#कोविड-19 महामारी
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colonelrajyavardhanrathore · 4 months ago
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Under the able leadership of Prime Minister Narendra Modi, India is emerging as a ray of hope amidst global uncertainty: Colonel Rajyavardhan Rathore
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को डोमिनिका का सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान दिए जाने की घोषणा पर कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने दी शुभकामनाएं
डोमिनिका का सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान मिलना प्रधानमंत्री मोदी जी के प्रेरणादायी दूरदर्शी नेतृत्व का प्रतीक : कर्नल राज्यवर्धन राठौड़
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में वैश्विक अनिश्चितता के बीच भारत आशा की किरण बनकर उभर रहा है : कर्नल राज्यवर्धन राठौड़
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राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने गुरुवार को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को कैरेबियाई द्वीप देश डोमिनिका द्वारा अपने देश का सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान दिए जाने की घोषणा करने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा, भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा को एक और अद्वितीय सम्मान। यह भारत के लिए गर्व का क्षण है कि Dominica ने अपने सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान The Dominica Award of Honour से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को सम्मानित किए जाने की घोषणा की है। यह प्रधानमंत्री मोदी जी के लिए 16वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मान है, जो उनके प्रेरणादायी दूरदर्शी नेतृत्व का प्रतीक है। हार्दिक शुभकामनाएं मोदी जी। प्रधानमंत्री मोदी जी ने कोविड-19 महामारी के दौरान डोमिनिका की काफी मदद की थी। मोदी जी के इस योगदान से डोमिनिका और भारत की साझेदारी और मजबूत हुई है। यह पुरस्कार प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में स्वास्थ्य, सेवा, शिक्षा और सूचना प्रौद्योगिकी में डोमिनिका के लिए भारत के समर्थन को भी मान्यता देता है। मोदी जी डोमिनिका के सच्चे साथी रहे हैं। माननीय मोदी जी के कुशल नेतृत्व में वैश्विक अनिश्चितता के बीच भारत आशा की किरण बनकर उभर रहा है
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rightnewshindi · 7 days ago
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अमेरिका की अदालत में कोविड-19 महामारी के तथ्य छुपाने के लिए चीन को ठहराया दोषी, 24 अरब डॉलर का लगाया जुर्माना
America News: अमेरिका के एक जज ने चीन की सरकार को कोविड-19 महामारी की शुरुआत को लेकर तथ्यों को छिपाने, दुनिया को गुमराह करने और सुरक्षात्मक उपकरणों की जमाखोरी का दोषी ठहराया। मिसौरी के संघीय जज ने शुक्रवार को सुनाए गए फैसले में चीन पर 24 अरब डॉलर से अधिक का जुर्माना लगाया है। चीन पर 24 अरब डॉलर से अधिक का जुर्माना लगाया इस फैसले के बाद मिसौरी के अधिकारी चीनी संपत्तियों को जब्त कर सकते हैं।…
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हरिमोहन गुप्ता
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1-नाम- हरिमोहन गुप्ता
2-पिता का नाम- श्री राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता
3-पद- प्रधानाध्यापक
4-विघालय का नाम- उच्च प्राथमिक विद्यालय (1-8) सिलौली,मौदहा,हमीरपुर
5-पूर्ण पता (जिला, राज्य व पिनकोड साहित)- हरिमोहन गुप्ता, सेंट पॉल स्कूल के पास, मराठीपुरा, मौदहा, हमीरपुर उ०प्र० 210507
6-मोबाइल नंबर (WhatsApp)- 7389042228
7-ईमेल आई डी- [email protected]
8-शैक्षिक योग्यता- बीएससी( कंप्यूटर साइंस)
9-शिक्षक के रूप में कार्य करने का अनुभव ( वर्ष )- 11 वर्ष
10-आपके द्वारा विद्यालय मे किये गये नवाचार (अधिकतम तीन सौ शब्दों में)- 01-विद्यालय में प्र०अ० का कार्यभार सन् 2016 में संभालने के पश्चात विद्यालय में रखे हुए मृतप्राय कंप्यूटरों को स्वयं के खर्च से सही कराना, लैपटाप की व्यवस्था करना, प्रिंटर खरीदकर कंप्यूटर कक्षा कक्ष को संचालित करना।
02-उच्च प्राथमिक स्तर के छात्र- छात्राओं को कंप्यूटर चलाने का अवसर प्रदान करते हुए MS- office पाठ्यक्रम को संचालित करना ।
03- स्मार्ट क्लास का संचालन करते हुए प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर के छात्र- छात्राओं को live class का अनुभव देना, दीक्षा कंटेंट का उपयोग करना सिखाना।
04- विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे- RAA, NMMSE, अटल आवासीय विद्यालय प्रवेश परीक्षा, विद्याज्ञान, आश्रम पद्धति, नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कराना, विगत वर्षों के प्रश्न पत्रों को लगातार हल कराना, whatsapp ग्रुप का निर्माण करना जिससे विगत चार वर्षों में कई छात्र- छात्राओं का सफलता प्राप्त करके विद्यालय का नाम कई स्तरों में रोशन करना ।
05- बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु पांच दिवसीय समर कैंप का आयोजन करना जिसमें आर्ट, क्राफ्ट, रंगोली, मेहंदी, नृत्य, गेम्स, रोल प्ले, योग की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया एवं उन्हें सिखाया भी गया।
06- बच्चों के द्वारा विभिन्न TLM बनाए गए जिससे उनमें खुद से करने क��� भावना का विकास हुआ।
11-समाज सेवा के क्षेत्र में किये गये सामाजिक कार्य(अधिकतम 200शब्दों में)- 01- कोविड-19 महामारी के समय ग्रामीणों को बीमारी के स्वरूप के बारे में अभिभावकों व समझाना। दो गज दूरी, फेस मास्क, सैनीटाइजर का उपयोग बताना
02-कोविड काल में ग्राम में आए हुए बाहरी ग्रामीणों व अभिभावकों को क्वारंटीन में सहायता करना, विद्यालय में उनकी व्यवस्था करते हुए मदद करना
03- विद्यालय के आस-पास के क्षेत्र में वृक्षारोपण अभियान में बढ़ चढ़कर प्रतिभाग करना, ग्राम प्रधान व ग्राम सचिव के साथ मिलकर जागरूकता अभियान चलना।
04- प्रवासी मजदूरों के बच्चों की पढ़ाई में सहायता करना।
05- विद्यालय में आए हुए बी० टी० सी० प्रशिक्षुओं की सहायता से ग्राम में जन जागरूकता अभियान संचालित करना ।
12-आपकी विशेष उपलब्धियाँ -
वर्ष 2024 में उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री स्वतंत्र देव सिंह जी द्वार सम्मानित, सत्र 2022-23 में स्कूल चलो अभियान में नवीन नामांकन में जिलाधिकारी द्वारा सम्मानित, सत्र 2022-23 & 2023-24 में हमारा आंगन हमारे बच्चे में उत्कृष्ट नोडल संकुल शिक्षक के रूप में BSA द्वारा सम्मानित, अरबिन्दो सोसायटी द्वारा शून्य निवेश नवाचार में BSA द्वारा सम्मानित, NMMSE परीक्षा में ब्लॉक नोडल के रूप में उत्कृष्ट कार्य हेतु BSA सर द्वारा सम्मानित।
13-राज्य स्तर पर विभागीय या प्रशासनिक या सामाजिक सम्मान-
*राष्ट्रीय अवार्ड--*
01-टीचर्स आइकॉन अवार्ड 2020
02-राष्टीय गौरव सम्मान 2022,
03-गिजुभाई बधेका राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान 2023
*राज्य स्तरीय अवार्ड-*
01-वर्ष 2021 में राज्य स्तरीय कार्यक्रम प्रयागराज में सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक शिक्षा निदेशालय अब्दुल मुबीन सर द्वारा सम्मानित
02- NMMSE 2022-23 में डायट प्राचार्य लखनऊ श्री अजय कुमार सिंह सर द्वारा प्रदेश स्तरीय उत्कृष्ट शैक्षिक सहयोग सम्मान प्राप्त
03- वर्ष 2023 में राज्य स्तरीय कार्यक्रम अलीगढ़ में बेसिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह जी द्वारा सम्मानित।
14- पुस्तक लेखन या साहित्यिक उपलब्धियाँ में- हम बनाएंगे निपुण प्रदेश, वन्दे मातरम, बनेगा विश्व गुरु भारत, हिंदी साहित्य: संवेदना एवं शिल्प, मिशन शक्ति-4, जय श्री राम प्रश्नोत्तरी संग्रह , हिंदी महिला साहित्यकार: जीवन संघर्ष और साहित्य चेतना, हिंदी साहित्य: सामाजिक सरोकार, हरि मंजरी, हिन्दी साहित्य के अनमोल मोती पुस्तकों में लेख प्रकाशित
15-विघालय के बच्चों की उपलब्धिया(आपके मार्गदर्शन मे)- वर्ष 2021-22 में खो खो प्रतियोगिता में ब्लॉक स्तर पर प्रथम एवं जनपद स्तर पर प्रतिभाग, 200मीटर दौड़ में स��िन प्रथम स्थान, वर्ष 2023-24 में कबड्डी प्रतियोगिता में ब्लॉक स्तर पर प्रथम एवं जनपद स्तर पर प्रतिभाग, दिव्यांग बच्चों की दौड़ में अन��त कुमार जनपद स्तर विजेता,
RAA 2022-23 में 3 बच्चे जनपद स्तर पर चंयनित एवं RAA 2023-24 में 2 बच्चे चयनित, NMMSE परीक्षा 2021-22 में 1 बच्चे का चयन, 2022-23 में 05 बच्चों का चयन, 2023-24 में 04 बच्चों का चयन, अटल आवासीय प्रवेश परीक्षा 2023-24 में 03 बच्चे चयनित, वर्ष 2024 में ब्लॉक स्तर पर प्रेरक बालिका चयनित, प्रिया को मिशन शक्ति सम्मान, नवोदय क्रांति परिवार हरियाणा एवं म०प्र० के द्वारा 05 व 08 बच्चों को बालिका दिवस एवं विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर प्रमाणपत्र, नव प्रज्ञा फाउंडेशन द्वारा 05 बच्चों को बाल रत्न सम्मान 2023, MSS के द्वारा 05 बच्चों को प्रेरक विद्यार्थी प्रमाण पत्र, वर्ष 2021-22 में सड़क सुरक्षा माह के समापन पर जिलाधिकारी हमीरपुर द्वारा सम्मानित, भारत माता संगठन हरियाणा द्वारा बाल बलिदान दिवस के अवसर पर 05 बच्चों को प्रमाणपत्र
16- बिशेष उपलब्धि- शिक्षक सम्मान समारोह 2023 में निपुण विद्यालय का प्रमाण पत्र जिलाधिकारी महोदय द्वारा प्राप्त, NMMS परीक्षा में 5 बच्चों के चयन पर डायट प्राचार्य लखनऊ द्वारा विद्यालय को उत्कृष्ट शैक्षिक सहयोग सम्मान।
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nivabupa · 19 days ago
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Black Fungal Disease in Hindi
पिछले कुछ वर्षों में ब्लैक फंगल डिजीज (म्यूकरमाइकोसिस) ने लोगों में चिंता बढ़ा दी है, खासकर कोविड-19 महामारी के दौरान इसके मामलों में तेज़ी देखी गई थी। यह एक दुर्लभ लेकिन गंभीर फंगल संक्रमण है, जो मुख्य रूप से कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को प्रभावित करता है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे what is black fungal disease in hindi, इसके कारण, लक्षण और बचाव के तरीके। साथ ही, यह भी समझेंगे कि ऐसी गंभीर बीमारियों के दौरान स्वास्थ्य बीमा क्यों जरूरी होता है।
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the-trends · 1 month ago
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बीमा क्षेत्र में पूरी तरह से 100 फीसदी एफडीआई मंजूर
Insurance sector: विदेशी निवेश के नियमों को आसान बनाया जाएगा और वर्तमान परिस्थितियों को सरल बनाया जाएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के दोनों वित्तीय और गैर वित्तीय क्षेत्रों में कई सुधारों का ऐलान किया है, जिन्होंने कहा कि सुधार ही विकास के ईंजन बनेंगे। कोविड-19 महामारी के बाद भारतीय बीमा क्षेत्र ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है, इसलिए वित्त मंत्री ने मौजूदा 74 प्रतिशत विदेशी निवेश सीमा को…
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kknlive · 1 month ago
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कोविड-19 का मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव: दीर्घकालिक परिणाम और सुधार के उपाय
कोविड-19 का मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव: दीर्घकालिक परिणाम और सुधार के उपाय...
KKN गुरुग्राम डेस्क |  कोविड-19 महामारी, जो 2019 के अंत में शुरू हुई, ने पूरी दुनिया में जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया। इसने न केवल वैश्विक स्वास्थ्य प्रणालियों को चुनौती दी बल्कि लोगों के मानसिक स्वास्थ्य और जीवनशैली पर भी गहरा असर डाला। जहां कोविड-19 के शारीरिक प्रभावों पर बड़े पैमाने पर अध्ययन किए गए हैं, वहीं इसके मानसिक प्रभावों की गहराई अभी भी सामने आ रही है। इस महामारी के कारण लंबे समय तक…
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allhindinews24h · 1 month ago
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2025 की जनगणना: डिजिटल तरीके से जुटेगा डेटा, जानिए कौन से 34 सवाल होंगे पूछे
भारत में हर दस साल में होने वाली जनगणना एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया होती है, जो न केवल देश की जनसंख्या का आंकड़ा एकत्र करती है, बल्कि यह सामाजिक, आर्थिक और भौतिक परिस्थितियों पर भी डेटा इकट्ठा करती है। 2021 में होने वाली जनगणना को कोविड-19 महामारी के कारण स्थगित किया गया था, और अब इसे 2025 में आयोजित करने की योजना बनाई गई है। इस बार की जनगणना में डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे प्रक्रिया…
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imranjalna · 2 months ago
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भारत में HMPV वायरस का खतरा: कोविड के बाद नई चुनौती, जानें लक्षण और बचाव के उपाय
Threat of HMPV virus in India: New challenge after Covid, know symptoms and prevention measures कोविड-19 महामारी के प्रभाव से उबरने के बाद, भारत एक और स्वास्थ्य चुनौती का सामना कर रहा है। ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामले सामने आ रहे हैं। यह वायरस श्वसन प्रणाली को प्रभावित करता है और खासकर बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के लिए खतरा बन सकता है। क्या है HMPV…
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upcomingyojana · 3 months ago
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Census 2025: भारत में 2025 में सभी राज्यों में होगा जनगणना, जाने कब और कैसे होगा जनगणना
Census 2025: देश के सभी नागरिकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण सूचना है कि जल्द ही भारत में जनगणना 2025 का कार्य शुरू होने वाला है। कोविड-19 महामारी के कारण देश में जनगणना प्रक्रिया लंबे समय तक टाल दी गई थी, लेकिन अब इसे फिर से शुरू करने की खबर सामने आई है। भारत में पिछली बार जनगणना वर्ष 2011 में करवाई गई थी, और तब से अब तक काफी समय बीत चुका है। जनगणना न केवल देश की जनसंख्या का सटीक आंकड़ा प्रदान करती…
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kuldeep83shewale · 3 months ago
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संत रामपाल के बेटे ने बदली दान की परंपरा, जाट महासभा को दिया ऐतिहासिक यो...
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*संत रामपाल जी महाराज जी का समाज सुधार में योगदान* (इसके संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बिंदु नीचे दिए गए हैं, कृपया इन बिंदुओं के अनुसार टिप्पणियां अवश्य करें।)
• नशा मुक्त भारत बनाना :- संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग सुनने मात्र से ही आत्मा निर्मल हो जाती है और उनसे नामदिक्षा लेने से मन के सभी विकार दूर हो जाते हैं। इसीलिए उनसे जुड़ने के उपरांत आज लाखों लोगों ने नशा छोड़ा है और सुखमय जीवन व्यतीत कर रहें हैं।
• समाज से दहेज जैसी कुप्रथा को जड़ से खत्म करना:- संत रामपाल जी के अनुयाई मात्र 17 मिनट में दहेज मुक्त विवाह (रमैनी) करते हैं जिसमें दोनों पक्षों की तरफ से किसी भी चीज का लेन देन नहीं किया जाता । इसी मुहिम के तहत आज हजारों शादियां हो चुकी हैं जिससे लड़कियों को न तो समाज में बोझ समझा जाता है और कन्या भ्रूण हत्या भी खत्म होती जा रही है।
• युवाओं में नैतिक और आध्यात्मिक जागृति लाना :- युवा पीढ़ी जो आज गलत दिशा में जाती जा रही है और अपने मूल उद्देश्य से वंचित रह जाती हैं तो वहीं दूसरी ओर संत रामपाल जी से जुड़े युवा अध्यात्म से जुड़कर सभी विकारों से दूर ���पने उद्देश्य को सफल बना रहें हैं।
• भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करना :- संत रामपाल जी महाराज का कोई भी शिष्य रिश्वतखोरी और चोरी नहीं करते जिससे कि समाज में भ्रष्टाचार खत्म हो रहा है।
• समय समय पर रक्तदान और देहदान जैसे कार्यक्रम आयोजित करना :- संत रामपाल जी के अनुयाई रक्तदान और देहदान कर मानव समाज की मदद कर रहे हैं।
• सतभक्ति प्रदान करके विश्व को मोक्ष प्रदान करना: ऐसे समाज सुधार के कार्य करने वाले महान तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज वर्तमान में ��गभग 11 सतलोक आश्रमों में 3 दिवसीय विशाल भंडारा साल में 6 बार करवाते है।
• भ्रूण हत्या के खिलाफ अभियान: भ्रूण हत्या, विशेषकर कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए कार्यक्रम चलाना।
• अंतरधार्मिक सद्भावना: विभिन्न धर्मों के बीच सद्भावना और एकता को बढ़ावा देना। संत जी ने सभी धर्मग्रंथों के आधार पर एक परमात्मा की ओर ध्यान केंद्रित कर धार्मिक एकता का संदेश दिया।
• प्राकृतिक आपदाओं में राहत कार्य
COVID-19 महामारी के दौरान सहायता: कोविड-19 महामारी के दौरान लॉकडाउन के चलते हरियाणा राज्य के कई शहरों में मजदूर फंस गए थे। स्थानीय प्रशासन स्थिति को संभालने में असमर्थ हो गया था। तब संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों ने उन मजदूरों के रहने, भोजन, पानी और अन्य ज़रूरतों का इंतज़ाम संत जी के आश्रम में ही किया। प्रशासन को भी राहत मिली और मजदूरों को उनके घरों तक पहुँचाया गया। रास्ते के लिए भोजन और पानी की बोतलें भी संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों ने निःशुल्क उपलब्ध करवाईं।
• बाढ़ पीड़ितों को सहायता: 2023 में हरियाणा के 12 जिलों में भयंकर बाढ़ आई थी, जहाँ संत रामपाल जी के शिष्यों ने बाढ़ पीड़ितों को भोजन और अन्य आवश्यक सामग्री ट्रैक्टरों में ले जाकर प्रदान की। संत जी के शिष्य जहां कहीं भी समाज सेवा का मौका देखते हैं, तुरंत आगे आकर सेवा कार्य में लग जाते हैं।
• रेल हादसे में सहायता: 2 जून 2023 को ओडिशा में भीषण रेल हादसा हुआ, जिसमें करीब 300 लोगों की मौत हो गई और करीब 1000 लोग घायल हो गए। इस दुख की घड़ी में संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी मसीहा बनकर आगे आए। 16 जून को ओडिशा के संबलपुर में संत रामपाल जी के अनुयायियों ने 278 यूनिट रक्तदान किया और घायलों की मदद की।
• पर्यावरण संरक्षण के लिए बड़े पैमाने पर पौधारोपण अभियान चलाना जैसे कि पंजाब और मध्यप्रदेश में लाखों पौधे रोपना। इन अभियानों का उद्देश्य पर्यावरण को हरा-भरा रखना और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करना है।
• स्वच्छता अभियान: संत रामपाल जी के अनुयायियों द्वारा नियमित रूप से स्वच्छता अभियानों का आयोजन किया जाता है। इन अभियानों का उद्देश्य समाज को स्वच्छ और स्वास्थ्यप्रद वातावरण प्रदान करना है।
• सामाजिक समानता और न्याय
– सामाजिक न्याय का प्रसार: संत रामपाल जी ने समाज में व्याप्त असमानताओं और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने सामाजिक न्याय और समानता के सिद्धांतों को अपने अनुयायियों के बीच फैलाया।
• गरीबों और बेसहारा लोगों की सहायता:
संत रामपाल जी के अनुयायी नियमित रूप से गरीबों और बेसहारा लोगों की सहायता करते हैं। वे भोजन, वस्त्र, और शिक्षा जैसी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए काम करते हैं।
• वृद्धों और अनाथों की देखभाल: संत रामपाल जी के अनुयायियों द्वारा वृद्धों और अनाथ बच्चों की देखभाल के लिए विशेष प्रयास किए जाते हैं, जिससे वे भी समाज में सम्मान और सुरक्षा के साथ जीवन व्यतीत कर सकें।
• आध्यात्मिकता के प्रति जागरूक करना: संत रामपाल जी महाराज अपने सत्संगों में शास्त्रों से प्रमाणित ज्ञान और पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब की वाणियों से शिक्षा देते हैं, जो व्यक्ति के भीतर बदलाव ला देती है और बुराइयों के प्रति घृणा उत्पन्न करती है।
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colonelrajyavardhanrathore · 4 months ago
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डोमिनिका का सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान मिलना प्रधानमंत्री मोदी जी के प्रेरणादायी दूरदर्शी नेतृत्व का प्रतीक : कर्नल राज्यवर्धन राठौड़
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को डोमिनिका का सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान दिए जाने ��ी घोषणा पर कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने दी शुभकामनाएं
डोमिनिका का सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान मिलना प्रधानमंत्री मोदी जी के प्रेरणादायी दूरदर्शी नेतृत्व का प्रतीक : कर्नल राज्यवर्धन राठौड़
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में वैश्विक अनिश्चितता के बीच भारत आशा की किरण बनकर उभर रहा है : कर्नल राज्यवर्धन राठौड़
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राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने गुरुवार को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को कैरेबियाई द्वीप देश डोमिनिका द्वारा अपने देश का सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान दिए जाने की घोषणा करने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा, भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा को एक और अद्वितीय सम्मान। यह भारत के लिए गर्व का क्षण है कि Dominica ने अपने सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान The Dominica Award of Honour से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को सम्मानित किए जाने की घोषणा की है। यह प्रधानमंत्री मोदी जी के लिए 16वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मान है, जो उनके प्रेरणादायी दूरदर्शी नेतृत्व का प्रतीक है। हार्दिक शुभकामनाएं मोदी जी। प्रधानमंत्री मोदी जी ने कोविड-19 महामारी के दौरान डोमिनिका की काफी मदद की थी। मोदी जी के इस योगदान से डोमिनिका और भारत की साझेदारी और मजबूत हुई है। यह पुरस्कार प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में स्वास्थ्य, सेवा, शिक्षा और सूचना प्रौद्योगिकी में डोमिनिका के लिए भारत के समर्थन को भी मान्यता देता है। मोदी जी डोमिनिका के सच्चे साथी रहे हैं। माननीय मोदी जी के कुशल नेतृत्व में वैश्विक अनिश्चितता के बीच भारत आशा की किरण बनकर उभर रहा है
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rightnewshindi · 9 days ago
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बारबाडोस ने सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से किया सम्मानित, जानें क्या किया था ऐसा काम
PM Modi News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोविड-19 महामारी के दौरान उनके रणनीतिक नेतृत्व और मूल्यवान सहायता के सम्मान में प्रतिष्ठित ऑनरेरी ऑर्डर ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. विदेश मंत्रालय (MEA) ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि विदेश और कपड़ा राज्य मंत्री पाबित्रा मार्गेरिटा ने बारबाडोस के ब्रिजटाउन में आयोजित एक समारोह में प्रधानमंत्री मोदी की ओर से यह पुरस्कार…
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narmadanchal · 3 months ago
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मुख्यमंत्री निवास का 16 को, 17 दिसंबर को विधानसभा का घेराव करेंगे कोरोना योद्धा
भोपाल। कोविड 19 आयुष चिकित्सक संघ मध्यप्रदेश द्वारा 16 दिसंबर को मुख्यमंत्री निवास एवं 17 दिसंबर को मध्यप्रदेश विधानसभा भोपाल का घेराव किया जाएगा। संघ के प्रदेश संयोजक डॉ.अंकित असाटी ने बताया कि कोविड 19 महामारी के दौरान मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था ठीक नहीं थी, प्रदेश में चिकित्सकीय मानव संसाधन की कमी थी और प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था क ठीक करने एवं मानव संसाधन की कमी को पूरा करने के लिए…
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adanigroup · 4 months ago
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https://www.mangaloremirror.com/%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%85%e0%a4%a1%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%ac%e0%a4%82%e0%a4%a7-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0/
2020 में, कोविड-19 महामारी के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान की शुरुआत की। इस पहल का उद्देश्य था कि भारत अपनी उत्पादन क्षमताओं को बढ़ाकर आत्मनिर्भर बने और विदेशी आयात पर अपनी निर्भरता कम करे। मोदी अडानी संबंध इस अभियान के कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
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deshbandhu · 4 months ago
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Kheti se Kaise Badha Sakate Hain Rojagaar ke Avasar?
खेती भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। देश की अधिकतर जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है, जहाँ कृषि ही मुख्य आजीविका का साधन है। पिछले कुछ दशकों में खेती और इससे जुड़े क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर उभरकर सामने आए हैं। खासकर कोविड-19 महामारी के बाद, कई लोग अपने गांव लौटे और खेती में रोजगार के विकल्प तलाशने लगे। इस लेख में, हम खेती में रोजगार के विभिन्न अवसरों पर विचार करेंगे और समझेंगे कि कैसे ये अवसर न केवल ग्रामीण विकास में योगदान दे सकते हैं, बल्कि युवाओं को भी आत्मनिर्भर बना सकते हैं।
1. खेती से जुड़ी विविधता और रोजगार के अवसर
खेती का दायरा केवल फसल उगाने तक सीमित नहीं है। आज खेती में विभिन्न प्रकार के रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं, जो किसानों और युवाओं को एक स्थिर आय के साथ नए कौशल भी प्रदान करते हैं। उदाहरण के लिए, जैविक खेती, मधुमक्खी पालन, मशरूम की खेती, फूलों की खेती, मत्स्य पालन, और ��ागवानी जैसे क्षेत्रों में रोजगार के कई विकल्प उभर रहे हैं। इन क्षेत्रों में शुरुआत करने के लिए तकनीकी जानकारी के साथ-साथ सरकारी योजनाओं का भी सहयोग मिलता है, जो शुरुआती लागत को कम करने में मदद करते हैं।
2. कृषि प्रसंस्करण और खाद्य प्रसंस्करण
कृषि प्रसंस्करण और खाद्य प्रसंस्करण से रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं। फसल के बाद की प्रक्रियाएं जैसे धान को चावल में बदलना, गेहूं से आटा बनाना, फल और सब्जियों का संरक्षण, और दूध से दुग्ध उत्पाद बनाना आदि कार्यों के लिए कारखानों की स्थापना ग्रामीण क्षेत्रों में की जा रही है। यह स्थानीय स्तर पर ही रोजगार सृजित करता है। किसान अब अपनी फसल बेचने की बजाय, प्रसंस्करण कर अधिक मुनाफा कमा सकते हैं और साथ ही क्षेत्र में रोजगार भी पैदा कर सकते हैं।
3. एग्रो-टेक्नोलॉजी और डिजिटल खेती
एग्रो-टेक्नोलॉजी का उभरना खेती में एक बड़ी क्रांति ला रहा है। स्मार्टफोन, ड्रोन्स, सैटेलाइट मैपिंग, और सेंसर जैसे उपकरणों का उपयोग करके अब खेती को अधिक सटीक और लाभकारी बनाया जा सकता है। इसके लिए युवाओं को प्रशिक्षित करने और उन्हें इस तकनीक में दक्षता दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। डिजिटल खेती में जैसे ही लोग शामिल होते हैं, कई रोजगार के अवसर उत्पन्न होते हैं, क्योंकि इस क्षेत्र में तकनीकी ज्ञान और प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है।
4. सरकार की योजनाएँ और रोजगार सृजन
भारत सरकार ने कृषि और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार बढ़ाने के लिए कई योजनाएँ चलाई हैं, जैसे प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, और मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना। इन योजनाओं का उद्देश्य किसानों को नई तकनीकों से जोड़ना और उनके उत्पादन में वृद्धि करना है। साथ ही, इन योजनाओं के माध्यम से युवाओं को कृषि में रोजगार के अवसर दिए जा रहे हैं। विशेष रूप से महिला किसान और छोटे किसानों को वित्तीय सहायता और अनुदान दिया जा रहा है, जिससे वे अपनी कृषि को नए स्तर पर ले जा सकते हैं और स्थायी रोजगार के अवसर बना सकते हैं।
5. डेयरी उद्योग और पशुपालन में रोजगार के अवसर
खेती के साथ-साथ डेयरी और पशुपालन भी एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जिसमें रोजगार की अच्छी संभावनाएँ हैं। गाय, भैंस, बकरी, और मुर्गीपालन जैसे पशुपालन के व्यवसायों में निवेश कर, लोग एक स्थिर और अच्छा आय स्रोत बना सकते हैं। इसके अलावा, दुग्ध उत्पादों के प्रसंस्करण, जैसे मक्खन, घी, पनीर आदि बनाने के कारखानों में भी रोजगार के अवसर ��ौजूद हैं। डेयरी उद्योग में रोजगार के साथ-साथ पोषण और आर्थिक सुरक्षा भी प्राप्त की जा सकती है।
6. कृषि-पर्यटन: एक नया पहलू
कृषि-पर्यटन, जिसे एग्रो-टूरिज्म भी कहा जाता है, खेती में रोजगार का एक अनूठा तरीका है। इसके तहत शहरी क्षेत्रों के लोग गांवों में आकर खेती के अनुभव का आनंद लेते हैं और ग्रामीण जीवनशैली को नज़दीक से देखते हैं। इससे न केवल किसानों की आय में वृद्धि होती है, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होते हैं। स्थानीय हस्तशिल्प, भोजन, और खेती के उत्पादों की बिक्री से किसानों की आय में इजाफा होता है और रोजगार के नये अवसर भी उत्पन्न होते हैं।
7. मशरूम उत्पादन और बागवानी में अवसर
मशरूम उत्पादन एक तेजी से बढ़ता हुआ व्यवसाय है, जिसमें ज्यादा पूंजी की आवश्यकता नहीं होती और यह एक अच्छा रोजगार विकल्प भी है। इसके अलावा, बागवानी, जिसमें फल, सब्जियों और फूलों की खेती शामिल है, रोजगार के नए रास्ते खोल रही है। यह क्षेत्र उन लोगों के लिए अधिक उपयुक्त है, जो छोटी जगह में अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं। सरकार भी मशरूम उत्पादन और बागवानी को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण और सब्सिडी उपलब्ध कराती है।
8. खेती में उद्यमिता का उदय
खेती में उद्यमिता का बढ़ता चलन आज के युवाओं के लिए एक आकर्षक अवसर बनता जा रहा है। वे खेती के पारंपरिक तरीकों से हटकर नई तकनीकों और व्यापार मॉडल का प्रयोग कर रहे हैं। कृषि उद्यमिता में युवाओं को अपने कृषि उत्पादों को बेचने के लिए नए रास्ते खोजने होते हैं। इसमें ऑनलाइन मार्केटिंग, वितरण चैनल, और अन्य डिजिटल प्लेटफार्मों का उपयोग कर मुनाफा कमाना भी शामिल है।
9. खेती में कौशल विकास और प्रशिक्षण
खेती में रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए कौशल विकास और प्रशिक्षण महत्वपूर्ण है। सरकार और गैर-सरकारी संगठन युवाओं को खेती से जुड़े विभिन्न कौशल जैसे जैविक खेती, मधुमक्खी पालन, मछली पालन, और बागवानी आदि में प्रशिक्षण देने के लिए कार्यक्रम चला रहे हैं। इससे युवाओं में आत्मनिर्भरता की भावना बढ़ती है और वे कृषि क्षेत्र में नए रोजगार के अवसर पैदा कर सकते हैं।
10. रोजगार सृजन के लिए कृषि से संबद्ध क्षेत्रों का विकास
कृषि से जुड़े विभिन्न क्षेत्र जैसे कृषि यंत्र, उर्वरक उत्पादन, बीज उत्पादन और वितरण, कृषि परामर्श, और कृषि शिक्षण भी रोजगार के बड़े स्रोत हैं। इन क्षेत्रों में युवा इंजीनियर, वैज्ञानिक, और शिक्षाविद् एक नया करियर बना सकते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि तकनीकी और परामर्श सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिससे किसानों को नए तरीकों के बारे में जानकारी मिलती है और युवा इन सेवाओं के माध्यम से रोजगार पा सकते हैं।
निष्कर्ष
खेती में रोजगार के अवसर एक उज्ज्वल भविष्य का संकेत देते हैं। जहां एक ओर, यह क्षेत्र किसानों को नए तरीके अपनाने का मौका देता है, वहीं दूसरी ओर, युवाओं के लिए आत्मनिर्भरता का मार्ग प्रशस्त करता है। खेती में रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देकर न केवल ग्रामीण क्षेत्रों का विकास हो सकता है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी एक मजबूत आधार मिल सकता है।
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dainiksamachar · 7 months ago
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भारतीय शटलर सुहास यथिराज ने रचा इतिहास, हमवतन को हराकर फाइनल में पहुंचे
पेरिस: तोक्यो चरण के रजत पदक विजेता रविवा�� को हमवतन सुकांत कदम को सीधे गेम में हराकर पुरुष एकल बैडमिंटन एसएल4 फाइनल में पहुंचे और वह पैरालंपिक में लगातार दो पदक जीतने वाले पहले भारतीय शटलर बनने के लिए तैयार हैं। 2007 बैच के आईएएस अधिकारी 41 वर्षीय सुहास ने सुकांत को 21-17, 21-12 से हराकर एक बार फिर पैरालंपिक के फाइनल में जगह बनाई। कोविड-19 महामारी के दौरान गौतम बुद्ध नगर के जिला मजिस्ट्रेट के रूप में काम करने वाले सुहास प्रयागराज के डीएम भी थे। फाइनल में अब उनका सामना फ्रांस के लुकास माजुर से होगा जो तीन साल पहले तोक्यो पैरालंपिक के फाइनल में उनसे हारने के बाद बदला चुकता करना चाहेंगे। सुकांत अब कांस्य पदक के लिए खेलेंगे। कंप्यूटर इंजीनियर से आईएएस अधिकारी बने सुहास ने अपने टखने की कमजोरी को बैडमिंटन के प्रति अपने जुनून में कभी बाधा नहीं बनने दिया। वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार के तहत युवा कल्याण और प्रांतीय रक्षक दल के सचिव और महानिदेशक के रूप में तैनात सुहास का प्रशासन से बैडमिंटन कोर्ट तक का सफर उनकी उल्लेखनीय दृढ़ता के बारे में है। अपनी जीत के साथ सुहास पेरिस पैरालंपिक में भारत की स्वर्ण पदक की उम्मीदों को जीवंत रखने वाले नितेश कुमार (एसएल 3) के साथ शामिल हो गए हैं।नितेश कुमार भी फाइनल मेंशीर्ष वरीयता प्राप्त भारतीय पैरा बैडमिंटन नितेश कुमार ने रविवार को पेरिस पैरालंपिक के सेमीफाइनल में जापान के डाइसुके फुजिहारा पर सीधे गेम में शानदार जीत से पुरुष एकल एसएल3 वर्ग के फाइनल में प्रवेश कर पदक सुनिश्चित कर दिया। नितेश (29 वर्ष) ने 48 मिनट तक चले सेमीफाइनल में फुजिहारा पर 21-16 21-12 से जीत क��� साथ अपना दबदबा दिखाया। 2009 में हुई एक दुर्घटना में उनका पैर स्थायी रूप से विकलांग हो गया था। सेमीफाइनल में अपनी हमवतन से भिड़ेंगी मनीषा रामदासमनीषा रामदास ने एसयू5 वर्ग में महिलाओं के एकल सेमीफाइनल में जगह बनाई जहां उनका सामना हमवतन तुलसीमति मुरुगेसन से होगा जिससे भारत का इस स्पर्धा में पदक पक्का हो गया। मनीषा के दाहिने हाथ में जन्म से ही विकार था। इस 19 वर्षीय खिलाड़ी को क्वार्टर फाइनल में जापान की मामिको टोयोडा को 21- 13 21-16 से हराने में कोई परेशानी नहीं हुई। दूसरी वरीयता प्राप्त भारतीय खिलाड़ी ने अपनी गैरवरीय प्रतिद्वंद्वी को केवल 30 मिनट में बाहर का रास्ता दिखाया। अंतिम चार में मनीषा का मुकाबला शीर्ष वरीयता प्राप्त तुलसीमति से होगा, जिन्होंने शनिवार को ग्रुप ए में पुर्तगाल की बीट्रिज मोंटेइरो को हराया था। http://dlvr.it/TCgN4R
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