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#अमित शाह की सुरक्षा का खर्च
madhurisinghji78 · 4 years
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10 कमांडोज समेत 55 सुरक्षाकर्मी रहते हैं तैनात, काफिले में BMW और रेंज रोवर से चलती है सिक्युरिटी टीम
एंटीलिया के बाहर कार में विस्फोटक मिलने के बाद 71.2 अरब डॉलर की संपत्ति के मालिक मुकेश अंबानी की सुरक्षा को लेकर फिर चर्चा शुरू हो गई है। मुकेश अंबानी देश के अकेले ऐसे उद्योगपति हैं, जिन्हें Z प्लस सिक्युरिटी मिली है। अंबानी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी इसी सुरक्षा घेरे में चलते हैं।
Z प्लस सिक्युरिटी का खर्च 20 लाख/महीना, अंबानी खुद उठाते हैं अंबानी अपनी सिक्युरिटी का पूरा खर्च खुद उठाते हैं। रिपोर्ट्स की माने तो मुकेश अंबानी अपनी सुरक्षा में हर महीने तकरीबन 20 लाख रुपए का खर्च करते हैं। इस खर्च के अलावा अंबानी की सुरक्षा टीम को बैरक भी मुहैया कराए जाते हैं।
Z प्लस सुरक्षा होने के कारण मुकेश अंबानी की सुरक्षा में एक समय पर 55 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं। इनमें 10 NSG और SPG कमांडो के साथ अन्य पुलिस कर्मी भी होते हैं। सुरक्षा के पहले घेरे की जिम्मेदारी NSG की होती है, जबकि दूसरे लेयर में SPG के लोग होते हैं। इनके अलावा ITBP और CRPF के जवान भी सुरक्षा में तैनात रहते हैं।
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इन दो कारों की सवारी करते हैं अंबानी मुकेश अंबानी के पास दो बुलेटप्रूफ कार हैं। इनमें एक आर्मर्ड BMW 760Li और दूसरी मर्सिडीज बेंज S660 गार्ड है। आमतौर पर मुकेश अंबानी को इन्हीं कारों में देखा जाता है।
अंबानी की सुरक्षा में सबसे आगे चलने वाली दो बाइक्स भी बेहद खास हैं। रॉयल एनफील्ड की इलेक्ट्रा को रोड रेज कस्टम बिल्ड्स ने कस्टमाइज कर खास मुकेश अंबानी के काफिले के लिए तैयार किया है। इन बाइक्स पर आमतौर पर मुंबई पुलिस के लोग रहते हैं।
नीता अंबानी को मिली है Y कैटेगरी की सुरक्षा मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी को भी Y कैटेगरी की सिक्युरिटी दी गई है। हथियारों से लैस 10 CRPF कमांडो नीता की सुरक्षा में तैनात रहते हैं। नीता अंबानी देशभर में जहां भी जाती हैं, ये सिक्युरिटी गार्ड्स उनकी हिफाजत करते हैं।
सुप्रीम कोर्ट में भी गया था मुकेश को Z प्लस सिक्युरिटी देने का मामला मुंबई के चार्टर्ड अकाउंटेंट हिमांशु अग्रवाल ने मुकेश अंबानी को Z प्लस सिक्युरिटी देने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। इसमें कहा गया था कि अंबानी की सुरक्षा की वजह से सरकारी खजाने पर बोझ पड़ेगा। साथ ही यह भी कहा था कि मुकेश अंबानी या उनके परिवार पर किसी तरह का खतरा नहीं है। सुनवाई के दौरान मुकेश अंबानी के वकील ने कहा था कि इसका खर्च पूरी तरह से अंबानी उठा रहे हैं, जिसके बाद नवंबर 2020 में यह याचिका खारिज कर दी गई थी।
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भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की सुरक्षा पर हुए खर्च का ब्योरा नहीं दिया जा सकता : सीआईसी
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की सुरक्षा पर हुए खर्च का ब्योरा नहीं दिया जा सकता : सीआईसी
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नई दिल्‍ली: केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) ने कहा है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाहके सुरक्षा घेरे पर हुए खर्च का ब्योरा नहीं दिया जा सकता. इसके लिए आयोग ने आरटीआई कानून के ‘निजी सूचना’ और ‘सुरक्षा’ संबंधी छूट वाले प्रावधानों का हवाला दिया. आयोग ने याचिकाकर्ता की अपील को खारिज कर दिया जिसने किसी व्यक्ति को सुरक्षा घेरा प्रदान करने संबंधी नियमों के बारे में पूछा था. दीपक जुनेजा नामक व्यक्ति ने…
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abhay121996-blog · 3 years
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अमित शाह ने की उत्तर प्रदेश की प्रशंसा: जहां दिनदहाड़े गोलियां चलतीं थीं, आज वह विकास में सबसे आगे Divya Sandesh
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अमित शाह ने की उत्तर प्रदेश की प्रशंसा: जहां दिनदहाड़े गोलियां चलतीं थीं, आज वह विकास में सबसे आगे
लखनऊ। कोरोना काल के कारण बहुत लम्बे समय बाद मैं यूपी आया नहीं हूं। छह साल तक भाजपा के संगठन के लिए मैंने यहां का बहुत दौरा किया। पहले का उत्तर प्रदेश ठीक से याद है। पहले पश्चिम में भय के कारण लोग क्षेत्र छोड़कर जा रहे थे या भू-माफिया अवैध रूप से जमीन कब्जे में लेते रहे, या फिर दिनदहाड़े गोलियां चलती थीं। आज प्रदेश दूसरे अन्य प्रदेशों से विकास में बहुत आगे है। ये बातें केन्द्रीय गृह तथा सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रविवार को कही। वे लखनऊ में उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीयूट ऑफ फोरेसिंक साइंस के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे।
गृह मंत्री ने उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज का भूमि पूजन कर शिलान्यास किया। गृहमंत्री ने वहां पीपल का पौधरोपण भी किया। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। योगी ने गृहमंत्री को अंगवस्त्रम व भगवान श्रीराम का चित्र देकर उन्हें सम्मानित किया।
इस मौके पर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि 2017 में भयमुक्त प्रदेश बनाने का हमने वादा किया था। आज जब मैं खड़ा हूं, तब यह प्रदेश सभी प्रदेशों से आगे है। भाजपा की सरकारें परिवार के आधार पर नहीं चलतीं, यह देश के सबसे गरीब के लिए और कानून व्यवस्था ठीक करने के लिए चलती है। आज यह कह सकता हूं कि 44 योजनाओं में यूपी सबसे आगे यानी नम्बर-वन है।
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उन्होंने कहा कि यहां चुनाव के समय बयान देने वाले नेताओं की फौज बढ़ जाती है। जब किसानों को परेशानी होती है तो ये नहीं दिखते। यहां जब कानून व्यवस्था खराब थी, तब ये नहीं दिखे। जब चुनाव आया तो इनका बयान शुरू हो जाता है। यहां फिर प्रचंड बहुमत से बीजेपी की ही सरकार बनेगी, सपना देखने वाले पस्त होंगे।सीएम योगी ने उप्र को बदला है।
अमित शाह ने कहा कि बिना किसी रिश्वत के गरीबों को लाभ मिले, इसके लिए योजना बनाना बहुत कठिन है। खासकर, जब विरासत के रूप में भ्रष्टाचार मिला हो। ऐसे में योगी सरकार ने यह काम करके दिखाया है। यहां की हर योजना का लाभ गरीबों को मिल रहा है।
गृहमंत्री ने मुख्यमत्री योगी की तारीफ करते हुए कहा कि प्रदेश ने हर क्षेत्र में विकास किया है। चाहे योजनाओं के क्रियान्वयन की बात हो या कानून व्यवस्था की बात हो या गरीब को घर देने की बात हो, चाहे भ्रष्टाचार मुक्त करने की बात हो, हर क्षेत्र में योगी की सरकार ने सर्वोत्तम काम किया है। यही कारण है कि आज देश में दूसरे नम्बर की व्यवस्था बनी है। शाह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 22 करोड़ की आबादी में परम्परा से मिली लचर व्यवस्थाओं को सरकार ने सुधारा है। टेस्टिंग व सुरक्षा देने में आगे हैं। योगी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार, जिस तरह जनहित के काम में यूपी आगे है, इसी के लिए जनता ने तीन सौ से ज्यादा सीटें दी थीं। हमने वादा किया था कि यह शासन परिवार के लिए नहीं होगा, मालधनी के लिए नहीं होगा। यह शासन गरीबों के लिए होगा।
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अमित शाह ने भारत माता की जय से अपने भाषण की शुरूआत की। एक बार बोलने पर जब लोगों की आवाज धीमी आयी तो उन्होंने कहा कि यूपी में जिनको सरकार बनाने के सपने आ रहे हैं, उन तक भारत माता की जय की आवाज जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज बहुत समय बाद यहां आकर बहुत उत्साह की भावना है। आज लोकमान्य तिलक की पुण्यतिथि भी है। आजादी के आंदोलन में यह देश भुला नहीं सकता। तिलक महाराज ने कहा था, आजादी मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है। उनके उद्घोष ने अंग्रेजी सरकार की नींव हिला कर रख दी। लाल-बाल-पाल ने जो आंदोलन खड़ा किया, उससे देश आजाद हुआ। हम उम्मीद करते हैं कि आने वाली पीढ़ी उनके आदर्शों पर चलेगी।
गृहमंत्री ने कहा कि उप्र फोरेसिंक साइंस इंस्टीट्यूटह के लिए दो सौ करोड़ खर्च किया जाएगा। इस क्षेत्र में इसे देश का सबसे आधुनिक संस्थान बनाया जाएगा। डेढ़ सौ छात्र हर साल यहां से निकलेंगे। यहां प्रेक्टिकल, सिविल साइंस आदि भी पूरे उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ाने का काम करेगा। यह पुलिस के आधुनिकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
गृहमंत्री अमित शाह एक दिवसीय उत्तर प्रदेश दोरे पर आज लखनऊ पहुंचे। उनका मिर्जापुर और वाराणसी जाने का भी कार्यक्रम है। लखनऊ में फोरेसिंक साइंसेज इंस्टीट्यूट के शिलान्यास के बाद वे पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को देखने अस्पताल भी जाने वाले थे।
ज्ञातव्य है कि उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज में बी.एससी., एम.एससी. फॉरेंसिक साइंस विद स्पेशलाइजेशन, एम.फिल, पीएच.डी., पोस्ट डॉक्टरल रिसर्च तथा पी.जी. डिप्लोमा इन फॉरेंसिक साइंस, एडवांस स्पेशलाइजेशन एण्ड टेलर मेड पी.जी. डिप्लोमा एवं विभिन्न सर्टिफिकेट कोर्स का संचालन प्रस्तावित है। संस्थान में 500 छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करेंगे। यह संस्थान 50 एकड़ भूमि में स्थापित किया जाएगा। इसकी स्थापना के लिए 207 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है।
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manishajain001 · 4 years
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कंगना रनोट की मानें तो उनके पास अपने ऑफिस को दोबारा बनवाने के पैसे नहीं है। 33 साल की एक्ट्रेस ने एक ट्वीट में लिखा है, "मैंने 15 जनवरी को अपने ऑफिस की ओपनिंग की थी। इसके तुरंत बाद कोरोना का प्रहार हुआ। ज्यादातर लोगों की तरह तब से मैंने भी कोई काम नहीं किया है। मेरे पास इसे फिर से बनवाने के पैसे नहीं हैं। मैं इसी खंडहर से काम करूंगी और इसे एक महिला के ऐसे ऑफिस के रूप में रखूंगी, जिसे उसकी आवाज उठाने की वजह से तबाह कर दिया गया।"
मुंबई पहुंचने के बाद मां का फोन नहीं उठाया
कंगना ने एक अन्य ट्वीट में यह दावा किया कि उन्होंने मुंबई पहुंचने के बाद मां का फोन नहीं उठाया, क्योंकि उन्हें बार-बार उनकी चेतावनी याद आ रही थी। उन्होंने लिखा है, "जब उन्होंने मेरा ऑफिस तोड़ा तो मेरी आंखों के सामने मां का चेतावनी भरा चेहरा आ गया, जैसे वो कह रही हों, 'कहा था मैंने।'तब से मैंने उनका कॉल रिसीव नहीं किया है।"
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आशा रनोट ने कहा- बेटी पर गर्व है
इस ट्वीट के साथ कंगना ने एक वीडियो साझा किया है, जिसमें उनकी मां आशा रनोट उन पर गर्व जता रही हैं। इसमें वे कह रही हैं कि उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है, जो सच्चाई के लिए लड़ रही है। आशा रनोट ने यह भी कहा कि वे बेटी को सुरक्षा देने के लिए गृहमंत्री अमित शाह का शुक्रिया अदा करती हैं। साथ ही हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की आभारी हैं, जिन्होंने यह जानते हुए भी उनकी बेटी को सुरक्षा दी कि उनका परिवार लंबे समय तक कांग्रेस में रहा है।
बुधवार को ऑफिस देखने पहुंची थीं कंगना
बुधवार को कंगना अपना टूटा हुआ ऑफिस देखने पहुंची थीं। वे वहां 10 मिनट तक रुकीं। कभी भावुक दिखीं और कभी गुस्से में, लेकिन इस विजिट के दौरान उन्होंने अपनी सेहत को लेकर सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा। कंगना ने दफ्तर पहुंचते वक्त कोरोना काल के लिए जरूरी किया गया मास्क नहीं लगा रखा था। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन भी नहीं किया गया।
कंगना को 2 करोड़ रुपए का नुकसान 9 सितंबर को करीब दो घंटे कंगना रनोट के ऑफिस में बीएमसी ने तोड़फोड़ की थी। बताया जा रहा है कि इस कार्रवाई में कंगना को करीब 2 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। कंगना ने इस तीन मंजिला ऑफिस को बनवाने करीब 48 करोड़ रुपए खर्च किए थे।
दावा किया जा रहा है कि बीएमसी ने कंगना के ऑफिस पर तोड़फोड़ की कार्रवाई शिवसेना के इशारे पर की है। दरअसल, कंगना पिछले कुछ दिनों से लगातार शिवसेना और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर हमलावर हैं। बीएमसी की कार्रवाई के बाद भी उन्होंने उद्धव ठाकरे का नाम लेकर उन्हें धमकी भरे अंदाज में कहा था- "आज मेरा घर टूटा है, कल तेरा घमंड टूटेगा।"
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बीएमसी की कार्रवाई में कंगना रनोट को करीब 2 करोड़ रुपए का नुकसान बताया जा रहा है।
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doonitedin · 6 years
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अमित शाह की सुरक्षा पर हुए खर्च का ब्योरा देने से CIC का इनकार
अमित शाह की सुरक्षा पर हुए खर्च का ब्योरा देने से CIC का इनकार
केंद्रीय सूचना आयोग (CIC) ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की सुरक्षा पर खर्च संबंधी जानकारी देने से इनकार कर दिया है। सीआईसी ने इसके लिए आरटीआई कानून के निजी सूचना और सुरक्षा संबंधी छूट के प्रावधान का हवाला दिया है। इसके साथ-साथ कमीशन उस सवाल का जवाब देने से भी इनकार कर दिया है जिसमें निजी व्यक्ति और अधिकारियों को सुरक्षा कवर के विस्तार को नियंत्रित करने वाले नियमों के बारे में पूछा गया था। बता दें…
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