Shadi Shubh Muhurat 2024: जुलाई से लेकर दिसंबर तक विवाह के शुभ मुहूर्त एंव तिथियांShadi Shubh Muhurat 2024: जुलाई से दिसंबर 2024 में यदि आप विवाह करना चाहते हैं तो आपको शुभ मुहूर्त जान लेना चाहिए। इस लेख में जुलाई, अगस्त, सितंबर, अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में विवाह के शुभ मुहूर्त के बारे में बताया गया है।
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मासिक पंचांग - 30 जून 2023 (शुक्रवार):
तिथि: शुक्ल पक्ष द्वादशी
वार: शुक्रवार
नक्षत्र: हस्ता (पूर्वफाल्गुनी नक्षत्र के अंतर्गत)
करण: बालव
योग: सौभाग्य
सूर्योदय: 5:31 AM
सूर्यास्त: 7:23 PM
चंद्रोदय: 11:14 PM
चंद्रास्त: 11:37 AM
व्रत और त्योहार:
योगिनी एकादशी व्रत
शुभ मुहूर्त:
विवाह मुहूर्त: 7:10 AM - 8:49 AM
ग्रह प्रवेश मुहूर्त: 12:33 PM - 2:17 PM
शुभ रंग:
पीला रंग शुभ होगा इस दिन।
ज्योतिष संबंधी महत्वपूर्ण तिथियां:
हस्ता नक्षत्र में सूर्य अस्त होगा, इसलिए कार्यों के लिए यह शुभ मुहूर्त होगा।
योगिनी एकादशी व्रत भी इस दिन मनाया जाएगा जो धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखता है।
सुनिये देवी माँ का यह सुन्दर भजन:- https://youtu.be/Sy4RIja6TVM
यह पंचांग केवल सूर्योदय, सूर्यास्त, चंद्रोदय, चंद्रास्त और कुछ महत्वपूर्ण तिथियों को शामिल करता है। पूर्ण पंचांग के लिए आप स्थानीय पंचांग या कैलेंडर से संपर्क कर सकते हैं जो आपके क्षेत्र में उपलब
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मासिक पंचांग - 30 जून 2023 (शुक्रवार):
तिथि: शुक्ल पक्ष द्वादशी
वार: शुक्रवार
नक्षत्र: हस्ता (पूर्वफाल्गुनी नक्षत्र के अंतर्गत)
करण: बालव
योग: सौभाग्य
सूर्योदय: 5:31 AM
सूर्यास्त: 7:23 PM
चंद्रोदय: 11:14 PM
चंद्रास्त: 11:37 AM
व्रत और त्योहार:
योगिनी एकादशी व्रत
शुभ मुहूर्त:
विवाह मुहूर्त: 7:10 AM - 8:49 AM
ग्रह प्रवेश मुहूर्त: 12:33 PM - 2:17 PM
शुभ रंग:
पीला रंग शुभ होगा इस दिन।
ज्योतिष संबंधी महत्वपूर्ण तिथियां:
हस्ता नक्षत्र में सूर्य अस्त होगा, इसलिए कार्यों के लिए यह शुभ मुहूर्त होगा।
योगिनी एकादशी व्रत भी इस दिन मनाया जाएगा जो धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखता है।
यह पंचांग केवल सूर्योदय, सूर्यास्त, चंद्रोदय, चंद्रास्त और कुछ महत्वपूर्ण तिथियों को शामिल करता है। पूर्ण पंचांग के लिए आप स्थानीय पंचांग या कैलेंडर से संपर्क कर सकते हैं जो आपके क्षेत्र में उपलब
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खरमास के बाद गूंजेगी शहनाई:जानिए, इस साल कब है शादी का शुभ मुहूर्त, अप्रैल और जुलाई-अक्तूबर तक होगी परेशानी - Shubh Muhurt: Shehnai Will Resonate After Kharmas, Maximum 15 Muhurts In May
खरमास के बाद गूंजेगी शहनाई:जानिए, इस साल कब है शादी का शुभ मुहूर्त, अप्रैल और जुलाई-अक्तूबर तक होगी परेशानी – Shubh Muhurt: Shehnai Will Resonate After Kharmas, Maximum 15 Muhurts In May
खरमास
– फोटो : गूगल
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खरमास की वजह से जनवरी में 14 तक कोई शुभ मुहूर्त नहीं है। 15 को खरमास के बाद एक बार फिर से विवाह की शहनाइयां गूंजेंगी। इस साल सबसे अधिक मई में 15 मुहूर्त हैं। उस समय शादियां भी अधिक होेंगी।
काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्य पंडित दीपक मालवीय के अनुसार, जनवरी में 9 और फरवरी में 12 शुभ मुहूर्त है। मार्च में विवाह के 4 शुभ मुहूर्त हैं। मई में 15 तिथियां…
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Shaadi Vivah Shubh Muhurat: अप्रैल से दिसंबर 2021 तक आपकी शादी के लिए शुभ हिंदू विवाह तिथियां | इस महीने 24 से 30 तारीख तक हर दिन शादी के मुहूर्त, इस साल शादी के लिए 50 दिन शुभ
Shaadi Vivah Shubh Muhurat: अप्रैल से दिसंबर 2021 तक आपकी शादी के लिए शुभ हिंदू विवाह तिथियां | इस महीने 24 से 30 तारीख तक हर दिन शादी के मुहूर्त, इस साल शादी के लिए 50 दिन शुभ
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3 घंटे पहले
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अप्रैल में शादियों के लिए मिलेंगे 8 दिन, साल में सबसे ज्यादा मई में 15 दिन रहेंगे शादी के मुहूर्त
21 अप्रैल को रामनवमी पर्व मनाया जाएगा। इसके अगले ही दिन यानी 22 अप्रैल से शादियों की शुरुआत हो रही है। इस दिन साल का दूसरा और महीने का पहला विवाह मुहूर्त रहेगा। 14 अप्रैल को खरमास खत्म होने और 17…
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Vivah Lagan dates 2020: इस सीजन में विवाह की 14 लगनें शेष, देखें शुभ तिथियां और लॉकडाउन की नई गाइडलाइन्स कोरोनावायरस महामारी और लॉकडाउन के चलते इस साल शादियों के पूरे सीजन पर पानी फिर गया। इससे भी ज्यादा चिंता की बात यह है कि अभी कुछ महीनों तक स्थिति सामान्य होने की उम्मीद कम ही है। लेकिन सरकार की नई ...। Image Source link
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बेरोजगारों की कतार में 40 लाख, त्यागपत्रितों के 6 हजार पद खाली, न भर्ती-न परीक्षा Divya Sandesh
#Divyasandesh
बेरोजगारों की कतार में 40 लाख, त्यागपत्रितों के 6 हजार पद खाली, न भर्ती-न परीक्षा
जयपुर। राजस्थान में बेरोजगारी दूर करने के लिए गहलोत सरकार ने भले ही रीट समेत अन्य कई परीक्षाओं के लिए तिथियां तय कर ली हो, लेकिन सरकारी विभागों में नियुक्ति और भर्ती को लेकर खींचतान बनी हुई है। प्रदेश के विभिन्न विभागों में 6 हजार से अधिक त्यागपत्रित पदों के खाली पड़े हैं। जिनमें पद रिक्त रह जाने के बावजूद भी किसी न किसी वजह से पदों को भरा नहीं जा रहा है और युवा वर्ग अच्छे दिनों का इंतजार कर रहा है।
कोरोना संकट के इस विकट दौर में भर्ती परीक्षाओं की प्रक्रिया अब धीरे-धीरे अनलॉक हो रही है। इसके बावजूद प्रदेश के लाखों बेरोजगारों के सपने लॉक है। भर्ती परीक्षाओं की प्रक्रिया सुचारू नहीं होने से बेरोजगार युवा मायूस हैं। कई पुरानी भर्तियां ऐसी भी हैं, जिनमें काफी पद रिक्त हैं। ऐसा ही एक मामला त्यागपत्रित पदों पर नियुक्ति से जुड़ा हुआ है। इस संबंध में एक नियम बनने से हजारों युवाओं का नौकरी का सपना भी अनलॉक हो सकता है।
जिन पदों पर चयन होने के बाद कोई अभ्यर्थी किसी भी कारण से वह नौकरी छोड़ देता है या उसका निधन हो जाता है, तो ऐसे पदों को त्यागपत्रित कहा जाता है। ऐसे रिक्त हुए पदों पर वरीयता सूची में जगह बनाने वाले अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन अभी तक सरकार ने इस संबंध में कोई रुचि नहीं दिखाई है। ऐसे में हजारों युवाओं का सरकारी नौकरी पाने का सपना अभी पूरा नहीं हो पाया है। त्यागपत्रित पद और उन पर नियुक्ति की बेरोजगारों की मांग को एक उदाहरण से आसानी से समझा जा सकता है।
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राज्य सरकार ने 2018 में वरिष्ठ अध्यापक भर्ती और स्कूल व्याख्याता भर्ती एक साथ निकाली थी। पूरी प्रक्रिया संपन्न होने के बाद सरकार की ओर से वरिष्ठ अध्यापक के पदों पर पहले नियुक्ति दे दी गई। इसके बाद स्कूल व्याख्याता के पदों पर नियुक्ति दी गई।
वरिष्ठ अध्यापक की नियुक्ति लेने वाले कई अभ्यर्थी ऐसे थे जिनका स्कूल व्याख्याता के पद पर चयन हो गया। ऐसे में उन्होंने वरिष्ठ अध्यापक के पद से त्यागपत्र देकर स्कूल व्याख्याता के पद पर ज्वॉइनिंग ले ली। इसके चलते वरिष्ठ शिक्षक के करीब 1352 पद खाली रह गए। इन पदों पर प्रतीक्षा सूची जारी कर���े की मांग लगातार की जा रही है और सोशल मीडिया पर अभियान भी चलाया जा रहा है।
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जानकार बताते हैं कि प्रदेश की विभिन्न भर्तियों पर त्यागपत्रित वेटिंग का नियम लागू किया जाए, तो महज 11 भर्तियों में ही 6 हजार पद भरे जा सकते हैं। जानकार बताते हैं कि सरकार कई भर्ती परीक्षाओं की प्रक्रिया एक साथ पूरी करवाती है। ऐसे में कई अभ्यर्थी एक से ज्यादा परीक्षाओं में आवेदन कर देते हैं।
ऐसे में किसी अभ्यर्थी को जिस भर्ती में पहले नियुक्ति मिलती है, वह ज्वॉइन कर लेता है। फिर यदि उसका चयन किसी अन्य भर्ती परीक्षा में भी हो जाता है तो वह त्यागपत्र देकर दूसरी नौकरी ज्वॉइन कर लेता है। ऐसे में उसका पहले वाला पद रिक्त होता है और वह लंबे समय तक खाली ही पड़ा रहता है।
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव का कहना है कि सरकार को एक निश्चित क्रम और तय कैलेण्डर के अनुसार भर्ती परीक्षाओं का आयोजन करना चाहिए। मसलन, पहले आरएएस, स्कूल व्याख्याता, वरिष्ठ शिक्षक और अंत में शिक्षक ग्रेड-3 की भर्ती होनी चाहिए।
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इससे एक भर्ती में चयनित अभ्यर्थी के त्यागपत्र देकर दूसरी भर्ती में जाने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगेगा। राजस्थान के पड़ोसी राज्यों हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में यह नियम है कि नियुक्ति से एक साल के भीतर कोई त्याग पत्र देता है, तो उन पदों को प्रतीक्षा सूची से भरा जाता है।
इसी तरह का नियम राजस्थान में भी बनाने की मांग लंबे समय से की जा रही है। इसे लेकर बेरोजगार पहले धरातल पर संघर्ष कर रहे थे और अब कोरोना संकट के चलते सोशल मीडिया पर अभियान छेड़ रखा है।
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इसके साथ ही बेरोजगार अभ्यर्थी कांग्रेस के विधायकों से मिलकर उनसे मुख्यमंत्री को इस संबंध में नियम बनाने के लिए पत्र भी लिखवा रहे हैं। बेरोजगारों का दावा है कि अब तक वे कांग्रेस के 55 विधायकों से पत्र लिखवा चुके हैं।
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Marriages Postponed After The Lockdown In Bihar, Patna Coronavirus In Bihar
Marriages Postponed After The Lockdown In Bihar, Patna Coronavirus In Bihar
पटना: बिहार में काफी लोग विवाहों को या तो स्थगित कर रहे हैं या उन्हें टाल रहे हैं. वहीं, कई लोग ऐसे भी हैं जो ‘बैंड-बाजा-बारात’ के बिना विवाह करने का फैसला कर रहे हैं. बिहार में कोविड-19 संकट के बीच 11 दिनों का लॉकडाउन लगा दिया गया है. पांच और 15 मई के बीच लगन की कई तिथियां थीं जब राज्य में लॉकडाउन है. विवाह हॉल के मालिकों ने कहा कि अधिकांश लोग बुकिंग रद्द कर रहे हैं. राज्य सरकार ने लॉकडाउन के…
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वृंदावन कुंभ मेला: वृन्दावन में होने वाले कुंभ मेले की शाही स्नान की तिथियाँ घोषित
वृन्दावन, 7 फरवरी; हरिद्वार से पहले वृंदावन में आयोजित होने वाले कुंभ मेले में शाही स्नान की तिथियां घोषित हो चुकी हैं. मेले का शुभारंभ 16 फरवरी को वसंत पंचमी के दिन तीनों अनी अखाड़ों द्वारा ध्वजारोहण के साथ होगा
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रंगभरनी एकादशी 25 मार्च को पंचकोसीय परिक्रमा के साथ मेले का समापन होगा. तीन शाही स्नान की तिथियां घोषित की गई हैं. वृंदावन में यमुना के तट पर हरिद्वार से पहले कुंभ मेला बैठक का आयोजन होना है. इसके संबंध में तीनों अनी अखाड़ा और चर्तुसंप्रदाय ने शाही स्नान के साथ ध्वजारोहण और पंचकोसीय परिक्रमा की तिथियां तय कर ली हैं.
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इसमें वसंत पंचमी 16 फरवरी के दिन ध्वजारोहण के साथ कुंभ का शुभारंभ वृंदावन में होगा. इसके बाद पहला शाही स्नान माघी पूर्णिमा 27 फरवरी को होगा. द्वितीय शाही स्नान फाल्गुन कृष्ण पक्ष 9 मार्च को होगा, जबकि तीसरा शाही स्नान अमावस्या 13 मार्च को होगा.
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इस साल विवाह के सभी मुहूर्त, जानें तिथियां
इस साल विवाह के सभी मुहूर्त, जानें तिथियां
फाइल फोटो
विवाह के शुभ मुहूर्त अप्रैल महीने से शुरू होने वाले हैं। पंचांग के अनुसार इस वक्त शुक्र तारा अस्त है। जब शुक्र तारा अस्त होता तो विवाह संबंधी कार्यक्रम में पाबंदी होती है। शुक्र 16 फरवरी को अस्त हुए थे। शादी संबंधी मामलों में गुरू और शुक्र ग्रह की अहम भूमिका होती है। गुरू ग्रह उदित हो गए हैं लेकिन शुक्र अस्त हैं। ऐसे में शुक्र जब तक उदित नहीं होंगे विवाह कार्य नहीं हो सकेंगे।
पंचांग के…
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शुभ कार्य करने से पहले जान लें कुछ खास तिथियां, वरना बिगड़ सकता है आपका काम!
शुभ कार्य करने से पहले जान लें कुछ खास तिथियां, वरना बिगड़ सकता है आपका काम!
जयपुर: विवाह समारोह हो या अन्य कोई मंगल कार्य बिना शुभ मुहूर्त हम कोई कार्य नहीं करते हैं. देवगुरु बृहस्पति 17 जनवरी 2021 को मकर राशि में अस्त होने जा रहे हैं. इस दिन शाम 5 बजकर 52 मिनट पर गुरु अस्त होंगे. गुरु के अस्त हो जाने के कारण शहनाई नहीं बजेगी. गुरु के अस्त होने पर वैवाहिक जीवन का सुख प्रभावित होता है. 17 जनवरी से गुरु अस्त होने जा रहे हैं और 13 फरवरी से शुक्र अस्त होंगे.
पाल बालाजी…
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शुभ मंत्र - "ॐ कृं कृष्णाय नमः"
तिथि: चतुर्दशी
वार: गुरुवार
मास: आषाढ़
पक्ष: कृष्ण
नक्षत्र: पूर्वफाल्गुनी
योग: आयुष्मान्
व्रत एवं त्योहार:
आषाढ़ कृष्ण चतुर्दशी
शुभ मुहूर्त:
विवाह मुहूर्त: 05:25 AM - 07:00 AM
गृह प्रवेश मुहूर्त: 11:41 AM - 12:55 PM
निर्माण मुहूर्त: 11:59 AM - 01:13 PM
सूर्योदय: 05:25 AM
सूर्यास्त: 07:24 PM
चंद्रोदय: 10:38 PM
चंद्रास्त: 09:43 AM (अगले दिन)
राहुकाल:
अपराह्ण काल: 01:56 PM - 03:27 PM
अभिजीत मुहूर्त: 12:12 PM - 12:58 PM
डूब अभिजीत मुहूर्त: 12:58 PM - 01:43 PM
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वैदिक पंचांग के अनुसार यह दिन कुछ विशेषताएं रखता है। उचित मुहूर्त और पंचांगिक तिथियां व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण होती हैं, इसलिए आप इसे अपनी स्थानीय पंचांग से भी सत्यापित कर सकते हैं।
सुनिए सुन्दर-सुन्दर भजन:- https://www.youtube.com/@KWEBHAKTI
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लॉकडाउन एवं चातुर्मास के कारण बंद पड़ी शादियों का सिलसिला 25 नवंबर को देवोत्थान एकादशी के साथ शुरू हो रहा है। पंडितों के मुताबिक नवंबर एवं दिसंबर माह मिलाकर कुल 10 तिथियां मांगलिक कार्यों के लिए शुभ हैं। 14 दिसंबर के बाद खरमास है इसके पूर्व लग्न में हर दिन 9000 से अधिक शादियां होंगी।
इस अवधि में अर्थचक्र भी तेजी से घूमेगा और बाजार में भी रौनक लौटेगी। लेकिन उतनी नहीं जितनी आम दिनों में होती है। वजह है बारात का इंतजाम छोटा हो गया है। इन स्थितियों के बीच अनुमान है कि इस छोटे से शादी सीजन में 3750 करोड़ से अधिक का कारोबार होगा। जनवरी व फरवरी में एकाध लग्न होने की वजह से भी लोग नवंबर-दिसंबर में ही शादी-विवाह निबटा लेने को इच्छुक हैं।
होने वाली अधिकांश शादियां वह हैं जो कोराना के कारण टल गई थीं। कोरोना का प्रकोप अभी खत्म नहीं हुआ है। कोरोना की दूसरी लहर देख सावधानी बरतने की जरूरत है। भास्कर पड़ताल बताती है कि शादियों में मेहमानों की संख्या को लेकर प्रदेश में कोई यूनिफार्म गाइडलाइन नहीं है। कहीं बारातियों की संख्या 50 तक सीमित है तो अधिकांश में कोई पाबंदी नहीं है। ज्यादातर लोग निजी स्तर पर एहतियात बरत रहे हैं। कम लोगों को न्योता दे रहे हैं। शादी के लिए बनने वाले पंडाल छोटे हो गए है।
सुरक्षा...सैनिटाइजर टनल का इंतजाम कुछ ही शादियों में
अधिकांश जिलों में कोरोना से बचाव को लेकर कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
बड़ी शादियों में सैनिटाइजर टनल व एक्जॉस्ट फैन से सैनिटाइजर छिड़काव।
मैरेज हॉल में कोरोना गाइडलाइन के पोस्टर चिपकाए जा रहे हैं।
शादी में संख्या को लेकर सरकार की ओर से कोई निर्देश जिलों को नहीं है।
खानपान...चाय-कॉफी की जगह अतिथियों को काढ़ा
मांस-मछली की जगह अतिथियों को सामान्य भोजन को ही प्राथमिकता।
इम्युनिटी के लिए चाय-कॉफी की जगह कई शादियों में काढ़ा का ऑर्डर।
लहसुन व मसाले का ज्यादा जोर, देसी मसाले की खपत, वजह इम्यूनिटी।
दही, आइसक्रीम व कोल्ड्रिंक्स से परहेज। चाइनीज फूड भी मेन्यू से बाहर।
बाराती... कहीं 200 तो कहीं 50 की ही अनुमति
लखीसराय में प्रशासन ने टेंट वालों को हिदायत दी है कि कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन न हो। सीतामढ़ी जिला प्रशासन के पास जिले में होनेवाली शादियों का कोई आंकड़ा है। दरभंगा में जिला प्रशासन ने शादी में अधिकतम 200 तो बेतिया में 50 लोगों के भाग लेने की अनुमति दी है।
एहतियात : कार्ड पर मास्क पहनने की अपील
मुजफ्फरपुर के नयाटोला के निर्मल कुमार ने अपनी बेटी की शादी में बाराती के लिए मिथिला पेंटिंग के 100 मास्क का ऑर्डर दिया है। कुछ लोगों ने शादी के कार्ड पर ही मास्क पहन कर आने की अपील तक छाप दी है।
अपील: कोरोना से बचाव की गाइडलाइन मानें
कोरोनाकाल में बारातियों की संख्या अभी तय नहीं है। संक्रमण से बचने की सावधानियों जैसे मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। प्रत्यय अमृत, प्रधान सचिव स्वास्थ्य विभाग
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लग्न के 10 दिनों में करीब 68 हजार शादियां 10 जिलों में।
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अनन्य: अतिरिक्त विवाह मुद्दे पर आधारित शकुन बत्रा की अगली फिल्म में फिटनेस प्रशिक्षक के रूप में काम कर रहीं दीपिका पादुकोण: बॉलीवुड समाचार
अनन्य: अतिरिक्त विवाह मुद्दे पर आधारित शकुन बत्रा की अगली फिल्म में फिटनेस प्रशिक्षक के रूप में काम कर रहीं दीपिका पादुकोण: बॉलीवुड समाचार
पिछले साल, शकुन बत्रा ने दीपिका पादुकोण, अनन्या पांडे, सुशांत चटर्जी और धेरिया करवा द्वारा अभिनीत अपने अगले घरेलू नाटक के साथ मंजिल तक पहुंचाया। अब तक, शीर्षक फिल्म पूरी तरह से लिपटी हुई है और कोई भी फिल्म के बारे में ज्यादा नहीं जानता है। अब और नहीं। बॉलीवुड का हंगामा इस पर विशेष तिथियां हैं। पढ़ें …
एक सूत्र ने हमें बताया, “दीपिका ने एक फिटनेस इंस्ट्रक्टर की भूमिका निभाई है। जबकि कई परिचितों…
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भारत के त्यौहारों त्यौहार और पर्व की सूची
यह हिंदी और अंग्रेजी भाषा में दिए गए सभी भारतीय त्योहारों की संपूर्ण सूची है। ये सभी के लिए केवल प्रमुख और महत्वपूर्ण हैं। जानिए ऐसे कौन कौन से त्यौहार है जिन्हें हमारे देश और पुरे दुनिया में धूम धाम से मनाया जाता है। यह पोस्ट हिंदी में "Indian Festival Names In Hindi" और उनकी सामान्य जानकारी है। भारत त्यौहारों का देश है।
Hindu Festivals List in Hindi
भारत में कई त्योहार और त्यौहार बहुत उत्साह और उत्साह के साथ मनाए जाते हैं। हिंदू धर्म, इस्लाम, धर्म, जैन धर्म, बौद्ध धर्म, ईसाई धर्म, पारसी धर्म के कई त्योहार हर साल आते हैं।
Indian Festival Names In Hindi (प्रमुख त्योहार के नाम)
भारत त्योहारों का देश है, जहाँ सभी धर्म के लोग इसे मनाते हैं। जनवरी और दिसंबर माह से शुरू होने वाले हिंदी और अंग्रेजी में सभी महत्वपूर्ण त्योहारों की सूची का पता लगाएं।
धार्मिक त्योहार के नाम हिंदी में (Indian Festival Names In Hindi)
1. मकर संक्रांति (Makarsankranti)
मकर संक्रांति, या माघी, हिंदू कैलेंडर में एक त्योहार का दिन है, जो देवता सूर्य को समर्पित है। यह प्रत्येक वर्ष जनवरी में मनाया जाता है। यह सूर्य के मकर राशि में पारगमन के पहले दिन, सर्दियों के संक्रांति के साथ महीने के अंत और अधिक दिनों की शुरुआत का प्रतीक है।
2. पोंगल (Pongal)
थाई पोंगल सूर्य देव को समर्पित एक फसल उत्सव है। यह चार दिवसीय त्योहार है जो आम तौर पर तमिल कैलेंडर के अनुसार 14 जनवरी से 17 जनवरी तक मनाया जाता है। थाई पोंगल मकर संक्रांति से मेल खाता है, जिसे पूरे भारत में मनाया जाता है।
3. वसंत पंचमी (Vasant Panchami)
वसंत पंचमी को बसंत पंचमी भी कहा जाता है, यह एक ऐसा त्योहार है जो भारतीय उपमहाद्वीप में इस क्षेत्र के आधार पर विभिन्न तरीकों से लोगों द्वारा मनाए जाने वाले वसंत के आगमन की प्रारंभिक तैयारियों का प्रतीक है।
4. महा शिवरात्रि (Maha Shivaratri)
महा शिवरात्रि भगवान शिव के सम्मान में प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला एक हिंदू त्यौहार है, और विशेष रूप से, शिव के विवाह के समापन का दिन है।
5. पुथंडू (Puthandu)
तमिल पुथंडु, जिसे तमिल नव वर्ष के रूप में भी जाना जाता है, तमिल कैलेंडर पर वर्ष का पहला दिन है। त्योहार की तारीख हिंदू कैलेंडर के सौर चक्र के साथ निर्धारित की जाती है, तमिल महीने के पहले दिन के रूप में चिथिरई। इसलिए यह ग्रेगोरियन कैलेंडर पर हर साल 14 अप्रैल को पड़ता है।
6. गुडी पड़वा (Gudi Padwa)
गुड़ी पड़वा और कोंकणी: संवत्सर पाडवो, संवर पाडवो एक वसंत-समय त्योहार है जो मराठी और कोंकणी हिंदुओं के लिए पारंपरिक नए साल को चिह्नित करता है। यह चैत्र महीने के पहले दिन महाराष्ट्र और गोवा में मनाया जाता है और हिंदू हिंदू कैलेंडर के अनुसार नए साल की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए किया जाता है।
7. होली (Holi)
होली; एक लोकप्रिय प्राचीन हिंदू त्योहार है, जो भारतीय उपमहाद्वीप से आता है। यह मुख्य रूप से भारत और नेपाल में मनाया जाता है, लेकिन भारतीय उपमहाद्वीप से प्रवासी भारतीयों के माध्यम से एशिया और पश्चिमी दुनिया के अन्य क्षेत्रों में भी फैल गया है।
8. रामनवमी (Ramanavami)
राम नवमी एक वसंत हिंदू त्योहार है कि भगवान राम का जन्मदिन मनाता है। वह हिंदू धर्म की वैष्णववाद परंपरा के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, विष्णु के सातवें अवतार के रूप में। यह त्योहार अयोध्या में राजा दशरथ और रानी कौशल्या के जन्म के माध्यम से, भगवान विष्णु के वंश को राम अवतार के रूप में मनाता है।
9. वैसाखी (Vaisakhi)
वैसाखी, जिसे बैसाखी, वैशाखी या वैसाखी के रूप में भी जाना जाता है, हिंदू धर्म और सिख धर्म में एक ऐतिहासिक और धार्मिक त्योहार है। यह आमतौर पर हर साल 13 या 14 अप्रैल को मनाया जाता है, जो 1699 में गुरु गोविंद सिंह के अधीन योद्धाओं के खालसा पंथ के गठन की याद दिलाता है।
10. हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti)
हनुमान जयंती एक हिंदू धार्मिक त्यौहार है जो भगवान श्री हनुमान के जन्म का जश्न मनाता है, जो पूरे भारत और नेपाल में बहुत मन्नत करता है। यह त्यौहार भारत के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग दिनों में मनाया जाता है।
सभी भारतीय त्योहारों की सूची List of all Indian Festivals in Hindi
11. अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya)
अक्षय तृतीया, जिसे अक्ती या अखा तीज के नाम से भी जाना जाता है, जैन और हिंदुओं का एक वार्षिक वसंत त्योहार है। यह वैशाख महीने के ब्राइट हाफ की तीसरी तीथी पर पड़ता है। यह भारत और नेपाल में हिंदुओं और जैनों द्वारा क्षेत्रीय रूप से एक शुभ समय के रूप में मनाया जाता है, जो "संयुक्त समृद्धि के तीसरे दिन" को दर्शाता है।
12. सावित्री पूजा (Savitri Pooja)
वट सावित्री पूजा भारत में व्यापक रूप से मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। यह पूजा सावित्री के दृढ़ संकल्प और अपने पति को वापस लाने के लिए भक्ति के सम्मान के लिए की जाती है। पूरे भारत में विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करने के लिए इस पूजा में भाग लेती हैं।
13. रथ यात्रा (Rath Yatra)
पुरी में रथयात्रा महोत्सव के दौरान, एक जुलूस में जगन्नाथ मंदिर की मूर्तियों को मंदिर से बाहर ले जाया जाता है। यहां आपको जानना आवश्यक है।
14. गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima)
गुरु पूर्णिमा हिंदू संस्कृति में आध्यात्मिक और अकादमिक शिक्षकों को समर्पित एक आध्यात्मिक परंपरा है, जो कर्म योग पर आधारित बहुत कम या कोई मौद्रिक अपेक्षा के साथ, अपनी बुद्धि साझा करने के लिए तैयार, विकसित या प्रबुद्ध मनुष्य हैं।
15. नाग-पंचमी (Nag Panchami)
नागा पंचमी पूरे भारत, नेपाल और अन्य देशों में जहां हिंदू अनुयायी रहते हैं, हिंदुओं द्वारा नाग या नागों की पारंपरिक पूजा का दिन है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, श्रावण मास के चमकदार आधे महीने के पांचवें दिन पूजा की जाती है।
16. रक्षा-बंधन (Raksha-Bandhan)
रक्षाबंधन, भी रक्षाबंधन, एक लोकप्रिय, पारंपरिक रूप से हिंदू, वार्षिक संस्कार, या समारोह है, जो उसी नाम के एक त्योहार का केंद्र है, जिसे भारत में, दक्षिण एशिया के कुछ अन्य हिस्सों में और दुनिया भर के लोगों द्वारा हिंदू के रूप में मनाया जाता है।
17. कृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami)
कृष्ण जन्माष्टमी, जिसे बस जन्माष्टमी या गोकुलाष्टमी के रूप में भी जाना जाता है, एक वार्षिक हिंदू त्योहार है जो विष्णु के आठवें अवतार कृष्ण का जन्मदिन मनाता है।
18. गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi)
गणेश चतुर्थी, जिसे विनायक चतुर्थी या विनायक चविथी के नाम से भी जाना जाता है, एक हिंदू त्योहार है जो गणेश के जन्म का उत्सव है। यह ग्रेगोरियन कैलेंडर के अगस्त या सितंबर के महीनों में पड़ता है। यह त्यौहार निजी तौर पर घरों में, या सार्वजनिक रूप से विस्तृत पंडालों में गणेश मिट्टी की मूर्तियों की स्थापना के साथ चिह्नित किया जाता है।
19. अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi)
अनंत चतुर्दशी जैन और हिंदुओं द्वारा मनाया और मनाया जाने वाला त्योहार है। चतुर्दशी चंद्र पखवाड़े का 14 वां दिन है। सामान्य रूप से, अनंत चतुर्दशी गणेश चतुर्थी के 10 दिन बाद आती है।
20. तीज (Teej)
तीज कई हिंदू त्योहारों का एक सामान्य नाम है जो मुख्य रूप से नेपाल और उत्तर भारत में महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। हरियाली तीज और हरतालिका तीज मानसून के मौसम का स्वागत करते हैं और मुख्य रूप से लड़कियों और महिलाओं द्वारा गीत, नृत्य और प्रार्थना अनुष्ठानों के साथ मनाया जाता है।
हिन्दू धर्म के मुख्य त्योहार के नाम (Hindu Festivals Name)
21. विश्वकर्मा पूजा (Vishwakarma Puja)
विश्वकर्मा जयंती, एक हिंदू देवता, दिव्य वास्तुकार, विश्वकर्मा के लिए उत्सव का दिन है। उन्हें स्वायंभु और दुनिया का निर्माता माना जाता है। उन्होंने द्वारका के पवित्र शहर का निर्माण किया जहां कृष्ण ने शासन किया, पांडवों की माया सभा, और देवताओं के लिए कई शानदार हथियारों के निर्माता थे।
22. ओणम (Onam)
ओणम भारत के केरल राज्य में एक वार्षिक हार्वेस्ट त्योहार है। यह चिंगम के मलयालम कैलेंडर माह में 22 वें नक्षत्र थिरुवोनम पर पड़ता है, जो ग्रेगोरियन कैलेंडर में अगस्त-सितंबर के साथ ओवरलैप होता है।
23. नवरात्रि (Navaratri)
नवरात्रि एक हिंदू त्योहार है जो नौ रातों तक फैलता है और हर साल शरद ऋतु में मनाया जाता है। यह विभिन्न कारणों से मनाया जाता है और भारतीय उपमहाद्वीप के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। सैद्धांतिक रूप से, चार मौसमी नवरात्रि हैं।
24. दशहरा (Dusshera)
विजयदशमी को दशहरा, Dasahara, Dusshera, Dasara, Dussehra or या दशैन के नाम से भी जाना जाता है, जो हर साल नवरात्रि के अंत में मनाया जाने वाला एक प्रमुख हिंदू त्योहार है।
25. लक्ष्मी पूजा (Lakshmi Puja)
लक्ष्मी पूजा उत्सव, विवरणलक्ष्मी पूजा, एक हिंदू धार्मिक त्योहार है जो तिहाड़ के तीसरे दिन आश्विन के विक्रम संवत हिंदू कैलेंडर माह में कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाता है और इसे दीपावली के मुख्य त्योहार के रूप में माना जाता है।
26. धनतेरस (Dhanteras)
धनतेरस, जिसे धनत्रयोदशी या धन्वंतरी त्रयोदशी के रूप में भी जाना जाता है, पहला दिन है जो भारत में दिवाली का त्योहार और नेपाल में तिहार का त्योहार है। कार्तिक के विक्रम संवत हिंदू कैलेंडर माह में कृष्ण पक्ष के तेरहवें चंद्र दिवस पर धनतेरस मनाया जाता है।
27. दीवाली (Diwali)
दिवाली, दीपावली या दीपवली रोशनी का त्योहार है, जिसे उत्तरी गोलार्ध में हर शरद ऋतु में हिंदू, जैन, सिख और कुछ बौद्ध लोग मनाते हैं।
28. कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Poornima)
कृतिका पूर्णिमा एक हिंदू, सिख और जैन सांस्कृतिक त्योहार है, जो कार्तिक के पूर्णिमा के दिन या पंद्रहवें चंद्र दिवस पर मनाया जाता है। इसे त्रिपुरी पूर्णिमा और त्रिपुरारी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इसे कभी-कभी देव-दीपावली या देव-दीपावली कहा जाता है, जो देवताओं की रोशनी का त्योहार है।
29. कार्व चौथ (Karva Chauth)
करवा चौथ, कार्तिक माह में पूर्णिमा के चार दिन बाद हिंदू महिलाओं द्वारा मनाया जाने वाला एक दिन का त्योहार है। तिथियां ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार भिन्न होती हैं जो सारणीबद्ध होती हैं और नक्षत्रों पर आधारित नहीं होती हैं।
30. छठ (Chhath)
छठ एक प्राचीन हिंदू वैदिक त्योहार है जो ऐतिहासिक रूप से भारतीय उपमहाद्वीप के मूल निवासी है, विशेष रूप से, भारतीय राज्यों बिहार, झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के साथ-साथ नेपाल के मधेश क्षेत्र में भी है।
प्रमुख त्योहार के नाम (Festival Name In Hindi)
31. भाई दूज (Bhai Dooj)
भाई-दूज / भाऊ-बीज / भाई टीका / भाई फोंटा भारतीय उपमहाद्वीप के हिंदुओं द्वारा मनाया जाने वाला त्योहार है, विशेषकर भारत और नेपाल, विक्रम संवत हिंदू कैलेंडर या कार्तिकेय शाका कैलेंडर महीने के कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष के दूसरे चंद्र दिवस पर। ।
32. महावीर जयंती (Mahavir Jayanti)
महावीर जन्म कल्याणक, जैनियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहारों में से एक है। यह वर्तमान अवसारपीरी के चौबीसवें और अंतिम तीर्थंकर महावीर के जन्म का जश्न मनाता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, छुट्टी मार्च या अप्रैल में होती है।
33. पर्युषण (Paryushana)
जैनियों के लिए पीरुशाना सबसे महत्वपूर्ण वार्षिक पवित्र कार्यक्रम है और आमतौर पर हिंदी कैलेंडर भाद्रपद मास के ��ुक्ल पक्ष में अगस्त या सितंबर में मनाया जाता है। जैन उपवास और प्रार्थना / ध्यान में मदद करने के लिए अक्सर आध्यात��मिक तीव्रता के अपने स्तर को बढ़ाते हैं। इस दौरान पांच मुख्य व्रतों पर जोर दिया जाता है।
34. ईद मिलादुन्नबी (Prophet's Birthday)
मावलिद या मावलिद अल-नबी अल-शरीफ इस्लामी पैगंबर मुहम्मद के जन्मदिन का पालन है जो कि इस्लामिक कैलेंडर में तीसरे महीने रबी अल-अव्वल में मनाया जाता है।
35. हजरत अली का जन्मदिन (Hazarat Ali’s Birthday)
अली इब्न अबी तालिब इस्लाम के अंतिम पैगंबर मुहम्मद के चचेरे भाई और दामाद थे। उन्होंने 656 से 661 तक चौथे खलीफा के रूप में शासन किया, लेकिन शिया मुसलमानों द्वारा इमाम के रूप में मुहम्मद के लिए तत्काल तत्काल उत्तराधिकारी माना जाता है।
36. शबे बरात (Mid-Sha'ban)
बारा रात या मध्य-शाबान 14 और 15 शाबान के बीच मुस्लिम समुदायों द्वारा मनाई जाने वाली छुट्टी है। यह एक रात के रूप में माना जाता है जब आने वाले वर्ष के लिए व्यक्तियों की किस्मत का फैसला किया जाता है और जब अल्लाह पापियों को माफ कर सकता है।
37. जमात उल विदा (Jamat-ul-vida)
"जुमू 'अतुल विदा का अंग्रेजी में" शुक्रवार का दिन "होता है। जमात-उल-विदा को जुम्मे-अल-विदा के रूप में भी जाना जाता है जो पवित्र कुरान की शुभकामनाओं को इंगित करता है।
38. ईद-उल-फित्र (Eid-ul-fitr)
ईद अल-फ़ित्र को "फेस्टिवल ऑफ़ ब्रेकिंग द फास्ट" भी कहा जाता है, दुनिया भर में मुसलमानों द्वारा मनाया जाने वाला एक धार्मिक अवकाश है जो उपवास के इस्लामी पवित्र महीने रमजान के अंत का प्रतीक है। यह धार्मिक ईद शव्वाल के महीने में पहला और एकमात्र दिन है जिसके दौरान मुसलमानों को उपवास करने की अनुमति नहीं है।
39. ईद-उल-ज़ुहा (Id-ul-zuha0)
ईद अल-अधा या ईद क़ुर्बान भी कहा जाता है "त्याग का उत्सव", दो इस्लामी हर साल दुनिया भर में मनाया छुट्टियों के पीछे नहीं है, और दो की पवित्र माना जाता है। यह इब्राहिम की इच्छा का सम्मान करता है कि वह अपने बेटे को परमेश्वर की आज्ञा का पालन करने के लिए बलिदान करे।
40. मुहर्रम (Muharram)
मुहर्रम इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना है। विशेषण मुहर्रम का सामान्य अर्थ है "प्रतिबंधित, वर्जित, निषिद्ध, अवैध, अवैध, अभेद्य, निषिद्ध, गैरकानूनी, अनुचित, अनधिकृत या वर्जित"। यह वर्ष के चार पवित्र महीनों में से एक है, जिसके दौरान युद्ध करना मना है।
धार्मिक त्योहारों के नाम (Indian Festival Names In Hindi)
41. गुरु गोविंद सिंह जयंती (Guru Gobind Singh Jayanti)
गुरु गोविंद सिंह जयंती (गोविंद सिंह भी कहलाता है) एक सिख त्योहार है जो सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
42. लोहड़ी (Lohri)
लोहड़ी एक पंजाबी लोक त्योहार है, जिसे भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी भाग में पंजाब क्षेत्र के सिखों और हिंदुओं द्वारा मुख्य रूप से मनाया जाता है, जिसे हर साल 13 जनवरी को मनाया जाता है। लोहड़ी त्योहार के बारे में महत्व और किंवदंतियां कई हैं और ये त्योहार पंजाब क्षेत्र से जुड़ते हैं।
43. होला मोहल्ला (Hola Mohalla)
होला मोहल्ला, जिसे होला भी कहा जाता है, एक दिन का सिख त्योहार है जो अक्सर मार्च में पड़ता है और चंद्र महीने के दूसरे दिन, हिंदू वसंत त्योहार होली के एक दिन बाद होता है, लेकिन कभी-कभी होली के साथ मेल खाता है। होला मोहल्ला दुनिया भर के सिखों के लिए एक बड़ा उत्सव है।
44. गुरू रामदास जन्मदिन (Guru Ramdas)
गुरु राम दास सिख धर्म के दस गुरुओं में से चौथे थे। उनका जन्म 24 सितंबर 1534 को लाहौर स्थित एक गरीब हिंदू परिवार में हुआ था, जो अब पाकिस्तान है। उनका जन्म का नाम जेठा था, वह 7 साल की उम्र में अनाथ हो गए थे और उसके बाद एक गाँव में अपनी नानी के साथ बड़े हुए।
45. गुरु नानक जयंती (Guru Nanak Jayanti)
गुरु नानक जयंती को विशेष रूप से भारत में सिख धर्म और लोकप्रिय त्योहारों द्वारा मनाया जाता है। यह गुरु नानक साहिब के जन्म को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है।
46. गुरपूरब (Guru Purab)
गुरु नानक गुरुपुरब, जिसे गुरु नानक के प्रकाश उत्सव और गुरु नानक जयंती के रूप में भी जाना जाता है, गुरु गुरु नानक में पहले सिख गुरु और सिंधी समुदाय के जन्म का जश्न मनाता है। यह सिख धर्म या सिख और सिंधियों में सबसे पवित्र त्योहारों में से एक है।
47. महावीर जयंती (Mahavir Jayanti)
जैनियों के लिए महावीर जन्म कल्याणक सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहारों में से एक है। यह वर्तमान अवसारपीरी के चौबीसवें और अंतिम तीर्थंकर महावीर के जन्म का जश्न मनाता है। प्रति ग्रेगोरियन कैलेंडर के रूप में, छुट्टी या तो मार्च या अप्रैल में होता है।
48. गुड फ़्राइडे (Good Friday)
गुड फ्राइडे एक ईसाई छुट्टी है जो यीशु के क्रूस पर चढ़ने और कलवारी में उनकी मृत्यु की याद में मनाया जाता है। यह ईस्टर रविवार से पहले शुक्रवार को पसचल ट्रिडुम के हिस्से के रूप में पवित्र सप्ताह के दौरान मनाया जाता है और फसह के यहूदी पालन के साथ मेल खा सकता है।
49. ईस्टर (Easter)
ईस्टर, जिसे पास्का या पुनरुत्थान रविवार भी कहा जाता है, एक त्योहार और छुट्टी है जो मृतकों में से जीसस के पुनरुत्थान की याद दिलाता है, न्यू टेस्टामेंट में वर्णित है, जो कल्वरी सी 30 ईस्वी में रोमनों द्वारा उनके क्रूस पर चढ़ने के बाद तीसरे दिन हुआ था।
50. क्रिसमस (Christmas)
क्रिसमस एक वार्षिक त्यौहार है जो यीशु मसीह के जन्म की स्मृति में मनाया जाता है, मुख्य रूप से 25 दिसंबर को दुनिया भर के लाखों लोगों के बीच धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है।
निष्कर्ष:
जी हाँ दोस्तों आपको आज की पोस्ट कैसी लगी, आज हमने आपको बताया कि सभी भारतीय त्योहारों की सूची और त्यौहारों के नाम बहुत ही आसान शब्दों में हमने भी आज की पोस्ट में सीखा।
Avocado Meaning in Hindi - ऐवकॉडो का हिंदी में मतलब
Lettuce Meaning in Hindi (लेटइस का मतलब और फायदे)
नीलगिरी तेल का उपयोग और फायदे - Benefits of Eucalyptus Oil
List of all Indian Festivals in Hindi आज मैंने इस पोस्ट में सीखा। आपको इस पोस्ट की जानकारी अपने दोस्तों को भी देनी चाहिए। तथा Social Media पर भी यह पोस्ट ज़रुर Share करे। इसके अलावा, कई लोग इस जानकारी तक पहुंच सकते हैं।
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