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IND vs AUS ODI Head to Head: जानिए पूरी कहानी, आंकड़ों की जुबानी | Crick...
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मतलबी दुनिया- नारी विशेष Ramesh Babu
किताब के बारे में... इस कहानी और पात्र में किसी नारी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है। अपितु उनके ऊपर हो रहे। अमानवीय व्यवहार (बाल विवाह ,दहेज प्रथा, लड़का- लड़की में अंतर आदि) का विरोध बे स्वयं नारी को सही निर्णय लेने का अधिकार इसके लिए स्वयं को आगे आना होगा। " कामयाबी की बुलंदियों पर हम यूं ही बढ़ते जायेगे। " कभी मदर टरेसा तो कभी झांसी का रूप दिखायेगे। साथ ही पुरुषों की सोच बदलना जरूरी है। क्योंकि सोच कर सोचो वहीं नारी मां 'बहन, बेटी के रूप में समाज परिवार मैं पुरुषों के बराबर भागीदारी निभा रही है। अगर नारी नहीं रहेगी तो पुरुषों का अस्तित्व ही गायब हो जाएगा। पाठ विशेष- भारत में आंकड़ों (W.H.O) के आधार पर हर 5 मिनट में से एक मां की मृत्यु हो जाती है। सोच बदली, दुनिया बदली, हालात सुधरे, नहीं सुधरी तो केवल एक गांव की स्थिति- आइऐ ? कहानी के आधार पर पड़ते हैं।
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Karela movie
The Kerala Story BO Collection: ‘द केरला स्टोरी’ का बॉक्स ऑफिस पर बजा डंका, तीसरे दिन की कमाई रही सबसे ज्यादा
The Kerala Story: विवादों से घिरी ‘द केरला स्टोरी’ को वीकेंड पर जमकर सिनेमाघरों में ऑडियंस मिली ��ै. फिल्म ने शनिवार के बाद रविवार को भी बॉक्स ऑफिस पर जमकर कमाई की ��ै.
The Kerala Story Box Office Collection Day 3: तमाम विवादों के बीच ‘द केरला स्टोरी’ ने 5 मई को सिनेमाघरों में दस्तक दी थी. फिल्म को पहले दिन से ही ऑडियंस का भरपूर प्यार मिल रहा है. ओपनिंग डे पर अच्छा क्लेक्शन करने के बाद फिल्म की कमाई में वीकेंड पर जबरदस्त उछाल आया. इसी के साथ शनिवार के बाद रविवार को भी फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई की और अपने खाते में कई करोड़ रुपये जमा कर लिए. चलिए यहां जानते हैं ‘द केरला स्टोरी’ ने अपनी रिलीज के तीसरे दिन यानी संडे को कितने करोड़ का कलेक्शन किया है.
‘द केरला स्टोरी’ ने तीसरे दिन कितनी कमाई की? सुदीप्तो सेन के डायरेक्शन में बनी ‘द केरला स्टोरी’ को रिलीज के दिन से ही मिक्सड रिव्यू मिल रहे हैं. हालांकि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कमाल कर रही है और खूब कमाई कर रही है. फिल्म को रिलीज हुए तीन दिन हो चुके हैं और ‘द केरला स्टोरी’ के कलेक्शन में हर दिन इजाफा दर्ज किया गया है. आंकड़ों की बात करें तो ‘द केरला स्टोरी’ ने पहले दिन 8.3 करोड़ का बिजनेस किया था. इसके बाद शनिवार को फिल्म की कमाई में उछाल आया और इसने 11.22 करोड़ रुपयों का कारोबार किया.
वहीं अब फिल्म के रविवार की कमाई के आंकड़े भी आ गए हैं जिसके मुताबिक ‘द केरला स्टोरी’ की कमाई में काफी इजाफा हुआ है. ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने इंस्टा पर पोस्ट शेयर कर फिल्म की कमाई के तीसरे दिन के आकंड़े बताए हैं. पोस्ट के मुताबिक ‘द केरला स्टोरी’ ने अपनी रिलीज के तीसरे दिन यानी रविवार को 16 करोड़ का शानदार बिजनेस किया है. इसी के साथ फिल्म की कुल कमाई अब 35. 25 करोड़ रुपये हो गई है.
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बांधवगढ़ मे बाघ, तेंदुओं की गिनती जारी
बांधवगढ़ मे बाघ, तेंदुओं की गिनती जारी मुहिम मे लगे 800 से अधिक कर्मचारी, 1278 कैमरों की ली जा रही मदद बांधवभूमि न्यूज मध्यप्रदेश उमरिया बाघों के लिए विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व मे फेस 44 की गणना शुरू हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक टाइगर रिजर्व में नौ परिक्षेत्रो में ट्रैप कैमरों की मदद से यह कार्य किया जा रहा है। गणना के बाद आंकड़ों को एकत्रित कर वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून…
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लोकसभा चुनाव में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक रही: निर्वाचन आयोग
निर्वाचन आयोग द्वारा बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष की शुरुआत में हुए लोकसभा चुनाव में 64.64 करोड़ मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया और इन मतदाताओं में महिलाओं की संख्या पुरुषों से अधिक रही। निर्वाचन आयोग ने कहा कि महिला मतदाताओं का मतदान प्रतिशत 65.78 रहा जबकि पुरुष मतदाताओं का मतदान प्रतिशत 65.55 था। आयोग ने कहा कि इस बार चुनाव लड़ने वाली महिला उम्मीदवारों की संख्या 800 रही…
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स्वास्थ्य वैश्विक क्षमता केंद्र अस्वास्थ्यकर लिंग अनुपात से जूझ रहे हैं
बेंगलुरू: स्वास्थ्य देखभाल-केंद्रित वैश्विक क्षमता केंद्र (जीसीसी) लैंगिक विविधता के साथ संघर्ष करना जारी रखते हैं। टीमलीज़ के आंकड़ों के अनुसार, उद्योग के मानकों से मेल खाते हुए, महिलाएँ केवल 28% कार्यबल हैं। अनुसंधान एवं विकास भूमिकाओं में महिलाओं का प्रतिनिधित्व घटकर 15% रह गया है।“एसटीईएम में व्यापक लिंग अंतर के कारण यह अंतर जारी रहने की उम्मीद है, 2023 तक भारत में एसटीईएम कार्यबल में केवल…
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लोकसभा में बांग्लादेशी हिंदुओं पर पूछे गए सवाल का विदेश राज्य मंत्री ने दिया जवाब
बांग्लादेशी हिंदुओं के ख़िलाफ़ हो रही हिंसा पर लोकसभा में पूछे गए सवाल का विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने जवाब दिया है. कीर्ति वर्धन सिंह ने साल 2022, 2023 और 2024 के आंकड़ों को पेश करते हुए लोकसभा में पूछे गए सवाल का जवाब दिया है. विदेश राज्य मंत्री ने कहा है कि अल्पसंख्यकों और मानवाधिकार संगठनों के आंकड़ों के अनुसार साल 2024 में दिसंबर तक बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के…
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हिमाचल के स्कूलों में घटी छात्रों की संख्या, पिछले साल की तुलना में 54 हजार कम हुए दाखिले; रिपोर्ट में हुआ खुलासा
Himachal News: हिमाचल में शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार के सरकारी दावों के बीच सरकारी स्कूलों में हर साल दाखिलों में गिरावट जारी है। राज्य के सरकारी स्कूलों में पिछले साल के मुकाबले 54 हजार कम दाखिले हुए हैं। प्री प्राइमरी से लेकर आठवीं कक्षा तक के दाखिलों की यू डाइस प्लस रिपोर्ट में सामने आए आंकड़ों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। शैक्षणिक सत्र 2023-24 में सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों…
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हिट एंड रन मामलों में मुआवजे की उम्मीदें धूमिल
हिट एंड रन दुर्घटनाओं में पीड़ितों के लिए घोषित मुआवजा योजना धरातल पर विफल होती नजर आ रही है। 1 अप्रैल 2022 को केंद्र सरकार ने हिट एंड रन मोटर एक्सीडेंट मुआवजा योजना लागू की थी। इस योजना का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं के शिकार पीड़ितों और उनके परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करना था। हालांकि, आंकड़े बताते हैं कि इस योजना का लाभ बेहद सीमित लोगों तक ही पहुंच पाया है। मुआवजा योजना के आंकड़े: हकीकत और निराशा योजना के तहत: - मृत्यु के मामले में ₹2,00,000 और गंभीर चोट के मामले में ₹50,000 का मुआवजा दिया जाना है। - पहले की सोलाटियम योजना में यह राशि क्रमशः ₹25,000 और ₹12,500 थी। - सरकार ने हर साल 60,000 मामलों के लिए ₹600 करोड़ का बजट आवंटित किया है।
लेकिन, रोड सेफ्टी एक्टिविस्ट के.सी. जैन द्वारा आरटीआई के माध्यम से प्राप्त जानकारी और अन्य आंकड़ों से योजना की खामियां उजागर हुईं: 2022-23: - केवल 205 दावे प्राप्त हुए, जिनमें से 95 को मुआवजा मिला। - मात्र ₹1.78 करोड़ वितरित किए गए। 2023-24: - 2,571 पीड़ितों को ₹50.76 करोड़ का मुआवजा दिया गया। - औसतन प्रति माह केवल 214 लोग लाभान्वित हुए, जबकि यह संख्या 5,000 होनी चाहिए थी। अप्रैल-अगस्त 2024: - 1,662 पीड़ितों को ₹32.26 करोड़ मुआवजा दिया गया। - मासिक वितरण केवल ₹6.45 करोड़ रहा, जबकि अपेक्षित राशि ₹50 करोड़ थी। सुप्रीम कोर्ट की नाराजगी और निर्देश 12 जनवरी 2024 को, अधिवक्ता जैन की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने योजना के खराब प्रदर्शन पर चिंता जताई। अदालत ने निर्देश दिया: - पुलिस और प्रशासन पीड़ितों को योजना के बारे में जानकारी दें। - जिला और राज्य स्तर पर निगरानी समितियां गठित की जाएं। - जन जागरूकता अभियान चलाए जाएं। योजना की विफलता के मुख्य कारण अधिवक्ता जैन के अनुसार: - जागरूकता की कमी: अधिकांश पीड़ित योजना के बारे में नहीं जानते। - जटिल प्रक्रिया: दावे दर्ज करने और मुआवजा प्राप्त करने में कठिनाई। - प्रशासनिक लापरवाही: स्थानीय अधिकारियों की जवाबदेही तय नहीं की गई। क्या हो सकता है समाधान? - जन जागरूकता अभियान चलाकर योजना को गांव-गांव तक पहुंचाया जाए। - दावा प्रक्रिया को सरल और डिजिटल किया जाए। - पुलिस और जिला अधिकारियों को जिम्मेदार बनाकर जवाबदेही सुनिश्चित की जाए। विशेषज्ञ की राय अधिवक्ता के.सी. जैन ने कहा: "यह योजना पीड़ितों के लिए राहत प्रदान करने का एक सराहनीय प्रयास था, लेकिन इसका कार्यान्वयन पूरी तरह से विफल रहा है। 60,000 वार्षिक मामलों में से केवल 332 को मासिक लाभ मिल रहा है। प्रशासन की उदासीनता और जागरूकता की कमी इसके मुख्य कारण हैं। सरकार को इसे प्राथमिकता के आधार पर सुधारना चाहिए।" हिट एंड रन मामला क्या है? हिट एंड रन वह सड़क दुर्घटना है जिसमें वाहन का पता नहीं चल पाता। मोटर वाहन अधिनियम की धारा 164 के तहत, मृतक के परिजन या घायल को मुआवजा देने का प्रावधान है। सवाल अभी भी कायम है: क्या सरकार पीड़ितों को उनका हक दिलाने के लिए ठोस कदम उठाएगी? Read the full article
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मुकेश अंबानी के लिए चिंता की बात यह है कि सुनील मित्तल की एयरटेल दे रही है जियो को कड़ी टक्कर, एयरटेल को हुआ फायदा...
होम बिजनेसमुकेश अंबानी के लिए चिंता का विषय है क्योंकि सुनील मित्तल की एयरटेल जियो को कड़ी टक्कर दे रही है, एयरटेल को फायदा हुआ… ट्राई के आंकड़ों से पता चला है कि मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस जियो ��े प्रतिद्वंद्वी दूरसंचार प्रदाता, सुनील मित्तल की अगुवाई वाली भारती से अपनी बाजार हिस्सेदारी का एक हिस्सा खो दिया है। एयरटेल. मुकेश अंबानी और सुनील मित्तल (फाइल) अरबपति मुकेश अंबानी के नेतृत्व…
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PM Awas Yojana Gramin
विवरण:
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण (PMAY-G), जो 1 अप्रैल 2016 को शुरू की गई थी, ग्रामीण विकास मंत्रालय (MoRD) का एक प्रमुख मिशन है. आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) इसका कार्यान्वयन करता है। PMAY-G का लक्ष्य सभी बेघर परिवारों और कच्चे या जीर्ण-शीर्ण घरों में रहने वाले परिवारों को बुनियादी सुविधाओं के साथ एक पक्का घर देना है। PMAY-G ग्रामीण आवास की कमी को दूर करता है और भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में आवास की कमी को पूरा करता है, जो "सभी के लिए आवास" के मिशन में एक महत्वपूर्ण योगदान देता है। PMAY-G के तहत घरों का आकार कम से कम 25 वर्ग मीटर होना चाहिए,
जिसमें स्वच्छ खाना पकाने के लिए एक अलग स्थान है। 27 सितंबर 2022 तक, 2.72 करोड़ घरों के कुल लक्ष्य में से 2.00 करोड़ घर बनाए गए थे। सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना (SECC) के मापदंडों द्वारा लाभार्थियों की पहचान की जाती है, जो ग्रामसभाओं द्वारा सत्यापित की जाती है। यह धन सीधे लाभार्थी के आधार से जुड़े बैंक या डाकघर खाते में भेजा जाता है। PMAY-G को अगले दो वर्षों, यानी 31 मार्च 2024 तक बढ़ा दिया गया है।
जिसमें स्वच्छ खाना पकाने के लिए एक अलग जगह है। 27 सितंबर 2022 तक, कुल लक्ष्य 2.72 करोड़ घरों में से 2.00 करोड़ घर बनाए गए थे। लाभार्थियों की पहचान ग्रामसभाओं द्वारा सत्यापित की जाती है और सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना (SECC) के मापदंडों द्वारा की जाती है। लाभार्थी के आधार से सीधे जुड़े बैंक या डाकघर खाते में धन भेजा जाता है। PMAY-G को 31 मार्च 2024 तक बढ़ा दिया गया है।
फ़ायदे:
मैदानी क्षेत्रों को ₹ 1,20,000 प्रति इकाई की आर्थिक सहायता; पहाड़ी, दुर्गम और आईएपी जिलों (हिमालयी राज्यों, पूर्वोत्तर राज्यों और जम्मू और कश्मीर संघ शासित प्रदेशों) को ₹ 1,30,000 प्रति इकाई की आर्थिक सहायता।
स्थायी घर बनाने के लिए ₹ 70,000 तक का संस्थागत वित्त, या ऋण, इच्छुक लाभार्थी को 3% कम ब्याज दर पर मिल सकता है। सब्सिडी का सबसे अधिक मूल्य ₹ 2,00,000 है।
घर का कम से कम २५ वर्ग मीटर का आकार होगा, जिसमें स्वच्छ खाना पकाने के लिए एक अलग क्षेत्र होगा।
लाभार्थियों को स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण (एसबीएम-जी) के साथ मिलकर शौचालय बनाने के लिए 12,000 रुपये तक की आर्थिक सहायता मिलती है।
मनरेगा के अभिसरण में लाभार्थी को 95 दिनों तक 90.95 रुपये प्रतिदिन की दर से अकुशल श्रमिक (ग्रामीण राजमिस्त्री प्रशिक्षण) के रूप में काम मिलेगा।
स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण (SSBM-G) के साथ मिलकर, लाभार्थियों को ��ौचालय बनाने के लिए 12,000 रुपये तक की धनराशि दी जाती है।
मनरेगा के अभिसरण में लाभार्थी को 95 दिनों तक अकुशल श्रमिक (ग्रामीण राजमिस्त्री प्रशिक्षण) के रूप में 90.95 रुपये प्रतिदिन मिलेंगे।
पीएमएवाई-जी पात्र लाभार्थियों में सभी बेघर परिवार शामिल होंगे जो एक या दो कमरों वाले शून्य दीवारों और कच्ची छतों वाले मकानों में रहते हैं (एसईसीसी आंकड़ों के अनुसार और बहिष्करण प्रक्रिया के अधीन)।
स्वचालित या अनिवार्य समावेशन के मानदंड: 1. आश्रय विहीन परिवार; 2. भिक्षा पर या निराश्रित व्यक्ति; 3. मैनुअल स्कैवेंजर; 4. आदिम जनजातीय समूह; 5. कानूनी रूप से रिहा बंधुआ मजदूर
PMAY-G पात्र लाभार्थियों में सभी बेघर परिवार शामिल होंगे जो शून्य दीवारों और कच्ची छतों वाले एक या दो कमरों वाले घरों में रहते हैं (एसईसीसी आंकड़ों के अनुसार और बहिष्करण प्रक्रिया के अधीन)।
स्वचालित या अनिवार्य समावेशन मानदंड निम्नलिखित हैं:
1. आश्रय विहीन परिवार;
2. निराश्रित या भिक्षा पर व्यक्ति;
3. उपयोगी स्कैवेंजर;
4. प्राचीन जनजातीय समूह;
5. कानूनी रूप से रिहा किए गए बंधुआ कर्मचारी
आवेदन प्रक्रिया
PMAY-G पात्र लाभार्थियों में सभी बेघर परिवार शामिल होंगे जो शून्य दीवारों और कच्ची छतों वाले एक या दो कमरों वाले घरों में रहते हैं (एसईसीसी आंकड़ों के अनुसार और बहिष्करण प्रक्रिया के अधीन)।
स्वचालित या अनिवार्य समावेशन मानदंड निम्नलिखित हैं:
1. आश्रय विहीन परिवार;
2. निराश्रित या भिक्षा पर व्यक्ति;
3. उपयोगी स्कैवेंजर;
4. प्राचीन जनजातीय समूह;
5. कानूनी रूप से रिहा किए गए बंधुआ कर्मचारी
लाभार्थी पंजीकरण मैनुअल (https://pmayg.nic.in/netiayHome/Document/Document-PMAYG-Registratio-Manual) पर जाकर आवेदन प्रक्रिया पूरी करें।PDF लाभार्थी पंजीकरण प्रक्रिया में चार भाग हैं:
व्यक्तिगत, बैंक खाता, अभिसरण और संबंधित कार्यालयों से विवरण
लाभार्थी को सफलतापूर्वक पंजीकृत करने या जोड़ने के लिए निम्नलिखित निर्देशों का पालन करना चाहिए:
PMAY-G में शामिल होने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
व्यक्तिगत विवरण अनुभाग में आवश्यक जानकारी भरें, जैसे आधार संख्या, मोबाइल नंबर और लिंग. आधार संख्या का उपयोग करने के लिए आवश्यक सहमति पत्र अपलोड करें।
खोज बटन पर क्लिक करके लाभार्थी का नाम, पीएमएवाई आईडी और प्राथमिकता प्राप्त करें।
"पंजीकरण हेतु चयन करें" पर क्लिक करें।
लाभार्थी का विवरण स्वचालित रूप से बनाया जाएगा और दिखाया जाएगा।
PMAY-G पात्र लाभार्थियों में सभी बेघर परिवार शामिल होंगे जो शून्य दीवारों और कच्ची छतों वाले एक या दो कमरों वाले घरों में रहते हैं (एसईसीसी आंकड़ों के अनुसार और बहिष्करण प्रक्रिया के अधीन)।
स्वचालित या अनिवार्य समावेशन मानदंड निम्नलिखित हैं:
1. आश्रय विहीन परिवार;
2. निराश्रित या भिक्षा पर व्यक्ति;
3. उपयोगी स्कैवेंजर;
4. प्राचीन जनजातीय समूह;
5. कानूनी रूप से रिहा किए गए बंधुआ कर्मचारी
अब लाभार्थी के अतिरिक्त विवरण भरें, जैसे स्वामित्व का प्रकार, संबंध, आधार संख्या आदि।
लाभार्थी की आधार संख्या का उपयोग करने के लिए आवश्यक सहमति प्रपत्र अपलोड करें. अगले अनुभाग में, लाभार्थी का नाम, बैंक खाता संख्या आदि का विवरण जोड़ें।
लाभार्थी को ऋण लेना चाहते हैं, तो "हां" चुनें और आवश्यक राशि दर्ज करें।
अगले भाग में लाभार्थी का स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) नंबर और मनरेगा जॉब कार्ड नंबर दर्ज करें।
संबंधित कार्यालय अंतिम भाग भरेगा।
आवश्यक दस्तावेज़
PMAY-G पात्र लाभार्थियों में सभी बेघर परिवार शामिल होंगे जो शून्य दीवारों और कच्ची छतों वाले एक या दो कमरों वाले घरों में रहते हैं (एसईसीसी आंकड़ों के अनुसार और बहिष्करण प्रक्रिया के अधीन)।
स्वचालित या अनिवार्य समावेशन मानदंड निम्नलिखित हैं:
1. आश्रय विहीन परिवार;
2. निराश्रित या भिक्षा पर व्यक्ति;
3. उपयोगी स्कैवेंजर;
4. प्राचीन जनजातीय समूह;
5. कानूनी रूप से रिहा किए गए बंधुआ कर्मचारी
आवश्यक आधार संख्या और आधार कार्ड की स्व-सत्यापित प्रति (यदि आवेदक अशिक्षित है, तो उसे अंगूठे के निशान के साथ सहमति पत्र मिलना चाहिए)
मनरेगा के साथ विधिवत पंजीकृत जॉब कार्ड बैंक खाते का विवरण, मूल और नकली दोनों।
स्वच्छ भारत मिशन (SSBM) की आंकड़े
हलफनामा जिसमें लाभार्थी या उसके परिवार के सदस्यों को पक्का घर नहीं है
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Delhi Mein Vayu Pradushan Se Nahin Mil Rahi Rahat, AQI 'Bahut Kharab'
नई दिल्ली। दिल्ली में वायु प्रदूषण से स्थिति लगातार खराब हो रही है, शुक्रवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया। सुबह 7 बजे राजधानी का औसत एक्यूआई 332 दर्ज किया गया, जबकि कुछ इलाकों में एक्यूआई 400 के 'गंभीर' स्तर को भी पार कर गया।
दिल्ली -एनसीआर के अन्य शहरों में भी वायु गुणवत्ता बिगड़ गई है। आंकड़ों के अनुसार, ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई 272, गाजियाबाद में 258, नोएडा में 249, गुरुग्राम में 258 और फरीदाबाद में 166 दर्ज किया गया।
Click to read more: https://www.deshbandhu.co.in/vichar/no-relief-from-air-pollution-in-delhi-aqi-very-bad-516365-2
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तिलहन क्रांति: 2026 तक यूपी को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य
उत्तर प्रदेश में तिलहन उत्पादन के क्षेत्र में जबरदस्त प्रगति देखी जा रही है। पिछले सात सालों में तिलहन की उपज दोगुने से अधिक बढ़ी है। वर्ष 2017-2018 में यह 13.62 मीट्रिक टन थी, जो 2023-2024 में बढ़कर 28.15 मीट्रिक टन तक पहुंच गई। 2024-2025 के आंकड़ों से और अधिक वृद्धि होने की संभावना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार का लक्ष्य 2026-2027 तक उत्तर प्रदेश को तिलहन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना…
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Maharashtra vidhan sabha Result 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के रुझान अब सामने आ चुके हैं। चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, 288 सीटों पर मतगणना जारी है, और महायुति (भा.ज.पा. नेतृत्व वाले गठबंधन) बहुमत की ओर बढ़ती नजर आ रही है। इस बीच, महाविकास अघाड़ी गठबंधन, जिसमें शिवसेना (उद्धव गुट), कांग्रेस और एनसीपी शामिल हैं, पीछे पड़ता दिख रहा है। चुनाव के शुरुआती रुझानों के अनुसार, भाजपा 111 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस केवल 19 सीटों पर बढ़त बना पाई है। शिवसेना शिंदे गुट 58 सीटों पर आगे है, जबकि शिवसेना (उद्धव गुट) 18 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
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Maharashtra Election Result 2024- महाराष्ट्र में भाजपा नीत गठबंधन महायुति की आंधी,288 सीटों में 218 पर आगे
मुंबई: महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भाजपा नीत गठबंधन महायुति सत्ता बरकरार रखने में कामयाब होती प्रतीत हो रही है और निर्वाचन आयोग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार वह 288 विधानसभा सीट में से 204 पर आगे है. क���ने का मतलब है कि महाराष्ट्र में भाजपा नीत गठबंधन महायुति की आंधी चल रही है. जहां पर भाजपा नीत गठबंधन काफी सफलता मिलती दिख रही है.शुरुआती रुझानों के अनुसार, विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) के…
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दिल्ली में बूंदाबांदी हुई, वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ स्थिति में दर्ज की गई
राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को सुबह बूंदाबांदी हुई और कोहरा छाया रहा तथा न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के सामान्य तापमान से एक डिग्री कम है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, सुबह साढ़े आठ बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 402 यानी ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया…
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