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#वॉशिंग मशीन
bharatlivenewsmedia · 2 years
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३६०० रुपये डिस्काउंट सोबत खरेदी करा इनबिल्ट हीटरची वॉशिंग मशीन, पाहा ऑफर
३६०० रुपये डिस्काउंट सोबत खरेदी करा इनबिल्ट हीटरची वॉशिंग मशीन, पाहा ऑफर
३६०० रुपये डिस्काउंट सोबत खरेदी करा इनबिल्ट हीटरची वॉशिंग मशीन, पाहा ऑफर fully automatic washing machine : थंडीत कपडे धुवायचे म्हणजे मोठे अवघड काम असते. तुम्हाला जर स्वस्त किंमतीत इनबिल्ट हीटरची वॉशिंग मशीन खरेदी करायची असेल तर तुमच्यासाठी या ठिकाणी एक चांगला ऑप्शन आहे. जाणून घ्या डिटेल्स. fully automatic washing machine : थंडीत कपडे धुवायचे म्हणजे मोठे अवघड काम असते. तुम्हाला जर स्वस्त किंमतीत…
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sharpbharat · 17 days
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jamshedpur rural- केरूकोचा में शहीद साबुआ हांसदा शहादत दिवस समारोह में उमड़ी भीड़, भाजपा वॉशिंग मशीन, भ्रष्टाचारी नेता को स्वच्छ बनाने का करती है काम: दीपक बिरूआ
चाकुलिया: चाकुलिया के केरूकोचा फुटबॉल मैदान में 37वां शहीद साबुआ हांसदा शहादत दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री दीपक बिरूआ और विशिष्ट अतिथि मंत्री रामदास सोरेन, सांसद जोबा मांझी, विधायक समीर मोहंती, सविता महतो, मंगल कालिंदी, संजीव सरदार, पूर्व मंत्री दुलाल भुईंया,मोहन कर्मकार,समेत अन्य ने शहीद की मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी.समारोह को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि…
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pniindia · 1 month
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फोन से होंगी Samsung Bespoke AI की नई वॉशिंग मशीन कंट्रोल, जानिए क्या है खासियत
Samsung Bespoke AI Washing Machine: Samsung ने भारतीय बाजार में अपनी नई वॉशिंग मशीन रेंज को AI फीचर्स के साथ लॉन्च कर दिया है. कंपनी ने Bespoke AI के साथ इन्हें लॉन्च कर दिया है, जो कि 12Kg की क्षमता के साथ में आती हैं. इन मशीन्स को आप अपने स्मार्टफोन से कंट्रोल कर पाएंगे. AI फीचर्स की वजह से यूजर एक्सपीरियंस को काफी बेहतर बनाते हैं.
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mech1tech1 · 4 months
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अगर वॉशिंग मशीन सही ढंग से नहीं चल रही तो क्या करें?|washing machine rep...
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dainiksamachar · 4 months
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रेड सी संकट से बढ़ गए फ्रिज, एसी के दाम, कंपनियों ने डीलर्स को भेजी नई रेट लिस्ट
नई दिल्‍ली: भीषण गर्मी के बीच पसीने छुड़ाने वाली खबर है। उपभोक्ताओं को फ्रिज, वॉशिंग मशीन, माइक्रोवेव ओवन, पंखे, किचन अप्‍लायंस, वायर और पंप जैसे इलेक्ट्रिकल कंज्‍यूमर गुड्स खरीदने के लिए 2-5% अधिक खर्च करना पड़ेगा। इंडस्‍ट्री एग्जीक्‍यूटिव्‍ज के अनुसार, सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया, हैवेल्स, बजाज इलेक्ट्रिकल्स और वी-गार्ड इंडस्ट्रीज जैसे प्रमुख निर्माताओं ने या तो कीमतें बढ़ाई हैं या अपने डीलरों को सूचित किया है कि वे ऐसा करने वाले हैं। उनके मुताबिक, इसके पीछे कई कारण हैं। कॉपर और एल्यूमीनियम जैसी प्रमुख वस्तुओं के दामों में 20-25 फीसदी की बढ़ोतरी, पिछले दो-चार महीनों में के कारण माल ढुलाई लागत में तेजी के अलावा रुपये के अवमूल्यन से भाव बढ़ने का ताजा दौर लगभग नौ महीने बाद आया है।देश की दूसरी सबसे बड़े घरेलू उपकरण निर्माता कंपनी सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने गुरुवार को अपने ट्रेड पार्टनर्स को व्हाट्सएप मैसेज के जरिये इस बारे में सूचित किया है। उसने बताया है कि रुपये के अवमूल्यन से इनपुट लागत में बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए वह होम एप्लायंस कैटेगरी में जून से 2.5% की कीमत बढ़ोतरी पर विचार कर रही है। केबल और वायर हुए महंगे हैवेल्स के एमडी अनिल राय गुप्ता ने हमारे सहयोगी इकनॉमिक टाइम्‍स को बताया कि कंपनी ने इस महीने केबल और तारों की कीमतें बढ़ाई हैं। पिछली तिमाही में दाम बढ़ाए गए थे। उन्होंने कहा कि तांबा और एल्यूमीनियम की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण एयर-कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर की कीमतें 5-7% तक बढ़ सकती हैं।गुप्‍ता ने कहा, 'कंज्‍यूमर ड्यूरेबल इंडस्‍ट्री में मार्जिन बहुत कम होते हैं। लिहाजा, हमें इनपुट लागत में बढ़ोतरी को पास करना पड़ता है। केबल तार के लिए मार्जिन और भी कम होता है। इसलिए हमें कीमतें बढ़ानी पड़ती हैं।' हैवेल्स लॉयड अप्लायंसेस ब्रांड की भी मालिक है।कम्प्रेसर जैसे कंपोनेंट की कीमतें बढ़ी हैं। इसके अलावा टेलीविजन में इस्‍तेमाल होने वाले ओपन सेल पैनल के दामों में भी पिछले दो महीनों में 5-6% तक इजाफा हुआ है। जबकि माल ढुलाई लागत दो से तीन गुना बढ़ गई है। कंपनियों ने पहले विदेशी विनिमय दरों को रुपये 81-82 प्रति डॉलर पर कंपोनेंट के आयात के लिए स्‍टैंडर्ड बनाया था, लेकिन रुपया और अधिक टूट गया। दाम बढ़ाने को मजबूर हैं कंप‍न‍ियां गोदरेज एप्लायंसेस के बिजनेस हेड, कमल नंदी ने कहा, 'इनपुट लागत पर कुल प्रभाव लगभग 2-3% है। कीमत बढ़ोतरी जरूरी है।' टेलीविजन निर्माता भी कीमत बढ़ाने पर विचार कर सकते हैं। कुछ छोटे ब्रांड जून में 4-6% की बढ़ोतरी की योजना बना रहे हैं।ग्रेट ईस्टर्न रिटेल के निदेशक पुलकित बैद ने कहा, 'छोटी अवधि में बाजार मूल्य वृद्धि को बिना मांग पर प्रभाव डाले एडजस्‍ट कर लेगा। लेकिन, एक बार जब ग्रीष्मकालीन मांग धीमी हो जाएगी, तो ब्रांड्स को कीमतों को फिर से सुधारना पड़ सकता है।' बजाज इलेक्ट्रिकल्स के सीईओ अनुज पोद्दार ने 14 मई को विश्लेषकों से कहा था कि कंपनी 16 मई से कीमतें बढ़ाएगी। वी-गार्ड इंडस्ट्रीज ने इस महीने पंखे और पंप की कीमतें 2% बढ़ाई हैं। http://dlvr.it/T7k1yn
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मोदी और भाजपा की वॉशिंग मशीन के कारनामों का कच्चा चिट्ठा।
'इंडियन एक्सप्रेस' ने बड़ी तफसील से कथनी-करनी के दोगलेपन के धुर्रे बिखेर दिए हैं।
@IndianExpress के हौसले को सलाम।🌹
काश कोई हिंदी अख़बार भी ऐसी हिम्मत दिखा पाता। काश..!🙄
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newshawkers · 6 months
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ranatechno · 8 months
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akhilsu12 · 1 year
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Washing Machine Cover Price in India this year
The Ultimate Guide to Choosing the Perfect Washing Machine Cover for Long-lasting Protection आप अपनी वॉशिंग मशीन की खरीद में अधिक धन खर्च करते हैं। आप वाशिंग मशीन को लम्बे समय तक सुरक्षित रखना पसंद करेंगे? यह लेख इसी बात को ध्यान में रखकर लिखा गया है। बेहतर होगा कि वाशिंग मशीन की सुरक्षा के लिये आप बढ़िया सा कवर खरीदें। वॉशिंग मशीन कवर सुरक्षा का कार्य करता है। यह आपके उपकरण को धूल, गंदगी, खरोंच…
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pgdwarka005 · 1 year
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दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज के पास पीजी (पेजी) की आवास सुविधाएं: एक समीक्षा
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दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज के पास पीजी (पेजी) की आवास सुविधाएं: एक समीक्षा” का अनुवाद है:
द्वारका, दिल्ली में स्थित दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज एक प्रसिद्ध संस्थान है जो विभिन्न विषयों में गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करता है। कॉलेज देश के सभी हिस्सों और विदेश से छात्रों को आकर्षित करता है। बाहरी राज्यों से आने वाले छात्रों के लिए उपयुक्त आवास का पता लगाना एक चुनौती हो सकती है। यहां पीजी सुविधाएं एक विकल्प के रूप में आती हैं। इस लेख में, हम दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज के पास पीजी सुविधाओं की समीक्षा करते हैं।{ pg near deen dayal upadhyaya college}
Location
स्थान का अनुवाद है:
दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज दिल्ली की एक मुख्य आवासीय क्षेत्र द्वारका में स्थित है। इस क्षेत्र को सड़कों, मेट्रो और बसों के नेटवर्क के माध्यम से शहर के अन्य हिस्सों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। यह छात्रों के लिए आवास की खोज में एक लोकप्रिय गंतव्य बन गया है। कॉलेज के पास पीजी सुविधाएं रणनीतिक रूप से स्थित हैं जो सार्वजनिक परिवहन, बाजार और अन्य सुविधाओं तक आसान पहुंच प्रदान करती हैं।
Facilities
सुविधाएं का अनुवाद है:
दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज के पास पीजी सुविधाएं छात्रों के लिए आरामदायक रहने की कई सुविधाएं प्रदान करती हैं। इन सुविधाओं में कुछ सामान्य सुविधाएं शामिल हैं जैसे:
बिस्तर, गद्दे, कप्बर्ड, स्टडी टेबल और कुर्सी सहित सजाए हुए कमरे।
24/7 पानी आपूर्ति और बिजली की बैकअप।
Wi-Fi कनेक्टिविटी और टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन आदि जैसी अन्य सुविधाओं तक पहुंच।
रोजाना भोजन और नाश्ता जैसी खाद्य सेवाएं।
कमरों और सामान्य क्षेत्रों की सफाई जैसी हाउसकीपिंग सेवाएं।
सीसीटीवी कैमरों और सुरक्षा गार्ड जैसी सुरक्षा सेवाएं।
एक सामान्य कमरे, जिम और अन्य मनोरंजन सुविधाओं तक पहुंच।
Rent
यहां दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज के पास PG आवास की कुछ समीक्षाएं हैं:
श्री नाथ पीजी: यह पीजी आवास सेक्टर-7, द्वारका में स्थित है। यह स्थान अपने आसपास के क्षेत्रों के मुकाबले अत्यधिक फैला हुआ है। यह स्थान जुगाड़ू फूड सेवाएं और Wi-Fi कनेक्टिविटी प्रदान करता है। एकल आबंटन कमरे के लिए मासिक किराया 8,000 रुपये है।
नोएडा पीजी: यह पीजी आवास सेक्टर-19, द्वारका में स्थित है। यह स्थान पूरी तरह से सुसज्जित कमरों के साथ संलग्न बाथरूम, भोजन सेवाओं, और Wi-Fi कनेक्टिविटी प्रदान करता है। एकल आबंटन कमरे के लिए मासिक किराया 11,000 रुपये है।
श्याम पीजी: यह पीजी आवास सेक्टर-7, द्वारका में स्थित है। यह स्थान पूरी तरह से सुसज्जित कमरों के साथ संलग्न बाथरूम, भोजन सेवाओं, और Wi-Fi कनेक्टिविटी प्रदान करता है। एकल आबंटन कमरे के लिए मासिक किराया 9,000 रुपये है।
आनंद निवास पीजी: यह पीजी आवास सेक्टर-7, द्वारका में स्थित है। य
In conclusion,
समापन में, दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज के पास पीजी आवास बाहरी छात्रों के लिए एक सुविधाजनक और आरामदायक रहने का विकल्प प्रदान करते हैं। इन आवासों में मेजबान विभिन्न सुविधाएं और सेवाएं प्रदान करते हैं, जिनमें सम्पूर्ण फर्नीचर वाले कमरे, भोजन सेवाएं, वाई-फाई कनेक्टिविटी और सुरक्षा सेवाएं शामिल हैं। इन आवासों के किराए का विवरण सुविधाओं और स्थान के आधार पर भिन्न होता है। छात्र अपनी बजट और पसंदों के आधार पर कई पीजी आवासों में से चुन सकते हैं। समीक्षाओं के आधार पर, श्री नाथ पीजी, नोएडा पीजी, श्याम पीजी, आनंद निवास पीजी और द्वारका पीजी दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज के पास कुछ लोकप्रिय विकल्प हैं। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी चुनाव तय करने से पहले उचित अनुसंधान करें और आवासों का दौरा करें।
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bharatlivenewsmedia · 11 months
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वॉशिंग मशीन उघडताच आतमध्ये सव्वा कोटी रुपये सापडले
https://bharatlive.news/?p=178368 वॉशिंग मशीन उघडताच आतमध्ये सव्वा कोटी रुपये सापडले
आंध्र प्रदेशात एका ...
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prabudhajanata · 2 years
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मुंबई : गोदरेज समूह की प्रमुख कंपनी गोदरेज एंड बॉयस (Godrej & Boyce) ने घोषणा की कि उसके बिजनेस गोदरेज टूलिंग ने जापान की प्रसिद्ध वाहन सफाई मशीन निर्माता कंपनी, जेसीडब्ल्यू जापान के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी का उद्देश्य भारतीय रेल और मेट्रो के लिए स्वचालित और टिकाऊ वाशिंग सिस्टम विकसित करना है। भारत में गोदरेज टूलिंग की मजबूत उपस्थिति के साथ जेसीडब्ल्यू जापान की वैश्विक विशेषज्ञता के संयोग के जरिए, यह गठजोड़ भारत में अत्याधुनिक वैश्विक तकनीक पेश करने और विभिन्न स्वचालित वाशिंग सिस्टम के स्वदेशीकरण में योगदान देने का वादा करता है। अगले तीन वर्षों में लगभग 50 नए मेट्रो मेंटनेंस डिपो की उम्मीद है। ऐसे में, भारतीय बाजार में वाशिंग सिस्टम की मांग बढ़ने का अनुमान है। स्वचालित वाशिंग सिस्टम के क्षेत्र में रेलवे और मेट्रो रेल निगमों से अगले पांच वर्षों में लगभग 200 करोड़ रुपये का बाजार अवसर अनुमानित है। नवीनतम प्रौद्योगिकी युक्त वाशिंग सिस्टम स्थायी सफाई समाधान प्रदान करेगा, जिनमें समय और संसाधनों का दक्षतापूर्वक उपयोग होगा। प्रारंभ में, गोदरेज टूलिंग 20-30% स्वदेशीकरण के साथ शुरुआत करेगा; इस बिजनेस का लक्ष्य अगले पांच वर्षों के भीतर स्थानीय क्षमताओं को 80% तक बढ़ाना है। इस अवसर पर गोदरेज टूलिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और बिजनेस हेड, पंकज अभ्यंकर ने कहा, "जेसीडब्ल्यू जापान के साथ यह साझेदारी रेलवे और मेट्रो कोचों के रखरखाव और सर्विसिंग की गति और गुणवत्ता और सुरक्षा में सुधार लाने की दृष्टि से महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। ऑटोमैटिक ट्रेन वॉश प्लांट में ट्रेन के प्रवेश के साथ, इसे श्रृंखलाबद्ध प्री-प्रोग्राम्ड प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है, जैसे सोकिंग, रिन्सिंग, फोमिंग, वॉशिंग और ड्राइंग। कोच के प्रकार के अनुसार इनमें अंतर हो सकता है। ट्रेन की लंबाई के आधार पर, पूरी ट्रेन को साफ करने में सिर्फ पांच से दस मिनट का समय लगता है। ऑटोमेटेड वाशिंग सिस्टम में पानी रिसाइक्लिंग अधिक होगी और ऊर्जा की खपत कम होगी जिससे सस्टेनेबिलिटी में बेहतर योगदान दिया जा सकेगा।"
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marketingstrategy1 · 2 years
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Dehradun:सावधान.. qr कोड से पेमेंट करते समय रखें ये खास ध्यान, वॉशिंग मशीन के भुगतान में महिला ने डूबा दी रकम - Attention While Paying With Qr Code Woman Drowned Money In Payment Of Washing Machine Crime Uttarakhand News
प्रतीकात्मक तस्वीर – फोटो : Pixabay विस्तार ओएलएक्स पर वॉशिंग मशीन का पोस्ट डालकर एक व्यक्ति साइबर ठगों के जाल में फंस गया। ठगों ने मशीन खरीदने का झांसा दिया और फिर भुगतान के लिए क्यूआर कोड भेजा। जैसे ही व्यक्ति ने क्यूआर कोड स्कैन किया, खाते से कई बार में 99 हजार रुपये कट गए। मामले में क्लेमेंटटाउन पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, अक्षत कपूर निवासी सुभाषनगर ने तहरीर…
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rickztalk · 2 years
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Washing Machine की कैपिसिटी को किलोग्राम में मापते है, लीटर में क्यों नहीं? क्या है इसका जवाब
Washing Machine की कैपिसिटी को किलोग्राम में मापते है, लीटर में क्यों नहीं? क्या है इसका जवाब
Washing Machine Capacity: वाशिंग मशीन तो लगभग सभी के घर में होती है. अगर नहीं भी है तो इसे आपने देखा तो ज़रूर होगा. वाशिंग मशीन में इसकी कैपेसिली काफी मायने रखती है. कई लोग तो कैपेसिटी देखकर ही नई वाशिंग मशीन खरीदते हैं. वाशिंग मशीन की कैपेसिटी यह बताती है कि आप एक समय में वाशिंग मशीन पर कितना भार डाल सकते हैं. हम वॉशिंग मशीन को 5kg या 10kg वॉशर के रूप में देखते हैं, लेकिन यह आंकड़ा मशीन के वजन…
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slnkhabar · 2 years
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सर्दियों में घर ले आएं ये इनबिल्ट हीटर वाली Washing Machine, कीमत है बेहद कम!
सर्दियों में घर ले आएं ये इनबिल्ट हीटर वाली Washing Machine, कीमत है बेहद कम!
Washing Machine With Inbuilt Heater: सर्दियों में सबसे बड़ी समस्या ठंडे पानी में हाथ डालना और कपड़े धोना है। नहाने के लिए लोग अपने घर में गीजर लगा लेते हैं लेकिन कपड़ों को धोने के लिए बार-बार गर्म पानी करना भी आसान नहीं होता है। ऐसे में हम सभी एक ऐसी वॉशिंग मशीन की तलाश में रहते हैं जो खुद हीटर के साथ होती है, सरल भाषा में कहें तो इसका पानी खुद गर्म हो जाता है और कपड़ों को एकदम चकाचक चमका देती…
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dainiksamachar · 10 months
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इस छोटे पक्षी के कारण बच गई जापान की मशहूर बुलेट ट्रेन, वर्ना... जानिए पूरी कहानी
नई दिल्ली: देश का पहला हाई-स्पीड ट्रेन प्रोजेक्ट मुंबई से अहमदाबाद के बीच बन रहा है। माना जा रहा है कि इसका एक हिस्सा 2026 में शुरू हो जाएगा। इस पर जापान की शिनकानसेन ई-5 सीरीज की बु��ेट ट्रेन चलेगी जिसकी नाक (नोज) 15 मीटर लंबी होगी। यही लंबी नाक बुलेट ट्रेन को खास बनाती है। जापान की बुलेट ट्रेन को दुनिया में मॉडर्न इंजीनियरिंग का नगीना माना जाता है। 320 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चलने के बावजूद इस ट्रेन से सफर को सबसे सुरक्षित माना जाता है। मगर एक समय ऐसा भी था जब जापान की इन ट्रेनों को बंद करने की नौबत आ गई थी। लेकिन एक छोटे से रंग-बिरंगे पक्षी ने ऐसा नहीं होने दिया। दरअसल शुरुआत में इन ट्रेनों के डिजाइन में समस्या थी। जब यह ट्रेन सुरंग से निकलती थी तो इतनी आवाज करती थी कि यात्रियों और ट्रैक के आसपास रहने वाले लोगों के लिए इसे सहना मुश्किल हो जाता था। यह आवाज ऐसी थी जैसे किसी को किसी कमरे में बंद कर दिया गया हो वहां वॉशिंग मशीन चला दी जाए। साथ ही जहां से यह ट्रेन गुजरती थी, उसके आसपास से लोगों को भी काफी परेशानी होती थी। जापान के इंजीनियरों ने जल्दी ही इस 'टनल बूम' का कारण खोज निकाला। कैसे मिला समाधान जब ट्रेन सुरंग से निकलती है तो बंद जगह के कारण वह हवा को आगे धकेलती है। इससे एयर प्रेशर वेव बनती है। ट्रेन सुरंग से निकलती है जैसे बंदूक से गोली। इससे 70 डेसीबल से अधिक की साउंड वेव जेनरेट होती है और सभी दिशाओं में 400 मीटर की दूरी तक इसका प्रभाव रहता है। कारण तो मिल गया था लेकिन अब समस्या यह थी कि इसका समाधान कैसे किया जाए। ट्रेन की रफ्तार कम करना या सुरंग से नहीं गुजरना कोई विकल्प नहीं था। लेकिन प्रकृति के पास इसका समाधान था।जापान के इंजीनियरों की नजर किंगफिशर पक्षी पर पड़ी जो तेज गति से पानी में मछलियों का शिकार करता है। इसकी चोंच आगे से संकरी होती है और पीछे की तरफ चौड़ी होती जाती है। इससे इसे पानी में गोता लगाने में मदद मिलती है। इसकी चोंच का डिजाइन जापानी इंजीनियरों के लिए वरदान साबित हुआ। पक्षियों पर नजर रखने वाले जापानी इंजीनियर आइजी नकात्सू ने बुलेट ट्रेन के अगले हिस्से को किंगफिशर की चोंच की तर्ज पर डिजाइन किया। उनका यह डिजाइन काम कर गया। इंजीनियरिंग का नगीना इससे बुलेट ट्रेन की टनल बूम की समस्या खत्म हो गई और स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली। इतना ही नहीं इस डिजाइन से ट्रेन की फ्यूल एफिशियंसी और स्पीड भी बढ़ गई। इससे एक बार फिर साबित हो गया कि प्रकृति से बड़ा इंजीनियर कोई नहीं है। जापान ने 1964 में ही हाई-स्पीड ट्रेन बना ली थी। उसने लगातार रफ्तार, क्षमता और सुरक्षा को बढ़ाते हुए बुलेट ट्रेनें पटरी पर उतारीं। इसे आज भी इंजीनियरिंग का नगीना माना जाता है। जापान रेलवे ईस्ट की ई5 बुलेट ट्रेन 320 किमी/घंटे की रफ्तार से दौड़ती है जो राजधानी टोक्यो से शिन-आओमोरी की ओर जाती है। http://dlvr.it/SzbvXz
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