#पशु चिकित्सक
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helputrust · 2 years ago
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लखनऊ, 13.11.2022 | विश्व मधुमेह दिवस 2022 के अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में “निशुल्क होम्योपैथिक परामर्श, निदान एवं दवा वितरण शिविर” का आयोजन हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के इंदिरा नगर, सेक्टर 25 स्थित कार्यालय में हुआ | शिविर का शुभारंभ ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्षवर्धन अग्रवाल तथा शिविर के परामर्शदाता चिकित्सक डॉ संजय कुमार राणा ने दीप प्रज्वलन करके किया |
इस अवसर पर ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्षवर्धन अग्रवाल ने ड��क्टर संजय कुमार राणा का आभार जताते हुए कहा कि, “आज विश्व मधुमेह दिवस 2022 के अवसर पर मैं यह कहना चाहूँगा कि, पिछले कुछ सालों में डायबिटीज पूरी दुनिया में एक बड़ी समस्या बन कर उभरी है। दुनिया की जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा इस बीमारी से पीड़ित हैं। होम्योपैथी में रोगी की स्थिति पर प्रभाव के लिए कुछ समय चाहिए होता है। मधुमेह की स्थिति में वैसे भी इसके लक्षणों के कम होने में लंबा समय लग सकता है । अगर आप अच्छे परिणाम चाहते हैं तो आपको अपने जीवन में भी बदलाव लाने चाहिए । आपको समय-समय पर अपने डॉक्टर की सलाह भी लेनी चाहिए और जांच करानी चाहिए क्योंकि डायबिटीज कोई सामान्य रोग नहीं है इसे हलके में न लें और अपना ध्यान रखें । डायबिटीज के लिए होम्योपैथी (Homeopathy for diabetes) के तरीके से उपचार कराने से पहले भी इसके बारे में अच्छे से जानकारी ले लें और किसी प्रशिक्षित होम्योपैथ से अपना इलाज कराएं ।
परामर्शदाता डॉ संजय कुमार ने कहा कि, “मधुमेह (Diabetes) की बीमारी अब सिर्फ एक ऐज ग्रुप तक सीमित न रहकर हर उम्र के लोगों को प्रभावित करने लगी है I इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह आजकल की लाइफ स्टाइल है I मधुमेह (Diabetes) को कम करने के लिए होम्योपैथी काफी मददगार साबित हो सकती है I होम्योपैथी दवाइयों में प्राकृतिक चीजों जैसे मिनरल्स, पौधों व पशु से जुडी चीजों का उपयोग होता है जो मधुमेह के इलाज में मदद करते हैं I यह बीमारी मुख्य तौर पर मेटाबॉलिक व लाइफ स्टाइल से जुड़ा डिसऑर्डर है I जब तक व्यायाम व डायट सम्बंधित बदलाव नहीं किये जायेंगे तब तक इस बीमारी को कन्ट्रोल नहीं किया जा सकता I होम्योपैथ में मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति के शरीर की जाँच व उसके लक्षणों को पहचानने के बाद दवा दी जाती है I दवाइयों को समय पर लेने से व्यक्ति का इन्सुलिन लेवल काबू में किया जा सकता है I
होम्योपैथी शिविर में मधुमेह (Diabetes) के रोगियों की जाँच व दवा वितरण के अतिरिक्त अन्य बीमारियों जैसे कि, सीने में दर्द होना, भूख न लगना, सांस फूलना, ह्रदय व गुर्दे की बीमारी, रक्तचाप (Blood Pressure), उलझन या घबराहट होना, पेट में दर्द होना, गले में दर्द होना, थकावट होना, पीलिया (Jaundice), थ���इरोइड (Thyroid), बालों का झड़ना (Hair Fall) आदि से पीड़ित 79 रोगियों के वजन व रक्तचाप (Blood Pressure) की जांच की गयी l डॉ० संजय कुमार राणा ने परामर्श प्रदान किया तथा निःशुल्क होम्योपैथी दवा प्रदान की l महिलाएं, पुरुष, बुजुर्गों तथा बच्चों सभी उम्र के लोगों ने होम्योपैथी परामर्श लिया l
इस अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल, ट्र���्ट के स्वयंसेवकों तथा डॉ० संजय कुमार राणा की टीम के सदस्य संतोष कुमार राणा, दिनकर दुबे तथा राहुल राणा की उपस्थिति रही l
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ai-sen · 16 days ago
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बिल्ली का स्वास्थ्य जांच: अपनी बिल्ली को स्वस्थ कैसे रखें
बिल्लियाँ हमारे जीवन में महत्वपूर्ण साथी होती हैं, और उनकी सेहत बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। नियमित स्वास्थ्य जांच न केवल संभावित स्वास्थ्य समस्याओं का समय पर पता लगाने में मदद करती है, बल्कि बिल्लियों के जीवन की गुणवत्ता को भी सुनिश्चित करती है। अपनी बिल्ली को स्वस्थ रखने के लिए यहां कुछ मुख्य कदम और विचार दिए गए हैं। नियमित स्वास्थ्य जांच अपनी बिल्ली को साल में कम से कम एक बार पशु चिकित्सक…
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imranjalna · 1 month ago
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पोदार प्रेप जालना बच्चों ने सीखे 'बापू' और 'शास्त्री जी' के अनेक रूप
Podar Prep Jalna children learnt the various forms of ‘Bapu’ and ‘Shastri Ji’ जालना:पोदार प्रेप जालना ने गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री जयंती ‘गांधीजी और लाल बहादुर शास्त्री जी के अनेक रूप’ विषय के अंतर्गत मनाई।.इस अवसर पर बच्चों और अभिभावकों ने नमक सत्याग्रह, पशु चिकित्सक की भूमिका, समुद्री जीवविज्ञानी, आवास विशेषज्ञ, वेशभूषा डिजाइनिंग, कपड़े का  मिलान, 7 अजूबों का मिलान, तब और अब,…
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indlivebulletin · 1 month ago
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तीन साल में 11 लोगों की जान लेने वाली बाघिन को पिंजरे में बंद किया गया
महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के चिचपल्ली वन क्षेत्र में पिछले तीन साल में 11 लोगों की जान लेने वाली बाघिन को पिंजरे में सफलतापूर्वक कैद कर लिया गया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। वन अधिकारी ने बताया कि मुल तहसील के ‘बफर’ और संरक्षित क्षेत्र में विचरण करने वाली बाघिन टी-83 को शनिवार सुबह जनाला क्षेत्र की ‘कम्पार्टमेंट’ संख्या 717 में बेहोश किया गया। इस अभियान में पशु चिकित्सक और अन्य लोग शामिल…
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rajjansuvidha · 2 months ago
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khabrokaraja · 3 months ago
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पशु चिकित्सको की कमी से जूझ रहे जिले के पशु अस्पताल, डॉ पशु चिकित्सक को दे रहे जनपद पंचायत की प्रभार; राकेश जालान नगर पालिका अध्यक्ष..देखें बयान
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bbshrestha · 4 months ago
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sharpbharat · 7 months ago
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jamshedpur police success-पटमदा गोबरधुसी में पशु चिकित्सक हत्या मामले में तीन गिरफ्तार, भेजे गए जेल, अवैध संबंध को लेकर हुई थी हत्या
जमशेदपुर: जमशेदपुर के ग्रामीण इलाके पटमदा थाना अंतर्गत गोबरघुसी के चुडुबुडू पहाड़ से 27 मार्च को बरामद पशु चिकित्सक शक्तिपद सिंह की लाश के मामले में पुलिस ने बुधवार को खुलासा करते हुए घटना में शामिल 3 आरो��ियों को जेल भेज दिया है. आरोपियों में मृतक का सहयोगी के रूप में कार्य करने वाले घोड़ाबांधा निवासी काशीनाथ सिंह एवं दो साथी घोड़ाबांधा निवासी संतोष कर्मकार एवं जामडीह निवासी संजय महतो शामिल…
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thegandhigiri · 8 months ago
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Gau Mutra: गोमूत्र का सेवन कर देगा आपको बीमार, IVRI की रिसर्च में मिले कई हानिकारक बैक्टीरिया
अगर आप गोमूत्र (Gau Mutra) का सेवन कर रहे हैं तो तुरंत बंद कर दें और चिकित्सक से संपर्क करें। ऐसा न करने पर आप गंभीर पेट की बीमारी का शिकार हो सकते हैं। गौमूत्र को औषधि के रूप में पीना भी मानव शरीर के लिए घातक साबित हो सकता है। देश की अग्रणी पशु अनुसंधान संस्था आईसीएआर-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) के एक शोध में यह दावा किया गया है। आईवीआरआई की शोध रिपोर्ट में कहा गया है कि…
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bundelijhalak · 11 months ago
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मैं जागती आँखों से सपने देखने वाला और रचनात्मकता के जुनून में जीने वाला हूँ । मैं बचपन से ही रंगमंच की ओर आकर्षित हो गया था और तभी से मैं रचनात्मक गतिविधियों में शामिल हो गया। मेरे स्कूल के दिन मेरे थिएटर युग की शुरुआत थे। यह मेरे सपनों की एक यात्रा है रंगमंच से होते हुए सिनेमा के बहुआयामी आकाश को छूते हुए लोक कला, संस्कृति और साहित्य के पड़ावों से गुजरते हुए एक यायावर की यात्रा है । मंजिल तक पहुचने का प्रयास है।
सपने जो मैं खुली आँखों से सृजनात्मकता के लिए देख रहा हूँ.....। मेरा अपना विश्वास है कल ये सपने आकार लेंगे... साकार होंगे।
एक रंग यात्रा, एक अन���्त यात्रा.... लक्ष्य निश्चित है! गंतव्य नही!.......
Gaurishankar S Ranjan          (रंगमंच एवं फिल्म, टी.वी. निर्देशक) 
हर कलाकार की अपनी एक जीवन यात्रा होती है और उसी में सम��मलित होतीं हैं न जाने कितनी अन्य अंतर्यात्राएँ जो हमारे साथ - साथ चलतीं रहतीं हैं। किरदारों और असल जिंदगी के समानांतर चलने वाली यह जो अंतर्यात्राएँ हैं वह अकसर हमें बहुत कुछ सिखलातीं रहतीं हैं।
बेचैनियां और अलमस्ती का एहसास कराने की कुब्बत भी मुझे इन्हीं कलाओं ने दी है और इसके साथ ही एक संस्कृतिबोधक निश्छल मन दिया है  जिसने मुझे लोकसंस्कृति के प्रति समर्पित कर दिया। एक कलात्मक जीवन दृष्टि ने मुझे अपना बना लिया।
गाँव के ठेठ देसीपन ने मुझे गढ़ा - मढ़ा और सजाया - सँवारा।  साठ के दशक में बुंदेलखंड के हमीरपुर जिले के छोटे से गाँव अजनर में 2 मई 1969  में जब मैंने पहली बार आँख खोली तो हँसता - मुसकराता , प्राकृतिक संपदाओं से समृद्ध गाँव देखा। बस गाँव की वह चंदन- सी माटी , पेड़ , खेत - खलिहान, ताल, नदी ,पोखर से लवरेज लोकजीवन, लोकसंगीत मेरी साँसों में समा गया जो आज भी मेरी साँसों मे कस्तूरी सुगंध की तरह महकता रहता है।
मेरे पिताजी श्री सुखलाल पशु चिकित्सक थे। उनकी पोस्टिंग गाँव में ही होती थी। नौ साल की उम्र झाँसी जिले के गाँव बिजौरा (गुरसरांय) झांसी उ.प्र. में आ गया। गाँव का गँवईपन , लोकमानस और लोकसंस्कृति के अनूठे , अप्रितम जीवन ने आँचलिक विरासत को सहेजने, सँवारने की अदम्य लालसा के अँकुर मेरे मन की माटी में बो दिए जो आज भी पल्लवित , पुष्पित और फलित हो रहे हैं। गाँव के इसी परिवेश ने मुझे कलात्मक अभिरुचियों से जोड़ा।
कुछ सालों बाद वर्ष 1976 में बिजौरा (गुरसरांय) झांसी  से अतर्रा (बांदा) उ.प्र. जाना पडा  अपने पूर्वज ग्राम कैरी, बिसंडा ब्लाक तहसील बाबेरू के पास। तब तक लोकसंस्कृति से जुड़ाव के जुनून ने मेरे मन के भीतर एक कलाकार को जन्म दे दिया जिसके कारण मैं बचपन से ही सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने लगा।
जब मैं प्राचीन प्राथमिक विद्यालय अतर्रा (बाँदा ) की चौथी कक्षा का छात्र था तभी मुझे रंगमंच से जुड़ने का अवसर मिला। मैंने विद्यालय के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लिया और मण्डल स्तर पर झाँसी में आयोजित खेलकूद समारोह में पी. टी. , चित्रकला तथा ढिडिया नृत्य में भाग लेने पर पुरस्कृत किया गया। यहीं से मेरी रंगमंचीय यात्रा की सुखद शुरुआत हो गयी। अभिनय और ललित कलाओं को सीखने - समझने की ललक मन में कुलाँचें भरने लगी।
फिर एक बार पडाव बदलने का समय आया और वर्ष 1980 में मै राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त (दद्दा) की साहित्य नगरी  चिरगाँव (झांसी) उ.प्र. में आकर महाकवि केशव, बुंदेली शिरोमणि महाकवि ईसुरी के साहित्य के संस्कारों ने मेरी जीवन यात्रा को पूरी तरह अभिनय और रंगमंच की ओर समर्पित कर दिया। इसी दौरान मेरे अध्यापक श्री जगदीश श्रीवास्तव के सानिध्य में रामयश प्रचारणी समिति चिरगांव के साथ कई वर्षों तक रामलीला और नाटकों के मंचन मे अहम भूमिका निभाई ।
वर्ष 1986 में अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए कदम आगे बढ़ाया और शौकिया थिएटर ग्रुप  के साथ जुड़ गया। जहां एक अभिनेता के रूप में कई नाटकों मे अभिनय किया।
वर्ष1991 मे पहली बार चिरगांव (झांसी) मे सिनेमा हाल के अंदर सेट लगाकर “उधार का पति” नाटक का मंचन किया परिणाम दो दिन दो शो हाउसफुल और यहीं से मेरा  रुझान रंगमंच की ओर कुछ ज़्यादा ही बढा और दिल्ली की ओर कदम बढ गये।
इसी दौरान क्रांतिकारी मास्टर रुद्रनारायण सिंह सक्सेना के पौत्र श्री मुकेश सक्सेना जी से मुलाकात हुई और वे अपने साथ दिल्ली ले गये। उनके मार्गदर्शन मेंं रंगमंच के विभिन्न आयामों  को जानने का मौका मिला। आदर्णीय मुकेश सक्सेना जी के अनुज के रूप मे जीवन को नई दिशा मिली रंगमंच का सिलसिला शुरू हुआ तो तो फिर पीछे मुड़कर कभी नही देखा।
दिल्ली मे श्रीराम सेंटर फार आर्ट एंड कल्चर से एक साल  का रंगमंच और अभिनय प्रशिक्षण मे प्रवेश लिया। इसी दौरान मैडम अमाल अल्लाना के  निर्देशन मे हिम्मतमाई (Bertolt Brecht's play Mother Courage ) नाटक मे काम  करने का  मैका मिला जिसमें फिल्म अभिनेता मनोहर सिंह मुख्य भूमिका मे थे।
इसी दौरान समझ में आने लगा कि रंगमंच क्या है रंगमंच का विस्तार क्या है रंगमंच जो हम करते थे अपने गांव में वह नहीं जो अब  देख रहे हैं वह सच है। फिर एक बार पढ़ने का सीखने का और समझने का सिलसिला नए सिरे से शुरू करना पड़ा जो काफी रोमांचक था। सम्पूर्ण रंगमंच....अभिनय और अभिनय के साथ बैकस्टेज जैसे कि कॉस्टयूम, मेकअप, लाइटिंग, प्रॉपर्टी अनेक विषयों पर जानकारी हासिल करना और सीखना।
वर्ष1992 मे भारतेंदु नाट्य अकादमी लखनऊ मे चयन हो गया। भारतेंदु नाट्य अकेडमी में नाटक की विभिन्न विधाओं का विस्तार पूर्वक अध्ययन करने का अवसर प्राप्त हुआ।  यहां देश के जाने माने अनेक निर्देशकों के साथ काम करने का एक अलग अनुभव रहा। यहां भी भरपूर सीखने का मौका मिला और अनेकों रंग मंचीय प्रयोगों से निकलकर फिर वापस दिल्ली आ गए।
वर्ष 1996 में दिल्ली मे सूचना एवं प्रासारण मंत्रालय भारत सरकार के गीत एवं नाटक प्रभाग मे बतौर अभिनेता दो साल तक काम करते रहे । यहां भी एक अलग तरह का अनुभव रहा नेशनल ड्रामा ट्रुप के साथ कई नाटकों में अभिनय किया और देश के कई शहरों में सफलता पूर्वक प्रदर्शन किये। फिर वर्ष 1997 में दिल्ली सरकार के साहित्य कला परिषद रंगमंडल मे चले गये । यहां भी तीन साल रहे और देश के जाने-माने कई निर्देशको के साथ अनेक नाटको मे अभिनय किया।
मेरा रंगमंच का सफर  विशेष रूप में अभिनेता ,निर्देशक और अध्यापक  के रूप में रहा है। लगभग 60 से अधिक नाटकों में अभिनय और 30 से अधिक नाटकों का निर्देशन किया है, जिसका मंचन देश के भिन्न-भिन्न स्थानों पर 200 से अधिक बार हो चुका है। देश के लगभग 50 से अधिक रंग जगत के प्रतिष्ठित व्यक्तियों के साथ कार्य किया है जिनमें  - पद्मविभूषण हबीब तनवीर, प्रो.बी.एम.शाह, सुश्री अमाल अलाना, प्रो. देवेंद्र राज अंकुर, श्री बादल सरकार, श्री वागीश कुमार सिंह, प्रो.हेमा सिंह, श्री उर्मिल कुमार थपलियाल, श्री जे.पी.सिंह, श्री अवतार साहनी, श्रीमती चित्रा सिंह, सुश्री चित्रा मोहन, श्री सुरेश शर्मा, श्री प्रवीर गुहा, श्री निरंजन गोस्वामी आदि प्रमुख है।
बतौर अध्यापक जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में ड्रामा इंस्ट्रक्टर के रूप में काम किया और “आस” एन.जी.ओ. के साथ भवा��ी (नैनीताल) में कई सालों तक नाट्य निर्देशक के रूप में काम किया और इसके साथ साथ छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में स्थित वंदना आर्ट्स कोंडागांव मे कई सालों तक रंगमंच  की गतिविधियों से जुड़ा रहा और वहां पर राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव के आयोजन भी किए।
वर्ष 2000 मे  दिल्ली से मुम्बई चले गये। मुम्बई मे कई साल तक बतौर सह निर्देशक कई जाने-माने फिल्म, टी वी निर्देशकों के साथ काम किया। और रंगमंच से किसी न किसी रूप मे जुडे रहे। 2003 नवी मुंबई एरोली के डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल के 800 छात्रों के साथ भारत के 5000 वर्ष के गौरवमई इतिहास का सफल मंचन किया।
वर्ष 2009 से बतौर निर्देशक टी वी सीरियल का निर्देशन कर रहे हैं। अभी तक हिंदी, भोजपुरी मे कई सीरियल सोनी टीवी, ज़ी टीवी, स्टार प्लस, ज़ी पुरवईया, अंजन टीवी, महुआ टीवी, ज़ी गंगा, दूरदर्शन आदि के लिये 2000 से अधिक एपीसोड निर्देशित किये हैं। 
वर्ष 2017 मे फिर एक बार नई दिशा मे कदम बढ़ गए अपनी जन्मभूमि बुन्देलखण्ड के लिए। बुन्देलखण्ड की लोक कला संस्कृति और साहित्य  के संरक्षण-संवर्धन एवं बुन्देली को विशाव पटल पर लाने के लिए https://bundeliijhalak.com/ वेबसाट के माध्यम से बुंदेलखंड ही नही अपितु देश- विदेश मे बुंदेली संस्कृति को जन-जन तक पहुचाने का प्रयास शुरू हो गया और साथ ही रंगमंच और फिल्म मेकिंग की विधाओं का आन लाईन/आफ लाईन प्रशिक्षण अपनी गति ले चुका है। अपनी वेबसाईट https://filmsgear.in/ से रंगमंच एवं फिल्म मेकिंग की जानकारी , मार्गदर्शन एवं दिशा निर्देश उपलब्ध है ।
बुंदेली लोक विधा “रावला” पर आधारित लोक नाट्य को प्रयोगात्मक एरिना रंगमंच पर प्रदर्शन करने हेतु शोध चल रहा है। इस विधा की खास बात यह है कि पुरुष अभिनेता ही अभिनेत्री का चरित्र निभाता है और ये गंवई अभिनेता इतने निपुण होते है कि वह अपने नाट्य प्रदर्शन के दौरान दर्शकों से सीधा संवाद कर सकते है उनके सवालों का जवाब दे सकते हैं साथ ही दर्शक को अपने प्रदर्शन के साथ जोड लेंगे,  ऐसा लगेगा कि वह दर्शक उन्हीं की नाट्य मंडली का ही एक चरित्र है। 
स्थिति और परिस्थितियों के अनुकूल यह अभिनेता अपनी विषय वस्तु बदलने में सक्षम होते हैं। अभिनेता कब,  कैसे इंप्रोवा��जेशन कर दें कुछ नहीं क��ा जा सकता लेकिन नाट्य विधा पर इसका नकारात्मक प्रभाव नहीं पडता और फिर अभिनेता पुन: अपने मूल विषय वस्तु पर आकर प्रदर्शन को आगे बढ़ा देते हैं।
एक रंग यात्रा, एक अनन्त यात्रा.... लक्ष्य निश्चित है ! गंतव्य नही !.......
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newsuniversal-in · 1 year ago
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ग्रामवासियों की समस्याओं के समाधान हेतु सरकार काफी गम्भीर-विधायक
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सिद्धार्थनगर। ग्रामवासियों की समस्याओं के समाधान हेतु सरकार काफी गम्भीर है। इसी लिए सरकार गावों में ग्राम चौपाल आयोजित कर ग्रामवासियों के समस्याओं का समाधान गांव में ही दिला रही है। लोगों को अपने समस्या के लिए ब्लाक मुख्यालय का चक्कर नहीं काटना पडेगा। उक्त बातें विधायक शोहरतगढ़ विनय वर्मा ने शुक्रवार को इटवा विकास खण्ड के ग्राम पंचायत भोपलापुर में आयोजित ग्राम चौपाल में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि कही है। उन्होंने आगे कहा कि ग्रामवासियों के हर जरूरी समस्या का त्वरित समाधान किया जाएगा। अन्य विशेष समस्या हेतु मुझसे मिलकर अपनी बात कह सकते हैं। इसके लिए विकास खण्ड स्तर पर खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया जाएगा। खण्ड विकास अधिकारी इटवा राजकुमार ने गांव की समस्या गांव में समाधान के तहत ग्राम चौपाल में सरकार के विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के विषय में उपस्थित ग्रामवासियों को बताया गया। ग्रामवासियों की समस्याओं का मौके पर समाधान किया। चौपाल में आयुष्मान कार्ड, प्रधानमंत्री आवास, मुख्यमंत्री आवास, वृद्धा, विधवा तथा दिव्यांग पेंशन सहित 12 बिन्दुओं पर विस्तार से जानकारी दिया गया। चौपाल में कुछ आवेदकों द्वारा आवास की मांग की गयी। चौपाल में सहायक विकास अधिकारी पंचायत संजय पटेल, सचिव मो. जावेद खां, ग्राम प्रधान माहताब आलम, खण्ड शिक्षा अधिकारी महेन्द्र प्रसाद, पशु विभाग के चिकित्सक डा. प्रदीप कुमार सहित अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। इसके साथ भारी संख्या में ग्रामवासी मौजूद रहे। Read the full article
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imranjalna · 5 months ago
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मध्य प्रदेश: फ्रिज में कथित गोमांस मिलने पर 11 लोगों के घरों पर चला बुलडोजर
Madhya Pradesh: Bulldozers run on houses of 11 people after alleged beef found in fridge घटना मंडला ज़िले की है. पुलिस के मुताबिक, स्थानीय सरकारी पशु चिकित्सक ने पुष्टि की है कि ज़ब्त किया गया मांस गोमांस ही है. डीएनए की जांच के लिए मांस के नमूने हैदराबाद भेजे गए हैं. नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल मंडला जिले में फ्रिज से कथित गोमांस मिलने पर 11 लोगों के घर ढहा दिए गए हैं. पुलिस का कहना…
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nidarchhattisgarh · 1 year ago
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27 सहायक पशु चिकित्सक क्षेत्र अधिकारी पदों पर निकली संविदा भर्ती
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abhinews1 · 1 year ago
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नगर पंचायत दारानगर कड़ाधाम की नव निर्वाचित अध्यक्ष रागिनी अरुण केशरवानी ने मंगलवार को अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल फरीदागंज का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया
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नगर पंचायत दारानगर कड़ाधाम की नव निर्वाचित अध्यक्ष रागिनी अरुण केशरवानी ने मंगलवार को अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल फरीदागंज का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया
नगर पंचायत दारानगर कड़ाधाम की नव निर्वाचित अध्यक्ष रागिनी अरुण केशरवानी ने मंगलवार को अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल फरीदागंज का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया साथ ही गंगा दशहरा के पावन पर्व पर आश्रय स्थल में मौजूद गोवंशों का पूजन-अर्चन कर उन्हें गुड़ खिलाया।निरीक्षण के दौरान नगर अध्यक्ष को तमाम खामियां मिली जिस पर उन्होंने अधिशाषी अधिकारी वैभव चौधरी को तत्काल मौके पर बुलाकर समस्याओं के निस्तारण के लिए निर्देशित किया।निरीक्षण के दौरान आश्रय स्थल पर बीमार गोवंश को देखकर नगर अध्यक्ष ने पशु चिकित्सक को मौके पर बुलाकर उसका इलाज कराया साथ ही सख्त हिदायद दी कि आश्रय स्थल में यदि कोई गोवंश बीमार होता है तो उसके इलाज में कोई कोताही बर्दास्त नही की जाएगी।नगर अध्यक्ष ने गर्मी के दिनों में धूप में परेशान हो रहे गोवंशों को जल्द से जल्द राहत दिलाने व भूसे के साथ -साथ चूनी चोकर भी उपलब्ध कराने की बात कही।इस मौके पर उमेश पटेल, नीरज साहू, राकेश पांडेय, बृजेश गौतम, जीतलाल गुप्ता, जोगिंदर पटेल, श्यामू अग्रहरि सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
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ykpurohit · 1 year ago
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Dear sir,
Good morning ..
in this post i feel the sound of prayers ..you are praying for betterment of all .
we know life move by time or nature or nature and time of God . Or God need our full consciousness ,sub- consciousness or unconsciousness too .
here i lived busy in writing or drawing work in studio or out to studio i joined to two events ,one was red cross on World Doctors day or second was reward function .so i write to that both activity of my city and shared on my social media pages with Photographs ..
मित्रों आज विश्व चिकित्सक दिवस है और इस अवसर पर मुझे आमंत्रण भेजा साहित्यकार राजेंद्र जोशी जी ने इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी राजस्थान के तत्वावधान में आयोजिते होने वाले राज्य स्तरीय दो दिवसीय समारोह के लिए ! समारोह राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के सभागार में रखा गया है !
समारोह के प्रथम दिन के प्रथम सत्र में रेड क्रॉस सोसाइटी राजस्थान के अध्यक्ष श्री राजेश कृष्ण बिरला मुख्य अतिथि रहे , उनके साथ पेनल में शामिल रहे डॉ. विजय खत्री , साहित्यकार राजेंद्र जोशी, डॉ. तनवीर मालावत,सर रमेश मुंधड़ा और डॉ. सी एस मोदी, सर वेदप्रकाश शर्मा आदि !
औपचारिक स्वागत और सम्मान के बाद समारोह आरम्भ हुआ जिसका सञ्चालन सर ज्योति प्रकाश रंगा ने किया !
रेडक्रॉस के इस दो दिवसीय समारोह का उदेश्य जहा तक मैं समाज पाया बिना किसी ब्रोव्सर और फोल्डर के वो यही लगा की लोगो को शिक्षित किया जाए प्रेरित किया जाए देह दान के लिए , अंग दान के साथ साथ नशामुक्ति के लिए चिकित्सा व्यवस्था को पूर्ण सहयोग के लिए !
इस उपक्रम में लेडी डॉ. खत्री ने अपना प्रपत्र प्रस्तुत किया विज़ुअल्स के साथ जिसमे चिकित्सा और उसके पौराणिक प्रमाणों को प्रस्तुत करते हुए देहदान के लिए प्रेरित करता हुआ उनका प्रपत्र रहा !
प्रथम सत्र और प्रपत्र की प्रस्तुति के बाद समारोह के मुख्य अतिथि और राजस्थान रेडक्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष सर राजेश कृष्ण बिरला जी ने रेडक्रॉस सोसाइटी के आगामी कार्य योजना को बताया साथ ही बीकानेर रेडक्रॉस टीम के महत्वपूर्ण योगदान के लिए बीकानेर रेडक्रॉस टीम की भूरी भूरी प्रशंशा मंच से की !
रेडक्रॉस टीम बीकानेर द्वारा चिकित्सक दिवस पर बीकानेर के प्रतिष्ठित और कर्मठ चिकित्सकों का सम्मान मंच से सर राजेश कृष्ण बिरला जी के कर कमलों से करवाया !
कुछ विचारणीय बिंदु मुझे भी मिले विचारने को उस समारोह से !
जैसे की एक वक्ता ने डेस्क से कहा की इंसान मरने के बाद भी जिन्दा रहते है रह सकते है ! और उनसे अगले वक्ता ने कहा की चिकित्सा विभाग को 16 करोड़ का बजट मृत शरीर को सुरक्षित रखने को दिया जाता है ! विचार आया की अगर पुरे भारत देश में जितने करोड़ो रूपए मृत शरीर को सुरक्षित रखने को खर्च होते है उतने करोड़ो रूपए को अगर जीवित इंसानो पर खर्च कर दिया जाए रो मृत शरीर को सुरक्षित रखने की शायद आवश्यकता ही न पड़े या बिलकुल ना के बराबर ! खेर ये एक विचार था जो यथार्त से बिलकुल परे ही है !
एक विचार ये भी आया की मृत शरीर की एक बैंक हिंदुस्तान के उन बर्फीले स्थनो में बना ली जाये जहाँ 12 महीने बर्फ जमी रहती है उस स्थिति में मृत शरीर भी सुरक्षित रजाएंगे और देश का पैसा भी सुरक्षित रह सकता है !
भी आयी समारोह में की ड्राइविंग लाइसेंस में ही देहदान की स्वीकृति लीजाये लाइसेंस धारक से ताकि दुर्घटना के दौरान मृत ड्राइवर की देह को तुरंत सुरक्षित करते हुए उसके अंग काम में लिए जा सके ! तो विचार आया की छीन भिन्न देह से जरुरी अंग प्रत्यंग को निकलना और उसे काम में लेना चिकित्सक के लिए एक कबाड़ी के जैसा कार्य हो जाएगा जो उनके अध्ययन का विषय ही नहीं है !
जब ये विचार आ रहे थे उसी समय मुझे ग्रेट मास्टर लेओनार्दो दा विन्सी याद आये जिन्होंने मृत शरीर घर्म में ला ला कर उनके आंतरिक संरचना के रेखा चित्र बनाये जिसे चिकित्सा विज्ञान आज भी उपयोग में लेरहा है शरीर संरचना के अध्ययन के विषय में ! खैर ये सब विचार थे कुछ पलों के जिसे साझा कर दिया सत्य के साथ बिना किसी उदेश्य के !
समारोह के प्रथम सत्र के समापन का अंतिम रूप था एक शार्ट फिल्म जिसका विषय था नशा मुक्ति और जिसे बनवाया मेडिकल कॉलेज बीकानेर और बीकानेर पुलिस विभाग ने !
शार्ट फिल्म की पटकथा लिखी है बीकानेर के रंगकर्मी सर मो. रफीक पठान साहब ने और फिल्म में अभिनय किया है बीकानेर रंग कर्म के प्रतिष्ठित रंगकर्मियों ने जिनमे वरिष्ठ रंग कर्मी सर प्रदीप भटनागर , दीपांशु पांडये , मेम पूनम चौधरी आदि ने युवा पीढ़ी पर हो रहे नशे के प्रभाव और आदत से आने वाली लाचारी और बीमारी के बाद सीधे मौत को बखूभी अभिनय से !
यहाँ कुछ छाया चित्र मेरे कैमरा की नजर से आज के प्रथम दिन के सत्र के आप के अवलोकन हेतु !
मित्रों प्रेरणा प्रतिष्ठान के वार्षिक पुरस्कार समारोह में मेरे शामिल होने का अवसर बनाया अपने आमंत्रण या सुचना से साहित्यकार राजाराम स्वर्णकार जी ने ! समारोह आयोजित हुआ अजित फाउंडेशन के सभागार में ! पुरस्कार युवा वैज्ञानिक डॉ. पंकज जोशी को मिला अमर कीर्ति सम्मान और साहित्यकार संजय पुरोहित को मिला राजरत्न सम्मान ! सम्मान प्रदान करने वालो में समारोह के अध्यक्ष रहे राजस्थानी ��ाहित्य के साहित्यकार श्री कलम रंगा जी मुख्य अतिथि रहे डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य जी ( राजस्थानी भाषा साहित्य एम संस्कृति अकादेमी के पूर्व सचिव ) और विशिष्ट अतिथि रहे साहित्यकार असफाक कादरी साहेब ! मंच सञ्चालन किया साहित्यकार कवि बाबू लाला छंगाणी ( बम चकरी ) जी ने तो स्वागत उद्बोधन दिया डॉ. अजय जोशी जी ने संस्था प्रभारी प्रेम रतन व्यास जी ने प्रेरणा प्रतिष्ठान के बारे में जानकारी दी तो संस्था के 1985 से निरंतर इस सम्मान को जारी रखने की इस विशेष बात सब के साथ साझा की मंच से !
सम्मान प्रक्रिया के बाद साहित्यकार संजय पुरोहित और युवा वैज्ञानिक डॉ. पंकज जोशी ने सदन और अपने पिता के साथ परिवार का आभार ज्ञापित किया साथ ही अपने अपने जीवन यथार्थ संस्मरण मंच से साझा किये अपने सृजन पथ के ! जो प्रेरक थे युवा साथियों के लिए !
साहित्यकार असफाक कादरी जी और डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य जी ने दोनों प्रतिभाओं को आशीर्वाद दिया तो साहित्यकार और समारोह के अध्यक्ष कमल रंगा जी ने आशीर्वाद दिया , साहित्यकार मधु आचार्य आशावादी जी ने प्रेरणा प्रतिष्ठान की इस गति विधि को बीकानेर के जिन्दा होने की बात का सबूत माना , उन्होंने कहा की किसी शहर की पहचान उसके खान पान से नहीं बल्कि उसेक सांस्कृतिक मूल्यों से होती हैं और सांस्कृतिक मूल्य कला साहित्य के साधकों में मिलती है उन्हें पोषित करने वाली संसथान प्रेरणा संस्थान इसका जीवन उदहारण प्रस्तुत कर रही है , इस बात के साथ की बीकानेर अभी जिन्दा है जिन्दा लोगो का शहर है !
समारोह के अंत ज्ञापित किया साहित्यकार विप्लव व्यास ने !
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you have a great day sir ..
warm regards
Yogendra kumar purohit
Master of Fine arts
Bikaner,India
DAY 5613
Jalsa, Mumbai                 June 30/July 1,  2023                 Fri/Sat 11:56 AM
🪔 .. July 01 .. birthday love and greetings to Ef Alla Ukhina from Russia 🇷🇺 .. Ef Pralhad Mukundrao Thorwate from Nanded .. and .. Ef Vidya Advitiya .. ❤️🙏🏻🚩
.. and .. wishes to Ef Lakshmi Akka .. for her Wedding Anniversary on July 01st .. 
..
And .. July 01 .. is National Doctors’ Day .. 🩺
.. the rain it raineth every day .. and brings succour to the parched land after all these months of the warm weather and the cause for heat strokes that was suffered by several .. prayers .. 🙏 ..
and the Ashadi Ekadashi pooja and aarti conducted in Sion, at the home temple of RoVin my dear friends and music aficionados  .. a blessing ever .. and the humble surroundings .. and the love and care by them that visit .. 
It is the simple things in life that remain .. and this shall ever remain ..
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.. for hours they that live around in the vicinity waited for the ‘aarti’ to be done .. and such a privilege and an honour to have been given this opportunity .. truly blessed .. 
and late into the night to meet all and to spend time with some of the future world genius minds .. who educate me on AI and what lies in store for us all .. and how gradually our minds shall be overtaken , if it isn’t already, by AI and the technology of the future .. such innovative ideas .. exciting but frightening at the same time .. 
Where exactly are we going .. 
My parents were bewildered by the mobile .. I am stunned by AI .. what will the grandchildren face and be amazed by .. !!!??
The rain it raineth .. every day .. and the World it changeth every day .. and ne’er shall there be a change of course  !!
And as you drive away it all simulates ..
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.. the rain .. the car .. the thoughts and the music on the Bluetooth  ..
My love 
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Amitabh Bachchan
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khabrokaraja · 4 months ago
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गौरेला पेंड्रा मरवाही: सूचना का अधिकार आवेदन का किया गया अवहेलना नियम विरुद्ध नियुक्त पशु चिकित्सक जनपद सीईओ संजय शर्मा 
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