#भक्ति_से_भगवान_तक
Explore tagged Tumblr posts
Text
#ZakirNaik_Ka_Agyan
कुरान का ज्ञानदाता अल्लाह है, तो वह दूसरे को अल्लाह के रूप में क्यों दर्शाता है और अपने वक्तव्य में "वह" का प्रयोग क्यों करता है?
इससे पता चलता है कि अल्लाह कोई और हैं। जिसने 6 दिन में सृष्टि की रचना की 7 वें दिन तखत पर जा बैठा हैं।
Sant Rampalji Vs Zakir Naik
#पाप शरीर नहीं करता विचार करते हैं
#धार्मिक गतिविधि
#धार्मिक और अध्यात्मिक .
#भक्ति_से_भगवान_तक अध्यात्म
#alha #Maharashtra
23 notes
·
View notes
Text
#भक्ति_से_भगवान_तक
आध्यात्मिक जानकारी के लिए आप संत रामपाल जी महाराज जी के मंगलमय प्रवचन सुनिए।
Sant Rampal Ji Maharaj
YOUTUBE चैनल पर प्रतिदिन
शाम 7:30-8.30 बजे तक।
1 note
·
View note
Text
#संत_भक्ति_संदेश #भक्ति_से_भगवान_तक #क्या_आप_जानते_हैं #सत्यवचन #तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज़
संतोष .
का अर्थ है सब्र .
परमात्मा जैसे रखे जो दे,उसमें संतुष्ट रहना चाहिए संतोष है।
0 notes
Text
#भक्ति_से_भगवान_तक
तत्वज्ञान
के पश्चात् भक्त की श्रद्धा ऐसी हो जाती है। भक्त कहता है कि यदि अबकी बार सतगुरू मिल गए तो अपना सर्व दुख रो-रोकर बताऊँगा। चरणों के ऊपर सिर रखकर सर्व बातें करूँगा।
#श्राद्ध_अंधश्रद्धा_भक्ति
Supreme God Kabir
0 notes
Text
. ‼️࿈"सत साहेब जी"࿈‼️
┕─━──━──┑𝄞☬✥✥☬𝄞┍──━──━─┙
पूछो इन संतों से :- जब द्वापर युग में वेदव्यास सहित सभी ऋषि मुनियो ने राजा परीक्षित को ये कहकर भगवत की कथा सुनाने से इनकार कर दिया था की हम ये कथा सुनाने के अधिकारी नहीं है तो फिर इस कलयुग में तुम्हे किसने भागवत और रामायण का पाठ करने का लाइसेंस दे दिया।
पूछो इन पाखंडियो से :- जब तुम्हारे तीनो भगवान् ब्रह्मा विष्णु महेश स्वयं कह रहे है की हमारी जन्म और मृत्यु होती है हम पूर्ण भगवान् नहीं है, तो फिर पूर्ण परमात्मा कौन है कैसा है कहा रहता है और कैसे मिलता है
(श्री मद देवी भागवत देवी पुराण 6 वा अध्याय, तीसरा स्कन्द, पेज नंबर 123,)
पूछो इन पाखंडियो से :- जब गीता जी मना कर रही है की व्रत करने वाले, श्राद्ध निकालने वाले और देवी देवताओ की पूजा करने वालो को ना कोई सुख होता है ना ही मरने पर उनकी गति (मोक्ष) होती है। ( 6 वा अध्याय 16 वा श्लोक)
पूछो इन पाखंडियो से :- जिन 33 करोड़ देवी देवताओ को श्री लंका ���े राजा रावण ने अपनी कैद में डाल रखा था फिर क्यों सदियो से हमसे बेबस देवी देवता पूजवाते आ रहे हो।
पूछो इन पाखंडियो से :- जिस स्वर्ग के राजा इंद्र ने, रावण के स्वर्ग पर हमला करके उसे हराने पर अपनी पुत्री की शादी रावण के बेटे मेघनाथ से करके अपने प्राणों की रक्षा की। फिर किसलिए हमें मारने के बाद स्वर्ग भेजने की बात करते है।
पूछो इन पाखंडियो से,:- जब दशरथ पुत्र रामचंद्र का जन्म त्रेता युग में हुआ तो फिर सतयुग में राम कौन था।
पूछो इन पाखंडियो से :- श्री कृष्ण का जन्म आज से 5500 वर्ष पहले द्वापर युग में हूवा था । जबकि त्रेता व् सतयुग के इंसान तो जानते भी नहीं थे की कृष्ण कौन है फिर ये कैसे पूर्ण भगवान् हुए।
पूछो इन पाखंडियो से :- ये कहते है की वेदों में भगवान् की महिमा है। फिर वेदों में कबीर (कविर्देव) के अलावा 33 करोड़ देवी देवताओ, राम, कृष्ण, व् ब्रह्मा विष्णु महेश दुर्गा किसी का भी नाम तक क्यों नहीं है।
पूछो इन पाखंडियो से:- गीता जी अध्याय नंबर 11 के श्लोक 32 मे श्री कृष्ण जी कहते है की अर्जुन मै काल हु और सबको खाने आया हु। श्री कृष्ण अपने को काल कह रहा है फिर ये पाखंडी उसे जबरदस्ती भगवान् क्यों बना रहे है।
और भी ना जाने कितने सवाल जिनके जवाब इनके पास नहीं है।
अब तक तो आपजी भी समझ चुके होंगे की संत रामपाल जी के सामने आकर ज्ञान चर्चा करने की क्यों इनकी हिम्मत नहीं होती!
🙏🏻 सत साहेब जी🙏🏻
#भक्ति_से_भगवान_तक
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━
देखिए आध्यात्मिक सत्संग साधना चैनल पर 7:30 से
पढ़िए सभी धर्मों के सद ग्रंथों से प्रमाणित अध्यात्म पुस्तक #ज्ञान_गंगा और #जीने_की_राह
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━
#kabir #KabirisGod #SantRampalJiMaharaj
#SatlokAshram #trendingreels #trend
🙏🙏🙏🙏🙏
0 notes
Text
भगत के द्वारा खेतों में बीज बोने से क्या लाभ है? Sant Rampal Ji Maharaj ...
youtube
#भक्ति_से_भगवान_तक
मानुष देह अनमोल रत्न ये मिलै न बारम्बारी!
धरती पर भगवान उतर रहा रे जागों संसारी!!
0 notes
Text
#भक्ति_से_भगवान_तक
मानव जीवन का मूल उद्देश्य "भक्ति से भगवान" तक जाकर पूर्ण मोक्ष पाना है।
जो की सिर्फ संत रामपालजी महाराज द्वारा बताई शास्त्रानुसार सत्य साधना करने से ही संभव है।
0 notes
Text
चारों वेदों के सारांश गीता में स्पष्ट किया है कि आन-उपासना नहीं करनी चाहिए क्योंकि ये शास्त्रों में वर्णित न होने से मनमाना आचरण है जो गीता अध्याय 16 श्लोक 23, 24 में व्यर्थ बताया है। शास्त्रोक्त साधना करने का आदेश दिया है।
#भक्ति_से_भगवान_तक
0 notes
Text
#भक्ति_से_भगवान_तक
🌾भक्ति से भगवान तक पहुँचने का शास्त्रानुकूल मार्ग सिर्फ तत्वदर्शी संत ही बता सकते हैं।
श्रीमदभगवत गीता अध्याय 15 श्लोक 1 से 4 तथा 16,17 में कहा है कि यह संसार ऐसा है जैसे पीपल का वृक्ष है। जो संत इस संसार रूपी पीपल के वृक्ष की जड़ों से लेकर तीनों गुणों रूपी शाखाओं तक सर्वांग भिन्न-भिन्न बता देता है। वह संत वेद के तात्पर्य को जानने वाला है अर्थात् वह तत्वदर्शी संत है। जो की वर्तमान में सिर्फ संत रामपालजी महाराज हैं।
अधिक जानकारी के लिए Download करें हमारी Official App "Sant Rampal Ji Maharaj" या देखें
साधना चैनल रोज शाम 7:30 बजे
और Visit करें।
* Satlok Ashram YouTube Channel*
Watch "वेदों से जानिए भगवान साकार है या निराकार? | Sant Rampal Ji Satsang | SATLOK ASHRAM" on YouTube
youtube
0 notes
Text
#भक्ति_से_भगवान_तक
संत र��मपाल जी महाराज ने श्री ब्रह्मा जी, श्री शिव जी तथा श्री विष्णु जी इन तीनों गुणों के बारे में विस्तार से समझाया है जो आज तक कोई नहीं समझा सका।
1 note
·
View note
Text
#सन1513_में_काशीभंडारा
केशो आया है बनजारा, काशी ल्याया माल अपारा।।
नौलख बोडी भरी विश्म्भर, दिया कबीर भण्डारा।
510 वर्ष पूर्व परमेश्वर कबीर बंदीछोड़ जी 18 लाख लोगों के लिए भोजन भंडारा सतलोक से लाये तथा प्रत्येक भोजन करने वाले को एक दोहर और एक मोहर दी।
Divya Dharma Yagya Diwas
#पाप शरीर नहीं करता विचार करते हैं
#धार्मिक गतिविधि
#भक्ति_से_भगवान_तक अध्यात्म
#धार्मिक और अध्यात्मिक .
#Happy Thursday
#Maharashtra
0 notes
Text
#भक्ति_से_भगवान_तक
गीता जी में तीन प्रकार के भगवान बताए गए हैं - क्षर पुरुष , अक्षर पुरुष , परम अक्षर पुरुष । परम अक्षर पुरुष ही परमात्मा सतपुरुष हैं । उनकी भक्ति करने से कर्मा की मार समाप्त होकर पूर्ण मोक्ष मिलता है।
अधिक जानकारी के लिए Sant Rampal Ji Maharaj Youtube Channel पर
0 notes
Text
#भक्ति_से_भगवान_तक
पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज जी के प्रयासों से भेदभाव की स्थिति समाप्त हो रही है। समाज में शांति स्थापित हो रही है। संत रामपाल जी महाराज जी कहते हैं:- जीव ��मारी जाति है, मानव धर्म हमारा। हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, धर्म नहीं कोई न्यारा।।
देखें साधना चैनल शाम 7:30.
0 notes
Text
#भक्ति_से_भगवान_तक
प्रश्न:- तत्वदर्शी संत कौन है ?
उत्तर:- जो संत संसार रूपी वृक्ष के भिन्न-भिन्न अंगों की विस्तृत जानकारी बता देगा, कि मूल कौन है, तना कौन है, डार कौन है, शाखा व पत्ते कौन हैं, वही तत्वदर्शी संत है।
वर्तमान में तत्वदर्शी संत केवल संत रामपाल जी महाराज हैं।
0 notes