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UPSRTC New Vacancy 2025- परिवहन विभाग भर्ती 2025, Authoritative Notice Out
UPSRTC के अंतर्गत 12000+ पदों पर भर्ती के लिए पात्र उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित किया है। इसके लिए सभी लोग ऑनलाइन के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं| तो अगर आप भी परिवहन विभाग 2025 के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो, आप इसके लिए कैसे आवेदन कर सकते हैं आवेदन कब से कब तक लिए जाएंगे और इसकी क्या सरकारी योग्यता रहने वाली है कि सभी जानकारी नीचे इस आर्टिकल में आपको बताया गया है| और इस भर्ती में आवेदन करने से…
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Roadways Buses : आज से फिर दिल्ली रूट पर दौड़ेंगी 221 रोडवेज बसें, हटाई गईं पाबंदियां
Roadways Buses : दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान-4 की पॉलिसी लागू होने के बाद से बंद उत्तराखंड परिवहन निगम की बीएस-3 और बीएस-4 बसों का संचालन शुक्रवार से फिर शुरू हो जाएगा। बृहस्पतिवार को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश पर दिल्ली सरकार ने बसों के संचालन पर लगाई गईं पाबंदियां हटा दी है। Rajya Sabha : राज्यसभा में नोटों की गड्��ी मिलने पर जमकर हंगामा; जांच की मांग 14 नवंबर को दिल्ली सरकार ने ग्रैप-4…
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अब घर बैठे कर सकते हैं गाड़ी परमिट के लिए अप्लाई | How To Pay State Perm...
#youtube#(परमिट के लिए ऑनलाइन आवेदन करें परमिट एक राज्य या क्षेत्र���य परिवहन प्राधिकरण द्वारा जारी किया#permint#vahan#parivahan#mparivahan#techgurusaurabh#vahan citizen#online permit
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झोटवाड़ा के विकास कार्यों का विश्लेषण — कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ 🏗️📈
झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र, जो राजस्थान की राजधानी जयपुर का एक महत्वपूर्ण भाग है, हाल के वर्षों में अभूतपूर्व विकास और बुनियादी ढांचे के सुधार का साक्षी बना है। कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के नेतृत्व में सड़क, जल आपूर्ति, शिक्षा, स्वास्थ्य और सार्वजनिक सुविधाओं के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं पूरी की गई हैं और कई नए कार्य प्रगति पर हैं।
इस रिपोर्ट में झोटवाड़ा में हुए प्रमुख विकास कार्यों और उनके प्रभावों का विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है।
🏗️ 1️⃣ बुनियादी ढांचे का आधुनिकीकरण
✅ सड़क और पुल निर्माण
🔹 ₹3.62 करोड़ की लागत से 6.50 किमी लंबी सड़क का नवीनीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य पूरा। 🔹 ₹4.07 करोड़ की लागत से बांडी नदी, काल��ाड़ रोड पर पुलिया निर्माण से जलभराव और ट्रैफिक स���स्या का समाधान। 🔹 झोटवाड़ा में 20+ नई सड़कों का निर्माण और चौड़ीकरण।
✅ ट्रैफिक और परिवहन सुधार
🔹 पुरानी सड़कों का पुनर्निर्माण, जिससे यातायात जाम की समस्या में कमी। 🔹 स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम का कार्य प्रगति पर। 🔹 सार्वजनिक परिवहन नेटवर्क को मजबूत करने के लिए नई बस सेवाएं प्रस्तावित।
🚰 2️⃣ जल आपूर्ति और जल संरक्षण परियोजनाएं
✅ पेयजल और जल प्रबंधन
🔹 ₹55.42 लाख की लागत से 1.50 लाख लीटर क्षमता वाली पानी की टंकी का निर्माण पूरा, जिससे हजारों परिवारों को लाभ। 🔹 जल जीवन मिशन के तहत जल आपूर्ति नेटवर्क का विस्तार और पाइपलाइन सुधार कार्य। 🔹 वर्षा जल संचयन प्रणाली को बढ़ावा, जिससे भूजल स्तर में सुधार हो रहा है।
🏥 3️⃣ स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार
✅ सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों का आधुनिकीकरण
🔹 झोटवाड़ा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC) और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) को अपग्रेड किया गया। 🔹 नए चिकित्सालयों और डिस्पेंसरियों का निर्माण, जिससे लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं आसानी से उपलब्ध हो रही हैं। 🔹 आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज की सुविधा, जिससे गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों को राहत मिली।
📚 4️⃣ शिक्षा और युवा सशक्तिकरण
✅ स्कूलों और कॉलेजों का विकास
🔹 सरकारी विद्यालयों में स्मार्ट क्लासरूम और आधुनिक सुविधाओं का विस्तार। 🔹 बच्चों के लिए छात्रवृत्ति और विशेष कौशल विकास कार्यक्रम। 🔹 झोटवाड़ा में नए खेल स्टेडियम और युवाओं के लिए स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर।
🛍️ 5️⃣ व्यापार और उद्योग को बढ़ावा
✅ MSMEs और स्थानीय व्यापारियों के लिए विशेष योजनाएं
🔹 “वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट” (ODOP) योजना के तहत झोटवाड़ा के उद्यमियों को बढ़ावा। 🔹 स्थानीय बाजारों के विकास के लिए नई योजनाएं। 🔹 स्टार्टअप्स और युवा उद्यमियों के लिए विशेष प्रशिक्षण और सहायता।
🎉 6️⃣ नागरिक सुविधाओं का विस्तार
✅ स्वच्छता और हरित क्षेत्र
🔹 स्वच्छ भारत अभियान के तहत कचरा प्र��ंधन और सफाई व्यवस्था में सुधार। 🔹 सार्वजनिक पार्कों और हरित क्षेत्रों के विकास के लिए विशेष पहल। 🔹 झोटवाड़ा में 5000+ पौधारोपण कार्यक्रम, जिससे पर्यावरण संतुलन बेहतर हुआ।
📈 कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का विज़न
इस विकास यात्रा को लेकर कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा:
“झोटवाड़ा का विकास हमारी प्राथमिकता है। हमने यहां बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और युवाओं के लिए रोजगार एवं शिक्षा के नए अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। हमारा लक्ष्य है कि झोटवाड़ा को राजस्थान के सबसे विकसित और आत्मनिर्भर क्षेत्रों में शामिल किया जाए।”
🚀 झोटवाड़ा का भविष्य: आगामी विकास कार्य
✅ नई सड़कें और ओवरब्रिज निर्माण के लिए योजनाएं। ✅ झोटवाड़ा में नए औद्योगिक केंद्र स्थापित करने की पहल। ✅ आधुनिक शिक्षा और कौशल विकास केंद्रों का विस्तार। ✅ महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष कल्याणकारी योजनाएं।
🔹 झोटवाड़ा का विकास, राजस्थान की तरक्की!
💠 बेहतर सड़कें, यातायात और जल आपूर्ति। 💠 शिक्षा, स्वास्थ्य और युवाओं के लिए विशेष योजनाएं। 💠 स्थानीय व्यापार और औद्योगिक विकास को गति। 💠 हर नागरिक के लिए सुविधाओं में सुधार और समग्र विकास।
🚀 “विकसित झोटवाड़ा, आत्मनिर्भर राजस्थान!” 🇮🇳 जय हिंद! जय राजस्थान! 🏗️✨
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सुगम यात्रा की नई राह: ₹3.62 करोड़ की लागत से 6.50 किमी लंबी सड़क का शिलान्यास — कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ 🚧🛣️
झोटवाड़ा क्षेत्र के नागरिकों के लिए एक और बड़ी सौगात! ₹3.62 करोड़ की लागत से 6.50 किमी लंबी सड़क के निर्माण का शिलान्यास कर कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने क्षेत्र के विकास को नई दिशा दी है। इस महत्वपूर्ण परियोजना से क्षेत्र के लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी, यातायात की सुविधा और सुगम यात्रा का अनुभव मिलेगा।
🚧 सड़क निर्माण के प्रमुख लाभ
1️⃣ यात्रा होगी आसान और सुविधाजनक
✅ गड्ढा मुक्त, चौड़ी और मजबूत सड़क, जिससे सफर पहले से ज्यादा आरामदायक होगा। ✅ तेज और सुरक्षित यातायात, जिससे दुर्घटनाओं में कमी आएगी। ✅ ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की बेहतर कनेक्टिविटी, जिससे विकास को नई गति मिलेगी।
2️⃣ व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा
✅ नई सड़क के निर्माण से स्थानीय व्यापारियों और दुकानदारों को सीधा लाभ मिलेगा। ✅ क्षेत्र में नए व्यावसायिक अवसर खुलेंगे, जिससे रोज़गार के अवसर भी बढ़ेंगे। ✅ कृषि और औद्योगिक क्षेत्रों से बाजारों तक परिवहन सुगम होगा, जिससे किसानों और उद्यमियों को फायदा होगा।
3️⃣ परिवहन और यातायात की आधुनिक सुविधाएं
✅ स्कूल, अस्पताल, बाजार और सरकारी कार्यालयों तक आसानी से पहुंच बनेगी। ✅ एम्बुलेंस और आपातकालीन सेवाओं को बिना बाधा तेजी से मूवमेंट मिलेगा। ✅ क्षेत्र में सार्वजनिक परिवहन को बेहतर बनाने के लिए नई बस सेवाओं का प्रस्ताव।
4️⃣ ग्रामीण विकास को नई दिशा
✅ आसपास के गांवों को शहरों से बेहतर कनेक्टिविटी, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा। ✅ युवाओं को रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं तक आसान पहुंच मिलेगी। ✅ पर्यटन और सांस्कृतिक स्थलों तक यात्रियों के लिए यात्रा सुगम होगी।
🏗️ कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ का विज़न: विकसित झोटवाड़ा, आत्मनिर्भर राजस्थान
शिलान्यास समारोह में कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा:
“झोटवाड़ा के हर नागरिक को बेहतर सड़क और परिवहन सुविधाएं मिलें, यह हमारा संकल्प है। यह सड़क सिर्फ कंक्रीट का टुकड़ा नहीं, बल्कि विकास की एक नई दिशा है। सड़कें जितनी अच्छी होंगी, क्षेत्र की प्रगति उतनी ही तेज होगी। हमारा लक्ष्य झोटवाड़ा को एक आदर्श और स्मार्ट क्षेत्र बनाना है।”
उन्होंने आगे कहा कि: 🔹 आने वाले वर्षों में और अधिक सड़कों का निर्माण किया जाएगा। 🔹 युवाओं, किसानों और व्यापारियों के लिए नए अवसर पैदा होंगे। 🔹 झोटवाड़ा को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से सुसज्जित किया जाएगा।
🎉 स्थानीय जनता की खुशी और समर्थन
✅ ग्रामीणों और व्यापारियों ने आभार प्रकट किया, क्योंकि अब उन्हें बेहतर सड़क सुविधा मिलेगी। ✅ युवाओं और विद्यार्थियों ने प्रसन्नता व्यक्त की, क्योंकि स्कूल और कॉलेज पहुंचना पहले से आसान होगा। ✅ महिलाओं और बुजुर्गों को सुविधा मिलेगी, जिससे उनका सफर अधिक सुरक्षित होगा।
🚀 झोटवाड़ा के विकास की नई गाथा!
✅ बेहतर सड़कें, सुगम यातायात और आधुनिक सुविधाएं। ✅ स्थानीय व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार। ✅ राजस्थान के बुनियादी ढांचे को नया रूप देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम।
🚧🛣️ “सशक्त सड़कें, आत्मनिर्भर राजस्थान!” 🇮🇳 जय हिंद! जय राजस्थान! 🚀
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Navigating RTI with ARTO: Key Insights
Registration NumberCTRNS/A/2024/60168NameYogi M P SinghDate of filing09/08/2024SituationDisposal of appeal dated 23/01/2025Reply :- आवेदक द्वारा मांगी गयी सूचना सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी मीरजापुर द्वारा उपलब्ध करा दी गयी है जिसकी छाया प्रति संलग्न कर आवेदन निस्तारित किया जाता है।View Documents PIO Details FAA NAMEMIRZAPUR appellate [email protected] …
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बेमिसाल एक साल: झोटवाड़ा विकास कार्य में कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ का योगदान
झोटवाड़ा विकास: एक साल की झलक
कर्नल राठौड़ की प्राथमिकता झोटवाड़ा के हर वर्ग के विकास पर केंद्रित रही है। उनके नेतृत्व में, क्षेत्र में बुनियादी ढांचे से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता तक हर पहलू पर ध्यान दिया गया है।
1. बुनियादी ढांचे का कायाकल्प
झोटवाड़ा के विकास में सबसे बड़ा योगदान बुनियादी ढांचे को सशक्त बनाना रहा है।
सड़क निर्माण: क्षेत्र में 200 किमी से अधिक सड़कों का निर्माण और मरम्मत कार्य।
पेयजल सुविधाएं: जल वितरण नेटवर्क का आधुनिकीकरण और पानी की आपूर्ति में सुधार।
परिवहन सुविधाएं: नई बस सेवाओं और सार्वजनिक परिवहन के बेहतर प्रबंधन की शुरुआत।
2. शिक्षा में सुधार और डिजिटल युग की शुरुआत
कर्नल राठौड़ के प्रयासों ने शिक्षा प्रणाली को आधुनिक और समावेशी बनाने में मदद की।
डिजिटल क्लासरूम: सरकारी स्कूलों में स्मार्ट कक्षाओं की शुरुआत।
नई लाइब्रेरी: छात्रों के लिए डिजिटल और पारंपरिक पुस्तकालयों की स्थापना।
वित्तीय सहायता: गरीब छात्रों के लिए छात्रवृत्ति और मुफ्त कोचिंग सुविधाएं।
3. स्वास्थ्य सुविधाओं में अभूतपूर्व सुधार
स्वास्थ्य के क्षेत्र में कर्नल राठौड़ ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
नए अस्पताल: झोटवाड़ा में कई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और एक मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल का निर्माण।
स्वास्थ्य शिविर: मुफ्त चिकित्सा शिविरों और स्वास्थ्य जांच अभियान का आयोजन।
कोविड प्रबंधन: टीकाकरण अभियान को प्रभावी तरीके से चलाना और जरूरतमंदों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना।
4. स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण
झोटवाड़ा में स्वच्छता अभियान और पर्यावरण संरक्षण के लिए कई प्रयास किए गए हैं।
कचरा प्रबंधन प्रणाली: आधुनिक कचरा निपटान और पुनर्चक्रण इकाइयों की स्थापना।
पौधारोपण अभियान: हजारों पौधे लगाकर हरित क्षेत्र में वृद्धि।
साफ-सफाई अभियान: स्वच्छ भारत अभियान के तहत झोटवाड़ा को स्वच्छ और सुंदर बनाने के प्रयास।
5. युवा और खेल विकास
कर्नल राठौड़ के खेल प्रेम ने झोटवाड़ा में खेल संस्कृति को बढ़ावा दिया है।
खेल मैदानों का विकास: नए खेल परिसर और सुविधाओं का निर्माण।
युवा सशक्तिकरण कार्यक्रम: खेलों में रुचि रखने वाले युवाओं के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर।
खेल उपकरण वितरण: स्कूलों और समुदायों में खेल उपकरणों का वितरण।
झोटवाड़ा के नागरिकों की राय
कर्नल राठौड़ के प्रयासों का झोटवाड़ा के नागरिकों ने खुले दिल से स्वागत किया है।
नवीन कुमार (व्यापारी): “कर्नल राठौड़ के आने से झोटवाड़ा में विकास को नई दिशा मिली है।”
सुमन देवी (गृहिणी): “हमारे क्षेत्र की सड़कें और पानी की समस्याएं अब दूर हो गई हैं।”
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ का दृष्टिकोण
कर्नल राठौड़ का मानना है कि झोटवाड़ा का विकास समग्र और समावेशी होना चाहिए। उनके शब्दों में: “मेरा सपना है कि झोटवाड़ा विकास का प्रतीक बने। हर नागरिक को बेहतर सुविधाएं मिले और क्षेत्र आत्मनिर्भर बने।”
आगे की राह: झोटवाड़ा का भविष्य
कर्नल राठौड़ की योजना झोटवाड़ा को एक स्मार्ट और सतत विकासशील क्षेत्र में बदलने की है।
आने वाले प्रोजेक्ट्स:
स्मार्ट शहर सुविधाएं: डिजिटल सेवाओं और स्मार्ट टेक्नोलॉजी का उपयोग।
आधुनिक कृषि पहल: किसानों के लिए आधुनिक कृषि तकनीकों और बाजार तक पहुंच में सुधार।
शिक्षा और कौशल विकास केंद्र: युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर।
झोटवाड़ा का बेमिसाल साल
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ की मेहनत और समर्पण ने झोटवाड़ा को विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। ₹1112 करोड़ के निवेश और निरंतर प्रयासों ने क्षेत्र को एक नई पहचान दी है। यह न केवल झोटवाड़ा के लिए, बल्कि पूरे राजस्थान के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
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Cycle ka Avishkar Kisne Kiya | साइकिल का आविष्कार किसने किया
इस पोस्ट में आप जानेंगे कि Cycle ka Avishkar Kisne Kiya। पहले के जमाने में दुनिया की सारी आबादी साइकिल का इस्तेमाल करती थी। एक साइकिल परिवहन का एक किफायती, स्वच्छ रूप है। साइकिल का उपयोग करने के लिए किसी पेट्रोल की आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि, आधुनिक युग में बहुत कम लोग साइकिल का इस्तेमाल करते हैं। बाइक, कार और अन्य वाहनों के नए मॉडल हाल ही में बाजार में आए हैं, लेकिन पहला आधुनिक वाहन साइकिल था। क्योंकि आधुनिक ऑटोमोबाइल ईंधन और डीजल पर चलते हैं, जो हवा को प्रदूषित करते हैं, पूरी दुनिया अब वायु प्रदूषण से जूझ रही है। हालाँकि, साइकिल परिवहन का एक रूप है जो पर्यावरण को नष्ट नहीं करता है और अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। दूसरी ओर, इलेक्ट्रॉनिक वाहन, हाल ही में विकसित किए गए हैं और किसी भी वायु प्रदूषण में योगदान नहीं करते हैं। आपने कभी न कभी बाइक के पैडल जरूर मारे होंगे। आप सोच रहे होंगे कि इस समय साइकिल का आविष्कार किसने किया था। हमारे लिए साइकिल का आविष्कार किसने किया का वर्णन करें।
साइकिल का आविष्कार किसने किया था
साइकिल बनाने का श्रेय जर्मन वन अधिकारी कार्ल वॉन ड्रैस को जाता है। करीब 200 साल पहले 1817 में इतिहास की ��हली साइकिल बनाई गई थी। साइकिल के अलावा, कार्ल वॉन ड्रैस यूरोप के बिडेर्मियर युग के एक प्रसिद्ध आविष्कारक थे जिन्होंने कई अन्य वस्तुओं का भी निर्माण किया। कीबोर्ड के साथ पहला टाइपराइटर, सामान ले जाने के लिए साइकिल, 16-कैरेक्टर स्टेनोग्राफ मशीन, दुनिया की पहली मांस की चक्की, और 1812 में कागज पर पियानो संगीत लिखने के लिए एक उपकरण। कार्ल वॉन ड्रेस भी मान्यता के पात्र हैं।
बिना पैडल वाली लकड़ी की साइकिल कार्ल वॉन द्वारा बनाई गई थी। इस साइकिल का वजन करीब 23 किलो था। इस साइकिल को पैडल नहीं चलाया जा सकता था, इसलिए इसे धक्का देकर चलाया जाता था। मैनहेम और रेनौ के जर्मन शहरों में, कार्ल वॉन ने सार्वजनिक प्रदर्शनों का आयोजन किया। एक घंटे में यह साइकिल करीब 7 किमी का सफर तय कर सकती है।
ये भी पढ़े-
Bulb ka Avishkar Kisne Kiya ThaTrain ka Avishkar Kisne Kiya Radio ka Avishkar Kisne Kiya
साइकिल का आविष्कार कैसे और कब हुआ
इंडोनेशिया में माउंट टैम्बोरा ज्वालामुखी ने वर्ष 1815 में एक विशाल विस्फोट देखा, जिसका उत्तरी गोलार्ध के राष्ट्रों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा। नतीजतन, दुनिया भर के तापमान में महत्वपूर्ण गिरावट आई, उत्तरी गोलार्ध में फसलों पर सबसे खराब प्रभाव पड़ा। अकाल जैसी स्थितियों के उद्भव के परिणामस्वरूप कई पालतू जानवरों की मृत्यु हो गई, क्योंकि उस समय उनका उपयोग लोगों और वस्तुओं के परिवहन के लिए किया जाता था। उनके आसन्न निधन के कारण, साइकिल को पालतू जानवरों का सामान ले जाने के विकल्प के रूप में बनाया गया था।
बिना पैडल वाली लकड़ी की साइकिल कार्ल वॉन द्वारा बनाई गई थी। इस साइकिल का वजन करीब 23 किलो था। इस साइकिल को पैडल नहीं चलाया जा सकता था, इसलिए इसे धक्का देकर चलाया जाता था। मैनहेम और राइनाउ के जर्मन शहरों में, कार्ल वॉन ने सार्वजनिक प्रदर्शनों का आयोजन किया। एक घंटे में यह साइकिल करीब 7 किलोमीटर का सफर तय कर सकती थी।
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प्रखर राजनीतिज्ञ, विनम्र व कर्मठ व्यक्तित्व के धनी, सम्पूर्ण भारत में राष्ट्रीय राज मार्गों का जाल बिछाने वाले, भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं भारत सरकार में मा0 केन्द्रीय ��ड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी जी, आपको जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं ।
प्रभु श्री राम जी से प्रार्थना है कि आप दीर्घायु हों और सदैव स्वस्थ एवं प्रसन्न रहें ।
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1.वोगल सन्निकटन विधि की 2 टिप्स (2 Tips of Vogel Approximation Method),वोगल सन्निकटन विधि द्वारा परिवहन समस्या का हल (Solution of Transportation Problems by Vogel Approximation Method):
वोगल सन्निकटन विधि की 2 टिप्स (2 Tips of Vogel Approximation Method) के आधार पर परिवहन समस्याओं के सवालों को हल करके समझने का प्रयास करेंगे।
Read More:2 Tips of Vogel Approximation Method
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West singhbhum samman samaroh : जगन्नाथपुर झामुमो कार्यालय में सम्मान समारोह में युवा प्रतिभाओं को मिला प्रोत्साहन, मनहा मलिक, कामरान अंसारी और तंज़ील एबाद को परिवहन मंत्री दीपक बिरुवा ने किया सम्मानित
रामगोपाल जेना/जगन्नाथपुर : झारखंड सरकार के परिवहन मंत्री दीपक बिरुआ ने झामुमो कार्यालय में आयोजित समारोह में मनहा मलिक, तंज़ील एबाद और कामरान अंसारी को सम्मानित किया. इस दौरान बड़ी संख्या में गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे. (नीचे भी पढ़ें) मनहा मलिक ने नेशनल ताइक्वांडो में स्वर्ण पदक जीता, जबकि कामरान अंसारी ने मेंस बेस्ट डेडलिफ्ट प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन कर खिताब अपने नाम किया. वहीं, तंज़ील…
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UPSRTC New Bharti 2025- परिवहन विभाग भर्ती 2025, Authoritative Notice Out
UPSRTC Recruitment 2025: परिवहन विभाग की तरफ से 12000+ पदों पर भर्ती का नोटिस जारी किया गया है जिस भर्ती में Clerk, Bus Conductor And Various Post के साथ-साथ अन्य पदों पर भर्ती होने वाली है सैलरी इसमें 25000 से ज्यादा ही मिलेंगे। जिस भर्ती में ऑनलाइन के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं तो इस भर्ती में क्या योग्यता रखी गई है क्या आयु सीमा रहने वाली है कब से कब तक आवेदन करना होगा| तो इस भर्ती से जुड़ी…
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दिल्ली में 'आप' का किला क्यों ढहा? भाजपा की ऐतिहासिक वापसी के प्रमुख कारण?
AIN NEWS 1: दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की अप्रत्याशित हार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की 27 वर्षों बाद सत्ता में वापसी ने राजनीतिक विश्लेषकों और जनता के बीच कई सवाल खड़े कर दिए हैं। 2015 में 67 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत हासिल करने वाली 'आप' 2020 में 62 सीटों पर सिमट गई थी, और अब हालिया चुनावों में पार्टी मात्र 22 सीटों पर सिमट गई है। वहीं, भाजपा ने 2015 में 3 सीटों से शुरुआत कर 2020 में 8 सीटें जीतीं, और इस बार 48 सीटों के साथ सत्ता में आई है। मुख्य कारण: 1. सत्ता विरोधी लहर और अधूरे वादे: लगभग एक दशक तक दिल्ली में शासन करने के बाद, 'आप' ��रकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर बढ़ी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा यमुना की सफाई, सड़कों को पेरिस जैसा बनाने और स्वच्छ पानी ��पलब्ध कराने जैसे प्रमुख वादे पूरे नहीं हो सके, जिससे जनता में असंतोष बढ़ा। 2. भ्रष्टाचार के आरोप और नेतृत्व संकट: पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और अन्य शीर्ष नेताओं पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे, जिसके परिणामस्वरूप उनकी गिरफ्तारी भी हुई। इन घटनाओं ने पार्टी की स्वच्छ छवि को धूमिल किया और नेतृत्व में अस्थिरता आई। 3. आंतरिक कलह और संगठनात्मक कमजोरी: पार्टी के भीतर आंतरिक मतभेद और वरिष्ठ नेताओं के पार्टी छोड़ने से संगठनात्मक ढांचे में कमजोरी आई। निर्णय लेने में पारदर्शिता की कमी ने कार्यकर्ताओं और समर्थकों के मनोबल को प्रभावित किया। 4. 'रेवड़ी संस्कृति' की आलोचना: आप सरकार की मुफ्त बिजली, पानी और अन्य सुविधाओं की योजनाओं को विपक्ष ने 'रेवड़ी संस्कृति' कहकर आलोचना की। इन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में आई समस्याओं ने जनता के बीच नकारात्मक धारणा बनाई। 5. बुनियादी ढांचे में कमी: सड़क, परिवहन और स्वच्छता जैसे बुनियादी ढांचे के विकास में अपेक्षित प्रगति नहीं हो पाई। प्रदूषण, जलभराव और कूड़े के ढेर जैसी समस्याओं का समाधान नहीं होने से जनता में नाराजगी बढ़ी। 6. विपक्ष की मजबूत रणनीति: भाजपा ने आप सरकार की कमजोरियों को उजागर करने के लिए मजबूत रणनीति अपनाई। भ्रष्टाचार, विकास की कमी और अन्य मुद्दों पर केंद्रित अभियानों ने जनता के बीच आप के प्रति नकारात्मक धारणा बनाई। 7. गठबंधन की कमी और विपक्षी मतों का विभाजन: कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन नहीं होने के कारण विपक्षी मतों का विभाजन हुआ, जिसका सीधा लाभ भाजपा को मिला। कांग्रेस के मत प्रतिशत में बढ़ोतरी का नुकसान भी आप को भुगतना पड़ा। 8. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रभाव: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी चुनावी सभाओं में 'आप' को 'आपदा' करार देते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं में जोश भरा, जिससे आप की छवि पर विपरीत प्रभाव पड़ा। 9. पूर्वांचल समुदाय की उपेक्षा: दिल्ली की आबादी में पूर्वांचल से आए लोगों की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है। विपक्ष ने इस समुदाय की समस्याओं को नजरअंदाज करने के आरोप लगाते हुए आप सरकार को घेरा। 10. केजरीवाल की कथनी और करनी में अंतर: केजरीवाल ने राजनीति में नैतिकता और शुचिता की बात की, लेकिन शीशमहल के मुद्दे और अन्य विवादों ने उनकी विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाया। इन सभी कारणों ने मिलकर दि��्ली में 'आप' की राजनीतिक स्थिति को कमजोर किया और भाजपा को सत्ता में आने का मार्ग प्रशस्त किया। जनता के विश्वास को बनाए रखने में असफलता, अधूरे वादे, भ्रष्टाचार के आरोप, आंतरिक कलह और विपक्ष की मजबूत रणनीति ने 'आप' की हार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। https://youtu.be/rEl_aeXvqNo?si=5ICt3uiATtF711n9 The recent Delhi elections witnessed a significant shift in political dynamics, with the Aam Aadmi Party (AAP) experiencing a substantial decline due to unfulfilled promises, corruption allegations against its leadership, internal conflicts, and ineffective governance. In contrast, the Bharatiya Janata Party (BJP) capitalized on these shortcomings through a robust campaign strategy, addressing key voter concerns, and presenting a compelling alternative, leading to its resurgence in the capital's political landscape. Read the full article
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दिल्ली के दिल में भाजपा 🪷 | सत्ताईस साल बाद दिल्ली में खिला कमल! 🌸✨ — कर्नल राज्यवर्धन राठौड़
दिल्ली की जनता ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता में लाकर एक नया अध्याय लिखा है। 🏛️ सत्ताईस साल बाद दिल्ली में भाजपा की शानदार वापसी यह दर्शाती है कि जनता ने सुशासन, विकास और पारदर्शिता को चुना है।
केंद्रीय मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने इस प्रचंड जीत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व, भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत और दिल्लीवासियों के अपार विश्वास का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि “यह जीत दिल्ली के गौरव को पुनः स्थापित करने और एक नई दिशा में आगे बढ़ाने का संकेत है।”
🔹 क्यों खिला कमल? भाजपा की ऐतिहासिक जीत के प्रमुख कारण
1️⃣ पीएम मोदी के नेतृत्व में ‘विकसित भारत, विकसित दिल्ली’ का संकल्प
✅ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मजबूत नेतृत्व और ‘सबका साथ, सबका विकास’ के विजन पर भरोसा। ✅ दिल्ली को ‘विश्वस्तरीय स्मार्ट सिटी’ बनाने का संकल्प। ✅ युवाओं, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए जनकल्याणकारी योजनाओं की अपार लोकप्रियता।
2️⃣ आधारभूत संरचना और स्मार्ट दिल्ली का विजन
✅ यमुना किनारे सौंदर्यीकरण और स्वच्छता अभियान को नया जीवन। ✅ नई मेट्रो लाइनें, सड़कों का चौड़ीकरण और जलभराव मुक्त दिल्ली का संकल्प। ✅ डिजिटल और हरित दिल्ली की ओर बड़े कदम।
3️⃣ भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शी शासन
✅ ‘पारदर्शी प्रशासन’ पर जनता का विश्वास। ✅ जनता ने भ्रष्टाचार और वादाखिलाफी से तंग आकर बदलाव को अपनाया। ✅ अवैध कॉलोनियों को वैध करने और झुग्गीवासियों को सम्मानजनक आवास देने की प्रतिबद्धता।
4️⃣ महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा को प्राथमिकता
✅ ‘मिशन शक्ति’ और ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान को समर्थन। ✅ दिल्ली में महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल, CCTV और फास्ट-ट्रैक न्याय प्रणाली पर फोकस। ✅ रात्रि परिवहन व्यवस्था को और सुरक्षित बनाने के लिए कार्य।
5️⃣ दिल्ली की युवा शक्ति और रोजगार के नए अवसर
✅ स्टार्टअप इंडिया, डिजिटल इंडिया और स्किल इंडिया के तहत युवाओं को नया मंच। ✅ MSME और नई नौकरियों के अवसर बढ़ाने की नीति। ✅ डिजिटल टेक्नोलॉजी, आईटी और पर्यटन सेक्टर को बढ़ावा।
🏆 कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ का संदेश: “दिल्ली ने विकास को चुना, भाजपा को अपनाया!”
इस ऐतिहासिक जीत पर कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा:
“दिल्ली की जनता ने साफ संदेश दिया है — अब भ्रष्टाचार, झूठे वादे और ठगी नहीं, बल्कि सुशासन, विकास और पारदर्शिता चाहिए। भाजपा की जीत जनता की जीत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम दिल्ली को विश्वस्तरीय शहर बनाएंगे।”
🎉 जीत का जश्न और आगे की राह
🌟 जनता का आशीर्वाद भाजपा के साथ — दिल्ली में विकास की नई गाथा लिखी जाएगी। 🌟 भाजपा के विजन से दिल्ली का कायाकल्प — विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा, स्मार्ट परिवहन, रोजगार के नए अवसर। 🌟 ‘दिल्ली को सबसे स्वच्छ, सुंदर और सुरक्षित राजधानी बनाने’ की प्रतिबद्धता।
🚀 “दिल्ली बदलेगी, भारत बढ़ेगा!”
🪷 “भ्रष्टाचार मुक्त, सुशासन युक्त — अब दिल्ली भाजपा के साथ!” 🇮🇳 “जय हिंद! जय भाजपा! जय दिल्ली!” 🚀✨
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Our Vision is to Empower the People of India’s Villages: Col Rajyavardhan Rathore
हमारा विजन है भारत के गा��व के लोग सशक्त बनें: कर्नल राज्यवर्धन राठौड़
भारत गांवों का देश है, जहां देश की आत्मा बसती है। कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, एक ओलंपिक विजेता, सेना के पूर्व अधिकारी और एक कुशल राजनेता, ने हमेशा भारत के गांवों को सशक्त बनाने के लिए विशेष ध्यान दिया है। उनका सपना है कि हर गांव आत्मनिर्भर बने और देश की प्रगति में बराबरी से भागीदार बने।
गांवों को सशक्त बनाने का विजन
1. गांव क्यों हैं महत्वपूर्ण?
गांवों में देश की 65% आबादी निवास करती है। कर्नल राठौड़ मानते हैं कि:
गांवों का विकास, देश का विकास है।
आत्मनिर्भर गांव, देश को आर्थिक और सामाजिक मजबूती प्रदान करते हैं।
2. गांवों के सशक्तिकरण के प्रमुख क्षेत्र
a. शिक्षा और कौशल विकास
कर्नल राठौड़ का लक्ष्य है कि हर ग्रामीण बच्चा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और कौशल विकास का लाभ उठा सके।
गांवों में स्कूल और व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना।
डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना।
b. आधारभूत ढांचे का विकास
गांवों की प्रगति के लिए सुदृढ़ आधारभूत ढांचा अनिवार्य है।
सड़कों, परिवहन और संचार नेटवर्क का विकास।
हर घर में बिजली और स्वच्छ पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करना।
c. आत्मनिर्भरता को बढ़ावा
गांवों में रोजगार के साधन उपलब्ध कराने के लिए:
सूक्ष्म और कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देना।
किसानों को तकनीक, बाजार और ऋण की सुविधाएं प्रदान करना।
कर्नल राठौड़ के प्रमुख प्रयास
1. डिजिटल गांवों का निर्माण
ग्रामीण क्षेत्रों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी सुनिश्चित करना।
ई-गवर्नेंस सेवाओं को सुलभ और पारदर्शी बनाना।
2. कृषि को सशक्त बनाना
आधुनिक और टिकाऊ खेती के लिए नई तकनीकों का प्रचार।
फसल बीमा और सब्सिडी जैसी योजनाओं से किसानों को सहारा।
3. महिलाओं का सशक्तिकरण
कर्नल राठौड़ का मानना है कि महिलाओं के उत्थान से गांवों का विकास संभव है।
स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा।
स्वास्थ्य, शिक्षा और उद्यमशीलता पर जागरूकता अभियान।
चुनौतियां और समाधान
गांवों के सशक्तिकरण के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है:
सांस्कृतिक और तकनीकी अंतर को पाटना।
गरीबी और बेरोजगारी को कम करना।
जागरूकता अभियानों के माध्यम से बदलाव को अपनाने के लिए प्रेरित करना।
सशक्त गांवों का प्रभाव
गांवों को सशक्त बनाने से:
ग्रामीण अर्थव्यवस्था आत्मनिर्भर बनेगी।
शहरों की ओर पलायन कम होगा।
जीवन स्तर में स��धार और शहरी-ग्रामीण असमानता में कमी आएगी।
कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का विजन भारत को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने का है। उनके प्रयास शिक्षा, आधारभूत ढांचे और रोजगार के माध्यम से गांवों को मजबूत बनाने पर केंद्रित हैं। जब गांव सशक्त होंगे, तो भारत सही मायनों में वैश्विक शक्ति बन सकेगा।
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