#गोड्डा
Explore tagged Tumblr posts
Text
अडानी ग्रुप की अडानी पॉवर लिमिटेड कंपनी की सब्सिडरी अडानी पॉवर झारखण्ड लिमिटेड (एपीजेएल) का प्लांट झारखंड के गोड्डा जिले में स्थित है। वर्ष 2022 में एपीजेएल गोड्डा का विकास भारत और बांग्लादेश के बीच हुए बिजली आपूर्ति के करार के तहत किया गया। अप्रैल 2023 में इसकी इकाई-1 और जून 2023 में इकाई-2 में बिजली उत्पादन शुरू किया गया। बांग्लादेश पॉवर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी) के साथ हुए पॉवर परचेस एग्रीमेंट (पीपीए) के अनुसार अडानी पॉवर प्लांट, गोड्डा से लगभग 1500 मेगा वाट बिजली बांग्लादेश को दी जाएगी। पर्यावरण मंत्रालय के मानकों को ध्यान में रखते हुए एपीजेएल में उत्सर्जन को कम करने के लिए फ्लू गैस डी-सुल्फ्युराइज़र(एफजीडी) एवं सेलेक्टिव कैटेलिटिक रीकन्वर्टर (एससीआर) प्रणाली का उपयोग होगा। अडानी समूह के इस पॉवर प्लांट से मिलने वाली बिजली से बांग्लादेश की औसत पॉवर परचेस कॉस्ट में कमी आएगी और बिजली की आवश्यकता भी पूरी होगी। यह अनुबंध दोनों देशों के रिश्तों को मजबूती प्रदान करेगा और सहविकास में एक महत्वपूर्ण निर्णय सिद्ध होगा।
0 notes
Text
#चतुर्दीवसीय ऋग्वेद पारायण महायज्ञ सह#दिव्य आध्यात्मिक सत्संग#स्थान-आर्य समाज मंदिर#पथरगामा गोड्डा (झारखंड)#aryasamaj#aryasamaj 0#rupendra_arya
0 notes
Text
jharkhand minister sanjay yadav review- मंत्री संजय यादव ने की जमशेदपुर परिसदन में उद्योग विभाग की समीक्षा बैठक, पलायन रोकने के लिए रोजगार सृजन की संभावनाओं को तलाशने पर दिया जोर,देखिए video
जमशेदपुर:इंडिया गठबंधन और आरजेडी के गोड्डा विधायक सह श्रम नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग के मंत्री संजय प्रसाद यादव ने जमशेदपुर परिसदन भवन में अपने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की. साथ अधिकारियों को संयुक्त दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि जमशेदपुर में पहला मीटिंग हुआ है जिसे गंभीरता पूर्वक लिया गया. उद्योग की समीक्षा की गई. इसको और कैसे बेहतर हो इसको लेकर चर्चा किया गया ताकि बाहर के लोग…
0 notes
Text
Cabinet Expansion in Jharkhand: CM Hemant Soren Names New Ministers
Jharkhand Cabinet Expansion : झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के परिणामों की घोषणा 23 नवंबर को कर दी गई है जिसके चलते मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रचंड जीत हासिल की है. लगातार चौथी बार चुनाव जीतने के बाद से हेमंत सोरेन अलग अंदाज में नजर आ रहे हैं.
Introduction
Jharkhand Cabinet Expansion : झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में सत्ता में वापसी कर इतिहास रचने वाले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस बार आत्मविश्वास से भरे हुए हैं. यह उनकी शारीरिक भाषा से भी स्पष्ट हो रहा है. लगातार चुनाव जीतकर चौथी बार मुख्यमंत्री पद संभालने वाले हेमंत सोरेन इस बार अधिक आक्रामक हैं और रणनीति बनाकर सरकार चलाने की कोशिश में हैं. इस कड़ी में बिहार से सटे झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार की कैबिनेट का विस्तार भी हो गया. इसमें गठबंधन के सहयोगियों कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल को भी भागीदारी दी गई है. यह मंत्रिमंडल विस्तार में भी देखने को मिला. झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने राजभवन में नए मंत्रियों को शपथ दिलाई. यह विस्तार हेमंत सोरेन के सीएम पद के शपथ लेने के 6 दिन बाद हुआ. रांची स्थित राजभवन के अशोक उद्यान में 11 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. इसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा के 7, कांग्रेस के 4 और राष्ट्रीय जनता दल का 1 विधायक शामिल है. इस आर्टिकल के जरिए जानते हैं आखिर किस-किस विधायक ने मंत्री पद की शपथ ली है?
Table Of Content
छत्तरपुर विधानसभा सीट से विधायक राधा कृष्ण किशोर
चाईबासा विधानसभा सीट से विधायक दीपक बिरुवा
बिशुनपुर विधानसभा सीट से विधायक चमरा लिंडा
गोड्डा विधानसभा सीट से विधायक संजय प्रसाद यादव
घाटशिला सीट से विधायक रामदास सोरेन
जामताड़ा सीट से विधायक इरफान अंसारी
मधुपुर सीट से विधायक हफीजूल हसन
महागामा सीट से विधायक दीपिका पांडेय सिंह
गोमिया सीट से विधायक योगेन्द्र प्रसाद
गिरिडीह सीट से विधायक सुदिव्य कुमार
मांडर सीट से विधायक शिल्पी नेहा तिर्की
छत्तरपुर विधानसभा सीट से विधायक राधा कृष्ण किशोर
हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल में छतरपुर विधानसभा सीट से विधायक राधा कृष्ण किशोर को भी शामिल किया गया है. उन्हें सहयोगी कांग्रेस पार्टी के कोटे से मंत्री बनाया गया है. कांग्रेस के राधाकृष्ण किशोर को 2024 के विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पुष्पा देवी देवी से कड़ी टक्कर मिली थी. राधाकृष्ण किशोर ने मात्र 736 वोटों से जीत हासिल की. वहीं, राधाकृष्ण किशोर को कुल 71,857 वोट मिले तो भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी पुष्पा देवी को 71,121 वोट मिले. इस तरह राधाकृष्ण किशोर ने बाजी मार ली और अब हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री बन गए हैं. राधाकृष्ण किशोर की बात करें तो उन्होंने कई पार्टियों के साथ काम किया है, लेकिन जो पहचान उन्हें झारखंड मुक्ति मोर्चा से मिली वह किसी और पार्टी से नहीं मिली. वर्ष 2014 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे, लेकिन साल 2019 में भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर वो ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन के टिकट से चुनाव लड़े लेकिन हार गए. फिर आजसू छोड़ कर राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो गए, लेकिन एक बार फिर विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो गए और चुनाव लड़ा.
चाईबासा विधानसभा सीट से विधायक दीपक बिरुवा
झारखंड मुक्ति मोर्चा के दीपक बिरुवा पहली बार मंत्री बने हैं. दीपक बिरुवा को चाईबासा विधानसभा सीट से मंत्री बनाया गया है. हालांकि यह पहली बार नहीं जब वह विधानसभा जा रहे हों. इसके पहले दीपक बिरुवा 4 बार विधायक रहते हुए विधानसभा पहुंचे हैं. दीपक बिरुवा ने प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी गीता बालमुचू को 64 हजार 835 मतों के बड़े अंतर से हराया. दीपक बिरुवा को इस चुनाव में कुल 1 लाख 7 हजार 367 मत प्राप्त हुए, जबकि गीता बालमुचू को मात्र 42 हजार 532 मत मिले.
बिशुनपुर विधानसभा सीट से विधायक चमरा लिंडा
झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक चमरा लिंडा ने दीपक बिरुवा के बाद मंत्री के रूप में शपथ ली. चमरा लिंडा ने झामुमो के टिकट पर बिशुनपुर विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार जीत हासिल की. हालांकि वो पहली बार मंत्री बने हैं. इससे पहले साल 2024 में ही लोकसभा चुनाव में गठबंधन के खिलाफ जाकर उन्होंने लोहरदगा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा, पर इस चुनाव में चमरा लिंडा कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए. निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने पर चमरा लिंडा को झामुमो से निलंबित कर दिया गया था. चमरा लिंडा को इस चुनाव में कुल 10,0336 वोट मिले हैं.
गोड्डा विधानसभा सीट से विधायक संजय प्रसाद यादव
झारखंड मंत्रिमंडल विस्तार में सबसे चौंकाने वाला नाम राष्ट्रीय जनता दल से संजय प्रसाद यादव का है. हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में राजद की ओर से देवघर विधायक सुरेश पासवान के नाम को लेकर कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया. उनकी जगह गोड्डा के विधायक संजय प्रसाद यादव को मंत्री पद दिया गया. संजय यादव तीसरी बार राजद से विधायक बने हैं. इससे पहले वे 2000 और 2009 में गोड्डा से विधायक रह चुके हैं. इसके साथ ही वह लालू प्रसाद यादव के परिवार के काफी करीबी भी माने जाते हैं.
घाटशिला सीट से विधायक रामदास सोरेन
रामदास सोरेन को कोल्हान का मजबूत नेता माना जाता है, लेकिन वह इस बार घाटशिला से विधायक बने हैं. उन्होंने चंपई सोरेन के बेटे बाबू लाल सोरेन को शिकस्त दी. इस समय उनके पास जल संसाधन विभाग मंत्रालय, उच्च शिक्षा मंत्रालय और तकनीकी शिक्षा मंत्रालय जैसे विभाग शामिल हैं. झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के रामदास सोरेन को 98356 वोट मिले, जबकि बाबू लाल सोरेन को 75910 वोट मिले.
यह भी पढ़ें: I.N.D.I.A. ब्लॉक के नेतृत्व पर आखिर क्यों है ममता बनर्जी को शक? जानें क्यों मांगा लीड करने का मौका
जामताड़ा सीट से विधायक इरफान अंसारी
इरफान अंसारी को हेमंत सोरेन ने एक बार फिर अपने मंत्रिमंडल में जगह दी है. इरफान ���ंसारी जामताड़ा सीट से विधायक बने हैं. अगस्त 2019 से अगस्त 2021 तक झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे. इस सीट पर BJP ने सीता सोरेन को खड़ा किया था, लेकिन वह हार गई. इरफान अंसारी को इस सीट पर कुल 133266 वोट मिले, जबकि सीता सोरेन को 89590 वोट मिले.
मधुपुर सीट से विधायक हफीजूल हसन
हेमंत सोरेन की कैबिनेट में अल्पसंख्यक समुदाय से 2 मंत्री बनाए गए हैं, इनमें पहला नाम डॉ. इरफान अंसारी है तो दूसरे हफीजुल हुसैन हैं. हफीजुल हुसैन इसके पहले भी हेमंत सोरेन की कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं. साल 2021 के उपचुनाव में पहली बार हफीजुल मधुपुर से विधायक बने थे. उस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को शिकस्त दी. मधुपुर विधानसभा की जनता ने हाफिजुल हसन को कुल 143953 वोट दिए, जबकि BJP के गंगा नारायण को 123926 ही वोट मिले. दोनों के बीच जीत-हार का अंतर 20027 वोटों का रहा है.
महागामा सीट से विधायक दीपिका पांडेय सिंह
महागामा विधानसभा से विधायक दीपिका पांडेय सिंह एक बार फिर से मंत्री बन गई हैं. दीपिका पांडेय सिंह इससे पहले भी हेमंत सोरेन 2.0 सरकार में बतौर मंत्री कृषि, पशुपालन सहकारिता विभाग और आपदा विभाग की जिम्मेदारी संभाल रही थीं. इस चुनाव में एक बार फिर से जीत दर्ज कर दीपिका विधानसभा पहुंची हैं. दीपिका पांडेय सिंह ने विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के अशोक भगत को हराकर इस सीट पर अपना कब्जा किया है. इस चुनाव में दीपिका ने भाजपा प्रत्याशी अशोक भगत को 18,645 वोटों से मात दी. दीपिका को कुल 1,14,069 वोट मिले, जबकि अशोक भगत को मात्र 95,424 वोट मिले.
यह भी पढ़ें: Jharkhand Cabinet : झारखंड मंत्रिमंडल में विभागों का बंटवारा, किसे-क्या मिला; देखें पूरी लिस्ट
गोमिया सीट से विधायक योगेन्द्र प्रसाद
गोमिया विधायक योगेन्द्र प्रसाद ने भी हेमंत सरकार में मंत्री पद की शपथ ली है. करीब 21 साल बाद गोमिया के किसी विधायक को एक बार फिर मंत्री बनने का मौका मिला है. योगेन्द्र प्रसाद ने लगभग 95 दजार वोटों से जीत हासिल की है. इससे पहले 2014 में लगभग 97 हजार वोटों से जीत दर्ज की थी और उस समय भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी माधवलाल सिंह को शिकस्त दी थी.
गिरिडीह सीट से विधायक सुदिव्य कुमार
दूसरी बार जीत दर्ज करने वाले गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार को आखिरकार मंत्री पद मिल ही गया. उन्हें करीब 94 हजार वोट मिले हैं. सुदिव्य कुमार को करीब 94 हजार वोट हासिल हुए. वहीं, भाजपा के निर्भय शाहाबादी को 90 हजार के करीब मत मिले. इस तरह करीब 3 हजार 838 वोटों के अंतर से सुदिव्य कुमार जीत गए.
मांडर सीट से विधायक शिल्पी नेहा तिर्की
मांडर विधानसभा क्षेत्र से सबसे युवा चेहरा शिल्पी नेहा तिर्की दूसरी बार मंत्री बनी हैं. उन्हें कांग्रेस की तरफ से टिकट दिया गया था. शिल्पी ने भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी सन्नी टोप्पो को 22,803 से वोटों से हराया. शिल्पी नेहा तिर्की को कुल 1 लाख 35 हजार 936 वोट मिले थे जबकि भाजपा की सन्नी टोप्पो को मात्र 1 लाख 13 हजार 133 वोट ही मिले. लगातार दूसरी बार विधानसभा पहुंचने के बाद मंत्री पद की उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही थी.
Follow Us On: Facebook | X | LinkedIn | YouTube | Instagram
0 notes
Text
विपक्ष के साथ खड़े हुए भाजपा सांसद, वक्फ बिल पर JPC के लिए मांगा और समय, जगदंबिका पाल का भी आया बयान
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद निशिकांत दुबे ने बुधवार को वक्फ संशोधन विधेयक पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से और समय मांगा। उन्होंने विपक्षी सांसदों के विचारों को दोहराया क्योंकि उन्होंने भी विस्तार की मांग की थी। दुबे ने बुधवार को जेपीसी की बैठक के दौरान एक प्रस्ताव पेश किया। जेपीसी के विस्तार का प्रस्ताव कल संसद में आने की संभावना है। झारखंड के गोड्डा निर्वाचन क्षेत्र के सांसद ने बुधवार को…
0 notes
Text
पटना /साहित्य सम्मेलन में आयोजित हुआ कवि सम्मेलन, सिक्किम के पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद नें किया कार्यक्रम का उद्धघाटन
पटना, १८ नवमबर। ‘१९४२-क्रांति’ के अग्र-पांक्तेय नायकों में एक पं बुद्धिनाथ झा ‘कैरव’ एक महान स्वतंत्रता सेनानी ही नहीं, एक आदर्श राजनेता और स्तुत्य साहित्यकार भी थे। स्वतंत्रता पूर्व १९३७ में बिहार विधान सभा के लिए हुए निर्वाचन में गोड्डा से विधायक चुने गए कैरव जी १९४२ के आंदोलन में अंग्रेज़ी सरकार द्वारा गिरफ़्तार कर लिए गए थे और उन्हें भागलपुर सेंट्रल जेल में बंद रखा गया था। स्वतंत्रता के…
0 notes
Text
हेमंत सोरेन के बाद राहुल का हेलिकॉप्टर एटीसी से मंजूरी न मिलने के बाद झारखंड में थोड़ी देर के लिए रुका | भारत समाचार
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर को शुक्रवार को झारखंड के गोड्डा में रोक दिया गया क्योंकि एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी।कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि यह विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण से पहले राज्य में राहुल के चुनाव अभियान को बाधित करने का एक जानबूझकर किया गया प्रयास था। “सिर्फ इसलिए कि प्रधानमंत्री देवगढ़ में हैं, राहुल गांधी को उस क्षेत्र से गुजरने की अनुमति…
View On WordPress
0 notes
Text
गौतम अडानी ने आधी की बिजली की सप्लाई तो घुटनों पर आया बांग्लादेश, जानें क्या है पूरा मामला
Bangladesh News: अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी पावर झारखंड लिमिटेड (Adani Power Jharkhand Limited) बांग्लादेश को बिजली बेचती है। यह बिजली झारखंड के गोड्डा में बनती है। बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से ही अडानी पावर को पेमेंट में दिक्कत होने लगी थी। इसके बाद पिछले सप्ताह कंपनी ने बांग्लादेश को बड़ी चेतावनी देते हुए बिजली सप्लाई आधी कर दी थी। इसके बाद बांग्लादेश लाइन पर आता दिख रहा है। खबर आई है कि…
0 notes
Text
0 notes
Text
अडानी गोड्डा परियोजना, भारत और बांग्लादेश के बीच ऊर्जा सहयोग का एक महत्वपूर्ण कदम है। इस परियोजना से बांग्लादेश को कई महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त होंगे। आइए इन लाभों का विस्तार से विश्लेषण करते हैं।
0 notes
Text
निशिकांत दुबे का आरोप- संथाल में हो रही घुसपैठ, कहा- 10% घटी आदिवासियों की आबादी; JMM सरकार को घेरा
लोकसभा में झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ��े कहा कि मैं जिस राज्य से आता हूं, संथाल परगना क्षेत्र से – जब संथाल परगना बिहार से अलग होकर झारखंड का हिस्सा बना, तो साल 2000 में संथाल परगना में आदिवासियों की आबादी 36% थी। आज उनकी आबादी 26% है। 10% आदिवासी कहां गायब हो गए? यह सदन कभी उनकी चिंता नहीं करता, यह वोट बैंक की राजनीति में लिप्त है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य में झारखंड मुक्ति…
0 notes
Text
अडानी ग्रुप की अडानी पॉवर लिमिटेड कंपनी की सब्सिडरी अडानी पॉवर झारखण्ड लिमिटेड (एपीजेएल) का प्लांट झारखंड के गोड्डा जिले में स्थित है। वर्ष 2022 में एपीजेएल गोड्डा का विकास भारत और बांग्लादेश के बीच हुए बिजली आपूर्ति के करार के तहत किया गया। अप्रैल 2023 में इसकी इकाई-1 और जून 2023 में इकाई-2 में बिजली उत्पादन शुरू किया गया। बांग्लादेश पॉवर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी) के साथ हुए पॉवर परचेस एग्रीमेंट (पीपीए) के अनुसार अडानी पॉवर प्लांट, गोड्डा से लगभग 1500 मेगा वाट बिजली बांग्लादेश को दी जाएगी। पर्यावरण मंत्रालय के मानकों को ध्यान में रखते हुए एपीजेएल में उत्सर्जन को कम करने के लिए फ्लू गैस डी-सुल्फ्युराइज़र(एफजीडी) एवं सेलेक्टिव कैटेलिटिक रीकन्वर्टर (एससीआर) प्रणाली का उपयोग होगा। अडानी समूह के इस पॉवर प्लांट से मिलने वाली बिजली से बांग्लादेश की औसत पॉवर परचेस कॉस्ट में कमी आएगी और बिजली की आवश्यकता भी पूरी होगी। यह अनुबंध दोनों देशों के रिश्तों को मजबूती प्रदान करेगा और सहविकास में एक महत्वपूर्ण निर्णय सिद्ध होगा।
0 notes
Text
jharkhand minister sanjay yadav reached devdi temple with family-मंत्री संजय प्रसाद यादव सपरिवार पहुंचे देवड़ी मंदिर, पूजा अर्चना कर मां से लिया आशीर्वाद, साथ रहे राज�� नेता पुरेंद्र नारायण
रांची: राजद कोटे से मंत्री बनाए गए गोड्डा के विधायक संजय प्रसाद यादव शनिवार को सपरिवार रांची- टाटा नेशनल हाईवे संख्या 33 स्थित प्राचीन देवड़ी मंदिर पहुंचे और मां का आशीर्वाद लिया. आपको बता दें कि शुक्रवार को ही मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है जिसमें संजय प्रसाद यादव को श्रम नियोजन प्रशिक्षण एवं कौशल विकास तथा उद्योग मंत्री बनाया गया है. मंत्री पद की शपथ लेने के बाद संजय प्रसाद यादव ने माता के दरबार…
0 notes
Text
Cabinet Expansion in Jharkhand: Who Are the Latest Ministers in Hemant Soren’s Cabinet?
Jharkhand Cabinet Expansion : झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के परिणामों की घोषणा 23 नवंबर को कर दी गई है जिसके चलते मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रचंड जीत हासिल की है. लगातार चौथी बार चुनाव जीतने के बाद से हेमंत सोरेन अलग अंदाज में नजर आ रहे हैं.
Introduction
Jharkhand Cabinet Expansion : झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में सत्ता में वापसी कर इतिहास रचने वाले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस बार आत्मविश्वास से भरे हुए हैं. यह उनकी शारीरिक भाषा से भी स्पष्ट हो रहा है. लगातार चुनाव जीतकर चौथी बार मुख्यमंत्री पद संभालने वाले हेमंत सोरेन इस बार अधिक आक्रामक हैं और रणनीति बनाकर सरकार चलाने की कोशिश में हैं. इस कड़ी में बिहार से सटे झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार की कैबिनेट का विस्तार भी हो गया. इसमें गठबंधन के सहयोगियों कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल को भी भागीदारी दी गई है. यह मंत्रिमंडल विस्तार में भी देखने को मिला. झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने राजभवन में नए मंत्रियों को शपथ दिलाई. यह विस्तार हेमंत सोरेन के सीएम पद के शपथ लेने के 6 दिन बाद हुआ. रांची स्थित राजभवन के अशोक उद्यान में 11 विधायको�� ने मंत्री पद की शपथ ली. इसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा के 7, कांग्रेस के 4 और राष्ट्रीय जनता दल का 1 विधायक शामिल है. इस आर्टिकल के जरिए जानते हैं आखिर किस-किस विधायक ने मंत्री पद की शपथ ली है?
Table Of Content
छत्तरपुर विधानसभा सीट से विधायक राधा कृष्ण किशोर
चाईबासा विधानसभा सीट से विधायक दीपक बिरुवा
बिशुनपुर विधानसभा सीट से विधायक चमरा लिंडा
गोड्डा विधानसभा सीट से विधायक संजय प्रसाद यादव
घाटशिला सीट से विधायक रामदास सोरेन
जामताड़ा सीट से विधायक इरफान अंसारी
मधुपुर सीट से विधायक हफीजूल हसन
महागामा सीट से विधायक दीपिका पांडेय सिंह
गोमिया सीट से विधायक योगेन्द्र प्रसाद
गिरिडीह सीट से विधायक सुदिव्य कुमार
मांडर सीट से विधायक शिल्पी नेहा तिर्की
छत्तरपुर विधानसभा सीट से विधायक राधा कृष्ण किशोर
हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल में छतरपुर विधानसभा सीट से विधायक राधा कृष्ण किशोर को भी शामिल किया गया है. उन्हें सहयोगी कांग्रेस पार्टी के कोटे से मंत्री बनाया गया है. कांग्रेस के राधाकृष्ण किशोर को 2024 के विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पुष्पा देवी देवी से कड़ी टक्कर मिली थी. राधाकृष्ण किशोर ने मात्र 736 वोटों से जीत हासिल की. वहीं, राधाकृष्ण किशोर को कुल 71,857 वोट मिले तो भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी पुष्पा देवी को 71,121 वोट मिले. इस तरह राधाकृष्ण किशोर ने बाजी मार ली और अब हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री बन गए हैं. राधाकृष्ण किशोर की बात करें तो उन्होंने कई पार्टियों के साथ काम किया है, लेकिन जो पहचान उन्हें झारखंड मुक्ति मोर्चा से मिली वह किसी और पार्टी से नहीं मिली. वर्ष 2014 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे, लेकिन साल 2019 में भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर वो ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन के टिकट से चुनाव लड़े लेकिन हार गए. फिर आजसू छोड़ कर राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो गए, लेकिन एक बार फिर विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो गए और चुनाव लड़ा.
चाईबासा विधानसभा सीट से विधायक दीपक बिरुवा
झारखंड मुक्ति मोर्चा के दीपक बिरुवा पहली बार मंत्री बने हैं. दीपक बिरुवा को चाईबासा विधानसभा सीट से मंत्री बनाया गया है. हालांकि यह पहली बार नहीं जब वह विधानसभा जा रहे हों. इसके पहले दीपक बिरुवा 4 बार विधायक रहते हुए विधानसभा पहुंचे हैं. दीपक बिरुवा ने प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी गीता बालमुचू को 64 हजार 835 मतों के बड़े अंतर से हराया. दीपक बिरुवा को इस चुनाव में कुल 1 लाख 7 हजार 367 मत प्राप्त हुए, जबकि गीता बालमुचू को मात्र 42 हजार 532 मत मिले.
बिशुनपुर विधानसभा सीट से विधायक चमरा लिंडा
झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक चमरा लिंडा ने दीपक बिरुवा के बाद मंत्री के रूप में शपथ ली. चमरा लिंडा ने झामुमो के टिकट पर बिशुनपुर विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार जीत हासिल की. हालांकि वो पहली बार मंत्री बने हैं. इससे पहले साल 2024 में ही लोकसभा चुनाव में गठबंधन के खिलाफ जाकर उन्होंने लोहरदगा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा, पर इस चुनाव में चमरा लिंडा कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए. निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने पर चमरा लिंडा को झामुमो से निलंबित कर दिया गया था. चमरा लिंडा को इस चुनाव में कुल 10,0336 वोट मिले हैं.
गोड्डा विधानसभा सीट से विधायक संजय प्रसाद यादव
झारखंड मंत्रिमंडल विस्तार में सबसे चौंकाने वाला नाम राष्ट्रीय जनता दल से संजय प्रसाद यादव का है. हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में राजद की ओर से देवघर विधायक सुरेश पासवान के नाम को लेकर कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया. उनकी जगह गोड्डा के विधायक संजय प्रसाद यादव को मंत्री पद दिया गया. संजय यादव तीसरी बार राजद से विधायक बने हैं. इससे पहले वे 2000 और 2009 में गोड्डा से विधायक रह चुके हैं. इसके साथ ही वह लालू प्रसाद यादव के परिवार के काफी करीबी भी माने जाते हैं.
घाटशिला सीट से विधायक रामदास सोरेन
रामदास सोरेन को कोल्हान का मजबूत नेता माना जाता है, लेकिन वह इस बार घाटशिला से विधायक बने हैं. उन्होंने चंपई सोरेन के बेटे बाबू लाल सोरेन को शिकस्त दी. इस समय उनके पास जल संसाधन विभाग मंत्रालय, उच्च शिक्षा मंत्रालय और तकनीकी शिक्षा मंत्रालय जैसे विभाग शामिल हैं. झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के रामदास सोरेन को 98356 वोट मिले, जबकि बाबू लाल सोरेन को 75910 वोट मिले.
यह भी पढ़ें: I.N.D.I.A. ब्लॉक के नेतृत्व पर आखिर क्यों है ममता बनर्जी को शक? जानें क्यों मांगा लीड करने का मौका
जामताड़ा सीट से विधायक इरफान अंसारी
इरफान अंसारी को हेमंत सोरेन ने एक बार फिर अपने मंत्रिमंडल में जगह दी है. इरफान अंसारी जामताड़ा सीट से विधायक बने हैं. अगस्त 2019 से अगस्त 2021 तक झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे. इस सीट पर BJP ने सीता सोरेन को खड़ा किया था, लेकिन वह हार गई. इरफान अंसारी को इस सीट पर कुल 133266 वोट मिले, जबकि सीता सोरेन को 89590 वोट मिले.
मधुपुर सीट से विधायक हफीजूल हसन
हेमंत सोरेन की कैबिनेट में अल्पसंख्यक समुदाय से 2 मंत्री बनाए गए हैं, इनमें पहला नाम डॉ. इरफान अंसारी है तो दूसरे हफीजुल हुसैन हैं. हफीजुल हुसैन इसके पहले भी हेमंत सोरेन की कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं. साल 2021 के उपचुनाव में पहली बार हफीजुल मधुपुर से विधायक बने थे. उस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को शिकस्त दी. मधुपुर विधानसभा की जनता ने हाफिजुल हसन को कुल 143953 वोट दिए, जबकि BJP के गंगा नारायण को 123926 ही वोट मिले. दोनों के बीच जीत-हार का अंतर 20027 वोटों का रहा है.
महागामा सीट से विधायक दीपिका पांडेय सिंह
महागामा विधानसभा से विधायक दीपिका पांडेय सिंह एक बार फिर से मंत्री बन गई हैं. दीपिका पांडेय सिंह इससे पहले भी हेमंत सोरेन 2.0 सरकार में बतौर मंत्री कृषि, पशुपालन सहकारिता विभाग और आपदा विभाग की जिम्मेदारी संभाल रही थीं. इस चुनाव में एक बार फिर से जीत दर्ज कर दीपिका विधानसभा पहुंची हैं. दीपिका पांडेय सिंह ने विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के अशोक भगत को हराकर इस सीट पर अपना कब्जा किया है. इस चुनाव में दीपिका ने भाजपा प्रत्याशी अशोक भगत को 18,645 वोटों से मात दी. दीपिका को कुल 1,14,069 वोट मिले, जबकि अशोक भगत को मात्र 95,424 वोट मिले.
यह भी पढ़ें: Jharkhand Cabinet : झारखंड मंत्रिमंडल में विभागों का बंटवारा, किसे-क्या मिला; देखें पूरी लिस्ट
गोमिया सीट से विधायक योगेन्द्र प्रसाद
गोमिया विधायक योगेन्द्र प्रसाद ने भी हेमंत सरकार में मंत्री पद की शपथ ली है. करीब 21 साल बाद गोमिया के किसी विधायक को एक बार फिर मंत्री बनने का मौका मिला है. योगेन्द्र प्रसाद ने लगभग 95 दजार वोटों से जीत हासिल की है. इससे पहले 2014 में लगभग 97 हजार वोटों से जीत दर्ज की थी और उस समय भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी माधवलाल सिंह को शिकस्त दी थी.
गिरिडीह सीट से विधायक सुदिव्य कुमार
दूसरी बार जीत दर्ज करने वाले गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार को आखिरकार मंत्री पद मिल ही गया. उन्हें करीब 94 हजार वोट मिले हैं. सुदिव्य कुमार को करीब 94 हजार वोट हासिल हुए. वहीं, भाजपा के निर्भय शाहाबादी को 90 हजार के करीब मत मिले. इस तरह करीब 3 हजार 838 वोटों के अंतर से सुदिव्य कुमार जीत गए.
मांडर सीट से विधायक शिल्पी नेहा तिर्की
मांडर विधानसभा क्षेत्र से सबसे युवा चेहरा शिल्पी नेहा तिर्की दूसरी बार मंत्री बनी हैं. उन्हें कांग्रेस की तरफ से टिकट दिया गया था. शिल्पी ने भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी सन्नी टोप्पो को 22,803 से वोटों से हराया. शिल्पी नेहा तिर्की को कुल 1 लाख 35 हजार 936 वोट मिले थे जबकि भाजपा की सन्नी टोप्पो को मात्र 1 लाख 13 हजार 133 वोट ही मिले. लगातार दूसरी बार विधानसभा पहुंचने के बाद मंत्री पद की उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही थी.
Follow Us On: Facebook | X | LinkedIn | YouTube | Instagram
0 notes
Text
विपक्ष के साथ खड़े हुए भाजपा सांसद, वक्फ बिल पर JPC के लिए मांगा और समय, जगदंबिका पाल का भी आया बयान
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद निशिकांत दुबे ने बुधवार को वक्फ संशोधन विधेयक पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से और समय मांगा। उन्होंने विपक्षी सांसदों के विचारों को दोहराया क्योंकि उन्होंने भी विस्तार की मांग की थी। दुबे ने बुधवार को जेपीसी की बैठक के दौरान एक प्रस्ताव पेश किया। जेपीसी के विस्तार का प्रस्ताव कल संसद में आने की संभावना है। झारखंड के गोड्डा निर्वाचन क्षेत्र के सांसद ने बुधवार को…
0 notes
Text
झारखंड उच्च न्यायालय का आदेश: संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान और निष्कासन का निर्देश"
डेनियल दानिश ने झारखंड उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि संतालपरगना के जिले (साहिबगंज, पाकुड़, गोड्डा, जामताड़ा, और दुमका), जो बांग्लादेश से सटे हुए हैं, में सुनियोजित तरीके से बांग्लादेशी घुसपैठियों को प्रवेश कराया जा रहा है। इन घुसपैठियों द्वार�� स्थानीय आदिवासी लड़कियों से शादी (लव जिहाद) की जाती है, आदिवासियों से जमीन खरीदी जाती है, और धर्म परिवर्तन कराके…
0 notes