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abhay121996-blog · 3 years ago
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खादी उत्पाद बिक्री करने वाले 75 रेलवे स्टेशनों में निजामुद्दीन स्टेशन भी हुआ शामिल Divya Sandesh
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खादी उत्पाद बिक्री करने वाले 75 रेलवे स्टेशनों में निजामुद्दीन स्टेशन भी हुआ शामिल
नई दिल्ली। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) में राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने सोमवार को हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर खादी प्रदर्शनी सह बिक्री स्टाल का उद्घाटन किया। निजामुद्दीन के अलावा नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भी एक खादी स्टॉल लगाया है जिसे ग्राहकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। 15 अगस्त को इस आउटलेट पर 25 हजार रुपये से अधिक के खादी उत्पाद बेचे गए।
खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने स्वाधीनता के 75 वर्ष का जश्न मनाने के लिये देश के 75 प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर खादी उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री के स्टॉल लगाये हैं। ये सभी स्टॉल अगले एक वर्ष तक यानी 2022 के स्वतंत्रता दिवस तक चलते रहेंगे। “आजादी का अमृत महोत्सव” के तहत केवीआईसी ने यह पहल की है।
निजामुद्दीन स्टेशन पर स्टाल के दौरे के दौरान मंत्री ने केवीआईसी के अधिकारियों को खादी उत्पादों की रेंज और मूल्य सूची को प्रमुखता से प्रदर्शित करने का निर्देश दिया ताकि रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को आकर्षित किया जा सके। उन्होंने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे खादी को अपने उपभोक्ता आधार में नए ग्राहक जोड़ने में मदद मिलेगी और खादी कारीगरों को अपने उत्पादों को बढ़ावा देने और बेचने के लिए एक बड़ा विपणन मंच मिलेगा।
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उल्लेखनीय है कि 75 रेलवे स्टेशनों में नई दिल्ली, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस मुम्बई, नागपुर, जयपुर, अहमदाबाद, सूरत, अम्बाला कैंट, ग्वालियर, भोपाल, पटना, आगरा, लखनऊ, हावड़ा, बेंगलुरू, एर्नाकुलम और अन्य रेलवे स्टेशन शामिल हैं। स्टेशनों के इन स्टॉलों पर खादी और ग्रामीण उद्योगों के उत्पाद, जैसे कपड़े, सिले-सिलाये कपड़े, खादी प्रसाधन, खाद्य-पदार्थ, शहद, मिट्टी के पात्र आदि उपलब्ध हैं। इस प्रदर्शनी और बिक्री स्टॉलों के जरिये देश के तमाम रेल-यात्रियों को स्थानीय खादी उत्पादों को खरीदने का मौका मिलेगा, खासतौर से सफर के दौरान रास्ते में पड़ने वाले इलाके या राज्य के अपने उत्पादों को। इस पहल से खादी के कारीगरों को अपने उत्पादों को बढ़ावा देने और उन्हें बेचने का बड़ा मंच मिलेगा।
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केवीआईसी के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि रेलवे और केवीआईसी के इस संयुक्त प्रयास से खादी के कारीगरों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा, “इन 75 रेलवे स्टेशनों के खादी स्टॉलों के प्रति बड़ी संख्या में खरीदार आकर्षित होंगे और इस तरह खादी उत्पादों की विस्तृत किस्मों को लोकप्रिय बनाने में मदद मिलेगी। इसके जरिये न सिर्फ “स्वदेशी” की भावना को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि सरकार की “वोकल फॉर लोकल” पहल को भी आधार मिलेगा।
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jainyupdates · 4 years ago
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बिहार चुनाव : सीएम पद की दावेदार पुष्पम प्रिया चौधरी दोनों सीटों पर पीछे
बिहार चुनाव : सीएम पद की दावेदार पुष्पम प्रिया चौधरी दोनों सीटों पर पीछे
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बिहार चुनाव नतीजे 2020 Live Result Updates
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बिहार विस चुनाव 2020 में नवगठित ‘द प्लूरल्स पार्टी’ की प्रमुख व सीएम पद पर दावा करने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी दोनों सीटों से पीछे चल रही हैं। वह पटना की बांकीपुर और मधुबनी की बिस्फी सीट से मैदान में हैं। बांकीपुर सीट पर कांग्रेस से शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा प्रिया के लिए चुनौती बने हैं तो बिस्फी…
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newsyaari · 4 years ago
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Pushpam Priya ; Going through Tricky Battle - बिहार चुनाव : सीएम पद की दावेदार पुष्पम प्रिया चौधरी दोनों सीटों से पीछे
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newsyatra · 4 years ago
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Pushpam Priya ; Facing Tough Fight - बिहार चुनाव : सीएम पद की दावेदार पुष्पम प्रिया चौधरी दोनों सीटों से पीछे
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बिहार विस चुनाव 2020 में नवगठित ‘द प्लूरल्स पार्टी’ की प्रमुख व सीएम पद पर दावा करने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी दोनों सीटों से पीछे चल रही हैं। वह पटना की बांकीपुर और मधुबनी की बिस्फी सीट से मैदान में हैं। बांकीपुर सीट पर कांग्रेस से शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा…
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shaileshg · 4 years ago
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बिहार में चुनाव की तारीखों की घोषणा अभी भले नहीं हुई है लेकिन सियासी सरगर्मी अपने उफान पर है। कहीं सीटों को लेकर दावेदारी है तो कहीं गठबंधन का पेंच फंसा है। कोई अपनी जीती हुई सीट छोड़ने को तैयार नहीं है तो कोई मुश्किल सीटों पर लड़ने से बच रहा है। जिसका जहां वोट बैंक है, उसके आधार पर अपनी जोर आजमाइश कर रहा है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भले कह रहे हैं कि एनडीए में सबकुछ ठीक है लेकिन लोजपा ने जिस तरह का रूख अख्तियार किया है, खासकर के जदयू के खिलाफ उससे लगता है कि कहीं न कहीं सीटों को लेकर पेंच जरूर है। आखिर ऐसा क्यों हैं इसे समझने की कोशिश करते हैं...
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दरअसल 2015 का विधानसभा चुनाव कई मायनों में थोड़ा अलग और दिलचस्प था। इस चुनाव में वर्षों के यार जुदा हो गए थे और पुराने धुर विरोधी एक हो गए थे। 20 साल बाद लालू और नीतीश एक साथ मिलकर महा गठबंधन(जिसमें कांग्रेस भी शामिल थी) के रूप में चुनाव लड़ रहे थे जबकि दूसरी ओर भाजपा, लोजपा, रालोसपा और हम पार्टी मिलकर उनका मुकाबला कर रही थीं। चुनाव परिणाम घोषित हुए तो महा-गठबंधन को बहुमत मिला, सरकार भी बनी लेकिन दोनों का साथ ज्यादा दिन नहीं चल सका और जुलाई 2017 में नीतीश महा-गठबंधन से अलग होकर फिर से एनडीए में आ गए। इस बार के चुनाव में जदयू, भाजपा, लोजपा और हम पार्टी साथ हैं तो वहीं रालोसपा एनडीए से अलग होकर महा-गठबंधन का हिस्सा हो गई है।
52 सीटों पर जदयू और भाजपा में सीधी टक्कर थी
2015 के पहले जदयू बड़े भाई की भूमिका में होती थी लेकिन इस बार भाजपा छोटे भाई की भूमिका में नहीं रहना चाहती है। राजनीतिक गलियारों में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों दल बराबर- बराबर सीटों पर चुनाव लड़ सकते हैं। अगर इस पर बात बन भी जाए तो मुश्किल यह है कि लोजपा और दूसरी सहयोगी पार्टियों को कितनी सीटें दी जाए।
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अगर सीटों का बंटवारा हो भी जाए तो कौन किस सीट से लड़ेगा, इस मसले को सुलझाना आसान नहीं होगा। क्योंकि पिछले चुनाव में 52 सीटों पर जदयू और भाजपा में सीधी टक्कर यानी यहां दोनों पार्टियां पहले और दूसरे नंबर पर थीं। इनमें से 28 जदयू और 24 सीटें भाजपा के खाते में गई थीं। 22 सीटों पर तो हार जीत का अंतर 10 हजार से भी कम था। जबकि जदयू और लोजपा 22 सीटों पर आमने- सामने थीं, इनमें से 21 पर जदयू को जीत मिली थी। इस बार लोजपा की पूरी कोशिश है कि उसे कम से कम वो सीटें तो मिले ही जिस पर पिछली बार उसने चुनाव लड़ा था, लेकिन मुश्किल यह है कि जदयू अपनी जीती हुई सीटें इतनी आसानी से कैसे देगी।
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आखिरी बार 2010 में भाजपा और जदयू एक साथ लड़ी थीं। उस वक्त भाजपा ने 102 और जदयू ने 141 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इनमें से 115 पर जदयू को और 91 सीटों पर भाजपा को जीत मिली थी।
14 सीटों पर राजद और कांग्रेस से लड़ी थी रालोसपा
पिछली बार रालोसपा एनडीए का हिस्सा थी। लेकिन इस बार वह महा-गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। 2015 में14 सीटों पर रालोसपा का मुकाबला राजद और कांग्रेस के साथ हुआ था। जिसमें से सिर्फ दो सीटों पर रालोसपा को जीत मिली थी।
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पिछले चुनाव में 8 सीटें ऐसी थीं जहां हार-जीत का अंतर एक हजार से भी कम था। इनमें से तीन राजद को, तीन भाजपा को और एक-एक जदयू और सीपीआई को मिली थी। तरारी सीट पर जीत-हार का अंतर 272 तो चनपटिया सीट पर सिर्फ 464 वोट का अंतर था।
अगर हम पिछले कुछ चुनावों को देखें तो कई दिलचस्प आंकड़े सामने आते हैं। कई ऐसी सीटें हैं जहां एक ही पार्टी लंबे समय से चुनाव जीत रही है तो कई ऐसी सीटें हैं जहां लंबे वक्त से किसी पार्टी को जीत नसीब नहीं हुई है।
21 सीटों पर भाजपा 15 या उससे ज्यादा साल से लगातार जीत रही है
कुम्हरार, बनमनखी और गया टाउन, ये तीन सीटें भाजपा की गढ़ रही हैं। यहां भाजपा 1990 से चुनाव जीत रही है। वहीं बांकीपुर, दानापुर और पटना सा��िब सीट पर भाजपा 1995 से जीत रही है। रामनगर, हाजीपुर, चनपटिया और रक्सौल सीट पर भाजपा 2000 से हारी नहीं है। इसके अलावा 11 ऐसी सीटें जहां भाजपा 2005 से लगातार जीत रही है। इस तरह कुल 243 सीटों में 21 पर भाजपा 15 या उससे ज्यादा साल से लगातार जीत रही है।
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जदयू की बात करें तो वह 17 सीटों पर 2005 से लगातार चुनाव जीत रही है। इनमें लौकहा, त्रिवेणीगंज,जोकिहाट,सिंघेश्वर और महाराजगंज जैसी सीटें शामिल हैं। हालांकि आंकड़ों के इस मुकाबले में कांग्रेस और राजद के हिस्से में कुछ खास नहीं है। कांग्रेस सिर्फ एक सीट (बहादुरगंज) पर तो राजद दरभंगा ग्रामीण और मनेर सीट पर 2005 से जीत रही है।
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इन आंकड़ों को देखें तो 28 सीटों पर भाजपा-जदयू लगातार 15 साल से जीतती आ रही है। इनमें से पिछली बार 10 सीटों पर दोनों आमने-सामने थीं। जिसमें से 3 पर भाजपा और 7 सीटों पर जदयू को जीत मिली थी।
बिहार चुनाव संबंधी ये खबरें भी आप पढ़ सकते हैं :
1. इस बार, मास्क की बहार / भाजपा ने सुशांत राजपूत की फोटो वाले 30 हजार मास्क बांटे, लोजपा ने बिहारी फर्स्ट वाले दो लाख मास्क बनाने का ऑर्डर दिया
2. बिहार में वर्चुअल कैंपेन:भाजपा के हर बूथ पर वॉट्सऐप प्रमुख, राजद जमीन से ज्यादा ट्विटर पर; कांग्रेस की डिजिटल मेंबरशिप और नीतीश के रथ पर पेनड्राइव में भाषण
3. 15 साल में कितना बदला बिहार / जीडीपी 7 गुना और बजट आठ गुना बढ़ा, लेकिन सबसे पांच गरीब राज्यों में आज भी शामिल, इस दौरान 2.6 गुना अपराध भी बढ़ा
4. बिहार में वोटिंग बढ़ी तो सरकार को फायदा / पिछले 20 साल में पांच बार विधानसभा के चुनाव हुए; तीन बार सीएम बदले, 6 बार नीतीश ने शपथ ली
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2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू महागठबंधन का हिस्सा थी और लोजपा एनडीए का। इस बार तीनों दल एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाले हैं।
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vsplusonline · 5 years ago
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कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या हुई 354, जानिए आपके राज्य का हाल
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कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या हुई 354, जानिए आपके राज्य का हाल
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महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित राज्य
रविवार दोपहर तक 354 संक्रमित
कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सभी सरकारें नए-नए फैसले ले रही हैं. पीएम मोदी के आह्वान पर देश में ‘जनता कर्फ्यू’ जारी है. उधर कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है. हालांकि पिछले दो दिनों की तुलना में रविवार को अभी तक कोरोना पॉजिटिव के मामले कम सामने आएं हैं लेकिन दो लोगों की मौत भी हो गई है.
पिछले 24 घंटे में कोरोना के लगभग 80 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं. जबकि दोपहर 2 बजे तक देश में कोरोना वायरस से संक्रमितों की कुल संख्या 354 हो गई है. देश में अब तक 6 लोगों की मौत हुई है. सबसे बुरा हाल महाराष्ट्र का है, जहां अभी तक 74 मामले सामने आए हैं. कोरोना से देश के 22 राज्य प्रभावित हैं.
सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में हैं, जहां 74 लोग कोरोना से पीड़ित हैं. वहीं केरल में 52, राजस्थान में 25, उत्तर प्रदेश में 27, दिल्ली में 26, हरियाणा में 22, तेलंगाना में 21, कर्नाटक में 20, गुजरात में 18, पंजाब में 13 और लद्दाख में भी 13 लोग इससे संक्रमित हैं. देश में कोरोना वायरस के कारण अब तक 4 लोगों की मौत हुई है.
सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में हैं, जहां 74 लोग कोरोना से पीड़ित हैं. जबकि दो लोगों की मौत हुई है. वहीं बिहार में भी दो मामले सामने आए हैं जिनमें से एक की मौत हो गई है जबकि दूसरे का पटना स्थित एनएमसीएच (नालंदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल) में इलाज चल रहा है. जबकि उत्तराखंड में 4, पश्चिम बंगाल में 5, तमिलनाडु में 7, चंडीगढ़ में 6, जम्मू-कश्मीर में 4, ओडिशा में 2, आंध्र प्रदेश में 5, छत्तीसगढ़ में 1, हिमाचल प्रदेश में 2, मध्य प्रदेश में 4, पुडुचेरी में 1..
पंजाब में 31 मार्च तक लॉकडाउन
पंजाब सरकार ने कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर रविवार को पूरे राज्य में 31 मार्च तक लॉकडाउन करने का फैसला किया है. पंजाब में अब तक कोरोना वायरस के 13 मामले सामने आए हैं.
महाराष्ट्र में शनिवार शाम से 10 मामले
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 74 हो गई है. शनिवार शाम से अब तक कोरोना संक्रमितों के 10 और मामले सामने आए हैं.
मथुरा की सीमाएं सील
मथुरा के प्रशासन ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जिले की सभी सीमाओं को सील कर दिया है. हरियाणा, राजस्थान से जुड़े मुख्य मार्गों को सील करने के साथ साथ आगरा, अलीगढ़, हाथरस जाने वाले मार्गों पर ��िगरानी भी बढ़ा दी गई है.
एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने रविवार को बताया, ‘‘कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता बरतने के निर्देश पर पड़ोसी जिलों और अन्य राज्यों से जुड़ी सभी सीमाओं को सील कर दिया है. सभी प्रमुख मार्गों पर पुलिस तैनात कर दी गई है. सिर्फ रोडवेज बसों को ही आवागमन की छूट दी जा रही है. इनकी संख्या भी बहुत कम है.’’
और पढ़ें- कोरोना वायरस पर रेलवे बोर्ड की बैठक, 25 मार्च तक बंद हो सकती है रेल सेवा
उन्होंने बताया कि जिले के सभी प्रवेश मार्गों पर अवरोधक लगाते हुए पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है. गैर राज्यों के लोगों का जनपद में प्रवेश रोक दिया गया है.
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toldnews-blog · 6 years ago
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राबड़ी को अंगूठा छाप कहने पर भड़के तेज प्रताप, पासवान को बताया 'महिषासुर' - Tej pratap yadav on ramvilas paswan insulting his mother rabri devi atrc
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केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम विलास पासवान ने बीते दिनों पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को लेकर विवादित बयान दिया था. हालांकि, पासवान ने राबड़ी का नाम लिए बगैर उन्हें अंगूठा छाप तक कह दिया था. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधितकरते हुए रामविलास पासवान ने कहा था कि बिहार में तो अंगूठा छाप लोग भी सीएम बन जाते हैं. इसी विवादित बयान को लेकर राबड़ी देवी के बड़े बेटे और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव आग बबूला हो गए.
उन्होंने रामविलास पासवान पर हमला बोलते हुए एक कार्टून जारी किया है जिसमें उनकी मां दुर्गा अवतार में है और वह खुद शेर के रूप में है और रामविलास पासवान को महिषासुर के रूप में दिखाया गया है. पोस्टर में दुर्गा के द्वारा ‘महिषासुर’ का वध करते हुए दिखाया गयाहै. कार्टून को जारी करते हुए तेज प्रताप यादव ने कहा, ‘रामविलासजी को इस तरह का अपशब्द एक महिला को लेकर बोलना शोभा नहीं देता. नारी जन्म देती है, ममता देती है और माफ भी कर देती है, लेकिन इतिहास साक्षी है कि नारी का अपमान करने वाले बड़े-बड़े रावण और दुर्योधन भीनहीं बचे तो इन मौकापरस्त नेताओं की क्या औकात है.’
तेज प्रताप ने कहा कि चुनाव नजदीक देखकर एनडीए के नेताओं की भाषा की मर्यादा गिरती जा रही है और वह इस तरीके की अभद्र टिप्पणी एक महिला पर कर रहे हैं जिन्होंने उनको 9 महीने अपने कोख में रखकर पाला पोषा है. तेज प्रताप ने कहा कि रामविलास पासवान को उनकी मां केलिए ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए था.
गौरतलब है कि रामविलास पासवान के द्वारा राबड़ी देवी पर इस टिप्पणी को लेकर उनकी बेटी आशा पासवान भी काफी नाराज हुई थीं और पटना में एकदिवसीय धरने पर बैठी थीं. आशा पासवान ने कहा था कि उनके पिता के द्वारा राबड़ी देवी पर की गई टिप्पणी अशोभनीय है. आशा पासवान नेअपने पिता से इस टिप्पणी के लिए माफी मांगने के लिए भी कहा था.
पासवान की पुत्री आशा पासवान ने उनकी कथित टिप्पणी पर नाराजगी जताई थी और कहा था, ‘पासवान माफी मांगें नहीं तो वह पटना स्थित लोजपा के प्रदेश मुख्यालय के समक्ष धरना देंगी. उन्होंने (पासवान) उक्त बयान देकर राबड़ी देवी को अपमानित किया है, इससे हम सभी महिलाएंदुखी हैं. उन्हें ऐसा नहीं बोलना चाहिए था.’ बता दें कि आशा पासवान रामविलास की पहली पत्नी राजकुमारी देवी की पुत्री हैं. आशा की शादी आरजेडी के एससी-एसटी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अरूण साधु से हुई है. वह रामविलास से अलग रही है���. वहीं, आशा के पति पासवान के खिलाफ आरजेडीके टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. 
दरअसल, आरजेडी ने केंद्र की मोदी सरकार द्वारा सामान्य वर्ग में आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण के प्रावधान को गलत करार दिया था. इसके बाद लोजपा प्रमुख रामविसाल पासवान ने राबड़ी देवी पर अप्रत्यक्ष रूप से हमला किया था. उन्होंने कहा था किबिहार में कोई भी अनपढ़ (अंगूठाछाप) मुख्यमंत्री बन जाता है. 1997 में राजद प्रमुख लालू प्रसाद के चारा घोटाला के मामले में गिरफ्तार होने के बाद लालू यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. साथ ही अपनी पत्नी राबड़ी देवी को बिहार का नया सीएम बनायाथा.
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manishajain001 · 4 years ago
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अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के मौत की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी या कोर्ट की निगरानी में गठित एसआईटी से कराने को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट में एक याचिका दायर हुई है। यह दिल्ली की एनजीओ 'लेट्स टॉक' की प्रमुख कंचन राय की ओर से भेजी गई है। याचिका में आरुषि तलवार जैसी कई आपराधिक घटनाओं का हवाले दिया गया और सुशांत की कथित आत्महत्या और रिया चक्रवर्ती की भूमिका को सवालों के घेरे में रखा गया है। याचिका में कई अनसुलझे पहलुओं पर स्थिति साफ होने की बात कही गई है।
वकील विकास सिंह दायर करेंगे कैविएट सुशांत मामले में कथित अभियुक्त रिया चक्रवर्ती ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। इससे इतर सुशांत के पिता की ओर से सीनियर एडवोकेट विकास सिंह भी कैविएट दाखिल करेंगे। विकास सिंह के मुताबिक, वो याचिका में उठाए गए हर सवाल का जवाब कोर्ट में देंगे ताकि सुशांत के लिए इंसाफ की कानूनी लड़ाई में असली अभियुक्त तक कानून का हाथ पहुंच सके।
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा- सुशांत की हत्या हुई है इसी मामले में भाजपा सांसद डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करके कहा कि सुशांत ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उनकी हत्या हुई है। सुशांत 14 जून को मुंबई के बांद्रा स्थित अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे। भाजपा सांसद ने ट्वीट में बताया कि आखिर उन्हें क्यों लगता है कि सुशांत सिंह राजपूत की हत्या हुई है। ट्वीट में उन्होंने एक डॉक्यूमेंट शेयर किया है। इसमें सुशांत के गले पर निशान की लोकेशन है । इसमें कहा गया है कि सुशांत के गले पर मिले निशान आत्महत्या की तरफ इशारा नहीं करते।
स्वामी ने जो डॉक्यूमेंट शेयर किया है उसमें सुशांत से जुड़े कुल 26 बिंदुओं पर बात की गई है। उनका दावा है कि इनमें से मात्र दो आत्महत्या की थ्योरी को सपोर्ट करते हैं। इसके अलावा सभी 24 बिंदुओं का इशारा हत्या की थ्योरी की ओर है।
सुब्रमण्यम स्वामी का ट्वीट ...
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सुशांत सुसाइड केस:मुंबई क्राइम ब्रांच से जानकारी ले रही बिहार पुलिस, बहन के साथ सुशांत के फ्लैट पर भी जाएगी; रिया की गिरफ्तारी हो सकती
सुशांत की मौत में ट्विस्ट:क्या गिरफ्तारी के डर से घर से गायब हुईं रिया चक्रवर्ती; बहन के साथ सुशांत के फ्लैट पर जांच के लिए बिहार पुलिस जाएगी
सुशांत सुसाइड केस:केस दर्ज होने के बाद सुप्रीम कोर्ट पहुंचीं रिया चक्रवर्ती, मामले को पटना से मुंबई ट्रांसफर करने की मांग को लेकर याचिका लगाई
पटना:सुशांत के भाई ने कहा- गिरफ्तार कर रिया से पूछताछ करे पुलिस, सच आ जाएगा सामने
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14 जून को अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में फांसी लगाकर जान दे दी थी।
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latest-news-pm · 5 years ago
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1. दिल्ली में कोरोना की जांच की कीमत 2,400 रुपए त�� कर दी गई है. गृह मंत्रालय ने बताया कि दिल्ली में कोरोना मरीज के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने के लिए 15-16 जून के बीच 1,77,692 की आबादी के लिए स्वास्थ्य सर्वेक्षण किया गया. गृह मंत्री के फैसले के बाद कोरोना (COVID-19) की जांच के लिए 15-16 जून को दिल्ली में 16,618 नमूने एकत्र किए गए. 2. लद्दाख में चीनी सैनिकाें से (India-China Tension) देश की सुरक्षा करने के दाैरान (Ladakh Martyr) शहीद हुए जवान सुनील कुमार का पार्थिव शरीर बुधवार की शाम करीब 6 बजे पटना एयरपाेर्ट (Patna Airport) पहुंचा. स्टेट हैंगर में बिहटा के सिकरिया पंचायत के तारानगर गांव निवासी 38 साल के जांबाज सुनील का शव लाया गया. 3. पटियाला के गांव सील के रहने वाले नायब सूबेदार Mandeep Singh का पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में हुए खूनी झड़प में शहीद हो गए. घनौर हलके (क्षेत्र) के गांव सील के रहने वाले मनदीप सिंह 1988 में पंजाब रेजिमेंट में भर्ती हुए थे. 4. लद्दाख में चीनी सैनिकाें से (India-China Tension) देश की सुरक्षा करने के दाैरान (Ladakh Martyr) शहीद हुए जवान Rajesh Oran का पार्थिव शरीर कोलकाता से बीरभूम ले जाया जाएगा.
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aapnugujarat1 · 5 years ago
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महाराष्ट्र में चोरों ने किसान के गोदाम से उड़ाए १ लाख के प्याज
प्याज की आसमान छूती कीमतों के बीच महाराष्ट्र में नासिक के रहने वाले एक किसान ने शिकायत दी है कि अज्ञात लोगों ने उसके गोदाम से एक लाख रुपये मूल्य के प्याज चुरा लिए है । पुलिस इंस्पेक्टर प्रमोद वाघ ने मंगलवार को बताया कि प्याज की खेती करने वाले किसान राहुल बाजीराव पगार ने सोमवार को प्याज चोरी की शिकायत की है । राहुल बाजीराव का कहना है कि कलवन तालुका में अपने गोदाम में उसने गर्मी के स्टॉक के रूप में २५ टन प्याज को ११७ प्लास्टिक क्रेटों में भरकर रखा था । लेकिन रविवार शाम उसे पता चला कि एक लाख रुपये मूल्य का प्याज भंडार से गायब है । इंस्पेक्टर वाघ ने बताया कि चोरी की शिकायत दर्ज कर ली गई है और अब उस प्याज को स्थानीय बाजार तथा पड़ोसी राज्य गुजरात में तलाशा जा रहा है । गौरतलब है कि नई दिल्ली समेत द��श के अन्य हिस्सों में प्याज ७० से ८० रुपये किलो मिल रहा है । प्याज की उपज लेने वाले प्रमुख राज्यों में सामान्य से अधिक बारिश के कारण प्याज की कीमतें इतनी बढ़ गई है । मंहगी प्याज की खबरों के बीच बिहार से भी प्याज के चोरी होने की खबरें आ चुकी है । बिहार के पटना जिले के फतुहा थाना क्षेत्र में शनिवार रात चोरों ने एक प्याज गोदाम से ३०० से ज्यादा बोरी प्याज चुरा ली और फरार हो गए । चोरी गई प्याज की कीमत करीब आठ लाख रुपये बताई जा रही है । Read the full article
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abhay121996-blog · 3 years ago
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75वें स्वतंत्रता दिवस पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तिरंगा फहराया Divya Sandesh
#Divyasandesh
75वें स्वतंत्रता दिवस पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तिरंगा फहराया
कठुआ। पूर्व एमएलसी सुभाष गुप्ता और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 75वें स्वतंत्रता दिवस पर जम्मू पठानकोट नेशन हाईवे स्थित छप्पर मोड़ पर नेता जी चौक पर तिरंगा फहराया। नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्मारक समिति ने नेताजी चौक जम्मू पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग छप्पर मोड पर देशभक्ति के उत्साह के साथ 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाया। 
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व एमएलसी सुभाष गुप्ता ने समारोह की शोभा बढ़ाते हुए तिरंगा झंडा फहराया। सभा को संबोधित करते हुए गुप्ता ने स्वतंत्रता सेनानियों और नेताजी सुभाष चंद्र बोस, महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू, सरदार भगत सिंह, चंद्र शेखर आजाद, सुखदेव और अन्य जैसे महान नेताओं के बलिदानों को याद किया, जिन्होंने 200 साल लंबी गुलामी के बाद ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की थी।
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पूर्व एमएलसी सुभाष गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि स्वतंत्र होने का अर्थ है, बोलने की स्वतंत्रता और देश के प्रत्येक नागरिक को मौलिक अधिकारों की स्वतंत्रता। गुप्ता ने कहा कि स्वतंत्रता का जीवन जीने के लिए स्वतंत्रता महत्वपूर्ण है। स्वतंत्रता के अभाव में हम गुलाम बन जाते। हमने जो आजादी हासिल की है, उसे सभी लोगों को महत्व देना चाहिए और अपने स्वतंत्रता सेनानियों को कभी नहीं भूलना चाहिए। इस अवसर पर प्रतिभागियों के बीच मिठाई का भी वितरण किया गया। 
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इस अवसर पर मास्टर भगवान दास नायब सरपंच, युगल किशोर बाली, रमेश कुंडेल, रामेश्वर शर्मा, राकेश खजूरिया, पना लाल, जगदीश चंदर, सन्नी शर्मा, अशोक कुमार, यशपाल सिंह मिंटू, सुखदेव सिंह, सत पाल चौधरी, बसखी राम, बिट्टू, रमेश लाल, मदन लाल डोगरा, शिव राम, गुलजारी लाल, ओम प्रकाश संगरा, मदन लाल, रामेश्वर शर्मा, पमू शर्मा सहित अन्य प्रमुख उपस्थित थे।
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supremenewstv-blog · 6 years ago
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सुशील कमार मोदी को तब यह भी कहना चाहिए कि नीतीश कुमार सही हैं : उपेंद्र कुशवाहा नयी दिल्ली / पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कथित ‘नीच' वाली टिप्पणी को लेकर उन्हें निशाना बनाते आ रहे रालोसपा प्रमुख एवं केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने गुरुवार को अपने हमले की तुलना 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रियंका गांधी पर किये गये हमले से की. मालूम हो कि उपेंद्र कुशवाहा सीट बंटवारे के मुद्दे पर असंतुष्ट चल रहे हैं. उन्होंने कई ट्वीट कर सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस समय गलत थे, जब भाजपा पर ‘नीच राजनीति' करने का आरोप लगाने के लिए उन्होंने 2014 में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी पर निशाना साधा था. कुशवाहा ने अपने इस आरोप को फिर से हवा दी कि कुमार ने उनके खिलाफ ‘नीच' शब्द का उपयोग कर उनका अपमान किया है. जदयू इस आरोप से इनकार कर चुका है. रालोसपा उस समय से मुख्यमंत्री कुमार पर हमला कर रहे हैं, जब उन्होंने एक कार्यक्रम में यह टिप्पणी की थी. एक कार्यक्रम में नीतीश से राजग में रालोसपा की बढ़ती असहजता के बारे में पूछा गया था. इस पर जदयू नेता नीतीश ने कहा था, ‘‘इतना नीचे मत गिरिये.' कुशवाहा के ताजा बयानों को इस बात का संकेत माना जा रहा है कि वह भाजपा नीत राजग से अलग हो सकते हैं. बिहार लोकसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारा व्यवस्था को लेकर कुशवाहा अप्रसन्न बताये जाते हैं. बिहार के मुख्यमंत्री के बचाव में उतरे राज्य के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को जवाब देते हुए कुशवाहा ने गुरुवार को कई ट्वीट किये. सुशील मोदी ने 12 नवंबर को ट्वीट कर कहा था कि कुमार ने ‘नीच' शब्द का कभी उपयेाग नहीं किया, किंतु कुछ लोग ‘शहीद' बनने का प्रयास कर रहे हैं. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के अध्यक्ष ने पलटवार करते हुए सवाल किया कि प्रधानमंत्री ने प्रियंका गांधी वाड्रा की टिप्पणी की जो व्याख्या की थी, वह क्या सुशील कुमार मोदी के अनुसार गलत थी. प्रियंका ने 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा पर हमला करते हुए ‘नीच राजनीति' शब्द का इस्तेमाल किया था. भाजपा के तत्कालीन प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी ने इस टिप्पणी को उनकी पिछड़ी जाति से जोड़ते हुए आरोप लगाया था कि उनकी पृष्ठभूमि पर हमला किया जा रहा है. कुशवाहा ने कहा, ‘‘सुशील कमार मोदी को तब यह भी कहना चाहिए कि नीतीश कुमार सही हैं तथा राज्य में 2015 के विधानसभा चुनाव के दौरान ‘डीएनए मुद्दे' पर दोनों नेताओं (नीतीश एवं नरेंद्र मोदी) के बीच वाकयुद्ध में नरेंद्र मोदी गलत थे.' वर्ष 2015 में जब भाजपा एवं जदयू एक दूसरे के विरोधी खेमों में थे, तो नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री की डीएनए टिप्पणी को लेकर प्रधानमंत्री के खिलाफ एक अभियान छेड़ दिया था. नीतीश ने अपने पार्टी ���नों से कहा था कि वे अपने बाल एवं नाखूनों के नमूने एकत्र कर दिल्ली भेजें, ताकि डीएनए की पुष्टि हो सके. बताया जाता है कि कुशवाहा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के इस प्रस्ताव से अप्रसन्न हैं कि उनकी पार्टी 2014 की तुलना में इस बार कम सीटों पर चुनाव लड़े. कुशवाहा ने गुरुवार को कहा कि वह सीटों के बंटवारे के मुद्दे पर शाह के साथ विचार विमर्श करेंगे. रालोसपा ने 2014 में तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था और तीनों पर ही उसे सफलता मिली थी. कुशवाहा ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा, ‘‘मैं दिल्ली जाने के लिए पटना से निकल रहा हूं. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ मेरी बैठक में मैं सीटों के बंटवारे पर बातचीत करूंगा.' भाजपा द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री को प्रसन्न रखने के प्रयासों के बीच राजनीतिक विश्लेषकों का ��ानना है कि यह बात कुशवाहा को रास नहीं आ रही है. कुशवाहा और नीतीश के संबंध पहले से ही अच्छे नहीं है. कुशवाहा 2014 से पहले राजग में शामिल हुए थे. इस बीच, रालोसपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रवक्ता माधव आनंद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जदयू द्वारा उनके सांसद रामकुमार शर्मा को लुभाने की खबरें हमारे इस आरोप की पुष्टि करती हैं कि नीतीश कुमार ‘जोड़तोड़' में शामिल हैं. आनंद ने कहा, ‘‘हमने सुना कि एक सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है, ताकि राजद नेता तेजस्वी यादव की गतिविधि पर नजर रखी जा सके. मुख्यमंत्री को एक अपने आवास के भीतर भी लगवाना चाहिए, जो बिहार के सभी लोगों के सामने कपटपूर्ण षड्यंत्रों को बेनकाब कर देगा.' National news desk Report by : Chandan Das
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globalexpressnews · 6 years ago
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नीतीश कुमार की पार्टी JDU चार राज्यों में बीजेपी के साथ नहीं, अपने दम पर लड़ेगी चुनाव नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता दल यूनइटेड के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में रविवार को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर गेंद भारतीय जनता पार्टी के पाले में डाल दिया. जदयू प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश ने कुमार कुछ वक्त के लिए ही सही, मगर ऐसी अटकलों पर विराम लगा दिया है, जिसमें कहा जा रहा था कि लोकसभा चुनाव से पहले ही वह बीजेपी से रिश्ता तोड़ देंगे या फिर सीटों की डिमांड करेंगे. जदयू ने अपनी ओर से साफ कर दिया है कि 2019 लोकसभा चुनाव बीजेपी के साथ ही मिलकर लड़ेगी. मगर रविवार की बैठक में नीतीश कुमार ने साफ कर दिया कि वह अभी बीजेपी की ओर से इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि भाजपा उन्हें लोकसभा चुनाव में कितनी सीटों का ऑफर करती है. यानी नीतीश कुमार ने बीजेपी के पाले में पासा फेंक दिया है कि वह एनडीए को बचाना चाहती है या नहीं. बिहार में एनडीए का कुनबा संभालने की जिम्मेदारी अब भाजपा के हाथों में... जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा कि 'हम न बीजेपी की मदद कर रहे हैं, न सपोर्ट कर रहे हैं और न ही विरोध कर रहे हैं. जनता दल यूनाइटे चार राज्यों में अपने दम पर अकेली चुनाव लड़ेगी. आगे उन्होंने कहा कि गुजरात, नागालैंड और कर्नाटक में हमने सीमित सीटों पर चुनाव लड़ा. हम अपनी पार्टी के एजेंडा पर चल रहे हैं.' जनता दल यूनाइटेड राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जो लोग हमें किनारा करने के प्रयास में लगे हैं वो लोग खु�� ही किनारे हो जायेंगे. नीतीश ने अपनी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि हमको एलिमिनेट करने वाला कोई नहीं हैं आप लोग घबराये मत. JDU की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में बोले नीतीश, हमें किनारा करने वाले खुद किनारे हो जाएंगे नीतीश कुमार के भाषण से साफ़ था कि फ़िलहाल तालमेल और सीटों के संबंध में उन्हें कोई जल्दबाज़ी नहीं है. नीतीश पहले भाजपा के तरफ़ से सीटों की संख्या के बारे में सुन लेना चाहते हैं, तब वो इस संबंध में कोई मन बनाना चाहते हैं. अब सबकी निगाहें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित साह के इस हफ़्ते पटना यात्रा पर होगी, जब 12 जुलाई को वो नीतीश कुमार के साथ बैठक करेंगे. बता दें कि पिछले साल लालू यादव और कांग्रेस के साथ गठबंधन तोड़ने के बाद नीतीश कुमार ने एक बार फिर से अपने पुराने साथ बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाया था. मगर बीते कुछ समय से ऐसी खबरें आ रही हैं कि नीतीश कुमार और बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं है. ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं, कि नीतीश कुमार बीजेपी का साथ छोड़ एक बार फिर से विपक्षी महागठबंन की ओर अपने कदम बढ़ा सकते हैं. मगर अभी दिल्ली की बैठक से कुछ समय के लिए ऐसी अटकलों पर विराम लगता दिख रहा है. नीतीश की गिरिराज सिंह को दो टूक, कहा- सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने वाले को छोड़ेंगे नहीं बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग के मुद्दे पर केंद्र सरकार से नराज चल रहे हैं. बता दें कि नीतीश कुमार के लिए वोट बैंक के लिहाज से बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग किसी संजीवनी से कम नहीं है. टिप्पणियां
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indiawriters-blog · 7 years ago
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SC/ST एक्ट के विरोध में भारत बंद, 9 लोगों की मौत, MP में सबसे ज्यादा 6 की मौत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम को कथित तौर पर शिथिल किये जाने के विरोध में दलित संगठनों के राष्ट्रव्यापी बंद के चलते कई राज्यों में जनजीवन प्रभावित हुआ, जबकि कई जगह प्रदर्शन ने हिंसक मोड़ ले लिया जिसमें कम से कम 9 लोगों की मौत हो गयी और अनेक लोग घायल हुए. हिंसा का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि मध्य प्रदेश में 6 लोगों की मौत हो गई है. जबकि राजस्थान में 1 और उत्तर प्रदेश में 2 व्यक्ति की जान चली गई. कई राज्यों ने बंद के मद्देनजर शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया था और संचार एवं रेल समेत परिवहन सेवाएं अस्थायी तौर पर रोक दी थीं. प्रदर्शनकारियों के मार्च के चलते लुटियंस दिल्ली में ट्रैफिक की रफ्तार थम गयी. प्रदर्शनकारियों ने मंडी हाउस पर एकत्रित होकर उच्चतम न्यायालय के उस फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया जिसमें अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के कथित उत्पीड़न के मामलों में स्वत: गिरफ्तारी और मामले दर्ज किए जाने पर रोक लगायी गयी है. प्रदर्शनकारियों ने मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन के बाहर सड़क जाम कर दी जिससे यातायात थम गया और आईटीओ व यहां से होकर जानेवाले अन्य मार्��ों के यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा. इस बीच, मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पंजाब से आगजनी और तोड़फोड़ की खबरें हैं. मध्यप्रदेश में गोलीबारी में एक छात्र नेता समेत पांच लोगों की मौत तथा कई अन्य के घायल होने के बाद मुरैना, ग्वालियर और भिंड जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. भिंड के पुलिस अधीक्षक प्रशांत खरे ने बताया कि प्रदर्शनकारियों की गोलीबारी में छह व्यक्तियों के घायल होने के उपरांत स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सेना बुला ली गयी. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि ग्वालियर में हिंसा भड़कने के बाद एक व्यक्ति गोली लगने घायल हो गया और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. भिंड के पुलिस अधीक्षक प्रशांत खरे ने बताया, ‘भारत बंद में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़कने के बाद स्थिति को काबू में करने के लिए भिंड सहित जिले के मेहगांव, लहार, गोहद और मछेन्द्र कस्बे में कर्फ्यू लगाया गया.है. जिले में प्रदर्शनकारियों द्वारा गोली चलाने से छह लोग घायल हो गये हैं.’ उन्होंने बताया कि स्थिति को काबू करने के लिये जिले में सेना को बुलाया गया है. दलितों ने पंजाब के जालंधर, पटियाला, होशियारपुर, रोपड, भठिंडा, फिरोजपुर, कपूरथला, और फगवाड़ा में प्रदर्शन किये. हरियाणा के पंचकूला, अंबाला, कैथल, हिसार, रोहतक, यमुनानगर, फरीदाबाद तथा गुरूग्राम और चंडीगढ़ में प्रदर्शन किये. इस दौरान दुकानें बंद रहीं और सड़कों से यातायात नदारत रहा. दिल्ली और लाहौर के बीच चलनेवाली भारत-पाक बस सेवा सदा-ए-सरहद भी बाधित रही. लाहौर जानेवाली बस को श्रीहिंद में रोका गया और दिल्ली जा रही बस को अमृतसर में. पुलिस ने बताया कि बाद में बसें गंतव्य की ओर रवाना होंगी. भोपाल से मिली रिपोर्ट में मुरैना के एसडीएम उमेश शुक्ला ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्र नेता राहुल पाठक की गोली लगने से मौत हो गयी. भारत बंद के दौरान हुए विरोध प्रदर्शन में गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया और इलाज के लिये अस्पताल ले जाने के दौरान उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. शुक्ला ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा बढ़ने पर पूरे मुरैना शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है. ग्वालियर संभाग के आयुक्त बीएम शर्मा ने बताया, विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़कने से ग्वालियर शहर के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लगाया गया है. वहीं, उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन के दौरान दो, जबकि राजस्थान में एक व्यक्ति की मौत हो गयी. ‘उधर, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शांति की अपील की है. कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अनुसूचित जाति. जनजाति अधिनियम पर उच्चतम न्यायालय के फैसले में कोई पक्षकार नहीं है और वह इस फैसले के पीछे दिये गये तर्क से ‘ससम्मान’ असहमत है. सरकार ने इस मामले पर एक समग्र समीक्षा याचिका भी दायर की है. केंद्रीय ��ंत्री और महत्वपूर्ण दलित नेता एवं राजग के सहयोगी लोजपा के प्रमुख रामविलास पासवान ने याचिका दायर करने का शीघ्र निर्णय लेने पर केंद्र सरकार की सराहना की और कांग्रेस पर बाबा साहब अांबेडकर के नाम पर कुछ नहीं करने का आरोप लगाया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शांति बनाये रखने तथा कानून-व्यवस्था नहीं बिगाड़ने की अपील की, क्योंकि आजमगढ़ समेत कई जिलों से हिंसा की खबरें आयी हैं. आजमगढ़ में प्रदर्शनकारियों ने राज्य परिवहन की दो बसें जला दीं जिससे कई यात्री घायल हो गये. आगरा, हापुड़ और मेरठ में भी प्रदर्शन हिंसक हो गया. उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया कि आगरा, संभल और हापुड़ में स्थिति नियंत्रण में है तथा वहां दंगारोधी पुलिस तैनात की गयी है. उन्होंने कहा, ‘हमने केंद्र से और बल मांगा है जिसे वहां तैनात किया जायेगा. हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं जो नियंत्रण में है.’ अधिकारियों के अनुसार सप्तक्रांति एक्सप्रेस, उत्कल एक्सप्रेस, भुवनेश्वर राजधानी एवं कानपुर शताब्दी जैसी कई ट्रेनें मेरठ में गाजियाबाद से पहले और मोदीनगर में रोक दी गयी. हरियाणा के अंबाला और रोहतक में तथा हरियाणा एवं पंजाब की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में भी प्रदर्शन हुआ. राजस्थान में पुलिस सूत्रों के अनुसार जयपुर, अजमेर, बाडमेर, जोधपुर, श्रीगंगानगर, उदयपुर, सीकर में बंद समर्थकों और पुलिस में हल्की झड़प हुई. जयपुर में टोंक रोड पर बंद समर्थकों ने कुछ वाहनों के शीशे ���ोड़ दिये और दुकानों में तोड़फोड़ की और गांधी नगर रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ी को रोकने की सूचना है. बंद समर्थकों ने अजमेर में भी दुकानें बंद करवाने को लेकर तोड़फोड़ की और वाहनों को नुकसान पहुंचाया. जयपुर, अलवर, कोटा, बीकानेर, दौसा, अजमेर, सीकर सहित कई स्थानों पर बंद समर्थकों ने दुकानें एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान जबरन बंद करवाये. दुकानदारों और बंद समर्थकों में झड़प भी हुई. बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी दलों तथा सत्तापक्ष के भी कुछ विधायकों ने मांग की कि इस विषय पर केंद्र से हस्तक्षेप की अपील करते हुए विधानमंडल से एक प्रस्ताव पारित किया जाये. प्रदर्शनकारी पटना जंक्शन पर पहुंचे और उन्होंने वहां टिकट बिक्री काउंटर बंद करवा दिये. वे रेलमार्ग पर धरने पर बैठ गये जिसे कई ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई. ओड़िशा के भी कई हिस्सों में सामान्य जनजीवन आंशिक रूप से प्रभावित रहा. झारखंड की राजधानी रांची से प्राप्त खबरों के अनुसार, दलित संगठनों के बंद का प्रभाव झारखंड पर पड़ा. ज्यादातर दुकानदारों ने हिंसा की आशंका से अपनी अपनी दुकान पहले ही बंद क�� दी थी. जमशेदपुर के बाहरी इलाके पलासबोनी में प्रदर्शनकारियों ने तड़के सामानों से लदे एक ट्रक को फूंक दिया. पुलिस उपाधीक्षक सुधीर कुमार के अनुसार, शहर के विभिन्न भागों से 652 लोग हिरासत में लिये गये हैं. बंद के दौरान राजधानी रायपुर समेत छत्तीसगढ़ के अन्य शहरों बिलासपुर, रायगढ़ में दुकानें बंद रही. वहीं, कुछ स्कूलों में बच्चों को छुट्टी दे दी गयी थी. छत्तीगढ़ की राजधानी रायपुर के अांबेडकर चौक में बंद समर्थकों ने सड़क को जाम कर दिया था जिससे यातायात में परेशानी हुई. ‘भारत बंद’ से देश के विभिन्न हिस्सों में रेल सेवा भी प्रभावित हुई. राजस्थान में भी 1 की मौत, 30 घायल हिंसा के दौरान राजस्थान के अलवर में पवन नाम के व्यक्ति की मौत हो गई. वहीं, हिंसक झड़प में करीब 30 लोग जख्मी हुए हैं. राजस्थान के बाड़मेर, अलवर, सीकर, झुंझुनू, जालौर और बीकानेर समेत कुल 6 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बैन की गई हैं. अलवर के दाउदपुर में रेल की पटरी उखाड़ दी गई. इसके कारण रेलवे लाइन बाधित हो गई. तीन वाहनों को आग के हवाले कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने खैरथल थाने में आग लगा दी और डिप्टी एसपी की पिटाई कर दी. कलेक्टर आठ बजे तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी है. भरतपुर में महिलाओं ने सड़क जाम किया. बाड़मेर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़प में 25 लोग घायल हो गए. सांचौर और पुष्कर में 30 से ज्यादा मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया गया. इसके अलावा जयपुर में भीड़ ने शोरूम में भी तोड़फोड़ की.SC/ST एक्ट के विरोध में भारत बंद, 9 लोगों की मौत, MP में सबसे ज्यादा 6 की मौत April 3, 2018 Tikeshwar Chaudhary Comment(0) नयी दिल्ली. अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम को कथित तौर पर शिथिल किये जाने के विरोध में दलित संगठनों के राष्ट्रव्यापी बंद के चलते कई राज्यों में जनजीवन प्रभावित हुआ, जबकि कई जगह प्रदर्शन ने हिंसक मोड़ ले लिया जिसमें कम से कम 9 लोगों की मौत हो गयी और अनेक लोग घायल हुए. हिंसा का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि मध्य प्रदेश में 6 लोगों की मौत हो गई है. जबकि राजस्थान में 1 और उत्तर प्रदेश में 2 व्यक्ति की जान चली गई. कई राज्यों ने बंद के मद्देनजर शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया था और संचार एवं रेल समेत परिवहन सेवाएं अस्थायी तौर पर रोक दी थीं. प्रदर्शनकारियों के मार्च के चलते लुटियंस दिल्ली में ट्रैफिक की रफ्तार थम गयी. प्रदर्शनकारियों ने मंडी हाउस पर एकत्रित होकर उच्चतम न्यायालय के उस फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया जिसमें अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के कथित उत्पीड़न के मामलों में स्वत: गिरफ्तारी और मामले दर्ज किए जाने पर रोक लगायी गयी है. प्रदर्शनकारियों ने मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन के बाहर सड़क जाम कर दी जिससे यातायात थम गया और आईटीओ व यहां से होकर जानेवाले अन्य मार्गों के यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा. इस बीच, मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पंजाब से आगजनी और तोड़फोड़ की खबरें हैं. मध्यप्रदेश में गोलीबारी में एक छात्र नेता समेत पांच लोगों की मौत तथा कई अन्य के घायल होने के बाद मुरैना, ग्वालियर और भिंड जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. भिंड के पुलिस अधीक्षक प्रशांत खरे ने बताया कि प्रदर्शनकारियों की गोलीबारी में छह व्यक्तियों के घायल होने के उपरांत स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सेना बुला ली गयी. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि ग्वालियर में हिंसा भड़कने के बाद एक व्यक्ति गोली लगने घायल हो गया और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. भिंड के पुलिस अधीक्षक प्रशांत खरे ने बताया, ‘भारत बंद में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़कने के बाद स्थिति को काबू में करने के लिए भिंड सहित जिले के मेहगांव, लहार, गोहद और मछेन्द्र कस्बे में कर्फ्यू लगाया गया.है. जिले में प्रदर्शनकारियों द्वारा गोली चलाने से छह लोग घायल हो गये हैं.’ उन्होंने बताया कि स्थिति को काबू करने के लिये जिले में सेना को बुलाया गया है. दलितों ने पंजाब के जालंधर, पटियाला, होशियारपुर, रोपड, भठिंडा, फिरोजपुर, कपूरथला, और फगवाड़ा में प्रदर्शन किये. हरियाणा के पंचकूला, अंबाला, कैथल, हिसार, रोहतक, यमुनानगर, फरीदाबाद तथा गुरूग्राम और चंडीगढ़ में प्रदर्शन किये. इस दौरान दुकानें बंद रहीं और सड़कों से यातायात नदारत रहा. दिल्ली और लाहौर के बीच चलनेवाली भारत-पाक बस सेवा सदा-ए-सरहद भी बाधित रही. लाहौर जानेवाली बस को श्रीहिंद में रोका गया और दिल्ली जा रही बस को अमृतसर में. पुलिस ने बताया कि बाद में बसें गंतव्य की ओर रवाना होंगी. भोपाल से मिली रिपोर्ट में मुरैना के एसडीएम उमेश शुक्ला ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्र नेता राहुल पाठक की गोली लगने से मौत हो गयी. भारत बंद के दौरान हुए विरोध प्रदर्शन में गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया और इलाज के लिये अस्पताल ले जाने के दौरान उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. शुक्ला ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा बढ़ने पर पूरे मुरैना शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है. ग्वालियर संभाग के आयुक्त बीएम शर्मा ने बताया, विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़कने से ग्वालियर शहर के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लगाया गया है. वहीं, उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन के दौरान दो, जबकि राजस्थान में एक व्यक्ति की मौत हो गयी. ‘उधर, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शांति की अपील की है. कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अनुसूचित जाति. जनजाति अधिनियम पर उच्चतम न्यायालय के फैसले में कोई पक्षकार नहीं है और वह इस फैसले के पीछे दिये गये तर्क से ‘ससम्मान’ असहमत है. सरकार ने इस मामले पर एक समग्र समीक्षा याचिका भी दायर की है. केंद्रीय मंत्री और महत्वपूर्ण दलित नेता एवं राजग के सहयोगी लोजपा के प्रमुख रामविलास पासवान ने याचिका दायर करने का शीघ्र निर्णय लेने पर केंद्र सरकार की सराहना की और कांग्रेस पर बाबा साहब अांबेडकर के नाम पर कुछ नहीं करने का आरोप लगाया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शांति बनाये रखने तथा कानून-व्यवस्था नहीं बिगाड़ने की अपील की, क्योंकि आजमगढ़ समेत कई जिलों से हिंसा की खबरें आयी हैं. आजमगढ़ में प्रदर्शनकारियों ने राज्य परिवहन की दो बसें जला दीं जिससे कई यात्री घायल हो गये. आगरा, हापुड़ और मेरठ में भी प्रदर्शन हिंसक हो गया. उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया कि आगरा, संभल और हापुड़ में स्थिति नियंत्रण में है तथा वहां दंगारोधी पुलिस तैनात की गयी है. उन्होंने कहा, ‘हमने केंद्र से और बल मांगा है जिसे वहां तैनात किया जायेगा. हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं जो नियंत्रण में है.’ अधिकारियों के अनुसार सप्तक्रांति एक्सप्रेस, उत्कल एक्सप्रेस, भुवनेश्वर राजधानी एवं कानपुर शताब्दी जैसी कई ट्रेनें मेरठ में गाजियाबाद से पहले और मोदीनगर में रोक दी गयी. हरियाणा के अंबाला और रोहतक में तथा हरियाणा एवं पंजाब की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में भी प्रदर्शन हुआ. राजस्थान में पुलिस सूत्रों के अनुसार जयपुर, अजमेर, बाडमेर, जोधपुर, श्रीगंगानगर, उदयपुर, सीकर में बंद समर्थकों और पुलिस में हल्की झड़प हुई. जयपुर में टोंक रोड पर बंद समर्थकों ने कुछ वाहनों के शीशे तोड़ दिये और दुकानों में तोड़फोड़ की और गांधी नगर रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ी को रोकने की सूचना है. बंद समर्थकों ने अजमेर में भी दुकानें बंद करवाने को लेकर तोड़फोड़ की और वाहनों को नुकसान पहुंचाया. जयपुर, अलवर, कोटा, बीकानेर, दौसा, अजमेर, सीकर सहित कई स्थानों पर बंद समर्थकों ने दुकानें एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान जबरन बंद करवाये. दुकानदारों और बंद समर्थकों में झड़प भी हुई. बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी दलों तथा सत्तापक्ष के भी कुछ विधायकों ने मांग की कि इस विषय पर केंद्र से हस्तक्षेप की अपील करते हुए विधानमंडल से एक प्रस्ताव पारित किया जाये. प्रदर्शनकारी पटना जंक्शन पर पहुंचे और उन्होंने वहां टिकट बिक्री काउंटर बंद करवा दिये. वे रेलमार्ग पर धरने पर बैठ गये जिसे कई ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई. ओड़िशा के भी कई हिस्सों में सामान्य जनजीवन आंशिक रूप से प्रभावित रहा. झारखंड की राजधानी रांची से प्राप्त खबरों के अनुसार, दलित संगठनों के बंद का प्रभाव झारखंड पर पड़ा. ज्यादातर दुकानदारों ने हिंसा की आशंका से अपनी अपनी दुकान पहले ही बंद कर दी थी. जमशेदपुर के बाहरी इलाके पलासबोनी में प्रदर्शनकारियों ने तड़के सामानों से लदे एक ट्रक को फूंक दिया. पुलिस उपाधीक्षक सुधीर कुमार के अनुसार, शहर के विभिन्न भागों से 652 लोग हिरासत में लिये गये हैं. बंद के दौरान राजधानी रायपुर समेत छत्तीसगढ़ के अन्य शहरों बिलासपुर, रायगढ़ में दुकानें बंद रही. वहीं, कुछ स्कूलों में बच्चों को छुट्टी दे दी गयी थी. छत्तीगढ़ की राजधानी रायपुर के अांबेडकर चौक में बंद समर्थकों ने सड़क को जाम कर दिया था जिससे यातायात में परेशानी हुई. ‘भारत बंद’ से देश के विभिन्न हिस्सों में रेल सेवा भी प्रभावित हुई. राजस्थान में भी 1 की मौत, 30 घायल हिंसा के दौरान राजस्थान के अलवर में पवन नाम के व्यक्ति की मौत हो गई. वहीं, हिंसक झड़प में करीब 30 लोग जख्मी हुए हैं. राजस्थान के बाड़मेर, अलवर, सीकर, झुंझुनू, जालौर और बीकानेर समेत कुल 6 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बैन की गई हैं. अलवर के दाउदपुर में रेल की पटरी उखाड़ दी गई. इसके कारण रेलवे लाइन बाधित हो गई. तीन वाहनों को आग के हवाले कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने खैरथल थाने में आग लगा दी और डिप्टी एसपी की पिटाई कर दी. कलेक्टर आठ बजे तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी है. भरतपुर में महिलाओं ने सड़क जाम किया. बाड़मेर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़प में 25 लोग घायल हो गए. सांचौर और पुष्कर में 30 से ज्यादा मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया गया. इसके अलावा जयपुर में भीड़ ने शोरूम में भी तोड़फोड़ की.
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abhay121996-blog · 3 years ago
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खेल प्रेमियों ने कहा, तुम वंडर हो नीरज, हमें तुम पर गर्व है Divya Sandesh
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खेल प्रेमियों ने कहा, तुम वंडर हो नीरज, हमें तुम पर गर्व है
गाजियाबाद। भारतीय एथलीट नीरज चौपड़ा ने ओलम्पिक में भाला फेंक (जैवलिन थ्रो) प्रतियोगिता गोल्ड मेडल हासिल कर पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन कर नया इतिहास रच दिया है। 13 साल बाद देश में कोई गोल्ड मेडल आया है। जिसके बाद पूरे भारत वर्ष के साथ-साथ गाजियाबाद में भी जश्न का माहौल है। जैसे ही नीरज चौपड़ा द्वारा गोल्ड मैडल जीतने की खबर मिली, लोग खुशी से झूम उठे। खेल प्रेमी नीरज पर अभिमान कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष डॉ पीएन अरोड़ा ने नीरज चोपड़ा को बधाई देते हुए इसे देश के लिए गर्व का क्षण बताया। उन्होंने कहा कि नीरज चोपड़ा ने आज जो हासिल किया है, उसे हमेशा याद रखा जायेगा। युवा नीरज ने असाधारण प्रदर्शन किया। नीरज चोपड़ा ने आज जो हासिल किया है, उसे हमेशा याद रखा जायेगा।
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खेल प्रेमी व उद्योगपति संजीव गुप्ता का कहना है कि वास्तव में नीरज ने साबित कर दिया है कि भारत में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि इस जीत का श्रेय नीरज के साथ-साथ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी जाता है। ओलंपिक में भाग ले रहे हैं खिलाड़ियों को जिस तरह नरेंद्र मोदी जी ने उत्साहित किया। यही मनोबल ��नके काम आया है और आज हम स्वर्ण पदक जीतने की स्थिति में हैं। उत्तर प्रदेश शूटिंग बॉल फेडरेशन के अध्यक्ष अजय प्रमुख ने कहा कि जैवलिन थ्रो में जो नीरज चोपड़ा ने गोल्ड जीता है और भारत का मान बढ़ाया है। विपरीत परिस्तिथियों में चौपड़ा ने अपने बलबूते पर जो सफलता हासिल की है वह सभी खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है।
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गाजियाबाद क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश मिश्रा ने कहा है कि नीरज चोपड़ा ने आज भारत देश का मस्तक पूरी दुनिया में ऊंचा कर दिया है। आज देश के हर नागरिक का मस्तक ऊंचा हो गया है। उन्होंने कहा कि नीरज ने साबित कर दिया है कि यदि वह कुछ करने की ठान ले और उसके लिए कठोर परिश्रम करें तो कोई वजह नहीं है कि उसको सफलता ना मिले। गाजियाबाद इंडिपेंडेंट स्कूल फेडरेशन के महासचिव व वेटलिफ्टिंग में यूपी के चेयरमैन रह चुके शिक्षाविद गुलशन भामरी का कहना है कि नीरज चोपड़ा ने अपनी मे��नत के बल पर देश को कहां से कहां पहुंचा दिया है। नीरज की बदौलत ही आज देश को 13 वर्ष बाद स्वर्ण पदक का स्वाद चखने को मिला है। पूरे देश की जनता अभिमान करती है वह देश के लिए अनमोल है।
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abhay121996-blog · 3 years ago
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उप्र में आतंकी साजिशकर्ताओं की इनटेलीजेंस कर रही जांच : डीजीपी Divya Sandesh
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उप्र में आतंकी साजिशकर्ताओं की इनटेलीजेंस कर रही जांच : डीजीपी
कानपुर। कोविड महामारी की तीसरी लहर चाहे आये या ना आये लेकिन इस महामारी को लेकर कोई भी कोताही बरतना नहीं चाहता। इसी कड़ी में कानपुर पुलिस लाइन में कोविड अस्पताल बनाया गया है। यहां पर जिले में तैनात पुलिस कर्मियों का इलाज किया जाएगा। इस कोविड अस्पताल का उद्घाटन उप्र के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मुकुल गोयल ने अपने पहले कानपुर दौरे पर पहुंचकर किया। कानपुर महानगर में जनता की सुरक्षा करने वाले पुलिस कर्मियों की तादात करीब सात हजार के आसपास है। उनके इलाज के लिए पुलिस लाइन में कोविड अस्पताल बनाया गया है। जिसका उद्घाटन आज डीजीपी मुकुल गोयल ने किया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कानपुर पुलिस का यह प्रयास काफी सराहनीय है। उन्होंने बताया कि पूरे जनपद में इस तरह की व्यवस्था करनी है कि अगर पुलिस कर्मियों को आवश्यकता पड़ने पर इलाज उपलब्ध करा सके। अपराध नियंत्रण पर कहा कि, यह पुलिस का प्रमुख दायित्व है और उसके लिए पुलिस का प्रयास है कि अपराधियों को सजा दिलाकर अपराध पर नियंत्रण किया जा सके।
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आतंकी कनेक्शन पर जांच एजेंसियां कर रही अपना उप्र के पुलिस महानिदेशक गोयल ने प्रदेश के साथ कानपुर से आतंकी कनेक्शन के सवाल पर कहा कि निश्चित तौर पर जिले में स्लीपिंग (हिडेन) मॉड्यूल है जिनको तलाशना एक प्रक्रिया है जो लगातार जारी है। इसके तहत कुछ संदिग्ध लोग पकड़े भी गए हैं। पूरे प्रदेश में ऐसे संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है। देश विरोधी गतिविधियों व साजिशकर्ताओं में लिप्त लोगों को लेकर इनटेलीजेंस अपना काम कर रही है।
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एमबीबीएस आईपीएस की पहल लाई रंग पुलिस लाइन में बने पुलिस अस्पताल को तैयार करने में जिले में तैनात एक एमबीबीएस आईपीएस की पहल बेहद सराहनीय रही है। कानपुर म���ं तैनात एडीसीपी साउथ आईपीएस डॉ. अनिल कुमार ने कोरोना काल के दौरान पुलिस अस्पताल शुरू किया था। कोरोना की दूसरी लहर में यहां सैकड़ों मरीजों की जान बचाई गई थी। पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने उनकी मेहनत को सराहा और पुलिस अस्पताल को कोरोना की तीसरी लहर के लिए तैयार कराया और अब यह आधुनिक संसाधनों से लेस 16 बेड का बड़ा हॉस्पिटल का रूप ले चुका है। एक स्थाई डॉक्टर और 08 लोगों का नर्सिंग स्टाफ स्थाई रूप से काम कर रहा है। यहां पर रोजाना ओपीडी में डॉक्टर बैठ रहे हैं। इस अवसर पर पुलिस आयुक्त असीम अरुण, एडीजी जोन कानपुर भानु भास्कर, आईजी रेंज मोहित अग्रवाल, महापौर प���रमिला पांडे, मंडलायुक्त डॉ राजशेखर, जिलाधिकारी आलोक तिवारी अपर पुलिस आयुक्त आकाश कुलहरि, आनन्द प्रकाश, पुलिस आयुक्त, रवीना त्यागी, संजीव त्यागी, अनूप सिंह, सलमान ताज पाटिल, एडीसीपी डॉ अनिल कुमार, दीपक भूकर, अभिषेक अग्रवाल सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहेें।
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