#फेक न्यूज़
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व्हाट्सऐप के नए चैट फीचर्स: रचनात्मकता और उपयोगकर्ता अनुभव को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की तैयारी
WhatsApp’s new chat features: (Hindi)Taking creativity and user experience to new heights.HINDI व्हाट्सऐप ने यूजर्स को और अधिक रोचक और मजेदार अनुभव देने के लिए कई नए फीचर्स लॉन्च किए हैं। इनमें कैमरा इफेक्ट्स, सेल्फी स्टिकर्स और पर्सनलाइजेशन के साथ-साथ फेक न्यूज़ रोकने के उपाय भी शामिल हैं। आइए इन फीचर्स को विस्तार से समझें: 1. कैमरा इफेक्ट्स: फोटो और वीडियो को बनाएं और ज्यादा दिलचस्पअब…
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देश में फर्जी डिग्रियां बेचने वाली यूनिवर्सिटीज का बड़ा खुलासा, शिक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी
फर्जी डिग्रियां बेचने वाली यूनिवर्सिटीज जी हा आपने सही पढ़ा देश की कई प्राइवेट यूनिवर्सिटीज पर फर्जी डिग्रियां बेचने का गंभीर आरोप लगा है।लगातार हमें अलग-अलग न्यूज़पेपर में न्यूज़ चैनलों पर फर्जी डिग्रियों के खुलासे सुनने को मिलते हैं अब ऑफिशियल तौर पर यह खुलासा केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने संसद में पूछे गए एक सवाल के जवाब में किया। इस सवाल ��ें पूछा गया था कि क्या कुछ प्राइवेट यूनिवर्सिटीज फेक…
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Kolkata Rape Case: 'RG kar की घटना Organised, फेक न्यूज़ फैला रही Kolkat...
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#मीडिया_को_झूठ_शोभा_नहीं_देता
फेक न्यूज़ दिखाकर जनता को भ्रमित कर मीडिया ने अपना विश्वास खोया है। संत रामपाल जी महाराज के लाखों अनुयायियों की भावनाओं को ठेस पहुँचाई है और साथ ही सच का दामन छोड़ दिया है।
Sant RampalJi Se Maafi Maango
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#WednesdayMotivation
विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में 181 देशों की सूची में भारत 159वें पायदान पर। जो भारतीय मीडिया की पत्रकारिता पर बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा करती है।
कुछ तो शर्म करो! फेक न्यूज़ दिखाना बंद करो!
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#मीडिया_को_झूठ_शोभा_नहीं_देता
फेक न्यूज़ दिखाकर जनता को भ्रमित कर मीडिया ने अपना विश्वास खोया है। संत रामपाल जी महाराज के लाखों अनुयायियों की भावनाओं को ठेस पहुँचाई है और साथ ही सच का दामन छोड़ दिया है।
Sant RampalJi Se Maafi Maango
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#भारतीय_मीडिया_की_गिरती_गरिमा
#IndianMediaSpreadingLies
#झूठीमीडिया_शर्म_करो #मीडिया_का_काम_अफवायें_फैलानानहीं_सच्चाई_बताना_है
#StopFakeNewsOn_SantRampalJi #media #mediacoverage #news #newsupdate #fakenews
#SantRampalJiMaharaj
मीडिया को सार्वजनिक माफी मांगना चाहिए....
फेक न्यूज़ दिखाकर जनता को भ्रमित कर मीडिया ने अपना विश्वास खोया है। संत रामपाल जी महाराज के लाखों अनुयायियों की भावनाओं को ठेस पहुँचाई है और साथ ही सच का दामन छोड़ दिया है।
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#भारतीय_मीडिया_की_गिरती_गरिमा
#IndianMediaSpreadingLies
#झूठीमीडिया_शर्म_करो #मीडिया_का_काम_अफवायें_फैलानानहीं_सच्चाई_बताना_है
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#SantRampalJiMaharaj
मीडिया को सार्वजनिक माफी मांगना चाहिए....
फेक न्यूज़ दिखाकर जनता को भ्रमित कर मीडिया ने अपना विश्वास खोया है। संत रामपाल जी महाराज के लाखों अनुयायियों की भावनाओं को ठेस पहुँचाई है और साथ ही सच का दामन छोड़ दिया है।
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#भारतीय_मीडिया_की_गिरती_गरिमा
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मीडिया को सार्वजनिक माफी मांगना चाहिए....
फेक न्यूज़ दिखाकर जनता को भ्रमित कर मीडिया ने अपना विश्वास खोया है। संत रामपाल जी महाराज के लाखों अनुयायियों की भावनाओं को ठेस पहुँचाई है और साथ ही सच का दामन छोड़ दिया है।
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#भारतीय_मीडिया_की_गिरती_गरिमा
#IndianMediaSpreadingLies
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#SantRampalJiMaharaj
मीडिया को सार्वजनिक माफी मांगना चाहिए....
फेक न्यूज़ दिखाकर जनता को भ्रमित कर मीडिया ने अपना विश्वास खोया है। संत रामपाल जी महाराज के लाखों अनुयायियों की भावनाओं को ठेस पहुँचाई है और साथ ही सच का दामन छोड़ दिया है।
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अक्षय कुमार ने पान मसाला विज्ञापन विवाद पर प्रतिक्रिया दी, फेक न्यूज़ से परे हितों पर जोर दिया
अक्षय कुमार हाल ही में विमल पान मसाला के एक वायरल विज्ञापन ��े कारण विवाद के केंद्र में आ गए हैं, जिसमें अक्षय कुमार, अजय देवगन और शाहरुख खान हैं। विज्ञापन के सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोरने के बाद कुछ प्रशंसकों ने अक्षय कुमार के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की. आलोचना के जवाब में अब अक्षय कुमार ने इस मामले पर अपने विचार साझा किए हैं.
अक्षय कुमार के हालिया उद्यम: जबकि अक्षय कुमार की नवीनतम फिल्म, "मिशन रानीगंज", फिल्म उद्योग में चर्चा का विषय बनी हुई है, इसने अभी तक बॉक्स ऑफिस पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं डाला है। इसके साथ ही एक्टर एक पान मसाला के ऐड को एंडोर्स करने की वजह से भी सुर्खियों में हैं। वायरल पान मसाला विज्ञापन: शाहरुख खान, अजय देवगन और अक्षय कुमार की विशेषता वाला विमल पान मसाला का एक वीडियो विज्ञापन सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है। इस विज्ञापन में शाहरुख खान और अजय देवगन को एक कार में अक्षय कुमार को बुलाते हुए दिखाया गया है, जिन्हें तुरंत जवाब नहीं देने के रूप में दिखाया गया है। इसके बाद शाहरुख खान एक टेनिस बॉल फेंकते हैं जो गलती से एक खिड़की से टकरा जाती है। इसके बाद एक्ट्रेस सौंदर्या शर्मा आती हैं और अजय देवगन पान मसाला का पैकेट खोलते हैं। केसर की खुशबू घर में फैल जाती है और अक्षय कुमार आखिरकार अपने घर से बाहर निकलते हैं और शाहरुख खान और अजय देवगन से मिलते हैं। अक्षय कुमार की प्रतिक्रिया: पान मसाला विज्ञापन को लेकर हुए विवाद के जवाब में अक्षय कुमार ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक बयान पोस्ट किया। उन्होंने कहा, "'राजदूत' के रूप में वापसी? अगर आपको फर्जी खबरों के अलावा किसी और चीज में रुचि है, तो यहां बॉलीवुड हंगामा के बारे में कुछ तथ्य हैं। ये विज्ञापन अक्टूबर 2021 में शूट किए गए थे।" उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि चूंकि उन्होंने सार्वजनिक रूप से ऐसे उत्पा��ों का प्रचार बंद करने की घोषणा की है, इसलिए उनका उनसे कोई संबंध नहीं है। हालाँकि, उन्होंने उल्लेख किया कि जो विज्ञापन पहले शूट किए गए थे, उन्हें कानूनी रूप से प्रसारित किया जा सकता है। अक्षय कुमार ने सभी को शांत रहने और वास्तविक खबरों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने स्थिति को स्वीकार किया और विवाद के संबंध में अपना रुख स्पष्ट किया। संक्षेप में, अक्षय कुमार ने वायरल पान मसाला विज्ञापन पर प्रतिक्रिया देते हुए इस बात पर जोर दिया कि वह अब ऐसे उत्पादों का समर्थन नहीं करते हैं और वास्तविक समाचारों को नकली समाचारों से अलग करने के महत्व पर प्रकाश डालते हैं। Read the full article
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Dainik Jagran is one of the biggest Hindi newspaper of the country. Goes from village to village. People read diligently and believe that the newspaper publishes true news.
But the Indian Army denied this news and declared it as Fake News. But this big news published on the front page reached every house, WhatsApp fake University also used a lot.
देश का सबसे बड़ा हिन्दी अख़बार है - दैनिक जागरण. गाँव गाँव घर घर जाता है. लोग लगन से पढ़ते हैं और ये मानते हैं कि अख़बार सच्ची खबरें छापता है।
आज दैनिक जागरण ने अपने पहले पन्ने पर आठ कॉलम की एक फर्जी खबर छाप दी जिसकी हैडलाइन थी - ‘भारत ने फिर की पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक’
लेकिन भारतीय सेना से इस खबर का खंडन करके इसे Fake News घोषित कर दिया. पर पहले पन्ने पर छपी ये बड़ी खबर तो घर घर पहुँच गई, whatsapp यूनिवर्सिटी पर भी खूब चली.
इससे बहुत सारे सवाल उठते हैं:
• क्या दैनिक जागरण ने सेना या सरकार से इस खबर की पुष्टि की थी?
• क्या इतनी बड़ी खबर बिना चेक किए चला दी गई?
• इस खबर का सूत्र कौन था, कौन ये ग़लत खबर चलवाना चाहता था?
• इस फेक न्यूज़ को फैलाने के लिए जागरण में कौन जिम्मेदार है?
• क्या ये गलत खबर जानबूझकर कर प्रोपेगंडा फैलाने के लिए छापी गई?
• ऐसी खबर छपने का फ़ायदा किसको होता है?
इस अख़बार यूपी बिहार में किस पार्टी का मुख पत्र कहते हैं? ये तो सबको पता है! बस जवाब आपके सामने हैं. : Smt. @SupriyaShrinate
‼️Breaking News, National, International" & Social media 📺‼️
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#मीडिया_को_झूठ_शोभा_नहीं_देता
फेक न्यूज़ दिखाकर जनता को भ्रमित कर मीडिया ने अपना विश्वास खोया है। संत रामपाल जी महाराज के लाखों अनुयायियों की भावनाओं को ठेस पहुँचाई है और साथ ही सच का दामन छोड़ दिया है।
Sant RampalJi Se Maafi Maango
#GautamGambhir
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#झूठीमीडिया_शर्म_करो
कुछ तो शर्म करो, भगवान से डरो! झूठी मीडिया फेक न्यूज़ दिखाना बंद करो! नकली धर्म गुरुओं के साथ "संत रामपाल जी महाराज" को जोड़ना बंद करो!
Media Apologize To Sant RampalJi
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#bannedfakenews#factsmatter#governmentcracksdown#informationintegrity#mediaaccountability#newsregulation#nomorefakenews#realnewsonly#transparentgovernment#truthtopower
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कुतुब मीनार या विष्णु स्तंभ? क्या 27 मंदिरों को तोड़कर बनी थी ये ऐतिहासिक इमारत, क्यों हो रही पूजा की मांग
कुतुब मीनार भारत के दिल्ली में स्थित एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक मीनार है(best travel places in India), जिसे विष्णु स्तंभ के रूप में भी जाना जाता है। यह दुनिया की सबसे ऊँची अजयभूषण बनी हुई मीनार है और दिल्ली के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। कुतुब मीनार को इस्लामी कला का एक अद्वितीय उदाहरण माना जाता है और इसे विश्व धरोहर स्थल के रूप में भी मान्यता प्राप्त है।
कुतुब मीनार का निर्माण सन् 1192 में शाही बिना यल्दोजा ने शुरू किया था। यह मीनार मुस्लिम सम्राट कुतुब-उद-दीन ऐबक की जीत पर निर्मित की गई थी। वह यहां स्थित कुतुब की मस्जिद के समीप बनायी गई थी। इसका निर्माण संबंधित समय में शासन कर रहे तुगलक शासकों ने जारी रखा और इसे पूरा किया गया। कुतुब मीनार का नाम उस महल के नाम पर रखा गया था, जो इसे जगह देने के लिए नीलाम की गई थी। इस महल के पूरे निर्माण कार्य में सभी पाथर इस्लामी विशेषज्ञों के पास से लाए गए थे।
कुतुब मीनार की ऊँचाई लगभग 72.5 मीटर (237 फुट) है और इसका निर्माण लाल पत्थर और मार्बल से किया गया है। मीनार का शिखर प्यूर का आकार है और इसे बारीकी से नक्काशी की गई है। मीनार की सुंदरता और वैशाली ऊँचाई ने इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल बना दिया है। कुतुब मीनार को एक बार करने के लिए लकड़ी का उपयोग किया जाता था, लेकिन ध्यान रखा गया कि यह मीनार अवरोही तरीके से ऊँचा बनता जाए।
कुतुब मीनार के बारे में एक मान्यता है कि यह मंदिरों को तोड़कर बनी है। इस मान्यता के अनुसार, कुतुब-उद-दीन ऐबक ने अपनी जीत ��े बाद दिल्ली के 27 हिन्दू मंदिरों को तोड़ दिया और उनकी स्थान पर कुतुब मस्जिद और मीनार की नींव रखी गई। हालांकि, इस मान्यता को इतिहासकारों ने कई बार संदिग्ध किया है और इसे प्रमाणित करने के लिए कोई प्रमाण नहीं मिला है। कुछ इतिहासकार इस मान्यता को एक फेक न्यूज़ की तरह देखते हैं जो दोषपूर्ण और विभाजनात्मक है।
पूजा की मांग का सवाल पूछने से पहले, हमें समझना चाहिए कि कुतुब मीनार को विष्णु स्तंभ के रूप में भी जाना जाता है। विष्णु स्तंभ भारतीय हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है, जिसे दिव्य शक्ति और उच्चता का प्रतीक माना जाता है। प्रतिष्ठान के आधार पर, कुतुब मीनार पर स्थित नक्काशी और खुदाई में पाए जाने वाले विशेषताएं कुछ हिन्दू भगवान विष्णु के प्रतीकों की याद दिलाती हैं। इसलिए, कुछ लोग कुतुब मीनार को विष्णु स्तंभ के रूप में भी पूजते हैं और इसे धार्मिक महत्वपूर्ण स्थल मानते हैं।
कुतुब मीनार के पास धार्मिक प्रतिष्ठान और पूजा का उल्लेख प्राचीन समय से ही है। यहां पर्यावरण में पूजा की घोषणा करने के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन आयोजित किए जाते हैं। कई विश्वासों के अनुसार, यहां आराध्यता और भक्ति का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। कुतुब मीनार के पास स्थित कुतुब का मस्जिद एक प्रमुख धार्मिक स्थल है
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