#प्राथमिकी दर्ज
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Jamshedpur five injured in attack : मानगो के आजादनगर क्षेत्र में पुरानी रंजिश को लेकर जानलेवा हमला. हमलावरों ने पांच युवकों को मारपीट कर किया जख्मी, पीड़ितों की ओर से इस संबंध में थाना में दर्ज कराई गई प्राथमिकी, देखें video
जमशेदपुर : मानगो के आजादनगर थानांतर्गत हुसैनी मोहल्ला में पुरानी रंजिश को लेकर युवकों के एक दल ने अचानक जानलेवा हमला कर हुसैनी मोहल्ला रोड नंबर 19 निवासी जायेद हुसैन, कैफ, अरमान, कमर, हर्षल, प्रिंस नामक युवकों को मारपीट कर जख्मी कर दिया. घायल युवकों ने जानलेवा हमले के सिलसिले में सब्बू, जदान व शिक्षक शाहजहां खान समेत दस-बारह युवकों के खिलाफ आरोप लगाते हुए आजादनगर थाना में मामला दर्ज कराया है.…
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UP News: 12वीं कक्षा की छात्रा के साथ दो युवकों ने घर में घुसकर किया गैंगरेप, अश्लील वीडियो भी बनाया
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले के लम्भुआ थाना क्षेत्र ��े एक गांव में 12 वीं कक्षा की छात्रा के साथ कथित तौर पर गांव के ही दो युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। लम्भुआ थाना के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) अखण्डदेव मिश्र ने बताया कि घटना बृहस्पतिवार देर रात हुई और मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पीड़िता का मेडिकल कराया जा रहा है। पुलिस के…
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केरल उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के खिलाफ ‘अपमानजनक’ पोस्ट के आरोप में प्राथमिकी दर्ज
केरल उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश को निशाना बनाकर सोशल मीडिया पर ‘‘अपमानजनक’’ पोस्ट करने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि शिकायत दर्ज कराने वाले उच्च न्यायालय के अधिवक्ता कुलथुर जयसिंह ने आरोप लगाया कि फेसबुक पर न्यायमूर्ति देवन रामचंद्रन को निशाना बनाकर की गई अपमानजनक पोस्ट का उद्देश्य उनके हालिया फैसले को लेकर दंगा भड़काना था। पुलिस ने…
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बिहार के मुजफ्फरपुर में व्यक्ति की पिटाई, थूक चाटने को मजबूर किया गया, हमलावरों ने वीडियो बनाया
बिहार के मुजफ्फरपुर में एक युवक के साथ कुछ लोगों ने बेरहमी से मारपीट की और उसे अपना थूक चाटने के लिए भी मजबूर किया। हमलावरों ने इस कृत्य को रिकॉर्ड किया, वीडियो ऑनलाइन अपलोड किया, जो वायरल हो गया, जिससे आक्रोश फैल गया। पीड़िता की मां ने शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद 16 दिसंबर को एमएसकेबी कॉलेज के पास हुए हमले के लिए तीन पहचाने गए व्यक्तियों और पांच अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। मुजफ्फरपुर…
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दहेज और यौन अपराधों में FIR से पहले हो प्रारंभिक जांच: सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर
सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है, जिसमें दहेज और यौन अपराध जैसे गंभीर मामलों में शिकायत के आधार पर सीधे प्राथमिकी (FIR) दर्ज करने पर रोक लगाने की मांग की गई है। याचिकाकर्ता का कहना है कि ऐसे मामलों में FIR दर्ज करने से पहले प्राथमिक जांच को जरूरी बनाया जाना चाहिए। शिकायत के आधार पर FIR पर उठे सवाल याचिका में यह दलील दी गई है कि दहेज और यौन अपराध जैसे मामलों में कई बार केवल शिकायत के आधार…
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मुख्यमंत्री के आदेश के बाद श्रमिकों का वेतन रोकने और जालसाजी कर कैमरून भेजने वाले नियोजकों पर प्राथमिकी दर्ज
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बेलसंड में बवाल:11 गिरफ्तार,74 नामजद,डेढ़ सौ अज्ञात पर केस
बेलसंड : बेलसंड नगर पंचायत में मूर्ति विसर्जन के दौरान निकले जुलूस पर रविवार तड़के पथराव और उसके बाद दो स्थानों पर आगजनी करके माहौल बिगाडऩे की कोशिशों में पुलिस ने दोनों पक्षों से 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें महिला एवं पुरुष भी शामिल हैं। घटना के संबंध में बेलसंड थानाध्यक्ष नवलेश आजाद ने खुद के बयान पर दोनों पक्षों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है। जिसमें 74 लोगों को नामजद किया गया है तथा…
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वे युक्तियाँ जिनके माध्यम से प्राथमिकी दर्ज कराया जाना सुलभ है।
अन्य सरकारी सेवाप्रदायी संस्थानों जैसे अस्पताल, पोस्टऑफिस, बिजली ऑफिस की तरह ही थाना भी एक सेवा प्रदायी संस्था है। यह संस्था भी लोगों की सेवा एवं सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा बनाई गई है। जिस प्रकार कोई व्यक्ति पोस्ट ऑफिस जाकर कोई पत्र रजिस्ट्री कराना चाहे और पोस्ट मास्टर रजिस्ट्री के लिए इनकार नहीं कर सकता, उसी तरह थाना भी है, जहां कोई पीड़ित/सूचक अपनी व्यथा/शिकायत लेकर जाता है तो थानाध्यक्ष उसे सुनने एवं आवश्यक कारवाई करने से इंकार नहीं कर सकता है।
आज पुलिस विभाग में वरीय स्तर से इसे लागू करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है, लेकिन आज भी कुछ थानाध्यक्ष इसे शतप्रतिशत लागू करने में आनाकानी कर रहे है। हालांकि नए कानून आने के बाद कोई थानांध्यक्ष इस प्रकार का रवैया अपनाता है तो उसको विभागीय दंड का भागी भी होना पड़ेगा। फिर भी कुछ थानेदार अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे है। आज इस आलेख के माध्यम से यही समझने का प्रयास करेंगे कि कोई थानेदार अपनी मनमानी रवैया अपनाता है, और एफआईआर लिखने/दर्ज करने से मना करता है, या टालमटोल करता है, तो उस स्थिति में एफआईआर लिखने/दर्ज कराने का कौन सा युक्ति सुलभ होगा उसकी बिन्दुवार चर्चा की जा रही है।
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 173(1) में एफआइआर दर्ज कराने की प्रक्रिया का प्रावधान दिया गया है, जहां एफआइआर दो तरीकों से दर्ज कराया जा सकता है। पहला लिखित या मौखिक रूप से थाना पर उपस्थित होकर दूसरा इलेक्ट्रॉनिक माध्यम जैसे ई मेल या अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से।
अक्सर यह देखने को मिलता है कि जो भी शिकायते पीड़ित द्वारा थाना पर उपस्थित होकर लिखित या मौखिक रूप से दी जाती है, थाना द्वारा उसकी प्राप्ति प्रति नहीं दी जाती है या कारवाई नहीं की जाती हैं। उस स्थिति में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता में प्रावधानित इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से प्राथमिकी दर्ज कराने का वैकल्पिक सुलभ तरीका उपलब्ध हो गया है।
वैसे थानेदार जो शिकायत की प्राप्ति नहीं देते, या करवाई करना नहीं चाहते, उनके लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता में प्रावधानित इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से शिकायत करने का तरीक़ा बढ़िया उपाय है। आपको ऐसे किसी थाने में शिकायत करनी हो तो सबसे पहले आप अपनी शिकायत संबंधित थाने के व्हाट्स नंबर पर अग्रिम भेज दे। नए प्रावधान के अनुसार आपको तीन दिनों के अंदर उस आवेदन पर हस्ताक्षर बनाना है, आप दो घंटे बाद ही थाना जाकर अपना हस्ताक्षर बना दे। चुकी आपने इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से अपना आवेदन भेजा है, यहां आपको प्राप्ति की पहले जैसी आवश्यकता नहीं होगी। आपका मेसेज ही अपने आप में एक इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य के रूप में एक रिकॉर्ड है। आपकी शिकायत को विधिक एफ आई आर का स्वरूप देने में थाना द्वारा जांच के नाम पर ज़्यादा से ज़्यादा 14 दिनों तक लंबित रखा जा सकता है अगर शिकायत पत्र में वर्णित घटना किसी भी दृष्टिकोण से संदिग्ध प्रतीत होता है तो। परंतु यहाँ भी जाँच के लिए सर्वप्रथम थानाध्यक्ष को कम से कम पुलिस उपाधीक्षक स्तर के पदाधिकारी से पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य होगा।
14 दिनों के बाद भी आपका एफ आई आर दर्ज नही किया जाता तो थानेदार को कारण बताना होगा किन परिस्थितियों में आपका एफ आई आर दर्ज नहीं किया गया। 14 दिनों के बाद आपको कारण भी नहीं बताया जा रहा है, और एफ आई आर की कॉपी भी नही दी जा रही है तब आप संबंधित थाने की शिकायत संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षक से कर सकते है। पुलिस अधीक्षक को थाना में प्राप्ति साक्ष्य के रूप में इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड व्हाट्सएप मैसेज दिखा सकते है। पुलिस अधीक्षक इसकी जांच कराकर आवश्यक कारवाई का निर्देश देंगे।
पुलिस अधीक्षक के स्तर से भी समाधान नहीं हुआ या आप पुलिस अधीक्षक के निर्णय से संतुष्ट नहीं हैं तब आप न्यायालय में मजिस्ट्रेट के समक्ष धारा 175 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के तहत आवेदन कर सकते हैं। न्यायायिक दंडाधिकारी संबंधित थाना को मामले की जांच करने और एफआईआर दर्ज करने का निर्देश जारी कर सकता हैं।
इसके अतिरिक्त आप अपने अधिकारों की रक्षा के लिए माननीय उच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर कर सकते हैं।
लोकायुक्त या मानवाधिकार आयोग में शिकायत - आप लोकायुक्त या राज्य मानवाधिकार आयोग में भी थानेदार के विरुद्ध शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
इसे उदाहरण के माध्यम से ऐसे समझते है-
यदि A नाम के व्यक्ति के साथ कोई अपराध घटित होता है और पुलिस उसकी शिकायत दर्ज नहीं कर रही है, तो A निम्नलिखित कदम उठा सकता हैं:
1. पहले, वह पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत करेगा और उनसे एफआईआर दर्ज कराने का अनुरोध करेगा।
2. अगर पुलिस अधीक्षक भी कोई कार्रवाई नहीं करते, तो A न्यायायिक दंडाधिकारी के पास अपनी शिकायत उपस्थापित करेगा तदनुसार न्यायायिक दंडाधिकारी धारा 175 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहित के तहत उक्त शिकायत पत्र को संबंधित थाना को जांच/प्राथमिकी दर्ज करने हेतु आदेशित करेंगे।
3. इसके अलावा, A माननीय उच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर कर सकता है, जिसमें वह पुलिस को एफआईआर दर्ज करने का आदेश देने का अनुरोध करेगा।
4. A अपनी शिकायत लेकर लोकायुक्त / राज्य मानवाधिकार आयोग के पास भी जा सकता है।
इन प्रक्रियाओं के माध्यम से, कोई व्यक्ति थाना को प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज करने के लिए बाध्य कर सकता हैं और न्याय प्राप्त कर सकता हैं। लोक कल्याणकारी राज्य में जनता की हितों एवं सुरक्षा को सर्वोपरि माना गया है। सिर्फ जागरूक होने या जागरूकता की उत्प्रेरणा समाज को देने की आवश्यकता है।
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इंसाफ दिलाने से अधिक अपराध को..'; कांग्रेस MP बोले- न्याय अधिकार है, नागरिक मर्जी के मोहताज नहीं
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपराध पीड़ित बेटियों को इंसाफ दिलाने के मामले में सख्त टिप्पणी की है। उन्होंने पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र से सामने आए मामलों का जिक्र करते हुए सवाल किया कि क्या अब प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए भी आंदोलन करने पड़ेंगे। राहुल ने कहा कि पुलिस के पास पीड़ित पक्ष की शिकायत और एफआईआर दर्ज न होना हतोत्साहित करता है। उन्होंने कहा कि न्याय दिलाने…
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अयोध्या के खिलाफ गलत शब्दों का इस्तेमाल करने वालों पर सपा ने की कार्यवाई की मांग, अयोध्या में BJP के हार का भी बताया कारण
लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद सोशल मीडिया पर लोग उत्तर प्रदेश खास कर अयोध्या को लेकर उल्टे सीधे बातें बोल रहे है। जिसको लेकर अब एक्शन लेने की मांग की जा रही है। दरअसल लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद लोग अयोध्या को धोखेबाज़ से लेकर कई उलटे सीधे शब्दों का प्रयोग कर रहे है। जिसको लेकर अब समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व विधायक एवं राज्य सरकार के पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय ने सरकार से इसपर एक्शन लेने की मांग की है।
दरअसल लोकसभा चुनाव के परिणाम में अयोध्या के फैजाबाद लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद लोगो के मन में अयोध्या और उत्तर प्रदेश के लिए गुस्सा भर गया है। वो अपना गुस्सा सोशल मीडिया के माध्यम से अयोध्या वासियों को लेकर उल्टा सीधा मीम बनाकर निकाल कर रहे है। जिसको लेकर अब मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
दरअसल बीते शनिवार को एक सं��ाददाता सम्मेलन में पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय ने अयोध्या वासियों को लेकर अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे लोगो पर एक्शन के साथ साथ BJP के हार के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि, "अयोध्या के लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने वालों की पहचान की जाए और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करके सख्त कार्रवाई की जाए।" इसके अलावा उन्होंने BJP को टारगेट करते हुए कहा कि सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन ने लोगों को डराने-धमकाने, मनमानी करने और लूटपाट करने का काम किया, पीड़ित जनता शिकायत लेकर आई लेकिन किसी ने नहीं सुनी। जब जनता को लोकसभा चुनाव में मौका मिला, तो उन्होंने BJP को हराकर समाजवादी पार्टी को चुना है।
जानकारी के लिए बता दें, फैजाबाद लोकसभा सीट से मौजूदा BJP सांसद लल्लू सिंह को सपा के अवधेश प्रसाद ने चुनाव में हरा दिया है। इस हार को लेकर BJP को बहुत बड़ा सदमा लगा है। जिसको लेकर तेज नारायण पांडेय ने कहा, "अयोध्या में भाजपा के अहंकार को यहां की जनता ने तोड़ दिया, जिसके कारण आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने से ज्यादा चर्चा अयोध्या में भाजपा के हारने की हो रही है और इसी कारण भाजपा के एजेंट सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणियां कर रहे हैं।"
सोशल मीडिया पर इन टिप्पड़ियों को लेकर कार्यवाई करने की मांग की गयी है। हालांकि अब देखना होगा कि क्या सरकार इसपर कोई एक्शन लेता है या नहीं। तो वहीं गौरतलब हो आज नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद के लिए शपथ लेंगे। जिसको लेकर तैयारियां जोरो शोरो से हो रही है।
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Jamshedpur telco police - टेल्को में छेड़खानी के आरोपी को थाना से छोड़ने का मामला तूल पकड़ा, एसएसपी जांच में जुटी
जमशेदपुर : जमशेदपुर के टेल्को थाना क्षेत्र के लेबर ब्यूरो गोलचक्कर के पास युवती से छेड़खानी करने वाले एक युवक की मंगलवार की शाम छह बजे लोगों ने पिटाई कर दी थी. इसके बाद युवक को पुलिस को सौंप दिया गया था. इस मामले में पुलिस ने युवक को थाना से छोड़ दिया. वहीं उसकी शिकायत पर टेल्को थाना की पुलिस ने युवती के पांच परिजनों पर मारपीट के जख्मी करने की प्राथमिकी दर्ज कराई है जिसको लेकर युवती के परिजन…
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महाराष्ट्र में अगरबत्ती को लेकर भिड़े पड़ोसी, विधानसभा तक गूंजी आवाज; जानें मुख्यमंत्री ने क्यों दी सफाई
Maharashtra News: महाराष्ट्र के ठाणे जिले के कल्याण में मराठी भाषी परिवार पर हमला करने के आरोपी महाराष्ट्र सरकार के कर्मचारी ने शुक्रवार को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम (एमटीडीसी) के कर्मचारी अखिलेश शुक्ला (48), उनकी पत्नी गीता (45) और अन्य के खिलाफ उनके पड़ोसी पर हमले के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह घटना 18 दिसंबर की…
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बिहार के मुजफ्फरपुर में 134 पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में 100 से अधिक पुलिसकर्मियों पर दस्तावेज अपने नए पोस्टिंग स्थानों पर ले जाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। इन दस्तावेजों को दूसरी जगह ले जाने से 900 से अधिक मामलों की जांच में बाधा उत्पन्न हुई है। मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राकेश कुमार के अनुसार, जिले के आठ थानों में ऐसे 134 पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। एसएसपी ने फोन पर…
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गिरफ्तार कर्नाटक भाजपा नेता सीटी रवि ने डीके शिवकुमार, लक्ष्मी हेब्बालकर से जान को खतरा होने का दावा किया - कर्नाटक समाचार
कर्नाटक विधान परिषद के भाजपा सदस्य सीटी रवि, जिन्हें गुरुवार को बेलगावी पुलिस ने गिरफ्तार किया था, ने दावा किया कि कांग्रेस सरकार से उनकी जान को खतरा है। दिन में विधान परिषद में कांग्रेस नेता और कर्नाटक की कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में रवि को उनके खिलाफ प्राथमिकी (प्रथम सूचना रिपोर्ट) दर्ज करने के बाद हिरासत में लिया गया था। उन्हें पहले…
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डीईओ सह डीसी के निर्देश पर डीएमओ ने पेटरवार में छापेमारी अभियान कर 32 टन कोयला खनिज को किया जब्त, प्राथमिकी दर्ज
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महाराष्ट्र : शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने को लेकर ठेकेदार और एक अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
मुंबई: 27 अगस्त (भाषा) महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के मामले में पुलिस ने ठेकेदार और एक अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने के मामले में पुलिस ने ठेकेदार और एक अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पिछले साल नौसेना दिवस (4 दिसंबर) पर…
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