#तू
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teesmosambijoos · 2 months ago
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me when the worst boy on the planet doesn't want me
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natkhat-sa-shyam · 8 months ago
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Everything is temporary
But ghar aate hi *maa kahan hai* is permanent
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premarambaloch · 2 months ago
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merasahib · 2 months ago
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dhaneshwardas · 7 months ago
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sonumonu · 5 months ago
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rajdass · 4 days ago
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8999634109 · 5 days ago
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8459022012 · 5 days ago
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subhashdagar123 · 5 days ago
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karam-123-ku · 2 months ago
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verywitchvoid · 2 months ago
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yashmiaagrwal37 · 2 months ago
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merasahib · 2 months ago
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हक्का (सत) कबीर दयालु तू
गुरुग्रन्थ साहेब पृष्ठ 721, महला 1 में श्री नानक जी ने कहा है कि -
“हक्का कबीर करीम तू, बेएब परवरदीगार। नानक बुगोयद जनु तुरा, तेरे चाकरां पाखाक”
भावार्थ: हे कबीर परमेश्वर जी मैं नानक कह रहा हूँ कि मेरा उद्धार हो गया, मैं तो आपके सेवकों के चरणों की धूर तुल्य हूँ।
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vishnulonare · 2 months ago
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#हक्काकबीर_करीम_तू
वह गुरु कबीर परमेश्वर हैं।
इसका प्रमाण संत गरीबदास साहेब ने अपने सतग्रन्थ साहेब में फुटकर साखी का अंग पर दिया है।
गरीब, झांखी देख कबीर की, नानक किती वाह। वाह सिक्खों के गल पड़ी, कौन छुटावै ताह।
गरीब, हम सुलतानी नानक तारे, दादू कुं उपदेश दिया। जाति जुलाहा भेद ना पाया, कांशी माहे कबीर हुआ।।
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skunal31 · 2 months ago
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कबीर सागर के अध्याय ‘‘अगम निगम बोध’’ में पृष्ठ नं. 44 पर शब्द है:-
।।नानक वचन।।
वाह वाह कबीर गुरु पूरा है।
पूरे गुरु की मैं बलि जावाँ जाका सकल जहूरा है।। अधर दुलिच परे है गुरुनके शिव ब्रह्मा जह शूरा है।। श्वेत ध्वजा फहरात गुरुनकी बाजत अनहद तूरा है।। पूर्ण कबीर सकल घट दरशै हरदम हाल हजूरा है।। नाम कबीर जपै बड़भागी नानक चरण को धूरा है।।
विशेष विवेचन:- बाबा नानक जी ने कबीर जुलाहे (धाणक) काशी वाले को सत्यलोक में आँखों देखा, फिर काशी में धाणक का कार्य करते हुए तथा बताया कि वही धाणक रूप (जुलाहा) सत्यलोक में सत्यपुरुष रूप में भी रहता है तथा यहाँ भी वही है।
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