#कागवाड
Explore tagged Tumblr posts
Text
हमें जिताओ नहीं तो बिजली काट देंगे, कर्नाटक में कांग्रेस विधायक ने प्रचार करते हुए वोटरों को हड़काया
बेंगलुरु: लोकसभा चुनाव प्रचार जोरों पर है। इस बीच कर्नाटक में कांग्रेस विधायक का प्रचार के दौरान वोटरों का धमकाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। कांग्रेस विधायक ने अपने शक्ति प्रदर्शन के तहत एक रैली में लोगों को धमकी दी है कि अगर उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में भारी अंतर से नहीं जीती तो क्षेत्र में बिजली काट दी जाएगी। दरअसल कांग्रेस के लिए प्रचार करते हुए कागवाड विधायक बेलगावी जिले में अपने क्षेत्र में लोगों को संबोधित कर रहे थे, जब उन्होंने यह टिप्पणी की। उनके भाषण का एक वीडियो वायरल हो गया है। इस पर बीजेवी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए दावा किया है कि पार्टी सोचती है कि लोग उसके गुलाम हैं।वीडियो में क्या कहा?विधायक वीडियो में कन्नड़ में कहते हैं कि मुझे कुछ जगहों पर कम वोट मिले हैं। शाहपुरा के बारे में भूल जाइए। मैं इसके बारे में ज्यादा बात नहीं करूंगा। अगर हमें ज्यादा वोट नहीं मिले तो हम आपकी बिजली काट देंगे। इसलिए ऐसा नहीं होना चाहिए। याद रखें। मैंने जो कहा है उस पर कायम रहूंगा। कब का है वीडियो?कागवाड विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र चिक्कोडी लोकसभा सीट का हिस्सा है। यहां 26 अप्रैल को मतदान हुआ था। राज्य की 28 सीटों में से आधी सीटों पर उस दिन मतदान हुआ था और बाकी निर्वाचन क्षेत्रों में 7 मई को चुनाव होंगे। यह साफ नहीं है कि केज का वीडियो कब शूट किया गया था।कांग्रेस पर बीजेपी का हमला वीडियो को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि पार्टी मोहब्बत की दुकान के बारे में बात करती है, लेकिन क्लिप धमकी के भाईजान (धमकी के सरदार) को दिखाती है। डीके शिवकुमार की ओर से हाउसिंग सोसायटी के मतदाताओं को अपने भाई को वोट देने की धमकी देने के बाद अब कांग्रेस विधायक राजू कागे का कहना है कि यदि आप मुझे वोट नहीं देंगे तो समाचार रिपोर्टों के अनुसार बिजली कटौती की जाएगी।यह धमाके के भाईजान बीजेपी नेता ने एक्स पर पोस्ट किया कि कांग्रेस मुहब्बत की दुकान की बात करती है लेकिन यह धमाके के भाईजान है। चुनाव आयोग को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। पोस्ट में कहा गया कि यह कांग्रेस के अधिकार और अहंकार की भावना को दर्शाता है और वे कैसे सोचते हैं कि मतदाता जनता जनार्दन (बहुसंख्यक लोग) नहीं बल्कि उनके गुलाम हैं। कर्नाटक कांग्रेस के नेताओं द्वारा धमकियों की ऐसी भाषा बोलने के कई उदाहरण हैं। http://dlvr.it/T6H8Y1
0 notes
Text
कर्नाटक उपचुनाव नतीजे : मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने किया कांग्रेस-जेडीएस का सूपड़ा साफ, पीएम बोले- जनता ने कांग्रेस को दी सजा
चैतन्य भारत न्यूज बेंगलुरु. कर्नाटक विधानसभा उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं, जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने शानदार जीत दर्ज की है। बीजेपी ने 15 में से 12 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस के खाते में दो सीटें गई और जेडीएस अपना खाता नहीं खोल पाई। निर्दलीय प्रत्याशी ने भी ��क सीट पर जीत दर्ज की है। इसी के साथ विधानसभा में बीजेपी बहुमत के आंकड़े को पार कर गई है। कर्नाटक की 222 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के पास 117 विधायक हैं। कांग्रेस के पास 68 और जेडीएस 34 सीट हैं। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); Karnataka CM BS Yediyurappa on #KarnatakaByelection: I am happy that people have given a very good verdict. Now, without any problem we can give a pro-people and a stable government. pic.twitter.com/XDPkhgUNjm — ANI (@ANI) December 9, 2019 येदियुरप्पा ने जाहिर क�� खुशी इस जीत पर मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि, 'मैं खुश हूं कि इतना अच्छा जनाधार मिला। अब बिना किसी दिक्कत के हम राज्य में एक स्थायी और जनहितकारी सरकार दे सकते हैं। मैं जीते हुए 12 प्रत्याशियों में 11 को कैबिनेट मंत्री बनाऊंगा। मैंने रानीबेन्नूर से जीते बीजेपी प्रत्याशी से वादा नहीं किया था। 11 मंत्री बनाने में कोई समस्या नहीं है। मैं अगले 3-4 दिनों में दिल्ली जाऊंगा और अंतिम रूप दूंगा।' PM Modi in Hazaribagh, Jharkhand: Aaj Karnataka ke logon ne sunishet kardiya hai ki ab Congress & JDS wahan ke logon ke saath vishwasghat nahi kar paayegi. Ab Karnataka mein jod-tod wali nahi, wahan ki janta ne ek sthir aur mazboot sarkar ko taqat de di hai. pic.twitter.com/rdnk5EW0wv — ANI (@ANI) December 9, 2019 कर्नाटक में जोड़-तोड़ नहीं : पीएम मोदी कर्नाटक में बीजेपी की इस शानदार जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, 'आज कर्नाटक के लोगों ने सुनिश्चित कर दिया है कि अब कांग्रेस और जेडीएस वहां के लोगों के साथ विश्वासघात नहीं कर पाएंगे। अब कर्नाटक में जोड़-तोड़ नहीं, वहां की जनता ने एक स्थिर और मजबूत सरकार को ताकत दे दी है। जनादेश के खिलाफ जाने वालों को मिली सजा।' Bengaluru: Karnataka Chief Minister BS Yediyurappa celebrates with his son BY Vijayendra as BJP leads on 12 out of 15 seats in #KarnatakaAssemblyBypolls. pic.twitter.com/0uualeU8Yg — ANI (@ANI) December 9, 2019 राज्य में जश्न का माहौल राज्य में बीजेपी की इस कामयाबी के बाद बीजेपी के खेमे में जश्न का माहौल है। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने अपने बेटे बीवाई विजयेंद्र के साथ जश्न मनाया। इस दौरान दोनों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई। साथ ही बीजेपी दफ्तर के बाहर कार्यकर्ता भी जश्न मना रहे हैं। 5 दिसंबर को हुए थे चुनाव बता दें कर्नाटक में 5 दिसंबर को 15 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे जिनकी आज मतगणना हुई। 5 सीटों पर उपचुनाव में 66.49 फीसदी वोटिंग हुई थी। जानकारी के मुताबिक, इन 15 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 165 उम्मीदवार मैदान में खड़े थे, जिसमें 126 निर्दलीय और 9 महिलाएं शामिल थीं। बीजेपी और कांग्रेस ने पूरी 15 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा, जबकि जेडीएस ने 12 सीटों के लिए लड़ा। क्यों आई उपचुनाव की नौबत येदियुरप्पा के सत्ता में आने से पहले कांग्रेस-जेडीएस की सरकार कांग्रेस के 14 व जेडीएस के 3 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था, जिससे सरकार गिर गई थी। उन सभी बागी विधायकों को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने अयोग्य करार दे दिया। इसलिए अब 15 सीटों पर उपचुनाव कराए गए और दो सीटों के लिए हाईकोर्ट में मुकदमा चल रहा है। इन सीटों पर हुए चुनाव गोकक, कागवाड, अथानी, येल्लपुरा, हिरेकेरूर, रवबेन्नुर, विजय नगर, चिकबल्लापुरा, केआरपुरा, यशवंतपुरा, महालक्ष्मी लायुत, शिवाजी नगर, होसकोटे, हंसुर और केआर पेटे विधानसभा सीटें शामिल हैं। मस्की और राजराजेश्वरी इन दोनों सीटों पर बाद में चुनाव होंगे। ये भी पढ़े... विधानसभा में पोर्न वीडियो देखने वाले नेता को येदियुरप्पा ने बनाया उप मुख्यमंत्री, पार्टी के ही लोग कर रहे विरोध मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले येदियुरप्पा ने अपने नाम में किया बड़ा बदलाव, हटाए ये दो शब्द महज 80 घंटे ही मुख्यमंत्री रहे फडणवीस, इन मुख्यमंत्रियों का कार्यकाल भी रहा सबसे कम Read the full article
#bjp#bsyeddyurappa#bsyeddyurappawon#bypollelection#congress#hdkumaraswamy#karnatakaassemblybypollcounting#karnatakaassemblybypollresult#karnatakabjp#karnatakabypollelectionresult#karnatakaelection#karnatakaelectionresult#kumaraswamy#narendramodi#siddaramaiah#अथानी#कर्नाटक#कर्नाटकउपचुनावपरिणाम#कर्नाटकचुनाव#कागवाड#कांग्रेसजेडीएससरकार#केआरपेटे#केआरपुरा#गोकक#चिकबल्लापुरा#जेडीएस#बीएसयेदियुरप्पा#महालक्ष्मीलायुत#यशवंतपुरा#येदियुरप्पा
0 notes
Text
कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा बंद !
कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा बंद !
महाराष्ट्रातून कर्नाटककडे जाणारी सर्व एसटी सेवा बंद सांगली – कर्नाटकच्या बंगळुरू येथील छत्रपती शिवाजी महाराजांच्या पुतळा विटंबनेचा घटनेनंतर मिरजेत शिवसैनिकांकडून कर्नाटकच्या वाहनांच्या तोडफोडीचा प्रकार घडला आहे. त्यानंतर कर्नाटक सरकारकडून कागवाड ��ेथील कर्नाटक राज्याची बॉर्डर बंद करण्यात आली आहे. तर महाराष्ट्रातून कर्नाटक आणि कर्नाटकातून महाराष्ट्रात येणारी एसटी सेवा बंद करण्यात आली…
View On WordPress
0 notes
Video
instagram
कागवाड कर्नाटक में जमीन से चार मंजिल नीचे विराजमान भगवान शांतीनाथ जी के दर्शन ।आप भी दर्शन का लाभ लें। https://www.instagram.com/p/B51RWBaAvQu/?igshid=1qrnly8l09f2w
0 notes
Photo
गुजरात चुनाव : राहुल ने २० मंदिरो में मत्था टेका गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी कई धार्मिक स्थलों पर जा रहे है, हालांकि बीजेपी इसे दिखावा बता रही है । दिलचस्प बात यह है कि राहुल गांधी ने मंदिरो में जाकर दर्शन करने के मामले में २०१२ में प्रचार के दौरान गुजरात के तत्कालीन सीएम और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पीछे छोड़ दिया है । इस साल पिछले ५० दिनों में राहुल ने चार बार गुजरात का दौरा किया और करीब २० मंदिरों में जाकर मत्था टेका । जबकि २०१२ के चुनावों के समय मोदी ६ मंदिरो में ही गए थे । मोदी ने पिछला विधानसभा चुनाव प्रचार स्वामी विवंकानंद युवा विकास यात्रा के साथ शुरू किया था । इस दौरान उन्होंने आधे दर्जन मंदिरो का दौरा किया था । इसमें सभी शक्तिपीठ भी शामिल है । यात्रा के दौरान अलग अलग समय पर उन्होंने पूरे राज्य का दौरा किया था । कांग्रेस नेताओं के दौरान अलग अलग समय पर उन्होंने पुरे राज्य का दौरा किया था । कांग्रेस नेताओं के दौरों पर नजर रखने वाले एक बीजेपी काडर ने कहा, मोदी धार्मिक हैं और जहां भी वह जाते है मंदिरो में अवश्य जाते है । लेकिन अगर हम उनके मंदिरों में जाने की राहुल गांधी के इस समय के दौरों से तुलना करें तो वह काफी पीछे है । राहुल ने २८ दिसम्बर को सौराष्ट्र में पांच मंदिरो में दर्शन के साथ गुजरात चुनाव प्रचार की शुरूआत की । वह द्धारकाधीश मंदिर, कागवाड में खोडलधाम, विरपुर के जलाराम मंदिर, चोटिला टेंपल और राजकोट में दासी जीवन टेंपल भी गए थे । १ नवम्बर को चुनाव प्रचार के दुसरे चरण में वह नादियाड़ के शांताराम मंदिर, खेड़ा के रणछोड़़ राय मंदिर और भाठीजी महाराज मंदिर, पावगढ़ में महाकाली माता मंदिर गए ।
0 notes
Text
कर्नाटक में 15 सीटों के लिए वोटों की गिनती जारी, 11 सीटों पर भाजपा आगे, येदियुरप्पा को राहत
चैतन्य भारत न्यूज बेंगलुरू. सोमवार को कर्नाटक में 15 विधानसभा सीटों के उपचुनावों की वोटों की गिनती जारी है। राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार के लिए इस उपचुनावों के परिणाम काफी महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं, क्योंकि ��त्तारूढ़ पार्टी को 223 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 7 सीटें जीतना जरुरी है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); बीजेपी 10 सीटों पर आगे कर्नाटक में वोटों की गिनती चल रही है। जानकारी के मुताबिक, सभी 15 सीटों के शुरुआती रुझान में बीजेपी 11 सीटों पर आगे है। कांग्रेस और जेडीएस दो-दो सीटों पर आगे है।एक सीट पर निर्दलीय आगे है। Karnataka: Counting of votes for #KarnatakaBypolls begins at 15 counting stations. https://t.co/2Q0iW8Ckm2 — ANI (@ANI) December 9, 2019 5 दिसंबर को हुए थे चुनाव बता दें कर्नाटक में 5 दिसंबर को 15 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे जिनकी आज मतगणना हो रही है। 5 सीटों पर उपचुनाव में 66.49 फीसदी वोटिंग हुई थी। जानकारी के मुताबिक, इन 15 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 165 उम्मीदवार मैदान में खड़े हैं, जिसमें 126 निर्दलीय और 9 महिलाएं शामिल हैं। बीजेपी और कांग्रेस पूरी 15 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि जेडीएस 12 सीटों के लिए लड़ रही है। क्यों आई उपचुनाव की नौबत येदियुरप्पा के सत्ता में आने से पहले कांग्रेस-जेडीएस की सरकार कांग्रेस के 14 व जेडीएस के 3 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था, जिससे सरकार गिर गई थी। उन सभी बागी विधायकों को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने अयोग्य करार दे दिया। इसलिए अब 15 सीटों पर उपचुनाव कराए गए हैं और दो सीटों के लिए हाईकोर्ट में मुकदमा चल रहा है। बता दें दोपहर बाद सभी सीटों के परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। इन सीटों पर हुए चुनाव गोकक, कागवाड, अथानी, येल्लपुरा, हिरेकेरूर, रवबेन्नुर, विजय नगर, चिकबल्लापुरा, केआरपुरा, यशवंतपुरा, महालक्ष्मी लायुत, शिवाजी नगर, होसकोटे, हंसुर और केआर पेटे विधानसभा सीटें शामिल हैं। मस्की और राजराजेश्वरी इन दोनों सीटों पर बाद में चुनाव होंगे। ये भी पढ़े... विधानसभा में पोर्न वीडियो देखने वाले नेता को येदियुरप्पा ने बनाया उप मुख्यमंत्री, पार्टी के ही लोग कर रहे विरोध मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले येदियुरप्पा ने अपने नाम में किया बड़ा बदलाव, हटाए ये दो शब्द महज 80 घंटे ही मुख्यमंत्री रहे फडणवीस, इन मुख्यमंत्रिय��ं का कार्यकाल भी रहा सबसे कम Read the full article
#bjp#bsyeddyurappa#bypollelection#congress#hdkumaraswamy#karnatakaassemblybypollcounting#karnatakaassemblybypollresult#karnatakaelection#karnatakaelectionresult#kumaraswamy#siddaramaiah#अथानी#कर्नाटक#कर्नाटकउपचुनावपरिणाम#कर्नाटकचुनाव#कागवाड#कांग्रेसजेडीएससरकार#केआरपेटे#केआरपुरा#गोकक#चिकबल्लापुरा#जेडीएस#बीएसयेदियुरप्पा#महालक्ष्मीलायुत#यशवंतपुरा#येदियुरप्पा#येल्लपुरा#रवबेन्नुर#विजयनगर#शिवाजीनगर
0 notes
Photo
गुजरात चुनाव : राहुल ने २० मंदिरो में मत्था टेका गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी कई धार्मिक स्थलों पर जा रहे है, हालांकि बीजेपी इसे दिखावा बता रही है । दिलचस्प बात यह है कि राहुल गांधी ने मंदिरो में जाकर दर्शन करने के मामले में २०१२ में प्रचार के दौरान गुजरात के तत्कालीन सीएम और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पीछे छोड़ दिया है । इस साल पिछले ५० दिनों में राहुल ने चार बार गुजरात का दौरा किया और करीब २० मंदिरों में जाकर मत्था टेका । जबकि २०१२ के चुनावों के समय मोदी ६ मंदिरो में ही गए थे । मोदी ने पिछला विधानसभा चुनाव प्रचार स्वामी विवंकानंद युवा विकास यात्रा के साथ शुरू किया था । इस दौरान उन्होंने आधे दर्जन मंदिरो का दौरा किया था । इसमें सभी शक्तिपीठ भी शामिल है । यात्रा के दौरान अलग अलग समय पर उन्होंने पूरे राज्य का दौरा किया था । कांग्रेस नेताओं के दौरान अलग अलग समय पर उन्होंने पुरे राज्य का दौरा किया था । कांग्रेस नेताओं के दौरों पर नजर रखने वाले एक बीजेपी काडर ने कहा, मोदी धार्मिक हैं और जहां भी वह जाते है मंदिरो में अवश्य जाते है । लेकिन अगर हम उनके मंदिरों में जाने की राहुल गांधी के इस समय के दौरों से तुलना करें तो वह काफी पीछे है । राहुल ने २८ दिसम्बर को सौराष्ट्र में पांच मंदिरो में दर्शन के साथ गुजरात चुनाव प्रचार की शुरूआत की । वह द्धारकाधीश मंदिर, कागवाड में खोडलधाम, विरपुर के जलाराम मंदिर, चोटिला टेंपल और राजकोट में दासी जीवन टेंपल भी गए थे । १ नवम्बर को चुनाव प्रचार के दुसरे चरण में वह नादियाड़ के शांताराम मंदिर, खेड़ा के रणछोड़़ राय मंदिर और भाठीजी महाराज मंदिर, पावगढ़ में महाकाली माता मंदिर गए ।
0 notes