि परिवार में किसी एक व्यक्ति को ये बीमारी है तो और लोगों को भी समस्या हो सकती है। आमतौर पर ये प्रॉब्लम कम उम्र की औरतों को होती है।
थाइरोइडाइटिस
थायराइड की सूजन को थाइरोइडाइटिस कहते हैं। Thyroiditis में किसी वायरस या इम्यून सिस्टम में प्रॉब्लम की वजह से थायराइड ग्लैंड में स्वेलिंग हो जाती है
Thyroiditis कई प्रकार का हो सकता है:
सबऐक्यूट
किसी ��नजान कारण से अचानक होने वाला Thyroiditis, जो कुछ महीनो बाद अपने आप ही ठीक हो जाता है।
प्रसवोत्तर
इस तरह की Thyroiditis महिलाओं को प्रेगनेंसी के बाद affect करती है। बच्चा पैदा होने के बाद 10 में से 1-2 महिलाओं को ये समस्या हो जाती है। आमतौर पर ये problem एक-दो महीने तक बनी रहती है और उसके बाद कुछ महीनो तक hypothyroidism की समस्या पैदा हो जाती है। लेकिन अच्छी बात ये है कि कुछ समय के बाद अधिकतर मामलों में थायराइड normal हो जाता है।
थायराइड नोड्यूल
इस समस्या में थायराइड ग्लैंड में एक या उससे ज्यादा नोड्यूल grow हो जाते हैं जिसे ग्लैंड की एक्टिविटी बढ़ जाती है और आपके खून में अधिक मात्रा में थायराइड हॉर्मोन release होने लगता है।
आयोडीन की प्रचुरता
यदि आप अधिक मात्र में आयोडीन का सेवन करते हैं तो भी hyperthyroidism की समस्या पैदा हो सकती है।
थायराइड मेडिकेशन
अधिक मात्र में थायराइड hormone medication लेने से भी hyperthyroidism हो सकता है। यदि आपका hypothyroidism का इलाज चल रहा है तो कभी भी बिना डॉक्टर से पूछे दवा का extra dose न लें, भले ही आप पहले दवा खाना भूल गए हों।
हाइपरथायरायडिज्म के लक्षण
अक्सर hyperthyroidism के लक्षण बहुत साफ़ नहीं होते और अन्य बीमारियों से मिलते जुलते होते हैं।
Hyperthyroidism के ज्यादातर मरीजों में थायराइड Gland बड़ा हो जाता है, जिसे हम घेंघा या goitre भी कहते हैं। ऐसे में आपको गले के अगले भाग में एक लम्प दिखाई या महसूस होता है।
इसके आलावा hyperthyroidism के ये symptoms हो सकते हैं:
चिंता, घबराहट और चिड़चिड़ापन
भूख बढ़ने के बावजूद वजन का कम होना
मल त्यागने की frequency बढ़ना और ढीली टट्टी होना
सोने में दिक्कत होना
दोहरी दृष्टि की समस्या होना
आँखों का बाहर निकलना
बालों की समस्या जैसे की टूटना, पतला होना और झड़ना
Heart beat का irregular होना, खासतौर से वृद्ध लोगों में
Menstrual cycle में बदलाव होना, periods की frequency कम होना शामिल है।
मांसपेशियों में कमजोरी, विशेष रूप से जांघों और ऊपरी बाहों में
हाथों का कांपना
पसीना आना
त्वचा का पतला होना
हाइपरथायरायडिज्म का पता कैसे चलता है?
इसका पता इन टेस्ट्स से चल सकता है:
Thyroid-stimulating hormone (TSH) Blood test
थायराइड अल्ट्रासाउंड
थायराइड स्कैन
हाइपरथायरायडिज्म का इलाज
Hyperthyroidism का इलाज आपकी उम्र, सेहत, symptoms की severity और overactive थायराइड के असल कारण को देखकर किया जाता है।
डॉक्टर ��पको इन तरीको से Treatment दे सकता है:
Anti-thyroid drugs
इसमें propylthiouracil (PTU) and methimazole (Tapazole), जैसी दवाएं दी जाती हैं जो थायराइड ग्लैंड को नए हॉर्मोन पैदा करने से रोकता है। हालाँकि, इसके कुछ side effects हो सकते हैं।
सर्जरी द्वारा उपचार
सर्जरी द्वारा पूरा या थायराइड का कुछ हिस्सा निकाला जाना, जिसे thyroidectomy कहते हैं। इस तरीके में भी व्यक्ति को बाकी की ज़िन्दगी underactive thyroid का इलाज करना पड़ता है।
बीटा-ब्लॉकर्स
ह्रदय गति को कम करने के लिए इनका प्रयोग होता है। इसमें थायराइड हॉर्मोन का लेवल नहीं घटता लेकिन हार्ट-रेट सही हो जाती है।
Hyperthyroidism की वजह से होने वाली complications
हाइपरथायरायडिज्म होने पर इसका उचित इलाज करना बेहद ज़रूरी है। ऐसा न करने पर गंभीर और जानलेवा समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
Hyperthyroidism से जुड़ी प्रमुख जटिलताएं हैं:
Irregular heart rhythm (atrial fibrillation) अनियमित हार्ट रेट
ह्रदय का फेल होना
गर्भपात
ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डियों का टूटना ( hyperthyroidism की वजह से bones से calcium तेजी से ख़त्म होता है)
Hyperthyroidism के सिम्पटम्स का तेजी से बिगड़ना Thyrotoxic crisis कहलाता है और इसका फ़ौरन इलाज कराना बेहद ज़रूरी है।
इसके निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं:
मूर्छित होना
उलझन होना
जागरूकता में कमी आना
बुखार होना
बेचैनी होना,
नाड़ी का बहुत तेज चलना
Hypothyroidism
Hypothyroidism को underactive thyroid कह कर भी बुलाया जाता है। इस बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति का थायराइड ग्लैंड उचित मात्रा में थायराइड hormone नहीं produce करता। अगर शरीर में ये हॉर्मोन कम हो जाता है
ये दो प्रकार का हो सकता है:
यदि directly थायराइड ग्लैंड में समस्या की वजह से Hypothyroidism  होता  है तो उसे Primary Hypothyroidism कहते हैं।
यदि किसी और समस्या की वजह से थायराइड ग्लैंड की थायराइड हॉर्मोन प्रोड्यूस करने की क्षमता बाधित होती है तो उसे Secondary Hypothyroidism कहते हैं।
हाइपोथायरायडिज्म के कारण
Hypothyroidism का सबसे common कारण है Hashimoto’s thyroiditis. ये एक तरह का autoimmune disorder है जिसकी वजह से थायराइड ग्लैंड में सूजन जो जाती है। हैशीमोटोज थ्य्रोदिआइत्स होने पर शरीर कुछ ऐसे antibodies produce करता है जो थायराइड ग्लैंड पर अटैक कर उसे नष्ट कर देती हैं। Thyroiditis viral infection की वजह से भी हो सकता है।
Hypothyroidism के अन्य कारण इस प्रकार हैं:
गले के आस-पास रेडिएशन थेरेपी:जो कि कैंसर का इलाज करने के दौरान दी जा सकती है।
Radioactive iodine treatment:अगर overactive thyroid gland के उपचार में RAI का प्रयोग होता है तो radiation की वजह से थायराइड ग्लैंड के सेल्स नष्ट हो जाते हैं और hypothyroidism हो जाता है।
थायराइड सरजरी:यदि किसी इलाज में थायराइड ��्लैंड को हटा दिया जाता है, for example: hyperthyroidism treat करने के लिए तो व्यक्ति को hypothyroidism हो जाता है।
खाने में आयोडीन की कमी: हमारा शरीर खुद iodine नहीं बनाता है, इसलिए हमें इसे खाने में लेना चाहिए. इसके लिए आयोडीन युक्त नमक, अंडे, मछलियाँ और dairy products का सेवन करना चाहिए।
हाइपोथायरायडिज्म का खतरा किसे है?
अधिकतर ये समस्या महिलाओं, खासतौर से अधिक उम्र की महिलाओं को होती है। अगर आपके घर में किसी को autoimmune disease है तो भी आप hypothyroidism से ग्रस्त हो सकते हैं.
कुछ और रिस्क फैक्टर्स हैं:
प्रजाति  (being white or Asian)
उम्र (अधिक उम्र)
असमय बालों का सफ़ेद होना
Autoimmune disorders, जैसे कि: type 1 diabetes, multiple sclerosis, rheumatoid arthritis, celiac disease, Addison’s disease, pernicious anemia, or vitiligo
द्विध्रुवी विकार (Bipolar disorder)
डाउन सिंड्रोम
टर्नर सिंड्रोम
हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण /
इसके लक्षण बहुत साफ नहीं होते और अन्य बीमारियों से मैच कर सकते है:
Menstrual cycle में बदलाव
कब्ज
डिप्रेशन
बालों का झड़ना व रुखा होना
ड्राई स्किन
थकावट
Cold के प्रति अधिक sensitive होना
धीमी ह्रदय गति
Thyroid gland में सूजन (घेंघा)
अचानक से वजन बढ़ना या वजन कम करने में दिक्कत होना।
बच्चों में hypothyroidism के सिम्पटम्स जल्दी पता नहीं चलते। कुछ लक्षण निम्न हैं:
(Hypothyroidism symptoms in children)
ठंडे हाथ-पाँव
कब्ज
बहुत अधिक नींद आना
कर्कश रोना
कम या बिलकुल नहीं बढ़ना
लगातार पीलिया होना
सूजा हुआ चेहरा
पेट की सूजन
जीभ में सूजन
Hypothyroidism का पता कैसे चलता है?
इसका पता लगाने के लिए कुछ ब्लड टेस्ट्स होते हैं जिसमे हॉर्मोन का लेवल पता लगाया जाता है। डॉक्टर आपको इन टेस्ट्स के लिए कह सकता है:
Thyroid-stimulating hormone (TSH)
T4 (thyroxine)
Thyroid ultrasound
Thyroid scan
हाइपोथायरायडिज्म का इलाज
Hypothyroidism के इलाज के लिए आपको synthetic (man-made) thyroid hormone T4 prescribe किया जा सकता है। जो आप एक गोली के रूप में ले सकते हैं। ध्यान रहे कि इसे लेने से पहले आप डॉक्टर को बाकी चल रही दवाओं या food-supplements और diet के बारे में ज़रूर बताएं।
इस बीमारी के हो जाने पर आपको समय-समय पर थायराइड हॉर्मोन लेवल जांचने के लिए खून की जांच करानी पड़ती है और मौजूदा हॉर्मोन लेवल के हिसाब से दवाएं लेनी पड़ती है।
Hypothyroidism से होने वाली कॉम्प्लिकेशन
Heart problems दिल की बीमारी
Infertility या बांझपन
जॉइंट पेन
मोटापा
गर्भवती महिलाओं में ये समस्या होने वाली शिशु के विकास क�� बाधित कर सकती है। प्रेगनेंसी के पहले  महीनो में बच्चे को अपनी माँ से ही थायराइड हॉर्मोन प्राप्त होता है और यदि माँ को ये समस्या है तो बेबी के mental development में दिक्कत आ सकती है।
यदि थायराइड हॉर्मोन का लेवल बहुत ही कम हो जाता है तो व्यक्ति को hypothyroidism का सबसे severe form myxedema हो सकता है। इस कंडीशन में इंसान कोमा में जा सकता है या उसके शरीर का तापमान बहुत नीचे गिर सकता है, जिससे मौत भी हो सकती है।
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news44topmrt-blog · 5 years ago
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Night Tennis Children's Cricket Competition Inaugurated, 30 Teams Invo - रात्रिकालीन टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता का हुआ शुभारंभ, क्षेत्र के 30 टीम हुए शामिल
Night Tennis Children’s Cricket Competition Inaugurated, 30 Teams Invo – रात्रिकालीन टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता का हुआ शुभारंभ, क्षेत्र के 30 टीम हुए शामिल
#news
शुभारंभ मैच पत्रकार और पार्षदो के बीच हुआ
राजनांदगांव / अंबागढ़ चौकी.नगर में रात्रि कालीन क्रिकेट प्रतियोगिता का शुभारंभ सोमवार को किया गया। पहला मैच नगर पंचायत पार्षद और व युवा पत्रकारों के बीच आठ ओवरों का खेला गया। जिसमें पत्रकारों ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला लिया और सभी ने बेहतरीन बल्लेबाजी कर 52 रनों का लक्ष्य पार्षदों के सामने रखा। पार्षद टीम ने भी बेहतरीन बल्लेबाजी करते…
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sweetwinnerlady-blog · 6 years ago
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Essay on Circus in Hindi And English Language | सर्कस पर निबंध
Circus Essay in Hindi & English सर्कस पर निबंध: this way of modern entertainment. at any fair in our city Circus show attract the child, ladies, and all people. last month a goes to Delhi fair to see Circus show with my family and friends. many unbelievable actions and Feat saw in this circus show. in this Essay on Circus, I describe my experince on Circus show with you. this Hindi and English language essay will help to write the short paragraph on Circus show for students and children. class 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10 can use this essay for remember exam point of view.
Essay on Circus in Hindi And English
Short Essay on Circus in Hindi | सर्कस पर निबंध
आपने कभी न कभी टेलिविज़न में या फिर अपने शहर में सर्कस जरुर देखा होगा. सर्कस का आयोजन एक बड़े मैदान में तम्बू लगाकर किया जाता हैं. सर्कस की रोशनी की जगमगाहट और संगीत की भी व्यवस्था होती हैं. कितना अद्भुत और रोमांचक लगता हैं न सर्कस के कलाकारों को देखकर.
वे बड़ी सरलता से एक पैर पर खड़े होकर साइकिल चला देते हैं. पतली सी रस्सी या धागे के सहारे उछल कूद कर लेते हैं. और तो और बाइक को गहरी खाई तक ले जाते हैं. इसके साथ ही जोकर अपने रंग बिरंगे कपड़ो और हाव भाव से आपकों हंसाने के लिए तैयार नजर आते हैं. सब कुछ चकाचौंध से भरपूर नजर आता हैं. लेकिन इसके पीछे सच यह है कि सर्कस के लोगों का जीवन बेहद अनुशासित, संयमित और अभ्यास से भरा होता हैं.
जिस सर्कस में तुम यहाँ के लोगों को हेरतअंगेज कारनामे करते हुए देखते हो. वह सब वर्षों की मेहनत और लग्न का परिणाम होता हैं. जरा सी भी चूक उनकी जान को खतरे में डाल सकती हैं. वर्तमान समय में तो अनेक नयें नयें साधन आने से सर्कस बहुत कम देखने को मिलता हैं. लेकिन अभी भी इसका अस्तित्व हैं.
और शहरों में यदा कदा सर्कस के शो देखने को ही मिल जाते हैं. सर्कस के शो का टिकट होता हैं. इस टिकट के माध्यम से ही सर्कस में काम करने वाले लोगों का जीवनयापन होता हैं. सर्कस ने लोगों को मार्शल आर्ट, नृत्य, जिम्नास्टिक, संवाद आदि अनेक कलाओं में निपुण होना पड़ता हैं. सर्कस की दुनिया निराली, रंग बिरंगी एवं जोखिम भरी होती हैं.
सर्कस पर निबंध अंग्रेजी में
for a long time i had desired to see a circus. I got a chance in January last. kamla circus came to Delhi. it was in a huge tant in the lal quila ground. one day I and my parents and I want to see it.
first class tickets were bought. we got comfortable seats. many people were already there.
the show began at 6:30 p.m. the jokers mad at a lot of fun. then there was a rope dance. two young girls were holding umbrellas. they danced on a rope.
now a few men came and showed their feats. the cycle tricks were amusing. the wall of death was very dangerous. a man drove a motorcycle in it.
the animals were well trained. a lion jumped through a burning ring. an elephant stood on a table. a bear drove a motorcycle.
we enjoyed the show very much. it comes to a close at 9 p.m. I returned home with a new experience.
सर्कस पर निबंध हिंदी में
काफी समय से मै सर्कस देखना चाहता था. आखिर विगत जनवरी माह में यह अवसर आ ही गया. इस बार कमला सर्कस दिल्ली में था. दिल्ली के लाल किला मैदान के एक बड़े तम्बू में यह सर्कस होने जा रहा था. मै अपने माता-पिता सहित इसे देखना चाहता था.
सर्कस देखने के लिए हमने प्रथम श्रेणी का टिकट लिया, और अपने निर्धारित स्थान पर पहुचें. तब तक बड़ी संख्या में लोग आकर वहां बैठे हुए थे.
इस सर्कस का शो शुरू होने का समय साढे छः बजे था. प्रारम्भ में जोकर द्वारा लोगों का भरपूर मनोरंजन किया गया. इसके बाद रस्सी पर शानदार करतब प्रस्तुत किये. दो यंग गर्ल ने छतरियां पकड़े इस रस्सी पर अविस्मरणीय नृत्य किया.
इसके बाद कुछ कलाकार और आए जिन्होंने अपनी चालबाजी दिखाई, उनके राउंड बेहद भयानक व रोचक थे. मौत का कुआ इस सर्कस का मेरे लिए सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र था. जिनमें एक व्यक्ति अपनी कलाबाजी से मोटर साइकिल चला रहा था.
अब बारी थी. शेर, भालू एवं हाथी के करतब की. ये जानवर इस प्रकार के प्रदर्शन के लिए प्रशिक्षित किये गये थे. शेर जलती हुई रिंग से निकल गया. हाथी एक लकड़ी की टेबल पर खड़ा हो गया, भालू ने मोटरसाइकिल चलाई.
इस तरह हमने इस सर्कस का पूरा मजा लिया, रात ९ बजे शो खत्म होने के साथ ही मै एक नए अनुभव के साथ अपने माता-पिता को लेकर घर आ गया.
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उम्मीद करता हु, दोस्तों Essay on Circus in Hindi And English Language | सर्कस पर निबंध यह निब���ध आपकों अच्छा लगा होगा. इस लेख में दी गयी जानकारी आपको पसंद आई हो तो प्लीज इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करे.
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sgtechs-in · 6 years ago
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Gautam Gambhir Celebrate Children Day In Ranji Trophy Match | हिमाचल प्रदेश के खिलाफ रन आउट होकर गंभीर ने मनाया चिल्ड्रन डे, सोशल मीडिया पर ली चुटकी
Gautam Gambhir Celebrate Children Day In Ranji Trophy Match | हिमाचल प्रदेश के खिलाफ रन आउट होकर गंभीर ने मनाया चिल्ड्रन डे, सोशल मीडिया पर ली चुटकी
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भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने अलग अंदाज में बाल दिवस मनाया. जहां पूरे देश में बच्‍चों को उपहार देकर, उनके साथ समय बिताकर बाल दिवस मना जा रहा है, वहीं गंभीर ने हिमाचल के खिलाफ खेले जा रहे रणजी मैच में रन आउट होकर इस दिन को मनाया. यह हम नहीं खुद गंभीर के बच्‍चे…
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chaitanyabharatnews · 5 years ago
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मुंबई मैराथन में 7 को आया कार्डियक अरेस्ट, 64 साल के शख्स की मौत
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चैतन्य भारत न्यूज मुंबई. 42 किलोमीटर की 17वीं 'टाटा मुंबई मैराथन 2020' रविवार सुबह पांच बजे शुरू हुई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पिस्तौल फायर कर इसका शुभारंभ किया। दौड़ के दौरान 7 धावकों को कार्डियक अरेस्ट (दिल का दौरा) आने की खबर सामने आ रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, एक 64 वर्षीय की मौत हो गई है, जबकि 6 अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); आज हुई इस मैराथन के दौरान 64 वर्षीय गजानन मलजलकर की मौत हो गई, जो 4 किमी दौड़ने के बाद गिर पड़े थे। वह सीनियर सिटीजन वाली कैटेगरी में दौड़ लगा रहे थे। तभी उन्हें दिल का दौरा पड़ा। इसके बाद उन्हें बॉम्बे अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। वहीं 40 वर्षीय हिमांशू ठक्कर का इलाज चल रहा है, जबकि अन्य के बारे में अभी तक पूरी जानकारी नहीं मिल सकी है। Bombay Hospital PRO, #Mumbai: 64-year-old Gajanan Maljalkar died of cardiac arrest while running the Tata Mumbai Marathon today morning. He was declared brought dead. Total 7 people suffered heart attack during the run today. All 7 people are under treatment at the hospital. — ANI (@ANI) January 19, 2020 बता दें मैराथन सुबह 5.15 बजे शुरू हुआ और 10 किलोमीटर के लिए दौर सुबह 6.30 बजे शुरू हुआ। 10 किलोमीटर मैराथन की शुरुआत मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस स्टेशन से हुई और हजारों लोग शहर से होते हुए बांद्रा-वर्ली सीलिंक, मरीन ड्राइव, महालक्ष्मी रेसकोर्स, हाजी अली और पेडार रोड की दौड़ लगाई। इस अवसर पर महाराष्ट्र के कई नेताओं के साथ ही फिल्म जगत की कई हस्तियां भी मौजूद थीं। फिल्म अभिनेता राहुल बोस के साथ ही गीतकार गुलजार ने भी इसमें भाग लिया। Mumbai: CM Uddhav Thackeray flagged off the Dream Run of the 17th edition of the Mumbai Marathon today. Actor Rahul Bose is also participating in the Dream Run. Lyricist Gulzar was also present with the children during the run. pic.twitter.com/0SkTlY1z8A — ANI (@ANI) January 19, 2020 ये भी पढ़े... मैच के दौरान दिल का दौरा पड़ने से 39 वर्षीय फुटबॉलर की हुई मौत VIDEO : युवक ने नंगे पैर 11 सेकंड में पूरी की 100 मीटर की दौड़ नागरिकता संशोधन एक्ट : असम में पुलिस फायरिंग के दौरान चार लोगों की मौत, 190 लोग गिरफ्तार Read the full article
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chaitanyabharatnews · 5 years ago
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कीवी कप्तान विलियमसन पर फिदा हुई पूरी दुनिया, ये दो दिल छू लेने वाली तस्वीरें हो रही वायरल
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चैतन्य भारत न्यूज आईसीसी वर्ल्डकप 2019 अब खत्म हो चुका है। इस बार क्रिकेट का जनक इंग्लैंड विजेता बना है। हालांकि, इंग्लैंड से ज्यादा दुनियाभर में न्यूजीलैंड टीम के कप्तान केन विलियमसन की चर्चा हो रही है। विलियमसन की दो तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं। इन तस्वीरों में नजर आ रही उनकी सादगी ने दुनियाभर के लोगों का दिल जीत लिया है।
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यह तस्वीर फाइनल मुकाबले के बाद की है जब मैच हारने के बाद भी विलियमसन के चेहरे पर मुस्कराहट बरकरार थी। उन्होंने न तो किसी पर गुस्सा किया और न ही बहस और इतनी मेहनत के बावजूद टूर्नामेंट हारने के बाद भी वह मुस्कुराते ही रहे जैसे वह आम दिनों में रहते हैं। बता दें विलियमसन को इस बार वर्ल्डकप का 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' भी चुना गया है। विलियमसन ने अपनी शानदार अपनी बल्लेबाजी के दम न्यूजीलैंड को कई मौकों पर बुरे संकट से उबारा है। वहीं हर परिस्थिति में उन्होंने बतौर कप्तान शांत रहते हुए पूरी टीम को संभाला। यही कारण रहा कि लगातार दूसरी बार कीवी टीम वर्ल्डकप के फाइनल में पहुंचीं। Did You Know: After New Zealand won one-day series against Pakistan (3-2) in 2014, Kane Williamson donated all his match fees (all five games) and more to affected families of the deadly Peshawar attack on school children. That’s how great this man is! #YesWeKane #Kiwis pic.twitter.com/BCUjomtqT6 — Kashif N Chaudhry (@KashifMD) July 15, 2019 विलियमसन के एक और किस्से की चर्चाएं इन दिनों हो रही है। यह किस्सा 2014 का है जब न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के बीच वनडे सीरीज हुई थी। इस सीरीज को न्यूजीलैंड ने 3-2 से जीता था। उसी दौरान पेशावर में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें कई स्कूली बच्चों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। तब विलियमसन ने अपने पांचों मैच की फीस उन घायल बच्चों के इलाज के लिए दान कर दी थी। ये भी पढ़े... वर्ल्ड कप 2019 का विजेता बना इंग्लैंड, पहली बार खिताब किया अपने नाम वर्ल्ड कप में हार के बाद विराट कोहली से छीनी जाएगी कप्तानी, रोहित बन सकते हैं नए कप्तान! न्यूजीलैंड से 18 रन से हारा भारत, वर्ल्ड कप से हुआ बाहर Read the full article
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