#प्राथमिकी दर्ज
Explore tagged Tumblr posts
rightnewshindi · 2 hours ago
Text
बंबई हाई कोर्ट ने माधवी पूरी बुच के खिलाफ कार्यवाही पर लगाई रोक, जानें कब होगी अगली सुनवाई
Bombay High Court: बंबई उच्च न्यायालय ने सोमवार को बाजार नियामक सेबी की पूर्व चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और पांच अन्य अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश पर 4 मार्च तक कोई कार्रवाई न करने का भ्रष्टाचार-निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को निर्देश दिया। बुच, बीएसई के प्रबंध निदेशक सुंदररमन राममूर्ति और चार अन्य अधिकारियों ने अपने खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश के खिलाफ बंबई उच्च न्यायालय का रुख…
0 notes
sharpbharat · 5 days ago
Text
Jamshedpur loot - आजादनगर में पिस्तौल दिखाकर सोनारी के युवक से बदमाशों ने सोने की चेन लूटी, प्राथमिकी दर्ज
जमशेदपुर : जमशेदपुर के आजादनगर थाना क्षेत्र के चाणक्यपुरी रोड में वाहन सवार को पिस्तौल और चाकू का भय दिखाकर सोने की चेन की लूट कर ली गई. घटना 25 फरवरी की है. मामले में सोनारी रामनगर निवासी राकेश प्रसाद ने पीयूूष सिंह, सुनील सिंह, राजा सिंह, विशाल सिंह और अज्ञात दो के विरुद्ध आजादनगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है. पुलिस को शिकायत में बताया कि आरोपितों ने उसे रास्ते में रोका. मारपीट की. पिस्तौल…
0 notes
praysure · 15 days ago
Text
फर्जी डिग्री पर मैडम उठा रही थीं सैलरी, विजिलेंस की टीम ने पकड़ ली चालबाजी
फर्जी डिग्री पर मैडम उठा रही थीं सैलरी, विजिलेंस की टीम ने पकड़ ली चालबाजी
बिहार शिक्षा विभाग में गड़बड़ियों का एक और मामला सामने आया है। दरभंगा में दो महिला शिक्षिकाओं के शैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने के बाद राज्य निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। इस संबंध में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (डीपीओ) संदीप रंजन ने पुष्टि करते हुए कहा कि शिक्षिका ममता कुमारी के खिलाफ कार्रवाई के लिए नियोजन इकाई को पत्र भेजा गया है, जबकि उषा देवी के खिलाफ अब तक…
0 notes
bihar-ujala · 1 month ago
Text
BPSC Protest: पटना में BPSC अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के दौरान 350 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज, हिरासत में लिए गए 30 लोग
BPSC Protest: बिहार में एक बार फिर से बीपीएससी अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है जिसके बाद हर तरफ अलग ही माहौल नजर आ रहा है. बिहार लोक सेवा आयोग की एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा 2024 में अनियमितता को लेकर अभ्यर्थी इस परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं जिसे लेकर उन्होंने आयोग (BPSC Protest) के कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया लेकिन पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया और लाठी चार्ज भी की.…
0 notes
vedantbhoomidigital · 2 months ago
Text
मध्य प्रदेश इस्कॉन मंदिर का पैसा चोरी: इंदौर में कर्मचारी दान राशि, रसीद बुक लेकर भाग गया
अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि इंदौर के इस्कॉन मंदिर का एक कर्मचारी रसीद बुक के साथ लाखों दान राशि लेकर भाग गया है। चोरी की सूचना शुक्रवार देर रात को मिली जब मंदिर के मुख्य लेखाकार विश्व नाम दास ने पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, शीर्ष पुलिस अधिकारी अरविंद कुमार ने कहा, “मंदिर के मुख्य वित्त अधिकारी विश्व नाम दास ने शुक्रवार देर रात एक प्राथमिकी दर्ज की…
0 notes
abtnews24 · 2 months ago
Text
दहेज और यौन अपराधों में FIR से पहले हो प्रारंभिक जांच: सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर
सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है, जिसमें दहेज और यौन अपराध जैसे गंभीर मामलों में शिकायत के आधार पर सीधे प्राथमिकी (FIR) दर्ज करने पर रोक लगाने की मांग की गई है। याचिकाकर्ता का कहना है कि ऐसे मामलों में FIR दर्ज करने से पहले प्राथमिक जांच को जरूरी बनाया जाना चाहिए। शिकायत के आधार पर FIR पर उठे सवाल याचिका में यह दलील दी गई है कि दहेज और यौन अपराध जैसे मामलों में कई बार केवल शिकायत के आधार…
0 notes
mediahousepress · 3 months ago
Link
मुख्यमंत्री के आदेश के बाद श्रमिकों का वेतन रोकने और जालसाजी कर कैमरून भेजने वाले नियोजकों पर प्राथमिकी दर्ज
0 notes
nationalistbharat · 5 months ago
Text
बेलसंड में बवाल:11 गिरफ्तार,74 नामजद,डेढ़ सौ अज्ञात पर केस
बेलसंड : बेलसंड नगर पंचायत में मूर्ति विसर्जन के दौरान निकले जुलूस पर रविवार तड़के पथराव और उसके बाद दो स्थानों पर आगजनी करके माहौल बिगाडऩे की कोशिशों में पुलिस ने दोनों पक्षों से 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें महिला एवं पुरुष भी शामिल हैं। घटना के संबंध में बेलसंड थानाध्यक्ष नवलेश आजाद ने खुद के बयान पर दोनों पक्षों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है। जिसमें 74 लोगों को नामजद किया गया है तथा…
0 notes
visitthelegallab · 5 months ago
Text
वे युक्तियाँ जिनके माध्यम से प्राथमिकी दर्ज कराया जाना सुलभ है।
अन्य सरकारी सेवाप्रदायी संस्थानों जैसे अस्पताल, पोस्टऑफिस, बिजली ऑफिस की तरह ही थाना भी एक सेवा प्रदायी संस्था है। यह संस्था भी लोगों की सेवा एवं सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा बनाई गई है। जिस प्रकार कोई व्यक्ति पोस्ट ऑफिस जाकर कोई पत्र रजिस्ट्री कराना चाहे और पोस्ट मास्टर रजिस्ट्री के लिए इनकार नहीं कर सकता, उसी तरह थाना भी है, जहां कोई पीड़ित/सूचक अपनी व्यथा/शिकायत लेकर जाता है तो थानाध्यक्ष उसे सुनने एवं आवश्यक कारवाई करने से इंकार नहीं कर सकता है।
आज पुलिस विभाग में वरीय स्तर से इसे लागू करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है, लेकिन आज भी कुछ थानाध्यक्ष इसे शतप्रतिशत लागू करने में आनाकानी कर रहे है। हालांकि नए कानून आने के बाद कोई थानांध्यक्ष इस प्रकार का रवै��ा अपनाता है तो उसको विभागीय दंड का भागी भी होना पड़ेगा।  फिर भी कुछ थानेदार अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे है। आज इस आलेख के माध्यम से यही समझने का प्रयास करेंगे कि कोई थानेदार अपनी मनमानी रवैया अपनाता है, और एफआईआर लिखने/दर्ज करने से मना करता है, या टालमटोल करता है, तो उस स्थिति में एफआईआर लिखने/दर्ज कराने का कौन सा युक्ति सुलभ होगा उसकी बिन्दुवार चर्चा की जा रही है। 
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 173(1) में एफआइआर दर्ज कराने की प्रक्रिया का प्रावधान दिया गया है, जहां एफआइआर दो तरीकों से दर्ज कराया जा सकता है। पहला लिखित या मौखिक रूप से थाना पर उपस्थित होकर दूसरा इलेक्ट्रॉनिक माध्यम जैसे ई मेल या अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से।   
अक्सर यह देखने को मिलता है कि जो भी शिकायते पीड़ित द्वारा थाना पर उपस्थित होकर लिखित या मौखिक रूप से दी  जाती है, थाना द्वारा उसकी प्राप्ति प्रति नहीं दी जाती है या कारवाई नहीं की जाती हैं। उस स्थिति में भारतीय नागरिक सुरक्षा  संहिता में प्रावधानित इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से प्राथमिकी दर्ज कर��ने का वैकल्पिक सुलभ तरीका उपलब्ध हो गया है।  
वैसे थानेदार जो शिकायत की प्राप्ति नहीं देते, या करवाई करना नहीं चाहते, उनके लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा  संहिता में प्रावधानित इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से शिकायत करने का तरीक़ा बढ़िया उपाय है। आपको ऐसे किसी थाने में शिकायत करनी हो तो सबसे पहले आप अपनी शिकायत संबंधित थाने के व्हाट्स नंबर पर अग्रिम भेज दे। नए प्रावधान के अनुसार आपको तीन दिनों के अंदर उस आवेदन पर हस्ताक्षर बनाना है, आप दो घंटे बाद ही थाना  जाकर अपना हस्ताक्षर बना दे। चुकी आपने इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से अपना आवेदन भेजा है, यहां आपको प्राप्ति की पहले जैसी आवश्यकता नहीं होगी। आपका मेसेज ही अपने आप में एक इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य के रूप में एक रिकॉर्ड है। आपकी शिकायत को विधिक एफ आई आर का स्वरूप देने में थाना द्वारा जांच के नाम पर ज़्यादा से ज़्यादा 14 दिनों तक लंबित रखा जा सकता है अगर शिकायत पत्र में वर्णित घटना किसी भी दृष्टिकोण से संदिग्ध प्रतीत होता है तो।  परंतु यहाँ भी जाँच के लिए सर्वप्रथम थानाध्यक्ष को कम से कम पुलिस उपाधीक्षक स्तर के पदाधिकारी से पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य होगा।
14 दिनों के बाद भी आपका एफ आई आर दर्ज नही किया जाता तो थानेदार को कारण बताना होगा किन परिस्थितियों में आपका एफ आई आर दर्ज नहीं किया गया। 14 दिनों के बाद आपको कारण भी नहीं ��ताया जा रहा है, और एफ आई आर की कॉपी भी नही दी जा रही है तब आप संबंधित थाने की शिकायत संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षक से कर सकते है। पुलिस अधीक्षक को थाना में प्राप्ति साक्ष्य के रूप में इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड व्हाट्सएप मैसेज दिखा सकते है। पुलिस अधीक्षक इसकी जांच कराकर आवश्यक कारवाई का निर्देश देंगे। 
पुलिस अधीक्षक के स्तर से भी समाधान नहीं हुआ या आप पुलिस अधीक्षक के निर्णय से संतुष्ट नहीं हैं तब आप न्यायालय में मजिस्ट्रेट के समक्ष धारा 175 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के तहत आवेदन कर सकते हैं। न्यायायिक दंडाधिकारी संबंधित थाना को मामले की जांच करने और एफआईआर दर्ज करने का निर्देश जारी कर सकता हैं। 
इसके अतिरिक्त आप अपने अधिकारों की रक्षा के लिए माननीय उच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर कर सकते हैं। 
लोकायुक्त या मानवाधिकार आयोग में शिकायत  - आप लोकायुक्त या राज्य मानवाधिकार आयोग में भी थानेदार के विरुद्ध शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
 इसे उदाहरण के माध्यम से ऐसे समझते है-
यदि A नाम के व्यक्ति के साथ कोई अपराध घटित  होता है और पुलिस उसकी शिकायत दर्ज नहीं कर रही है, तो A निम्नलिखित कदम उठा सकता हैं:
1. पहले, वह पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत करेगा और उनसे एफआईआर दर्ज कराने का अनुरोध करेगा।
2. अगर पुलिस अधीक्षक भी कोई कार्रवाई नहीं करते, तो A न्यायायिक दंडाधिकारी के पास अपनी शिकायत उपस्थापित करेगा तदनुसार न्यायायिक दंडाधिकारी धारा 175 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहित  के तहत उक्त शिकायत पत्र को संबंधित थाना को जांच/प्राथमिकी दर्ज करने हेतु आदेशित करेंगे।
3. इसके अलावा, A माननीय उच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर कर सकता है, जिसमें वह पुलिस को एफआईआर दर्ज करने का आदेश देने का अनुरोध करेगा।
4. A अपनी शिकायत लेकर लोकायुक्त / राज्य मानवाधिकार आयोग के पास भी जा सकता है।
इन प्रक्रियाओं के माध्यम से, कोई व्यक्ति थाना को प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज करने के लिए बाध्य कर सकता हैं और न्याय प्राप्त कर सकता हैं। लोक कल्याणकारी राज्य में जनता की  हितों एवं सुरक्षा को सर्वोपरि माना गया है। सिर्फ जागरूक होने या जागरूकता की उत्प्रेरणा समाज को देने की आवश्यकता है। 
0 notes
manvadhikarabhivyakti · 6 months ago
Text
इंसाफ दिलाने से अधिक अपराध को..'; कांग्रेस MP बोले- न्याय अधिकार है, नागरिक मर्जी के मोहताज नहीं
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपराध पीड़ित बेटियों को इंसाफ दिलाने के मामले में सख्त टिप्पणी की है। उन्होंने पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र से सामने आए मामलों का जिक्र करते हुए सवाल किया कि क्या अब प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए भी आंदोलन करने पड़ेंगे। राहुल ने कहा कि पुलिस के पास पीड़ित पक्ष की शिकायत और एफआईआर दर्ज न होना हतोत्साहित करता है। उन्होंने कहा कि न्याय दिलाने…
0 notes
rightnewshindi · 4 days ago
Text
शिमला में पति की हैवानियत; पत्नी और दो बच्चों को मिर्ची का धुआं डालकर कमरे में किया बंद, जानें कैसे बची तीनों की जान
Shimla News: जिला शिमला के सुन्नी थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने शराब के नशे में अपनी पत्नी और बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार किया। आरोपी ने मिर्ची के धुएं से पत्नी-बच्चों को प्रताड़ित किया। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी पति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। नशे में धुत्त होकर करता था मारपीट सुन्नी थाना में दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक शिकायत डिंपल पत्नी टेक चंद निवासी चनावग तहसील…
0 notes
sharpbharat · 5 days ago
Text
Jamshedpur snatching - गोलमुरी में पैदल पुलिस लाइन जा रही युवती से सोने की चेन की छिनतई, सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए बाइक सवार बदमाश
जमशेदपुर: जमशेदपुर के गोलमुरी थाना क्षेत्र में एक युवती से बाइक सवार बदमाशों ने सोने की चेन की छिनतई कर ली. युवती गोलमुरी रिफ्यूजी कालोनी की रहनेवाली है. युवती के पिता सुशील कुमार मस्करा की शिकायत पर अज्ञात युवकों के विरुद्ध प्राथमिकी गोलमुरी थाना में दर्ज की गई है. घटना के दौरान, युवती अपने घर से पुलिस लाइन की ओर पैदल जा रही थी, जब पीछे से बाइक पर सवार दो युवक आएं और उसके गले से सोने की चेन…
0 notes
praysure · 20 days ago
Text
दरभंगा में तीन तलाक ने तोड़ा रिश्ता, दहेज की भूख ने किया बर्बाद; दूसरी शादी की तैयारी!
दरभंगा में तीन तलाक ने तोड़ा रिश्ता, दहेज की भूख ने किया बर्बाद; दूसरी शादी की तैयारी!
दरभंगा जिले के लहेरियासराय थाना क्षेत्र के मिर्जा हयात बेग मोहल्ले में एक विवाहिता ने पति पर तीन तलाक देने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। महिला ने आरोप लगाया है कि शादी के बाद से ही उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। ससुराल वाले 10 लाख रुप��े और एक बाइक की मांग कर रहे थे। निकाह के बाद से ही प्रताड़ना जारी मामले को लेकर पीड़िता के पिता मोहम्मद मंजर ने बताया कि उनकी बेटी का निकाह…
0 notes
pniindia · 9 months ago
Text
अयोध्या के खिलाफ गलत शब्दों का इस्तेमाल करने वालों पर सपा ने की कार्यवाई की मांग, अयोध्या में BJP के हार का भी बताया कारण
लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद सोशल मीडिया पर लोग उत्तर प्रदेश खास कर अयोध्या को लेकर उल्टे सीधे बातें बोल रहे है। जिसको लेकर अब एक्शन लेने की मांग की जा रही है। दरअसल लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद लोग अयोध्या को धोखेबाज़ से लेकर कई उलटे सीधे शब्दों का प्रयोग कर रहे है। जिसको लेकर अब समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व विधायक एवं राज्‍य सरकार के पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय ने सरकार से इसपर एक्शन लेने की मांग की है।
दरअसल लोकसभा चुनाव के परिणाम में अयोध्या के फैजाबाद लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद लोगो के मन में अयोध्या और उत्तर प्रदेश के लिए गुस्सा भर गया है। वो अपना गुस्सा सोशल मीडिया के माध्यम से अयोध्या वासियों को लेकर उल्टा सीधा मीम बनाकर निकाल कर रहे है। जिसको लेकर अब मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
Tumblr media
दरअसल बीते शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय ने अयोध्या वासियों को लेकर अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे लोगो पर एक्शन के साथ साथ BJP के हार के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि, "अयोध्या के लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने वालों की पहचान की जाए और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करके सख्त कार्रवाई की जाए।" इसके अलावा उन्होंने BJP को टारगेट करते हुए कहा कि सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन ने लोगों को डराने-धमकाने, मनमानी करने और लूटपाट करने का काम किया, पीड़ित जनता शिकायत लेकर आई लेकिन किसी ने नहीं सुनी। जब जनता को लोकसभा चुनाव में मौका मिला, तो उन्होंने BJP को हराकर समाजवादी पार्टी को चुना है।
जानकारी के लिए बता दें, फैजाबाद लोकसभा सीट से मौजूदा BJP सांसद लल्लू सिंह को सपा के अवधेश प्रसाद ने चुनाव में हरा दिया है। इस हार को लेकर BJP को बहुत बड़ा सदमा लगा है। जिसको लेकर तेज नारायण पांडेय ने कहा, "अयोध्या में भाजपा के अहंकार को यहां की जनता ने तोड़ दिया, जिसके कारण आज प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने से ज्यादा चर्चा अयोध्या में भाजपा के हारने की हो रही है और इसी कारण भाजपा के एजेंट सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणियां कर रहे हैं।"
सोशल मीडिया पर इन टिप्पड़ियों को लेकर कार्यवाई करने की मांग की गयी है। हालांकि अब देखना होगा कि क्या सरकार इसपर कोई एक्शन लेता है या नहीं। तो वहीं गौरतलब हो आज नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद के लिए शपथ लेंगे। जिसको लेकर तैयारियां जोरो शोरो से हो रही है।
0 notes
vedantbhoomidigital · 2 months ago
Text
उत्तर प्रदेश: औरैया में नाबालिग लड़की से बलात्कार करने, उसे गर्भवती करने के आरोप में तीन लोगों में से उसके पिता को गिरफ्तार किया गया
पुलिस ने शनिवार को कहा कि एक लड़की के दादा, पिता और चाचा को कई महीनों तक नाबालिग के साथ कथित तौर पर बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जिससे वह गर्भवती हो गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आलोक मिशा ने कहा कि लड़की अपनी एक महिला रिश्तेदार के साथ आई थी। शुक्रवार को शिकायत के साथ स्थानीय बिधूना पुलिस स्टेशन पहुंचे, जिसके बाद एक प्राथमिकी दर्ज की गई और जांच शुरू की गई। “उसने कहा कि उसके दादा,…
0 notes
mediahousepress · 4 months ago
Link
डीईओ सह डीसी के निर्देश पर डीएमओ ने पेटरवार में छापेमारी अभियान कर 32 टन कोयला खनिज को किया जब्त, प्राथमिकी दर्ज 
0 notes