#एनईपी
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NEP, CUET: विश्वविद्यालयों, कॉलेजों में प्रवेश, शिक्षण प्रक्रियाओं में बड़े बदलाव देखें
NEP, CUET: विश्वविद्यालयों, कॉलेजों में प्रवेश, शिक्षण प्रक्रियाओं में बड़े बदलाव देखें
राष्ट्रीय राजधानी में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया और शिक्षण में इस वर्ष एक आम प्रवेश परीक्षा की शुरुआत और नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अपनाने के साथ आमूल-चूल परिवर्तन किया गया। 2022-23 शैक्षणिक सत्र से छात्रों को प्रवेश देने की पुरानी प्रथाओं को छोड़कर, विश्वविद्यालयों ने या तो आंशिक रूप से या पूर्ण रूप से कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट को अपनाया। जबकि दिल्ली विश्वविद्यालय…
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जेएनटीयू हैदराबाद अभ्यास अवधारणा के प्रोफेसर का परिचय देगा, यूजीसी के अध्यक्ष ने कदम की प्रशंसा की
जेएनटीयू हैदराबाद अभ्यास अवधारणा के प्रोफेसर का परिचय देगा, यूजीसी के अध्यक्ष ने कदम की प्रशंसा की
नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2022 ने शिक्षण संस्थानों में कोडिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों के नए, उन्नत पाठ्यक्रम को शुरू करने पर विशेष ध्यान दिया। इसके अतिरिक्त, यथासंभव अधिक से अधिक क्षेत्रीय भाष���ओं में पाठ्यक्रम प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। हालांकि, ऐसे विषयों को पढ़ाने के लिए पर्याप्त शैक्षणिक योग्यता और उद्योग के अनुभव वाले शिक्षकों को खोजना एक मुश्किल काम है। इसलिए,…
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#जेएनटीयू हैदराबाद; यूजीसी; अभ्यास के प्रोफेसर; ममिडाला जगदीश कुमार; नई शिक्षा नीति; एनईपी 2022; जवा
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सीखने के अंतर को पाटना: क्या सीबीएसई को स्कोर-आधारित मूल्यांकन के बजाय योग्यता-आधारित मूल्यांकन को प्राथमिकता देनी चाहिए?
क्या सीबीएसई का योग्यता-आधारित मूल्यांकन में बदलाव सीखने के अंतराल को कम करने की कुंजी है? भारतीय छात्रों के बीच शैक्षणिक अंकों और वास्तविक क��शल के बीच का अंतर बढ़ती चिंता का विषय रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत प्रस्तावित एक योग्यता-आधारित मूल्यांकन प्रणाली, इस विभाजन को पाटने के लिए एक व्यवहार्य समाधान के रूप में उभर रही है। हालाँकि, स्कोर-केंद्रित से कौशल-केंद्रित दृष्टिकोण…
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Tata education excellence : टीइइपी ने मिसेज केएमपीएम वोकेशनल कॉलेज के सहयोग से शिक्षकों में शोध कौशल को विकसित और बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की, शिक्षकों को दी गयी ट्रेनिंग
जमशेदपुर : विभिन्न स्कूलों से मिली कई अनुरोधों और एनईपी 2020 के अनुरूप, टाटा स्टील के टाटा एजुकेशन एक्सीलेंस प्रोग्राम (टीईईपी) ने मिसेज केएमपीएम वोकेशनल कॉलेज के सहयोग से 12 कार्यशालाओं की एक श्रृंखला का आयोजन किया. इन कार्यशालाओं में 7 विभिन्न स्कूलों के 8 शिक्षकों को गुणात्मक शोध पत्र लिखने की विधि पर विस्तृत मार्गदर्शन प्रदान किया गया. मार्गदर्शन का कार्य मिसेज केएमपीएम वोकेशनल कॉलेज की एक…
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मुफ्त उच्च शिक्षा में कोई परेशानी होने पर हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें
उच्च शिक्षा विभाग से सहायता के लिए पोर्टल सुविधा भी उपलब्ध मुंबई, दिनांक 12: राज्य सरकार ने नई शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुसार व्यावसायिक शिक्षा में लड़कियों की संख्या बढ़ाने और लड़कियों को समान रूप से व्यापक शैक्षिक अवसर प्रदान करने के लिए लड़कियों को मुफ्त व्यावसायिक उच्च शिक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया है। यह फैसला निश्चित रूप से उन लड़कियों के लिए एक बड़ा अवसर होगा जो पारिवारिक आर्थिक स्थिति…
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राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण में सुनानिया को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सममानित किया
इटारसी। राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण में मनोज सुनानिया उच्चतर माध्यमिक शिक्षक शास उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पांजराकला ने हैदराबाद (तेलंगाना) में पूरे मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। सांस्कृतिक स्तोत्र एवं प्रशिक्षण, संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली के क्षेत्रीय केंद्र सीसीआरटी हैदराबाद में 21 दिवसीय प्रशिक्षण एनईपी – 2020 के अनुरूप अनुस्थापन कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें विभिन्न…
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नई शिक्षा नीति व्यावसायिक कौशल विकास में सहायकः डॉ. रितु नारंग
नई शिक्षा नीति व्यावसायिक कौशल विकास में सहायकः डॉ. रितु नारंग
मथुरा। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पहुंच, समानता, गुणवत्ता, सामर्थ्य तथा जवाबदेही के स्तम्भों पर आधारित है। इसका उद्देश्य स्कूल और कॉलेज दोनों में शिक्षा को अधिक समग्र, बहु-विषयक तथा लचीला बनाना है, जो सतत विकास के अनुरूप हो। यह बातें शनिवार को राजीव इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित फैकेल्टी डेवलपमेंट कार्यशाला में प्रख्यात वक्ता डॉ. रितु नारंग ने शिक्षकों को बताईं। ऑक्सफोर्ड पब्लिकेशन द्वारा आयोजित वर्कशॉप में डॉ. रितु नारंग ने कहा कि परिवर्तन संसार का नियम है। चिकित्सा, विज्ञान, शिक्षा आदि क्षेत्रों में निरंतर परिवर्तन हो रहे हैं। शिक्षा के बिना समाज का विकास सम्भव नहीं है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन आ रहे हैं लिहाजा राष्ट्रीय शिक्षा नीति तथा नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क की जानकारी होना प्रत्येक शिक्षक के लिए जरूरी है। डॉ. नारंग ने बताया कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आने तक भारतीय शिक्षा प्रणाली में कई खामियां थीं। मसलन अवधारणाओं को समझने की तुलना में याद रखने को अधिक प्राथमिकता दी जाती थी। इसके अलावा कई बोर्डों की मौजूदगी भी एक बड़ा मुद्दा था। प्रत्येक बोर्ड में अलग-अलग कौशल के लिए अलग-अलग सीखने की विधियां थीं तथा फिर प्रत्येक छात्र को एक ही मानकीकृत बोर्ड परीक्षा देनी होती थी। इतना ही नहीं पिछले वर्षों में पारम्परिक विषयों को सीखने या उनमें महारत हासिल करने पर अधिक जोर दिया गया तथा व्यावसायिक कौशल विकसित करने पर कम ध्यान दिया गया। डॉ. रितु नारंग ने बताया कि नई शिक्षा नीति में भारतीय शिक्षा प्रणाली की सभी कमियों और सीमाओं का ध्यान रखा गया है। इसके अलावा, नई शिक्षा नीति का उद्देश्य व्यावसायिक और औपचारिक शिक्षा के बीच के अंतर को पाटना है। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति तथा एनसीएफ पर चर्चा करने के साथ ही इसके सकारात्मक दृष्टिकोणों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि एनईपी के कारण विद्यार्थियों के लिए विकास के नए-नए रास्ते खुल गए हैं। अब दिव्यांग छात्र-छात्राएं भी शिक्षा की मुख्य धारा से जुड़कर समान शिक्षा ग्रहण कर पाएंगे। नई शिक्षा नीति में रटने का दबाव खत्म होगा तथा सामान्य बौद्धिक क्षमता वाले छात्र-छात��राएं भी अपनी रुचि के अनुसार विषयों का चयन कर पाएंगे। डॉ. नारंग ने एनईपी तथा एनसीएफ के अंतर को स्पष्ट करते हुए शिक्षकों के प्रश्नों के उत्तर देकर उनकी जिज्ञासा को शांत किया। उन्होंने इंक्वायरी बेस्ड लर्निंग पर जोर देते हुए कहा कि इससे विद्यार्थी किताबी ज्ञान से ऊपर उठकर निजी अनुभव से जल्दी सीखता है। आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने वर्कशॉप को सार्थक बताते हुए कहा कि ज्ञान हासिल करने की कोई उम्र नहीं होती। विद्यार्थी कोरे कागज के समान होते हैं जिन्हें सुघड़ सांचे में ढालने का कार���य शिक्षक करते हैं। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति से छात्र-छात्राओं को अध्ययन में काफी सहजता महसूस होगी। प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने कहा कि समय-समय पर ऐसी कार्यशालाओं का आयोजन किया जाना जरूरी है। ऐसी कार्यशालाओं से शिक्षकों को जहां अपडेट होने का मौका मिलता है वहीं शिक्षा में नयापन आने से छात्र-छात्राओं की अध्ययन के प्रति रुचि भी बढ़ती है। विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने डॉ. रितु नारंग का आभार मानते हुए कहा कि ईश्वर ने प्रत्येक विद्यार्थी को कोई न कोई गुण अवश्य दिया है, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से विद्यार्थियों के भीतर छिपे गुणों को बाहर लाने तथा उन्हें निखारने में मदद मिलेगी।
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एनईपी में 'नव भारत साक्षरता अभियान' AICTE का महत्वपूर्ण पहल
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर, फार्मेसी और मैनेजमेंट कॉलेजों से कहा है कि प्रत्येक छात्र को हर साल पांच निरक्षर लोगों को साक्षर बनाएगा। तकनीकी कॉलेजों को शिक्षा मंत्रालय के प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम के 'नव भारत साक्षरता अभियान' को सफल बनाने में सहयोग करना होगा।
#NavBharatLiteracyCampaign#AICTEInitiative#NEP2020#EducationForAll#LiteracyMatters#EmpoweringIndia#QualityEducation#NewIndiaLiteracyDrive#EducateIndia#AICTENavBharatCampaign
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प्रो. कमल किशोर पंत, निदेशक, आईआईटी रूड़की को एनईपी 2020 के अनुरूप अनुसंधान और शैक्षणिक पहलों व एमएसएमई और आत्मनिर्भर भारत के विकास में उनके योगदान के लिए सिडकुल मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन उत्तराखंड द्वारा "औद्योगिक पुरोधाओं का सम्मान" कार्यक्रम में अलंकृत किया जाता है।
यह अलंकरण उत्तराखंड के माननीय राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) गुरमीत सिंह जी के कर कमलों द्वारा शनिवार 9 सितंबर 2023 को राजभवन उत्तराखंड में प्रदान किया गया।
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एडटेक कंपनी 'लीड' 3000 महात्मा गांधी सरकारी स्कूलों में पढ़ायेगी इंग्लिश
लीड’ (LEAD) ने राजस्थान सरकार के साथ किया एमओयू न्यूजवेव @ जयपुर भारत की सबसे बड़ी स्कूल एडटेक कंपनी ‘लीड’ (LEAD) ने राजस्थान में इंग्लिश मीडियम के महात्मा गांधी सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को अंग्रेजी बोलने, लिखने और पढने के कौशल को विकसित करने के लिये राजस्थान सरकार के साथ करार किया है।
लीड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सह-संस्थापक, सुमीत मेहता ने क���ा, “बच्चे को विभिन्न विषयों की क्वालिटी एजुकेशन प्रदान करने के उद्देश्य से प्री-प्राइमरी स्कूल स्तर से ही बच्चों को अंग्रेजी में ग्रेड स्तर की दक्षता प्राप्त करने की शुरुआत की जायेगी। मेहता ने कहा कि लीड अपने अनूठे अंग्रेजी भाषा प्रोग्राम को राजस्थान के सभी जिलों में 3000 से अधिक महात्मा गांधी सरकारी स्कूलों (MGGS) में लागू करेगा। इसके माध्यम से छात्र स्किल के रूप में इंग्लिश बोलना व लिखना सीखेंगे। इसके लिये राजस्थान के एमजीजीएस स्कूलों में लीड की अंग्रेजी भाषा लैब उपलब्ध होगी। इसके तहत कक्षाओं के लिए स्मार्ट टीवी, छात्रों के लिए क्यूआर-संवर्धित पुस्तकें और टीचर्स के लिये इंटीग्रेटेड टैबलेट शामिल हैं। छात्र उच्चारण, वॉक्यूबुलेरी, रीडिंग एवं राइटिंग स्किल और व्याकरण आदि सीखेंगे। इतना ही नहीं, एक वर्ष में 1.5 वर्ष के इंग्लिश स्किल डेवलपमेंट को कवर किया जाएगा। प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग के निदेशक IAS नवीन जैन ने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में, महात्मा गांधी सरकारी स्कूलों (MGGS) में पढ़ने वाले बच्चों को अब तक हिंदी से अंग्रेजी माध्यम में जाने पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। लेकिन, लीड द्वारा अंग्रेजी भाषा कार्यक्रम की कक्षाओं के बाद वे इस चुनौती का आसानी से सामना करने में सक्षम होंगे। लीड का स्मार्ट स्क��ल सिस्टम
लीड का अंग्रेजी भाषा कार्यक्रम 2.5 मिलियन से अधिक छात्रों को ग्रेड स्तर पर लाने की सीख के आधार पर विकसित किया गया है। लीड का इंटीग्रेटेड स्कूल एडटेक सिस्टम एनईपी 2020 के अनुरूप है और इसमें स्कूलों के सभी क्षेत्रों के लिए अनुकूलित, एआई-सक्षम पेशकश शामिल है। शिक्षा के प्रति लीड के समग्र दृष्टिकोण में प्रत्येक शिक्षक को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेंचमार्क टूल और संसाधनों के साथ सशक्त बनाने के लिए शिक्षक क्षमता प्रणालीय पारंपरिक कक्षाओं को डिजिटल रूप से सक्षम, मल्टी-मॉडल अध्यापन-अध्ययन स्थानों में बदलने के लिए स्मार्ट क्लास समाधानय, छात्रों के ��ीखने और आत्मविश्वास को बढ़ावा देने के लिए एक एकीकृत पाठ्यक्रमय और प्रशासनिक कार्यों को सुव्यवस्थित करने, परिचालन दक्षता बढ़ाने और स्कूलों को कार्रवाई योग्य डेटा प्रदान करने के लिए स्मार्ट स्कूल सिस्टम शामिल हैं। याद दिला दें कि जुलाई में, लीड ने भारत में कम शुल्क वाले स्कूल क्षेत्र में प्रवेश की घोषणा की है। लीड 2028 तक 60,000 स्कूलों में 25 मिलियन छात्रों को प्रेरक शिक्षा प्रदान करने के मिशन पर है। Read the full article
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यूजीसी 29 दिसंबर को विश्वविद्यालयों में अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट के कार्यान्वयन पर चर्चा करेगा
यूजीसी 29 दिसंबर को विश्वविद्यालयों में अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट के कार्यान्वयन पर चर्चा करेगा
यूजीसी के अध्यक्ष प्रोफेसर एम जगदीश कुमार इस चर्चा का नेतृत्व करने जा रहे हैं (फाइल फोटो) इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन (एनईजीडी) को अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एबीसी) के एंड-टू-एंड प्रवाह को साझा करने और विषय पर मार्गदर्शन करने का काम सौंपा गया है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विश्वविद्यालय स्तर पर छात्रों के लिए अकादमिक बैंक ऑफ…
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#अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट#एनईपी#यूजीसी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग#��ाष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020#शिक्षा समाचार
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Noida News : दो बार बोर्ड परीक्षाओं के फैसले का नोएडा व ग्रेटर नोएडा में व्यापक स्वागत
Noida News : नोएडा/ग्रेटर नोएडा। नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा के छात्रों, अभिभावकों तथा आम लोगों ने केन्द्र सरकार द्वारा 10वीं एवं 12वीं की दो बार बोर्ड परीक्षाएं (Board Exams) कराए जाने के फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे जहां शिक्षा की गुणवत्ता तथा पारदर्शिता में व्यापक सुधार होगा वहीं छात्रों पर पढ़ाई का अनावश्यक बोझ भी अपेक्षाकृत घटेगा।
आपको बता दें कि केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान (Union Education Minister Dharmendra Pradhan) ने घोषणा की है कि अगले शैक्षणिक सत्र 2024 से समूचे देश में 10वीं तथा 12वीं कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाएं (Board Exams) वर्ष में दो बार होंगी। इसके अलावा उन्होंने यह भी घोषणा की है कि दोनों ही कक्षाओं में छात्रों को दो भाषाएं पढऩा अनिवार्य होगा। जिसमें एक भारतीय भाषा होगी। इन परीक्षाओं में छात्रों के पास सर्वश्रेष्ठ अंक बरकरार रखने का विकल्प भी मिलेगा।
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री श्री प्रधान ने कहा कि नयी शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत नय�� पाठयक्रम का ढांचा तैयार है तथा इसी आधार पर नये शैक्षणिक वर्ष की पाठय पुस्तकें भी तैयार की जाएंगी। उन्होंने कहा कि कक्षा 11वीं तथा 12वीं में विषयों का चयन कला, विज्ञान तथा वाणिज्य स्ट्रीम तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि विद्यार्थियों को अपनी पसंद का विषय चुनने की भी स्वतंत्रता रहेगी।
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मूलभूत साक्षरता और अंकज्ञान (एफएलएन) और एनईपी 2020 - अपने बच्चों को भविष्य के लिए तैयार करना
श्वेता दीवान – शिक्षिका, दिल्ली नगर निगम, रोहिणी क्षेत्र “हम सभी के पास समान प्रतिभा नहीं है। लेकिन हम सभी के पास ��पनी प्रतिभा विकसित करने का समान अवसर है।“ – एपीजे अब्दुल कलाम शिक्षा न सिर्फ जीवन, बल्कि समाज और राष्ट्र को भी बदलती है। शिक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा सीखना है, जो मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मक कौशल या एफएलएन पर निर्भर है। सरल शब्दों में, यह लिखने, पढ़ने और बुनियादी गणितीय कौशल का…
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Jamshedpur womens university induction : जमशेदपुर वीमेंस विवि के गृह विज्ञान विभाग में सेमेस्टर 5 की छात्राओं का इंडक्शन आयोजित, सत्यसाईं ट्रस्ट के सहयोग से संपन्न कार्यक्रम में कुलपति ने छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्राप्ति लेने के लिए किया प्रेरित
जमशेदपुर : जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग के तत्वावधान एवं श्री सत्यसाईं ट्रस्ट, झारखंड के सहयोग से विश्वविद्यालय के सेमेस्टर 5 की छात्राओं को नई शिक्षा नीति (एनईपी) के पाठ्यक्रम के अनुसार इंटर्नशिप इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. दीप प्रज्वलन के साथ आरंभ कार्यक्रम में सर्वप्रथम गृह विज्ञान विभागाध्यक्ष ने अपने स्वागत भाषण में सत्य साईं सेवा संगठन के सभी पदाधिकारीयों…
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बेंगलुरु, 14 अगस्त (वार्ता) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने सोमवार को कहा कि अगले शैक्षणिक वर्ष से राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) को खत्म कर दिया जाएगा।श्री सिद्दारमैया ने एक बैठक में कहा, “पिछली भाजपा सरकार द्वारा शुरू की गई एनईपी को अगले शैक्षणिक वर्ष में खत्म कर दिया जाएगा। एनईपी को समाप्त करने और एक नई नीति तैयार करने में समय लगता है जो इस वर्ष हमारे पास नहीं है।
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