#ब्याज में छूट
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दिवाली पर सावधान होकर करें ऑनलाइन खरीददारी, एक गलत लिंक क्लिक करते ही खाली हो सकता है खाता
Diwali Offers Scam: दिवाली के त्योहारी सीजन के चलते ऑनलाइन शॉपिंग के लिए ऑफर की बहार आई हुई है। दीवाली पर बड़ी छूट के चक्कर में लोग ऑनलाइन शॉपिंग को प्रमुखता दे रहे हैं। लोगों के इस मूड को भांपते हुए कंपनियां भी ग्राहकों को लुभाने के लिए तरह-तरह के ऑफर दे रही हैं। कहीं एक सामान की खरीद पर 50-70 फीसदी तक की छूट का ऑफर दिया जा रहे हैं तो कहीं महंगे इलेक्ट्रॉनिक्स सामान खरीदने के लिए शून्य ब्याज दर…
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सुकन्या समृद्धि योजना: बेटियों की शिक्षा और शादी के लिए वित्तीय सुरक्षा
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक बचत योजना है, जो बेटियों के भविष्य को सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से बनाई गई है। यह योजना पोस्ट ऑफिस और बैंकों के माध्यम से चलाई जाती है और इसमें निवेश करने पर उच्च ब्याज दर के साथ-साथ टैक्स में भी छूट मिलती है। आइए जानते हैं इस योजना के बारे में विस्तार से। सुकन्या समृद्धि योजना: खाता खोलने की प्रक्रिया और…
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#lallulal #lallulalnews @lallulalnews Budget 2024: सेविंग अकाउंट पर मिलेगा बजट में तोहफा! 25 हजार तक के ब्याज पर मिल सकती है छूट #savingaccounts #budget2024news #budget2024summary #budget202425 #budget2024srilanka #budget2024_25 #budget2024withcnbcawaaz #budget2024live #budget2024highlights #savingaccount #incometax #incometaxreturn #incometaxreturnfiling2020 #incometaxrevisioninenglish #incometaxrevisionplaylist #incometaxnotices #incometaxact #incometaxrevisionbcom #incometaxefiling #incometaxindiaefiling #viralvideo #pmmodi #bjp #congressparty #priyankagandhi #rahulgandhi #aap #aapneta #delhiaap Union Budget 2024: इस साल चुनाव के चलते फरवरी में अंतरिम बजट पेश हुआ था. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस महीने वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट पेश करने वाली हैं budget 2024,high yield savings account,high yield savings accounts,health savings account,budget,how to budget,best savings account 2022,savings account,saving money,budget 2024 income tax,high yield savings account 2022,best savings accounts 2023,hysa savings account,best savings account,money saving tips,ynab savings accounts,best savings accounts,taxes on savings account,budget 2024 stocks,budget 2024 update,tax-free savings account Lallu Lal (लल्लू लाल)- हे भैया सच्ची खबर तो लल्लू लाल ही देंगे..भारत के हर कोने से चुनी गई खबरों का संग्रह। भारत के राजन��तिक, सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर गहराई से जानकारी देना हमारा लक्ष्य है। हम यहाँ पर हर विषय को गहराई से देखते हैं, ताकि भारत के करोड़ों Online User के पास सही खब�� मिले।
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अगर पोस्ट ऑफिस में कर रहे है निवेश तो एक बार इस स्कीम के बारे में जरूर जाने, मिलेगा तगड़ा ब्याज : Post Office Scheme
News Desk | Post Office Scheme : अगर आप अपने भविष्य के लिए पैसे निवेश करना चाहते है साथ ही निवेश किये गए पैसे सुरक्षित हो इसके लिए आप पोस्ट ऑफिस में निवेश कर रहे है तो आप एक बार पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम के बारे में जान ले जिससे की आपके निवेश राशि पर आपको अच्छा खास ब्याज का लाभ मिल पाएगा पोस्ट ऑफिस की यह स्कीम टाइम डिपॉजिट स्कीम के नाम से जानी जाती है ।
जानिए पोस्ट ऑफिस की टाइम डिपॉजिट स्कीम के बारे में
पोस्ट ऑफिस की जो टाइम डिपॉजिट स्कीम है वह एक स्मॉल सेविंग स्कीम है जिसमे आप कम समय के निवेश पर ज्यादा ब्याज का लाभ ले सकते है साथ ही में मार्च में इसके ब्याज में भी बढ़ोतरी की गई थी जिसमे पहले इस स्कीम में निवेश करने वाले निवेशक को 7 फीसदी ब्याज का लाभ दिया जाता था लेकिन अब इस स्कीम में निवेश करने वाले व्यक्ति को 7.5 फीसदी ब्याज का लाभ दिया जाता है । 7.5 फीसदी ब्याज का लाभ दिया जाता है पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में 1 साल से लेकर 5 साल तक निवेश किया जा सकता है जिसमे 5 साल के निवेश पर ही आपको 7.5 फीसदी ब्याज का लाभ दिया जाता है इससे कम समी के निवेश पर आपको 6.90 फीसदी से लेकर 7 फीसदी तक ब्याज का लाभ प्रदान किया जाता है इस स्कीम में आप न्यूनतम 250 रुपए के निवेश से अधिकतम अपनी सीमा के अनुसार निवेश कर सकते है । टैक्स छूट का दिया जाता है लाभ इस स्कीम में 10 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी नागरिक निवेश कर सकते है साथ ही में इस स्कीम में निवेश किये गए पैसों में इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत टैक्स छूट का भी लाभ प्रदान किया जाता है जिससे की आपके निवेश किये गए पैसों और ब्याज के लाभ में आपको किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं देना पड़ता है । पोस्ट ऑफिस में जाकर खुलवा सकते है खाता इस स्कीम में आप अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस में जाकर खाता खुलवा सकते है साथ ही में अगर आप अपना घर बदल रहे है या किसी दूसरे शहर में शिफ्ट भी हो रहे है तो आप अपने अकाउंट को एक स्थान से दूसरे स्थान में भी ट्रांसफर कर सकते है साथ ही इस स्कीम का लाभ भी केवल भारत के नागरिक भी ले सकते है । Read the full article
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बजट में फुलझड़ी नहीं, बस आमदनी-खर्च का हिसाब.. निर्मला के बजट का प्लस-माइनस समझिए
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पहले ही कह दिया था, माफ करना- में कोई धमाका नहीं होगा, बस सरकार आमदनी-खर्च का हिसाब दे देगी। वह अपनी बात पर कायम रहीं। बजट में कोई फुलझड़ी नहीं थी लेकिन आप इसे उनकी आलोचना मत समझिए, यह तो उनकी प्रशंसा है। निर्मला के अंतरिम बजट ��े अर्थशास्त्री झूम उ��े हैं। उन्होंने इसमें रेवड़ियां नहीं बांटीं और राजकोषीय घाटे में कमी का वादा किया। राजकोषीय घाटे का मतलब है, सरकार की आमदनी से अधिक खर्च। निर्मला ने बताया कि वित्त वर्ष 2024 में यह घाटा GDP का 5.8 प्रतिशत रहा, जबकि पिछले बजट में इसके लिए 5.9 प्रतिशत का अनुमान रखा गया था। सरकार ऐसा इसलिए कर पाई क्योंकि उसे अच्छी आमदनी हुई। उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2025 में यह 5.1 प्रतिशत रहेगा और उससे अगले साल 4.5 प्रतिशत। कोरोना महामारी, यूक्रेन युद्ध और अल निनो जैसी चुनौतियों के बीच यह बात खास मायने रखती है। कुछ आलोचक कह सकते हैं कि राजस्व घाटा तो वित्त वर्ष 2024 में GDP का 2.8 प्रतिशत रहा, जिसे कभी खत्म करने की बात कही गई थी और अगले वित्त वर्ष में भी यह 2 प्रतिशत रहने वाला है। कुछ अर्थशास्त्री यह भी कहेंगे कि सरकारी खजाने की सेहत तभी अच्छी मानी जाती है, जब प्राथमिक घाटा खत्म हो जाए। राजकोषीय घाटे में से सरकार की ब्याज देनदारी निकालने बाद जो रकम बचती है, उसे प्राथमिक घाटा कहते हैं। प्राथमिक घाटा शून्य हो तो उसका मतलब है कि सरकार जो भी उधार ले रही है, वह उससे निवेश करेगी। वित्त वर्ष 2024 में प्राथमिक घाटा 2.3 प्रतिशत रहा, लेकिन अगले साल इसके 1.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है। शायद यह आने वाले वर्षों में खत्म हो जाए। बाजार पर असर सवाल यह भी है कि राजकोषीय घाटे को लेकर अंतरिम बजट से जो अच्छी खबर आई, उसका शेयर बाजार पर पॉजिटिव असर क्यों नहीं पड़ा? असल में मार्केट टैक्स छूट की उम्मीद कर रहा था, जो पूरी नहीं हुई और बजट से पहले शेयर बाजार में यूं भी अच्छी तेजी आ चुकी थी। इसलिए गुरुवार को इसमें मामूली गिरावट आई और निफ्टी 50 इंडेक्स 0.13 प्रतिशत नीचे बंद हुआ।कई जानकारों को लग रहा था कि वित्त मंत्री कुछ रेवड़ियों का ऐलान करेंगी। यूं तो अंतरिम बजट में ऐसा नहीं करना चाहिए, लेकिन पहले के कुछ वित्त मंत्रियों ने इस बंधन को नहीं माना था। 5 साल पहले पीयूष गोयल ने अंतरिम बजट पेश किया था और तब उन्होंने पर्सनल इनकम टैक्स से छूट की सीमा को बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया था। उन्होंने सैलरीड क्लास के लिए स्टैंडर्ड डिडक्शन में छूट के साथ अन्य रियायतें भी दी थीं। उन्होंने दावा किया था कि इससे मध्यवर्ग के 3 करोड़ करदाताओं को फायदा होगा, जो BJP का वोट बैंक माने जाते हैं। चुनाव और बजट गोयल के बजट से कुछ सप्ताह पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को सालाना 6,000 रुपये देने की घोषणा की थी। इसे तेलंगाना की रायतू बंधु, ओडिशा की KALIA और राहुल गांधी की चुनाव जीतने पर हर किसान परिवार को 72,000 रुपये देने के वादे के मुकाबले में लाया गया था। रायतू बंधु योजना के तहत तेलंगाना में हर कटाई सीजन में किसानों को 4,000 रुपये प्रति एकड़ और KALIA के तहत ओडिशा के ग्रामीण इलाकों में रहने वालों को 10,000 रुपये का भुगतान किया जाता है। 2019 में BJP को भरोसा नहीं था कि वह आम चुनाव जीत जाएगी। दरअसल, कुछ महीने पहले मध्य भारत के तीन राज्यों में हुए चुनाव में वह हार गई थी। यूं तो मोदी अक्सर कहते हैं कि चुनाव रेवड़ियां बांटकर नहीं, परफॉरमेंस से जीते जाते हैं। इसके बावजूद BJP को तब रेवड़ियां बांटनी पड़ी थीं, भले ही दूसरी पार्टियों की तुलना में उसने कम फ्रीबीज दिए। 2024 लोकसभा चुनाव से पहले हालात बिल्कुल अलग हैं। BJP को आम चुनाव में जीत का भरोसा है। मोदी की अप्रूवल रेटिंग 90 प्रतिशत तक है। किसी अन्य लोकतांत्रिक देश के लीडर के लिए ऐसी रेटिंग सपना है। कुछ समय पहले हुए विधानसभा चुनावों में पार्टी को शानदार जीत मिली। मध्य प्रदेश में तो सत्ता में रहते हुए भी उसकी सीटें बढ़ गईं। आज उसे सत्ता विरोधी लहर का डर नहीं है इसलिए 5 साल पहले भले ही गोयल के लिए रेवड़ी बांटना राजनीतिक मजबूरी थी, निर्मला के सामने ऐसी मजबूरी नहीं है। BJP को परफॉरमेंस के दम पर लोकसभा चुनाव जीतने का यकीन है। इसलिए अंतरिम बजट में जब वह अपनी सरकार की एक के बाद एक उपलब्धियां बता रही थीं तो उनकी पार्टी के सांसद हर बड़े दावे पर मेजें थपथपा रहे थे। उन्होंने यह वादा भी किया कि पिछले 10 वर्षों में BJP के नेतृत्व में देश ने क्या हासिल किया है और उससे पहले के दशक में कांग्रेस सरकार ने क्या हासिल किया था, इस पर रिपोर्ट कार्ड पेश करेंगी। देश की इकॉनमी आज भारत दुनिया के बड़े देशों में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है। पहले अग्रिम अनुमान में बताया गया कि वित्त वर्ष 2024 में देश की ग्रोथ 7.3 प्रतिशत रह सकती है,… http://dlvr.it/T2BzQX
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Tax Update: व्यापारियों को जुर्माने में सौ प्रतिशत की माफी, टैक्स व ब्याज में भी छूट
ऐसे व्यापारियों के लिए राहतभरी खबर आयी है जिनका वैट से जुड़ा मामला पिछले साढ़े छह वर्षों से लंबित है और उस पर लाखों का टैक्स लग गया है. इन व्यापारियों को जुर्माने में सौ प्रतिशत की माफी है, टैक्स व ब्याज में भी छूट है। ऐसे प्रदेश में करीब 10 हजार से ज्यादा मामले लंबित हैं। इस माफी योजना से ये व्यापारी 31 जनवरी तक छत्तीसगढ़ बकाया कर, ब्याज एवं शास्ति के निपटान अधिनियम का फायदा उठा सकते हैं। इस…
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रियल एस्टेट बूम: जयपुर संपत्ति की कीमत पर एक नजदीकी नजर
जयपुर एक जीवंत और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर है जिसने सदियों से लोगों को आकर्षित किया है। यह अपने राजसी किलों, महलों, हलचल भरे बाजारों और रंगीन त्योहारों के लिए जाना जाता है। हाल ही में, जयपुर में रियल एस्टेट बाजार तेजी से बढ़ रहा है, जिसने खरीदारों और निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है। इस ब्लॉग में, हम राजस्थान में संपत्ति की कीमतों में वृद्धि में योगदान देने वाले कारकों का पता लगाते हैं और संभावित खरीदारों और निवेशकों के लिए अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं।
जयपुर के रियल एस्टेट बाजार का विकास
जयपुर का रियल एस्टेट उद्योग एक पारंपरिक बाजार से एक जीवंत और आकर्षक रियल एस्टेट गंतव्य के रूप में विकसित हुआ है। बुनियादी ढांचे में सरकार के निवेश, डेवलपर्स को आकर्षित करने के कारण जयपुर का जुड़ाव बढ़ा है। स्मार्ट शहरों के विकास से होटल और अवकाश गृहों के निर्माण को बढ़ावा मिला है, जिससे रियल एस्टेट गतिविधि में वृद्धि हुई है। कम लागत वाले आवास, भव्य अपार्टमेंट और वाणिज्यिक क्षेत्रों की परियोजनाओं की संख्या में वृद्धि हुई है।
जयपुर संपत्ति की कीमत को प्रभावित करने वाले कारक
कई कारक जयपुर में संपत्ति की कीमतों को प्रभावित करते हैं। यहां पांच प्रमुख कारक हैं:
स्थान: किसी संपत्ति की कीमत उसके स्थान से काफी प्रभावित होती है। सुविधाओं, सुविधाओं और रोजगार केंद्रों तक बेहतर पहुंच वाले क्षेत्रों में संपत्ति की लागत आम तौर पर अधिक होती है।
बुनियादी ढाँचा विकास: संपत्ति के मूल्य किसी क्षेत्र में बुनियादी ढाँचे के विकास के स्तर से प्रभावित हो सकते हैं। अच्छी सड़कों, परिवहन विकल्पों और बुनियादी सुविधाओं तक पहुंच वाले क्षेत्रों में संपत्ति की लागत अधिक होती है।
मांग और आपूर्ति: संपत्ति की कीमतें रियल एस्टेट बाजार में आपूर्ति और मांग की गतिशीलता से भी प्रभावित होती हैं। यदि संपत्तियों की मांग आपूर्ति से अधिक हो जाती है, तो कीमतें बढ़ने की संभावना है, और इसके विपरीत भी।
आर्थिक स्थितियाँ: संपत्ति के मूल्य बाजार की धारणा और सामान्य आर्थिक स्थितियों से प्रभावित हो सकते हैं। संपत्ति की कीमतें जीडीपी वृद्धि, मुद्रास्फीति और ब्याज दरों जैसे चर से प्रभावित हो सकती हैं।
नीति परिवर्तन: संपत्ति की कीमतें सरकारी कानून, नीतियों और कराधान में बदलाव से प्रभावित हो सकती हैं। रियल एस्टेट निवेश नीतियां बाजार की गतिशीलता पर प्रभाव डाल सकती हैं और, परिणामस्वरूप, संपत्ति के मूल्यों पर।
जयपुर में संपत्ति की कीमतों का आकलन करते समय इन कारकों पर विचार करना महत्��पूर्ण है क्योंकि वे बाजार के रुझानों में अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं और सूचित निर्णय लेने में मदद करते हैं।
निवेश क्षमता: जयपुर एक रियल एस्टेट हॉटस्पॉट के रूप में
भारत का सबसे बड़ा राज्य, राजस्थान, निवेश के स्थान के रूप में अधिक से अधिक लोकप्रिय हो गया है, खासकर रियल एस्टेट बाजार में। जयपुर अपने सुविधाजनक स्थान, विकासशील बुनियादी ढांचे और विस्तारित अर्थव्यवस्था के कारण रियल एस्टेट हॉटस्पॉट के रूप में बड़ी निवेश क्षमता प्रस्तुत करता है। निम्नलिखित कुछ तत्व हैं जो इसकी अपील को बढ़ाते हैं:
आर्थिक विकास: हाल के वर्षों में, जयपुर की अर्थव्यवस्था लगातार बढ़ी है। औद्योगीकरण, व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए, राज्य सरकार ने कई नीतियां और कार्यक्रम लागू किए हैं। इससे रोजगार के अधिक अवसर पैदा हुए हैं और मध्यम वर्ग में वृद्धि हुई है, जिसके परिणामस्वरूप घरों और व्यवसायों की मांग बढ़ी है।
पर्यटन क्षमता: कई घरेलू और विदेशी पर्यटक अपने प्रसिद्ध महलों, किलों और सांस्कृतिक विरासत के कारण राजस्थान आते हैं। जयपुर, उदयपुर, जैसलमेर और जोधपुर जैसे शहरों में लक्जरी होटल, ऐतिहासिक रिसॉर्ट और गेस्टहाउस बहुतायत में पाए जा सकते हैं। राजस्थान में, रियल एस्टेट में निवेश करना जो पर्यटकों की जरूरतों को पूरा करता है, जैसे कि होटल, रिसॉर्ट्स और छुट्टियों के किराये, काफी लाभदायक हो सकते हैं।
किफायती संपत्ति की कीमतें: मुंबई, दिल्ली और बैंगलोर जैसे बड़े क्षेत्रों की तुलना में राजस्थान में रियल एस्टेट की लागत तुलनात्मक रूप से कम है। अपनी लागत के कारण, यह निवेशकों और अंतिम-उपयोगकर्ताओं दोनों को आकर्षित कर रहा है। राज्य कम लागत वाले अपार्टमेंट से लेकर सुरुचिपूर्ण विला और वाणिज्यिक स्थानों तक संपत्तियों की एक विविध श्रेणी प्रदान करता है, जो खरीदार श्रेणियों की एक विस्तृत श्रृंखला को पूरा करता है।
सरकारी पहल: रियल एस्टेट क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए, राज्य सरकार ने कई निवेशक-अनुकूल नियम और सुधार लागू किए हैं। इनमें एकल-खिड़की समाशोधन प्रणाली, सरल अनुमोदन प्रक्रियाएं, कर छूट और भूमि अधिग्रहण परिवर्तन शामिल हैं। इस तरह की गतिविधियां रियल एस्टेट डेवलपर्स और निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल बनाती हैं, जिससे उन्हें जयपुर में अवसरों की जांच करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
औद्योगिक और वाणिज्यिक विकास: कपड़ा, हस्तशिल्प, खनन, सूचना प्रौद्योगिकी और ऑटोमोटिव में जयपुर में औद्योगिक और वाणिज्यिक गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। जयपुर, जोधपुर, कोटा और उदयपुर जैसे शहरों में औद्योगिक पार्क, विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईज��ड), और तकनीकी पार्क स्थापित किए गए हैं।
भविष्य में विकास की संभावनाएं: राज्य में वर्तमान और संभावित प्रगति के साथ, जयपुर के रियल एस्टेट क्षेत्र का भविष्य उज्ज्वल है। स्मार्ट सिटी विकास, किफायती आवास परियोजनाओं और पर्यावरण-पर्यटन को बढ़ावा देने जैसी पहलों पर सरकार का जोर एक अनुकूल निवेश माहौल को बढ़ावा देता है। इसके अलावा, जयपुर की दिल्ली से निकटता -मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (डीएमआईसी) और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) औद्योगिक और लॉजिस्टिक्स-संबंधी रियल एस्टेट परियोजनाओं के लिए इसकी क्षमता को बढ़ाते हैं।
अंत में, जयपुर का रियल एस्टेट उद्योग निवेशकों, घर खरीदारों और डेवलपर्स के लिए एक रोमांचक संभावना प्रदान करता है। व्यक्ति संपत्ति की कीमतें बढ़ाने वाले अंतर्निहित चरों को जानकर और लगातार बदलते बाजार की गतिशीलता पर नजर रखकर जयपुर के तेजी से बढ़ते रियल एस्टेट क्षेत्र का लाभ उठाने के लिए सूचित निर्णय ले सकते हैं। चाहे आप सपनों का घर तलाश रहे हों, व्यावसायिक स्थान, या बुद्धिमान निवेश, जयपुर के संपत्ति बाजार में हर किसी के लिए कुछ न कुछ है।
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Home Loan Subsidy Scheme: सरकार ने बनाया जबरदस्त प्लान, होम लोन पर मिलेगी 9 लाख तक की सब्सिडी - Lalluram
Home Loan Subsidy Scheme: देश के करोड़ों लोगों के लिए अच्छी खबर है. केंद्र सरकार जल्द ही बेघर शहरी लोगों को होम लोन पर ब्याज में छूट देगी. केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही होम लोन पर ब्याज छूट योजना शुरू करेगी. हम गृह सहायता योजना के विवरण को अंतिम रूप देने ��ी प्रक्रिया में हैं. इसे जल्द ही लागू किया जाएगा. Details…
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डिजिटल पेमेंट से समय पर किस्त देने पर ब्याज में छूट मिलेगी योगी
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Zero Balance Account: Punjab National Bank का Zero Account खुलवाने से पहले ये जरूर देखे
Zero Balance Account: Punjab National Bank का Zero Account खुलवाने से पहले ये जरूर देखे, Punjab National Bank का Zero Balance Account इन दिनों बहुत चर्चा मे है, तो अगर ये ख़ाता खुलवाने का सोच रहे हैं तो ये इम्पोर्टेन्ट जानकरी जरूर पड़े, कोई भी खाता खुलवाने से पहले उसकी पूरी detail जरूर निकाला करें, आइये देखते हैं क्या ये account आपके लिए अच्छा हैं या नहीं, लोग खाता खुलवाने के बाद कई बार फस जाते क्योंकि उन्हें पूरी जानकारी पता नहीं होती हैं.
Zero Balance Account: Punjab National Bank का Zero Account खुलवाने से पहले ये जरूर देखे
Punjab National Bank मे 6 तरिके के savings account खुलते हैं, जिनमे से एक zero account है, हालांकि बिलकुल zero account ना खुलवाये क्योंकि उसमे फीचर भी ना के बराबर मिलते हैं, Punjab national bank का उन्नति (Unnati) Savings account खुलवाये,
features
Pnb उन्नति zero savings account के features Mab Maintaln balance Rural Area500 RsSemi Urban1,000 RsUrban2,000 RsMetro City2,000 RsZero Balance Account मेन्टेन करने पडेगे जोकि बहुत कम है और अगर आप Rural (गाँव) Area से हैं तो, तो आपको 500Rs ही मेन्टेन करने हैं, Debit Card इसमें आपको Rupay Classic Debit card जोकि wifi debit card है, इसमें आप एक बार 5000 ही Debit Card TypeRupay Debit CardWifi Yes Tap & PayWifi limit 5000 ₹ SingleIssuances Fees0Annual Charge150+GstCard LimitAny bank ATM withdraw- 25000 dailyswipe - 60,000Zero Balance Account Transaction Limit इसमें आपको 6 महीने मे 40 ट्रांसक्शन कि limit मिलती है, आप 6 महीने मे 40 ट्रांसक्शन ही कर सकते हैं, उसके बाद पैसे देने पडेगे, लेकिन ये 40 ट्रांसक्शन limit - IBS,ATM, Si इन पर कोई Limit नहीं, ये 40 कि limit Cash Withdraw जो bank मे जाकर करते हैं पर्ची भरके करते हैं, इन पर लगेगी, Internet बैंकिंग, Upi, atm पर कोई Limit नहीं हैं, इन पर 40 कि कोई limit नहीं हैं.
Zero Balance Account Cheque Book आपको एक 25 Pages कि cheque book मिलेगी, passbook भी फ्री मिलेगी, interest Rate and FD आपको इस account मे 2.70% ब्याज मिलेगा, वहीँ Fd 1 साल के लिए करवाते हो तो 6.80% ब्याज मिलेगा, लेकिन 444 दिनों कि FD करवाने पर आपको 7.25% ब्याज मिलेगा, 1 साल से सिर्फ 2 महीने 20 दिन अधिक कि FD करवाते हैं तो आपको 7.80% का ब्याज मिलेगा.
घर बैठे खाता खोले PNB उन्नति Savings Account
आपको कुछ ज्यादा करने कि जरूरत नहीं हैं, सिर्फ PNB One App को Install करने कि जरूरत हैं, और आपको Aadhar Kyc और Video kyc से अपना ये Pnb उन्नति account खोल सकते हैं,
निष्कर्ष और सलाह
हम आशा करते हैं इस Pnb Unnati Savings Zero balance account के बारे मे पूरी जानकारी दे चुके हैं, अगर कोई जानकारी छूट गई हैं तो कृपया हमें कमेंट मे जरूर बताये, हम आपको unnati Savings account खोलने कि सलाह देते हैं हालांकि 5 और Zero balance account है, लेकिन ये उन्नति zero balance account सबसे अच्छा हैं कई सारे features के साथ आता हैं. Punjab National Bank account online कैसे खोले 10 मिनट मे PNB Aadhar Link Online: PNB Account में कैसे होगा Aadhar Card Link Online Pnb bank का ATM पिन कैसे बनाएं Punjaab National Bank Debit card पर इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन चालू कैसे करें Read the full article
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PPF Interest Rates: रोजाना करें 300 रुपये का निवेश, रिटायरमेंट पर मिलेंगे 2.36 करोड़ - देखें PPF कैलकुलेशन
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF Investment Plan) स्मॉल सेविंग्स स्कीम का सबसे लोकप्रिय निवेश प्लान माना जाता है। पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ स्कीम निवेश के लिए एक बेहतरीन विकल्प है, जो कई तरह के फायदे देती है। इसमें आपको शानदार ब्याज के साथ-साथ टैक्स छूट का भी लाभ मिलता है। इसमें पैसा लगाने पर डूबने का खतरा नहीं रहता और रिटर्न की गारंटी रहती है। पीपीएफ योजना में निवेश के लिए कोई भी खाताधारक नजदीकी डाकघर में खाता खोलकर न्यूनतम 1000 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये निवेश कर सकता है। पीपीएफ खाता 15 साल में परिपक्व होता है और वर्तमान में निवेशकों को 7.1 फीसदी की दर से ब्याज दिया जा रहा है (पीपीएफ ब्याज दरें 7.1), लेकिन अगर निवेशक को बीच में पैसे की जरूरत है तो वह आंशिक निकासी नियम के तहत 40 फीसदी की निकासी कर सकता है। राशि निकाल सकते हैं। इसमें निवेश की गई रकम पर 80सी के तहत टैक्स छूट का लाभ मिलता है। इस योजना के निवेश को ईईई श्रेणी में रखा गया है। इसका मतलब है कि आपका निवेश, ब्याज और मेच्योरिटी राशि तीनों ही पूरी तरह से टैक्स फ्री है। पीपीएफ खाते में अगर सही योजना से निवेश किया जाए तो निवेशक करोड़पति बन सकता है। आइए गणना को समझते हैं। अगर आप हर महीने 9000 रुपये निवेश करते हैं तो आपके लिए यह 300 रुपये प्रतिदिन है। पीपीएफ कैलकुलेटर से पता चलता है कि पीपीएफ खाते में 9000 रुपये का मासिक निवेश मौजूदा 7.1% ब्याज दर पर 15 साल में बढ़कर 29.2 लाख रुपये हो सकता है। 7.1% ब्याज दर पर 20 वर्षों में 9000 रुपये प्रति माह के निवेश से कुल परिपक्वता राशि 47.9 करोड़ रुपये हो जाती है और 25 वर्षों के लिए निवेश पर यह राशि 74.2 करोड़ रुपये हो जाती है। वहीं, अगर आप 30 साल तक हर महीने 9000 रुपये का निवेश जारी रखते हैं तो मैच्योरिटी राशि 1.11 करोड़ रुपये हो सकती है। इसी तरह, 9,000 रुपये प्रति माह के योगदान वाले पीपीएफ खाते में, 7.1% की ब्याज दर के साथ, परिपक्वता राशि 35 वर्षों में 1.63 करोड़ रुपये और 40 वर्षों में 2.36 करोड़ रुपये हो जाती है। इसका मतलब यह है कि अगर कोई निवेशक 20 साल की उम्र से पीपीएफ योजना में निवेश करना शुरू करता है तो 60 साल की उम्र में सेवानिवृत्ति के समय उसके खाते में 2.36 करोड़ रुपये होंगे। (pc rightsofemployees) Read the full article
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What Is Public Provident Fund And How Top Apply For PPF Scheme
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TVS Apache RTR 160: मोबाइल फोन की कीमत में खरीदें ये शानदार अपाचे, जल्दी करें, कहीं ऑफर छूट ना जाए
TVS Apache RTR 160: ऑटो इंडस्ट्री में कई कंपनियों की स्पोर्ट्स बाइक मौजूद है जो एक से बढ़कर एक आधुनिक फीचर्स से लैस है. इन बाइक्स में कंपनियां दमदार इंजन के साथ ही ज्यादा माइलेज भी उपलब्ध कराती हैं. बता दे कि यह बाइक अपने तेज रफ्तार के साथ साथ दमदार प्राइस के भी लिए मशहूर है. जिसमें टीवीएस अपाचे आरटीआर 160 (TVS Apache RTR 160) का नाम भी शामिल है.
ऐसे में अगर आप भी इस बाइक को खरीदने का सपना देख रहे हैं. लेकिन कम बजट के कारण अपना ये सपना पूरा नहीं कर पा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है. क्योंकि आज हम इस आर्टिकल में इस स्पोर्ट्स बाइक को कम कीमत में खरीदने का रामबाण उपाय ��ताएंगे. जिससे आप झटपट में इस हाई स्पीड वाली बाइक को अपने घर ला सकते हैं.
कंपनी ने अपनी इस एंट्री लेवल स्पोर्ट्स बाइक को देश के मार्केट में 1,24,590 रुपये की एक्सशोरूम कीमत पर पेश किया है जो आपको ऑन रोड कीमत 1,49,677 रुपये में मिलेगी. यानी की आपको इस बाइक को खरीदने के लिए कुल डेढ़ लाख रुपए की जरूरत पड़ेगी. लेकिन आज के समय में कम आय वाले व्यक्ति के पास एक बार में इतना अधिक पैसा होना मुश्किल है, किंतु अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि अब कंपनी इस बाइक पर फाइनेंस प्लान की सुविधा ऑफर कर रही है. यानी अब आप इस बाइक को ईएमआई पर भी ले सकते हैं.
TVS Apache RTR 160: क्या है फाइनेंस प्लान?
ऑनलाइन डाउन पेमेंट और ईएमआई कैलकुलेटर की माने तो बैंक आपको टीवीएस अपाचे आरटीआर 160 (TVS Apache RTR 160) बाइक को खरीदने के लिए 9.7 प्रतिशत की वार्षिक ब्याज दर पर 1,29,677 रुपये का लोन देगी. जिसके बाद आपको कंपनी को मात्र 20 हजार रुपए डाउन पेमेंट करना होगा. इसके बाद आपको 3 साल यानी 36 महीना तक 4166 रुपए का मंथली ईएमआई भरना पड़ेगा.
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पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में सिर्फ ब्याज में ही मिलेगा 2 लाख रुपए का फायदा, आज ही करें निवेश : Post Office Time Deposit Scheme
News Desk | Post Office Time Deposit Scheme : पोस्ट ऑफिस की स्कीम में निवेश करना एक काफी अच्छा और सुरक्षित ऑप्शन होता है क्युकी इसमे निवेश किए गए पैसों के रिटर्न की निश्चित गारंटी होती है जिससे मैच्योरिटी के समय पर निवेश किए गए पैसो का ब्याज के साथ रिटर्न का लाभ मिल पाता है, पोस्ट ऑफिस की निवेश स्कीम में टाइम डिपॉजिट स्कीम भी शामिल है जिसमे निवेश किए गए पैसों में 2 लाख रुपए के ब्याज का लाभ मिलता है । टाइम डिपॉजिट स्कीम में मिलता है इतने ब्याज का लाभ पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम का नाम टाइम डिपॉजिट स्कीम है जिसमे निवेशक 1 साल, 2 साल, 3 साल और 5 साल के लिए निवेश कर सकते है इस स्कीम में निवेशक अपनी जरूरत के अनुसार निवेश कर सकते है साथ ही इस स्कीम में 5 साल के लिए निवेश करने पर 7.50% ब्याज का लाभ, 2 या 3 साल के लिए निवेश करने पर 7% ब्याज का लाभ और 1 साल के लिए निवेश करने पर 6.90% ब्याज का लाभ दिया जाता है । 2023 के बाद की गई ब्याज में बढ़ोतरी पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में पहले 5 साल के निवेश पर केवल 7 फीसदी ब्याज का लाभ दिया जाता था लेकिन साल 2023 के बाद से इस स्कीम में अगर कोई व्यक्ति 5 साल के लिए निवेश करता है तो उसे 7.50 फीसदी ब्याज का लाभ दिया जाता है जिससे की निवेश राशि पर काफी अच्छा ब्याज का लाभ मिल पाता है । ऐसे मिलेगा 2 लाख के ब्याज का लाभ अगर कोई व्यक्ति 2 लाख रुपए के ब्याज का लाभ पा��ा चाहता है तो उसे 5 लाख रुपए की राशि निवेश करनी होगी जिसमे निवेश का समय 5 साल का होगा जिससे की मैच्योरिटी के समय पर निवेशक को 7.50 फीसदी ब्याज का लाभ जोड़कर दिया जाएगा जिससे की 2 लाख 24 हजार 9 सौ 74 रुपए का अतिरिक्त लाभ मिलेगा जिससे की निवेशक को मैच्योरिटी के समय पर 7,24,974 रुपए मिलेंगे । टैक्स छुट के लाभ के साथ जॉ��न्ट अकाउंट भी खुलवाया जा सकता है पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में इनकम टैक्स के ऐक्ट 1961 के सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट का भी लाभ प्रदान किया जाता है इसके साथ ही इस स्कीम में 1000 रुपए के निवेश से भी खाता खुलवाया जा सकता है साथ ही सिंगल और जॉइन्ट अकाउंट में भी खाता खुलवाकर निवेश किया जा सकता है, जिसके लिए आप नजदीकी पोस्ट ऑफिस में जाकर खाता खुलवा सकते है और निवेश करना शुरू कर सकते है । Read the full article
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रायपुर। (Chhattisgarh) छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तम गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र जग्गी ,विक्रम सिंहदेव,राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ चेम्बर द्वारा पत्र प्रेषित कर आम बजट हेतु आयकर संबंधी सुझाव दिया गया। जिसकी प्रतिलिपि माननीय सुनील सोनी जी, सांसद, रायपुर लोकसभा को भी दी गई। अमर पारवानी ने पत्र के माध्यम से बताया कि औद्योगिक एवं व्यापारिक संगठनों से प्राप्त आयकर संबंधी सुझाव निम्नानुसार है:- नगर लोन/डिपाजिट लेन-देन की सीमा जो कि वर्तमान में मात्र बीस हजार है उसे दो लाख किया जाना चाहिए। नगद खरीदी-बिक्री की सीमा जो कि वर्तमान मे दस हजार है वह दो लाख तक होनी चाहिए। मशीनरी, दुपहिया वाहन, चार पहिया एवं स्थायी संपत्ति (10 हजार से अधिक) नगद में खरीदने से अब डेप्रिसियेशन नहीं मिलेगा । जबकि इसे पूर्ववत रखना उचित रहेगा। आयकर अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार, 2 लाख या अधिक रूपये से अधिक की राशि एक सौदों के बदले एक दिन में 1 अप्रैल 2017 के बाद नगद नहीं ली जा सकती है। इससे व्यापार उद्योग में नगदी प्रवाह मे रोक लगेगी । वेतन आय के स्थिति में 50000/- मानक छूट को बढ़ाकर 200000/- किया जाना चाहिए। 50 प्रतिशत लाभ घोषित किये जाने वालों प्रावधानों में संशोधन करके, 30 प्रतिशत तक सीमा किया जाना चाहिए। क्रेडिट कार्ड एवं डेबिट कार्ड से ट्रांजेक्शन करने पर लगने वाले स्वैपिंग चार्जेस को पूरी तरह माफ किया जाना चाहिए जिससे कि डिजीटल लेनदेन को बढावा मिले । हाऊसिंग लोन मे ब्याज की छूट 2,00,000 रूपये छूट है उसे बढ़ाकर रूपये 4 लाख तक किया जाना चाहिए।
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संपत्ति कर जमा करने की अंतिम तिथि 31 जनवरी तक बढ़ाई गई: हरियाणा के मुख्यमंत्री
संपत्ति कर जमा करने की अंतिम तिथि 31 जनवरी तक बढ़ाई गई: हरियाणा के मुख्यमंत्री
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को घोषणा की कि शहरों में संपत्ति कर जमा करने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर, 2022 से बढ़ाकर 31 जनवरी, 2023 कर दी गई है। 31 दिसंबर तक संपत्ति कर जमा करने पर पूरा ब्याज माफ होगा, जबकि 31 जनवरी तक जमा करने पर 50 फीसदी की छूट मिलेगी। तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सदन में पेश किए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के बाद विधानसभा में बोलते हुए खट्टर ने…
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