#कर�� जौहर
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एक शादी शुदा स्त्री , जब किसी पुरूष से मिलती है ... उसे जाने अनजाने में अपना दोस्त बनाती है .... तो वो जानती है की न तो वो उसकी हो सकती है .... और न ही वो उसका हो सकता है .... वो उसे पा भी नही सकती और खोना भी नही चाहती .. फिर भी वह इस रिश्ते को वो अपने मन की चुनी डोर से बांध लेती है .... तो क्या वो इस समाज के नियमो को नही मानती ? क्या वो अपने सीमा की दहलीज को नही जानती ? जी नहीं .... !! वो समाज के नियमो को भी मानती है .... और अपने सीमा की दहलीज को भी जानती है ... मगर कुछ पल के लिए वो अपनी जिम्मेदारी भूल जाना चाहती है ... !! कुछ खट्टा ... कुछ मीठा .... आपस मे बांटना चाहती है .. जो शायद कही और किसी के पास नही बांटा जा सकता है .वो उस शख्स से कुछ एहसास बांटना चाहती है ... जो उसके मन के भीतर ही रह गए है कई सालों से ... थोडा हँसना चाहती है . खिलखिलाना चाहती हैं ... वो चाहती है की कोई उसे भी समझे बिन क��े ... सारा दिन सबकी फिक्र करने वाली स्त्री चाहती है की कोई उसकी भी फिक्र करे ... वो बस अपने मन की बात कहना चाहती है ... जो रिश्तो और जिम्मेदारी की डोर से आजाद हो ... कुछ पल बिताना चाहती है ... जिसमे न दूध उबलने की फिक्र हो , न राशन का जिक्र हो .... न EMI की कोई तारीख हो .... आज क्या बनाना है , ना इसकी कोई तैयारी हो .... बस कुछ ऐसे ही मन की दो बातें करना चाहती है .... कभी उल्टी सीधी , बिना सर पैर की बाते ... तो कभी छोटी सी हंसी और कुछ पल की खुशी ... बस इतना ही तो चाहती है .... आज शायद हर कोई इस रिश्ते से मुक्त एक दोस्त ढूंढता है .. .. जो जिम्मेदारी से मुक्त हो ... ,
एक सुहागन औरत की रणभूमि उसके सुहाग का बिस्तर होता है,
जहा वो हर जीत को भूल बस अपने यद्ध कला का भरपूर प्रदर्शन करती,🔥🔥🔥🔥
अपने यौवन के तीर को कामुकता भरे अंदाज में प्रहार करती है,🔥🔥🔥
अपने वस्त्रों को त्याग कर रणभूमि में निडर हो कर अपने कामवासनाओं के शास्त्रो के साथ रणभुमि में अपने यौवन 🥵का भार पुर जौहर दिखती है,💋
अपने तन के शास्त्रो को एक एक कर ऐसे प्रहार करती है कि रणभुमि भी उसके वीरता की गवाही देने पर मजबूर हो जाती है,
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बसंत से बातचीत का एक लम्हा
सुदामा पांडेय 'धूमिल'
वक़्त जहाँ पैंतरा बदलता है
बेगाना
नस्लों के
काँपते जनून पर
एक-एक पत्ती जब
जंगल का रुख अख़्तियार करे
आ !
इसीलिए कहता हूँ, आ
एक पैना चाकू उठा
ख़ून कर
क्यों कि यही मौसम है :
काट
कविता का गला काट
लेकिन मत पात
रद्दी के शब्दों से भाषा का पेट
इससे ही
आदमी की सेहत
बिगड़ती है ।
हलका वह होता है,
लेकिन हर हाल में
आदमी को बचना है
गिरी हुई भाषा के खोल में
चेहरा छिपाता है
लेकिन क्या बचता है ?
बचता कत्तई नहीं है।
ऎसे में
ऎसा कर
ढाढ़स दे
पैसा भर
इतना कह
भाई रे !
करम जले मौसम का
नंगापन
नंगई नहीं है।
आ मरदे !
बैठा है पेड़ पर
विधवा के बेटे-सा
फक्कड़-मौलान
नीचे उतर
आदमी के चेहरे को
हँसी के जौहर से
भर दे।
परती पड़े चेहरों पर
कब्ज़ा कर।
हलकू को कर जबर।
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23 साल पहले आई इस फिल्म के लिए काजोल नहीं ऐश्वर्या थीं पहली पसंद
साल 2000 में शाहरुख खान और ऐश्वर्या राय की फिल्म ‘मोहब्बतें’ आई जो सुपरहिट हुई थी. जब इस फिल्म की शूटिंग चल रही थी तभी करण जौहर ने ऐश्वर्या को अपनी एक फिल्म के लिए सिलेक्ट कर लिया था. लेकिन बाद में उन्हें अपनी उस फिल्म में काजोल को लेना पड़ा, हालांकि काजोल और शाहरुख की जोड़ी भी उस दौर में काफी फेमस हुआ करती थी. हम जिस फिल्म की बात कर रहे हैं उसका नाम ‘कभी खुशी कभी गम’ है और इस फिल्म में शाहरुख…
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दीपावली तक लोप्रोफाइल ही रहेगा चुनाव प्रचार
भोपाल। बुधनी एवं विजयपुर विधानसभा के उपचुनाव में नामांकन-पत्र दाखिल करने के दौरान शक्ति प्रदर्शन करके अब राजनीतिक दल लोप्रोफाइल चुनाव प्रचार की राह पर चल रहे हैं और दीपावली त्यौहार के बाद ही चुनाव प्रचार जोर पकड़ेगा।
दरअसल, प्रदेश में बुधनी और विजयपुर विधानसभा के उपचुनाव 13 नवंबर को होना है जिसके लिए दोनों ही प्रमुख दल पिछले कुछ महीनो से तैयारी कर रहे हैं और प्रतिष्ठा का चुनाव लड़ रहे हैं नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान दोनों ही सीटों पर बारी-बारी से जमकर शक्ति प्रदर्शन किया और उसके बाद दिग्गज नेताओ की बजाय स्थानीय नेताओं ने चुनाव प्रचार की कमान संभाल ली है और यह धीमी गति का चुनाव प्रचार दीपावली और दूज तक चलेगा। फिर इसके बाद दोनों ही दलों के दिग्गज नेता चुनाव मैदान में अपना जौहर दिखाने आएंगे। https://www.nayaindia.com/opinion/columnist/by-elections-of-budhni-and-vijaypur-assembly-constituencies-477476.html
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गोफ़ू ज्वालामुखी ने जीता डाडासीबा का सायर दंगल, महिला पहलवान कृतिका ने दिखाए जौहर
Kangra News: डाडा सीबा में आयोजित ऐतिहासिक सायर दंगल की बड़ी माली जिला कांगड़ा के युवा पहलवान गोफ़ू ज्वालामुखी ने शेरा कोहाली को उम्दा दांवपेच से पराजित कर जीत ली। दंगल कमेटी द्वारा विजेता पहलवान को 31,000 रुपये जबकि उप विजेता पहलवान को 21,000 रुपये नकद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। दंगल में 65 से भी ऊपर कुश्ती मुकाबले करवाये गए। सायर दंगल डाडा सीबा को जसवां परागपुर कांग्रेस के नेता लव कंवर…
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Jamshedpur sanaulla Ansari cremated : मशहूर समाजसेवी सनाउल्लाह अंसारी को नम आंखों से किया गया सुपुर्द-ए-खात, विगत तीन महीने से गंभीर रूप से चल रहे थे बीमार
जमशेदपुर : मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता, सेंट्रल पीस कमिटी के मेंबर एवं मुंशी मोहल्ला मस्जिद के उपाध्यक्ष सनाउल्लाह अंसारी का इंतकाल हो गया जो के पिछले तीन महीने से काफी बीमार थे. सनाउल्लाह अंसारी की मृत्यु की खबर सुन कर पूरे शहर में गम का माहौल हो गया और उनके घर पर लोगों का तांता लग गया. उनके जनाजे की नमाज आम बगान ईदगाह में मुंशी मोहल्ला मस्जिद के इमाम हैदर परवेज ने जौहर की नमाज के बाद जनाजे की नमाज…
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Karan Johar News: फिल्ममेकर करण जौहर का उड़ा मजाक, इंस्टाग्राम पर पोस्ट साझा कर कलाकार का छलका दर्द
http://dlvr.it/T6VBzk
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प्रथम आक्षेप की समीक्षा
सर्वप्रथम हम वेदों पर उठाये गये आक्षेपों का उत्तर दे रहे हैं। उसमें भी सबसे अधिक प्रक्षेप वेद का भेद साइट पर सुलेमान रजवी ने किये हैं। राजवी वेदों पर हिंसा एवं साम्प्रदायिकता का आरोप लगाते हुए लिखते हैं—
आक्षेप संख्या १ – Vedas are terror manual which turns humans into savages. Many tribes were destroyed as a result of the violent passages in Vedas. As per Vedas, you must kill a person who rejects Vedas, who hates Vedas and Ishwar, who does not worship, who does not make offerings to Ishwar, who insults god (Blasphemy), one who oppresses a Brahmin etc. There are several passages in Vedas which calls for death of disbelievers. अर्थात् इनकी दृष्टि में वेद मनुष्य को बर्बर आतंकी बनाने वाला ग्रन्थ है। इस ग्रन्थ ने अनेक जनजातियों को नष्ट कर दिया है। वेद और ईश्वर को न मानने वाले, ईश्वर की पूजा न करने वाले, ईश्वर की निन्दा करने वाले और ब्राह्मïण का अपमान करने वाले को मार डालने का आदेश वेद में दिया गया है।
इसके साथ ही रजवी का कहना है कि वेदों को मानने वाले वेदों में निर्दिष्ट हिंसा को नहीं देखते, बल्कि अन्य सम्प्रदायों के ग्रन्थों का गलत अ��्थ करके उन पर हिंसा का आरोप लगाते हैं।
आक्षेप की समीक्षा – मैं रजवी के साथ सभी इस्लामी विद्वानों से पूछना चाहूँगा कि मक्का-मदीना से प्रारम्भ हुआ इस्लाम क्या शान्ति और सत्य के द्वारा विश्व के ५६-५७ देशों में फैला है? क्या तैमूर, अलाउद्दीन खिलजी, बाबर, अकबर और औरंगजेब जैसे लोग इस्लाम के शान्तिदूत बनकर भारत में आए थे? क्या इन शान्तिदूतों की शान्ति से आहत होकर हजारों रानियों ने जौहर करके अपने प्राण गँवाए थे? क्या उन्होंने भारत में शान्ति की स्थापना के लिए हजारों मन्दिर तोड़े थे? क्या कुरान में काफिरों की गर्दनें उड़ाने का वर्णन नहीं है? आप वेदानुयायियों के द्वारा वनवासियों, जिन्हें षड्यन्त्रपूर्वक आदिवासी कहा गया है, की हत्या का आरोप लगा रहे हैं। आपको इतनी समझ तो रखनी चाहिए कि भारत में आज भी वनवासी वर्ग अपनी परम्परा व मान्यताओं को प्रसन्नतापूर्वक निभा रहा है और इस्लामी देशों में सभी को बलपूर्वक या तो इस्लामी मान्यताओं को मानने के लिए विवश किया गया है अथवा उन्हें नष्ट कर दिया गया है। भारत में तो सम्पूर्ण वनवासी समाज क्षत्रियों के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर राष्ट्र की रक्षा के लिए अपना बलिदान देता चला आया है, चाहे इस्लामी आक्रान्ताओं के विरुद्ध युद्ध हो अथवा अंग्रेजों के विरुद्ध। वनवासियों ने सदैव राष्ट्र व धर्म की रक्षा के लिए सदैव अपना बलिदान दिया है। इसलिए आपको अपने घर की चिन्ता करनी चाहिए, हमारे घर की नहीं। अगर वेदानुयायी समाज हिंसक होता, तो संसार में कोई दूसरा सम्प्रदाय पैदा ही नहीं होता और यदि पैदा हो जाता, तो वह जीवित भी नहीं रहता।
आप कुरान पर किये गये किसी आक्षेप को नासमझी का पर���णाम बता रहे हैं, तो कृपया समझदारी का परिचय देकर क्या आप कुरान के उन अनुवादों को नष्ट करवा कर उनके सही अनुवाद कराने का साहस करेंगे? छह दिन में सम्पूर्ण सृष्टि का बन जाना, मिट्टी से मानव का शरीर बन जाना, खुदा का तख्त पर बैठे रहना एवं अन्य सृष्टि सम्बन्धी आयतों की सही व्याख्या करके सम्पूर्ण सृष्टि प्रक्रिया को मुझे समझाने का प्रयास करेंगे? मैं निश्चित रूप से कह सकता हूँ कि कोई भी इस्लामी विद्वान् इसमें समर्थ नहीं हो सकता।
आपने वेद को तो सही ढंग से समझ ही लिया होगा, तभी तो आरोप लगा रहे हैं। यदि आप वेद ��मझते हैं, तब तो आपको किसी के भाष्य उद्धृत करने की आवश्यकता ही नहीं थी। यहाँ ऐसा प्रतीत होता है कि आपका मुख्य लक्ष्य आर्यसमाज एवं पौराणिक (कथित सनातनी हिन्दु) को ही बदनाम करना है। आपको संस्कृत भाषा का कोई ज्ञान नहीं है, अन्यथा आप आचार्य सायण का भाष्य भी उद्धृत करते। आपने श्री देवीचन्द को भी आर्य विद्वान् कहा है, यह ज्ञान क्या आपको खुदा ने दिया है कि देवीचन्द आर्यसमाज के विद्वान् थे? मैंने तो आर्य समाज में किसी देवीचन्द नामक वेदभाष्यकार का नाम तक नहीं सुना। भाष्यों में भी प्राय: आपने अंग्रजी अनुवादों को ही अधिक उद्धृत किया है। इससे यह भी सिद्ध होता है कि आपको हिन्दी भाषा का भी बहुत अधिक ज्ञान नहीं है और केवल अंग्रेजी भाषा पढक़र वेद के अधिकारी विद्वान् बनकर वेद पर आक्षेप करने बैठ गये। मैं मानता हूँ कि ऋषि दयानन्द के अतिरिक्त अन्य सभी भाष्यकारों से वेदभाष्य करने में भारी भूलें हुई हैं। अब हम क्रमश: आपके द्वारा उद्धृत एक-एक वेद मन्त्र पर विचार करते हैं—
क्रमशः...
सभी वेदभक्तों से निवेदन है कि वेदों पर किये गए आक्षेपों के उत्तर की इस शृंखला को आधिकाधिक प्रचारित करने का कष्ट करें‚ जिससे वेदविरोधियों तक उत्तर पहुँच सके और वेदभक्तों में स्वाभिमान जाग सके।
✍ आचार्य अग्निव्रत नैष्ठिक
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69वें फिल्मफेयर अवार्ड में हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बचे कार्तिक आर्यन,फैंस ने तोड़ा बैरिकेड !
गुजरात टूरिज्म को प्रोत्साहन देने के लिए इस बार 69वें फिल्मफेयर अवार्ड की शुरुआत गुजरात के गांधीनगर में हो चुकी है, जिसे करण जौहर और मनीष पॉल होस्ट कर रहे हैं। इस साल के फिल्मफेयर अवार्ड्स गुजरात में आयोजित किए गए थे. ऐसे में अपने फेवरेट सितारों की एक झलक देखने के लिए हजारों की संख्या में फैंस पहुंचे थे। इस बीच बॉलीवुड के हैंडसम हंक एक्टर कार्तिक आर्यन इस अवार्ड फंक्शन में सहयोग करने के लिए…
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Koffee With Karan Season 8: रणवीर सिंह और रनबीर कपूर के साथ दीपिका पादुकोण नजर आएंगी करन जोहर की नयी मूवी मैं देखिये दीपिका का बयान
��ो दोस्तों आज आपका भाई फिर से एक और ब्लॉकबस्टर आर्टिकल लेकर आ चुका है koffee with karan season 8 इसमें आज हम एक ऐसे डायरेक्टर के बारे में बात करेंगे जिन्हे आप बहुत अच्छे से अवगत है क्योंकि यह एक बहुत बड़े सफल डायरेक्टर हैं और न��यू कॉमर्स को रोल देने में भी जाने जाते हैं जैसे कि आप समझ गए होंगे की आज हम बात कर रहे karan जोहर के बारे मैं जोकि एक बोहोत बड़े सफल डायरेक्टर जिन्होंने हिंदी टेलीविज़न मैं बोहोत सी बड़ी बड़ी फिल्मे दी है और इसी के साथ ही karan johar ने कई ऐसे एक्टर भी है हिंदी बॉलीवुड के जिन्हे बॉलीवुड मैं लाया है जैसे आलिया भट इनके करियर की शुरुआत भी karan जोहर की वजहे से फिल्म स्टूडेंट ऑफ़ the ईयर मूवी से हुई थी और इसी के साथ ही सिद्धार्थ मल्होत्रा और वरुण धवन और आदि.आज हम आपको रोचक तथ्य के बारे में बताने वाले हैं तो आप बने रहिए हमारे साथ तो चलिए शुरू करते हैं koffee with karan season 8.
Koffee With Karan Season 8 ( Ranveer and Deepika )
तो जैसे कि आप जानते ही हैं करण जौहर का अपना एक शो है जिसे वह खुद ही होस्ट करते हैं जिसका नाम है कॉफी विद करण उसका सीजन 8 चल ही रहा है और इसी के साथ ही वह चर्चा का विषय भी बन रहा है आए दिन इस सीजन के विवाद सोशल मीडिया पर आते-जाते रहते हैं जिसे आप अच्छे से जानते ही हैं दोस्तों इस एपीसोड में कॉफी विद करण में रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण भी एक मेहमान के रूप में शो में अंदर आए जिसमें उन दोनों को karan के तीखे सवालों का जवाब देने थे तो करण जौहर ने रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण से तीखे सवाल करें जिसमें उन्होंने अपनी पूरी लाइफ का खुलासा किया और कुछ फैक्ट्स बताएं पब्लिक के आगे रणबीर कपूर को लेकर भी कई बड़े खुलासे किये और करण जौहर ने अपनी एक नेक्स्ट मूवी का आईडिया भी बता दिया है कि वह एक 19 की फिल्म का रीमिक्स बनाने वाले हैं जिसमें वह दीपिका पादुकोण को ही कास्ट करेंगे चलिए आगे देखते हैं यह फिल्म कौन सी है. read more
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Gauri Khan's Birthday: एक स्टाइलिश स्टार पत्नी से एक सफल बिजनेसवुमन तक
जन्मदिन मुबारक हो गौरी खान! बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान की पत्नी गौरी खान सिर्फ एक स्टार पत्नी ही नहीं बल्कि एक सफल बिजनेसवुमन भी हैं। फिल्मों के निर्माण से लेकर कई मशहूर हस्तियों के लिए घर डिजाइन करने तक, गौरी खान ने अपने हर प्रयास में उत्कृष्टता हासिल की है। गौरी खान की कुल संपत्ति: आज उनके 53वें जन्मदिन पर आइए एक नजर डालते हैं कि गौरी खान एक निर्माता और इंटीरियर डिजाइनर कैसे बनीं और उनकी संपत्ति कितनी है। दिल्ली में जन्मी गौरी छिब्बर का जन्म 8 अक्टूबर 1970 को एक पंजाबी परिवार में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा दिल्ली में पूरी की और लेडी श्री राम कॉलेज से इतिहास में ऑनर्स की डिग्री के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT) से फैशन डिजाइनिंग में छह महीने का कोर्स किया। हालाँकि, फैशन डिजाइनिंग से इंटीरियर डिजाइन��ंग तक का उनका सफर दिलचस्प है। गौरी दिल्ली में प्रोड्यूसर कैसे बनीं? गौरी छिब्बर ने 1991 में बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के साथ शादी कर ली और उनके साथ मुंबई चली गईं। मुंबई में प्रसिद्धि और भाग्य हासिल करने के बाद, शाहरुख खान ने अपनी पत्नी के साथ, 2002 में अपनी प्रोडक्शन कंपनी, रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट की स्थापना की। गौरी खान ने फिल्म "मैं हूं ना" के साथ एक निर्माता के रूप में हिंदी सिनेमा में अपना पहला कदम रखा। फराह खान द्वारा निर्देशित। शाहरुख खान, अमृता राव और सुष्मिता सेन अभिनीत यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही। इसकी सफलता के बाद, गौरी ने "ओम शांति ओम," "पहेली," "बिल्लू," "चेन्नई एक्सप्रेस," "बदला," "रईस," और "जवां" जैसी फिल्में बनाईं। "जवां" की सफलता के बाद, गौरी खान वर्तमान में अपनी अगली फिल्म "डनकी" का निर्माण कर रही हैं, जिसमें शाहरुख खान मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। फैशन से इंटीरियर डिजाइनिंग तक संक्रमण प्रोड्यूसर बनने के बाद गौरी खान ने इंटीरियर डिजाइनिंग में अपना करियर बनाया। उनकी यात्रा उनके भव्य घर, मन्नत के नवीनीकरण के साथ शुरू हुई, जिसे शाहरुख खान ने 2001 में मुंबई में अपनी मेहनत की कमाई से खरीदा था। एक साक्षात्कार में, शाहरुख खान ने खुलासा किया कि हालांकि उन्होंने भव्य हवेली खरीदी थी, लेकिन वे ऐसा नहीं कर सके। मैं इसे समय पर प्रस्तुत करने का जोखिम नहीं उठा सकता। उस समय, शाहरुख खान ने अपनी पत्नी गौरी को छह मंजिला घर के नवीनीकरण की जिम्मेदारी लेने के लिए कहा। गौरी की रचनात्मकता और डिजाइन कौशल ने मन्नत को आज के प्रतिष्ठित निवास में बदल दिया। यह अब एक पर्यटन स्थल बन गया है। यहीं से गौरी खान की रुचि इंटीरियर डिजाइनिंग में बढ़ी। गौरी खान ने 2010 में अपने जुनून को पेशेवर रूप से आगे बढ़ाया और अपनी दोस्त सुजैन खान के साथ एक इंटीरियर प्रोजेक्ट पर काम किया। गौरी और सुजैन ने मिलकर मुंबई में द चारकोल प्रोजेक्ट फाउंडेशन लॉन्च किया। मशहूर हस्तियों के लिए घर डिजाइन करना 2014 में, गौरी खान ने वर्ली, मुंबई में "द डिज़ाइन सेल" नाम से अपना पहला कॉन्सेप्ट स्टोर लॉन्च किया। तीन साल बाद, उन्होंने अपना डिज़ाइन स्टूडियो, "गौरी खान डिज़ाइन्स" लॉन्च किया। गौरी खान ने कई बॉलीवुड हस्तियों के लिए घर डिजाइन किए हैं। उनके ग्राहकों में मुकेश और नीता अंबानी का एंटीलिया, करण जौहर का बंगला, आलिया भट्ट की वैनिटी वैन और सिद्धार्थ मल्होत्रा का घर शामिल हैं। गौरी खान की कुल संपत्ति क्या है? 150 करोड़ के स्टोर की मालकिन गौरी खान को बॉलीवुड की ��बसे अमीर स्टार पत्नियों में से एक माना जाता है। लाइफस्टाइल एशिया के मुताबिक, गौरी खान की कुल संपत्ति लगभग 1600 करोड़ रुपये है। उनके पास मुंबई, दिल्ली, अलीबाग, लंदन, दुबई और लॉस एंजिल्स में करोड़ों रुपये की संपत्ति है। कारों के मामले में, उनके पास बेंटले कॉन्टिनेंटल जीटी जैसी लक्जरी गाड़ियां हैं। यह भी जानिए - Fuel Prices Surge: वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडर में ₹209 की बढ़ोतरी, एटीएफ दरें 5% बढ़ीं Read the full article
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स्टार सम्मेलन मिड-डे के साथ करण और किंग खान की अनमोल गपशप
शाहरुख खान और करण जौहर की दोस्ती पूरी फ़िल्म इंडस्ट्री में मशहूर है। दोनों एक साथ कई प्रोजेक्ट में काम कर चुके हैं। कुछ-कुछ होता है, कभी ख़ुशी कभी ग़म और माई नेम इज खान से दोनों ने लोगों का जमकर मनोरंजन किया है। हाल ही में एक इंटरव्यू में करण ने शाहरुख खान के साथ अपनी गहरी दोस्ती के बारे में बात की।
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फिल्म में अमिताभ की मां का हुआ निधन, फूट-फूट कर रोईं करीना, करण जौहर नहीं रोक पाए हंसी
साल 2001 में आई फिल्म ‘कभी खुशी कभी गम’ एक कल्ट क्लासिक फिल्म है. फिल्म की आज भी रीवॉच वैल्यू है. इंडियन सिनेमा में ये एक ऐसी फिल्म मानी जाती है जिसे आप कभी भी देख सकते हैं और वो भी फैमिली के साथ. फिल्म की रिलीज के वक्त भी ये फिल्म काफी बड़ी हिट थी. इस फिल्म के गाने तो आज भी सुने जाते हैं. धर्मा प्रोडक्शन की इस फिल्म में एक काफी बड़ी स्टारकास्ट थी जिसमें सारे बड़े चेहरे थे. इसमें अमिताभ बच्चन,…
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ENTERTAINMENT: सलमान खान ने माना एक घटिया बॉयफ्रेंड होने की बात और खोला बड़ा राज
सलमान खान हाल ही में अपनी अपकमिंग फिल्म किसी का भाई किसी की जान को लेकर सुर्खियों में हैं। हालांकि, अभिनेता ने ��ब अपने निजी जीवन के बारे में अपनी स्वीकारोक्ति के लिए ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने हाल ही में आप की अदालत में उपस्थिति दर्ज कराई जहां उन्होंने विभिन्न विषयों पर चर्चा की और अपने रिश्तों के बारे में स्पष्ट थे। सलमान खान ने स्वीकार किया कि वह अतीत में एक ��च्छे बॉयफ्रेंड नहीं रहे हैं और हर रिश्ते के टूटने का दोष उनके साथ है। इस खुलासे ने मीडिया में काफी हलचल मचा दी है।
सलमान ने अपनी गलती मानी
इंटरव्यू के दौरान, सलमान खान से उनके जीवन भर के कई रोमांटिक रिश्तों के बारे में सवाल किया गया था और उन्हें इस बात का स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया था कि उन्होंने अभी तक घर क्यों नहीं बसाया। इसके जवाब में एक्टर ने हंसते हुए कहा कि वह रिश्तों के मामले में खुद को अनलकी मानते हैं. हालांकि, उन्होंने साक्षात्कारकर्ता को आश्वस्त किया कि वह उस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं जब वह सही साथी से मिलेंगे और एक दीर्घकालिक संबंध के लिए प्रतिबद्ध होंगे। जाहिर है, सलमान खान किसी भी तरह की प्रतिबद्धता में जल्दबाजी नहीं कर रहे हैं और धैर्यपूर्वक सही व्यक्ति के साथ आने का इंतजार कर रहे हैं।
जब कई कनेक्शन समाप्त हो गए
अपने पिछले रिश्तों के बारे में बातचीत के दौरान, सलमान खान ने स्वीकार किया कि हालांकि उनकी सभी गर्लफ्रेंड्स अच्छी थीं, लेकिन वह यह महसूस किए बिना नहीं रह सके कि प्रत्येक रिश्ते का अंत किसी न किसी की गलती थी। पहले एक के समाप्त होने के बाद, उसने उसे ब्रेक-अप के लिए दोषी ठहराया, और बाद की प्रत्येक प्रेमिका के साथ उसी पैटर्न का पालन किया। हालाँकि, चौथे के जाने के बाद, सलमान ने सवाल करना शुरू कर दिया कि क्या खुद में या उनके सहयोगियों में कुछ कमी थी जो उनके रिश्तों को भंग करने की ओर ले जा रही थी।
गलती मेरी थी
अभिनेता ने अपने पिछले बयान पर विस्तार से बताया और बताया कि जब पांचवीं लड़की ने उसे छोड़ दिया, तब भी उसके पास उसे वापस जीतने का मौका था। हालाँकि, जैसे-जैसे उसने उसे छोड़ना जारी रखा, यह स्पष्ट हो गया कि गलती उसकी थी, उसकी नहीं। उसने अपने कार्यों के लिए पूरी ज़िम्मेदारी ली और स्वीकार किया कि शायद वह चली गई क्योंकि वह चिंतित थी कि वह वह जीवन प्रदान नहीं कर सका जो वह चाहती थी। भले ही, उन्होंने व्यक्त किया कि उनके सभी पिछले रिश्ते अब उनके वर्तमान जीवन में संतुष्ट और खुश हैं।
सलमान पिता बनना चाहते हैं
एक इंटरव्यू के दौरान सलमान खान ने बच्चों के प्रति अपने लगाव और पिता बनने की इच्छा जाहिर की, लेकिन उनका शादी करने का मन नहीं है। उन्होंने उल्लेख किया कि करण जौहर सरोगेसी के माध्यम से पिता बने, जो एक विकल्प भी था, लेकिन सरोगेसी के नियमों को देश में बदल दिया गया है। इसके बावजूद खान भविष्य में परिवार शुरू करने की संभावना को लेकर आशान्वित हैं।
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Karan Johar Shares Criptic Post On Punctuality On Instagram Users Says Who Hurt You | Karan Johar: फिल्म मेकर करण जौहर ने समय की पाबंदी पर क्रिप्टिक पोस्ट की शेयर, यूजर्स बोले
Karan Johar: डायरेक्टर करण जौहर वैसे तो अपने खुशमिजाज अंदाज के लिए जाने जाते हैं, लेकिन हाल ही में उन्होंने एक क्रिप्टिक पोस्ट शेयर कर अपने फैंस को परेशानी में डाल दिया है. दरअसल करण ने समय की पाबंदी पर एक पोस्ट शेयर की है. जिसमें उन्होंने बैठकों में देर से पहुंचने वाले लोगों के लिए टाइम ऑफेंडर्स शब्द का इस्तेमाल किया है. करण के इस पोस्ट के बाद उनके फैंस लगातार उनसे पूछ रहे हैं कि उनकी इस परेशानी…
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jharkhand mla Manipur coach touching appeal- महगामा विधायक दीपिका पांडेय से लिपट कर रोने लगी मणिपुर नेटबॉल की कोच , कहा- मेरे मणिपुर को बचा लीजिए
गोड्डा: झारखंड के गोड्डा में 29वीं सब जूनियर नेशनल नेटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. इस प्रतियोगिता में देशभर से टीम अपना जौहर दिखाने पहुंची. मणिपुर से भी एक टीम गोड्डा आई है. इसी बीच प्रतियोगिता से एक भावुक कर देने वाली तस्वीर सामने आई है. ऐसी तस्वीर जिसने खेलकूद वाले माहौल को गमगीन कर दिया. दरअसल 29वीं सब जूनियर नेशनल नेटबॉल प्रतियोगिता महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह खिलाड़ियों का…
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