#दास्त��ँ
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होली में फगुआ गीत: ढोले की
होली में फगुआ गीत: ढोले की
जोगीरा कैररारा…. की आवाज के साथ ढोलक और मंजीरे की धुन गल-गली में तो हर आदमी फँद के रंग में थे। फागुआ सिक्फ गीत नहीं है ब्रिवि हमरी परंपरा और विरासत है। जब भी कोई ऐसा न हो। पंचांग के दूसरे भाग में गर्म होने के बाद (लकी का टुकड़ा, गर्म होने के लिए सजाई जाती है) इसके बाड़ तो दशमन को भी दास्त बनकर और-और फरगुआ गाए जा सका था। आधुनिकता के साथ-साथ परंपराएं और विरासत में शामिल हैं। ; अब खराब होने की…
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Jab Masti Chadhti Hai to- Part 2
Jab Masti Chadhti Hai to- Part 2
Jab Masti Chadhti Hai to- Part 2
प्रेषिका : बरखा
लेखक : राज कार्तिक
मेरी कहानी का पिछला भाग :- जब मस्ती चढ़ती है तो…-1
उसके बाद मेरे पति वापिस आ गए। आते ही मैंने उन्हें उलहाना दिया और अकेले छोड़ कर जाने के लिए थोड़ा सा झूठ-मूठ का झगड़ा भी किया। पर उस रात अजय ने पूरी रात असली लण्ड से मेरी चूत का पोर-पोर मसल दिया और मेरा सारा गुस्सा ठण्डा कर दिया। उस रात रजनी दूसरे कमरे में मेरे लकड़ी के मस्त कलन्दर के…
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JEWELS OF HARYANA|| जानिए Lakhan के नाम से ब्रांड बनने तक की अनोखी दास्त...
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Jab Masti Chadhti Hai to- Part 1
Jab Masti Chadhti Hai to- Part 1
Jab Masti Chadhti Hai to- Part 1
प्रेषिका : बरखा
लेखक : राज कार्तिक
मेरे सभी दोस्तों का धन्यवाद जिन्होंने मेरी सुहागरात की दास्तान
पिया संग मेरा हनीमून
को सराहा और मुझे अपनी मस्ती की एक और दास्ताँ लिखने के लिए प्रेरित किया। मैं कोई लेखिका नहीं हूँ पर जब मैंने अपनी दास्ताँ अपने एक मित्र राज को बताई तो उसने मुझे अपनी कहानी आप लोगों तक पहुँचाने को कहा।
दोस्तों मुझे तो आप जानते ही हो। मैं बरखा एक…
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