अब्दुल रहमान मक्की अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित
अब्दुल रहमान मक्की अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित ।
(हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं)
भारत को यूनाइटेड नेशंस में एक और बड़ी सफलता प्राप्त हुई उसके प्रयासों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खूंखार आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया गया वह किसी भी देश में आसानी से प्रवेश नहीं कर पाएगा। उसकी भूमिका भारत के जम्मू कश्मीर और अमेरिका में कई सीरियल ब्लास्ट में प्रमुख रही है वह…
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भारत को मिलेगी वीटो का अधिकार, फ्रांस के राष्ट्रपति ने किया समर्थन
न्यूयॉर्क, 26 सितंबर 2024। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों अमेरिका, रूस, चीन, यूके और फ्रांस को वीटो का विशेषाधिकार प्राप्त है। अब इस सूची में जल्द ही भारत का भी नाम शामिल होने की संभावना प्रबल हो गयी है।
26 सितंबर 2024 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक महत्��पूर्ण बयान देते हुए, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सुरक्षा परिषद में सुधार और विस्तार की आवश्यकता पर जोर…
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एशिया में बढ़ा भारत का रुतबा, पीछे छूटा जापान, दूर-दूर तक नहीं पाकिस्तान
भारत का रुतबा पूरी दुनिया में लगातार बढ़ रहा है. अब जो रिपोर्ट आई है वो ये है कि एशिया पेसिफिक एरिया यानी एशिया प्रशांत क्षेत्र में भारत तीसरा सबसे शक्तिशाली देश बन गया है. इस लिस्ट में भारत ने जापान जैसे देश को पीछे छोड़ा है. भारत से आगे सिर्फ दो ही देश रह गए हैं, जिनमें अमेरिका और चीन ही शामिल है. ज���डीपी के मामले में भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी है. जिसके कुछ सालों में तीसरे पायदान में…
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भारत के संपन्न वर्ग की वजह से शराब की बिक्री बढ़ी, खपत में अमेरिका और चीन को पीछे छोड़ा
भारत का बढ़ता संपन्न वर्ग उच्च श्रेणी की शराब की बिक्री में वृद्धि को बढ़ावा दे रहा है। स्विट्जरलैंड के एक शोधकर्ता के अनुसार, स्कॉच व्हिस्की और बढ़िया वाइन की बिक्री में दहाई अंक की वृद्धि दर्ज की गई है, जो अमेरिका और चीन की खपत में वृद्धि की दर से भी अधिक है।
ज्यूरिख स्थित वरिष्ठ लग्जरी ब्रांड निर्माता और उपभोक्ता अनुभव विशेषज्ञ साइमन जोसफ ने कहा, एक उपश्रेणी जहां भारत चीन से आगे निकल गया है…
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भारत के UPI System की जबरदस्त छलांग, पीछे छूट गये चीन अमेरिका, खुलासा दे...
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ब्रिटेन अब ग्रेट नहीं, भारत कौ सौंप दे UNSC की अपनी सीट... पीएम मोदी के दौरे से पहले सिंगापुर के राजनयिक का बड़ा बयान
सिंगापुर: सिंगापुर के पूर्व राजनयिक और जानेमाने शिक्षाविद किशोर महबूबानी ने (यूएनएससी) में तत्काल सुधार की मांग की है। साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया है कि भारत को स्थायी सदस्यता मिले। उन्होंने कहा कि भारत परिषद में स्थायी सीट की हकदार है और उसे ये हक मिलना चाहिए। किशोर महबूबानी का ये बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सिंगापुर यात्रा से ठीक पहले आया है। भारत भी अलग-अलग मंचों से बीते कई वर्षों से लगातार यूएनएससी में स्थायी सीट की मांग करता रहा है। एनडीटीवी के साथ एक साक्षात्कार में महबूबानी ने कहा कि अगर फिलहाल काउंसिल का विस्तार नहीं हो रहा है तो यूके के बजाय भारत इसका स्थायी सदस्य बने। उन्होंने कहा, 'भारत आज के समय में अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का तीसरा सबसे शक्तिशाली देश है। वहीं ग्रेट ब्रिटेन अब 'ग्रेट' नहीं रह गया है। ऐसे में यूके को यूएनएससी की अपनी स्थायी सीट भारत को दे देनी चाहिए।'
ब्रिटेन को अपनी सीट छोड़ने का फायदा ही होगा: महबूबानी
महबूबानी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि ब्रिटेन ने बीते कई दशक से यूएनएससी में अपनी वीटो शक्ति का प्रयोग नहीं किया है। ब्रिटेन वीटो का इस्तेमाल करने पर होने वाली प्रतिक्रिया से डरता है। ऐसे में ब्रिटेन के लिए तार्किक कदम यही है कि वह अपनी सीट भारत को सौंप दे। वैसे भी अगर ब्रिटेन अपनी सीट छोड़ देता है तो उसे वैश्विक मंच पर अधिक स्वतंत्र रूप से काम करने की स्वतंत्रता मिलेगी। उन्होंने कहा कि यूएनएससी को आज की महान शक्तियों का प्रतिनिधित्व करना चाहिए ना कि अतीत की शक्तियां ही इसमें बनी रहनी चाहिए। यूएनएससी में व्यापक सुधारों की आवश्यकता प महबूबानी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के संस्थापकों ने संगठन को अपने समय की प्रमुख शक्तियों को शामिल करने के लिए डिजाइन किया था। ऐसा इन देशों की प्रभावशीलता को बनाए रखने के स्वार्थ के तहत किया गया। उनका ये बयान भारत के पक्ष से मिलता है। भारत भी ये कहता रहा है कि यूएनएससी में स्थायी-पांच सदस्य देशों के विशेषाधिकार 1945 में दूसरे विश्व युद्ध बाद की मानसिकता को दिखाता है। इस स्थिति में बदलाव किया जाना चाहिए। वर्तमान में यूएनएससी के पांच स्थायी सदस्य- चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका हैं। यूएनएससी में केवल स्थायी सदस्यों के पास ही किसी प्रस्ताव पर वीटो करने की शक्ति है। ऐसे में भारत काउंसिल में स्थायी सीट चाहता है। हालांकि तमाम जतन के बावजूद भारत अपनी कोशिश में फिलहाल कामयाब होता नहीं दिख रहा है। http://dlvr.it/TCfCV0
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भारत ने अमेरिका से खरीदेगा 70 हजार से ज्यादा SiG Sauer असॉल्ट राइफलें, जानें क्या है खासियतें
Delhi News: भारतीय सेना के हथियारों में भारी इजाफा होने जा रहा है। ऐसी खबरें हैं कि अमेरिका के साथ 70 हजार से ज्यादा बंदूकों का सौदा हुआ है। पिछले साल दिसंबर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई वाली परिषद ने इन बंदूकों की खरीद को मंजूरी दी थी। खास बात यह है कि यह खरीद ऐसे समय होने जा रही है, जब सीमा पर चीन और पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्ते तल्ख बने हुए हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के…
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व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी की ओर बढ़े भारत और अमेरिका, राजनाथ सिंह ने 2 समझौतों पर किए हस्ताक्षर
भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी अब एक व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी में तब्दील हो रही है। यानी इसका दायरा अब और भी व्यापक होने ज��� रहा है। चीन और पाकिस्तान जैसे भारत के दुश्मनों को जाहिर तौर पर यह खबर पसंद नहीं आएगी। लेकिन भारत और अमेरिका के बीच यह दोस्ती दोनों देशों की ताकत को और बढ़ाएगी।
वाशिंगटन: भारत और अमेरिका ने अब व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी की ओर कदम बढ़ा दिया है। इसका मतलब…
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मई में FPI ने अबतक शेयरों से निकाले 22,000 करोड़ रुपये
लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर अनिश्चितता और चीन के बाजारों के बेहतर प्रदर्शन के कारण विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने अबतक भारतीय शेयरों से 22,000 करोड़ रुपये की भारी निकासी की है।इससे पहले मॉरीशस के साथ भारत की कर संधि में बदलाव और अमेरिका में बॉन्ड प्रतिफल में निरंतर वृद्धि को लेकर चिंता के बीच एफपीआई ने अप्रैल में शेयरों से 8,700 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की थी।वहीं एफपीआई ने मार्च में शेयरों में 35,098 करोड़ रुपये और फरवरी में 1,539 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था।आगे चलकर जैसे-जैसे चुनाव के मोर्चे पर चीजें स्पष्ट होंगी, एफपीआई की भारतीय बाजार में लिवाली बढ़ेगी।जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार का कहना है कि एफपीआई की लिवाली का सिलसिला चुनावी नतीजों से पहले भी शुरू हो सकता है।डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने (24 मई तक) शेयरों से शुद्ध रूप से 22,047 करोड़ रुपये निकाले हैं।उन्होंने कहा, ‘‘एफपीआई की भारी बिकवाली की वजह चीन के शेयर बाजार का बेहतर प्रदर्शन है।’’उन्होंने कहा कि इसके अलावा भारत में आम चुनाव की वजह से भी एफपीआई बिकवाली कर रहे है।।मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘आम चुनाव के नतीजों को लेकर अनिश्चितता के बीच विदेशी निवेशक इस समय भारतीय शेयर बाजारों में उतरने से कतरा रहे हैं। वे इसके लिए चुनावी नतीजों का इंतजार कर रहे हैं।’’समीक्षाधीन अवधि में एफपीआई ने ऋण या बॉन्ड बाजार में 2,009 करोड़ रुपये का निवेश किया है।इससे पहले एफपीआई ने मार्च में बॉन्ड बाजार 13,602 करोड़ रुपये, फरवरी में 22,419 करोड़ रुपये और जनवरी में 19,836 करोड़ रुपये का निवेश किया था।कुल मिलाकर इस साल एफपीआई शेयरों से 19,824 करोड़ रुपये की निकासी कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने बॉन्ड बाजार में 46,917 करोड़ रुपये डाले हैं।
First Published - May 26, 2024 | 12:50 PM IST
(बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)संबंधित पोस्ट
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Tik tok ban: भारत के बाद अब इस देश ने भी चीन से बढ़ती वैमन्यस्ता के बीच बैन किया टिक टॉक
Tik tok ban: चीन से बढ़ती वैमस्यता के बीच यूनाइटेड स्टेट्स ने भी टिक टॉक को बैन कर दिया है�� जाने खबर विस्तार से।
Tik tok ban: सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने शनिवार को एक विधेयक को मंजूरी दे दी। यह विधेयक सोशल मीडिया ऐप टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा सकता है।
Tik tok ban
360-58 से पारित हुआ बिल अमेरिका में tik tok ban कर सकता है, क्योंकि अमेरिका में 170 मिलियन उपयोगकर्ताओं वाली…
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भारत की एडवाइजरी- नागरिक ईरान-इजराइल न जाएं:दावा- ईरान 2 दिन में इजराइल पर हमला कर सकता है; अमेरिका बोला- चीन, सऊदी टकराव रुकवाएं
ईरान-इजराइल में बढ़ते तनाव के बीच भारत समेत 5 देशों ने ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है। इसमें नागरिकों को ईरान और इजराइल न जाने की सलाह दी गई है। एडवाइजरी जारी करने वाले देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, रूस और फ्रांस शामिल हैं।
भारत ने शुक्रवार शाम को ट्रैवल एडवाइजरी में कहा है कि सभी भारतीय नागरिक अगली सूचना तक ईरान और इजराइल की यात्रा न करें।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘ईरान या इजराइल में रहने वाले भारतीय…
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विश्वमा सबैभन्दा बढी साइबर अपराध रुसमा
काठमाडौँ । रुसमा विश्वमै सबैभन्दा बढी साइबर अपराध हुने गरेको नयाँ अनुसन्धानले खुलासा गरेको छ ।
विज्ञहरुले सार्बजनिक गरेको ‘वर्ल्ड साइबर क्राइम इन्डेक्स’ अनुसार रुस सबैभन्दा अगाडी रहेको हो । त्यस्तै यस सूचीमा युक्रेन दोस्रो स्थानमा छ भने चीन तेस्रो स्थानमा छ ।
यस सूचीमा अमेरिका चौथो स्थानमा छ भने नाइजेरिया पाँचौं, रोमानिया छैटौं, उतर कोरिया सातौं, बेलायत आठौँ ब्राजिल नवौं र भारत दशौँ स्थानमा रहेका…
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नेपाल को नई सरकार ने 13 देशों में नियुक्त किए अपने राजदूत, जानें भारत में किसकी हुई नियुक्ति
Nepal News: प्रधानमंत्री के.पी.शर्मा ओली (K.P. Sharma Oli) के नेतृत्व वाली नेपाल (Nepla) की नयी सरकार ने भारत(India), चीन (China) और अमेरिका(USA) सहित 13 देशों के लिए अपने राजदूत नियुक्त किए।
मंत्रिमंडल सूत्रों ने बताया कि पिछली पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ सरकार ने छह जून को शंकर शर्मा सहित अपने 11 राजदूतों को वापस बुला लिया था। उन्होंने बताया कि शंकर शर्मा को फिर से भारत में नेपाल का राजदूत…
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भारत ने बनाया 6C2 परमाणु अमेरिका चीन की बढ़ी घबराए? | L&T 700 MWe Steam ...
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'अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग', अमेरिका ने दिया बड़ा बयान, चीन को लगेगी मिर्ची
Image Source : FILE
अरुणाचल भारत का अभिन्न हिस्सा: अमेरिका
America on Arunachal Pradesh: अरुणाचल प्रदेश पर चीन के गलत दावे पर अमेरिका ने चीन को आड़े हाथों लेते हुए स्पष्ट कहा है कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है। अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के रूप में ��ान्यता देता है। अमेरिका ने कहा कि वह अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के रूप में मान्यता देता है और वास्तविक नियंत्रण रेखा के…
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मोदी सरकार ने गिनाई दस सालों में रेलवे की उपलब्धियां, भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क
मोदी सरकार ने 10 साल में रेलवे में किए गए बड़े काम और उपलब्धियों का ब्योरा जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और रूस के बाद भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है। भारतीय रेलवे से प्रतिदिन दो करोड़ यात्री और सालाना 800 करोड़ यात्री सफर करते हैं। रेलवे द्वारा 1,200 यात्री एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन किया जाता है।
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