#एग्रीकल्चर
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freejobalert1 · 2 years ago
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Agriculture Supervisor Recruitment 2023
Rajasthan Agriculture Supervisor Recruitment 2023 : राजस्थान एग्रीकल्चर सुपरवाइजर भर्ती 2023 का इंतजार खत्म हो गया है राजस्थान एग्रीकल्चर सुपरवाइजर के 430 पदों पर भर्ती की जाएगी l इसमे नॉन टीएसपी क्षेत्र के लिए 385 पद और टीएसपी क्षेत्र के लिए 45 पद रखे गए है l राजस्थान एग्रीकल्चर सुपरवाइजर भर्ती 2023 के लिए प्रस्ताव राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड को भेजा जाएगा l इसके बाद राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड…
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allhindinews24h · 3 days ago
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GBPUAT Recruitment 2025: सरकारी कॉलेजों में 250+ टीचिंग और नॉन-टीचिंग पदों पर भर्ती, 1 लाख रुपये से अधिक मिलेगा वेतन
उत्तराखंड के गोविंद बल्��भ पंत यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी (GBPUAT) ने 2025 के लिए 250 से अधिक टीचिंग और नॉन-टीचिंग पदों पर भर्ती निकाली है। यह भर्ती विभिन्न उच्च पदों जैसे प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर, असिस्टेंट लाइब्रेरियन और अन्य पदों के लिए है। यदि आप इन पदों के लिए योग्य हैं, तो आपके पास अच्छी सैलरी और स्थिर करियर के अवसर हैं। इच्छुक उम्मीदवारों के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो…
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todaymandibhav · 5 days ago
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सावधान! नैनो-यूरिया के इस्तेमाल से पैदावार में गिरावट, पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी ने अध्ययन में किया खुलासा
Nano Urea Reduced Grain Yield: पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (PAU) के शोधकर्ताओं ने हाल ही में नैनो-यूरिया के फसल उत्पादन पर प्रभाव का विश्लेषण किया है। इस अध्ययन में पाया गया कि नैन���-यूरिया के लगातार इस्तेमाल से धान और गेहूं की पैदावार में कमी आ सकती है। यह निष्कर्ष चिंताजनक है, क्योंकि धान और गेहूं भारत के कुल खाद्यान्न उत्पादन का लगभग 70% हिस्सा हैं। नैनो-यूरिया के प्रभाव:शोधकर्ताओं के अनुसार,…
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ainnewsone · 12 days ago
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महाकुंभ 2025: बाहरी गाड़ियों की एंट्री बैन, ड्रोन शो और भक्तों का उमड़ा सैलाब ,महाकुंभ में बाहरी गाड़ियों की एंट्री पर रोक?
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Kumbh Mela 2025 Updates: Vehicle Entry Ban, Drone Show, Khadeshwari Baba's Tapasya, Mamta Kulkarni Visits Kinnar Akhara महाकुंभ में बाहरी गाड़ियों की एंट्री बंद, खड़ेश्वरी बाबा की 6 साल की तपस्या, ममता कुलकर्णी किन्नर अखाड़ा पहुंचीं AIN NEWS 1: महाकुंभ 2025 का 12वां दिन शुरू हो चुका है। अब तक 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पवित्र संगम में स्नान कर चुके हैं। भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 24 जनवरी से बाहरी गाड़ियों की एंट्री बैन कर दी गई है। इसके तहत अलग-अलग मार्गों पर पार्किंग की विशेष व्यवस्था की गई है।
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जौनपुर मार्ग: चीनी मिल पार्किंग और गारा रोड पार्किंग वाराणसी मार्ग: शिवपुर उस्तापुर, पटेल बाग और कान्हा मोटर्स मिर्जापुर मार्ग: देवरख उपरहार और सरस्वती हाईटेक पार्किंग रीवा मार्ग: नैनी एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट और नव प्रयागम पार्किंग कानपुर मार्ग: नवाबगंज, मलाक हरहर, बेली कछार कौशांबी मार्ग: नेहरू पार्क और एयरफोर्स मैदान प्रतापगढ़/लखनऊ मार्ग: बेली कछार तक पार्किंग, आगे ई-रिक्शा की सुविधा ड्रोन शो का आयोजन महाकुंभ में पहली बार ड्रोन शो का आयोजन किया जा रहा है। यह शो भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और महाकुंभ के महत्व को दर्शाने वाले अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करेगा। इसकी शुरुआत 24 जनवरी की शाम से सेक्टर-7 में रिहर्सल के साथ हुई। गणतंत्र दिवस तक यह शो रोज़ शाम को आयोजित किया जाएगा। खड़ेश्वरी बाबा की 6 साल की तपस्या
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महाकुंभ के जूना अखाड़ा में उत्तराखंड से आए खड़ेश्वरी बाबा पिछले 6 सालों से खड़े होकर तपस्या कर रहे हैं। बाबा का कहना है, "मैं मानव कल्याण के लिए तपस्या कर रहा हूं।" खड़ेश्वरी बाबा खड़े-खड़े ही अपनी दैनिक क्रियाएं करते हैं, जिससे श्रद्धालु प्रेरित हो रहे हैं। ममता कुल��र्णी का किन्नर अखाड़े में आगमन महाकुंभ में बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने किन्नर अखाड़े का दौरा किया। उन्होंने आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी से मुलाकात की। इस दौरान ममता भगवा वस्त्र, रुद्राक्ष की माला और कंधे पर भगवा झोला लिए साध्वी के भेष में नज़र आईं। नारी कुंभ का आयोजन महाकुंभ में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के पंडाल में हजारों महिलाओं ने 'नारी कुंभ' मनाया। इसमें राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष विजया राहतकर, उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबिता सिंह चौहान और IAS अधिकारी डॉ. रश्मि सिंह ने भाग लिया। यह आयोजन महिलाओं की आध्यात्मिक शक्ति और सहभागिता को प्रदर्शित करता है। सनातन बोर्ड का समर्थन ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने सनातन बोर्ड बनाने की मांग का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि यह बोर्ड गरीब और कमजोर हिंदुओं को सशक्त बनाएगा। महंत यति नरसिंहानंद का बयान डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा कि अगर देश में मौजूदा हालात नहीं बदले, तो 2035 तक देश का प्रधानमंत्री मुस्लिम हो सकता है। गणतंत्र दिवस की तैयारी गणतंत्र दिवस की छुट्टी के मद्देनज़र महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने की संभावना है। प्रशासन ने अतिरिक्त सुरक्षा और व्यवस्था के प्रबंध किए हैं। महाकुंभ 2025 अपनी भव्यता, अध्यात्म और सांस्कृतिक झलकियों से दुनिया भर के श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा है। https://www.youtube.com/live/-A6HEJnNVAQ?si=jFxz-E4crL3Z0JKo The Kumbh Mela 2025 is making headlines as over 10 crore devotees have already taken a holy dip at the Sangam. With the vehicle entry ban implemented from January 24, the fair ensures smoother crowd management. Highlights include a spectacular drone show showcasing Indian culture and spirituality, Khadeshwari Baba's 6-year penance, and Bollywood actress Mamta Kulkarni's visit to the Kinnar Akhara in a saintly attire. Stay updated for more on this divine congregation. Read the full article
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nwnews24 · 2 months ago
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CAU Recruitment 2024: सेंट्रल एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी ने फैकल्टी के पदों पर निकाली भर्ती, जानें सब डिटेल
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upcomingyojana · 2 months ago
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Assistant Agriculture Recruitment 2024: सहायक कृषि अधिकारी भर्ती 2024
Assistant Agriculture Recruitment 2024: सहायक कृषि अधिकारी की तरफ से बहुत बड़ी भर्ती का नोटिस जारी किया गया है जिस भर्ती में असिस्टेंट एग्रीकल्चर ऑफिसर के साथ-साथ अन्य पदों पर भर्ती होने वाली है सैलरी इसमें 9300 से ज्यादा ही मिलेंगे। जिस भर्ती में ऑनलाइन के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं तो इस भर्ती में क्या योग्यता रखी गई है क्या आयु सीमा रहने वाली है कब से कब तक आवेदन करना होगा| तो इस भर्ती से…
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rightnewshindi · 2 months ago
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मोदी सरकार ने पैन कार्ड, एग्रीकल्चर, एजुकेशन समेत इन छह मुद्दों पर लिए बड़े फैसले, यहां पढ़ें पूरी डिटेल
Delhi News: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सोमवार को एग्रीकल्‍चर, इनोवेशन, एजुकेशन, एनर्जी और इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर से जुड़े कई महत्वपूर्ण फैसले लिए। इन फैसलों का उद्देश्य सतत विकास को बढ़ावा देना, उद्यमिता को प्रोत्साहित करना और विभिन्न क्षेत्रों में संसाधनों तक पहुंच बढ़ाना है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को इन फैसलों की जानकारी मीडिया को दी। इस बैठक की अध्‍यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी…
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umangharyana · 2 months ago
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ई-नाम प्लेटफॉर्म से जुड़ी 21 नई मंडियां; भारत में कृषि व्यापार को मिलेगा बढ़ावा
भारत सरकार की केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राजस्थान की 21 मंडियों को इलेक्ट्रॉनिक नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट (E-NAM) प्लेटफॉर्म से जोड़ने की मंजूरी दी है। इसके साथ ही, अब देश भर की लगभग 1,400 से अधिक मंडियां इस डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़ चुकी हैं, जो कृषि व्यापार को और अधिक सुलभ और पारदर्शी बना रही हैं। इस पहल से किसानों को अपने कृषि उत्पादों को विभिन्न राज्यों में आसानी से…
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sharpbharat · 3 months ago
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jamshedpur rural- क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र दारिसाई पहुंचे इनपुट डीलर के विद्यार्थी, रोग व नियंत्रण के बारे में जानकारी हासिल की
गालूडीह: गालूडीह थाना क्षेत्र स्थित क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र दारिसाई में रविवार को डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन सर्विसेज फॉर इनपुट डीलर देसी कोर्स सत्र 2023-24 के विद्यार्थियों पहुंचे. इस दौरान हैदराबाद और आत्मा पूर्वी सिंहभूम के द्वारा पटमदा, बोड़ाम, बहरागोड़ा, घाटशिला, डुमरिया, गुड़ाबांधा और धालभूमगढ़ प्रखंड के 40 विद्यार्थियों शैक्षणिक भ्रमण कराया गया. शैक्षणिक भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने…
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nidarchhattisgarh · 3 months ago
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डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन सर्विसेस पाठ्यक्रम में प्रवेश: 08 नवम्बर तक आवेदन करें
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allhindinews24h · 3 days ago
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AgriStack Portal: किसान रजिस्ट्रेशन और उसकी प्रक्रिया की पूरी जानकारी
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2024-25 में डिजिटल एग्रीकल्चर प्लेटफॉर्म की घोषणा की, जिसका मुख्य उद्देश्य किसानों से जुड़ी सभी जानकारी को एक ही जगह पर एकत्रित करना है। इसके तहत, भारतीय सरकार ने Agri Stack Portal लॉन्च किया है, जो किसानों को किसान यूनिक आईडी (Kisan Unique ID) प्रदान करेगा और उन्हें भूमि रजिस्ट्रेशन से जोड़ते हुए सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में मदद करेगा। इस लेख में,…
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deshbandhu · 4 months ago
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Smart Agriculture: Aapake Liye Rojagaar ke Dwar
परिचय भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि का विशेष स्थान है। यहां की एक बड़ी आबादी अपनी आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर है। बदलते समय के साथ खेती में भी तकनीकी परिवर्तन हो रहे हैं और इसे अब "स्मार्ट एग्रीकल्चर" के रूप में देखा जा रहा है। यह न केवल खेती के तरीकों में क्रांति ला रहा है, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी प्रदान कर रहा है। स्मार्ट एग्रीकल्चर से तात्पर्य है ऐसी तकनीकें और प्रणालियां जो पारंपरिक कृषि को अधिक प्रभावी, उत्पादक और पर्यावरण के अनुकूल बनाती हैं। इस आधुनिक कृषि प्रणाली ने रोजगार के कई नए द्वार खोले हैं, विशेष रूप से उन युवाओं के लिए जो आधुनिक तकनीक और नवाचार में रुचि रखते हैं।
स्मार्ट एग्रीकल्चर क्या है? स्मार्ट एग्रीकल्चर या स्मार्ट खेती आधुनिक प्रौद्योगिकी और कृषि के सम्मिलन का एक ऐसा मॉडल है जिसमें सटीक उपकरणों, सेंसर, ड्रोन्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) का इस्तेमाल किया जाता है। इसके तहत किसानों को जमीन की उपजाऊता, मौसम की जानकारी, फसल की स्थिति और बाजार के रुझानों के बारे में सटीक जानकारी मिलती है। इससे कृषि के सभी पहलुओं को सही ढंग से मॉनिटर कर बेहतर परिणाम प्राप्त किए जाते हैं।
स्मार्ट एग्रीकल्चर के तहत आधुनिक यंत्रों और नई तकनीकों का प्रयोग किया जाता है जिससे किसानों को अपने खेतों की बेहतर देखभाल करने में मदद मिलती है। इससे न केवल उत्पादकता ��ें वृद्धि होती है बल्कि पानी, खाद, बीज और अन्य संसाधनों का सही उपयोग भी सुनिश्चित होता है।
खेती में रोजगार के अवसर स्मार्ट एग्रीकल्चर के बढ़ते प्रसार के साथ खेती में रोजगार के अवसरों में भी व्यापक विस्तार हुआ है। पहले जहां कृषि में मुख्य रूप से शारीरिक श्रम का महत्व था, अब तकनीकी ज्ञान रखने वाले युवाओं के लिए भी यहां संभावनाएं खुल रही हैं। नीचे कुछ प्रमुख क्षेत्रों पर चर्चा की जा रही है, जहां स्मार्ट एग्रीकल्चर के माध्यम से रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हुए हैं:
प्रौद्योगिकी आधारित कृषि उपकरणों का निर्माण और वितरण
स्मार्ट एग्रीकल्चर में विभिन्न प्रकार के सेंसर, ड्रोन्स, और स्वच���लित उपकरणों का इस्तेमाल किया जाता है। इन उपकरणों के निर्माण, वितरण और मरम्मत के क्षेत्र में रोजगार के अवसर उत्पन्न हो रहे हैं। युवा उद्यमी इस क्षेत्र में स्टार्टअप शुरू कर सकते हैं या बड़े उद्योगों से जुड़ सकते हैं जो ऐसे उपकरणों का निर्माण और विपणन करते हैं।
कृषि सलाहकार सेवाएं
कृषि सलाहकार सेवाएं एक और प्रमुख क्षेत्र है, जहां तकनीकी ज्ञान रखने वाले व्यक्तियों के लिए रोजगार के नए अवसर हैं। स्मार्ट एग्रीकल्चर के तहत किसानों को मिट्टी के स्वास्थ्य, बीज के चयन, जल प्रबंधन, फसल की देखभाल और बाजार की जानकारी देने वाले कृषि सलाहकारों की मांग बढ़ी है। यदि किसी व्यक्ति के पास कृषि और तकनीक का ज्ञान है, तो वे इस क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं।
डेटा एनालिसिस और कृषि सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट
स्मार्ट एग्रीकल्चर में सेंसर और अन्य उपकरणों से लगातार डेटा उत्पन्न होता है। इस डेटा का सही ढंग से विश्लेषण करना और इसके आधार पर निर्णय लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है। डेटा एनालिसिस के क्षेत्र में कृषि तकनीशियनों की मांग तेजी से बढ़ी है। साथ ही, ऐसे सॉफ्टवेयर डेवलपर्स की भी आवश्यकता है जो किसानों के लिए अनुकूल ऐप्स और सॉफ्टवेयर विकसित कर सकें। ये ऐप्स किसानों को मौसम की जानकारी, फसल की स्थिति, बाजार के दाम आदि की सटीक जानकारी प्रदान करते हैं, जिससे उनकी खेती को और बेहतर बनाया जा सके।
कृषि में ड्रोन और रोबोटिक्स तकनीक
ड्रोन्स का इस्तेमाल कृषि में तेजी से बढ़ रहा है। फसलों की निगरानी, कीटनाशक का छिड़काव, और अन्य गतिविधियों के लिए ड्रोन तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। ड्रोन ऑपरेटर्स, मेनटेनेंस इंजीनियर और तकनीकी विशेषज्ञों के लिए यहां ��ोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। इसके अलावा, रोबोटिक्स तकनीक का इस्तेमाल भी कृषि में बढ़ रहा है, जिससे फसलों की देखभाल और उत्पादन की प्रक्रिया को स्वचालित किया जा रहा है।
सस्टेनेबल एग्रीकल्चर और ग्रीन जॉब्स
आज के समय में पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता पर जोर दिया जा रहा है। सस्टेनेबल एग्रीकल्चर के अंतर्गत प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करते हुए कृषि की तकनीकों का विकास किया जाता है। इसके अंतर्गत जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता की सुरक्षा और प्राकृतिक संसाधनों का सही इस्तेमाल महत्वपूर्ण है। इस क्षेत्र में सस्टेनेबिलिटी एक्सपर्ट्स, पर्यावरण वैज्ञानिकों और कृषि विशेषज्ञों की आवश्यकता बढ़ी है। ग्रीन जॉब्स के रूप में इसे देखा जा सकता है।
कृषि उत्पादों का प्रोसेसिंग और मार्केटिंग
स्मार्ट एग्रीकल्चर के तहत बेहतर उत्पादन प्राप्त होने पर उसे प्रोसेस कर बाजार में बेचना भी महत्वपूर्ण है। कृषि उत्पादों की प्रोसेसिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग में विशेषज्ञता रखने वाले व्यक्तियों के लिए यहां अपार संभावनाएं हैं। स्मार्ट मार्केटिंग तकनीकों का उपयोग करके किसान अपने उत्पादों को सही कीमत पर बेच सकते हैं। इसके अलावा, इस क्षेत्र में उद्यमिता को भी बढ़ावा मिल रहा है, जिससे नए रोजगार के अवसर उत्पन्न हो रहे हैं।
स्मार्ट इरिगेशन और जल प्रबंधन
कृषि में पानी का सही उपयोग करना हमेशा से एक चुनौती रहा है। स्मार्ट इरिगेशन और जल प्रबंधन तकनीकों के माध्यम से इस समस्या का समाधान किया जा सकता है। पानी की कमी से जूझ रहे क्षेत्रों में सटीक सिंचाई प्रणाली और जल प्रबंधन सेवाओं की मांग बढ़ी है। इसके लिए तकनीकी विशेषज्ञों और इरिगेशन इंजीनियरों की आवश्यकता होती है, जो इस क्षेत्र में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं।
स्मार्ट एग्रीकल्चर में रोजगार के अवसरों की संभावनाएं स्मार्ट एग्रीकल्चर में न केवल तकनीकी विशेषज्ञों के लिए बल्कि ग्रामीण युवाओं के लिए भी रोजगार के अवसर हैं। वे जो अपने खेतों में नई तकनीकों को अपनाकर उत्पादन में वृद्धि करना चाहते हैं, वे भी इस क्रांति के हिस्सेदार बन सकते हैं। साथ ही, इस क्षेत्र में वित्तीय सेवाओं, बीमा, और कृषि से जुड़ी कानूनी सेवाओं में भी रोजगार की संभावनाएं हैं। सरकार और निजी क्षेत्र की ओर से भी इस क्षेत्र में निवेश किया जा रहा है, जिससे रोजगार के अवसर और भी बढ़ेंगे।
निष्कर्ष स्मार्ट एग्रीकल्चर न केवल कृषि के तरीके को बदल रहा है, बल्कि यह एक नया रोजगार क्षेत्र भी बना रहा है। "खेती में रोजगार के अवसर" अब केवल पारंपरिक श्रमिकों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि तकनीकी विशेषज्ञों, उद्यमियों और नवाचारकर्ताओं के लिए भी इसमें असीमित संभावनाएं हैं। भारत जैसे देश में, जहां कृषि अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, स्मार्ट एग्रीकल्चर रोजगार के नए द्वार खोलकर युवाओं को बेहतर भविष्य की दिशा में ले जा रहा है।
यह स्पष्ट है कि भविष्य की खेती तकनीकी नवाचारों पर आधारित होगी, और ��सके साथ ही रोजगार के नए रूप सामने आएंगे। स्मार्ट एग्रीकल्चर एक ऐसी ही दिशा है, जो रोजगार के साथ-साथ समृद्धि की ओर भी ले जा रही है।
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narmadanchal · 5 months ago
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(अपडेट) सेकेंडरी एग्रीकल्चर से ही रूक सकता है किसानों का पलायन : द्रौपदी मुर्मू
रांची, 20 सितंबर (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि झारखंड के प्रति मेरा विशेष लगाव है। धरती आबा बिरसा मुंडा की धरती पर आना मेरे लिए तीर्थ यात्रा के समान है। यहां के लोगों से बहुत स्नेह मिला है। राज्यपाल के तौर पर मैंने यहां कई वर्षों तक काम किया है। वे शु��्रवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय कृषि उच्चतर प्रसंस्करण संस्थान के 100 वर्ष पूरे होने पर आयोजित शताब्दी समारोह को…
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kanpurnewsreporter · 5 months ago
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कॉरिडोर-2 के एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी-बर्रा-8 एलिवेटेड सेक्शन में शुरू हुआ पियर कैप परिनिर्माण (इरेक्शन); कंपनी बाग चौराहा के पास रखा गया पहला पियर कैप। ��गभग 4.50 किमी लंबे एलिवेटेड सेक्शन में रखे जाने हैं कुल 121 पियर कैप्स।
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nwnews24 · 2 months ago
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CAU Recruitment 2024: सेंट्रल एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी ने फैकल्टी के पदों पर निकाली भर्ती, जानें सब डिटेल
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upcomingyojana · 2 months ago
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Assistant Agriculture Recruitment 2024- सहायक कृषि अधिकारी भर्ती 2024 का नोटिस जारी
Assistant Agriculture Recruitment 2024: सहायक कृषि अधिकारी भर्ती 2024 का ऑफिशल नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है जिसमें असिस्टेंट एग्रीकल्चर ऑफिसर के साथ-साथ और भी अन्य पदों पर भर्ती होने वाली है जिसकी शैक्षणिक योग्यता 10वीं 12वीं पास रखा गया है जिसमें सैलरी आपको 9300 से ज्यादा मिलने वाले हैं तो इस भर्ती से जुड़ी सारी जानकारी आगे इस आर्टिकल में आपको मिलने वाले हैं जैसे कि क्या आयु सीमा रहेगी क्या…
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