#करक���ई
Explore tagged Tumblr posts
bhaktigroupofficial · 3 years ago
Text
💐🌼🌺🛕[श्री भक्ति ग्रुप मंदिर]🛕🌺🌼💐
🕉 ॐ सूर्याय नमः 🕉
🌄 #सुप्रभातम 🌄
🗓#आज_का_पञ्चाङ्ग🗓
🌻 #रविवार, २४ #अक्टूबर २०२१ 🌻
सूर्योदय: 🌄 ०६:२७
सूर्यास्त: 🌅 ०५:४०
चन्द्रोदय: 🌝 १९:५९
चन्द्रास्त: 🌜०९:३४
अयन 🌕 दक्षिणायने (दक्षिणगोलीय
ऋतु: 🌳 हेमन्त
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (राक्षस)
मास 👉 कार्तिक
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 चतुर्थी (२९:४३ तक)
नक्षत्र 👉 रोहिणी (२५:०२ तक)
योग 👉 वरीयान् (२३:३५ तक)
प्रथम करण 👉 बव (१६:२१ तक)
द्वतीय करण 👉 बालव (२९:४३ तक)
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰️〰️
॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 तुला
चंद्र 🌟 वृष
मंगल 🌟 तुला (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 कन्या (उदित, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 वृश्चिक (उदय, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
〰〰〰〰〰〰〰
अभिजित मुहूर्त 👉 ११:३८ से १२:२३
अमृत काल 👉 २१:२५ से २३:१३
विजय मुहूर्त 👉 १३:५३ से १४:३८
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:२६ से १७:५०
निशिता मुहूर्त 👉 २३:३५ से २४:२७
राहुकाल 👉 १६:१३ से १७:३७
राहुवास 👉 उत्तर
यमगण्ड 👉 १२:०१ से १३:२
होमाहुति 👉 मंगल
दिशाशूल 👉 पश्चिम
नक्षत्र शूल 👉 पश्चिम (२५:०२ तक)
अग्निवास 👉 आकाश
चन्द्रवास 👉 दक्षिण
शिववास 👉 कैलाश पर (२९:४३ से नन्दी पर)
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
☄चौघड़िया विचार☄
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ - उद्वेग २ - चर
३ - लाभ ४ - अमृत
५ - काल ६ - शुभ
७ - रोग ८ - उद्वेग
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ - शुभ २ - अमृत
३ - चर ४ - रोग
५ - काल ६ - लाभ
७ - उद्वेग ८ - शुभ
नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
दक्षिण-पूर्व (पान का सेवन कर यात्रा करें)
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰️〰️〰️〰️〰️
तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
〰️〰️〰️〰️
करवा (करक) चतुर्थी व्रत, चंद्रोदय रात्रि १९:५९, विवाहादि मुहूर्त (हिमाचल, पंजाब, कश्मीर, हरियाणा) आदि के लिये तुला-धनु लग्न प्रातः ०६:३५ से ११:३३ तक आदि।
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰️〰️
आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
〰〰〰〰〰〰〰〰〰️〰️
आज ०९:५३ तक जन्मे शिशुओ का नाम
शतभिषा नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (सू) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओं का नाम पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (से, सो, द, दी) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
उदय-लग्न मुहूर्त
तुला - २९:५७ से ०८:१८
वृश्चिक - ०८:१८ से १०:३७
धनु - १०:३७ से १२:४१
मकर - १२:४१ से १४:२२
कुम्भ - १४:२२ से १५:४८
मीन - १५:४८ से १७:११
मेष - १७:११ से १८:४५
वृषभ - १८:४५ से २०:४०
मिथुन - २०:४० से २२:५५
कर्क - २२:५५ से २५:१६
सिंह - २५:१६ से २७:३५
कन्या - २७:३५ से २९:५३
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
पञ्चक रहित मुहूर्त
रज पञ्चक - ०६:२५ से ०८:१८
शुभ मुहूर्त - ०८:१८ से १०:३७
चोर पञ्चक - १०:३७ से १२:४१
शुभ मुहूर्त - १२:४१ से १४:२२
रोग पञ्चक - १४:२२ से १५:४८
शुभ मुहूर्त - १५:४८ से १७:११
शुभ मुहूर्त - १७:११ से १८:४५
रोग पञ्चक - १८:४५ से २०:४०
शुभ मुहूर्त - २०:४० से २२:५५
मृत्यु पञ्चक - २२:५५ से २५:०२
अग्नि पञ्चक - २५:०२ से २५:१६
शुभ मुहूर्त - २५:१६ से २७:३५
रज पञ्चक - २७:३५ से २९:४३
शुभ मुहूर्त - २९:४३ से २९:५३
चोर पञ्चक - २९:५३ से ३०:२५
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
〰️〰️〰️〰️〰️〰️
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आपके लिये संतोषजनक रहेगा। आज आप धन को लेकर ज्यादा भागदौड़ करने के पक्ष में नही रहेंगे लेकिन फिर भी लाभ पाने की योजना चलती रहेगी। आर्थिक कारणों से मन मे चिंता रहेगी फिर भी उजागर नही करेंगे। कार्य व्यवसाय से थोड़े परिश्रम के बाद काम चलाने लायक धन मिल जायेगा। परिजनों अथवा रिश्तेदारों से आपसी संबंधों में व्यवहारिकता मात्र ही रहेगी स्वार्थवश व्यवहार करेंगे। घर के लोग आज आपकी निश्चिन्त प्रवृति के चलते नाराज हो सकते है। संध्या बाद कोई शुभ समाचार मिलने से मानसिक शांति मिलेगी। धन के लेन देन में स्पष्टता रखें। पर्यटन की योजना बनाएंगे।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आपकी आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर बनेगी लेकिन आपकी मौज शौक ��ी प्रवृति के पीछे खर्च अधिक होगा। घर मे सुख सुविधा के सामा�� की बढ़ोतरी होगी। आज के दिन आपकी मानसिकता बिना परिश्रम किया सुख भोगने वाली रहेगी यह कामना कुछ हद तक पूर्ण भी हो जाएगी परन्तु धन संबंधित योजनाओ को गति देने के लिए आज किसी अन्य की सहायता की आवश्यकता पड़ेगी। मध्यान तक किये परिश्रम का फल संध्या तक मिल जाएगा। जोड़-तोड़ कर धन कोष में वृद्धि होगी लेकिन दैनिक से अतिरिक्त खर्च आने से बचत नही हो पाएगी। आज किसी की सहायता मजबूरी में करेंगे। बाहर घूमने का आयोजन होगा मनोरंजन पर खर्च बढेगा।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आपका आज का दिन भी संघर्षमय रहेगा। मध्यान तक लगभग सभी कार्य अव्यवस्थित रहेंगे जिस भी कार्य को करने का मन बनाएंगे उसमे कोई ना कोई उलझन पड़ेगी। आर्थिक कमी रहने से मन मे नकारात्मक भाव आएंगे। महिलाओ को पेट, कमर अथवा जोड़ो संबंधित परेशानी रहने के कारण घर के कार्यो में विलंब होगा। कार्य व्यवसाय में से भी आज निराशा ही हाथ लगेगी। ध्यान रहे आज धन लाभ के लिए किसी के सहयोग एवं मार्गदर्शन की आवश्यकता पड़ेगी इसलिए रूखे व्यवहार से बचें आज आप केवल व्यवहारिकता के बल पर ही लाभ कमा सकते है। घर मे भी किसी सदस्य से उग्र वार्ता होने की संभावना है।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन आपकी सोची अधिकांश योजनाए निर्विरोद्ध सफल होंगी। खासकर महिलाये कार्यो के मन इच्छित रूप से होने पर दिन भर प्रसन्न रहेंगी। आध्यात्मिक एवं परोपकारी स्वभाव का लाभ भी किसी ना किसी रूप में आज अवश्य मिलेगा। नौकरी पेशा जातको को नई जगह से प्रस्ताव मिलेंगे। बेरोजगारों के भी नए रोजगार से जुड़ने की संभावना है प्रयासरत रहें। धन लाभ रुक-रुक कर परन्तु प्रचुर मात्रा में होगा जिससे अपनी सभी आवश्यकताओं की पूर्ति आसानी से कर सकेंगे। फिजूल के खर्च भी मध्यान के बाद अकस्मात ही बढ़ेंगे इनकी परवाह आज नही करेंगे। पति-पत्नि ने मामूली नोक-झोंक हो सकती है। संध्या के समय थकान ज्यादा रहेगी।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आपको पारिवारिक प्रतिष्ठा का भरपूर लाभ मिलेगा लेकिन संतानो को लेकर कोई नई समस्या खड़ी होने से थोड़ी परेशानी भी रहेगी। नौकरी पेशा जातको को व्यवहार कुशलता का फल सम्मान के रूप में मिलेगा अतरीरिक्त आय के साधन भी जुड़ेंगे। सरकारी कार्यो में आज ढील ना दें अन्यथा लंबे समय के लिए लटक सकते है। आज महिलाओ की फरमाइशें पूर्ण नही हो पा��ेगी जिससे थोड़ी देर के लिए घर का वातावरण उदासीन बनेगा। धन लाभ आज आवश्यकता अनुसार लेकिन प्रयत्न करने पर ही होगा। आज आप पुरानी स्मृतियां ताजा होने से कुछ समय के लिए काल्पनिक दुनिया मे भी खोये रहेंगे। दाम्पत्य जीवन सामान्य रहेगा।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपके लिए साधारण ही रहेगा। अधिकांश समय आप अपने मे ही मगन रहेंगे लेकिन अपने कार्यो को थोड़े आलस्य के बाद पूरी निष्ठा से करेंगे। आर्थिक रूप से दिन कुछ खास लाभ नही देगा। व्यवसायियों को नियमित कार्यो से मध्यम आय होगी धन को लेकर ज्यादा हाथ-पैर ना मारे अन्यथा कुछ ना कुछ हानि ही मिलेगी। पारिवारिक सदस्य आपकी मनोदशा को समझेंगे जिससे आपसी तालमेल बना रहेगा। महिलाये भक्ति भावना से सराबोर रहेंगी। धार्मिक क्षेत्र की यात्रा के प्रसंग भी बनेंगे परन्तु अंत समय मे किसी कारणवश निरस्त भी हो सकते है। अविवाहितों के विवाह के प्रस्ताव आएंगे लेकिन जल्दबाजी ना करें।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन भी आपके लिए हानिकर रहेगा। दिन के प्रथम भाग में कोई अशुभ समाचार मिलने से मन बेचैन रहेगा। परिवार अथवा रिश्तेदारी में दुखद घटना होने की संभावना है। जोखिम वाले कार्यो से दूर रहना ही हितकर रहेगा। नौकरी पेशा जातको पर आकस्मिक कोई संकट आ सकता है अधिकारियों से बच कर रहें। कार्य व्यवसाय में उदासीनता दिखाने से होने वाले लाभ में कमी आएगी। आपके स्वभाव में रूखापन रहने से स्नेहीजनों को तकलीफ होगी। परिवार अथवा अन्य से किये वादे पूरे नही कर सकेंगे जिसकारण सम्मान हानि हो सकती है। आय की अपेक्षा खर्च अधिक होगा। महिलाओ को शारीरिक कमजोरी अनुभव होगी।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आपको विजय दिलाने वाला रहेगा परन्तु सम्बन्धो को लेकर आपकी लापरवाही स्नेही जनों से दूरी बनायेगी। दिन के आरम्भ में व्यवसाय संबंधित शुभ समाचार मिलेंगे धन लाभ थोड़े अंतराल पर होता रहेगा। नौकरी पेशा जातक भी आज अधिकारी वर्ग के निकट रहने से आसानी से अपनी कामना सिद्धि कर सकेंगे। महिलाये आध्यात्म में रुचि लेंगी लेकिन सुख सुविधाओं को लेकर असंतुष्ट भी रहेंगी। घर अथवा व्यावसायिक स्थल को नया रूप देने के लिये तोड़-फोड़ करने की योजना बनायेंगे। नये कार्यानुबन्ध हाथ मे लेना आज शुभ रहेगा। कही से रुका धन मिलने से प्रसन्नता होगी। घर मे मामूली बहस के बाद भी स्थिति सुखदायी रहेगी।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन आपके लिए लाभ दिलाने वाला रहेगा। प्रातः काल से ही मन मे धन लाभ की कामना लगी रहेगी इसके लिए कुछ ना कुछ तिकड़म लगाते रहेंगे लेकिन धन की आमद मध्यान पश्चात ही संभव हो सकेगी। आज पुराने धन की वापसी होने पर प्रसन्न रहेंगे। महिलाये खरीदारी पर धन खर्च करेंगी अज्ञानता में हानि होने की संभावना है सतर्क रहें। आपकी जरूरत लोगो को आज अधिक रहने से सम्मान के साथ धन लाभ के अवसर भी मिलते रहेंगे। गृहस्थ में पूर्ण ध्यान नही देने से किसी की नाराजगी देखनी पड़ेगी लेकिन कुछ समय के लिए ही। संतानो को लेकर चल रही चिंता आज कम होगी।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आप अपनी बुद्धि के बल से धन एवं सम्मान का लाभ पायेंगे। सार्वजनिक क्षेत्र पर आपकी छवि निखरेगी। कार्य क्षेत्र पर भी आपकी राय की आवश्यकता पड़ेगी। अधिकारी वर्ग आप के ऊपर प्रसन्न रहेंगे। कुछ दिनों से मन मे चल रही दुविधा का आज कुछ ना कुछ हल अवश्य निकल आएगा। लेकिन आर्थिक दृष्टिकोण से आज भी दिन परेशानी भरा रहेगा फिर भी खर्चो पर नियंत्रण रहने से ज्यादा भर नही पड़ेगा। परिजनों से वैर विरोध की भावना रहने से घर का वातावरण उदासीन रहेगा फिर भी महिलाये शांति बनाने के लिए पहल करेंगी। संध्या बाद धन लाभ के अवसर मिलेंगे लेकिन अहंकार के कारण हाथ से ना निकले इसका ध्यान रखें।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आपके लिए आज का दिन भी उतारचढ़ाव वाला ही रहेगा। आस-पास का वातावरण आपको ना चाहते हुए भी क्रोध करने पर मजबूर करेगा। कार्य क्षेत्र एवं परिवार में भी महिला वर्ग से तकरार होने की सम्भवना है। भाई-बंधु अथवा पड़ोसियों के साथ मामूली बात का बतंगड़ बनने से मानसिक रूप से अशांत रहेंगे। कार्य व्यवसाय पर भी व्यवस्था की कमी रहने के कारण व्यवधान आएंगे। आज आप जिस लाभ एवं सम्मान के अधिकारी है वह परिचित व्यक्ति से मतभेद कारण नही मिल सकेगा। महिलाओ में भी अहम की भावना अधिक रहेगी नुकसान भले ही हो जाये परन्तु झुकेगी नही। दाम्पत्य जीवन मे नीरसता रहेगी।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन आपको अकस्मात धन की प्राप्ति होगी। पारिवारिक संबंध आपकी उन्नति में सहायक बनेंगे। लेकिन भाई-बंधुओ से किसी पुरानी बात को लेकर खींच-तान होने की संभावना भी है। महिलाये आज किसी अन्य महिला से मन ही मन इर्ष्या का भाव रखेंगी। घरेलू अथवा अन्य कार्य भी रूखे मन से करेंगी। घरेलू वातावरण आपकी आलसी अथवा टालमटोल वाली वृति से अस्त-व्यस्त रहेगा फिर भी आज कोई भी आपके सामने शिकायत या आपकी आलोचना नही करेगा। प्रेम-प्रसंगों में अधिक भावुकता मन दुख का कारण बनेगी। बुजुर्गो का सहयोग एवं मार्गदर्शन मिलेगा।
🦚🌈[ श्री भक्ति ग्रुप मंदिर ]🦚🌈
🙏🌹🙏जय श्री सूर्यदेव जी🙏🌹🙏
●▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬
www.twitter.com/bhaktigroupraj
●▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬●
Tumblr media
0 notes
quickyblog · 4 years ago
Photo
Tumblr media
रेल यात्री अब IRCTC ई-कैटरिंग सेवाओं के माध्यम से स्वादिष्ट भोजन का आनंद ले सकते हैं: यहां वेबसाइट, मोबाइल और ऐप का उपयोग करके भोजन बुक करने का तरीका बताया गया है https://tinyurl.com/y68zzo9h #how_to_book_irctc_e-catering #indian_railways #irctc #irctc_e-catering #railways #where_to_book_online_food_railways #अब #आनद #ईकटरग #उपयग #ऐप #और #क #करक #करन #गय #तरक #बक #बतय #भजन #मधयम #मबइल #यतर #यह #रल #ल #वबसइट #स #सकत #सवओ #सवदषट #ह
0 notes
bipin0309 · 6 years ago
Photo
Tumblr media
बच्चा लोकनि द्वारा स्मरणीय श्लोक १.प्रातः काल ब्रह्ममुहूर्त्त (सूर्योदयक एक घंटा पहिने) सर्वप्रथम अपन दुनू हाथ देखबाक चाही, आ’ ई श्लोक बजबाक चाही। कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती। करमूले स्थितो ब्रह्मा प्रभाते करदर्शनम्॥ करक आगाँ लक्ष्मी बसैत छथि, करक मध्यमे सरस्वती, करक मूलमे ब्रह्मा स्थित छथि। भोरमे ताहि द्वारे करक दर्शन करबाक थीक। २.संध्या काल दीप लेसबाक काल- दीपमूले स्थितो ब्रह्मा दीपमध्ये जनार्दनः। दीपाग्रे शङ्करः प्रोक्त्तः सन्ध्याज्योतिर्नमोऽस्तुते॥ दीपक मूल भागमे ब्रह्मा, दीपक मध्यभागमे जनार्दन (विष्णु) आऽ दीपक अग्र भागमे शङ्कर स्थित छथि। हे संध्याज्योति! अहाँकेँ नमस्कार। ३.सुतबाक काल- रामं स्कन्दं हनूमन्तं वैनतेयं वृकोदरम्। शयने यः स्मरेन्नित्यं दुःस्वप्नस्तस्य नश्यति॥ जे सभ दिन सुतबासँ पहिने राम, कुमारस्वामी, हनूमान्, गरुड़ आऽ भीमक स्मरण करैत छथि, हुनकर दुःस्वप्न नष्ट भऽ जाइत छन्हि। ४. नहेबाक समय- गङ्गे च यमुने चैव गोदावरि सरस्वति। नर्मदे सिन्धु कावेरि जलेऽस्मिन् सन्निधिं कुरू॥ हे गंगा, यमुना, गोदावरी, सरस्वती, नर्मदा, सिन्धु आऽ कावेरी धार। एहि जलमे अपन सान्निध्य दिअ। ५.उत्तरं यत्समुद्रस्य हिमाद्रेश्चैव दक्षिणम्। वर्षं तत् भारतं नाम भारती यत्र सन्ततिः॥ समुद्रक उत्तरमे आऽ हिमालयक दक्षिणमे भारत अछि आऽ ओतुका सन्तति भारती कहबैत छथि। ६.अहल्या द्रौपदी सीता तारा मण्डोदरी तथा। पञ्चकं ना स्मर���न्नित्यं महापातकनाशकम्॥ जे सभ दिन अहल्या, द्रौपदी, सीता, तारा आऽ मण्दोदरी, एहि पाँच साध्वी-स्त्रीक स्मरण करैत छथि, हुनकर सभ पाप नष्ट भऽ जाइत छन्हि। ७.अश्वत्थामा बलिर्व्यासो हनूमांश्च विभीषणः। कृपः परशुरामश्च सप्तैते चिरञ्जीविनः॥ अश्वत्थामा, बलि, व्यास, हनूमान्, विभीषण, कृपाचार्य आऽ परशुराम- ई सात टा चिरञ्जीवी कहबैत छथि। ८.साते भवतु सुप्रीता देवी शिखर वासिनी उग्रेन तपसा लब्धो यया पशुपतिः पतिः। सिद्धिः साध्ये सतामस्तु प्रसादान्तस्य धूर्जटेः जाह्नवीफेनलेखेव यन्यूधि शशिनः कला॥ ९. बालोऽहं जगदानन्द न मे बाला सरस्वती। अपूर्णे पंचमे वर्षे वर्णयामि जगत्त्रयम् ॥ https://www.instagram.com/p/BtnOwqaBUM9/?utm_source=ig_tumblr_share&igshid=1abrxxqqm77l1
0 notes
mithiladarshan · 6 years ago
Text
मिथिला दर्शन समीपेषु
मिथिला दर्शन समीपेषु आदरणीय संपादक जी, आखर लेख मे अपने सिराउर सँ उत्पन्न सीताक विवाह राम संग होयबाक तिथि केँ विवाह पंचमी क रूपमे मनाओल जयबाक चर्च कएलहुँ अछि। जे समयिक आ प्रासंगिक अछि मात्र मिथिल�� लेल नहि, अपितु सम्पूर्ण भारत आ विश्व लेल सेहो। लाल दास कृत रामायणक माध्यम सँ ई देखेबाक प्रयास भेल अछि जे शक्तिक साक्षात स्वरूपा सीता रामक सिर्फ अर्धांगिनिए टा नहि, रामक बल, धैर्य, साहसकेँ अक्षुण्ण रखबा लेल अप्पन स्वक त्याग करैवाली नारि छलीह संगहि हुनक आस्था, त्याग, मर्यादा ओ पुरुषार्थक रक्षार्थ सदैव तत्पर रहैवाली संगरक्षिणी सेहो छलीह। जे अप्पन चिंता एको-आधो घड़ी लेल नहि करय आ अप्पन सर्वस्व 'रामत्व' लेल त्यागि दिअय,ओकरा की कहबै? प्रायः शब्दक अकाल परि जायत! रामनाम सँ पूर्व सीताक उच्चरणे पर्याप्त अछि सीताक महिमाक गु��गान करबा लए। लालदास जी ओहिना नै  सीताजीक महत्ता पर जोर दैत सीता केँ रामक शक्तिक रूपमे स्थापित करैत छथि। रामायण सँ जँ शक्तिक अपहरण कय लेल जाय, तँ रामायणक  मर्यादा आ आदर्श कहियो पूर्ण नहि भय सकत। आ जें शक्तिक हरण भेलै तेँ पुरुषार्थ पराक्रमी भेल आ अहंक सर्वनाश भेल। आजुक समाजकेँ दुनू चीज चाही, शक्ति संग मर्यादा। नै तँ मौब लिंचिंग आ कि कोनो अप्रिय घटनाक जन्म हेबे करय।           पटनाक कोनो गोष्ठीमे एक गोट स्थापित लेखक ओ कवि बाजल छलाह जे मिथिलाक लोक सीताक कष्ट आ दुःख देखि अप्पन बेटीक नाम 'सीता' नै राखय चाहैत अछि। यद्यपि, कष्ट आ दुःख सँ केओ वंचित नै अछि। सीताक अग्नि परीक्षा आ निर्वासन सँ लेखक दुखी हेताह। पुरुषवादी सत्ताक निर्णय सँ आहत  हेताह। स्त्रीक दासता ल' क' चिंतित सेहो हेताह। मुदा, ई सभ आजुक लोक आ समाजक सोच अछि, नै कि ओइ दिनक। मर्यादाक रक्षा हेतु अप्पन सर्वस्व त्यागै वाली सीता आ राम केँ  दुःख भेलनि आ कि सुख, एकर अनुमान केनाइ हमरा सभ लेल असम्भव अछि। भगत सिंह, रामकृष्ण, विवेकानंद, सबरी, झांसीक रानी, ईशा मसीह, कबीर, गुरु नानक, सुदामा आदिकेँ देखि हमरा सभ कहि सकैत छियै जे ओ लोकनि बड्ड कष्ट सहलनि, मुदा जाहि आनंदक प्राप्ति हुनका लोकनि केँ भेलनि, तकर कल्पनो हम अहाँ नहि कय सकैत छी। तँ,जे सत्य होइछ ओकरा बेर-बेर अग्नि-परीक्षा देबय पड़ैत छैक। जेना सोना। सोना सत्य अछि। सीता सत्य छलीह, प्रकृति-शक्ति छलीह आ तेँ हुनक नाम शाश्वत अछि। तेँ, नाम रखबा मे कोनो भय �� हर्ज नहि। ईशा, भगत, मीरा, रामकृष्ण नाम सँ दुःख दूर होइछ। जेना प्रसव पीड़ाक बाद जननी केँ आनंदे आंनन्द छैक। नारी स्वतन्त्रताक आंदोलन केनिहारिकेँ सीताक वैचारिक आ आध्यात्मिक स्वतन्त्रता सँ किछुओ सबक लेबाक चाही, नै कि कपड़ा आ मनमानी करबाक आजादी लेल नारी मुक्तिक नारा मजगूत करक चाही। पुरुषोकेँ रामक मर्यादा, पुरुषार्थ ओ त्यागसँ फेर स' सीख लेबाक आवश्यकता छैक। विवाह पंचमीक यैह सार्थकता अछि। मनमोहना रे क स्वागत करैत दू गोट व्यंग्य रचना लेल धन्यवाद्। शरदिन्दु जी केँ  बहुत दिनक बाद देखल। रवींद्र जी समया मे बैसल-बैसल हमरा यूरोप घुमा देलनि, ताहि लेल अपने संग हुनको धन्यवाद्। अर्पणा झाक रासनचौकी सुनबा मे नीक लागल। मुदा सुनय तँ पड़त डीजेए ने! - वीरेन्द्र नारायण झा  समया, झंझारपुर
Visit Our website http://mithiladarshan.com/
0 notes